मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए मोहन सरकार 20 सितंबर को कोलकाता में इंटरेक्शन सेशन करेगी

भोपाल मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए मोहन सरकार 20 सितंबर को कोलकाता में इंटरेक्शन सेशन करने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसमें उद्योगपतियों से निवेश के लिए चर्चा करेंगे। वे फरवरी में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए उन्हें आमंत्रण भी देंगे। इंटरेक्शन सेशन में आइटीसी के चेयरमैन […]

मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए मोहन सरकार 20 सितंबर को कोलकाता में इंटरेक्शन सेशन करेगी

भोपाल

मध्य प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए मोहन सरकार 20 सितंबर को कोलकाता में इंटरेक्शन सेशन करने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसमें उद्योगपतियों से निवेश के लिए चर्चा करेंगे। वे फरवरी में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए उन्हें आमंत्रण भी देंगे। इंटरेक्शन सेशन में आइटीसी के चेयरमैन संजीव पुरी भी शामिल होंगे।

 कंपनी ने सरकार को सहभागिता की सहमति भेज दी है। सीएम उनसे एफएमसीजी समेत होटल और अन्य क्षेत्रों में निवेश पर चर्चा करेंगे। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया, कोल इंडिया, इमामी, ऊषा मार्टिन आदि कंपनियों को भी आमंत्रित किया गया है। एमपीआइडीसी के अफसरों ने बताया कि समिट कोलकाता के होटल जेडब्ल्यू मैरियट में होगी।

सबसे पहले मुख्य कार्यक्रम होगा। इसमें सीएम डॉ. मोहन यादव संबोधित करेंगे। वे मप्र में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं निवेशकों का बताएंगे। उद्योग, एमएसएमई, पर्यटन, आइटी आदि विभागों के प्रजेंटेंशन भी होंगे। इनमें निवेशकों को प्रदेश में सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाएं और नीतियों की जानकारी दी जाएगी।

उद्योगपतियों से वन टू वन चर्चा करेंगे मुख्यमंत्री
कार्यक्रम निवेशकों को प्रमुख हितधारकों के साथ वन टू वन चर्चा में भाग लेने और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ नेटवर्क बनाने का काम करेगा. मुख्यमंत्री डॉ. यादव उद्योगपतियों से वन टू वन बैठकों में और सीईओ के साथ लंच पर चर्चा करेंगे. सरकार ने उद्योगपतियों को सुविधा देने के लिये सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया है. सिंगल विंडो सिस्टम से सरकारी बाधाओं को आसानी से पार किया जा सकेगे. मुंबई, कोयम्बटूर और बैंगलुरु के इन्टरएक्टिव सत्र से उद्योगपति मध्य प्रदेश में निवेश को राजी हुए हैं.

अनेक उद्योगपतियों ने मध्य प्रदेश में उद्योग लगाने का एमओयू भी साइन किया है. मध्य प्रदेश के मजबूत औद्योगिक बुनियादी ढांचे, प्राकृतिक संसाधन, पर्याप्त लैंड बैंक, सड़कों का जाल, सभी प्रमुख राज्यों से कनेक्टिविटी निवेशकों को मध्य प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए बताई जा रही है. अगले साल मिशन मोड में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने का प्रयास होगा.
सीएम आइटीसी चेयरमैन संजीव पुरी समेत उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे। आइटीसी फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स क्षेत्र के साथ, पर्सनल केयर, एजुकेशन, स्टेशनरी, एग्री व होटल क्षेत्र की बड़ी प्लेयर है। सीमेंट, आइटी, टेक्सटाइल की 500 कंपनियां भी शामिल होंगी।

अब तक निवेश की यह पहल
इंटरेक्टिव सेशन…मुंबई, कोयम्बटूर और बैंगलूरु में हो चुके।

रीजनल कॉन्क्लेव… उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर में रीजनल कॉन्क्लेव हो चुके हैं। सागर में 27 सितंबर को होगा।
इससे 1.80 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।