छत्तीसगढ़ में बना लो प्रेशर सिस्टम, रायपुर में हुई मूसलाधार बारिश

रायपुर. छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों से बारिश थमने के बाद एक बार फिर पूरे प्रदेशभर में झमाझम बारिश हो रही है। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में आज सुबह से ही बारिश हो रही है। इससे की जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं। गांव की सड़कें जलमग्न हो गए हैं। वहीं आज गुरूवार […]

छत्तीसगढ़ में बना लो प्रेशर सिस्टम, रायपुर में हुई मूसलाधार बारिश

रायपुर.

छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों से बारिश थमने के बाद एक बार फिर पूरे प्रदेशभर में झमाझम बारिश हो रही है। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में आज सुबह से ही बारिश हो रही है। इससे की जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं। गांव की सड़कें जलमग्न हो गए हैं। वहीं आज गुरूवार से प्रदेश में अच्छी बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। प्रदेश में एक जून से 21 अगस्त तक 855.8 मिमी बारिश हुई है, जो कि सामान्य से तीन प्रतिशत अधिक है।

मौसम विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में 24 अगस्त से बारिश की गतिविधि बढ़ाने की संभावना है। प्रदेश के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा और बस्तर पांचो संभागों में भारी बारिश की संभावना है। कुछ दिनों तक बारिश थमने के बाद अब फिर मानसून एक्टिव हो गया है। सिस्टम बनने की वजह से प्रदेश भर में अच्छी बारिश होने वाली है। आगामी कुछ दिनों तक मौसम ऐसे ही बने रहने की संभावना है। कई जगहों पर गरज चमक के साथ भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। मौसम एक्सपर्ट का कहना है कि एक निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तरी बांग्लादेश और उसके पास आसपास के क्षेत्र पर स्थित है। संबंधित चक्रवती परिसंचरण औसत समुद्र तल 9.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। इसके अगले 48 घंटे के दौरान पश्चिम बंगाल में लगभग पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। मौसम एक्सपर्ट के अनुसार प्रदेश में सिस्टम बनने की वजह से दो दिनों तक एक-दो जगह पर गरज चमक के साथ मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।

राजधानी रायपुर में बीते दिन बुधवार की शाम से मूसलाधार बारिश हो रही है। रात से लेकर सुबह तक अच्छी बारिश हो रही है। इसके साथ प्रदेश के अधिकांश जगहों पर आज गरज चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। दूसरी ओर कोरबा जिले में देर रात घर चमक के साथ आकाशीय बिजली और झमाझम बारिश शुरू हुई, जिससे पूरे जिला जलमग्न हो गया। कई जगहों के मुख्य मार्ग पर जल भराव हो गया है। जिसकी वजह से आवाज आई में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही नदी नाले भी उफान पर हैं।