बसाली गांव को पर्यटन स्थल के रूप में किया जा रहा विकसित
भोपाल. बुरहानपुर ब्लॉक के बसाली गांव के पास एक अत्यंत मनोरम प्राकृतिक झरना है, जो लोगों को सहज ही अपनी…
भोपाल.
बुरहानपुर ब्लॉक के बसाली गांव के पास एक अत्यंत मनोरम प्राकृतिक झरना है, जो लोगों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। लोग इस बरसाती झरने को ‘‘बसाली झरना‘‘ के नाम से जानते हैं। अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य एवं बारिश से फैली हरियाली के बीच यह झरना इतना मनमोहक है कि पर्यटक खुद को यहाँ आने से रोक नहीं पाते। इस क्षेत्र की बढ़ रही लोकप्रियता को देखते हुए बसाली के इस झरने तक लोगों की सहजता से पहुँच बढ़ाने एवं पर्यटन विकास के लिये जनपद पंचायत बुरहानपुर द्वारा प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना से एक प्रभावी कार्य-योजना तैयार की गई है। इसमें विकास कार्यों के लिये 60 लाख रूपये मंजूर किये गये हैं।
केन्द्र सरकार द्वारा जनजातीय आबादी बहुल गांवों के विकास के लिये ‘प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना’ चलाई जा रही है। इस योजना से बुरहानपुर जिले में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये भी कई प्रकार के विकास कार्य कराये जा रहे हैं। इससे ग्रामीणों की सुविधाओं में इजाफा तो हो ही रहा है, साथ ही पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिल रहा है।
पर्यटकों के लिये रहवासी कॉटेज का निर्माण
योजना में स्वीकृत राशि से बसाली झरने के पास ही पर्यटकों के रूकने के लिए चार रहवासी कॉटेज बनाये जा रहे हैं। झरने तक पहुंच मार्ग की मरम्मत की जा रही है। यहां आने वाले पर्यटकों के खान-पान की व्यवस्था के लिये एक कैंटीन तैयार की जा रही है। पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बसाली झरने के पास पहाड़ी रास्तों में ‘ट्रेकिंग रूट’ तैयार करने की भी योजना है। इस ट्रेकिंग रूट से पर्यटक जंगल की सैर भी कर सकेंगे, जो उन्हें प्रकृति के और ज्यादा करीब ले जायेगी। इन सभी प्रयासों से यह झरना एक आकर्षक पिकनिक स्पॉट के रूप में अपनी पहचान बनायेगा।
आजीविका मिशन की दीदियां बनेंगी टूरिस्ट गाइड
बसाली झरने के पास तैयार की जा रही कैंटीन स्व-सहायता समूह की महिलाएं चलायेंगी। इससे उन्हें रोजगार मिलेगा, साथ ही वे आत्म-निर्भर भी बनेंगी। बुरहानपुर जिले में अन्य राज्यों व जिलों से आने वाले बाहरी पर्यटकों की सुविधा के लिए स्व-सहायता समूह की महिलाओं को ‘टूरिस्ट गाइड’ के रूप में तैयार करने की तैयारी है। बसाली के स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आजीविका मिशन से टूरिस्ट गाइड का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके बाद इन्हें परिचय-पत्र भी दिये जाएंगे, जो इन्हें प्रोफेशनल टूरिस्ट गाइड की पहचान दिलायेगा। यह काम इसी साल के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा।