जम्मू-कश्मीर: कांग्रेस नेता ने पार्टी से की बगावत, उमर अब्दुल्ला के खिलाफ भरा नामांकन

श्रीनगर  जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने पार्टी को धता बताते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के खिलाफ गांदरबल विधानसभा क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया। कांग्रेस गांदरबल जिला अध्यक्ष साहिल फारूक ने दर्जनों युवा समर्थकों के साथ पर्चा भरा […]

जम्मू-कश्मीर: कांग्रेस नेता ने पार्टी से की बगावत, उमर अब्दुल्ला के खिलाफ भरा नामांकन

श्रीनगर
 जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने पार्टी को धता बताते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के खिलाफ गांदरबल विधानसभा क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया।

कांग्रेस गांदरबल जिला अध्यक्ष साहिल फारूक ने दर्जनों युवा समर्थकों के साथ पर्चा भरा और कहा कि बाहरी लोगों को समायोजित करने के लिए हमेशा गांदरबल जिले के हितों का बलिदान दिया गया है। साहिल ने कहा, “गांदरबल के लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए उम्मीदवारों को हवाई मार्ग से भेजा जाता है, लेकिन इस निर्वाचन क्षेत्र के युवाओं ने अब अपना राजनीतिक भाग्य किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं सौंपने का फैसला किया है।”

उमर अब्दुल्ला के खिलाफ खड़े होने का निर्णय नेकां और कांग्रेस के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन के खिलाफ है। जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस 52 और कांग्रेस 31 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दोनों पार्टियों ने दो सीटें – जम्मू संभाग और घाटी में एक-एक सीट – पैंथर्स पार्टी और माकपा के लिए छोड़ी हैं।

दोनों गठबंधन सहयोगी दल जम्मू संभाग में नगरोटा, डोडा, भद्रवाह और बनिहाल, तथा घाटी में सोपोर की पांच सीटों पर किसी समझौते पर नहीं पहुंच सके हैं। एनसी और कांग्रेस दोनों ‘दोस्ताना मुकाबले’ में इन सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे। साहिल फारूक की अवज्ञा दोनों पार्टियों के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन के मूड को प्रभावित कर सकती है। अगर साहिल अकेले ऐसे बागी होते हैं तो कांग्रेस उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर गठबंधन की रक्षा कर सकती है। अगर आने वाले दिनों में एनसी या कांग्रेस कैडर से ऐसे और मामले आते हैं, तो दोनों दलों के लिए समस्याएं बढ़ सकती हैं।