दिल्ली कैपिटल्स के मालिक हैम्पशर काउंटी में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के लिए सहमत
लंदन इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक जीएमआर ग्रुप ने इंग्लिश काउंटी टीम हैम्पशायर के साथ 120 मिलियन पाउंड (लगभग 1278 करोड़ रुपये) में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदने के समझौते पर सहमति व्यक्त की है। हैम्पशायर ऐसे में किसी विदेशी इकाई के स्वामित्व वाली पहली काउंटी टीम बन जाएगी। इससे जीएमआर समूह के पास […]
लंदन
इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक जीएमआर ग्रुप ने इंग्लिश काउंटी टीम हैम्पशायर के साथ 120 मिलियन पाउंड (लगभग 1278 करोड़ रुपये) में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदने के समझौते पर सहमति व्यक्त की है। हैम्पशायर ऐसे में किसी विदेशी इकाई के स्वामित्व वाली पहली काउंटी टीम बन जाएगी। इससे जीएमआर समूह के पास इस टीम के 51 प्रतिशत शेयरों पर नियंत्रण होगा।
मीडिया रिपोर्ट में बताया, ‘‘समझा जाता है कि दिल्ली कैपिटल्स के मालिकों ने आईपीएल के अपने प्रतिद्वंद्वी लखनऊ सुपरजायंट्स की बोली को पछाड़ दिया।’’ जीएमआर समूह के पास इसके साथ ही यूटिलिटा बाउल (हैम्पशायर में क्रिकेट स्टेडियम), हिल्टन होटल और उसी स्थान पर एक गोल्फ कोर्स का भी नियंत्रण होगा।
दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक होने के अलावा जीएमआर समूह के पास दुबई कैपिटल्स (आईएलटी20, यूएई) का स्वामित्व और मेजर लीग क्रिकेट (अमेरिका) की फ्रेंचाइजी सिएटल ऑर्कास में भी हिस्सेदारी है। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी), हैम्पशायर क्लब के अधिकारी और नये मालिक जल्द ही इस सौदे के बारे में आधिकारिक घोषणा करेंगे।
इस अधिग्रहण के बाद उम्मीद है कि हैम्पशायर को ‘द हंड्रेड’ जैसे घरेलू टूर्नामेंट के लिए दिल्ली कैपिटल्स के कुछ युवा खिलाड़ियों तक पहुंच मिलने की संभावना भी खुल जायेगी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) हालांकि सक्रिय भारतीय क्रिकेटरों को विदेशी टूर्नामेंटों में खेलने की अनुमति नहीं देता है।
एक अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, एक अन्य इंग्लिश काउंटी टीम यॉर्कशर ने हेडिंग्ले स्थित क्लब के संभावित अधिग्रहण के लिए राजस्थान रॉयल्स के साथ अपनी बातचीत फिर से शुरू कर दी है। इसके लिए मतदान के माध्यम से यॉर्कशर के 6000 सदस्यों की सहमति की आवश्यकता होगी।