छत्तीसगढ़-राजनांदगांव कलेक्टर के कहने पर स्कूल में शिक्षक मांगने गए थे बच्चे, DEO पर धमकाने और फटकारने का लगाया आरोप

राजनांदगांव. राजनांदगांव में शिक्षकों की कमी से जूझे रहे डोंगरगढ़ ब्लॉक के आलीवारा हायर सेकंडरी स्कूल के बच्चे मंगलवार को जिला कार्यालय पहुंच गए। बच्चों की चेतावनी भरा आवेदन देख जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने उन्हें फटकार लगा दी। आरोप है कि उन्हें जेल में डालने की धमकी तक दे डाली। डीईओ के व्यवहार से […]

छत्तीसगढ़-राजनांदगांव कलेक्टर के कहने पर स्कूल में शिक्षक मांगने गए थे बच्चे, DEO पर धमकाने और फटकारने का लगाया आरोप

राजनांदगांव.

राजनांदगांव में शिक्षकों की कमी से जूझे रहे डोंगरगढ़ ब्लॉक के आलीवारा हायर सेकंडरी स्कूल के बच्चे मंगलवार को जिला कार्यालय पहुंच गए। बच्चों की चेतावनी भरा आवेदन देख जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने उन्हें फटकार लगा दी। आरोप है कि उन्हें जेल में डालने की धमकी तक दे डाली। डीईओ के व्यवहार से नाराज बच्चे रोते हुए बाहर निकले, वहीं बच्चों का रोते हुए वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। डीईओ ने कहा की फटकार लगाने वाली बात गलत है मैंने बच्चों को समझाइस दी है।

शिक्षकों की मांग को लेकर कलेक्टर जनदर्शन में मंगलवार को पहुंचे बच्चे व पालकों ने बताया कि दो साल पहले आलीवारा में हायर सेकंडरी स्कूल का संचालन शुरू किया गया, लेकिन वहां शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। हाई स्कूल के शिक्षकों के भरोसे ही काम चल रहा है। उसमें भी एक शिक्षक लंबी छुट्टी में चले गए हैं। इससे पढ़ाई प्रभावित होता देख बोर्ड के विद्यार्थी और पालक शिक्षक की मांग को लेकर पहुंचे थे। कलेक्टर ने बच्चों की शिकायत सुनकर उन्हें डीईओ अभय जायसवाल के पास भेज दिया। बच्चे और पालक जब डीईओ के पास पहुंचे तो आवेदन कर डीईओ भड़क गए और फटकार लगाते हुए जेल में डालने की धमकी तक दे डाली। मिली जानकारी के मुताबिक बच्चों ने आवेदन में शिक्षक की मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन-प्रदर्शन करते हुए स्कूल में ताला जडऩे की चेतावनी जैसी बात लिखी थी। स्कूल से पहुंचे बच्चों ने बताया कि दो साल हाई स्कूल को हायर सेकेंडरी में अपग्रेड किया गया है, लेकिन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के लिए कोई शिक्षक नियुक्ति नहीं किए हैं। बच्चों ने बताया कि 11वीं कक्षा की पढ़ाई उन्होंने कर ली है,लेकिन अब उनका बोर्ड एग्जाम होना है,ऐसे में नियमित और विषय विशेषज्ञ शिक्षक ही बेहतर पढ़ा पाएंगे, तो वे शिक्षक की व्यवस्था नहीं होने पर आंदोलन करने और स्कूल में ताला जड़कर प्रदर्शन करने की बात आवेदन में लिखी थी। इसी लाइन से खफा डीईओ ने बच्चों से कहा कि ये सब लिखना कौन सिखाया। स्कूल में ताला जड़ोगे तो सीधे जेल भेज दिए जाओगे। डीईओ ने कहा की ऐसी बात नहीं है मैंने उन्हें समझाइश दी है स्कूल दूर है बच्चों द्वारा तालाबंदी और शिक्षकों की मांग की गई थी, शिक्षक की वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।