मंत्री विजयवर्गीय ने प्रसादम विवाद पर मीडिया से चर्चा करते हुए इसे सनातन पर खतरा बताया
इंदौर देश भर में इस समय तिरुपति बालाजी का लड्डू प्रसादम विवाद जमकर सुर्खियां बटोर रहा है, तो वहीं इसको…
इंदौर
देश भर में इस समय तिरुपति बालाजी का लड्डू प्रसादम विवाद जमकर सुर्खियां बटोर रहा है, तो वहीं इसको लेकर नेताओं के भी नित नए बयान सामने आ रहे हैं। इसी बीच मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी प्रसादम विवाद पर मीडिया से चर्चा करते हुए इसे सनातन पर खतरा बताया है। उन्होंने इसे सनातन धर्म पर कुठाराघात और षड्यंत्र बताया है। वहीं, इसके साथ ही साथ उन्होंने देश भर के देवालयों में बंटने वाले प्रसाद की जांच करने की भी मांग की है। बता दें कि नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय गुरुवार को महामृत्युंजय जाप अनुष्ठान यज्ञ समारोह में शामिल होने प्रदेश की धार्मिक तीर्थनगरी ओंकारेश्वर पहुंचे थे, जहां उन्होंने इस तरह का बयान दिया है।
खंडवा के धार्मिक तीर्थ नगरी ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर में बीते 20 दिन से लगातार विश्व में शांति की स्थापना के लिए महामृत्युंजय जाप यज्ञ अनुष्ठान किया जा रहा था, जिसका गुरुवार को अंतिम दिन था। इस दिन यज्ञ विधि में घी की पूर्णाहुति देने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओंकारेश्वर पहुंचे हुए थे। जहां भाजपा कार्यकर्ताओं और संतों के बीच मंत्री ने मंत्रोच्चार करने के साथ ही यज्ञ वेदी में पूर्णाहुति देकर विधि- विधान से अनुष्ठान को संपन्न कराया, जिसके बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए लड्डू प्रसादम विवाद को लेकर भी चर्चा की।
खंडवा की तीर्थनगरी ओंकारेश्वर पहुंचे नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बालाजी लड्डू प्रसादम विवाद को लेकर मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि विशेषकर तिरुपति बालाजी के प्रसादम में जिस प्रकार से हरकत हुई है, उससे सभी सनातन धर्मी आहत हैं। और मुझे लगता है कि सभी सरकारों को इस पर सोचना चाहिए कि कुछ लोग षड्यंत्र पूर्वक सनातन धर्म को भ्रष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। तो इसके लिए कुछ न कुछ सावधानी की आवश्यकता है और हर सरकार को इसके लिए कुछ करना चाहिए।
मंत्री विजयवर्गीय ने इसे सनातन पर खतरा बताते हुए कहा कि अभी जो श्री तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू प्रसाद में जांच के बाद जो नॉनवेज पदार्थ पाए गए हैं, यह सनातन धर्म पर कुठाराघात है। एक षड्यंत्र है। उन्होंने देश के सभी राज्यों में देव स्थानों में बंटने वाले प्रसादों की जांच होने की भी मांग की। हालांकि, इसके बाद जब पत्रकारों ने आदि गुरु शांकराचार्य जी की 108 फीट ऊंची बहुधातु की मूर्ति को लगे एक वर्ष बीतने और इस दौरान वहां एक ईंट भी नहीं लगने का कारण उनसे पूछा और उन्हें बताया कि एकात्म धाम का पोजेक्ट तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का बनाया हुआ था। तब इस प्रश्न के उत्तर में मंत्री विजयवर्गीय ने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है।