हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या, अमेरिका पर आगबबूला हुआ ईरान, क्या भड़केगी जंग?
तेहरान हमास चीफ इस्माइल हानिया (Ismail Haniyeh) की मौत दुनियाभर में चर्चा में बनी हुई है. इजरायल ने सात अक्तूबर 2023 के हमले का बदला लेते हुए बुधवार को हानिया को मार गिराया था. जिस समय हानिया को निशाना बनाकर हमला किया गया, वह ईरान की राजधानी तेहरान में थे. ऐसे में अब ईरान ने […]
तेहरान
हमास चीफ इस्माइल हानिया (Ismail Haniyeh) की मौत दुनियाभर में चर्चा में बनी हुई है. इजरायल ने सात अक्तूबर 2023 के हमले का बदला लेते हुए बुधवार को हानिया को मार गिराया था. जिस समय हानिया को निशाना बनाकर हमला किया गया, वह ईरान की राजधानी तेहरान में थे. ऐसे में अब ईरान ने इजरायल पर हमले का आदेश दे दिया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में ईरान के तीन अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह अली खामेनेई ने ईरानी सेना को इजरायल पर हमला करने का आदेश दिया है. ईरान के सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की इमरजेंसी मीटिंग के बाद खामेनेई ने इस हमले का आदेश दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह हमला किस तरह का होगा और ईरान कितनी ताकत से इजरायल पर हमला करेगा. लेकिन इतना तय है कि जिस तरह का हमला ईरान ने बीते अप्रैल में तेल अवीव और हाइफा में इजरायली सैन्य ठिकानों पर किया था. इस बार भी ईरान इसी तरह का ड्रोन और मिसाइल हमला कर सकता है. इसके साथ ही ईरान अपने सहयोगी देशों की मदद से भी हमला कर सकता है.
ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने हानिया की मौत की पुष्टि होने के बाद संकेत दिए थे कि ईरान इसका बदला लेते हुए सीधे तौर पर इजरायल पर हमला करेगा. खामेनेई ने कहा था कि हम उनके (हानिया) खून का बदला लेंगे क्योंकि यह हमारे क्षेत्र में हुआ है.
ईरान और हमास ने हानिया की हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है. लेकिन इजरायल ने अभी तक ना तो इस हमले को स्वीकार किया है और ना ही इसे खारिज किया है.
भारी कीमत चुकानी होगी!
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अगर उनके देश पर किसी भी तरह का कोई हमला होता है तो उसकी भारी कीमत चुकानी होगी. तेहरान में हवाई हमले में इस्माइल हनिया के मारे जाने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक बयान है.
इजरायल का अपने दुश्मनों का खात्मा करने का लंबा इतिहास रहा है. ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों से लेकर सैन्य कमांडरों तक वह विदेश में अपने कई दुश्मनों का खात्मा कर चुका है. हानिया भी ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए ईरान गए थे, जहां उन्हें निशाना बनाकर हमला किया गया.
दोहा में रहता था हमास चीफ हानिया
फिलिस्तीनी संगठन हमास की कई इकाइयां हैं, जो राजनीतिक, फौजी या सामाजिक कामकाज संभालती हैं. हमास की नीतियां एक कंसल्टेटिव बॉडी तय करती है. इसका मुख्यालय गाजा पट्टी इलाके में ही है. अब तक हमास की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में थी, जो इसका चेयरमैन था. उसने 2017 से खालिद मेशाल के उत्तराधिकारी के तौर पर ये काम संभाला था. वो कतर की राजधानी दोहा में रहता था और वहीं से हमास का काम-काज देखता था. दरअसल, मिस्र ने उसके गाजा आने-जाने पर रोक लगा रखी थी
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बयान जारी कर कहा था कि इजरायल ने ईरान में हानिया को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें हमास चीफ के साथ-साथ उसका एक बॉडीगार्ड भी मारा गया था. इससे पहले अप्रैल में इजरायली सुरक्षाबलों ने हानिया के तीन बेटों को भी मार गिराया था. इजरायल ने गाजा पट्टी पर एयरस्ट्राइक कर हानिया के तीन बेटों को मारा था. इजरायली सेना IDF ने बताया था कि हानिया के तीन बेटे आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने जा रहे थे, इस बीच तीनों हवाई हमलों की चपेट में आ गए.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने इजरायल से सीधे बदला लेने का आदेश दे दिया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि ईरान खुद और अपने प्रॉक्सी संगठन हमास, हूती और हिज्बुल्ला की मदद से इजरायल पर बड़ा मिसाइल हमला कर सकता है। इन सब आशंकाओं के बीच ईरान ने अमेरिका पर बड़ा हमला बोला है। ईरान की सरकार ने आरोप लगाया है कि इजरायल ने बिना अमेरिका की अनुमति और खुफिया मदद के यह हमला नहीं किया है। वहीं अमेरिका ने एक बार फिर से कहा है कि हमास नेता के ऊपर हुए हमले में उसकी कोई भूमिका नहीं है। वहीं अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर इजरायल पर हमला किया गया तो वह तेलअवीव की पूरी ताकत से रक्षा करेगा।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ईरानी प्रतिनिधि ने कहा, 'यह अमेरिका की जिम्मेदारी है कि वह अपने रणनीतिक सहयोगी और क्षेत्र में इजरायली सरकार की मुख्य समर्थक उसके खौफनाक अपराधों को अनदेखा नहीं करे।' उन्होंने कहा कि इजरायल इस हमले के जरिए राजनीतिक लक्ष्य का पीछा कर रहा है। उसका ईरान की नई सरकार को नाकाम करने का इरादा था।' ईरान के इस बयान के बाद विश्लेषकों की ओर से आशंका जताई जा रही है कि अमेरिका के साथ उसका तनाव भड़क सकता है। अब तक ईरान के प्रॉक्सी संगठन हूती और इराकी मिलिशिया के लोग अमेरिका के युद्धपोतों और ठिकानों को निशाना बनाते रहे हैं।
7 अक्टूबर को क्या हुआ था?
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच जंग 7 अक्टूबर 2023 से जारी है. तब हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1200 लोग मारे गए थे. हमास ने 250 नागरिकों को बंधक भी बना लिया था. दावा है कि अब भी 150 बंधक हमास के कब्जे में है. वहीं, हमास दावा करता है कि इजरायली हमलों में अब तक 39 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है. इजरायल का कहना है कि उसने इस ऑपरेशन में हमास और उसके सहयोगियों के 14 हजार से ज्यादा लड़ाकों को मार गिराया है.