राष्ट्रपति मुर्मू 19 को उज्जैन आएंगी, सुरक्षा में लगेंगे 2 हजार जवान, ड्रोन से भी निगरानी, जानें कार्यक्रम
उज्जैन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 19 सितंबर को उज्जैन आ रही हैं। उनका आधिकारिक कार्यक्रम जिला प्रशासन के पास पहुंच गया है और प्रशासन ने उनके दौरे की तैयारी शुरू कर दी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में करीब 2000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे और ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 19 सितंबर […]
उज्जैन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 19 सितंबर को उज्जैन आ रही हैं। उनका आधिकारिक कार्यक्रम जिला प्रशासन के पास पहुंच गया है और प्रशासन ने उनके दौरे की तैयारी शुरू कर दी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में करीब 2000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे और ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 19 सितंबर को उज्जैन आएंगी। यहां वे सबसे पहले रुद्राक्ष होटल के पास इंदौर-उज्जैन सिक्स लेन का भूमिपूजन करेंगी और स्वच्छताकर्मियों का सम्मान करेंगी। इसके बाद वे श्री महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करने जाएंगी। शुक्रवार को संभागायुक्त संजय गुप्ता और पुलिस महानिरीक्षक संतोष कुमार सिंह की उपस्थिति में राष्ट्रपति मुर्मू के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने राष्ट्रपति के प्रस्तावित कार्यक्रम पर चर्चा की।
पुलिस महानिरीक्षक संतोष सिंह ने प्रोटोकॉल अनुसार जिले में राष्ट्रपति के प्रस्तावित रूट के अतिरिक्त वैकल्पिक रूट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड जाने वाले मार्ग की चौड़ाई बढ़ाई जाए। उन्होंने राष्ट्रपति के साथ आने वाले वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के लिए भी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि महामहिम के उज्जैन आगमन के लिए सुरक्षा व्यवस्था के तहत ड्रोन सहित 2000 अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। शहर के होटल, लॉज, और ढाबों की चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। हेलीपैड पर सुरक्षा के सभी उपाय किए जा रहे हैं।
फायर सेफ्टी और बेरिकेडिंग व्यवस्था
कलेक्टर नीरज सिंह ने हेलीपैड, रुद्राक्ष होटल परिसर, और श्री महाकालेश्वर मंदिर में बैरिकेडिंग व्यवस्था शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिए। उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर में आकर्षक सजावट करने की बात की। अग्निशमन की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, और एमपीईबी फायर सेफ्टी ऑडिट कर सर्टिफिकेशन देने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सा व्यवस्था भी दुरुस्त रखी जाएगी और सीएमएचओ द्वारा सीनियर डॉक्टर्स की ड्यूटी लगाई जाएगी। संबंधित विभागों के अधिकारियों को उनके दायित्वों के संबंध में भी निर्देशित किया गया है।