409 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा पर निकले सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो
बलरामपुर सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो 409 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा पर निकले हैं. विधायक टोप्पो का वाराणसी के गंगा घाट से गंगाजल लेकर पैदल लगभग 230 किलोमीटर का सफर तय करते हुए छत्तीसगढ़ के बसंतपुर ग्राम में पहुंचे. छत्तीसगढ़ पहुंचने पर विधायक ने छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित हनुमान मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना भी की. सीतापुर […]
बलरामपुर
सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो 409 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा पर निकले हैं. विधायक टोप्पो का वाराणसी के गंगा घाट से गंगाजल लेकर पैदल लगभग 230 किलोमीटर का सफर तय करते हुए छत्तीसगढ़ के बसंतपुर ग्राम में पहुंचे. छत्तीसगढ़ पहुंचने पर विधायक ने छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित हनुमान मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना भी की.
सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने सरगुजा से साथियों के साथ वाराणसी पहुंचकर काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक किया. इसके बाद साथियों के साथ अस्सी घाट से गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा शुरू की. वे 409 किलोमीटर की पदयात्रा कर सरगुजा के मैनपाट पहुंचेंगे. मैनपाट के नर्मदापुर से 10 किलोमीटर दूर पेंट घाट पर स्थित चोरकीधाम में जलाभिषेक करेंगे.
विधायक की कांवर यात्रा में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं. यात्रा के दौरान वे रात में मंदिरों में सामूहिक रूप से विश्राम करते हैं. विधायक टोप्पो ने बताया कि पिछले दो वर्षों से वे कावड़ यात्रा करते आ रहे हैं. लेकिन इस वर्ष कांवड़ यात्रा बहुत कम समय मे तय की गई है. छत्तीसगढ़ पहुंचने पर धर्म प्रेमियों ने विधायक और उनके साथियों के पांव धोकर स्वागत किया.
12 अगस्त तक पूरी होगी यात्रा
1 अगस्त दिन गुरुवार से विधायक रामकुमार टोप्पो और साथियों ने कांवड़ यात्रा शुरू की है. बुधवार 7 अगस्त शाम तक उन्होंने 250 किलोमीटर की पदयात्रा पूरी कर ली है. 409 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा 12 अगस्त तक पूरा होने की उम्मीद है. रास्ते में विश्राम और रूकने के लिए मंदिरों और अन्य स्थानों पर समर्थकों ने व्यवस्था की है.
देशभक्ति का भी संदेश
विधायक रामकुमार टोप्पो के साथ सीतापुर, मैनपाट और बतौली के युवा कांवड़ यात्रा में शामिल हो रहे हैं. सैनिक से विधायक बने रामकुमार टोप्पो ने कांवड़ यात्रा में देशप्रेम का भी संदेश दिया. कांवड़ यात्रा में भगवा ध्वज के साथ तिरंगा ध्वज भी लहराता दिखा. विधायक रामकुमार टोप्पो ने कहा कि भक्ति के साथ देशप्रेम भी लोगों में होना आवश्यक है.