राजस्थान-अलवर के मातृवन क्षेत्र पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत, सांसद भूपेंद्र यादव के साथ 11 पौधे रोपे

अलवर. संघ प्रमुख मोहनराव भागवत आज सुबह भूरासिद्ध स्थित मातृ स्मृति वन में पहुंचे और  पौधरोपण किया। इस कार्यक्रम में जिस समय पौधा रोपण हुआ, उस समय केंद्रीय मंत्री वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव व राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा सहित चुनिंदा लोगों को प्रवेश दिया गया। वन मंत्री संजय शर्मा […]

राजस्थान-अलवर के मातृवन क्षेत्र पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत, सांसद भूपेंद्र यादव के साथ 11 पौधे रोपे

अलवर.

संघ प्रमुख मोहनराव भागवत आज सुबह भूरासिद्ध स्थित मातृ स्मृति वन में पहुंचे और  पौधरोपण किया। इस कार्यक्रम में जिस समय पौधा रोपण हुआ, उस समय केंद्रीय मंत्री वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव व राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा सहित चुनिंदा लोगों को प्रवेश दिया गया। वन मंत्री संजय शर्मा ने बताया कि 4 अगस्त को मातृ वन का लोकापर्ण किया गया था। इसमें करीब 10000 पौधों का रोपण किया गया था।

आज उसी जगह आरएसएस के संघ प्रमुख मोहन राव भागवत ने पहुंचकर पौधरोपण का कार्य किया और आरएसएस से जुड़े पदाधिकारियों के नेतृत्व में आज 11 पौधे लगाए गए हैं। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि अलवर की जनता की विशेष भागीदारी के साथ जिसमें बुजुर्ग, बच्चे, महिलाओं सहित सभी ने योगदान दिया। इसकी वजह से हम अब भुरासिद्ध स्थित मातृ वन को सघन करने की तैयारी में जुटे हैं। आज इस मातृ स्मृति वन में आरएसएस सर संघ संचालक मोहन भागवत जी ने पहुंचकर 11 पौधों का रोपण का काम किया।वहीं मंत्री ने बताया कि इसी  भागीदारी के साथ हम शहर को अच्छा हरा भरा कर सकते हैं। अलवर कटी घाटी पर भी पौधे लगाने का काम हम लोगों ने किया है और अब अक्टूबर में एक पेड़ मां के नाम के तहत 2 नगर वन भिवाड़ी में बाबा मोहन राम के मंदिर के पास पहाड़ी में तैयार किये जाएंगे और वहां पर भी जिले भर के लोगों की सहयोग से इन 2 नगर वन में पौधारोपण का काम किया जाएगा। इस अवसर पर राज्य के वन एंव पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि अभी तक हमने प्रकृति से लिया है, लेकिन प्रकृति को वापस देने का समय अब आया है और हम यह कोशिश करेंगे कि ये पौधे वृक्ष के रूप में शहर के लोगों को मिल सके। उन्होंने कहा कि यह अलवर और वन विभाग के लिए सौभाग्य की बात है कि आरएसएस के प्रमुख यहां आए और उन्होंने संघ के पदाधिकारियों के साथ मिलकर इस मातृ वन में ग्यारह पौधे लगाए हैं।