उज्जैन में महिला को शराब पिला सड़क पर ही रेप, वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप

उज्जैन मध्यप्रदेश के उज्जैन में सड़क किनारे रेप का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। वीडियो बुधवार शाम का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में एक युवक महिला से अश्लीलता करते हुए दिखाई दे रहा है। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई और […]

उज्जैन में महिला को शराब पिला सड़क पर ही रेप, वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप

उज्जैन

मध्यप्रदेश के उज्जैन में सड़क किनारे रेप का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। वीडियो बुधवार शाम का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में एक युवक महिला से अश्लीलता करते हुए दिखाई दे रहा है। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इस घटना के बाद पुलिस ने विस्तार से जानकारी दी है। पुलिस का कहना है कि युवक ने शादी का वादा कर महिला को शराब पिलाई और उसके बाद रेप किया फिर धमकी देकर फरार हो गया। वीडियो संज्ञान में आने के बाद पीड़ित महिला को थाने लाया गया, जहां शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया। पीड़ित महिला ने बताया की युवक शराब की दुकान के पास मिला था और शादी का लालच दिया फिर उसके रेप किया और  धमकी देकर फरार हो गया। महिला का बयान दर्ज कर उसको मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल रवाना किया गया।

इस घटना पर कोतवाली सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा ने बताया कि उज्जैन के कोयला फाटक की शराब की दुकान के पास रेप की घटना का एक वीडियो मिला था। इस वीडियो पर संज्ञान लेकर महिला को थाने लाया गया और महिला की शिकायत पर तुरंत कार्यवाही कर आरोपी को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने महिला को शराब पीला कर शादी का झांसा दिया था और कहा था कि हमेशा साथ रहूँगा। लेकिन युवक रेप करने के बाद धमकी देकर वहां से भाग गया। उन्होंने कहा कि यह काफी गंभीर घटना थी। पीड़िता की शिकायत के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

वायरल वीडियो पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का रिएक्शन भी सामने आया है। उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, "धर्म नगरी उज्जैन एक बार फिर कलंकित हुई है। इस बार भी काला टीका कानून-व्यवस्था के माथे पर ही लगा है। यदि मुख्यमंत्री के गृह नगर के यह हाल है तो बाकी प्रदेश के हालात आसानी से समझ जा सकते हैं। दलित और आदिवासी महिलाओं के साथ लगातार हो रहे अत्याचार को भी महसूस किया जा सकता है।"