आईएईए प्रमुख ने रूस के कुर्स्क परमाणु संयंत्र में दुर्घटना के खतरे की चेतावनी दी

मॉस्को  अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने रूस के कुर्स्क परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पास हो रहे संघर्ष के कारण परमाणु दुर्घटना के खतरे की चेतावनी दी।ग्रॉसी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर कुर्स्क क्षेत्र स्थित संयंत्र का दौरा करने के बाद कहा कि अब यहां परमाणु घटना का […]

आईएईए प्रमुख ने रूस के कुर्स्क परमाणु संयंत्र में दुर्घटना के खतरे की चेतावनी दी

मॉस्को
 अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने रूस के कुर्स्क परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पास हो रहे संघर्ष के कारण परमाणु दुर्घटना के खतरे की चेतावनी दी।ग्रॉसी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर कुर्स्क क्षेत्र स्थित संयंत्र का दौरा करने के बाद कहा कि अब यहां परमाणु घटना का खतरा है। पुतिन ने उनसे स्थिति का आकलन करने और मौजूदा मुद्दों के समाधान के लिए रूसी सहयोगियों के साथ काम करने का अग्रह किया था।

मुख्य सुविधाओं का दौरा करने के बाद, ग्रॉसी ने कहा कि परमाणु संयंत्र लगभग सामान्य परिस्थितियों में काम कर रहा है।
ग्रॉसी ने कहा कि उन्हें संयंत्र की सुविधाओं पर ड्रोन हमलों की कोशिश के बारे में सूचित किया गया था। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इन हमलों के निशान देखे। उन्होंने कहा कि परमाणु संयंत्र के पास सैन्य गतिविधियां अंततः सुरक्षा चिंताओं को बढ़ाती है।

रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन पर कुर्स्क परमाणु ऊर्जा स्टेशन पर हमला की कोशिश करने का आरोप लगाया था। ड्रोन के टुकड़े कथित रूप से संयंत्र की प्रयुक्त ईंधन परमाणु भंडारण सुविधा से लगभग 100 मीटर की दूरी पर गिरे थे।ग्रॉसी ने कहा कि आईएईए परमाणु सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कई तकनीकी कदमों और उपायों का प्रस्ताव दे सकता है। उन्होंने बताया कि आईएईए ने पहले ही रूस के राज्य परमाणु ऊर्जा समूह रोसाटॉम, रूसी सशस्त्र बलों, सुरक्षा बलों और रूसी विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ सहयोग के लिए एक रूपरेखा तैयार की है।ग्रॉसी ने कहा कि आईएईए और रूसी प्रतिनिधि इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि संयंत्र में विकिरण की घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय किये जा सकते हैं।

यूक्रेन ने कुर्स्क क्षेत्र में करीब 500 वर्ग मील क्षेत्र पर किया नियंत्रण का दावा, रूस का लगातार दूसरे दिन भी हमला जारी

 यूक्रेन के सैनिकों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में लगभग 1,300 वर्ग किलोमीटर (500 वर्ग मील) क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया है। यूक्रेन की सेना के प्रमुख ने यह जानकारी दी। वहीं रूस ने दूसरे दिन भी यूक्रेन पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया। रूस ने 200 से अधिक मिसाइलों और ड्रोन से यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाया था। इसमें आठ लोगों की मौत हुई थी।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सहयोगी पश्चिमी देशों से लंबी-दूरी तक मार करने में सक्षम हथियार देने की मांग की है। यूक्रेन ने कहा कि रूस के 10 मिसाइलों में से पांच को और 81 ड्रोन में से 60 को मार गिराया। हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सहयोगी पश्चिमी देशों से लंबी-दूरी तक मार करने में सक्षम हथियार देने की मांग की है और उनके रूस के अंदर हमले करने अनुमति भी मांगी।

जनरल ऑलेक्जेंडर सिर्स्की ने कहा कि यूक्रेन ने अपने अभियान में 594 रूसी लोगों को पकड़ लिया है। यह अभियान छह अगस्त से शुरू हुआ था। उनके दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।

सिर्स्की ने कुर्स्क क्षेत्र की स्थिति को लेकर कहा, ‘‘कुर्स्क क्षेत्र में हमारा अभियान जारी है और दुश्मन देश हमारे आक्रामक सैन्य समूह को घेरने का प्रयास कर रहा है और उनकी जवाबी कार्रवाई की योजना भी है।’’

हमलों में पांच लोगों के मारे जाने और 16 अन्य के घायल होने की सूचना है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि हमलों में 81 ड्रोन, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल शामिल थी। उन्होंने कहा कि चार लोग मारे गए, लेकिन जापोरीज्जिया क्षेत्र के गवर्नर ने बाद में कहा कि हमलों में पांचवें व्यक्ति की भी मौत हो गई।

जेलेंस्की ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हम निसंदेह इस और अन्य सभी हमलों के लिए रूस को जवाब देंगे। मानवता के खिलाफ अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जा सकता।’’

रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कुर्स्क में यूक्रेन को भारी नुकसान हुआ है। लगभग 6,600 सैनिक मारे गए या घायल हुए हैं और 70 से अधिक टैंक और कई बख्तरबंद वाहन नष्ट हो गए हैं। इन आंकड़ों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है।

इस बीच, रूस में अधिकारियों ने बताया कि कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन की चार मिसाइल को मार गिराया गया। क्षेत्र में लड़ाई ने वहां परमाणु ऊर्जा संयंत्र को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रॉसी मंगलवार को संयंत्र का निरीक्षण करने पहुंचे, लेकिन उन्होंने तत्काल कोई सार्वजनिक आकलन नहीं दिया।