सीएम हेल्पलाइन के मामलों को सुलझाने में छोटे जिले अव्वल, 29 जिलों की सूची जारी की गई है, जिसमें पांढुर्णा बना नंबर वन
भोपाल मध्य प्रदेश के छोटे जिलों में सीएम हेल्पलाइन पर मिलने वाली पुलिस विभाग से जुड़ी शिकायतों के मामले कई छोटे जिलों का परफॉर्मेंस काफी अच्छा दिखाई दे रहा है. मध्य प्रदेश सरकार की ओर से 29 जिलों की सूची जारी की गई है, जिसमें मध्य प्रदेश का पांढुर्णा जिला नंबर वन पर है. इसके […]
भोपाल
मध्य प्रदेश के छोटे जिलों में सीएम हेल्पलाइन पर मिलने वाली पुलिस विभाग से जुड़ी शिकायतों के मामले कई छोटे जिलों का परफॉर्मेंस काफी अच्छा दिखाई दे रहा है. मध्य प्रदेश सरकार की ओर से 29 जिलों की सूची जारी की गई है, जिसमें मध्य प्रदेश का पांढुर्णा जिला नंबर वन पर है. इसके अलावा आखिरी जिले के रूप में महूगंज की रैंकिंग की गई है.
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सीएम हेल्पलाइन में मिलने वाली शिकायतों की मॉनिटरिंग करते हुए हर महीने की रैंकिंग जारी की जाती है. इसी कड़ी में जुलाई 2024 की रैंकिंग सामने आई है, जिसमें द्वितीय समूह के छोटे जिलों की रैंकिंग में 29 जिलों की अलग-अलग जगह बनाई गई है. इनमें पहले नंबर पर पांढुर्णा जिला है, जिसमें 81 शिकायत प्राप्त हुई थी जिनमें 86% शिकायतों का निराकरण कर दिया गया.
जिलों की ग्रेड रैकिंग भी की गई
इसके बाद दूसरे नंबर पर श्योपुर, तीसरे नंबर पर शाजापुर, चौथे नंबर पर आगर मालवा, पांचवें नंबर पर पन्ना और सातवें नंबर पर बड़वानी जिला शामिल है. इसी तरह आठवें नंबर पर नर्मदापुरम, नवें नंबर पर निवाड़ी और दसवें नंबर पर हरदा जिला शामिल है. पुलिस विभाग द्वारा सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण को लेकर जिलों को अलग-अलग गाइडलाइन के हिसाब से ग्रेड रैंकिंग भी दी गई है.
16 नंबर तक जिलों को ए ग्रेड दिया गया है, जबकि 16 से 27 नंबर तक आने वाले जिलों को बी ग्रेड दिया गया है. इसी क्रम में अलीराजपुर को सी और मऊगंज को डी ग्रेड दिया गया है. सीएम हेल्पलाइन को लेकर मध्य प्रदेश के सभी जिलों को पहले एक ही क्रम में रखा गया था, लेकिन बाद में जब इंदौर जैसे बड़े जिले की तुलना मऊगंज जैसे छोटे जिले से की गई तो काफी अंतर सामने आया. इसी के चलते मध्य प्रदेश सरकार ने समीक्षा के लिए दो समूह में जिलों को बांट दिया. पहले समूह में मध्य प्रदेश के सभी बड़े शहरों को शामिल किया गया है जबकि दूसरे समूह में एमपी के सभी छोटे जिलों को रखा गया है.