बाबा महाकाल को रक्षाबंधन पर लगने वाले सवा लाख लड्डुओं का निर्माण शुरू, कलेक्टर ने किया भट्टी पूजन
उज्जैन श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह द्वारा आज प्रातः 8 बजे भट्टी पूजन कर भोग बनाने का शुभारंभ किया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी आशीष शर्मा ने बताया कि परंपरा अनुसार यह भोग भस्म आरती पुजारी के माध्यम से भगवान श्री महाकालेश्वर को अर्पित किया जाता है। […]
उज्जैन
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह द्वारा आज प्रातः 8 बजे भट्टी पूजन कर भोग बनाने का शुभारंभ किया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी आशीष शर्मा ने बताया कि परंपरा अनुसार यह भोग भस्म आरती पुजारी के माध्यम से भगवान श्री महाकालेश्वर को अर्पित किया जाता है।
इसके पश्चात यह भोग मंदिर में श्री महाकालेश्वर भगवान जी के दर्शन हेतु आने वाले भक्तों में वितरित किया जाता है। इस वर्ष श्री महाकालेश्वर भगवान को शासकीय पुजारी घनश्याम शर्मा, संजय शर्मा, विकास शर्मा, मनोज शर्मा व समस्त जनेऊ पाती पुजारी परिवार के माध्यम से सवा लाख लड्डुओं का भोग अर्पित किया जा रहा है।
भगवान का सोने चांदी के आभूषण से होगा श्रृंगार
बता दें कि महाकाल मंदिर में इस पर्व को खास बनाने के लिए विशेष तैयारी की जा रही है। पुजारी परिवार की महिलाओं भगवान महाकाल को बांधने के लिए विशेष राखी तैयार कर रही हैं। भस्म आरती में भगवान महाकालेश्वर का सोनेचांदी के आभूषण से श्रृंगार किया जाएगा। रक्षाबंधन के दिन रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 2.30 बजे भस्म आरती में उत्सव मनाया जाएगा।
सवा लाख लड्डू के महाभोग का होता विशेष महत्व
पुजारी भगवान महाकाल का पंचामृत और फलों के रस से महाअभिषेक करेंगे। महाकाल के दिव्य श्रृंगार के बाद बाद पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान महाकाल को राखी बांधेगी। श्रावणी पूर्णिमा पर सवा लाख लड्डू के महाभोग का विशेष महत्व होता है। ज्यादा से ज्यादा महाभक्त प्रसाद ग्रहण कर सकें इसलिए भगवान को सवा लाख लड्डुओं का महाभोग लगाने की परंपरा चली आ रही है।