राजधानी में आठ हजार घरों में डेंगू का लार्वा मिला,डेंगू मरीजों की संख्या 82 हुई
भोपाल सतर्कता जरूरी है, नहीं तो डेंगू जानलेवा साबित हो सकता है। विभाग द्वारा किए एक सप्ताह के सर्वे में आठ हजार से अधिक घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया है। मलेरिया विभाग की टीम लगातार घरों में जाकर सर्वे कर रही है। टीमों ने अभी तक दो लाख 75 हजार, 176 घरों का […]
भोपाल
सतर्कता जरूरी है, नहीं तो डेंगू जानलेवा साबित हो सकता है। विभाग द्वारा किए एक सप्ताह के सर्वे में आठ हजार से अधिक घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया है। मलेरिया विभाग की टीम लगातार घरों में जाकर सर्वे कर रही है। टीमों ने अभी तक दो लाख 75 हजार, 176 घरों का सर्वे किया है, जिसमें लगभग आठ हजार घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया है। इन घरों में फूलों और पौधों के गमलों से लेकर पानी के बर्तनों, कूलरों एवं कंटेनरों में लार्वा जमा मिला है। खासबात यह कि घर के बर्तनों में सबसे ज्यादा लार्वा पाया गया है।
पनप रहा एडीज मच्छर
जांच के दौरान पता चला कि लार्वा से डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर पनप रहा है। यह स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
हालात यह है कि हर दिन डेंगू का मरीज सामने आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग अपनी टीमों को लगातार सर्व करने के लिए भेज रहा है।
जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. अखिलेश दुबे के अनुसार वरिष्ठ कार्यालय के निर्देश पर यह प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी।
सर्वे के लिए 50 टीमों को मैदान में उतारा गया है, जो लगातार अपनी रिपोर्ट बना रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम इसके साथ ही लोगों को जागरूक भी कर रही है।
आठ हजार 976 बर्तनों में खतरा
इस दौरान अधिकारियों ने 1997940 बर्तनों का सर्वे किया गया, जिनमें आठ हजार 976 बर्तनों में खतरा पाया गया है। जांच के दौरान तीन हजार 187 कंटेनरों में खतरे की आशंका दिखाई दी है, जिनमें भारी लार्वा होने की उम्मीद है। इन कंटेनरों को खाली कराकर टोमोफास डाला गया। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में लार्वा सर्वे का काम और भी अधिक प्रभावी तरीके से चलेगा। इसके लिए टीमें भी बढ़ाई जाएंगी। बतादें कि अभी तक भोपाल में डेंगू के मरीजों की संख्या 82 हो गई है।