उज्जैन में महाकाल मंदिर के निर्माण कार्य पूरा होने से भक्तों को मिलेगी सुविधा, जानें कब पूरे होंगे काम
उज्जैन उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने संकुल भवन में महाकाल लोक के कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने निर्माण कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करने करने के निर्देश दिए. समीक्षा बैठक में स्मार्ट सिटी उज्जैन और उज्जैन शहरी विकास प्राधिकरण के पदाधिकारी शामिल थे. गौरतलब है कि रुद्रसागर के बीच बनने वाला पैदल पुल […]
उज्जैन
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने संकुल भवन में महाकाल लोक के कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने निर्माण कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करने करने के निर्देश दिए. समीक्षा बैठक में स्मार्ट सिटी उज्जैन और उज्जैन शहरी विकास प्राधिकरण के पदाधिकारी शामिल थे. गौरतलब है कि रुद्रसागर के बीच बनने वाला पैदल पुल का काम 25 करोड़ की लागत से 80 फीसद पूरा हो चुका है. अभी पुल के फ्लोरिंग का काम किया जाना बाकी है.
पैदल पुल के निर्माण की डेडलाइन 30 नवंबर 2024 निर्धारित है. इसी तरह 16.10 करोड़ की लागत से रुद्रसागर शिखर दर्शन का 99 फीसद कार्य पूरा कर लिया गया है. महाकालेश्वर मंदिर में 7.53 करोड़ की लागत से इमरजेंसी एंट्री और एग्जिट का 90 प्रतिशत काम भी पूरा हो चुका है. 10 फीसद काम पूरा करने की अवधि 30 सितंबर निर्धारित है. कलेक्टर ने बैठक में महाकालेश्वर मंदिर में सड़कों के चौड़ीकरण और निर्माण की भी जानकारी ली.
महाकालेश्वर मंदिर के निर्माण कार्यों की कलेक्टर ने की समीक्षा
निर्माण कार्य पूरा हो जाने से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलने वाली है. महाकाल लोक में लाइट एंड शो प्रोजेक्ट का काम भी जोर शोर से चल रहा है. पर्यटन विभाग के साथ कलेक्टर ने अलग से बैठक करने को कहा. बैठक में 9.3 करोड़ की लागत से त्रिवेणी म्यूजियम एक्सटेंशन वर्क की भी समीक्षा की गई. कलेक्टर ने कालभैरव और सिद्धवट टेंपल पर प्रस्तावित कार्यों को भी तय समय में पूर्ण करने के निर्देश दिए.
बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है. उज्जैन में देश के विभिन्न इलाकों से लोग सालों भर दर्शन पूजन करने पहुंचते हैं. महाकालेश्वर मंदिर के निर्माण कार्य पूरा होने से श्रद्धालुओं को बड़ी सुविधा मिलेगी.