महकाल नगरी उज्जैन से दिल्ली-मुंबई जाना होगा आसान, ‘फोरलेन हाईवे’ बनाने जा रही सरकार
उज्जैन मध्यप्रदेश वासियों को सरकार आने वाले दिनों में बड़ी राहत देने जा रही है। बता दें कि मध्यप्रदेश में पहला एक्सेस कंट्रोल फोर लेन उज्जैन-जावरा हाईवे बनाने का विचार शुरु हो चुका है। इसके लिए पांच हजार 17 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के लिए जल्द ही सर्वे कर भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू की […]
उज्जैन
मध्यप्रदेश वासियों को सरकार आने वाले दिनों में बड़ी राहत देने जा रही है। बता दें कि मध्यप्रदेश में पहला एक्सेस कंट्रोल फोर लेन उज्जैन-जावरा हाईवे बनाने का विचार शुरु हो चुका है। इसके लिए पांच हजार 17 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के लिए जल्द ही सर्वे कर भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इसके बनने से उज्जैन से दिल्ली-मुंबई की यात्रा मात्र 10 घंटे में पूरी हो जाएगी, वहीं हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से उज्जैन की कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा। साथ ही साथ 102 किलोमीटर लंबे एक्सेस कंट्रोल फोरलेन पर जगह-जगह अंडर पास (सब-वे) बनाए जाएंगे, यानी कहीं से भी कोई वाहन इस मार्ग पर नहीं आ सकेंगे।
सिंहस्थ आने-जाने वाले लोगों को होगी आसानी
उज्जैन-जावरा हाईवे बनने से सिंहस्थ आने-जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। बताया जा रहा है कि इस सड़क का निर्माण इस तरीके से किया जाएगा कि आने वाले समय में इसे आठ लेन किया जा सके। 10 मीटर चौड़े इस सड़क मार्ग को पेव्हड शोल्डर ग्रीनफील्ड फोर लेन हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (एचएएम) पर बनाया जाएगा, सड़क किनारे ब्लॉक लगाए जाएंगे। मार्ग पर सात बड़े पुल, 26 छोटे पुल, 270 पुलिया, पांच फ्लाई ओवर, दो रेलवे ओवरब्रिज बनाए जाएंगे।
औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी
दिल्ली-मुंबई सुपर एक्सप्रेस-वे को पीथमपुर से जोड़ने से इस सड़क से औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी। 102 किमी लंबे एक्सेस कंट्रोल फोर लेन में जगह-जगह अंडर पास (सबवे) होंगे, यानी इस रूट पर कहीं से भी कोई वाहन प्रवेश नहीं कर सकेगा। इससे दुर्घटनाओं का खतरा कम हो जाएगा.
5,17 करोड़ का प्रोजेक्ट
कुल रु. 5,017 करोड़ की इस परियोजना के लिए सर्वे के बाद जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. भविष्य में इस सड़क को आठ लेन बनाया जायेगा. इस 10 मीटर चौड़े रोड पेव्ड शोल्डर का निर्माण ग्रीनफील्ड फोर-लेन हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल (एचएएम) पर किया जाएगा, जिसका मतलब है कि सड़क के किनारे ब्लॉक लगाए जाएंगे। मार्ग पर सात बड़े पुल, 26 छोटे पुल, 270 पुलिया, पांच फ्लाईओवर और दो रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा।
गरोठ में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का जंक्शन होगा।
देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मुंबई आठ-लेन एक्सप्रेसवे, मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र से होकर गुजरता है।
एक्सप्रेसवे राज्य के तीन जिलों – 102 किमी मंदसौर, 90 किमी रतलाम और 52 किमी झाबुआ से होकर गुजरेगा।
मध्य प्रदेश के इन तीन जिलों में एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 245 किमी है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1,350 किमी है.
‘गरोठ’ होगा जंक्शन
एमपी के इन तीन जिलों में एक्सप्रेस-वे की लंबाई कुल 245 किमी है। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1,350 किमी है।
एमपी के मालवा क्षेत्र से देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे दिल्ली-मुंबई आठ लेन एक्सप्रेस-वे गुजर रहा है।
यह एक्सप्रेस-वे प्रदेश के तीन जिलों 102 किलाेमीटर मंदौसोर, 90 किलोमीटर रतलाम और 52 किलोमीटर का सड़क मार्ग झाबुआ से गुजरेगा।