राजस्थान-भीलवाड़ा में गौवंश को बचाने बस और ट्रेलर भिड़े, 55 यात्री बाल-बाल बचे
भीलवाड़ा. भीलवाड़ा जिले के बिजौलियां थाना क्षेत्र में बीती मध्य रात्रि एक बड़ा हादसा हुआ। एक ट्रैवल बस और ट्रेलर की जोरदार टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में बस का कंडक्टर गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि बस में सवार 55 यात्री बाल-बाल बच गए। हादसे में बस का चालक केबिन पूरी तरह से […]
भीलवाड़ा.
भीलवाड़ा जिले के बिजौलियां थाना क्षेत्र में बीती मध्य रात्रि एक बड़ा हादसा हुआ। एक ट्रैवल बस और ट्रेलर की जोरदार टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में बस का कंडक्टर गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि बस में सवार 55 यात्री बाल-बाल बच गए। हादसे में बस का चालक केबिन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
हादसा तब हुआ जब अहमदाबाद से कानपुर वाया कोटा जा रही स्लीपर बस, सड़क पर बैठे हुए एक गौवंश को बचाने की कोशिश में हाईवे पर खड़े एक ट्रेलर से टकरा गई। इस क्षेत्र में सड़कों पर आवारा पशुओं के कारण पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हेड कॉन्स्टेबल हरिसिंह के अनुसार, यह हादसा बिजौलियां के नला का माताजी के पास मध्य रात करीब डेढ़ बजे हुआ। जब बस नला का माताजी मंदिर के सामने पहुंची, उसी समय डिवाइडर कूद कर एक गौवंश अचानक बस के सामने आ गया। बस के चालक ने गौवंश को बचाने की कोशिश की, जिसके कारण बस असंतुलित होकर हाईवे किनारे खड़े बजरी से भरे ट्रेलर से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस के चालक केबिन के परखच्चे उड़ गए और वहां बैठे परिचालक, 25 वर्षीय दीपक शर्मा, गंभीर रूप से घायल हो गए। दीपक की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे तुरंत कोटा रेफर कर दिया गया। सौभाग्यवश, बस में सवार अन्य यात्रियों को कोई चोट नहीं आई। हादसे के बाद, सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और उन्हें दूसरी बस के जरिए उनके गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर से सड़कों पर आवारा पशुओं की समस्या को उजागर किया है, जो अक्सर गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बनती है। प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि सड़कों पर यात्रा कर रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।