जिला अस्पताल के अंदर भरा पानी, SDERF की टीम ने नाव के सहारे चार प्रसूता को निकाला
दमोह दमोह जिले में मूसलाधार बारिश के कारण चारों ओर पानी भर गया है, जिससे नदियाँ उफान पर हैं। हालात इतने खराब हो गए कि अस्पताल भी पानी से घिर गया। बुधवार को दमोह के बांदकपुर में भारी बारिश के चलते स्वास्थ्य केंद्र के चारों ओर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। इस दौरान अस्पताल में […]
दमोह
दमोह जिले में मूसलाधार बारिश के कारण चारों ओर पानी भर गया है, जिससे नदियाँ उफान पर हैं। हालात इतने खराब हो गए कि अस्पताल भी पानी से घिर गया। बुधवार को दमोह के बांदकपुर में भारी बारिश के चलते स्वास्थ्य केंद्र के चारों ओर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। इस दौरान अस्पताल में भर्ती जच्चा-बच्चा को बाहर निकालने के लिए एसडीईआरएफ (SDERF) की मदद लेनी पड़ी। नाव के सहारे चार प्रसूताओं को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इनमें से दो महिलाओं को जिला अस्पताल भेजा गया, जबकि दो को घर भेजा गया।
बाढ़ से घिरा अस्पताल
बांदकपुर निवासी अनिल कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि मंगलवार शाम उनकी पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया था। रातभर की झमाझम बारिश के बाद बुधवार सुबह अस्पताल के चारों ओर बाढ़ का पानी भर गया, जिससे अस्पताल पूरी तरह से घिर गया। सुबह अस्पताल में पांच फीट तक पानी भर गया था, और अंदर प्रसूता महिलाएं फंसी हुई थीं। पुलिस ने सभी को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन पानी अधिक होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया। इसके बाद एसडीईआरएफ की टीम ने नाव के सहारे महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाला। स्थानीय युवा शंकर गौतम ने बताया कि बांदकपुर अस्पताल के चारों ओर बाढ़ का पानी भर गया था और चार प्रसूता महिलाएं अंदर फंसी हुई थीं। एसडीआरएफ की टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से नाव के सहारे सभी को बाहर निकाला।
कलेक्टर के निर्देश पर राहत कार्य
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने गुरुवार और शुक्रवार को भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए जिले के सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्र बंद रखने के निर्देश दिए हैं। मौके पर 108 और जननी वाहन भेजे गए, जबकि तहसीलदार रघुनंदन चतुर्वेदी, बांदकपुर चौकी प्रभारी राजेंद्र मिश्रा, आरआई-पटवारी, ग्राम पंचायत सचिव, और अन्य ग्रामीणों का भी सहयोग इस राहत कार्य में महत्वपूर्ण रहा।