मुख्यमंत्री डॉ. यादव अचानक पहुंचे लाड़ली बहनों के घर और बंधवाई राखी
नागदा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज रक्षाबंधन के दिन अचानक नागदा में बादीपुरा आजादपुर स्थित लाड़ली बहन आशा बौरासी के निवास पर पहुंचे। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर अपने भैया मुख्यमंत्री डॉ. यादव को अपने घर की चौखट पर देख लाड़ली बहना श्रीमती आशा बौरासी और श्रीमती अनीता बौरासी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। […]
नागदा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज रक्षाबंधन के दिन अचानक नागदा में बादीपुरा आजादपुर स्थित लाड़ली बहन आशा बौरासी के निवास पर पहुंचे। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर अपने भैया मुख्यमंत्री डॉ. यादव को अपने घर की चौखट पर देख लाड़ली बहना श्रीमती आशा बौरासी और श्रीमती अनीता बौरासी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। भावुक बहनों की आंखों से खुशी के आंसू छलक उठे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लाडली बहनों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें आशीर्वाद दिया।
इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बहनों को उपहार भेंट करते हुए लाड़ली बहना की राशि प्राप्त होने की जानकारी भी ली। बहनों ने सहर्ष बताया कि उनके खाते में इस बार 1250 रुपए के अलावा रक्षाबंधन की शगुन राशि 250 रुपए भी खाते में आए हैं। इसके लिए बहनों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव बहन लीलाबाई के निवास पर भी पहुंचे, उन्होंने रक्षासूत्र बंधवाया और उपहार भेंट किया। मुख्यमंत्री ने लीलाबाई के निवास पर 8 माह के नन्हे यश को गोदी में उठाकर दुलारा।
इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक नागदा डॉ. तेज बहादुर सिंह चौहान, बहादुर सिंह बोरमुंडला सहित जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज रक्षाबंधन उत्सव कार्यक्रम में शामिल होने नागदा पहुंचे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नागदा आगमन पर बादीपुरा -आजादपुर क्षेत्र की बहनों द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और राखी बांधी। बहनों के आग्रह पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बहनों के निवास पर जाकर राखी बंधवाई। उन्होंने बहनों और बेटियों के साथ सेल्फी भी ली।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव रक्षाबंधन उत्सव को काफी वर्षों से सामूहिक रूप से बहनों के साथ मनाते आ रहें हैं। इस परम्परा को उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के बाद भी जीवित रखा हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सावन माह बहनों के नाम समर्पित किया है। उन्होंने प्रदेश भर में वृहद स्तर पर लाड़ली बहनों के साथ रक्षाबंधन उत्सव मनाएं जाने के साथ लाड़ली बहनों के खाते में प्रतिमाह दी जाने वाली 1250 रुपए की राशि के अतिरिक्त शगुन के रूप में 250 रूपये की राशि भी अंतरित की हैं।