‘कमला हैरिस के न जीतने की कोई वजह ही नहीं’, राष्ट्रपति पद पर लेखक सलमान रुश्दी का समर्थन

मुंबई. मुंबई में जन्मे लेखक सलमान रुश्दी ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस की उम्मीदवारी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि हैरिस ही एक वह शख्स हैं, जो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को देश को अधिनायकवाद की ओर खींचने से रोक सकती हैं। रुश्दी ने एक वर्चुअल ‘साउथ एशियन […]

‘कमला हैरिस के न जीतने की कोई वजह ही नहीं’, राष्ट्रपति पद पर लेखक सलमान रुश्दी का समर्थन

मुंबई.

मुंबई में जन्मे लेखक सलमान रुश्दी ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस की उम्मीदवारी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि हैरिस ही एक वह शख्स हैं, जो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को देश को अधिनायकवाद की ओर खींचने से रोक सकती हैं। रुश्दी ने एक वर्चुअल ‘साउथ एशियन मेन फॉर हैरिस’ कार्यक्रम के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैरिस के प्रति अपना समर्थन जताया। इस दौरान सांसद, लेखक, नीति विशेषज्ञ, उद्यमी और प्रवासी संगठनों सहित भारतीय-अमेरिकी समुदाय के कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।

लेखक ने कहा, 'यह एक महत्वपूर्ण पल है। मैं मुंबई का लड़का हूं और एक भारतीय महिला को व्हाइट हाउस के लिए चुनाव लड़ते देखना बहुत अच्छा है। मेरी पत्नी अफ्रीकी-अमेरिकी हैं, इसलिए हमें यह तथ्य पसंद आया कि एक अश्वेत और भारतीय महिला व्हाइट हाउस के लिए चुनाव लड़ रही है।' गौरतलब है, कुछ दिन पहले यानी 21 जुलाई को 81 साल के जो बाइडन ने चुनावी दौड़ से बाहर होने का एलान कर सबको चौंका दिया था। हालांकि, राष्ट्रपति बाइडन ने 59 साल की कमला हैरिस को अपना समर्थन दिया था। वहीं, 26 जुलाई को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी उनका समर्थन किया है। अगले महीने डेमोक्रेट्स उन्हें आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती हैं।

हेली के लिए नहीं होता ऐसे कोई इकट्ठा
77 वर्षीय ब्रिटिश-अमेरिकी उपन्यासकार ने यह भी कहा कि जातीयता अपने आप में पर्याप्त नहीं है। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी के उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वेंस की भारतीय-अमेरिकी पत्नी और दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर भारतीय-अमेरिकी का जिक्र करते हुए कहा, 'हम इस तरह से उषा वैंस या निक्की हेली के लिए इकट्ठा नहीं होते'।

हैरिस की उम्मीदवारी से बदली बातचीत
रुश्दी ने जोर देकर कहा कि सियासी गलियारे में हलचल इसलिए तेज हुई है क्योंकि केवल एक सप्ताह के भीतर बहुत कुछ बदला है। कमला हैरिस की उम्मीदवारी के साथ ही बातचीत पूरी तरह से बदल गई है और यह सबसे खुशी, आशावाद और सकारात्मक, दूरगामी सोच का एक तरीका है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समुदाय को यह काम करना होगा क्योंकि हम विकल्प को लाने नहीं दे सकते।

ट्रंप पर किया हमला
उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि एक भी अच्छा गुण नहीं रखने वाला यह खोखला शख्स इस देश को अधिनायकवाद की ओर खींचने की कोशिश कर रहा है। ऐसा नहीं होने दिया जा सकता है। उन्होंने आगे विश्वास जताते हुए कहा कि हैरिस ही एक ऐसी शख्स है, जो इसे रोक सकती है।  इसलिए मैं उनके लिए साथ 1,000 प्रतिशत खड़ा हूं। रुश्दी ने पूर्व राष्ट्रपति की लोकप्रियता को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, 'ठीक है, अभी वह स्टार की तरह नहीं दिखते हैं। वह बूढ़े, मोटे आदमी की तरह दिखते हैं। कमला सुपरस्टार की तरह दिखती हैं। मुझे लगता है कि वह जो करिश्मा अभियान में लेकर आती हैं, वह आने वाले हफ्तों में महत्वपूर्ण हो सकता है।'

अब समय बदल गया
यह पूछे जाने पर कि देश में ऐसे संशयवादी हैं जो मानते हैं कि अमेरिका अश्वेत और भारतीय मूल की महिला को राष्ट्रपति के रूप में नहीं चुनेगा, रुश्दी ने कहा कि यह तर्क शायद एक दशक पहले भी दिया जाता रहा होगा, लेकिन समय बदल गया है। उन्होंने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि अब महिला नेतृत्व को जिस तरह से देखा जाता है, वह अलग है। जिस तरह से नस्ल के मुद्दे को सकारात्मक बनाया जा सकता है, वह एक नई बात है। इसलिए मुझे लगता है कि कमला हैरिस के नहीं जीतने की कोई वजह नहीं है और वास्तव में वह आसानी से जीत सकती हैं।'