राष्ट्रपति पुतिन चाहते हैं लंच और कॉफी ब्रेक के दौरान सेक्स करें रसियन

मॉस्को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश की गिरती जन्म दर को लेकर काफी चिंतित हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे लेकर उन्होंने रूसियों को लंच या कॉफी ब्रेक के दौरान सेक्स करने की सलाह दी है। यह पहल ऐसे समय में की गई है जब रूस में प्रजनन दर फिलहाल प्रति महिला लगभग 1.5 बच्चे […]

राष्ट्रपति पुतिन चाहते हैं लंच और कॉफी ब्रेक के दौरान सेक्स करें रसियन

मॉस्को

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन देश की गिरती जन्म दर को लेकर काफी चिंतित हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इसे लेकर उन्होंने रूसियों को लंच या कॉफी ब्रेक के दौरान सेक्स करने की सलाह दी है। यह पहल ऐसे समय में की गई है जब रूस में प्रजनन दर फिलहाल प्रति महिला लगभग 1.5 बच्चे है, जो कि स्थिर जनसंख्या बनाए रखने के लिए आवश्यक 2.1 दर से काफी कम है। साथ ही, यूक्रेन से चल रहे युद्ध को देखते हुए 10 लाख से अधिक युवाओं ने देश छोड़ दिया है।

रूसी स्वास्थ्य मंत्री डॉ. येवगेनी शस्तोपालोव ने जनसंख्या बढ़ाने वाले इस सुझाव का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि काम में बहुत व्यस्त होना बच्चा पैदा करने से बचने का सही बहाना नहीं है। हेल्थ मिनिस्टर ने कहा, 'लोग चाहें तो अपना परिवार बढ़ाने के लिए छुट्टियों का लाभ उठा सकते हैं। ध्यान रहे कि जीवन बहुत जल्दी बीत जाता है।' एक रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि दिन में 12-14 घंटे काम करने वाले लोग बच्चे पैदा करने के लिए समय कैसे निकालेंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वे अपने ब्रेक टाइम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

गिरती जन्म दर से बढ़ती पुतिन की चिंता

व्लादिमीर पुतिन देश की गिरती जनसंख्या पर इससे पहले भी चिंता जता चुके हैं। उन्होंने कहा था, 'रूसी लोगों का बचाना हमारी सबसे बड़ी राष्ट्रीय प्राथमिकता है। रूस का भाग्य इस पर निर्भर करता है कि हममें से कितने लोग रहेंगे। यह राष्ट्रीय महत्व का प्रश्न है।' आंकड़े बताते हैं कि रूस की जन्मदर 1999 के बाद से अपने निचले स्तर पर पहुंच गई है। जून में जीवित जन्मों की संख्या 1 लाख से नीचे आ गई। इस भारी गिरावट ने मॉस्को में जनसंख्या को लेकर चिंता बढ़ा दी है। रूस की सरकारी सांख्यिकी एजेंसी रोसस्टैट के अनुसार, देश में जन्म दर में काफी कमी देखी गई है। पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में जनवरी और जून 2024 के बीच 16,000 कम बच्चों का जन्म हुआ।

गिरती जनसंख्या बनी वजह
रूसी स्वास्थ्य मंत्री डॉ. येवगेनी शेस्टोपालोव ने इस बात पर जोर दिया कि काम में बहुत व्यस्त होना संतानोत्पत्ति से बचने का कोई वैध बहाना नहीं है। उन्होंने कहा कि जीवन बहुत तेजी से बीत जाता है। आपको परिवार को बढ़ाने पर ध्यान देना होगा। यह आपके सामने एक अच्छा अवसर है। इसका आपको लाभ उठाना चाहिए।

अपने पार्टनर के साथ परिवार बढ़ाने पर बात करें
जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि 12 से 14 घंटे काम करने वाले लोग बच्चे पैदा करने के लिए समय कैसे निकाल सकते हैं? तो उन्होंने जवाब दिया कि वह अपनी छुट्टी वाले दिन अपने पार्टनर के साथ परिवार बढ़ाने पर बात कर सकते हैं। इससे पहले पुतिन ने जोर देकर कहा था कि रूसी लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च राष्ट्रीय प्राथमिकता है। रूस का भाग्य इस बात पर निर्भर करता है कि हममें से कितने लोग साथ में होंगे। यह राष्ट्रीय महत्व का सवाल है।

जनसंख्या गिरावट से बढ़ी चिंता
जानकारी के अनुसार, रूस की जन्म दर (birth rate) 1999 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है, जून में जीवित जन्मों की संख्या एक लाख से नीचे गिर गई है। इस भारी गिरावट ने मॉस्को में गंभीर जनसंख्या गिरावट के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं। जनवरी और जून 2024 के बीच पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 16,000 कम बच्चे पैदा हुए हैं। जनसंख्या में 18% की वृद्धि से यह गिरावट और भी बढ़ जाएगी तथा 2024 में पिछले वर्ष की तुलना में 49000 अधिक मौतें होने से चिंता काफी बढ़ सकती है। यह मौतें यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के कारण भी हो सकती है।

जन्म दर घटने पर सरकार ने उठाए कई कदम
मॉस्को में 18 से 40 वर्ष की महिलाओं को निःशुल्क प्रजनन जांच कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। सांसद तात्याना बुत्स्काया ने भर्तीकर्ताओं पर दबाव डालने के लिए एक योजना प्रस्तावित की है, ताकि वे अपनी महिला कर्मचारियों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करें। इसी तरह चेल्याबिंस्क क्षेत्र 24 वर्ष से कम आयु की महिलाओं को उनके पहले बच्चे के जन्म पर 8500 पाउंड की राशि दे रहा है।

गर्भपात पर प्रतिबंध लगा हुआ
देश भर में गर्भपात पर प्रतिबंध लगा हुआ है। अलगाव को हतोत्साहित करने के लिए तलाक शुल्क में वृद्धि की गई है। वहीं राजनीतिज्ञ अन्ना कुजनेत्सोवा ने भी महिलाओं से कम उम्र में ही बच्चे पैदा करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आपको 19 से 20 साल की उम्र में बच्चे पैदा करना शुरू कर देना चाहिए। तक आप सही समय पर परिवार तीन, चार या उससे ज़्यादा बच्चे पैदा कर सकें। हालांकि, आलोचकों का तर्क है कि ये नीतियां व्यक्तिगत स्वायत्तता को कमजोर करती हैं, विशेष रूप से महिलाओं के लिए और रूस के सामाजिक ताने-बाने पर इसके अनपेक्षित परिणाम हो सकते हैं।