पाकिस्तान की ताकतवर ISI को मिला नया चीफ, अपने कामों के लिए बदनाम भी रही है एजेंसी

इस्लामाबाद  पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को नया चीफ मिल गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का डीजी नियुक्त किया गया है। सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने  यह जानकारी दी है। असीम मलिक वर्तमान में रावलपिंडी में सेना मुख्यालय (जीएचक्यू) में एडजुटेंट जनरल के पद पर काम कर रहे हैं, […]

पाकिस्तान की ताकतवर ISI को मिला नया चीफ, अपने कामों के लिए बदनाम भी रही है एजेंसी

इस्लामाबाद
 पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को नया चीफ मिल गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का डीजी नियुक्त किया गया है। सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने  यह जानकारी दी है। असीम मलिक वर्तमान में रावलपिंडी में सेना मुख्यालय (जीएचक्यू) में एडजुटेंट जनरल के पद पर काम कर रहे हैं, अब उनको आईएसआई का डीजी बनाया गया है। मुहम्मद असीम मलिक 30 सितंबर को आईएसआई प्रमुख के तौर पर अपना कार्यभार संभालेंगे।

आज न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, असीम मलिक लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम की जगह लेंगे। नदीम 2021 से डीजी आईएसआई के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें 2023 में एक साल का विस्तार दिया गया था। अंजुम को वाशिंगटन डीसी में पाकिस्तान के राजदूत बनाए जाने की चर्चा है। लेफ्टिनेंट जनरल मलिक पूर्व में बलूचिस्तान में पैदल सेना डिवीजन और वजीरिस्तान में एक पैदल सेना ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं और अपने काम के लिए कई अवार्ड भी पा चुके हैं। मलिक की पढ़ाई का बात की जाए तो वह अमेरिका में फोर्ट लीवेनवर्थ और लंदन में रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज से पढ़े हैं।
मलिक ने शानदार करियर के लिए बनाई है पहचान

पाकिस्तानी फौज में मलिक का करियर काफी अच्छा रहा है। उन्होंने पहले बलूचिस्तान और वजीरिस्तान में सेना ब्रिगेड की कमान संभाली है, ये दोनों ही क्षेत्र पाकिस्तानी सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं। अपनी शैक्षणिक और नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाने वाले लेफ्टिनेंट जनरल असीम को उनके सैन्य प्रशिक्षण के दौरान प्रतिष्ठित स्वोर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था।

असीम मलिक ने राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (एनडीयू) में मुख्य प्रशिक्षक और क्वेटा में कमांड एंड स्टाफ कॉलेज में ट्रेनर के रूप में भी काम किया है। असीम मलिक की नियुक्ति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए एक महत्वपूर्ण समय पर हुई है, जब देश कई मुद्दों से जूझ रहा है। पाकिस्तान में आईएसआई का काफी दखल है और एजेंसी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है।