मध्य प्रदेश में 3 वेदर सिस्टम एक्टिव, 19 अगस्त से प्रदेश में फिर झमाझम वर्षा का सिलसिला शुरू होने की उम्मीद

भोपाल वर्तमान में दक्षिणी बांग्लादेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अतिरिक्त मानसून द्रोणिका भी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है, जो कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। ऐसे में मौसम विज्ञानियों ने 19 अगस्त से प्रदेश में फिर झमाझम वर्षा का सिलसिला शुरू होने की उम्मीद है। […]

मध्य प्रदेश में 3 वेदर सिस्टम एक्टिव,  19 अगस्त से प्रदेश में फिर झमाझम वर्षा का सिलसिला शुरू होने की उम्मीद

भोपाल
वर्तमान में दक्षिणी बांग्लादेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अतिरिक्त मानसून द्रोणिका भी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है, जो कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। ऐसे में मौसम विज्ञानियों ने 19 अगस्त से प्रदेश में फिर झमाझम वर्षा का सिलसिला शुरू होने की उम्मीद है।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, रविवार-सोमवार को भी ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में हल्की वर्षा होने के आसार हैं।
 
कई मौसम प्रणालियां सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, दक्षिणी बांग्लादेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, वनस्थली, शिवपुरी, सीधी, रांची से होते हुए बांग्लादेश में बने इस कम दबाव के क्षेत्र तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।

इस चक्रवात से लेकर अरब सागर तक एक द्रोणिका बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से उत्तर एवं पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं मध्यम स्तर की वर्षा हो रही है।
 
कहां कितनी वर्षा
शनिवार को सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे तक ग्वालियर में 36, पचमढ़ी में 29, बैतूल में 14, छिंदवाड़ा में एक एवं सतना में 0.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।