कोल्हान टाइगर का बड़ा संकेत- चंपाई सोरेन के घर से झारखंड मुक्ति मोर्चा का झंडा हटा दिया गया
रांची चंपाई सोरेन के घर से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का झंडा हटा दिया गया है। बगावत की अटकलों के बीच इस खबर ने सियासी पारा हाई कर दिया है। दरअसल, चंपाई सोरेन दिल्ली पहुंच गए हैं। सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। लेकिन […]
रांची
चंपाई सोरेन के घर से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का झंडा हटा दिया गया है। बगावत की अटकलों के बीच इस खबर ने सियासी पारा हाई कर दिया है। दरअसल, चंपाई सोरेन दिल्ली पहुंच गए हैं। सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। लेकिन जब उनसे इस बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि वह निजी वजहों से दिल्ली आए हैं। वह भाजपा में शामिल और झामुमो से नाराजगी वाले सवाल को बार-बार टालते रहे। इसी बीच यह जानकारी सामने आई है कि उनके गांव वाले घर से झामुमो का झंडा उतार दिया गया है।
घर से हटाया गया JMM का झंडा
जानकारी के मुताबिक, चंपाई सोरेन के गांव वाले घर से झामुमो का झंडा हटा दिया गया है। उनका घर सरायकेला जिले के जिलिंगगोड़ा गांव में हैं। घर से झंडा रविवार को उतारा गया है। सूत्रों का यह दावा है कि चंपाई सोरेन छह झामुमो विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि चंपाई अकेले दिल्ली पहुंचे हैं। उनके घर की कुछ तस्वीरें भी सामने आईं हैं। बगावत की अटकलों के बीच घर से झंडा उतार देने के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
इस्तीफे से नाराज हैं कोल्हान टाइगर
कोल्हान टाइगर नाम से मशहूर चंपाई सोरेन राज्य के बड़े आदिवासी नेता हैं। हेमंत सोरेन के जेल जाने पर उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था। दरअसल, चंपाई शिबू सोरेन परिवार के काफी करीबी हैं। हेमंत सोरेन भी उनका सम्मान करते हैं। मुख्यमंत्री के लिए उनके नाम को लेकर पार्टी के अंदर किसी को भी नाराजगी नहीं थी। लेकिन हेमंत सोरेन के जेल से बाहर निकलने के बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे को लेकर जब बैठक हुई थी तब वह भावुक नजर आए थे। उनकी आंखें नम थी।
कोल्हान टाइगर का बड़ा संकेत
दिल्ली पहुंचने पर चंपाई सोरेन से भाजपा में शामिल होने और हेमंत सोरेन से नाराजगी से जुड़े सवाल पूछे गए। लेकिन उन्होंने सभी सवालों का एक ही जवाब दिया। उन्होंने कहा कि 'हम अभी जहां हैं, वहीं पर हैं।' उन्होंने बताया कि वह निजी वजहों से दिल्ली आए हैं। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी से मुलाकात वाली बात से भी उन्होंने इनकार कर दिया। ऐसे में उनके घर से झामुमो का झंडा उतरना चर्चा का विषय बन गया है। इसे लेकर कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं।