CM यादव ने कहा ग्वालियर व मुरैना में चार औद्योगिक पार्क बनेंगे, एक बड़ा अस्पताल और एज्युकेशन के क्षेत्र में भी काम किया जाएगा

ग्वालियर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रीजनल इंडस्ट्रीयल कान्क्लेव में कहा कि हुकुमचंद मिल इंदौर की तरह जेसी मिल के मजदूरों के बकाए का भुगतान कराया जाएगा। साथ ही मुरैना के सीतापुर औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस चौकी, बानमोर इंडस्ट्रीयल एरिया में फायर स्टेशन खोला जाएगा। साथ ही ग्वालियर व मुरैना में चार औद्योगिक पार्क बनाए जाएंगे। […]

CM यादव ने कहा ग्वालियर व मुरैना में चार औद्योगिक पार्क बनेंगे, एक बड़ा अस्पताल और एज्युकेशन के क्षेत्र में भी काम किया जाएगा

ग्वालियर

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रीजनल इंडस्ट्रीयल कान्क्लेव में कहा कि हुकुमचंद मिल इंदौर की तरह जेसी मिल के मजदूरों के बकाए का भुगतान कराया जाएगा। साथ ही मुरैना के सीतापुर औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस चौकी, बानमोर इंडस्ट्रीयल एरिया में फायर स्टेशन खोला जाएगा। साथ ही ग्वालियर व मुरैना में चार औद्योगिक पार्क बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की नई हैल्थ पालिसी आ रही है। जिसमें ग्वालियर में एक बड़ा अस्पताल बनाया जाएगा। इसके अलावा ग्वालियर में एज्युकेशन के क्षेत्र में भी काम किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अडानी ग्रुप ही अकेला इस क्षेत्र में साढ़े तीन हजार करोड़ का निवेश कर रहा है। रिलायंस ग्रुप ने भिंड, मुरैना व ग्वालियर के बीहड़ों में संभावना जताई है। उन्होंने कहा कि यहां पर काफी निवेश आया है। उन्होंने कहा कि सिंधिया परिवार में अंग्रेजों के शासन काल में यहां इंडस्ट्री डालकर देश की अन्य रियासतों का रास्ता दिखाया था।

अडानी ग्रुप बदरवास में जेकेट इकाई लगाएगा। जिसमें महिलाएं जैकेट तैयार करेंगी। इसके साथ ही गुना व शिवपुरी में करीब पांच सौ करोड़ का निवेश कर सीमेंट व अन्य इकाई लगाएंगी। इसके साथ ही रिलायंस भी लगाएगी इकाई लगाएगी। साथ ही फूड प्रोसिंग में ग्वालियर में करीब सौ करोड़ का निवेश होगा।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा आज ग्वालियर के लिए एतिहासिक क्षण है। ग्वालियर कापुराना इतिहास है। जहां ये ऋषि गालव की तपस्व भूमि है। ये भूमि इनोवेशन व ग्रोथ की भूमि सदियों से रही है। आज जो कदम मुख्यमंत्री ने लिया है। इतिहास में दोबारा उद्योग क्रांति को जगाने का संकल्प लिया है। इस अंचल के वासियों के दिल के अंदर एक धड़कता हुआ भावना अर्जित की है। ग्वालियर शिल्पकार सिंधिया शासकों ने की थी। माधवराव द्वितीय ने मार्डन ग्वालियर की कल्पना की। घनश्यामदास बिड़ला को लाए थे। यहां पर सिमको, जेसी मिल को बसाया। अनेक संयंत्र लगे। लेदर की फैक्अ्री 1912 बनी है। ग्वालियर पाटरीज की स्थापना की। ग्यालियर से भिंड, मुरैना व शिवपुरी रेल लाइन बनाई। जेआरडी टाटा को लाकर जीवाजीराव सिंधिया एयर कनेक्टिविटी दिलवाई थी। आष्ट्रेलिया व वाटर बोट आता था। मुख्यमंत्री जी ने संकल्प लिया है ग्वालियर को फिर से शिखर पर लाने का किया है। अलग अलग संभाग में अलग अलग संभावनाएं हैं!

नरेंद्र सिंह ताेेेमर ने कहा ग्‍वालियर के लिए प्रशन्नता का विषय है। जब से कार्यभार संभाला है। तब से लगातार मध्यप्रदेश में समग्र विकास व संतुलित विकास की कल्पना को साकार करने जुटे हुए हैं। उसका परिणाम भी दिख रहा है। लोकतंत्र में सरकारों की जिम्मेवारी सभी क्षेत्र में एक साथ काम करने की होती है। कई बार सरकारें किसी एक क्षेत्र को अधिक महत्व देती है। कुछ क्षेत्र को उपेिक्षत छोड देती हैं। डॉ. मोहन यादव ने एक ओर गांव गरीब, महिला दलित व नोजवान के लिए चिंता कर रहे हैं। वहीं उनकी कोशिश है कि राज्य उद्योग व व्यवसाय में आगे बढ़े। उद्योग व्यवसाय बढ़ता है तो अर्थ व्यवस्था को बल मिलता है। रोजगार के अवसर बनता है। समग्र विकास व संतुलित विकास की बात आती है तो संतुलन को बराबर रखना बड़ी बात है।

मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव रीजनल कान्क्लेव में पहुंच गए हैं। वे इस मीट का शुभारंभ किया। काॅन्क्लेव में ग्वालियर-चंबल अंचल में 10 इकाइयों की ओर से 2570 करोड़ का पूंजी निवेश और 4550 लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने में रुचि दिखाई गई है। इस दौरान वे निवेशकों व उद्योगपतियों से संवाद भी करेंगेा अभी मुख्‍यमंत्री व अन्‍य अतिथियों का स्‍वागत किया जा रहा है। कार्यक्र में केंद्रीय मंत्री सिंधिया सहित विधानसभा अध्‍यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित प्रदेश शासन के मं‍त्री शामिल हैं।

देश के दिल मप्र के ग्वालियर-चंबल अंचल में नए निवेश और रोजगार का नया इतिहास गढ़ने के उदेश्य से रीजनल इंडस्ट्री काॅन्क्लेव का आयोजन बुधवार को किया जा रहा है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में सुबह 10: 20 बजे कान्क्लेव का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव करेंगे। कान्क्लेव में ग्वालियर-चंबल अंचल में 10 इकाइयों की ओर से 2570 करोड़ का पूंजी निवेश और 4550 लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने में रुचि दिखाई गई है।

इसके अलावा क्षेत्र की स्थापित पांच इकाइयों द्वारा विस्तार कर दो हजार करोड़ से ज्यादा का पूंजी निवेश किया जा रहा है जिसमें 3968 लोगों का रोजगार प्रस्तावित है। 22 इकाइयों का वर्चुअली भूमिपूजन होगा। पांच देश कनाडा, नीदरलैंड, मेक्सिको, घाना, जाम्बिया से ट्रेड कमिश्नर भी आएंगे। अदाणी परिवार सहित गोदरेज, मोंडलेज सहित बड़े उद्यमी ग्रुप इस कान्क्लेव में शामिल होंगे। अंचल में डिफेंस सेक्टर को लेकर भी बड़ी घोषणाएं संभावित हैं।

    आज ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होने जा रहा है, प्रदेश में अभी तक हुए कॉन्क्लेव के बेहतर रिस्पॉन्स मिले हैं।

    संभाग स्तर पर होने वाले कॉन्क्लेव में अच्छे परिणाम मिल रहे हैं, लोग हम पर भरोसा कर रहे हैं और हम उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतर रहे हैं।

कान्क्लेव में मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रभारी मंत्री ग्वालियर तुलसीराम सिलावट, एमएसएमई मंत्री चैतन्य कश्यप, मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, सांसद भारत सिंह कुशवाह सहित 14 से ज्यादा मंत्री शामिल रहेंगे।