कोयला खदान क्षेत्र में बहे अधिकारी की तलाश जारी
कोयला खदान क्षेत्र में बहे अधिकारी की तलाश जारी -5 अन्य ने जैसे-तैसे अपनी बचाई जान -पानी निकासी के ह्यूमन पाइप में मलवा जाम कोरबा कोरबा जिले की कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट में एक बड़ी घटना हो गई है जिसमें फेस का निरीक्षण करने पहुंचे 6 अधिकारियों में से एक अधिकारी पानी के बहाव में बह […]
कोयला खदान क्षेत्र में बहे अधिकारी की तलाश जारी
-5 अन्य ने जैसे-तैसे अपनी बचाई जान
-पानी निकासी के ह्यूमन पाइप में मलवा जाम
कोरबा
कोरबा जिले की कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट में एक बड़ी घटना हो गई है जिसमें फेस का निरीक्षण करने पहुंचे 6 अधिकारियों में से एक अधिकारी पानी के बहाव में बह गया। उसकी तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार यहां ओव्हर बर्डन का काम गोदावरी नामक निजी कंपनी को दिया गया है। बरसात में ओव्हर बर्डन का काम निरीक्षण के लिए 6 अधिकारी 27 जुलाई दोपहर लगभग 3 बजे गोदावरी फेस पर गए थे। इनमें सीनियर अंडर मैनेजर पदस्थ गोदावरी फेस इंचार्ज जितेन्द्र नागरकर भी शामिल रहे। निरीक्षण के दौरान एकाएक बारिश शुरू हो गई तो इससे बचने के लिए सभी 6 अधिकारी गुमटी में चले गए।
करीब 4.30 बजे तक यहां वे रुके रहे लेकिन बारिश थमने का नाम नहीं ले रही थी। इस बीच सभी अधिकारियों ने किसी तरह यहां से निकलने की सोची। तब तक तेज बारिश के कारण खदान क्षेत्र में ऊपरी पानी का बहाव और दबाव बढऩे लगा था। खदान के ओल्ड केट फेस में भारी पानी आने की वजह से मिट्टी बहने लगी।
इधर किनारे-किनारे चट्टानों का सहारा लेकर निकलने की जुगत में 4 अधिकारी तो सकुशल वहां से बाहर आ गए लेकिन जितेन्द्र नागरकर व एक अन्य अधिकारी बहने लगे। एक अधिकारी ने तो किसी तरह चट्टान को पकडक़र अपनी जान बचा ली लेकिन नागरकर पानी और मिट्टी के बहाव में तेजी से बह गए। इसकी जानकारी सुरक्षित बचे अधिकारियों ने तत्काल एसईसीएल के अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया और आनन-फानन में यहां रेस्क्यू टीम पहुंची।
राज्य आपदा प्रबंधन (एसडीआरएफ) की टीम को भी सूचना दी गई जो घटनास्थल पर पहुंची। मौके पर कुसमुंडा महाप्रबंधक राजीव सिंह सहित अन्य अधिकारी व गोदावरी कंपनी के लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। बताया जा रहा हैं की पिछले दो दिनों में कोरबा सहित पूरे राज्य में भारी बारिश हुई है। खदान में एक साथ भारी मात्रा में बारिश होने के कारण, पानी की निकासी के हयूम पाइप्स में मलबा जमा हो गया जिसके कारण पानी ओवरफ़्लो होने से यह घटना हुई है। निरीक्षण करने गए इन अधिकारियो को इस बात का अंदेशा ही नहीं था की यहां पानी का ओवरफ्लो होगा।