गोल्ड ईटीएफ में बढ़ा निवेश, लगातार चौथे महीने इजाफा
नई दिल्ली अगस्त के महीने में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में एक बार फिर तेजी दर्ज की गई है। इस दौरान गोल्ड ईटीएफ में 29 टन का अतिरिक्त निवेश हुआ है। इस अतिरिक्त निवेश की वजह से अगस्त के महीने में गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग बढ़ कर 3,182 टन हो गई है। ये लगातार […]
नई दिल्ली
अगस्त के महीने में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में एक बार फिर तेजी दर्ज की गई है। इस दौरान गोल्ड ईटीएफ में 29 टन का अतिरिक्त निवेश हुआ है। इस अतिरिक्त निवेश की वजह से अगस्त के महीने में गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग बढ़ कर 3,182 टन हो गई है। ये लगातार चौथा महीना है, जब निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में अपना निवेश बढ़ाया है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ अमेरिका और यूरोप में गोल्ड ईटीएफ में निवेश सबसे अधिक बढ़ा है। इसमें निवेश बढ़ने की वजह से इंटरनेशनल गोल्ड मार्केट में भी सोने की कीमत में तेजी आई है। सोना लगातार तीसरे हफ्ते 2,500 डॉलर प्रति ऑन्स के स्तर के ऊपर कारोबार कर रहा है। इंटरनेशनल गोल्ड मार्केट में सोने के भाव में तेजी आने की वजह से देश के सर्राफा बाजारों में भी सोना 73 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के करीब पहुंच कर कारोबार कर रहा है।
सोने की तरह ही चांदी में भी लगातार तेजी बनी हुई है। पिछले सप्ताह चांदी 29 डॉलर के स्तर को पार कर गया। चांदी के भाव में आई तेजी के कारण मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर भी सोने के भाव में तेजी बनी हुई है। पिछले हफ्ते एमसीएक्स पर चांदी का भाव करीब 4 प्रतिशत तक चढ़ गया।
बुलियन मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन के मुताबिक गोल्ड ईटीएफ में लगातार निवेश बढ़ने के पीछे एक बड़ी वजह डॉलर इंडेक्स में आई गिरावट भी है। गिरते डॉलर के कारण भी सोने को सपोर्ट मिल रहा है। इसके साथ ही मिडिल ईस्ट में जारी तनाव और यूक्रेन-रूस जंग की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग में तेजी आई है। इसी तरह सोलर इंडस्ट्री और इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री के कारोबार में तेजी आने की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी की मांग में भी बढ़ोतरी हुई है। इस वजह से गोल्ड ईटीएफ के प्रति दुनिया भर के निवेशकों का रुझान बढ़ा है।
मयंक मोहन के मुताबिक अगले सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को लेकर फैसला करने वाला है। ब्याज दरों के संबंध में फैसला आने के बाद इंटरनेशनल गोल्ड मार्केट की चाल में भी बदलाव आ सकता है, जिसका असर गोल्ड ईटीएफ में होने वाले निवेश पर भी पड़ेगा।