कटनी में 6 साल के बेटे को गोली मारने के बाद पिता ने खुद पर पर दागी गोली , दोनों की मौत
कटनी कटनी में कोतवाली थाने की नई बस्ती में अपने ही छह वर्ष के बेटे को गोली मारी। फिर पत्नी को भी गोली मारी, लेकिन उसकी जानबच गई। मयंक अग्रहरी ने सुबह साढ़े दस बजे पिस्टल से पहले बच्चे और फिर खुद को मारी गोली। पत्नी को भी मारी गोली मारी लेकिन लगी नहीं और […]
कटनी
कटनी में कोतवाली थाने की नई बस्ती में अपने ही छह वर्ष के बेटे को गोली मारी। फिर पत्नी को भी गोली मारी, लेकिन उसकी जानबच गई। मयंक अग्रहरी ने सुबह साढ़े दस बजे पिस्टल से पहले बच्चे और फिर खुद को मारी गोली। पत्नी को भी मारी गोली मारी लेकिन लगी नहीं और उसने भागकर बचाई जान। मौके पर पहुंची पुलिस।
बेटे को खत्म करने के बाद सिर पर सनक सवार शख्स ने अपनी पत्नी को भी जान से मारने की कोशिश की। मगर इस बीच पत्नी ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई। पिता और बेटे की मौत मौके पर हो गई थी। जबकि पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ले ली अपनों की जान
यह घटना कटनी जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के जयप्रकाश वार्ड की है। यहां मयंक नाम का एक शख्स अपनी मां कुसुम रानी, पत्नी मानवी और बेटे शुभ के साथ रहता था। पिता किशोरी लाल का काफी समय पहले ही निधन हो चुका था। मयंक स्टाम्प वेंडर और प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था। मयंक ने बुधवार सुबह करीब साढ़े दस बजे देशी पिस्टल से पहले अपने 4 साल के बेटे शुभ की गोली मारी। इसके बाद पत्नी मानवी पर फायर की मगर गोली नहीं लगी। इसके बाद खुद की कनपटी पर पिस्टल से गोली मारकर सुसाइड कर लिया।
दरवाजा तोड़ निकाली लाशें
सूचना मिलने पर एएसपी संतोष डेहरिया और कोतवाली थाना प्रभारी आशीष कुमार शर्मा सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने दरवाजा काटकर दोनों शवों को बाहर निकाला और मर्ग कायम कर पीएम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। इसके साथ ही फोरेंसिक जांच भी कराई गई। गंभीर हालत में घायल पत्नी का इलाज जारी है।
पत्नी ने बताई सच्चाई
पत्नी मानवी से मिली जानकारी के अनुसार घर में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी। ना ही कभी ऐसा एहसास हुआ कि वह ऐसा करेगें। वो तो मुझसे और बेटे से बहुत प्यार करते थे। उनका किसी से विवाद भी नहीं था। दो सप्ताह पहले ही हम लोग खाटू श्याम जी के दर्शन करने गए थे। पूरा परिवार बहुत खुश था। मयंक अपने बेटे से बहुत प्यार करते थे। बेटा जब कभी बीमार हो जाता तो उसे कटनी की बजाय जबलपुर ले जाकर डॉक्टरों से जांच करवाते थे। फिलहाल पुलिस हत्या और आत्महत्या के पीछे की वजह जानने में जुटी हुई है।