वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने सीटों में सुधार शुरू किया

भोपाल  रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से निजामुद्दीन स्टेशन तक चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को एक साल पूरा हो गया है। इस दौरान यात्रियों ने असुविधाओं से परेशान होकर रेलवे को कई शिकायतें की। ज्यादा किराया देने के बाद भी कोच में अच्छी सुविधाएं न मिलने से यात्री खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे […]

वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने सीटों में सुधार शुरू किया

भोपाल
 रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से निजामुद्दीन स्टेशन तक चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को एक साल पूरा हो गया है। इस दौरान यात्रियों ने असुविधाओं से परेशान होकर रेलवे को कई शिकायतें की। ज्यादा किराया देने के बाद भी कोच में अच्छी सुविधाएं न मिलने से यात्री खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

रेलवे ने यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए रानी कमलापति-निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस की सीट में बदलाव कर रहा है। सीट कवर की हार्डनेस (कठोरता) को कम किया जा रहा है, जिससे लंबी दूरी के यात्रियों को आराम महसूस हो। सीट के नीचे की तरफ लगे चार्जिंग प्वाइंट की पोजिशन भी बदली जा रही है, जिससे इसका उपयोग आसानी से किया जा सके। एग्जीक्यूटिव चेयर कार के फुट रेस्ट में सुधार किया जा रहा है। ये सभी काम अक्टूबर में पूरे कर लिए जाएंगे।

नए बदलाव वाली तीन सीट लगाकर किया ट्रायल

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि रानी कमलापति-निजामुद्दीन वंदे भारत ट्रेन के सी-14 कोच में नए बदलाव वालीं तीन सीटें लगाकर ट्रायल भी किया गया है। यात्रियों से इसकी प्रतिक्रिया भी ली गई है। 15 दिन के अंदर एक कोच को पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा। इस कोच में 78 सीटों को नए रूप में लगाया जा रहा है।
यह हो रहा बदलाव पहले

    अब पैर के पास बोतल होल्डर था।
    अब सीट के बगल में बोतल होल्डर लगाया जा रहा है।
    सीट को आगे पीछे करने के लिए प्रेस बटन लगा था।
    अब बटन हटाकर एक लीवर लगा दिया गया है।
    चार्जिंग प्वाइंट पैर के पास लगा था।
    अब उसे सीट के साइड में लगाया जा रहा है।

यह सुविधा भी मिलेगी

कोच के अंदर दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर मौजूद रहेगी। इससे वे आसानी से अपनी सीट तक पहुंच सकेंगे। टायलेट के हैंडल में एक अतिरिक्त बैंड दिया जा रहा है, इससे पकड़ मजबूत होगी
78 सीटों में किए जा रहे बदलाव

वंदे भारत ट्रेन में 15 दिन में एक कोच पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा। इसमें सभी 78 सीटों में नए बदलाव किए जा रहे हैं, जिससे यात्रियों बेहतर सुविधा मिल सके। आरपी खरे, सीनियर डीएमई कोचिंग, भोपाल रेल मंडल