यौन सुख की चाहत में शख्स ने प्राइवेट पार्ट में डाल ली 2 फुट लंबी जिंदा मछली, डॉक्टर भी रह गए हैरान

हनोई  वियतनाम में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां 31 वर्षीय भारतीय नागरिक को गंभीर पेट दर्द के कारण 27 जुलाई को हनोई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच करने पर पाया गया कि उसके पेट में एक जिंदा ईल मछली है। दरअसल इस व्यक्ति ने अपने प्राइवेट पार्ट से […]

यौन सुख की चाहत में शख्स ने प्राइवेट पार्ट में डाल ली 2 फुट लंबी जिंदा मछली, डॉक्टर भी रह गए हैरान

हनोई
 वियतनाम में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां 31 वर्षीय भारतीय नागरिक को गंभीर पेट दर्द के कारण 27 जुलाई को हनोई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच करने पर पाया गया कि उसके पेट में एक जिंदा ईल मछली है। दरअसल इस व्यक्ति ने अपने प्राइवेट पार्ट से इस मछली को शरीर में डाला था। मछली ने उसके शरीर से निकलने के प्रयास में मलाशय को काटा और पेट तक प्रवेश कर रही। कोलोरेक्टल और पेरिनियल सर्जरी विभाग के उप निदेशक ले नहत हुई ने कहा, 'ईल ने भागने के प्रयास में मरीज के मलाशय और बड़ी आंत के एक हिस्से को काट लिया था।'

एक्स रे सहित कई परीक्षणों के जरिए रोगी के पेट की गुहा के अंदर ईल के कंकाल का पता चला। डॉक्टरों ने शुरुआत में गुदा के माध्यम से इसे निकालने की कोशिश की लेकिन एक नींबू उसका रास्ता रोक रहा था। इसे भी उस शख्स ने ही अंदर डाला था। इस कारण उन्हें इमरजेंसी में सर्जरी करना पड़ा। सर्जरी के दौरान डॉक्टरों को 25 इंच से ज्यादा लंबी और लगभग 4 इंच व्यास वाली जीवित ईल मछली मिली। डॉक्टरों ने ईल और नींबू दोनों को हटा दिया और शरीर में कुछ और तो नहीं है इसकी जांच की।

इलाज न मिलने पर हो जाती मौत

सर्जरी के बाद जब इस बात की पुष्टि हो गई कि शरीर में कुछ और नहीं है तब डॉक्टरों ने रोगी के शरीर में टांके लगाए। ईल के काटने से बने घाव से मल न गुजरे इसलिए कोलोस्टॉमी भी की गई। डॉक्टरों का कहना है कि अगर इस शख्स को समय पर इलाज न मिलता तो इसकी मौत हो सकती है। अब भी उसे जीवन भर कोलोस्टॉमी बैग के साथ रहना होगा। हॉस्पिटल ने मरीज की पहचान उजागर नहीं की है। डॉक्टर नहत ने कहा कि उन्होंने कई मरीजों के मलद्वार से फंसी वस्तुएं निकालने के सर्जरी की हैं।

पहले भी आए हैं ऐसे मामले

अस्पताल का कहना है कि ऐसे मामले आमतौर पर उन युवा पुरुषों में आते हैं, जो समलैंगिक हैं और उन्हें यौन सुख नहीं मिलता। इसकी चाहत में वह अपने मलद्वार से वस्तुएं डाल लेते हैं। अस्पताल अन्य मरीजों के शरीर से बोतलें, कप और एडल्ट टॉय हटा चुके हैं। लेकिन किसी जीवित जानवर हटाने का पहला मामला है। डॉक्टरों का कहना है कि ईल ऐसे जानवर हैं जो लंबे समय तक इस परिस्थित में रह सकता था। संभव था कि यह पाचन तंत्र में छेद कर देता। वियतनाम में इस साल यह अपनी तरह की पहली घटना नहीं है। मार्च में क्वांग निन्ह प्रांत के हाई हा डिस्ट्रिक्ट मेडिकल सेंटर में एक 43 वर्षीय व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट से 12 इंच की ईल निकाली गई थी।