युवती की नृशंस हत्या करने वाला आरोपी महज 07 दिनों में चितरंगी पुलिस के हत्थे चढ़ा
सिंगरौली मध्य प्रदेश में नए कानून होने के पश्चात पुलिस अपराध पर नियंत्रण के लिए निरंतर सख्त कार्यवाही कर रही है। इसी अनुक्रम में सिंगरौली जिले की चितरंगी पुलिस ने महज 07 दिनों में अंधी हत्या का खुलासा करने में सफलता प्राप्त की है। महिला का अधजला शव घर में पड़ा होने की मिली सूचना […]
सिंगरौली
मध्य प्रदेश में नए कानून होने के पश्चात पुलिस अपराध पर नियंत्रण के लिए निरंतर सख्त कार्यवाही कर रही है। इसी अनुक्रम में सिंगरौली जिले की चितरंगी पुलिस ने महज 07 दिनों में अंधी हत्या का खुलासा करने में सफलता प्राप्त की है।
महिला का अधजला शव घर में पड़ा होने की मिली सूचना
चितरंगी पुलिस को 17 जुलाई की रात्रि में सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम बसाही निवासी गुड़िया उर्फ निशा का अधजला शव घर के अंदर पड़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता गुप्ता, जिला सिंगरौली के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिव कुमार वर्मा, एसडीओपी चितरंगी आशीष जैन, थाना प्रभारी शेषमणि पटेल मय स्टाफ के घटनास्थल पर पहुंचे एवं बारीकी से घटनास्थल का निरीक्षण किया। साथ ही एफएसएल टीम, फिंगर प्रिन्ट एवं डाग स्कॉड मौके पर बुलाया गया। पाया गया कि महिला की हत्या कर उसे जला दिया गया है।
मामले का संक्षिप्त विवरणः-
मृतिका के परिजनों, ग्रामीणजनों एवं अन्य गोपनीय सूत्रों की जानकारी से पाया गया कि मृतिका विवाहित थी और उसके द्वारा अपने पति को छोड़कर एक 70 वर्षीय नूर मोहम्मद, निवासी बसाही के साथ विवाह कर लगभग 06 वर्ष पूर्व से रह रही थी। जिसके उसका एक 04 वर्षीय पुत्र है। जो अपने नाना-नानी के साथ रहता है। महिला को उसके पति द्वारा वर्ष 2020 में 18 लाख का पक्का मकान एवं 02 एकड़ जमीन खरीदकर दी गई थी। जिसमें मृतिका अक्सर अकेले रहती थी। सूत्रों एवं परिजनों से मिली जानकारी अनुसार महिला के संपर्क के ही कई पुरुष मित्र थे। इसी में से एक पुरुष मित्र कमलेश यादव उर्फ बोड्डा पिता बैजनाथ यादव, उम्र 33 वर्ष, निवासी बसाही, थाना चितरंगी, जिला सिगरौली (म.प्र.) द्वारा महिला के ऊपर शंका वश कि वह अन्य पुरुष से बात करती है। 16 जुलाई की रात्रि में उसके घर जाकर सहयोगी रामगरीब के साथ टांगी से मारकर हत्या कर दी और शव को घर के अंदर ही जला दिया।
आरोपी ने इस तरह दिया वारदात को अंजाम
आरोपी कमलेश उर्फ बोड्डा यादव ने बताया कि उसका गुड़िया निशा से करीबन 14-15 साल से संबध है, किन्तु अब गुड़िया निशा उससे ढंग से बात नहीं करती थी किसी दूसरे से बात करने व घर बुलाने लगी थी, जब भी वह उससे मिलने के लिये बोलता, तो टाल मटोल कर देती थी। ये बात उसने अपने बुआ के लड़के रामगरीब यादव जो झोखो का रहने वाला है, को बताया तो उसने बोला की उसको मार दो। तब वह दोनों गुड़िया निशा के घऱ गये, बार्जे मे रखी टांगी उठाई और गुड़िया निशा को मुँह पकड़कर चारपाई मे पटक दिया और टांगी से गुडिया निशा के गले पर दो बार मारा जिससे गुड़िया निशा की वहीं पर मौत हो गई। फिर कमलेश उर्फ बोड्डा व रामगरीब ने गुड़िया निशा के शव के ऊपर कपडे़ रखकर आग लगा दी। गुड़िया का मोबाईल व टांगी लेकर घर को बाहर से ताला लगाकर चाभी को बाहर फेककर भाग गये।
घटना मे प्रयुक्त हथियार पुलिस ने किया जप्त
आरोपी के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त रक्त रंजित टागी व मृतिका गुडिया निशा का मोबाईल फोन, तथा घटना के समय आरोपी कमलेश उर्फ बोड्डा द्वारा पहने हुये रक्त रंजित कपडे जप्त किये गए एवं आरोपी को न्यायालय पेश किया गया। मामले का दूसरा आरोपी रामगरीब यादव पिता जगपति यादव निवासी झोखो थाना चितरंगी फरार है, जिसकी पता तलाश जारी है। फरार आरोपी की गिरफ्तारी हेतु 10,000/- रु. की ईनाम उद्घोषणा की गई है।
उक्त कार्यवाही में महत्वपूर्ण योगदान –
निरीक्षक शेषमणि पटेल, निरीक्षक राकेश बैस थाना प्रभारी बहरी, उपनिरी. बी.पी. कोल ,उनि. उमेश तिवारी, सउनि. मनीष सेन, प्र.आर. लक्ष्मीकान्त मिश्रा, आर. भैयालाल यादव आर. नन्दलाल यादव, आर. मुकेश पाण्डेय, आर. सुदर्शन चौहान, आर. सर्वदानन्द राय, आर. आशीष पाल, आर. बीर सिंह, म.आर. मागी सोलंकी, सायबर सेल प्रभारी उनि. अमन बारी, आर.शोभाल वर्मा, प्रआर. सुरेश रावत (थाना बहरी), आर. प्रभात तिवारी (थाना बहरी), आर. अवधेश कुशवाहा (थाना बहरी) की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।