राजस्थान-दौसा में एलडीसी की करंट से मौत, स्कूल की छत पर देखने पहुंचे थे पानी का भराव

दौसा. जिले के बांदीकुई में राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल, भांवता में मंगलवार सुबह बिजली का करंट लगने से एक एलडीसी की मौत हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने शव साथ स्कूल में ही धरना दे दिया। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक मौके पर उच्च अधिकारी नहीं पहुंचेंगे, वे शव को नहीं उठाएंगे। स्कूल की […]

राजस्थान-दौसा में एलडीसी की करंट से मौत, स्कूल की छत पर देखने पहुंचे थे पानी का भराव

दौसा.

जिले के बांदीकुई में राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल, भांवता में मंगलवार सुबह बिजली का करंट लगने से एक एलडीसी की मौत हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने शव साथ स्कूल में ही धरना दे दिया। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक मौके पर उच्च अधिकारी नहीं पहुंचेंगे, वे शव को नहीं उठाएंगे। स्कूल की छत पर बरसात के पानी का भराव देखने गए एलडीसी मांगीलाल सैन की छत से गुजर रही 11 हजार केवी बिजली लाइन से करंट लगने के कारण मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि स्कूल की छत पर पानी भरा था, जिसे निकालने के लिए एलडीसी छत पर चढ़ा और करंट लगने से ये हादसा हो गया। मामला दौसा जिले के बांदीकुई के भांवता राजकीय स्कूल का है, जहां छत पर बनी नाली रुकने से बरसात का पानी भर गया था, जिसे खोलने के लिए यह कर्मचारी छत पर गया, जहां करंट लगने से कर्मचारी की मौत हो गई। बांदीकुई डिप्टी एसपी रोहिताश देवेंद्र ने बताया कि छत पर नजदीक से गुजर रही 11000 केवी की लाइन टच होने से यह कर्मचारी की मौत हो गई।

इधर दुर्घटना की सूचना के बाद गांव में कोहराम मच गया और मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई, ग्रामीण अब जिला कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हैं। मौके पर पुलिस और ग्रामीण के बीच वार्ता चल रही है, जहां ग्रामीण खबर लिखे जाने तक मांगीलाल के शव को स्कूल में लेकर बैठे हुए हैं।

करौली में 380 मिमी बारिश

बीते 24 घंटे के दौरान राजस्थान में भारी बारिश ने रिकॉर्ड कायम कर दिया. करौली में सबसे अधिक 380 मिमी बारिश दर्ज की गई. बारिश के कारण कई जगह आवागमन ठप हो गया है. तो कई सड़कें जलमग्न हो गईं. 10 साल बाद भरतरी पुलिया पर पानी आने से करीब 3 घंटा जयपुर-अलवर मार्ग बंद रहा, जिससे सैंकड़ों वाहनों की कतार लग गई. दौसा में भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. बाढ़ एवं आपदा नियंत्रण कक्ष की स्थापना के साथ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं.

कई रास्तों पर आवागमन ठप

बारिश के कारण रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर आवाजाही पर रोक लगा दी गई. रणथंभौर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया. ऐसे में अल सुबह त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले करीब 100 श्रद्धालु वापस आते वक्त रास्ते में तेज पानी आने के कारण जंगल में ही फस गए. इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया और पहाड़ी पर चढ़कर के जंगल के रास्ते कुछ लोगों को बाहर निकाला.

सीएम शर्मा ने अधिकारियों के साथ की बैठक

राज्य में भारी बारिश के अलर्ट और मौजूदा स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों के साथ बैठक की. इसके बाद सीएम शर्मा ने कहा कि आज मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रदेश में हो रही भारी बारिश के संबंध में अधिकारियों की बैठक ली व आपदा प्रबंधन से संबंधित समस्त व्यवस्थाओं को अविलंब सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने जलाश्यों व जल भराव के क्षेत्रों से दूर रहने, बारिश में बिजली के पोल व बिजली के तारों से दूरी बनाए रखने, भवनों में बने बेसमेंट का उपयोग करने से बचने की सलाह दी है.