छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दी बधाई, पत्थलगांव से गुमला तक हाई-स्पीड फोरलेन रोड की मिली स्वीकृति
रायपुर. मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा रायपुर से रांची नेशनल हाईस्पीड कारीडोर प्रोजेक्ट अंतर्गत पत्थलगांव, जशपुर (छत्तीसगढ़) से गुमला (झारखंड) तक के लिए हाई-स्पीड फोरलेन रोड की स्वीकृति दिए जाने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी जी को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण सड़क परियोजना दोनों राज्यों छत्तीसगढ़ […]
रायपुर.
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा रायपुर से रांची नेशनल हाईस्पीड कारीडोर प्रोजेक्ट अंतर्गत पत्थलगांव, जशपुर (छत्तीसगढ़) से गुमला (झारखंड) तक के लिए हाई-स्पीड फोरलेन रोड की स्वीकृति दिए जाने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी जी को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण सड़क परियोजना दोनों राज्यों छत्तीसगढ़ एवं झारखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों के साथ जशपुर निवासियों को इस हाई-स्पीड फोरलेन रोड परियोजना की स्वीकृति की विशेष रूप से बधाई देते हुए कहा कि पत्थलगांव से गुमला तक फोरलेन सड़क के निर्माण से रायपुर और रांची के मध्य यात्रा सुगम होने के साथसाथ यात्रा में समय की भी बचत होगी। सड़क परियोजना पूर्ण होने से दोनो राज्यों में विकास कार्यों की गति में भी तेजी आएगी।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्रीय कैबिनेट में 50 हजार 655 करोड़ रूपए लागत और लगभग 936 किलोमीटर लंबाई की आठ राष्ट्रीय हाई-स्पीड रोड परियोजनाओं की स्वीकृति दिए जाने की जानकारी ट्वीटर पर साझा की है। उन्होंने कहा है कि इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से आर्थिक उन्नति के साथ-साथ देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
रायपुर रांची कॉरिडोर के पूरा होने के से झारखंड और छत्तीसगढ़ के विकास को अनलॉक हो सकेगा। रायपुर-रांची राष्ट्रीय हाईस्पीड कॉरिडोर के पत्थलगांव और गुमला के बीच 4-लेन एनएच होगा। रायपुर रांची कॉरिडोर के 137-केआरएन 4-लेन एक्सेस-नियंत्रित पत्थलगांव – गुमला खंड को 4473 करोड़ रुपये की कुल लागत पर हाइब्रिड वार्षिकी मोड (एचएएम) में विकसित किया जाएगा। पूरे गलियारे को पूरा करने के लिए. यह गुमला, लोहरदगा, रायगढ़, कोरबा और धनबाद में खनन क्षेत्रों और रायपुर, दुर्ग, कोरबा, बिलासपुर, बोकारो और धनबाद में स्थित औद्योगिक और विनिर्माण क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग-43 का पत्थलगांव-कुनकुन-छत्तीसगढ़/झारखंड सीमा-गुमला-भरदा खंड तुरुआ अमा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-130ए के अंतिम बिंदु से शुरू होगा और भरदा गांव के पास पलमा-गुमला रोड के चैनेज 82+150 पर समाप्त होगा।
साय के सीएम बनने के बाद सडक़ की स्थिति में बड़ा सुधार
यह हाईवे पत्थलगांव,लुड़ेग, कांसाबेल बंदरचूआ, कुनकुरी, चराईडांड,पतराटोली, लोरो, काई कछार,जशपुर,लोदाम, माझा टोली, गुमला ,सिसई ,बेडो ,रांची तक बनेगी। अभी पत्थलगांव से बस में जाने से 6 घंटे लगते हैं और अपनी गाड़ी से 3: 30 घंटे में पहुंच सकते हैं। सडक़ की स्थिति कुछ ठीक है। विष्णु देव साय के सीएम बनने के बाद से बीते सात महीनों में पत्थलगांव से कुनकुरी तक की सडक़ की स्थिति पहले से काफी सुधार हो चुकी है।इस बीच में पढऩे वाली सबसे बड़ी नदी ईब, शंख है। और सडक़ मार्ग पर दो बड़े घाट बेला घाट, और लोरोघाट पड़ते हैं।
मुख्यमंत्री साय ने दी बधाई
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हाई-स्पीड फोरलेन रोड की स्वीकृति दिए जाने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण सडक़ परियोजना दोनों राज्यों के विकास में मील का पत्थर साबित होगी ।
श्री साय ने प्रदेशवासियों के साथ जशपुर निवासियों को इस हाई-स्पीड फोरलेन रोड परियोजना की स्वीकृति की विशेष रूप से बधाई देते हुए कहा कि पत्थलगांव से गुमला तक फोरलेन सडक़ के निर्माण से रायपुर और रांची के मध्य यात्रा सुगम होने के साथसाथ यात्रा में समय की भी बचत होगी। सडक़ परियोजना पूर्ण होने से दोनो राज्यों में विकास कार्यों की गति में भी तेजी आएगी। स्वीकृति की जानकारी ट्वीटर पर साझा करते हुए कहा है कि इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से आर्थिक उन्नति के साथ-साथ देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।