भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष ने ममता बनर्जी के विरोध प्रदर्शन पर सवाल उठाए
नई दिल्ली भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के विरोध प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए कटाक्ष किया है कि आखिर वह किसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रही हैं? उन्होंने ममता बनर्जी से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग करते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन […]
नई दिल्ली
भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के विरोध प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए कटाक्ष किया है कि आखिर वह किसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रही हैं? उन्होंने ममता बनर्जी से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग करते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की। आईएएनएस के साथ खास बातचीत करते हुए भारती घोष ने कहा कि एक मुख्यमंत्री का काम विरोध प्रदर्शन करना नहीं है, जनता ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है और जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में वर्ष 2011 से अब तक बलात्कार की जितनी भी घटनाएं हुई है, ममता बनर्जी उसमें से एक में भी न्याय नहीं दिलवा पाई हैं। एक भी बलात्कार पीड़िता को न्याय नहीं दिलवा पाने वाली ममता बनर्जी आखिर आज किसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रही हैं? क्या वह अपने ही खिलाफ प्रोटेस्ट कर रही हैं? वह अपने प्रोटेस्ट के जरिए यह बताना चाहती हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरी तरह से फेल हो गई हैं।
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि ममता बनर्जी को यह ड्रामेबाजी करने की बजाय तुरंत मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। आईपीएस अधिकारी रह चुकी भारती घोष ने सीबीआई से कोलकाता के पुलिस कमिश्नर का मोबाइल जब्त करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि सीबीआई को यह जांच करनी चाहिए कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना के बाद कोलकाता के पुलिस कमिश्नर ने किस-किस से बात की, किससे क्या निर्देश लिया और आगे किसको क्या आदेश दिया? उन्होंने कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को भी गिरफ्तार कर पूछताछ करनी चाहिए। ऊपर से नीचे तक जांच होनी चाहिए। कोलकाता पुलिस ने सही तरीक़े से जांच नहीं की। ममता बनर्जी के राज में पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।