महू गैंगरेप केस में पुलिस ने अब तक 3 आरोपितों को किया है गिरफ्तार
इंदौर इंदौर जिले के महू में प्रशिक्षु सैन्य अधिकारी को बंधक बनाकर उनकी महिला मित्र के साथ सामूहिक दुष्कर्म के सभी छह आरोपितों की पुलिस ने पहचान कर ली है। बुधवार को पकड़े गए दो आरोपितों अनिल बारोर और पवन बंसूनिया को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने पांच दिनों की रिमांड पर […]
इंदौर
इंदौर जिले के महू में प्रशिक्षु सैन्य अधिकारी को बंधक बनाकर उनकी महिला मित्र के साथ सामूहिक दुष्कर्म के सभी छह आरोपितों की पुलिस ने पहचान कर ली है। बुधवार को पकड़े गए दो आरोपितों अनिल बारोर और पवन बंसूनिया को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने पांच दिनों की रिमांड पर लिया है। तीसरे आरोपित रितेश भाभर को भी मानपुर के जंगल से गिरफ्तार कर लिया गया है।
तीनों आरोपितों पर पूर्व में भी कई गंभीर अपराध दर्ज हैं। अब तीन अन्य फरार आरोपितों रोहित गिरवाल, संदीप सिंह वारिया और सचिन मकवाना पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। वहीं, इस घटना को लेकर राजनीति भी गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मप्र में महिलाओं सुरक्षा पर सवाल उठाया।
फर्जी घटना की फैली अफवाह
घटनाक्रम को लेकर गुरुवार देर शाम अफवाह फैली कि यह असल न होकर सुनियोजित घटनाक्रम है। इंटरनेट मीडिया पर अफवाह चलती रही कि लड़कियों की आर्मी अफसरों से मुलाकात डेटिंग एप के जरिए हुई। फिर लूट और दुष्कर्म जैसा घटनाक्रम करवाकर रुपये ऐंठने की पटकथा लिखी गई। ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने स्पष्ट कर दिया कि ऐसा कुछ भी नहीं है।
दो युवतियों के साथ जामगेट गए थे
महू सैन्य क्षेत्र में यंग ऑफिसर कोर्स का प्रशिक्षण ले रहे दो सैन्य प्रशिक्षु अधिकारी उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी कौशल सिंह और प्रणीत सिंह मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात को दो युवतियों के साथ जामगेट के पास बने छोटी जाम फायरिंग रेंज गए थे, जहां उनके साथ बदमाशों ने मारपीट की गई और पर्स लूट लिए।
इसके बाद बदमाशों ने एक सैन्य प्रशिक्षु अधिकारी और युवती को बंधक बना लिया और दूसरे सैन्य अधिकारी व दूसरी युवती को 10 लाख रुपये लाने भेज दिया। इसी बीच घटना स्थल पर बंधक बनाई गई युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया।
इसका जिक्र प्रारंभिक एफआईआर में है। पुलिस ने डकैती, गलत तरीके से रोकना, जबरन वसूली, सामूहिक दुष्कर्म, गालियां देने, मारपीट करना, अवैध हथियार रखने की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
क्या है मामला
पुलिस ने बताया कि महू सैन्य छावनी से करीब 30 किलोमीटर दूर लोकप्रिय पर्यटन स्थल जाम गेट के पास बुधवार तड़के हुई इस घटना के सिलसिले में कुल छह आरोपियों की पहचान कर ली गई है। एसपी ने बताया, 'तीनों फरार आरोपियों की तलाश में कई टीमें लगी हुई हैं और उनमें से किसी के बारे में भी सूचना वाले को 10,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है।' 23 और 24 साल के आर्मी अफसर अपनी दो महिला मित्रों के साथ पिकनिक मनाने के लिए गए थे। दोनों इन्फैंट्री स्कूल में यंग ऑफिसर्स कोर्स कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपी रात करीब 2 बजे पिकनिक स्पॉट पर पहुंचे और कार में बैठे एक अधिकारी और उसकी महिला मित्र पर हमला कर दिया। शोर सुनकर पहाड़ी पर बैठे दूसरे अधिकारी और उनकी महिला मित्र मौके पर पहुंचे। बाद में पुलिस के मौके पर आने पर सेना के अधिकारियों और उनकी महिला मित्रों को महू सिविल अस्पताल लाया गया।
मेडिकल रिपोर्ट में क्या मिला
एक अधिकारी के हवाले से बताया कि मेडिकल जांच में पुष्टि हुई है कि महिलाओं में से एक के साथ रेप हुआ था। अधिकारी की शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 70 (सामूहिक बलात्कार), 310-2 (डकैती), 308-2 (जबरन वसूली) और 115-2 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, पीड़ित महिला ने अभी तक अपना बयान नहीं दिया है।
द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि चारों को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया था। सेना के दो अधिकारियों को चोट तो आई हैं, लेकिन वे गंभीर नहीं हैं। महिला, जिसके साथ रेप होने का शक है, उसके शरीर पर खरोंच के निशान सहित कई चोटें हैं। हालांकि, मेडिकल रिपोर्ट में रेप या गैंगरेप की स्पष्ट पुष्टि नहीं हुई है।
एडिशनल पुलिस सुपरिटेंडेंट रूपेश द्विवेदी ने बताया, 'हम मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर भी यह निष्कर्ष नहीं निकाल सकते कि महिला के साथ रेप या गैंगरेप हुआ है, जब तक कि वह खुद ऐसा न कहे। हमने यह सुनिश्चित करने के लिए धारा लगाई है कि अगर वह इसे लेकर बयान दर्ज कराती हैं, तो ये धाराएं लागू हो सकती हैं। आर्मी अफसर को शक है कि उसकी महिला मित्र का रेप हुआ है। लेकिन महिला ने अपना बयान दर्ज कराने से इनकार कर दिया है। हमने फिलहाल रेप की धाराएं लगाई हैं, लेकिन यह तभी लागू होंगी जब महिला बयान देगी।'
सीएम बोले- सख्त कार्रवाई होगी
जामगेट में गैंग रेप मामले पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपितों को पकड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने कटनी में कहा कि सरकार ऐसे मामलों में बहुत सख्त है। कोई भी ऐसी गलती करेगा तो बचेगा नहीं।
आरोपीयों के नाम आए सामने
- सरगना मुख्य आरोपी अनिल पिता मदन बारोर उम्र 27 वर्ष निवासी गौड़कुआ, खुर्दा खुर्दी (गिरफ्तार)
- पवन पिता लाल बंसूनिया उम्र 23 वर्ष निवासी गौङकुआ, खुर्दा खुर्दी (गिरफ्तार)
- मास्टर माइंड रीतेश पिता देवेश भाभर 25 वर्ष निवासी बिलामी (गिरफ्तार)
- रोहित पिता ज्ञान सिंह गीरवाल 23 वर्ष निवासी नंदगांव
- संदीप पिता दिनेश सिंह वारिया 23 वर्ष निवासी नंदगांव
- सचिन पिता राधेश्याम मकवाना 25 वर्ष निवासी चैनपुर
पुलिस रिमांड पर आरोपी
- अनिल
- पवन
घटना पर गरमाई राजनीति
इस घटना को लेकर प्रदेश में राजनीति गरमा गई है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस घटना की निंदा करते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि मध्य प्रदेश में सेना के दो जवानों के साथ हिंसा और उनकी महिला साथी के साथ दुष्कर्म पूरे समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है. उन्होंने आगे लिखा कि भाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है. इन राज्यों में महिलाओं के खिलाफ़ दिन प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक. अपराधियों की ये निर्भीकता प्रशासन की पूर्ण नाकामी का परिणाम है. इसके आगे उन्होंने लिखा कि देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता, उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश है. समाज और सरकार दोनों शर्मिंदा हों और गंभीरता से विचार करें. देश की आधी आबादी की रक्षा की ज़िम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे?
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दी तीखी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के पोस्ट पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी अभी फ्री हैं. वह अपनी सरकारों में हो रहे घटनाओं को नहीं देख रहे हैं. यदि आपके पास हिम्मत है, तो बाहर आकर कोलकाता में हो रही घटनाओं के बारे में बात करें. इसके बजाय, राहुल गांधी अमेरिका में देश को शर्मिंदा कर रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है.