यूनिफाइड पेंशन स्कीम का लाभ 2004 से नियुक्त रेल अधिकारी और कर्मचारियों को मिलेगा
बिलासपुर यूनिफाइड पेंशन स्कीम को लेकर सोमवार को बिलासपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी अंशुमन मिश्रा व वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक पूनम चौधरी ने पत्रकारों से चर्चा की और इस पर विस्तृत जानकारी दी। उनका कहना है कि इस योजना का लाभ 2004 से नियुक्त रेल अधिकारी और कर्मचारियों को मिलेगा। यह वह […]
बिलासपुर
यूनिफाइड पेंशन स्कीम को लेकर सोमवार को बिलासपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी अंशुमन मिश्रा व वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक पूनम चौधरी ने पत्रकारों से चर्चा की और इस पर विस्तृत जानकारी दी। उनका कहना है कि इस योजना का लाभ 2004 से नियुक्त रेल अधिकारी और कर्मचारियों को मिलेगा। यह वह कर्मचारी हैं, जो न्यू पेंशन स्कीम में शामिल थे। एक अप्रैल 2025 से लागू होने वाली इस स्कीम की पांच प्रमुख विशेषताओं को उन्होंने बारी-बारी रखा।
उनका कहना है कि सुनिश्चित पेंशन के तहत 25 वर्ष की न्यूनतम सेवा के लिए सेवानिवृत्त से पहले अंतिम 12 महीनों में प्राप्त औसत मूल वेतन का 50 प्रतिशत व न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा अवधि तक कम सेवा अवधि के लिए आनुपातिक होगा। इसमें किसी कर्मचारी की मृत्यु होने पर उसकी पेंशन का 60 फीसद परिवार को दिया जाएगा। 10 वर्ष की सेवा के बाद सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी 10 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन के हकदार होंगे। महंगाई भत्ता आदि मिलाकर यह 15 हजार रुपये तक हो जाएगा।
सैन्य कर्मचारियों के मामले में सेवानिवृत्त के समय ग्रेच्युटी के अतिरिक्त एकमुश्त भुगतान सेवा के प्रत्येक पूर्ण छह महीने के लिए सेवानिवृत्त की तिथि पर मासिक परिलब्धियों का 1/10 हिस्सा और इस भुगतान से सुनिश्चित पेंशन की धनराशि कम नहीं होगी।
रेल मजदूर यूनियन कर्मचारियों की लड़ाई लड़ता है बेखौफ
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। रेल मजदूर यूनियन का वार्षिक अधिवेशन एवं हिंद मजदूर किसान पंचायत का राष्ट्रीय अधिवेशन संयुक्त रूप से रेलवे संस्कृति निकेतन में हुआ। इसमें पदाधिकारियों का कहना था कि यही एक अकेला संगठन है, जो कर्मचारियों की लड़ाई बेखौफ लड़ता है। कार्यक्रम में किसान एवं समाजवादी नेता आनंद मिश्रा व रेल मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र सिंह मुख्य अतिथि थे।
कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ के बाद रेल मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अली इमरान ने कहा कि सरकार द्वारा लुभाने वादे कर हमें एनपीएस के बाद अब यूपीसी देने की घोषणा कर कर्मचारियों को गुमराह किया जा रहा है। सभा के अध्यक्ष निलेश विश्वास ने कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय और उनकी समस्याओं के लिए संगठित होकर संघर्ष करने की बात कही।
आनंद मिश्रा ने निजीकरण के विरोध और श्रम कानून में हो रहे बदलाव के खिलाफ युवाओं को एक होकर संघर्ष करने की बात कही। अधिवेशन को महामंत्री एम रिजवान व रेलवे मजदूर यूनियन के कोषाध्यक्ष तापस कुमार सेन ने भी संबोधित किया।