राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं तो देश के खिलाफ बोलते : उपमुख्यमंत्री पाठक

शाहजहांपुर शाहजहांपुर में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को भावलखेड़ा की चक विटारा सीएचसी का निरीक्षण किया। इसके बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में चीन की तारीफ की, इसको लेकर पूछे गए सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी की यह पुरानी आदत है। […]

राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं तो देश के खिलाफ बोलते : उपमुख्यमंत्री पाठक

शाहजहांपुर

शाहजहांपुर में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को भावलखेड़ा की चक विटारा सीएचसी का निरीक्षण किया। इसके बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में चीन की तारीफ की, इसको लेकर पूछे गए सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी की यह पुरानी आदत है। जब भी विदेश जाते हैं तो देश के खिलाफ बोलते हैं। देश और प्रदेश की जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद संचारी रोगों से निपटने और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए निर्देशित किया गया है। इससे पहले उन्होंने सीएचसी में मरीजों से मिलकर स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली।

एंबुलेंस को दिखाई हरी झंडी
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक बुधवार को विनोबा भावे की जयंती के मौके पर यहां पहुंचे थे। उन्होंने विनोबा भावे आश्रम में एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस एंबुलेंस को आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए राज्यपाल आनंदी बेन द्वारा आश्रम को प्रदान किया गया है।

रामहरि समागम को किया संबोधित
विनोबा भावे आश्रम में आयोजित रामहरि समागम में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में अनेक ऐसे संत हुए हैं, जिन्होंने साधारण वस्त्र धारण कर अपना पूरा जीवन भारत माता के चरणों में न्योछावर कर दिया। ऐसे ही संत आचार्य विनोबा भावे थे, जो महात्मा गांधी के साथ आजादी की लड़ाई में कंधे से कंधे मिलाकर चले थे।

विनोबा भावे ने किया था भू-दान का आह्वान
ब्रजेश पाठक ने कहा कि आजादी के बाद विनोबा भावे को चिंता थी कि निर्धन भूमिहीनों का परिवार कैसे पालन होगा। तब उन्होंने पदयात्रा निकाल कर जमींदारों और राजाओं से भू-दान करने का आह्वान किया। उनके आंदोलन से जुड़कर बड़ी संख्या में लोगों ने जमीन को दान कर दिया।