पेरिस में चल रहे ओलंपिक के दौरान 80 साल पहले मर चुके जर्मन तानाशाह को दर्शकों द्वारा याद किया गया

पेरिस पेरिस में चल रहे ओलंपिक के दौरान 80 साल पहले मर चुके जर्मन तानाशाह को दर्शकों द्वारा याद किया गया। पराग्वे के सामने इजरायली टीम के मैच के दौरान कुछ दर्शकों के ग्रुप ने हेल हिटलर  के नारे लगाए और नाजी सैल्यूट भी किया। इजरायली टीम मैच के लिए प्रैक्टिस कर रही थी तभी […]

पेरिस में चल रहे ओलंपिक के दौरान 80 साल पहले मर चुके जर्मन तानाशाह को दर्शकों द्वारा याद किया गया

पेरिस
पेरिस में चल रहे ओलंपिक के दौरान 80 साल पहले मर चुके जर्मन तानाशाह को दर्शकों द्वारा याद किया गया। पराग्वे के सामने इजरायली टीम के मैच के दौरान कुछ दर्शकों के ग्रुप ने हेल हिटलर  के नारे लगाए और नाजी सैल्यूट भी किया। इजरायली टीम मैच के लिए प्रैक्टिस कर रही थी तभी दर्शकों की तरफ से  हिटलर का नाम चिल्लाना शुरू कर दिया गया। दर्शकों के इस समूह द्वारा इजरायली टीम को 27 जुलाई को बू भी किया गया था, जब इजरायली टीम अपने देश के राष्ट्रगान के लिए खड़ी हुई थी।

इन लोगों इजरायल के प्रति अपना गुस्सा दिखाने के लिए कई लोगों ने अपने हाथों में फिलिस्तीनी झंडे ले रखे थे तो कई लोग टीम के सामने नाजी सैल्यूट कर रहे थे। कई लोगों ने एक कार्ड बोर्ड ले रखा था जिस पर "नरसंहार ओलंपिक्स" लिखा हुआ था। कुछ देर यह चलता रहा उसके बाद सिक्योरिटी गार्डस ने इस एंटी इजरायल प्रदर्शन को बंद करवा दिया गया और फिर नहीं मानने पर इन लोगों को ग्राउंड के बाहर कर दिया गया। इसके बाद मैच शांति पूर्वक तरीके से खेला गया। हालांकि ग्रुप डी के इस मैच में पराग्वे ने इजरायल को 4-2 से हरा दिया।

रिपोर्ट के अनुसार, पेरिस ओलंपिक आयोजक ने स्काई न्यूज को बताया कि 27 जुलाई को पार्स डेस प्रिंसेस में इज़राइल और पराग्वे के बीच पुरुष फुटबॉल मैच के दौरान, राजनीतिक संदेश वाला एक बैनर प्रदर्शित किया गया था और यहूदी विरोधी इशारे किए गए थे।" पेरिस ओलंपिक 2024 इन सभी कामों की कड़ी निंदा करता है और हमारे द्वारा इसके संबंध में एक शिकायत दर्ज की गई है जो जांच में सहायता के लिए अधिकारियों के पास है।

यह नफरत का पहला प्रदर्शन नहीं
इजरायल के कोच गाइ लूजोन ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब इस साल ओलंपिक के दौरान इजरायली फुटबॉल क्लब को इस तरह की नफरत का सामना करना पड़ा। पिछले बुधवार, 24 जुलाई को, प्रदर्शनकारियों ने माली के खिलाफ मैच से पहले, अपने राष्ट्रगान के दौरान फिलिस्तीनी झंडे लहराए और टीम की आलोचना की।
कोच ने कहा कि टीम को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए इन प्रदर्शनों का उपयोग ईंधन के रूप में करेगी।