दमोह जिला अस्पताल के कर्मचारियों का अब होगा पुलिस वेरिफिकेशन
दमोह जिला अस्पताल से दो दिन पहले बच्चा चोरी होने एवं उसके पूर्व प्रसूता महिलाओं की मौत की घटनाओं के बाद अब जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार कराया जा रहा है। इसको लेकर कलेक्टर ने निर्देश जारी किए हैं। अस्पताल के कार्यरत कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन होने के साथ ही पुराने सुरक्षा गार्ड को […]
दमोह
जिला अस्पताल से दो दिन पहले बच्चा चोरी होने एवं उसके पूर्व प्रसूता महिलाओं की मौत की घटनाओं के बाद अब जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार कराया जा रहा है। इसको लेकर कलेक्टर ने निर्देश जारी किए हैं। अस्पताल के कार्यरत कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन होने के साथ ही पुराने सुरक्षा गार्ड को हटाया जाएगा। वहीं जिस महिला लक्ष्मी सेन ने चार दिन की बच्ची को चोरी किया था उस पर मामला दर्ज होने के बाद नोटिस पर छोड़ दिया गया है।
यह होंगे नए नियम
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने दमोह एसडीएम, सीएसपी और सीएमएचओ को निर्देशित किया है कि सभी संबंधित अधिकारी सप्ताह में कम से कम एक बार जिला अस्पताल का संयुक्त निरीक्षण करें। व्यवस्थाओं की कड़ी मॉनीटरिंग की जाए। उन्होंने कहा पुलिस विभाग द्वारा जिला अस्पताल परिसर में डॉक्टर्स एवं पैरामेडीकल स्टाफ एवं परिसर की सुरक्षा को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल उपलब्ध हो।
मरीज के साथ रहेगा एक परिजन
कलेक्टर ने कहा कि मरीज के साथ आने वाले परिजन में से वार्ड में केवल एक परिजन को प्रवेश देने की अनुमति की व्यवस्था रहेगी। बच्चा चोरी होने की घटना अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर लापरवाही है। इसलिए जिला अस्पताल में लंबे समय से कार्य कर रहे सभी सुरक्षा कर्मियों को तत्काल प्रभाव से बदला जाए और सुरक्षा एजेंसी के विरुद्ध कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देशित किया नगर पालिका के सहयोग से अस्पताल परिसर में निर्मित आश्रय केंद्र का संचालन आगामी 15 दिन में पुनः प्रारंभ कराया जाए। आश्रय केंद्र के संचालन के लिए एक अलग नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए।
पर्याप्त रोशनी, भोजन व्यवस्था की जाए
कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था के लिए शारीरिक दक्षता और क्षमता के सुरक्षाकर्मी ही लगाए जाएं। सभी नए सुरक्षा कर्मियों का पुलिस वेरिफिकेशन एवं पुलिस अधिकारियों के माध्यम से उनकी ब्रीफिंग कराई जाए। जिला अस्पताल में काम कर रही सभी आउट सोर्सिंग, निजी एजेंसियों, पार्किंग व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, भोजन व्यवस्था, कैंटीन व्यवस्था, सफाई व्यवस्था, मेंटेनेंस व्यवस्था आदि में कार्यरत सभी कर्मियों का पुलिस वेरीफिकेशन कराया जाए। उन्होंने सिविल सर्जन से कहा बिजली विभाग एवं नगर पालिका के साथ संयुक्त रूप से भ्रमण कर जिला अस्पताल परिसर में सभी प्रमुख स्थानों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था तत्काल की जाए।
जिला अस्पताल परिसर में जितने भी सीसीटीवी कैमरे संचालित हो रहे हैं, उनका परीक्षण करा लिया जाए और इस बात का सत्यापन करा लिया जाए कि वे सभी चालू एवं सही हालत में हैं। जिला पुलिस के सहयोग से सीसीटीवी लोकेशन का संयुक्त निरीक्षण किया जाए।
बच्चा चोरी करने वाली महिला की होगी काउंसलिंग
29 अगस्त को जिला अस्पताल एमसीएच बिल्डिंग से पथरिया थाना क्षेत्र के उमराव गांव निवासी वर्षा गौंड की 4 दिन की बच्ची चोरी हुई थी। जिसे देर रात पुलिस ने शहर के जटाशंकर कॉलोनी क्षेत्र से महिला लक्ष्मी सेन के पास से बरामद कर बच्ची को उसकी मां के सुपुर्द किया गया था। पुलिस ने बच्ची चोरी करने वाली महिला से पूछताछ की जिसमें पता चला कि उसकी चार संतानें खत्म हो गई हैं, पति की भी दो महीने पहले मौत होने से वह काफी सदमे हैं। साथ ही उसकी ननद ने सागर में आधा एकड़ जमीन हड़प ली है। महिला अब अपने भतीजे के यहां दमोह में आकर रह रही है। पुलिस ने बताया कि महिला को नोटिस पीरियड में छोड़ा गया है उसकी काउंसलिंग कराई जानी है।