इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की भारत यात्रा: 25&26 जनवरी को होंगे प्रमुख कार्यक्रम

हर साल हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। लेकिन बहुत से लोगों को शायद नहीं पता हो कि 26 जनवरी को क्या हुआ था। यह भी सवाल मन में आता होगा कि हम 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान को औपचारिक रूप से अपनाया गया था, और उस घटना को गणतंत्र दिवस क रूप में मनाया जाता है। 1947 में ब्रिटिश राज से मुक्त हो गया था, लेकिन 26 जनवरी 1950 तक भारतीय संविधान प्रभावी नहीं हुआ, जिससे भारत एक संप्रभु राज्य बन गया और एक गणतंत्र के रूप में स्थापित हो गया। गणतंत्र दिवस पर पहले मुख्य अतिथि कौन थे? साल 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो मुख्य अतिथि बने थे। उस वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उनका भव्य स्वागत किया था। इसके बाद ये सिलसिला आज तक जारी है। बता दें कि इस दिन इरविन स्टेडियम में परेड आयोजित की गई थी। वहीं इस दिन नेवी, आर्मी, और एयरफ़ोर्स के जवानों ने धुनें बजाई थीं। इस दिन लाखों भारतीय लोगों ने हिस्सा लिया था। वहीं इस दिन झंडा फहराने के बाद तोपों की सलामी भी दी गई थी। तब से लेकर  आजतक यह परंपरा ऐसे ही निभाई जाती है।   इस बार कौन होगा गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि?  इस बार भी गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भारत के मुख्य अतिथि होंगे। गणतंत्र दिवस 2025 के खास मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो को भारत ने अपना मुख्य अतिथि बनाया है। प्रबोवो सुबियांतो राजकीय मेहमान होंगे। सन 1950 के बाद यह चौथा अवसर होगा जब इंडोनेशिया का राष्ट्रपति भारत में गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आ रहा है। जानकारी के अनुसार वह 25 और 26 जनवरी को भारत में दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि यह भारत के लिए बेहद खास मौका है। सुबियांतो की यह पहली भारत यात्रा है। विदेश मंत्रालय की ओर से आए बयान के अनुसार भारत और इंडोनेशिया के बीच काफी पुराना रिश्ता है।

Jan 23, 2025 - 18:00
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इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की भारत यात्रा: 25&26 जनवरी को होंगे प्रमुख कार्यक्रम

हर साल हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। लेकिन बहुत से लोगों को शायद नहीं पता हो कि 26 जनवरी को क्या हुआ था। यह भी सवाल मन में आता होगा कि हम 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान को औपचारिक रूप से अपनाया गया था, और उस घटना को गणतंत्र दिवस क रूप में मनाया जाता है। 1947 में ब्रिटिश राज से मुक्त हो गया था, लेकिन 26 जनवरी 1950 तक भारतीय संविधान प्रभावी नहीं हुआ, जिससे भारत एक संप्रभु राज्य बन गया और एक गणतंत्र के रूप में स्थापित हो गया।

गणतंत्र दिवस पर पहले मुख्य अतिथि कौन थे?

साल 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो मुख्य अतिथि बने थे। उस वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उनका भव्य स्वागत किया था। इसके बाद ये सिलसिला आज तक जारी है। बता दें कि इस दिन इरविन स्टेडियम में परेड आयोजित की गई थी।
वहीं इस दिन नेवी, आर्मी, और एयरफ़ोर्स के जवानों ने धुनें बजाई थीं। इस दिन लाखों भारतीय लोगों ने हिस्सा लिया था। वहीं इस दिन झंडा फहराने के बाद तोपों की सलामी भी दी गई थी। तब से लेकर  आजतक यह परंपरा ऐसे ही निभाई जाती है।
 
इस बार कौन होगा गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि?
 इस बार भी गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भारत के मुख्य अतिथि होंगे। गणतंत्र दिवस 2025 के खास मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो को भारत ने अपना मुख्य अतिथि बनाया है। प्रबोवो सुबियांतो राजकीय मेहमान होंगे। सन 1950 के बाद यह चौथा अवसर होगा जब इंडोनेशिया का राष्ट्रपति भारत में गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आ रहा है।

जानकारी के अनुसार वह 25 और 26 जनवरी को भारत में दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि यह भारत के लिए बेहद खास मौका है। सुबियांतो की यह पहली भारत यात्रा है। विदेश मंत्रालय की ओर से आए बयान के अनुसार भारत और इंडोनेशिया के बीच काफी पुराना रिश्ता है।

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