ग्वालियर में तेज बारिश से कई इलाकों में भरा पानी, भिंड का वैसली जलाशय ओवरफ्लो
ग्वालियर / जबलपुर मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभाग में एक्टिव स्ट्रॉन्ग सिस्टम आगे बढ़ गया है। अब नए सिस्टम के एक्टिव होने तक प्रदेश में हल्की बारिश, तेज धूप और छांव वाला मौसम रहेगा। मंगलवार को हुई तेज बारिश से जबलपुर के बरगी डैम के 9 गेट खोल दिए […]
ग्वालियर / जबलपुर
मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से यानी जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभाग में एक्टिव स्ट्रॉन्ग सिस्टम आगे बढ़ गया है। अब नए सिस्टम के एक्टिव होने तक प्रदेश में हल्की बारिश, तेज धूप और छांव वाला मौसम रहेगा।
मंगलवार को हुई तेज बारिश से जबलपुर के बरगी डैम के 9 गेट खोल दिए गए हैं। सभी गेट बुधवार को 1.6 मीटर तक खोले गए हैं। ग्वालियर-भिंड में आज सुबह तेज बारिश हुई। स्कूलों की छुट्टी रही। कलेक्टर रुचिका चौहान ने इसका आदेश मंगलवार देर शाम जारी किया था। यहां तिघरा बांध के पांच गेट खोले गए हैं। इससे सांक नदी उफान पर है। नदी किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी किया है।
टीकमगढ़ में भी रिमझिम पानी गिरा। भिंड के गोहद में देर रात से बारिश हो रही है। वैसली जलाशय खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। कई ग्रामों का शहर से संपर्क टूट चुका है।
मौसम विभाग ने बुधवार को मुरैना, श्योपुर और शिवपुरी में तेज बारिश का अनुमान जताया है। एमपी में अब तक 41 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश से करीब 10% ज्यादा है। मंडला, सिवनी और श्योपुर ऐसे जिले हैं, जहां 50 इंच या इससे अधिक पानी गिर गया है।
मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) और मानसून ट्रफ की वजह से प्रदेश में बारिश हो रही है। अब यह सिस्टम आगे बढ़ गया है। इससे बारिश की एक्टिविटी कम हो जाएगी।