राजस्थान-कांग्रेस में गहलोत की सेहत के पोस्ट से अंदरुनी सोशल मीडिया जंग, खाचरियावास के जवाब से बढ़ी सुगबुगाहट
जयपुर. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खुद के सेहत से जुड़े पोस्ट ने पार्टी के भीतर एक नई सुगबुगाहट छेड़ दी है। इस पोस्ट पर पूर्व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने लिखा कि आपकी ज़िंदादिली और लोकप्रियता राजस्थान व देश में बरकरार है सर, आपके नेतृत्व में राजस्थान ने बहुत तरक्की की थी व […]
जयपुर.
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खुद के सेहत से जुड़े पोस्ट ने पार्टी के भीतर एक नई सुगबुगाहट छेड़ दी है। इस पोस्ट पर पूर्व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने लिखा कि आपकी ज़िंदादिली और लोकप्रियता राजस्थान व देश में बरकरार है सर, आपके नेतृत्व में राजस्थान ने बहुत तरक्की की थी व आगे करेगा।
मौका था 6 सितंबर जब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी सेहत से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए सोशल मीडिया x पर लिखा कि करीब 3 महीने से भी अधिक समय से L3-L4 में स्लिप डिस्क से पीड़ित होने के कारण मैं घर पर ही स्वास्थ्य लाभ एवं चिकित्सकीय परामर्श ले रहा था। पहले जयपुर, कल मुंबई एवं आज कोयम्बटूर जाकर मैंने अपनी चिकित्सकीय जांच करवाई। अब मैं स्वस्थ हूं। इस बीच आप सभी की चिंताओं का मुझे अहसास रहा। शुभकामनाओं के लिए आपका धन्यवाद। इसके जवाब में प्रताप सिंह खाचरियावास ने लिखा कि आपकी ज़िंदादिली और लोकप्रियता राजस्थान व देश में बरकरार है सर, आपके नेतृत्व में राजस्थान ने बहुत तरक्की की थी व करेगा। समान्य से दिखने वाले संदेश ने राजस्थान की कांग्रेस पार्टी में बड़ी हलचल पैदा कर दी है। यह ट्वीट ना सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भूतकाल को दर्शाता है, ब्लकि इस ट्वीट के माध्यम से प्रताप सिंह खाचरियावास ने भविष्य का भी मानो एलान कर दिया है।
यह सोशल मीडिया का पोस्ट दोनों नेताओं के द्वार 6 सितंबर को किया गया है, जबकि कांग्रेस के ही बड़े नेताओं में शामिल सचिन पायलट का जन्मदिन 7 सितंबर को आता है और प्रदेश के एनएसयूआई कांग्रेस के युवा नेता और कांग्रेस से जुड़े कई अन्य संघठन पायलट का जन्मदिन मनाने की तैयारियों में जुटे हुए थे। शाम 5:14 पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पोस्ट आता है, जिसमें वो अपनी सेहत का हवाला देते हुए अपने स्वस्थ होने की बात करते है और वापसी का संदेश जो कि लिखा नहीं गया पर आसानी से समझा जा सकता है। 6 की शाम को ही 5:36 पर पूर्व मंत्री प्रताप सिंह इस पर अपनी राय लिखकर पोस्ट कर देते हैं। प्रताप सिंह के संदेश को ठीक से पढ़ा जाए तो महसूस होता है कि (करेंगे) शब्द को बड़ी ही सोच विचार के बाद जोड़ा गया है। अपनी निष्ठा का संदेश देने का प्रयास किया गया है।