बैरागढ़ में गिदवानी पार्क के अलावा बोरवन पार्क ही बड़े पार्क हैं, उद्यानों का रखरखाव बंद
भोपाल नगर निगम ने संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) के दोनों उद्यानों का रखरखाव बंद कर दिया है। घनी आबादी के बीच स्थित गिदवानी पार्क में जलभराव होने लगा है। वर्षा होती है और इसमें पानी भर जाता है। सीहोर नाका स्थित नए पार्क की फिसलपट्टियां खराब हो गई हैं। इसकी हरियाली भी उजड़ रही है। […]
भोपाल
नगर निगम ने संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) के दोनों उद्यानों का रखरखाव बंद कर दिया है। घनी आबादी के बीच स्थित गिदवानी पार्क में जलभराव होने लगा है। वर्षा होती है और इसमें पानी भर जाता है। सीहोर नाका स्थित नए पार्क की फिसलपट्टियां खराब हो गई हैं। इसकी हरियाली भी उजड़ रही है। गिदवानी पार्क का प्रवेश द्वार कुछ समय पहले टूट गया था। अब यह गायब हो गया है। नगर निगम ने मेन रोड पर बरसों पहले विकसित नेहरू पार्क के बीच में ही ओवरहेड टेंक बनाकर पार्क को अपने हाथों से उजाड़ दिया। जन सुविधा केंद्र बनने के बाद बची हुई हरियाली भी खत्म हो गई। अब नागरिकों के लिए गिदवानी पार्क अलावा बोरवन पार्क एवं सीहोर नाका विसर्जन घाट के निकट स्थित छोटा पार्क है। इसका भी मेंटनेंस नहीं हो पा रहा है।
उखड़ने लगा वाक ट्रैक, पानी जमा
गिदवानी पार्क में कुछ समय पहले वाक ट्रेक बनाया गया था। अब यह उखड़ने लगा है। कुछ समय इसका अच्छा रखरखाव किया जाता था। पार्क की रौनक ही बढ़ गई थी। अब इसका रखरखाव भी नहीं हो रहा है। रंगीन पानी का फव्वारा भी बंद पड़ा है। बोरवन क्लब ने जन सहयोग से फव्वारा लगवाया लेकिन वह भी बंद हो गया है, क्योंकि मेंटेनेंस नहीं हो सका। उद्यान का प्रवेश द्वार टूट गया है। अब यहां बैरिकेड रख दिया गया है। रहवासी कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं, पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
रहवासी एवं सोशल एक्टिविस्ट कीर्ति वाधवानी के अनुसार वर्षा के दौरान पार्क में पानी जमा हो जाता है। वर्षा थमने के बाद भी इसकी निकासी तीन, चार दिन नहीं हो पाती। पूज्य सिंधी पंचायत के महासचिव माधु चांदवानी का कहना है कि पार्क में स्थाई कर्मचारी तैनात किया जाना चाहिए। पंचायत इस संबंध में नगर निगम आयुक्त से मिलेगी।