भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-एक की ओर 10 मिनट की ड्राप एंड गो सुविधा के साथ इंटीग्रेटेड पार्किंग शुरू
भोपाल भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-एक की ओर 10 मिनट की ड्राप एंड गो सुविधा के साथ इंटीग्रेटेड पार्किंग शुरू कर दी गई है। एक नंबर तरफ नई बिल्डिंग के बाहर रेलवे ने वन वे बना दिया है। गाड़िया एक तरफ से जाएगी और दूसरी तरफ से आएंगे, जिससे स्टेशन परिसर में वाहनों की भीड़ […]
भोपाल
भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-एक की ओर 10 मिनट की ड्राप एंड गो सुविधा के साथ इंटीग्रेटेड पार्किंग शुरू कर दी गई है। एक नंबर तरफ नई बिल्डिंग के बाहर रेलवे ने वन वे बना दिया है। गाड़िया एक तरफ से जाएगी और दूसरी तरफ से आएंगे, जिससे स्टेशन परिसर में वाहनों की भीड़ जमा न हो सके।
सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने बताया कि यात्रियों के लिए यह सुविधा शुरू कर दी गई है। इसमें यात्रियों को करीब 10 मिनट की ड्राप एंड गो सुविधा भी दी जा रही है।
पुराने पार्किंग शुल्क पर ही शुरू
भोपाल स्टेशन के प्लेटफार्म एक की तरफ बनी पार्किंग में करीब 800 दो पहिए वाहन और 200 चार पहिए वाहन खड़े करने की जगह है। फिलहाल इसे पुराने पार्किंग शुल्क पर ही शुरू किया है। शुल्क में की जाने वाली 10 से 20 प्रतिशत बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। इस एंट्री पर करीब 40 से 50 हजार यात्रियों का आवागमन होता है।
भीड़ से लोगों को मिलेगा छुटकारा
भोपाल रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि इस सुविधा के शुरू होने से यात्रियों को भीड़ से काफी राहत मिलेगी। यात्रियों ने कई बार आटो, टैक्सी की भीड़ को लेकर रेलवे में शिकायत की है। अब आटो टैक्सी की भीड़ भी स्टेशन के बाहर नहीं मिलेगी। जिन्हें आटो या टैक्सी करना होगा वह आटो ले आएंगे। छह नंबर की तरफ पहले ही इंटीग्रेटेड पार्किंग शुरू कर दी गई थी, अब एक नंबर शुरू करने से भोपाल और रानी कमलापति स्टेशन पूरी तरह इंटीग्रेटेड पार्किंग हो गई है।
गया के लिए 16 से चलेगी स्पेशल ट्रेन
पश्चिम मध्य रेल द्वारा पितृपक्ष के अवसर पर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही हैं। धार्मिक कार्यों के लिए गया जाने वाले यात्रियों की संया में वृद्धि को देखते हुए ट्रेन (01667-01668) रानी कमलापति – गया – रानी कमलापति पितृपक्ष ट्रेन एवं ट्रेन (01701-01702) जबलपुर – गया – जबलपुर पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन में शयनयान श्रेणी के दो अतिरिक्त कोच जोड़े जा रहे हैं। रेलवे ने प्रतीक्षा सूची को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है।