बिहार-सहरसा में पेट्रोल सप्लाई रोकने से कर्ज में डूबा पंप संचालक, कर्जदारों से तंग आकर दी जान
सहरसा. सहरसा में पेट्रोल पंप संचालक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घटना सदर थाना क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ले की है। मृतक की पहचान बैजनाथपुर तीरी के बीच पेट्रोल पंप चलाने वाले रविन्द्र सिंह के पुत्र नीरज कुमार के रूप में हुई है। घटना के बाद परिजन उसे अस्पताल ले गये, जहां चिकित्सक ने उसे […]
सहरसा.
सहरसा में पेट्रोल पंप संचालक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घटना सदर थाना क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ले की है। मृतक की पहचान बैजनाथपुर तीरी के बीच पेट्रोल पंप चलाने वाले रविन्द्र सिंह के पुत्र नीरज कुमार के रूप में हुई है। घटना के बाद परिजन उसे अस्पताल ले गये, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसी दौरान किसी ने मामले की जानकारी पुलिस को दे दी। सूचना पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है।
घटना के संबंध में परिजन कुछ भी नहीं कह रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पेट्रोल पंप में कंपनी का भी कुछ बकाया होने के कारण कंपनी ने तेल देना बंद कर दिया था। ऊपर से कुछ लोगों का कर्ज भी था। कर्ज देने वाले कर्ज की रकम वापस करने का दवाब बना रहे थे, जिस वजह से नीरज काफी डिप्रेशन में था। इसी वजह से उसने आत्महत्या कर ली। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच में जुट गई।
सुसाइड नोट में लिखे हैं कई नाम
घटना के संबंध में सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार का कहना है कि जांच के दौरान पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें पेट्रोल पंप बंद होने और फिर कर्ज से परेशान रहने की चर्चा है। नोट में दो तीन लोगों के नाम भी हैं, जिस पर उनसे लिए गए कर्ज को वापस करने का दबाव बनाया जाना लिखा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नीरज काफी हंसमुख और मिलनसार था। कुछ साल पहले तक पेट्रोल पंप की स्थिति काफी अच्छी थी। अचानक पंप की बिक्री में गिरावट होने लगी और धीरे-धीरे वह कर्ज में डूबते चला गया। लोगों ने यह भी बताया कि कुछ साल पहले पंप पर लूट भी हुई थी। पेट्रोल पंप में कंपनी का बकाया होने के कारण कंपनी ने तेल देना बंद कर दिया था। ऊपर से कुछ लोगो का कर्ज था। कर्ज के कारण लोग वापस करने का भी दवाब बना रहा था, जिससे वह काफी डिप्रेशन में था। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि परिजन के आवेदन का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस हरेक बिंदुओ पर छानबीन कर रही है। इधर परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है।