Varient & News Magazine & : buisness https://aaj24x7live.com/rss/category/buisness Varient & News Magazine & : buisness en Copyright 2022 Varient & All Rights Reserved. थोड़ा करेक्शन के बावजूद शेयर मार्केट में हरियाली बरकरार, सेंसेक्स&निफ्टी में उछाल https://aaj24x7live.com/1473 https://aaj24x7live.com/1473 नई दिल्ली
निफ्टी अब 237 अंक ऊपर 24230 के लेवल पर है। बैंक निफ्टी से लेकर ऑयल एंड गैस तक इंडेक्स में उछाल है। निफ्टी आईटी, निफ्टी मीडिया, मेटल, पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक, हेल्थकेयर, कंज्यूमर ड्यूराबेल्स में अच्छी तेजी है। सेंसेक्स भी 606.63 अंक ऊपर 79,199.70 के लेवल पर है।

थोड़ा करेक्शन के बावजूद शेयर मार्केट में हरियाली बरकरार है। सेंसेक्स 650 अंकों की बढ़त के साथ 79244 पर है। जबकि, निफ्टी 235 अंक ऊपर 24227 पर ट्रेड कर रहा है। निपु्टी टॉप गेनर्स की लिस्ट में 6.37 पर्सेंट की उछाल के साथ ओएनजीसी सबसे ऊपर है। इसके बाद कोल इंडिया है, जिसमें 3.32 पर्सेंट की तेजी है। बीपीसीएल, हीरो मोटोकॉर्प और हिन्डाल्को भी 2 पर्सेंट से ऊपर ट्रेड कर रहे हें। टॉप लूजर में एशियन पेंट्स, टाइटन और कोटक बैंक हैं।

शेयर मार्केट में हरियाली तीज जैसी हरियाली दिख रही है। सेंसेक्स के सभी 30 स्टॉक्स हरे रंग में हैं तो निफ्टी भी हरा है। बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक आज 972 अंकों की बंपर उछाल के साथ 79565 के लेवल पर खुला तो एनएसई का निफ्टी 296 अंक उछल कर 24289 पर। आज भी रियल्टी, प्राइवेट बैंक, पीएसयू बैंक में बंपर तेजी है।

आज यानी बुधवार को घरेलू शेयर मार्केट में रौनक लौटने की उम्मीद है। क्योंकि आज एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार हुआ, गिफ्ट निफ्टी 24,190 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा था। जबकि अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को मजबूत बढ़त के साथ बंद हुए।

एशियाई शेयर मार्केट: चीन के शेयर बाजारों के आंकड़ों से पहले और वॉल स्ट्रीट में बढ़त के चलते एशियाई बाजारों में बुधवार को मिलाजुला रुख रहा। जापान का निक्केई 1 फीसद गिर गया, जबकि टॉपिक्स 0.3 फीसद चढ़ गया। दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 1 फीसद और कोस्डैक में 1.3 फीसद की तेजी आई।

गिफ्ट निफ्टी: गिफ्ट निफ्टी 24,190 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा था, निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से लगभग 100 अंकों का प्रीमियम है, यह भारतीय शेयर बाजार के लिए सकारात्मक शुरुआत का संकेत देता है।

 

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Wed, 07 Aug 2024 16:30:16 +0530 admin
विस्‍तारा, एयर इंडिया और इंडिगो की ढाका के लिए सभी उड़ानें रद्द https://aaj24x7live.com/1455 https://aaj24x7live.com/1455 नई दिल्‍ली
बांग्‍लादेश की राजधानी ढाका के हालात को देखते हुए टाटा की अगुवाई वाली एयर इंडिया, विस्‍तारा और इंडिगो एयरलाइन कंपनियों ने अपनी सभी उड़ानें (कैंसिल) रद्द कर दी हैं। विमानन कंपनियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा के बाद ढाका के हालाताें को देखते हुए यह कदम उठाया है।

आधिकारिक सूत्रों ने  दी जानकारी में बताया कि देश की प्रमुख एयरलाइन कंपनियों विस्‍तार, एयर इंडिया और इंडिगो ने ढाका आने-जाने वाली अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। विस्‍तारा ने आज ढाका की फ्लाइट्स कैंसिल की हैं, जबकि एयर इंडिया और इंडिगो ने कल देर शाम अपनी उड़ानें रद्द कर दी थीं।

विस्तारा के एक अधिकारी ने बताया कि एयरलाइन की उड़ानें प्रतिदिन मुंबई से ढाका और हफ्ते के तीन दिन दिल्ली से ढाका जाया करती थीं। लेकिन वहां के मौजूदा हालात को देखते हुए फिलाहल विस्तारा ने अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। इससे पहले विस्‍तारा ने सोमवार को मुंबई से अपनी उड़ान को संचालित किया था। वहीं, एयर इंडिया और इंडिगो ने पहले ही अपनी उड़ानें रद्द कर दी थीं।

उल्लेखनीय है कि बांग्‍लादेश में रिजर्वेशन पॉलिसी के विरोध में हिंसा चरम पर पहुंचने के बाद वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्‍तीफा दे दिया है। फिलहाल वो भारत में हैं।

अपनी सुबह की उड़ान रद्द कर दी

एअर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी ने ढाका के लिए अपनी सुबह की उड़ान रद्द कर दी है और वह दिन में फैसला लेगी कि बांग्लादेश की राजधानी के लिए शाम की उड़ान संचालित की जाएगी या नहीं। समयसारिणी के अनुसार, एअर इंडिया दिल्ली से ढाका के बीच रोज दो उड़ानें संचालित करती है।

रद्दीकरण शुल्क पर एकमुश्त छूट

एअर इंडिया ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, “बांग्लादेश में उभरती स्थिति को देखते हुए, हमने ढाका जाने और वहां से आने वाली अपनी उड़ानों के निर्धारित परिचालन को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है।”उसने कहा था, “हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और ढाका से आने-जाने के लिए कन्फर्म टिकट वाले अपने यात्रियों को सहायता प्रदान कर रहे हैं, जिसमें पुनर्निर्धारण और रद्दीकरण शुल्क पर एकमुश्त छूट शामिल है।”

अराजकता की स्थिति पैदा हो गई

कंपनी ने कहा था, “यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।” बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के अचानक इस्तीफा देने और देश छोड़कर जाने से वहां अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है। हसीना सोमवार रात बांग्लादेशी वायुसेना के एक सी-130 जे सैन्य विमान से भारत पहुंचीं। बताया जा रहा है कि उनकी लंदन जाने की योजना है।

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Wed, 07 Aug 2024 11:30:11 +0530 admin
सूरत के हीरा इंडस्ट्री पर मंदी का साया, रूस&यूक्रेन युद्ध के चलते खड़ी हुई दिक्कत https://aaj24x7live.com/1409 https://aaj24x7live.com/1409  सूरत

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अगस्त में दुनिया के सबसे ऑफिस स्पेस सूरत डायमंड बोर्स (SDB) का शुभारंभ किया था। इसके बाद सूरत डायमंड उद्योग के नई ऊंचाई पर जाने की उम्मीद की गई थी, लेकिन वैश्विक हालात में तनाव के चलते हीरा बाजार को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा रहा है। अमेरिका में 75 फीसदी तक निर्यात गिर गए या है। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के अनुसार बीते तीन महीने में हालात और बिगड़े हैं। इसके चलते सूरत से होने वाले डायमंड का निर्यात 82 फीसदी गिर गया है।

10 दिन की छुट्‌टी का ऐलान
सूरत के डायमंड का निर्यात घटने का असर अब उद्योग पर दिखने लगा है। सूरत हीरा उद्योग के इतिहास में पहली बार छुट्‌टी घोषित की गई है। सूरत के बड़ी हीरा फर्म किरण जेम्स ने सावन के महीने में 10 दिन की छुट्‌टी का ऐलान किया है। किरण फर्म के ऐलान को हीरा उद्योग में बड़ी हलचल और मंदी से जोड़कर देखा जा रहा है। किरण जेम्स ने 10 अगस्ते से 27 अगस्त छुट्‌टी का ऐलान कर दिया है। डायमंड वर्कर्स यूनियन उपाध्यक्ष भावेश टांक ने सरकार से मांग की है कि सरकार ज्वैलर्स के लिए आर्थिक पैकेज और रत्नदीप योजना लागू करे। मंदी से निपटने के लिए ज्वैलर्स के लिए यही एकमात्र विकल्प है। कंपनी के छुट्‌टी घोषित करने से 50 हजार कर्मचारी अवकाश पर रहेंगे। किरण जेम्स की गिनती दुनिया की बड़ी प्राकृतिक हीरा कंपनियों में होती है।

क्यों आई है यह नौबत?
अमेरिका द्वारा रूसी मूल के हीरों पर प्रतिबंध लगाए जाने और 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद जी-7 देशों द्वारा इस पर प्रतिबंध लगाए जाने की घोषणा के बाद हीरा निर्माताओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।किरण जेम्स के चेयरमैन वल्लभभाई लखानी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा किफिलहाल हीरा उद्योग बुरे दौर से गुजर रहा है। यह मंदी का दौर है क्योंकि वैश्विक स्तर पर पॉलिश किए गए हीरों की मांग नहीं है। हमने 10 दिन की छुट्टी घोषित की है ताकि हीरों के उत्पादन को नियंत्रित किया जा सके। कंपनी के इतिहास में ऐसा फैसला पहली बार लिया गया है। उन्होंने कहा कि पॉलिश किए गए हीरों की कीमत वैश्विक स्तर पर कम हो गई है और हीरा निर्माताओं के लिए अपना कारोबार चलाना मुश्किल हो गया है। अगर आपूर्ति नियंत्रित होती है, तो मांग बढ़ेगी और इससे उद्योग को फायदा होगा।

दीवाली पर होता है अवकाश
आमतौर पर हीरा कारखाने दिवाली के दौरान लंबी छुट्टियों पर चले जाते हैं। 17,000 करोड़ रुपये के सालाना कारोबार वाली किरण जेम्स, वैश्विक स्तर पर अग्रणी हीरा कंपनियों में से एक डी बीयर्स के साइट होल्डर्स (कच्चे हीरों के अधिकृत खरीदार) में से एक है। डी बीयर्स ने पहले इस साल जून में समाप्त होने वाली दूसरी तिमाही में कच्चे हीरे के उत्पादन में पहली तिमाही की तुलना में 15 प्रतिशत की कमी की सूचना दी थी, जिसका एक कारण सामान्य से अधिक इन्वेंट्री को बताया गया था। लखानी ने कहा कि मेरी फर्म में 50,000 से अधिक हीरा पॉलिशर काम करते हैं, जिनमें से 40,000 प्राकृतिक हीरे काटते और पॉलिश करते हैं, जबकि 10,000 लैब-ग्रोन डायमंड यूनिट में काम करते हैं।

मुआवज देने पर विचार: लखानी
लखानी ने कहा कि हम हीरा पॉलिशरों को छुट्टी के दिनों के लिए मुआवजा देने पर भी विचार कर रहे हैं। लखानी अपने कार्यालय को मुंबई से सूरत डायमंड बोर्स (एसडीबी) में स्थानांतरित करने वाले पहले लोगों में से थे। सूरत में कारोबार ठीक से न चलने के कारण मार्च में इस्तीफा देकर मुंबई लौटने से पहले वे एसडीबी के चेयरमैन भी थे। हालांकि वे कोर कमेटी का हिस्सा बने हुए हैं।

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Tue, 06 Aug 2024 20:15:11 +0530 admin
सर्राफा बाजार में सपाट स्तर पर कारोबार, चांदी में मामूली तेजी https://aaj24x7live.com/1402 https://aaj24x7live.com/1402 नई दिल्ली
 घरेलू सर्राफा बाजार में सोना सपाट स्तर पर कारोबार करता नजर आ रहा है। हालांकि चांदी की कीमत में आज मामूली तेजी दर्ज की गई है। सोने की कीमत के सपाट स्तर पर बने रहने की वजह से देश के ज्यादातर सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना 70,950 रुपये से लेकर 70,570 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर रहा है। इसी तरह 22 कैरेट सोना सर्राफा बाजारों में 64,990 रुपये से लेकर 64,690 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है। दूसरी ओर चांदी की कीमत में आज 400 रुपये तक की तेजी बनी हुई है, जिसकी वजह से दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी आज 85,800 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज भी 70,720 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 64,840 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। इसी तरह मुंबई में 24 कैरेट सोना 70,570 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 64,690 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। जबकि चेन्नई में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 70,950 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 64,990 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना आज 70,620 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 64,740 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में 24 कैरेट सोना 70,570 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 64,690 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है।

लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 70,720 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 64,840 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। वहीं, पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 70,620 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जबकि 22 कैरेट सोना 64,740 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 70,720 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 64,840 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी आज सोने के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 70,570 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 64,690 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

 

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Tue, 06 Aug 2024 19:00:20 +0530 admin
अमेरिकी कोर्ट ने फैसला सुनाया कि गूगल ने ऐंटीट्रस्ट लॉ यानी अविश्वास कानून का उल्लंघन किया https://aaj24x7live.com/1371 https://aaj24x7live.com/1371 न्यूयॉर्क

गूगल (Google) को तगड़ा झटका लगा है। एक अमेरिकी कोर्ट के जज ने फैसला सुनाया कि गूगल ने ऐंटीट्रस्ट लॉ यानी अविश्वास कानून का उल्लंघन किया है। जज ने फैसले में कहा कि गूगल ने खुद को दुनिया का डिफॉल्ट सर्च इंजन बनाने और मोनोपॉली के लिए अरबों डॉलर खर्च किए हैं। कोर्ट का यह फैसला संभावित सुधारों को तय करने के लिए दूसरे ट्रायल का रास्ता भी साफ करता है। इसमें गूगल पैरेंट अल्फाबेट का ब्रेकअप (विघटन) भी शामिल हो सकता है। ऐसा होने पर ऑनलाइन ऐडवर्टाइजिंग की दुनिया में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है, जिस पर गूगल बीते कई सालों से राज करता आ रहा है। साल 2023 में अल्फाबेट की टोटल सेल में गूगल ऐड्स का 77% था।

साल 2021 में 26.3 बिलियन डॉलर का भुगतान
वाशिंगटन डी.सी. के यूएस डिस्ट्रिक्ट जज अमित मेहता ने अपने में फैसले में लिखा कि गूगल एक मोनोपॉलिस्ट यानी एकाधिकारवादी है और उसने अपने एकाधिकार को बनाए रखने के लिए एक के रूप में काम किया है। जज ने आगे यह भी लिखा कि गूगल ऑनलाइन सर्च मार्केट का लगभग 90% और स्मार्टफोन पर 95% कंट्रोल रखता है। मेहता ने कहा कि गूगल ने साल 2021 में 26.3 बिलियन डॉलर का भुगतान किया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उसका सर्च इंजन स्मार्टफोन और ब्राउजर पर बाइ डिफॉल्ट ऑफर हो।

फैसले के खिलाफ अपील करने की तैयारी में अल्फाबेट
अल्फाबेट ने कहा कि वह मेहता के फैसले के खिलाफ अपील करने का प्लान बना रहा है। गूगल ने एक बयान में कहा कि कोर्ट के फैसले से यह साफ हो गया है कि गूगल बेस्ट सर्च इंजन ऑफर करता है। कंपनी ने आगे यह भी कहा कि बेस्ट होने से कारण अब गूगल सर्च इंजन को आसानी से उपलब्ध नहीं कराना चाहिए।

दूसरी तरफ अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने फैसले को अमेरिकी यूजर्स के लिए एक ऐतिहासिक जीत बताते हुए कहा कि कोई भी कंपनी चाहे कितनी भी बड़ी या प्रभावशाली क्यों न हो, वह कानून से ऊपर नहीं हो सकती। बताते चलें कि टेक शेयरों में व्यापक गिरावट के बीच अल्फाबेट के शेयरों में सोमवार को 4.5% की गिरावट देखी गई।

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Tue, 06 Aug 2024 15:00:14 +0530 admin
अंबानी और अडानी को जोरदार झटका! एक ही दिन में डूबे हजारों करोड़ रुपये, जानें किसे हुआ ज्यादा नुकसान https://aaj24x7live.com/1357 https://aaj24x7live.com/1357 मुम्बई

 शेयर मार्केट में सोमवार को आई गिरावट के कारण देश के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की संपत्ति काफी गिर गई। दोनों की संपत्ति को एक ही दिन में लाखों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक दुनिया के टॉप 20 अमीरों में से सिर्फ एक को छोड़कर 19 की संपत्ति में गिरावट आई है। दुनिया के सबसे अमीरों की लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी 11वें और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी 12वें नंबर पर हैं।

कितनी कम हुई मुकेश अंबानी की दौलत?
ब्लूमबर्ग इंडेक्स के अनुसार मुकेश अंबानी की संपत्ति एक ही दिन में 3.95 बिलियन डॉलर (करीब 33 हजार करोड़ रुपये) कम हो गई। इस कमी के साथ मुकेश अंबानी की संपत्ति 109 बिलियन डॉलर रह गई है। वहीं दूसरी ओर सोमवार को शेयर मार्केट में गिरावट के कारण मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्री को भी भारी नुकसान हुआ। सोमवार को रिलांयस इंडस्ट्री के शेयरों में 3.40 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई थी। इस गिरावट के साथ कंपनी को करीब 70 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

अडानी की दौलत इतनी हुई कम
मार्केट में गिरावट के कारण गौतम अडानी की दौलत पर भी काफी असर पड़ा। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार अडानी की संपत्ति में एक ही दिन में 6.31 बिलियन डॉलर (करीब 53 हजार करोड़ रुपये) की गिरावट आई। इस गिरावट के साथ अडानी की संपत्ति 104 बिलियन डॉलर रह गई है। सोमवार को मार्केट में गिरावट का असर अडानी की कंपनियों पर भी पड़ा। अडानी ग्रुप की कई कंपनियों के शेयरों में 6 फीसदी तक की गिरावट आई थी। इनमें अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पावर आदि शामिल हैं।

जेफ बेजोस को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
मार्केट में गिरावट का सबसे ज्यादा असर अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस की दौलत पर पड़ा। बेजोस की दौलत एक दिन में 6.66 बिलियन डॉलर (56 हजार करोड़ रुपये) कम हो गई। इस नुकसान के बाद बेजोस की दौलत 185 बिलियन डॉलर रह गई है। बेजोस दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स हैं। पहले नंबर पर टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क हैं। इनकी संपत्ति 228 बिलियन डॉलर है।

आज ऐसी है स्थिति
मंगलवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला। शुरुआती करीब एक घंटे में ही रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 1.50 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई। इस समय रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर करीब 2942 रुपये पर है। वहीं अडानी ग्रुप की भी लगभग सभी कंपनियों के शेयर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में करीब 3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

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Tue, 06 Aug 2024 13:00:19 +0530 admin
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पांच साल पहले ही डिटेक्ट करेगा ब्रेस्ट कैंसर, आनंद महिंद्रा का दावा https://aaj24x7live.com/1355 https://aaj24x7live.com/1355 नईदिल्ली
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इन दिनों चर्चा में है। इसके इस्तेमाल और फीचर्स पर दुनिया भर में चर्चा हो रही है। कई लोग इससे होने वाले फायदे के बारे में बात करते हैं, तो कुछ लोग इसके नुकसान के बारे में चर्चा करते हैं। वहीं, भारतीय बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने AI के पूर्ण इस्तेमाल की बात की है। उन्होंने कहा है कि एआई को बड़े काम की टेक्नोलॉजी बताया है और कहा है कि यह फोटो बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उससे कई ज्यादा उपयोगी हो सकता है।

AI से डिटेक्ट करेगा ब्रेस्ट कैंसर

हाल ही में अमेरिका की Duke University के रिसर्चर ने एक New AI डेवलप किया है। इसके रिसर्चर ने दावा किया है कि, AI ब्रेस्ट कैंसर को उसके डेवलप होने से लगभग पांच साल पहले ही डिटेक्ट कर सकता है। अब आनंद महिंद्रा ने साइंस न्यूज नाम के हैंडल पर की गई पोस्ट को रिपोस्ट किया है। उन्होंने इस पर लिखा है कि यह बहुत काम का साबित हो सकता है।

कैंसर को डिटेक्ट करने का ये है तरीका

कैंसर का पता लगाने के लिए फिलहाल Biopsies, Microscopic Histological एग्जामिनेशन मेथड का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इमेजिंग टेक्नोलॉजी जैसे MRI, CT स्कैन और PET स्कैन हैं। अब रिसर्चर्स ने दावा किया है कि AI की मदद से एक्यूरेसी के साथ कैंसर की रिपोर्ट दे सकता है।

X प्लेटफॉर्म पर किया पोस्ट

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने X प्लेटफॉर्म (पूर्व नाम Twitter) पर अपनी इस राय को शेयर किया. उन्होंने अपने इस पोस्ट में साइंस न्यूज के पोस्ट को रिपोस्ट किया है.
आनंत महिंद्रा का x पर पोस्ट

हाल ही में अमेरिका बेस्ड Duke University के रिसर्चर ने एक New AI डेवलप किया है. यह AI मॉडल कैंसर डेवलप होने से करीब 5 साल पहले कैंसर को बता देगा. ये दावा रिसर्चर ने किया है.

कैंसर पता लगाने का असली तरीका

कैंसर का पता लगाने के लिए, जो ट्रेडिशनल तरीका है, वो Biopsies, Microscopic Histological एग्जामिनेशन है. इसके अलावा इमेजिंग टेक्नोलॉजी जैसे MRI, CT और PET Scans हैं. वहीं, AI सिर्फ मेडिकल इमेज को एनालाइज करके ज्यादा बेहतर एक्युरेसी के साथ कैंसर की रिपोर्ट दे सकता है, जो दावा रिसर्चर ने किया है.

आनंद महिंद्रा ने AI की थी आलोचना

आनंद महिंद्रा ने बीते साल एक पोस्ट करके एक फोटो भी पोस्ट की थी. यह फोटो उनकी हमशक्ल थी और उसे AI से बनाता था, जिसमें वे होली के रंग के साथ दिखाए गए थे. तब उन्होंने कहा था कि यह कई लोगों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है. यहां आनंद महिंद्रा को उस फॉर्म में दिखाया था, जिसे उन्होंने असली दुनिया में किया ही नहीं था.

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Tue, 06 Aug 2024 12:00:24 +0530 admin
शेयर बाजार में जोरदार तेजी… Sensex&Nifty में तगड़ी उछाल, ये 10 स्‍टॉक बने रॉकेट https://aaj24x7live.com/1354 https://aaj24x7live.com/1354 मुंबई

पिछले दो दिनों की भारी गिरावट के बाद शेयर बाजार में शानदार तेजी देखी जा रही है. मंगलवार को Sensex 944 चढ़कर 79,693.64 पर कारोबार कर रहा है. वहीं निफ्टी की बात करें तो 278 अंक चढ़कर 24,334.10 पर कारोबार कर रहा है. वहीं बैंक निफ्टी 600 अंक चढ़कर 50,660 लेवल पर कारोबार कर रहा था.

अमेरिकी शेयर बाजार रातों-रात 3 प्रतिशत तक गिरकर बंद हुए. इससे पहले, सोमवार को Sensex 2,222.55 अंक या 2.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 78,759.40 पर बंद हुआ था. Nifty 662.10 अंक या 2.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,055.60 पर बंद हुआ. यह Nifty के 23 जुलाई के 24,074.20 के निचले स्तर से काफी कम है.

इन शेयरों में शानदार तेजी
BSE के टॉप 30 शेयरों की बात करें तो सभी शेयरों में तूफानी तेजी देखी जा रही है. Tata Motors में सबसे ज्‍यादा 4 प्रतिशत की तेजी देखी जा रही है. इसके बाद, LT, Maruti Suzuki, Adani Port और टाटा स्‍टील के शेयर 2 फीसदी से ज्‍यादा तेजी पर है. इसके अलावा, इंफोसिस और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में भी उछाल है.

GE Shipping के शेयर 5.37 प्रतिशत, पतंजलि फूड के शेयर 4 प्रतिशत से ज्‍यादा, गोदरेज प्रॉपर्टीज में 4.68 प्रतिशत, Zomato के शेयरों में 4.61 प्रतिशत चढ़कर 268 रुपये पर कारोबार कर रहा है. वहीं DLF के शेयर आज 4 प्रतिशत चढ़कर 841 पर कारोबार कर रहे हैं.

50 शेयरों में अपर सर्किट
NSE के 2,160 शेयरों में से 1,921 स्‍टॉक उछाल पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि 194 शेयर गिरावट पर हैं. 34 शेयरों में 52 सप्‍ताह की तेजी देखी जा रही है, जबकि 7 शेयर 52 सप्‍ताह के निचले स्‍तर पर कारोबार कर रहे हैं. इसके अलावा, 50 अपर सर्किट और 21 लोअर सर्किट पर कारोबार कर रहे हैं.

IT सेक्‍टर में तेजी
शेयर बाजार में आज आईटी सेक्‍टर में शानदार तेजी देखी जा रही है. यह 2 फीसदी से ज्‍यादा चढ़कर कारोबार कर रहा है. वहीं रियल्‍टी सेक्‍टर में भी करीब 3 फीसदी की उछाल देखी जा रही है. इसके अलावा FMCG, Media, Metal और पीएसयू बैंक में भी 1 फीसदी से ज्‍यादा की बढ़ोतरी हुई है.

जापान से लेकर अमेरिका तक कैसा मार्केट?
जापान (NIKKEI 225) और दक्षिण कोरिया (COSPI) के स्‍टॉक एक्‍सचेंज पर 11 प्रतिशत तक की उछाल आई, जबकि पिछले सत्र में भारी गिरावट आई थी, जबकि अमेरिकी शेयर बाजार में अभी गिरावट जारी है. वहीं हांगकांग के शेयर बाजार में मामूली तेजी देखी गई है.

 

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Tue, 06 Aug 2024 12:00:14 +0530 admin
डेलॉयट इंडिया ने कहा& 7.2% की दर से बढ़ेगी देश की इकोनॉमी, सरकार के प्रयास का दिखेगा असर! https://aaj24x7live.com/1328 https://aaj24x7live.com/1328 नई दिल्ली
आर्थिक मोर्चे पर भारत के लिए अच्छी खबर है। डेलॉयट इंडिया ने सोमवार को कहा कि मजबूत आर्थिक बुनियादी ढांचे और घरेलू नीति सुधारों में निरंतरता से चालू वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यवस्था 7 से 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। डेलॉयट के अगस्त महीने के भारत इकोनॉमी आउटलुक के अनुसार, केंद्रीय बजट 2024-25 में कृषि उत्पादकता में सुधार, युवाओं के लिए रोजगार सृजन, विनिर्माण तथा सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) के लिए वित्त तक पहुंच की चुनौती का समाधान करने की दिशा में की गई कई पहलों से आपूर्ति पक्ष की मांग में सुधार, मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

क्या है डिटेल
डेलॉइट इंडिया की अर्थशास्त्री रुमकी मजूमदार ने कहा कि वर्ष के पहले छह महीनों में अनिश्चितता के दौर के बाद भारत दूसरी छमाही में मजबूत वृद्धि दर्ज करेगा। आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट में कहा गया, मजबूत आर्थिक बुनियाद वित्त वर्ष 2024-25 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर सात प्रतिशत से 7.2 प्रतिशत के बीच रहेगी। शहरी-ग्रामीण उपभोक्ता व्यय अंतर, मुद्रास्फीति तथा रोजगार संबंधी चिंताओं से प्रभावी ढंग से निटपने से महत्वाकांक्षी ग्रामीण उपभोक्ताओं की सामर्थ्य में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। डेलॉइट इंडिया का वृद्धि अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुमान के बराबर है।

Indian Energy Exchange के शेयरों में आई गिरावट, 3.51% लुढ़का भाव
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024-25 में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है। यह वित्त मंत्रालय की आर्थिक समीक्षा में लगाए अनुमान से अधिक है, जिसमें जीडीपी विस्तार का अनुमान 6.5 से सात प्रतिशत के बीच लगाया गया है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।

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Mon, 05 Aug 2024 22:00:20 +0530 admin
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी की ओर से कर्फ्यू के चलते कंपनी ने 7 अगस्त तक बंद किए ऑफिस https://aaj24x7live.com/1327 https://aaj24x7live.com/1327 मुंबई
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की ओर से सोमवार को कहा गया कि कर्फ्यू के चलते कंपनी ने बांग्लादेश में अपने ऑफिस 7 अगस्त तक बंद रखने का फैसला किया है।

एलआईसी की ओर से नियामक फाइलिंग में कहा गया कि बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिति को देखते हुए कंपनी की बांग्लादेशी इकाई (एलआईसी ऑफ बांग्लादेश लिमिटेड) के ऑफिस को 5 से लेकर 7 अगस्त तक बंद रखने का फैसला किया गया है। एलआईसी की ओर से आगे कहा गया कि बांग्लादेश सरकार की ओर से 5 से लेकर 7 अगस्त तक कर्फ्यू का ऐलान किया गया है।

बांग्लादेश में नौकरियों में आरक्षण को लेकर बीते एक महीने से छात्रों की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है। इस कारण देशभर में हिंसा हो रही है। बांग्लादेश में हिंसा के चलते वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। देश को चलाने के लिए एक अंतरिम सरकार का गठन कर दिया गया है।

कई रिपोर्ट्स में बताया गया कि सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के ढाका में प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास गोनो भवन में प्रवेश करने के बाद शेख हसीना "सुरक्षित स्थान" के लिए रवाना हो गई हैं। बांग्लादेश के बड़े अखबारों में एक 'द डेली स्टार' की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि पिछले तीन हफ्तों में सरकार के खिलाफ होने वाले इस प्रदर्शन में 300 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।

बता दें कि छात्रों की ओर से यह प्रदर्शन पाकिस्तान के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन में स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों को नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण को लेकर हो रहा है। यह प्रदर्शन बांग्लादेशी सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के बाद शुरू हुए, जिसमें इस आरक्षण को घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया था।

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Mon, 05 Aug 2024 22:00:12 +0530 admin
LIC ने पहली तिमाही में खरीदे 17 हजार करोड़ रुपये के शेयर https://aaj24x7live.com/1298 https://aaj24x7live.com/1298 नई दिल्ली:

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को तो जानते ही होंगे। यह बीमा कंपनी होने के साथ साथ शेयर बाजार का बड़ी निवेशक भी है। इसने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 17 हजार करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। हम यहां बता रहे हैं कि एलआईसी ने किन-किन कंपनियों में निवेश किया है।
तेजी के माहौल में किया निवेश

एलआईसी घरेलू शेयर बाजार में सबसे बड़ा संस्थागत निवेशक है। उसने यह खरीदारी ऐसे समय पर की जब शेयर बाजार में तेजी माहौल था। उस समय बड़ी संख्या में खुदरा निवेशक और घरेलू संस्थागत निवेशक बाजार में निवेश कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि इस साल अप्रैल से जून की अवधि के दौरान म्यूचुअल फंडों ने 1.1 लाख करोड़ रुपये, बीमा कंपनियों ने 5,035 करोड़ रुपये और बैंकों ने 628 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की। इस दौरान रिटेल नइवेस्टर्स ने 39,278 करोड़ रुपये की खरीदारी की है। हालांकि, विदेशी निवेशकों ने तिमाही के दौरान 8,495 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। इससे पहले एलआईसी ने जनवरी-मार्च तिमाही में 44,500 करोड़ रुपये और अक्टूबर-दिसंबर (2023) तिमाही में 6,260 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।

एलआईसी घरेलू शेयर बाजार में सबसे बड़ा संस्थागत निवेशक है। उसने यह खरीदारी ऐसे समय पर की जब शेयर बाजार में तेजी माहौल था और बड़ी संख्या में खुदरा निवेशक और घरेलू संस्थागत निवेशक बाजार में निवेश कर रहे थे।

अप्रैल-जून की अवधि में म्यूचुअल फंडों ने 1.1 लाख करोड़ रुपये, बीमा कंपनियों ने 5,035 करोड़ रुपये और बैंकों ने 628 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की। खुदरा निवेशकों ने 39,278 करोड़ रुपये की खरीदारी की है। हालांकि, विदेशी निवेशकों ने तिमाही के दौरान 8,495 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की।

इससे पहले एलआईसी ने जनवरी-मार्च तिमाही में 44,500 करोड़ रुपये और अक्टूबर-दिसंबर (2023) तिमाही में 6,260 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।

जानकारी के अनुसार, एलआईसी की ओर से जून तिमाही में अपने पोर्टफोलियो में 11 नये शेयरों को शामिल किया और पहले से मौजूद 89 शेयरों में हिस्सेदारी बढ़ाई।

जून तिमाही के आखिर में एलआईसी के पोर्टफोलियो में 321 शेयर थे। संयुक्त रूप से इनकी वैल्यू 15.71 लाख करोड़ रुपये थी। मार्च तिमाही के आखिर में एलआईसी के पोर्टफोलियो में 333 कंपनियां थीं, जिनकी वैल्यू करीब 14.29 लाख करोड़ रुपये थी।

आंकड़ों के मुताबिक, एलआईसी ने इन्फोसिस, एलटीआई मांइडट्री, एल एंड टी, एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक और ऑयल इंडिया जैसे शेयरों में हिस्सेदारी बढ़ाई है। वहीं, टाटा पावर, सीमेंस, हिंडालको, भारती एयरटेल, हीरोमोटोकॉर्प और एचडीएफसी एएमसी जैसे शेयरों में हिस्सेदारी घटाई है।

वहीं, आरईसी, डालमिया भारत, पूनावाला फिनकॉर्प, इंडिया टूरिज्म डेवलपमेंट और टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड के साथ अन्य कंपनियों को पोर्टफोलियो में पहली बार जोड़ा है।

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Mon, 05 Aug 2024 20:00:18 +0530 admin
अमेरिका में संभावित मंदी की आशंका के कारण भारतीय शेयर बाजार में हड़कंप, क्रैश हुआ शेयर बाजार https://aaj24x7live.com/1288 https://aaj24x7live.com/1288 नई दिल्ली
अमेरिका में संभावित मंदी की आशंका के कारण भारतीय शेयर बाजार में हड़कंप सा मच गया है। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स 2600 अंक से अधिक टूट गया तो निफ्टी भी 24000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। बता दें कि आज सेंसेक्स 2222.55 अंक यानी 2.74% टूटकर 78,759.40 पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी 662.10 अंक यानी 2.68% लुढ़क कर 24,055.60 पर बंद हुआ है। इस बड़ी गिरावट की वजह से निवेशकों को करीब 17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

2686 अंक तक टूट गया था सेंसेक्स
सोमवार को ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स 2686 अंक टूटकर 78295 अंक के निचले स्तर तक आ गया था। वहीं, निफ्टी की बात करें तो यह 824 अंक गिरकर 26 जून के बाद पहली बार 24,000 से नीचे आ गया। यह 4 जून के बाद की सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट है। बता दें कि 4 जून को लोकसभा नतीजे के बाद शेयर बाजार क्रैश हो गए थे। दरअसल, चुनाव के नतीजे एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों से कम रहे। यही वजह है कि बाजार में हाहाकार मचा था। अब शेयर बाजार में 5 अगस्त को इतनी बड़ी गिरावट क्यों आई, ये समझ लेते हैं।

अमेरिका में मंदी का डर
दरअसल, अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों ने निवेशकों के बीच एक बार फिर मंदी की चर्चा को तेज कर दी है। आंकड़े बताते हैं कि जुलाई में नौकरी की वृद्धि उम्मीद से अधिक सुस्त हो गई है। श्रम विभाग ने बताया कि पिछले महीने नॉन-एग्री पेरोल में केवल 1,14,000 नौकरियों की वृद्धि हुई, जो अपेक्षित 1,75,000 से कम है। वहीं, बेरोजगारी दर भी बढ़कर 4.3% हो गई, यह तीन साल के उच्चतम स्तर के करीब है। जापान की करेंसी येन के मजबूत होने से येन कैरी ट्रेड में निवेशक अपनी पोजीशन को कम करते नजर आ रहे हैं। दरअसल, बैंक ऑफ जापान (बीओजे) द्वारा ब्याज दरों को 0.25% तक बढ़ाने और बांड खरीद कम करने के बाद येन में तेजी आई। ऐसे में निवेशक घाटे से बचने के लिए अपनी स्थिति को कम करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। जापान में चल रही गतिविधि का सीधा असर भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों पर पड़ सकता है। बता दें कि जापान में कर्ज पर शून्य ब्याज दर चलती रही है, उसका भारत बड़ा लाभार्थी है। इस बीच, जापान का निक्केई 13% की भारी गिरावट के साथ सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है, जो 2011 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद से नहीं देखा गया है।

जियो पॉलिटिक्स
ईरान और उसके क्षेत्रीय सहयोगियों की ओर से इजराइल पर संभावित हमलों को लेकर चिंताएं बढ़ने से भू-राजनीतिक तनाव ने बाजार की धारणा पर असर डाला। बता दें कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जी7 समकक्षों को चेतावनी दी है कि इजरायल के खिलाफ ईरान और हिजबुल्लाह का हमला कभी शुरू हो सकता है।

मुनाफावसूली
शेयर बाजार में ओवरवैल्यूएशन है और तमाम एक्सपर्ट बड़े करेक्शन की बात कहते आ रहे हैं। सोमवार की गिरावट को करेक्शन की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। रक्षा और रेलवे जैसे बाजार के ओवरवैल्यूड सेगमेंट पर दबाव आने की संभावना है।

जून तिमाही के नतीजे
बता दें कि कंपनियों के जून तिमाही के नतीजे बाजार की उम्मीदों के अनुरूप नहीं हैं। नतीजों के सीजन ने अब तक बाजार को आगे ले जाने के लिए कोई बड़ा सकारात्मक ट्रिगर नहीं दिया है।

VIX इंडेक्स 52 फीसदी उछला
बाजार में मचे हाहाकार के बीच इंडिया VIX या इंडिया वोलैटिलिटी इंडेक्स 52% उछल गया। यह साल 2015 के बाद से सबसे बड़ा उछाल है। यह जितना ज्यादा होता है, निफ्टी में उतनी बड़ी गिरावट की आशंका जाहिर की जाती है। इससे पता चलता है कि NSE इंडेक्स में अगले तीस दिनों में ट्रेडर कितनी वोलैटिलिटी की उम्मीद करते हैं।

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Mon, 05 Aug 2024 18:00:58 +0530 admin
अमेरिका में मंदी की आहट से भारतीय शेयर बाजार में भूचाल… सेंसेक्स में 2600 अंकों का गोता, निफ्टी भी धड़ाम https://aaj24x7live.com/1256 https://aaj24x7live.com/1256 मुंबई
 शेयर मार्केट (Stock Market) में बीते सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को बड़ी गिरावट आई थी और तमाम बड़ी कंपनियों के शेयर ताश के पत्तों की तरह बिखर गए थे. अमेरिका में मंदी की आहट से US Stock Market हिला, तो इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी दिखाई दिया था. अब सप्ताह का पहला कारोबारी दिन सोमवार भी 'ब्लैक मंडे' नजर आ रहा है. जहां प्री-ओपन में सेंसेक्स और निफ्टी भरभराकर टूटे हैं, तो वहीं बाजार खुलने के साथ ही Sensex-Nifty धड़ाम हो गए. बीएसई का सेंसेक्स 80,000 के नीचे ओपन हुआ.

आज खुलते ही बिखर गया सेंसेक्स
सोमवार को शेयर बाजार (Share Market) ओपन होने के साथ ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इंडेक्स अपने पिछले बंद की तुलना में बुरी तरह से टूटकर 1200 अंक की गिरावट के साथ 79,700.77 पर ओपन हुआ, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी-50 ने भी 424 अंक की गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया. इससे पहले बीते शुक्रवार को भारतीय शेयर मार्केट में सुनामी जैसा नजारा देखने को मिला था. BSE Sensex 885.60 अंक या 1.08% गिरकर 80,981.95 अंक पर बंद हुआ था. जबकि Nifty50 की बात करें तो यह 293.20 अंक टूटकर 24,717.70 लेवल पर बंद हुआ था.

प्री- ओपनिंग में ही ऐसे संकेत मिलने लगे थे कि शेयर बाजार का रुख कैसा रहने वाला है. दरअसल, Pre Open में सेंसेक्स 3000 अंक से ज्यादा टूट गया था, तो वहीं निफ्टी में 700 अंक की बड़ी गिरावट देखने को मिली. बाजार खुलने के महज 10 मिनट के भीतर ही शुरुआती गिरावट और बढ़ गई, जिसके चलते Sensex 1,585.81 अंक या 1.96% की गिरावट लेकर 79,396.14 के लेवल पर आ गया, जबकि Nifty 499.40 अंक या 2.02% फिसलकर 24,218.30 के लेवल पर पहुंच गया था.

ये गिरावट बाजार बढ़ने के साथ और भी बढ़ती गई और सुबह 11.30 बजते-बजते शेयर बाजार में मचे कोहराम के बीच BSE SENSEX 2,653 अंक फिसलकर 78,295.60 के लेवल पर पहुंच गया. इसके साथ ही NIFTY-50 भी 707.85 अंक या 2.54% गिरकर 24,010.85 के लेवल पर कारोबार कर रहा था.

शुक्रवार को इतना डूबा था पैसा
बीते शुक्रवार को आई गिरावट के बीच शेयर बाजार निवेशकों को 4.56 लाख करोड़ का नुकसानसेंसेक्‍स में भारी गिरावट से बीएसई का मार्केट कैप शुक्रवार को 4.56 लाख करोड़ रुपये घटकर 457.06 लाख करोड़ हो गया. ऐसे में कहा जा सकता है कि शुक्रवार को बीएसई के तहत निवेशकों का वैल्‍यूवेशन 4.56 लाख करोड़ रुपये घट गया.

आखिर अमेरिका में ऐसा क्या हुआ?
दरअसल, अमेरिका में मैन्‍यूफैक्‍चरिंग पीएमआई डाटा में बड़ी कमी आई है, जो संकेत दे रहा है अमेरिका में मंदी आ सकती है. साथ ही बेरोजगारों की संख्‍या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी भी हुई है, जिसका असर सीधे अमेरिकी बाजार पर पड़ा है. वहीं IT सेक्‍टर में छंटनी के ऐलान से भी संकट और गहरा गया है, जिससे ग्‍लोबल आईटी सेक्‍टर भी भारी दबाव में है.

ये 10 शेयर ताश के पत्तों की तरह बिखरे
शेयर बाजार में आए भूचाल के बीच BSE के 30 शेयरों में से 28 स्टॉक लाल निशान पर ओपन हुए. अगर बात करें 10 सबसे ज्यादा टूटने वाले शेयरों की, तो लार्ज कैप कंपनियों में शामिल टाटा ग्रुप की ऑटोमोबाइल कंपनी Tata Motors का शेयर 4.28%, Tata Steel Share 3.89%, Maruti Share 3.19%, Adani Port Share 3.26%, JSW Steel Share 3.21%, SBI Share 3.19%, M&M Share 3.15%, Titan 3.10%, LT Share 3% और Reliance Share 2.27% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था. 

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Mon, 05 Aug 2024 14:00:15 +0530 admin
मंदी की आहट से भारतीय शेयर बाजार में कोहराम … सेंसेक्स ने लगाया 2400 अंकों का गोता, निफ्टी भी धड़ाम https://aaj24x7live.com/1242 https://aaj24x7live.com/1242 मुंबई
शेयर मार्केट (Stock Market) में बीते सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को बड़ी गिरावट आई थी और तमाम बड़ी कंपनियों के शेयर ताश के पत्तों की तरह बिखर गए थे. अमेरिका में मंदी की आहट से US Stock Market हिला, तो इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी दिखाई दिया था. अब सप्ताह का पहला कारोबारी दिन सोमवार भी 'ब्लैक मंडे' नजर आ रहा है. जहां प्री-ओपन में सेंसेक्स और निफ्टी भरभराकर टूटे हैं, तो वहीं बाजार खुलने के साथ ही Sensex-Nifty धड़ाम हो गए. बीएसई का सेंसेक्स 80,000 के नीचे ओपन हुआ.

आज खुलते ही बिखर गया सेंसेक्स
सोमवार को शेयर बाजार (Share Market) ओपन होने के साथ ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इंडेक्स अपने पिछले बंद की तुलना में बुरी तरह से टूटकर 1200 अंक की गिरावट के साथ 79,700.77 पर ओपन हुआ, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी-50 ने भी 424 अंक की गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया. इससे पहले बीते शुक्रवार को शुक्रवार को भारतीय शेयर मार्केट में सुनामी जैसा नजारा देखने को मिला था. BSE Sensex 885.60 अंक या 1.08% गिरकर 80,981.95 अंक पर बंद हुआ था. जबकि Nifty50 की बात करें तो यह 293.20 अंक टूटकर 24,717.70 लेवल पर बंद हुआ था.

प्री- ओपनिंग में ही ऐसे संकेत मिलने लगे थे कि शेयर बाजार का रुख कैसा रहने वाला है. दरअसल, Pre Open में सेंसेक्स 3000 अंक से ज्यादा टूट गया था, तो वहीं निफ्टी में 700 अंक की बड़ी गिरावट देखने को मिली. बाजार खुलने के महज 10 मिनट के भीतर ही शुरुआती गिरावट और बढ़ गई, जिसके चलते Sensex 1,585.81 अंक या 1.96% की गिरावट लेकर 79,396.14 के लेवल पर आ गया, जबकि Nifty 499.40 अंक या 2.02% फिसलकर 24,218.30 के लेवल पर पहुंच गया.

शुक्रवार को इतना डूबा था पैसा
बीते शुक्रवार को आई गिरावट के बीच शेयर बाजार निवेशकों को 4.56 लाख करोड़ का नुकसानसेंसेक्‍स में भारी गिरावट से बीएसई का मार्केट कैप शुक्रवार को 4.56 लाख करोड़ रुपये घटकर 457.06 लाख करोड़ हो गया. ऐसे में कहा जा सकता है कि शुक्रवार को बीएसई के तहत निवेशकों का वैल्‍यूवेशन 4.56 लाख करोड़ रुपये घट गया.

आखिर अमेरिका में ऐसा क्या हुआ?
दरअसल, अमेरिका में मैन्‍यूफैक्‍चरिंग पीएमआई डाटा में बड़ी कमी आई है, जो संकेत दे रहा है अमेरिका में मंदी आ सकती है. साथ ही बेरोजगारों की संख्‍या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी भी हुई है, जिसका असर सीधे अमेरिकी बाजार पर पड़ा है. वहीं IT सेक्‍टर में छंटनी के ऐलान से भी संकट और गहरा गया है, जिससे ग्‍लोबल आईटी सेक्‍टर भी भारी दबाव में है.

ये 10 शेयर ताश के पत्तों की तरह बिखरे
शेयर बाजार में आए भूचाल के बीच BSE के 30 शेयरों में से 28 स्टॉक लाल निशान पर ओपन हुए. अगर बात करें 10 सबसे ज्यादा टूटने वाले शेयरों की, तो लार्ज कैप कंपनियों में शामिल टाटा ग्रुप की ऑटोमोबाइल कंपनी Tata Motors का शेयर 4.28%, Tata Steel Share 3.89%, Maruti Share 3.19%, Adani Port Share 3.26%, JSW Steel Share 3.21%, SBI Share 3.19%, M&M Share 3.15%, Titan 3.10%, LT Share 3% और Reliance Share 2.27% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था. 

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Mon, 05 Aug 2024 12:00:25 +0530 admin
चालू वित्त वर्ष में देश में सीमेंट की मांग सात&आठ प्रतिशत बढ़ेगी : अल्ट्राटेक https://aaj24x7live.com/1241 https://aaj24x7live.com/1241 नई दिल्ली
 देश में चालू वित्त वर्ष में सीमेंट की मांग सात से आठ प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। अल्ट्राटेक सीमेंट ने हाल ही में जारी अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा कि इस वृद्धि को देशभर में निर्माण गतिविधियों में बढ़ोतरी से मदद मिलेगी।

आदित्य बिड़ला समूह की प्रमुख कंपनी ने कहा कि इस बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए सीमेंट उद्योग में अगले वित्त वर्ष (2025-26) में 3.5 से चार करोड़ टन क्षमता बढ़ने का अनुमान है।

इसके अलावा, मांग में इस वृद्धि से चालू वित्त वर्ष (2024-25) में उद्योग का क्षमता इस्तेमाल 72 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा, जो 2022-23 में लगभग 68 प्रतिशत था।

अल्ट्राटेक ने कहा, “देश भर में बुनियादी ढांचे और आवास क्षेत्र में निर्माण गतिविधियों में वृद्धि के कारण चालू वित्त वर्ष (2024-25) में सीमेंट की मांग सात से आठ प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है।”

पीएम गति शक्ति के सिद्धांतों का पालन करते हुए बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की एकीकृत और समन्वित योजना और कार्यान्वयन पर ‘एकजुट ध्यान’ दिया गया है।

कंपनी ने कहा कि महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए व्यय आवंटित करने को प्राथमिकता दी गई है। इसके अलावा, एकल नोडल एजेंसी/ट्रेजरी एकल खाता प्रणाली का उपयोग करके संसाधनों को समय पर जारी करके नकदी प्रबंधन की दक्षता को बढ़ाया गया है।

कंपनी के शेयरधारकों को संबोधित करते हुए चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि भारत का बुनियादी ढांचा क्षेत्र ‘उल्लेखनीय वृद्धि’ के लिए तैयार है, जिसमें अगले पांच साल में निवेश में सालाना 15.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।

निवेश बैंक एवं वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बिड़ला ने कहा, ‘‘इस वृद्धि के परिणामस्वरूप कुल खर्च 1,450 अरब डॉलर हो सकता है।’’

 

 

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Mon, 05 Aug 2024 11:00:15 +0530 admin
नया नियम: मोबाइल सर्विस ठप हुई तो ग्राहकों को मिलेगा मुआवजा, किराए में भी छूट https://aaj24x7live.com/1112 https://aaj24x7live.com/1112 मुंबई

मोबाइल या फिर ब्रॉडबैंड सर्विस यूज करने वाले ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। अब टेलीकॉम सर्विसेस (मोबाइल और ब्रॉडबैंड) ठप होने के एवज में कंपनी को ग्राहकों को मुआवजा देना होगा। दरअसल, टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ग्राहकों के हित में एक नया नियम लागू करने जा रही है। ट्राई द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए नए सर्विस क्वालिटी रूल्स के तहत जिला स्तर पर 24 घंटे से अधिक समय तक सर्विस बाधित रहने की स्थिति में टेलीकॉम ऑपरेटरों को ग्राहकों को मुआवजा देना होगा। ट्राई ने नए नियमों के तहत प्रत्येक क्वालिटी बेंचमार्क को पूरा करने में विफल रहने पर जुर्माने की राशि को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया है। नए नियमों को छह महीने बाद लागू किया जाएगा।

रेगुलेटर ने रिवाइज्ड रेगुलेशन – " द स्टैंडर्ड्स ऑफ क्वालिटी ऑफ सर्विस ऑफ एक्सेस (वायरलाइन और वायरलेस) एंड ब्रॉडबैंड (वायरलाइन और वायरलेस) सर्विस रेगुलेशन, 2024" के तहत नियम के उल्लंघन के अलग-अलग पैमानों के लिए 1 लाख रुपये, 2 लाख रुपये, 5 लाख रुपये और 10 लाख रुपये का ग्रेडेड पेनाल्टी सिस्टम शुरू किया गया है।

किराए में मिलेगी छूट, बढ़ेगी वैलिडिटी

नया नियम तीन अलग-अलग रेगुलेशन्स – बेसिक और सेलुलर मोबाइल सर्विसेस, ब्रॉडबैंड सर्विसेस और ब्रॉडबैंड वायरलेस सर्विसेस के लिए क्वालिटी ऑफ क्वालिटी (QoS) का स्थान लेते हैं। किसी जिले में नेटवर्क ठप होने की स्थिति में, टेलीकॉम ऑपरेटरों को नए नियमों के अनुसार पोस्टपेड ग्राहकों के लिए किराए में छूट प्रदान करनी होगी और प्रीपेड ग्राहकों के लिए वैलिडिटी बढ़ानी होगी।

ट्राई ने कहा, "यदि कोई नेटवर्क आउटेज 24 घंटे से अधिक समय तक जारी रहता है, तो सर्विस प्रोवाइडर को अगले बिलिंग साइकिल में प्रभावित जिले में रजिस्टर्ड पोस्टपेड ग्राहकों को सर्विस आउटेज के वास्तविक दिनों की संख्या के लिए सब्सक्राइब्ड टैरिफ प्लान के अनुसार प्रपोशनल किराए में छूट प्रदान करनी होगी।"

रेगुलेटर एक कैलेंडर दिन में 12 घंटे से अधिक नेटवर्क आउटेज अवधि को किराए में छूट या वैलिडिटी बढ़ाने के लिए एक पूरे दिन के रूप में गिनेगा। नए नियमों में कहा गया है, "पोस्टपेड ग्राहक को किराए में छूट या प्रीपेड ग्राहक को वैलिडिटी एक्सटेंशन, खराबी के सुधार में देरी या 24 घंटे से अधिक के नेटवर्क आउटेज के कारण, जैसा भी लागू हो, नेटवर्क आउटेज के सुधारने के एक सप्ताह के भीतर किया जाना चाहिए।" हालांकि, प्राकृतिक आपदा के कारण होने वाली रुकावटों को वैलिडिटी एक्सटेंशन के लिए नहीं माना जाएगा।

इतनी ही नहीं, फिक्स्ड लाइन सर्विस प्रोवाइडर्स को भी पोस्टपेड और प्रीपेड ग्राहकों को मुआवजा देना होगा, अगर उनके नेटवर्क या सर्विस में खराबी तीन दिनों के बाद ठीक हो जाती है। नए नियम के अनुसार ब्रॉडबैंड सर्विस प्रोवाइडर्स को ग्राहकों द्वारा भुगतान किए जाने के 7 दिनों के भीतर 98 प्रतिशत कनेक्शन एक्टिवेट करने होंगे।

छह महीने बाद लागू होंगे नए नियम

मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर्स को अपनी वेबसाइट पर सर्विस वाइज (2G, 3G, 4G, 5G) जियोग्राफिकल कवरेज मैप उपलब्ध कराने होंगे, जिससे यूजर्स को मदद मिलेगी। ट्राई के नए नियम छह महीने बाद लागू होंगे।

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Sat, 03 Aug 2024 18:45:09 +0530 admin
EPFO के 7 करोड़ यूजर्स के लिए बड़ा अपडेट, PF खाते को लेकर नियम बदला https://aaj24x7live.com/1066 https://aaj24x7live.com/1066 मुंबई

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने कर्मचारियों के PF अकाउंट को लेकर नया नियम पेश किया है. यह बदलाव सभी पीएफ खाताधारकों के लिए है. अगर आप भी एक पीएफ अकाउंट होल्‍डर्स हैं तो आपके लिए ये नियम पेश किया गया है. ईपीएफओ ने पीएफ अकाउंट्स में उनके विवरण को सही करने, अपडेट करने के लिए कुछ नए नियम पेश किए हैं. आइए जानते हैं EPFO की तरफ से किस नियम को पेश किया गया है?

EPFO ने पर्सनल जानकारी जैसे नाम, डेट ऑफ बर्थ को सही करने के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) गाइडलाइन जारी किया है. जिसके तहत सदस्‍यों के प्रोफाइल को अपडेट करने के लिए एसओपी वर्जन 3.0 की मंजूरी दे दी गई है. अब इस नए नियम के बाद UAN प्रोफाइल में अपडेट या सुधार के लिए दस्‍तावेज देने होंगे. साथ ही डिक्‍लेयरेशन देकर आवेदन कर सकते हैं.

ईपीएफओ ने अपने गाइडलाइन में कहा कि अक्‍सर देखा जाता है कि कई तरह की गलतियां होती हैं, जिसे सुधारने के लिए लोगों को बड़ी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. यह परेशानी डेटा अपडेट नहीं होने के कारण होता है. ऐसे में ये गाइडलाइन पेश की गई है.

दो कैटेगरी में होंगे बदलाव
नए गाइडलाइन के मुताबिक, नए निर्देश के तहत ईपीएफओ ने प्रोफाइल में होने वाले बदलावों को मेजर और माइनर श्रेणियों में बांटा है. माइनर बदलावों को संयुक्त घोषणा रिक्वेस्ट के साथ कम से कम दो जरूरी दस्तावेज पेश करने होंगे. वहीं बड़े यानी मेजर सुधार के लिए कम से कम तीन आवश्यक दस्तावेज सबमिट करने होंगे. इसमें फील्ड कार्यालयों को सदस्यों की प्रोफाइल को अपडेट करने में ज्यादा सावधानी बरतने को कहा गया है, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी या धोखाधड़ी ना हो सके.

दूसरी ओर, बड़े बदलावों के लिए कम से कम तीन जरूरी दस्तावेज देने होंगे. यह ध्यान रखना जरूरी है कि आधार से जुड़े बदलावों के मामले में, आधार कार्ड या एक्टिव मोबाइल नंबर से जुड़ा ई-आधार कार्ड सहायक दस्तावेज के तौर पर काफी होगा.

किस बदलाव के लिए कितने दस्‍तावेज  

    छोटे बदलाव के लिए दस्तावेजों की सूची में से कम से कम दो दस्तावेजों की आवश्यकता है.
    बड़े बदलाव के लिए दस्तावेजों की सूची में से कम से कम तीन दस्तावेज की आवश्यकता है.

बता दें ईपीएफ सदस्‍यों के पास सदस्‍य ई-सर्विस पोर्टल के माध्‍यम से सुधार के लिए संयुक्‍त डिक्‍लेयरेशन पेश करने का विकल्‍प है. यह ध्‍यान रखना महत्‍वपूर्ण है कि सुधार केवल वर्तमान नियोक्‍ता की ओर से मैनेज किए जा रहे ईपीएफ अकाउंट से संबंधित डेटा में ही किए जा सकते हैं. नियोक्ताओं के पास पिछले या अन्य प्रतिष्ठानों के ईपीएफ खातों में कोई भी बदलाव करने का अधिकार नहीं है. ईपीएफओ ने कहा कि सदस्य को अपने रजिस्‍टर्ड पोर्टल लॉगिन से जेडी आवेदन जमा करने की जिम्मेदारी होगी.

 

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Sat, 03 Aug 2024 12:45:14 +0530 admin
इंटेल 17500 कर्मचारियों को नौकरी से OUT करेगा , डिविडेंड पर लगाई रोक https://aaj24x7live.com/1064 https://aaj24x7live.com/1064 नई दिल्ली

 दिग्गज कंपनी इंटेल ने कहा है कि वो कर्मचारियों की छंटनी के साथ-साथ डिविडेंड पर रोक लगा दिया है। इस खबर ने निवेशकों को झटका लगा। जिसकी वजह से इंटेल के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है।

इंटेल ने बताया है कि वो अपने कर्मचारियों की संख्या के 15% से अधिक, लगभग 17,500 लोगों में कटौती करेगा, और अपने पैसे खोने वाले मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस पर केंद्रित करेगा। बदलाव इस की योजनाओं के बीच चौथी तिमाही में शुरू होने वाले अपने डिविडेंड को निलंबित कर दिया है।

20% लुढ़का शेयर

चिपमेकर द्वारा नौकरी में कटौती और अपने डिविडेंड के निलंबन की घोषणा के बाद, इंटेल शेयर की कीमत विस्तारित व्यापार में 20% गिर गई, बाजार मूल्य में $ 24 बिलियन से अधिक का नुकसान हुआ। इंटेल का शेयर गुरुवार को 7% की गिरावट के साथ बंद हुआ था।

2024 के अंत तो हो जाएगी कटौती

सांता क्लारा, कैलिफोर्निया स्थित कंपनी ने 29 जून तक 1,16,500 लोगों को रोजगार दिया था। इसने कहा कि अधिकांश नौकरी में कटौती 2024 के अंत तक पूरी हो जाएगी। रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने कहा कि वह ऑपरेटिंग खर्चों में कटौती करेगी और 2025 में पूंजीगत व्यय को 10 बिलियन डॉलर से अधिक कम कर देगी, जो शुरू में योजना से अधिक थी।

इस साल 40% से अधिक टूट चुका है शेयर

यह बाजार के अनुमान से नीचे तीसरी तिमाही के राजस्व का भी अनुमान लगाता है। एलएसईजी के आंकड़ों से पता चला है कि तीसरी तिमाही के लिए, इंटेल को विश्लेषकों के 14.35 अरब डॉलर के औसत अनुमान की तुलना में 12.5 अरब डॉलर से 13.5 अरब डॉलर के राजस्व की उम्मीद है। यह 38% के समायोजित ग्रॉस मार्जिन का अनुमान लगाता है, जो 45.7% की बाजार अपेक्षाओं से कम है। 29 जून तक, कंपनी के पास 11.29 बिलियन डॉलर की नकदी और नकद समकक्ष थे, और लगभग 32 बिलियन डॉलर की कुल वर्तमान देनदारियां थीं। इंटेल के शेयर इस साल अब तक 40% से ज्यादा गिर चुके हैं।

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Sat, 03 Aug 2024 11:30:19 +0530 admin
शेयर बाजार सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन को भारी गिरावट के साथ बंद, मार्केट में आय भूचाल https://aaj24x7live.com/1002 https://aaj24x7live.com/1002 नई दिल्ली।
शेयर बाजार सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन को भारी गिरावट के साथ बंद हुआ है। सेंसेक्स और निफ्टी में आज 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली है। सेंसेक्स 885.60 अंक या फिर 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,981.95 पर बंद हुआ है। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50 आज 1.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,717.70 पर बंद हुआ है। एचडीएफसी, सनफार्मा, कोटक बैंक, नेस्ले इंडिया और एशियन पेंट्स को छोड़कर सही 26 स्टॉक सेंसेक्स में लाल निशान पर बंद हुए हैं। शेयर बाजार में सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन को भारी गिरावट का सिलसिला जारी है। 3 बजे निफ्टी 50 एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा था। वहीं, सेंसेक्स 985.82 अंकों की गिरावट के साथ 80,881.73 पर ट्रेड कर रहा था।

शेयर मार्केट में भारी गिरावट के बीच जहां एचडीएफसी बैंक, हिन्दुस्तान यूनीलीवर, एशियन पेंट्स, आईटीसी और कोटक बैंक हरे निशान पर हैं। वहीं, टाटा मोटर्स और मारुति सेंसेक्स टॉप लूजर हैं। इनमें क्रमश: 3.34 और 3.19 पर्सेंट की गिरावट है। इनके अलावा जेएसडब्ल्यू स्टील, अडानी पोर्ट्स, एलएंडटी में 2 फीसद से अधिक की गिरावट है। नुकसान वाले शेयरों में सन फार्मा, इन्फोसिस, टीसीएस, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड भी है। सेंसेक्स 800 से अधिक अंको का गोता लगाकर दिन के निचले स्तर 81084 पर आ गया था।

आज सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार 2 अगस्त को कमजोर ग्लोबल संकेतों की वजह से आज शेयर मार्केट भारी गिरावट के साथ खुला। बीएसई सेंसेक्स 708 अंकों का गोता लगाकर 81158 के लेवल पर खुला। जबकि, निफ्टी 221 अंक लुढ़क कर 24789 पर। प्री-ओपनिंग में सेंसेक्स पर सभी स्टॉक्स लाल निशान पर थे। घरेलू शेयर मार्केट में गिरावट के प्रबल आसार हैं। क्योंकि, गिफ्ट निफ्टी 24,820 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा था, निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से लगभग 215 अंक नीचे है, जो भारतीय शेयर बाजार के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। वहीं, एशियाई बाजारों में गिरावट का कारोबार हुआ, जबकि अमेरिकी शेयर बाजार भी नुकसान के साथ बंद हुए।

इससे पहले गुरुवार को भारतीय स्टॉक मार्केट के बेंचमार्क इंडेक्स नए क्लोजिंग हाई पर बंद हुए। सेंसेक्स 126.21 अंक या 0.15 फीसद बढ़कर 81,867.55 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 59.75 अंक या 0.24 फीसद बढ़कर 25,010.90 पर बंद हुआ।

एशियाई बाजार: जापान का निक्केई 225 लगभग 5 फीसद गिर गया, जबकि टॉपिक्स 5 फीसद से टूटा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.6 फीसद और कोस्डैक 2.56 फीसद गिरा। हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स फ्यूचर्स ने कम शुरुआत का संकेत दिया।

वॉल स्ट्रीट का हाल: अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार को तेजी से गिरावट के साथ बंद हुआ। डॉऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज ने 494.82 अंक या 1.21 फीसद का गोता लगाकर 40,347.97 पर बंद हुआ। जबकि एसएंडपी 500 75.62 अंक या 1.37 फीसद गिरकर 5,446.68 पर आ गया। नैस्डैक कंपोजिट ने 405.25 अंक या 2.30 फीसद लुढ़क कर 17,194.15 पर बंद हुआ।

बैंक ऑफ इंग्लैंड ने गुरुवार को मार्च 2020 के बाद से अपनी पहली ब्याज दर में कटौती की। BoE ने अगस्त 2023 के बाद से आयोजित 16 साल के उच्च स्तर 5.25 फीसद से ब्याज दरों को 25 आधार अंकों (bps) से घटाकर 5 फीसद कर दिया।

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Fri, 02 Aug 2024 18:30:11 +0530 admin
अडानी ग्रुप का यूपी को लेकर बड़ा ऐलान, मिर्जापुर में लगेगा 14000 करोड़ का प्लांट https://aaj24x7live.com/948 https://aaj24x7live.com/948 मिर्जापुर
अडानी की कंपनी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एक बड़ा प्‍लांट बना रही है.  यह 1600 मेगावाट (2×800 मेगावाट) का ग्रीनफील्ड अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट है. कंपनी की रणनीति के तहत यह थर्मल पावर, उसकी क्षमता को 30 MW तक बढ़ा देगी. इस प्‍लांट के बन जाने के बाद बड़े स्‍तर पर पावर सप्‍लाई की संभावना होगी.

रिपोर्ट के मुताबिक, इस यूनिट का निर्माण Adani Power की सहायक कंपनी मिर्जापुर थर्मल एनर्जी (UP) प्राइवेट लिमिटेड (MTEUPL) द्वारा किया जा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, गौतम अडानी की कंपनी अडानी पावर ( Adani Power ) 2030 तक अपने थर्मल पोर्टफोलियो को 15.25 गीगावाट से बढ़ाकर 30.67 गीगावाट करने की योजना बना रही है.

अडानी पावर प्‍लांंट के लिए इतने करोड़ होंगे खर्च  

रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी द्वारा इस प्रोजेक्‍ट पर लगभग 14,000 करोड़ रुपये खर्च किये जाने की उम्मीद है. इस बीच, अडानी पावर लिमिटेड के शेयर ( Adani Power Share ) आज गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे. आखिरी बार जांच करने पर पता चला कि शेयर 2.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 718.75 रुपये पर था. हालांकि, साल-दर-साल (YTD) आधार पर इसमें 36.83 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

प्‍लांट के लिए मिर्जापुर में पर्याप्‍त जमीन

अडानी पावर (Adani Power) ने  एक बयान में कहा कि MTEUPL के पास उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में बड़े पैमाने पर थर्मल पावर प्लांट स्थापित करने के लिए उपयुक्त भूमि है. कंपनी ने आगे कहा कि "सुपरक्रिटिकल, एनर्जी प्‍लांट की क्षमता बढ़ती रहेगी, संशोधित क्षमता बढ़ोतरी अनुमान 80 गीगावाट+ है.

रायपुर में भी बन रहा 1600 मेगावाट का प्‍लांट

अडानी पावर ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में 1600 मेगावाट (2X800 मेगावाट) की अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर विस्तार परियोजना का विकास भी शुरू किया है, जहां 1,370 मेगावाट का प्‍लांट पहले से ही मौजूद है.    

 

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Fri, 02 Aug 2024 11:30:17 +0530 admin
आज भारतीय बाजार में बड़ी गिरावट… बिखरे ये 5 शेयर https://aaj24x7live.com/947 https://aaj24x7live.com/947 मुंबई

शेयर मार्केट में भारी गिरावट के बीच जहां एचडीएफसी बैंक, हिन्दुस्तान यूनीलीवर, एशियन पेंट्स, आईटीसी और कोटक बैंक हरे निशान पर हैं। वहीं, टाटा मोटर्स और मारुति सेंसेक्स टॉप लूजर हैं। इनमें क्रमश: 3.34 और 3.19 पर्सेंट की गिरावट है। इनके अलावा जेएसडब्ल्यू स्टील, अडानी पोर्ट्स, एलएंडटी में 2 फीसद से अधिक की गिरावट है। नुकसान वाले शेयरों में सन फार्मा, इन्फोसिस, टीसीएस, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड भी है। सेंसेक्स 800 से अधिक अंको का गोता लगाकर दिन के निचले स्तर 81084 पर आ गया था।

आज सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार 2 अगस्त को कमजोर ग्लोबल संकेतों की वजह से आज शेयर मार्केट भारी गिरावट के साथ खुला। बीएसई सेंसेक्स 708 अंकों का गोता लगाकर 81158 के लेवल पर खुला। जबकि, निफ्टी 221 अंक लुढ़क कर 24789 पर। प्री-ओपनिंग में सेंसेक्स पर सभी स्टॉक्स लाल निशान पर थे।

घरेलू शेयर मार्केट में गिरावट के प्रबल आसार हैं। क्योंकि, गिफ्ट निफ्टी 24,820 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा था, निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से लगभग 215 अंक नीचे है, जो भारतीय शेयर बाजार के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। वहीं, एशियाई बाजारों में गिरावट का कारोबार हुआ, जबकि अमेरिकी शेयर बाजार भी नुकसान के साथ बंद हुए।

इससे पहले गुरुवार को भारतीय स्टॉक मार्केट के बेंचमार्क इंडेक्स नए क्लोजिंग हाई पर बंद हुए। सेंसेक्स 126.21 अंक या 0.15 फीसद बढ़कर 81,867.55 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 59.75 अंक या 0.24 फीसद बढ़कर 25,010.90 पर बंद हुआ।

सुबह के शुरुआती कारोबार में BSE सेंसेक्‍स के टॉप 30 शेयरों में से 3 शेयरों में तेजी देखी जा रही है. बाकी के 27 शेयर लाल निशान  पर कारोबार कर रहे हैं. सबसे ज्‍यादा गिरावट टाटा मोटर्स में 3.30 प्रतिशत, टाटा स्‍टील में 3 फीसदी, मारुति सुजुकी में 2.85 प्रतिशत, JSW Steel में 2 फीसदी, एल एंड टी में करीब 2 प्रतिशत और ICICI बैंक में 1.38 प्रतिशत की गिरावट देखी जा रही है.

कल क्‍यों गिरा अमेर‍िकी बाजार?
शुक्रवार को सेंसेक्‍स, निफ्टी के अलावा, बैं
क निफ्टी और अन्‍य सभी इंडेक्‍स लाला निशान पर थे. इसका सबसे बड़ा कारण कल अमेरिकी बाजार में आई बड़ी गिरावट माना जा रहा है. ग्‍लोबल मार्केट में गिरावट मंदी की आशंका के कारण हुआ है, क्‍योंकि अमेरिका में मैन्‍यूफैक्‍चरिंग PMI उम्‍मीद से ज्‍यादा गिरा है और बेरोजगारों की संख्‍या में भी भारी बढ़ोतरी हुई है.

इन पांच शेयरों में भारी गिरावट
Cummins India के शेयर 7 फीसदी टूटकर 3,571 रुपये पर है. आदित्‍य बिरला कैप में 3.74 प्रतिशत की गिरावट आई है. Tata Motors, वेदांता, टाटा स्‍टील, HAL और ONGC के शेयरों में 3 फीसदी से ज्‍यादा कमी आई है.

73 स्‍टॉक में लोअर सर्किट
एनएसई पर 2,414 शेयरों में से सिर्फ 493 शेयर ही हरे निशान पर हैं, जबकि 1,874 शेयर गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं. इसके अलावा, 47 स्‍टॉक अनचेंज हैं. 78 स्टॉक 52 सप्‍ताह के हाई लेवल पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि 28 शेयर 52 सप्‍ताह के निचले स्‍तर पर पहुंच गए हैं. वहीं 49 स्‍टॉक अपर सर्किट और 73 स्‍टॉक में लोअर सर्किट लगा है.

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Fri, 02 Aug 2024 11:30:08 +0530 admin
गौतम अडानी के पोर्ट&टू&पावर समूह की प्रमुख कंपनी का नेट प्रॉफिट 116% बढ़कर ₹1,454 करोड़ हो गया https://aaj24x7live.com/887 https://aaj24x7live.com/887 नई दिल्ली
अडानी एंटरप्राइजेज ने आज वित्तीय वर्ष 2024-25 (Q1FY25) के लिए अपने अप्रैल-जून तिमाही के नतीजों की घोषणा की। जून तिमाही में अरबपति गौतम अडानी के पोर्ट-टू-पावर समूह की प्रमुख कंपनी का नेट प्रॉफिट 116% बढ़कर ₹1,454 करोड़ हो गया। पिछले साल इसी तिमाही में यह 674 करोड़ रुपये था। वहीं, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 13 प्रतिशत बढ़ गया और यह ₹25,472 करोड़ हो गया। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू ₹22,644 करोड़ था। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर आज करीबन 2% तक चढ़कर 3,225.10 रुपये पर बंद हुए हैं।

इस कारोबार को अलग करेगी कंपनी
अडानी एंटरप्राइजेज के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने एफएमसीजी कारोबार के डी-मर्जर प्लान को मंजूरी दे दी है। इसके तहत अडानी कमोडिटीज एलएलपी को अडानी विल्मर के कारोबार से अलग किया जाएगा। बता दें कि अडानी कमोडिटीज खाद्य तेल और अन्य संबद्ध वस्तुओं का कारोबार और सप्लाई करती है। वहीं, अडानी विल्मर खाद्य तेल और इससे जुड़े कारोबार पर फोकस कर रही है।

अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर आज 2% के करीब चढ़कर 3,225.10 रुपये पर बंद हुए। कंपनी के शेयर पिछले पांच दिन में 8% और इस साल YTD में अब तक 10% चढ़ा है। सालभर में इसमें 30% की तेजी आई है। पिछले पांच साल में अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 128 रुपये से बढ़कर वर्तमान प्राइस 3,225.10 रुपये तक पहुंच गया है। यानी इस दौरान इसमें 2500% तक की तेजी देखी गई है। कंपनी का 52 वीक का हाई प्राइस 3,743 रुपये और 52 वीक का लो प्राइस 2,142.30 रुपये है। अडानी एंटरप्राइजेज का आज मार्केट कैप 3,66,937.86 करोड़ रुपये रहा।

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Thu, 01 Aug 2024 18:30:18 +0530 admin
GST ने Infosys को 32 हजार करोड़ रुपये का दिया नोटिस, समझिए क्या है पूरा मामला https://aaj24x7live.com/863 https://aaj24x7live.com/863 मुंबई

देश की सबसे बड़ी आईडी कंपनियों में से एक इंफोसिस (Infosys) एक बार फिर से चर्चा में है. कंपनी पर टैक्स चोरी का आरोप लगा है. कंपनी पर 32000 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आरोप लगा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 32 हजार करोड़ की जीएसटी टैक्स चोरी मामले में इंफोसिस जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय के जांच के दायरे में आ गई है.  

जुलाई 2017 से 2021-2022 तक टैक्स मामले में जीएसटी इंटेलिजेंस की ओर से ये जांच की जा रही है. दस्तावेजों के मुताबिक इंपोर्ट सर्विसेस के IGST नॉन पेमेंट की जांच की जा रही है. इंफोसिस सर्विसेस के प्राप्तकर्ता के रूप में सेवाओं के इंपोर्ट पर आईजीएसटी का भुगतान नहीं करने की वजह से इंफोसिस जांच के दायरे में आई है.

इंफोसिस पर क्यों हो रही जांच  

DGGI के मुताबिक इंफोसिस कंपनी कस्टमर्स के साथ सर्विस क्लाइंट्स के लिए ओवरसीज ब्रांचेस खोलती हैं. कंपनी के उन ब्रांचेस को आईजीएसटी अधिनियम के तहत विशिष्ट व्यक्ति के तौर पर गिना जाता है. इस तरह के ओवरसीज ब्रांच ऑफिस से सप्लाई के बदले कंपनी को ओवरसीज ब्रांच एक्सपेंडिचर के रूप में ब्रांच ऑफिस को पेमेंट किया है. यानी इंफोसिस को देश के बाहर अपने ब्रांचेज से प्राप्त सप्लाई पर रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म के तहत जीएसटी का भुगतान करना है. इस मामले पर अभी तक इंफोसिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.  हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले  ओडिशा जीएसटी अथॉरिटी ने इंफोसिस पर अयोग्य इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने के लिए 1.46 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था.  

इंफोसिस को जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय से ₹32,000 करोड़ से अधिक की कथित कर चोरी के लिए नोटिस मिला है। नोटिस में कहा गया है कि इंफोसिस 2017-18 (जुलाई 2017 से आगे) से 2021-22 की अवधि के लिए भारत के बाहर स्थित शाखाओं से प्राप्त आपूर्ति पर रिवर्स चार्ज तंत्र के तहत आईजीएसटी का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी है।

इंफोसिस को डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस की तरफ से 32 हजार करोड़ रुपये की डिमांड मिली है। डीजीजीआई का दावा है कि इंफोसिस ने 32,403 करोड़ रुपये की टैक्स नहीं चुकाया है। डीजीजीआई ने इस बारे में 30 जुलाई को कंपनी को रिपोर्ट जारी की है>

जीएसटी टैक्स डिमांड जुलाई 2017 से 2021-22 के बीच की है. डीजीजीआई के बैंग्लुरू जोन ने आरोप लगाया है कि इंफोसिस ने अपनी विदेशी शाखाओं से सेवाएं प्राप्त की हैं लेकिन उन पर टैक्स का भुगतान नहीं किया है।

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Thu, 01 Aug 2024 14:30:12 +0530 admin
महीने के पहले दिन निफ्टी में तूफानी तेजी, पहली बार 25,000 का लेवल किया पार https://aaj24x7live.com/844 https://aaj24x7live.com/844 मुंबई
आज से अगस्त का महीना शुरू हो गया है और महीने के पहले दिन शेयर बाजार (Stock Market) जोरदार तेजी के साथ ओपन हुआ. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) ने फिर से नया हाई लेवल छुआ, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty-50) इतिहास रचते हुए पहली बार 25,000 के आंकड़े के पार निकल गया. बाजार में इस तेजी के बीच मारुति सुजूकी, हिंडाल्को और कोल इंडिया समेत 10 शेयर तूफानी रफ्तार से भागते हुए नजर आए.

नए शिखर पर पहुंचा सेंसेक्स
सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार को शेयर बाजार (Share Market) की शुरुआत शानदार तरीके से हुई. BSE Sensex अपने पिछले बंद 81,741 की तुलना में 236 अंक की बढ़त के साथ 81,977 के लेवल पर कारोबार शुरू किया और कुछ ही मिनटों में ये 379.88 अंक की जोरदार उछाल के साथ 82,121.22 के नए ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया.

Nifty ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
सेंसेक्स की तरह ही एनएसई का निफ्टी (NSE Nifty) भी रॉकेट की रफ्तार से भागता नजर आ रहा है. सुबह 9.15 बजे पर निफ्टी अपने पिछले बंद 24951.15 के लेवल से चढ़कर 25,030.95 के लेवल पर ओपन हुआ. शेयर बाजार के इतिहास में ये पहली बार है, जबकि Nifty-50 ने 25,000 का आंकड़ा पार किया है.  

1844 शेयर तेजी के साथ खुले
स्टॉक मार्केट ओपन होने के साथ ही 1844 शेयरों ने जबर्दस्त तेजी के साथ हरे निशान पर कारोबार शुरू किया, तो वहीं 551 शेयर ऐसे थे जो गिरावट के साथ ओपन हुए. इसके अलावा 134 शेयरों की स्थिति में कोई चेंज देखने को नहीं मिला. निफ्टी पर Maruti Suzuki, Hindalco, JSW Steel, Coal India और ONGC सबसे ज्यादा बढ़त वाले शेयरों में शामिल थे. तो वहीं दूसरी ओर Hero MotoCorp, UltraTech Cement, Infosys, Sun Pharma और Asian Paints के शेयर लाल निशान पर खुले.

ये 10 शेयर सबसे ज्यादा भागे
गुरुवार को मार्केट ओपन होने के साथ सबसे ज्यादा भागने वाले शेयरों का जिक्र करें, तो Maruti Share (3.26%), PowerGrid Share (2.40%), JSW Steel Share (2%) और Tata Steel Share 1.50% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. इसके अलावा मिडकैप कंपनियों में शामिल Oil India Share 5.29%, NAM-Inadi 3.53%, Mahindra Finance 2.33% की तेजी के साथ ट्रेड कर रहा था.

वहीं बात करें स्मालकैप कंपनियों की, तो इनमें शामिल FSL Share 11.27%, IFBIndia Share 7.90% और SIS Share 6.86% चढ़कर बाजार में धमाल मचा रहा था.

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Thu, 01 Aug 2024 12:30:48 +0530 admin
महंगाई से राहत देने के लिए ट्राई की पहल, मोबाइल रिचार्ज सस्ता करने की तैयारी https://aaj24x7live.com/843 https://aaj24x7live.com/843 मुंबई

महंगे मोबाइल टैरिफ से परेशान आम ग्राहकों को जल्द राहत मिल सकती है. इसके लिए दूरसंचार नियामक ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को एक प्रस्ताव दिया है. कंपनियों से कहा गया है कि वे ग्राहकों के लिए बिना डेटा वाला यानी सिर्फ वॉयस और एसएमएस वाला पैक लॉन्च करें. अगर ऐसा होता है तो ग्राहकों के ऊपर रिचार्ज का बोझ कम हो जाएगा.
ट्राई ने इन बातों को बनाया आधार

भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने शुक्रवार को कहा- ऐसा देखा गया है कि बाजार में उपलब्ध टैरिफ ऑफर मुख्य रूप से बंडल में आ रहे हैं, जिनमें डेटा, वॉयस, एसएमएस और ओटीटी सर्विसेज शामिल होती हैं. ये बंडल ऑफर बड़ी संख्या में सब्सक्राइबर की जरूरतों को पूरा नहीं करते हैं, क्योंकि सभी सब्सक्राइबर सारी सेवाओं का इस्तेमाल नहीं करते हैं. ऐसे में उनक बीच धारणा बनती है कि वे जिन सेवाओं का इस्तेमाल नहीं करते, उनके लिए भी उन्हें भुगतान करना पड़ रहा है.
बिना यूज किए कर रहे हैं भुगतान

दरअसल आज भी बड़ी संख्या में ऐसे मोबाइल यूजर हैं, जो स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करते हैं. बेसिक फोन चलाने वाले यूजर न तो ओटीटी सर्विसेज का इस्तेमाल करते हैं और न ही उन्हें डेटा की जरूरत होती है. स्मार्टफोन चलाने वाले यूजर भी बंडल ऑफर में आने वाले कम ही ओटीटी का इस्तेमाल कर पाते हैं. चूंकि उनके पास और कोई विकल्प नहीं रहता है, जिसके चलते उन्हें बंडल ऑफर वाला प्लान की चुनना पड़ता है.
ऐसे यूजर्स को हो सकता है लाभ

अभी तीनों प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल यूजर्स को मुख्य रूप से बंडल प्लान ऑफर कर रही हैं. सबसे सस्ते प्लान में भी कंपनियों की ओर से डेटा दिया जा रहा है. ऐसे में डेटा का इस्तेमाल नहीं करने वाले यानी बेसिक फोन चलाने वाले यूजर्स को प्लान महंगा पड़ता है और बिना यूज किए भी डेटा के लिए भुगतान करना पड़ जाता है. ट्राई के प्रस्ताव पर अमल होने से ऐसे यूजर्स को बड़ा फायदा होने वाला है.
डिजिटल दौर में आएंगे पुराने वाउचर?

ट्राई ने अपने प्रस्ताव में टेलीकॉम कंपनियों को याद दिलाया है कि कुछ साल पहले तक कैसे बाजार में अलग-अलग सेवाओं के लिए रिचार्ज प्लान मिला करते थे. बकौल ट्राई- पहले टेलीकॉम कंपनियां अलग रंगों में वाउचर लाती थीं. जैसे टॉप अप के लिए हरे रंग में और कॉम्बो प्लान के लिए नीले रंग में वाउचर आते थे. अब डिजिटल हो जाने से वाउचर चलन से बाहर हो गए हैं. ट्राई ने कंपनियों से पूछा है कि क्या डिजिटल दौर में कंपनियां रंगों के हिसाब से प्लान ऑफर कर सकती हैं.
16 अगस्त तक दे सकते हैं सुझाव

ट्राई ने प्रस्तावों के साथ कंसल्टेशन पेपर जारी किया है. नियामक ने सभी संबंधित पक्षों को प्रस्तावों पर सुझाव देने के लिए कहा है. ट्राई के प्रस्तावों पर 16 अगस्त तक सजेशन और 23 अगस्त तक काउंटर सजेशन दिए जा सकते हैं. सुझाव मिलने के बाद ट्राई इन प्रस्तावों को अमल में लाने की दिशा में आगे बढ़ेगा.

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Thu, 01 Aug 2024 12:30:18 +0530 admin
सर्राफा बाजार में सस्ता हुआ सोना, चांदी में भी गिरावट https://aaj24x7live.com/788 https://aaj24x7live.com/788 नई दिल्ली
एक दिन पहले मंगलवार की तेजी के बाद घरेलू सर्राफा बाजार में आज बुधवार को एक बार फिर गिरावट नजर आ रही है। सोना आज 200 रुपये से 230 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो गया है। इसी तरह चांदी की कीमत में 700 रुपये प्रति किलोग्राम तक की गिरावट दर्ज की गई है। आज की गिरावट के कारण देश के सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना 69,640 रुपये से लेकर 68,940 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर रहा है। इसी तरह 22 कैरेट सोना भी सर्राफा बाजारों में 63,840 रुपये से लेकर 63,190 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है। कीमत में गिरावट आने के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी का आज 84,400 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार हो रहा है।

देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 69,090 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 63,340 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। इसी तरह मुंबई में 24 कैरेट सोना 68,940 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 63,190 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। जबकि चेन्नई में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 69,640 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 63,840 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना आज 68,990 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 63,240 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में 24 कैरेट सोना 68,940 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 63,190 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है।

लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 69,090 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 63,340 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। वहीं पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 68,990 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जबकि 22 कैरेट सोना 63,240 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 69,090 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 63,340 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी आज सोना सस्ता हुआ है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 68,940 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 63,190 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

 

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Wed, 31 Jul 2024 16:15:14 +0530 admin
पेट्रोल&डीजल की कीमत स्थिर, कच्‍चा तेल 80 डॉलर प्रति बैरल के करीब https://aaj24x7live.com/787 https://aaj24x7live.com/787 नई दिल्‍ली
देश में आज पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्‍चा तेल 80 डॉलर प्रति बैरल के करीब है।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल 94.72 रुपये, डीजल 87.62 रुपये, मुंबई में पेट्रोल 103.44 रुपये, डीजल 89.97 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 104.95 रुपये, डीजल 91.76 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 100.75 रुपये और डीजल 92.34 रुपये प्रति लीटर की दर पर उपलब्ध है।

अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में हफ्ते के तीसरे दिन शुरुआती कारोबार में ब्रेंड क्रूड 1.14 डॉलर यानी 1.45 फीसदी की उछाल के साथ 79.77 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा है। वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड 1.19 डॉलर यानी 1.59 फीसदी की बढ़त के साथ 75.92 यूएस डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।

 

 

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Wed, 31 Jul 2024 16:15:06 +0530 admin
1 अगस्त से फुटवियर हो जाएंगे महंगे, जानें कितनी बढ़ जाएगी जूते&चप्पल की कीमत https://aaj24x7live.com/748 https://aaj24x7live.com/748 नई दिल्ली

अब आपके फुटवियर (जूते-चप्पल) पहले की तुलना में अधिक टिकाऊ होंगे। उनमें फिसलन नहीं होगी, क्रैक भी नहीं आएगा और फुटवियर के ऊपर का सोल भी अधिक लचीला होगा। 2-3 माह चलने वाला फुटवियर 7-8 माह चलेगा। खराब फुटवियर की वजह से होने वाले घुटने दर्द की शिकायत भी कम हो जाएगी। यह सुविधा इसलिए मिलने जा रही है क्योंकि 1 अगस्त से भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) से सर्टिफायड फुटवियर की ही बिक्री बाजार में हो पाएगी। इन सुविधाओं के बदले ग्राहक को पहले की तुलना में 5% तक अधिक कीमत भी चुकानी पड़ सकती है, क्योंकि बीआइएस सर्टिफिकेट लेने के लिए निर्माताओं को कई गुणवत्ता मानकों का पालन करना होगा और इससे उनकी लागत बढ़ेगी।

छोटे कारोबारियों को अभी राहत
अभी सालाना 50 करोड़ से कम का कारोबार करने वाले फुटवियर निर्माताओं को बीआइएस के इस नियम से बाहर रखा गया है। 50 करोड़ सालाना से अधिक के टर्नओवर वाले फुटवियर निर्माताओं के पुराने स्टॉक पर यह नियम लागू नहीं होगा। वे अपने पुराने स्टॉक की जानकारी बीआइएस की साइट पर अपलोड करेंगे। सरकार ने जून, 2025 तक पुराने माल को बेचने की अनुमति दी है।
क्वालिटी होगी बेहतर
फुटवियर में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल जैसे कि रेक्सिन, इनसोल, लाइनिंग की कमेकिल जांच करनी होगी। ऊपरी भाग के मेटेरियल को टीयर स्ट्रेंथ और बेहतर लचीलापन की जांच में पास होना होगा। सरकार का उद्देश्य है कि उपभोक्ताओं को एक निश्चित परिभाषा वाली गुणवत्ता का माल मिले और भारतीय फुटवियर उत्पादों की वैश्विक बाजार में भी ब्रांडिंग हो सके। इससे निर्यात भी बढ़ेगा और जूते-चप्पलों की क्वाालिटी पहले से बेहतर हो जाएगी।
लाइसेंस लेने में खर्चा
फुटवियर निर्माताओं के मुताबिक बीआइएस नियम के पालन के लिए उन्हें 6-8 लाइसेंस लेने पड़ते हैं। हर लाइसेंस पर 2-3 लाख रुपए खर्च होते हैं। फुटवियर सेक्टर में 70त्न से अधिक निर्माता 50 करोड़ से कम टर्नओवर वाले हैं और उनपर यह नियम लागू होने के बाद ही पूर्ण रूप से गुणवत्ता वाले फुटवियर बाजार में बिकेंगे। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, कुछ समय बाद छोटे निर्माताओं को भी बीआइएस नियम के दायरे में लाया जाएगा।

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Wed, 31 Jul 2024 10:15:18 +0530 admin
HDFC Bank के क्रेडिट कार्ड का पर 1 अगस्त से लागू हो रहे ये बड़ा बदलाव! https://aaj24x7live.com/747 https://aaj24x7live.com/747 मुंबई
 बस तीन दिन और…नया महीना शुरू होते ही आपको झटका लगने वाला है. अगर आपके पास HDFC बैंक का क्रेडिट कार्ड है तो 1 अगस्त से बड़ा बदलाव होने वाला है. देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC Bank के क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में 1 अगस्त  2024 से बदलाव हो जाएंगे. क्रेडिट कार्ड के जरिए पेमेंट करने पर आपको ट्रांजैक्शन फीस चुकानी होगी.  अगर आप थर्ड पार्टी ऐप के जरिए ये पेमेंट करते हैं तो ट्रांजैक्शन पर 1 फीसदी टैक्स लगेगा.

HDFC ने बदला क्रेडिट कार्ड का नियम

HDFC बैंक ने अपने क्रेडिट कार्ड होल्डर्स के लिए 1 अगस्त से नए नियम और शर्ते लागू करने का फैसला किया है. संशोधित नियमों में थर्ड-पार्टी ऐप के ज़रिए भुगतान, रिवॉर्ड रिडीम करने और शैक्षिक लेनदेन अलग-अलग लेनदेन पर शुल्क लागू किया गया है. नया नियम 1 अगस्त 2024 से लागू होगा.  

यूटिलिटी ट्रांजैक्शन पर चार्ज

अगर आप एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड से जरिए यूटिलिटी पेमेंट करते है, तो तुरंत सावधान हो जाइए. बताया जा रहा है कि यदि आप एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 50,000 रुपये से कम कीमत का यूटिलिटी पेमेंट करते है तो इसपर आपको कोई भी एक्सट्रा चार्ज नहीं देना होगा. अगर आप 50,000 रुपये से ज्यादा का यूटिलिटी पेमेंट करते है, तो इसके लिए आपको 1 फीसदी एक्स्ट्रा चार्ज का भुगतान करना होगा. इसकी ट्रांसेक्शन लिमिट 3,000 रुपये तक हो सकती है.
फ्यूल ट्रांजैक्शन

अगर आप एचडीएफसी के क्रेडिट कार्ड के जरिए फ्यूल पेमेंट करते है तो आपको इसके लिए एक्स्ट्रा चार्ज करना होगा. हालांकि आपको बता दें कि ये नियम एक बार में 15 हजार रुपये से ज्यादा का फ्यूल पेमेंट करने पर ही लागू हो सकता है और इसकी मैक्सिमम लिमिट 3,000 रुपये तक हो सकती है. अगर आप क्रेडिट कार्ड के जरिए 15 हजार रुपये से कम का फ्यूल पेमेंट करते है. तो इसके लिए आपको किसी भी प्रकार का एक्सट्रा चार्ज नहीं देना होगा.

एजुकेशनल ट्रांसेक्शन पर भी देना होगा एक्सट्रा चार्ज

1 अगस्त से लागू किए जाने वाले इस नए नियम के अनुसार क्रेडिट कार्ड से एजुकेशनल ट्रांसेक्शन करने पर भी आपको एक्स्ट्रा चार्ज करना होगा. अगर आप थर्ड पार्टी ऐप के जरिए एजुकेशनल ट्रांसेक्शन करते है तो इसके लिए आपको 1 प्रतिशत एक्स्ट्रा भुगतान करना होगा. हालांकि कॉलेज या स्कूल की वेबसाइट या उनकी पीओएस मशीनों के जरिए से पेमेंट करते है तो इसपर ये नियम लागू नहीं होने वाला है.

EMI प्रोसेसिंग शुल्क

किसी भी ऑनलाइन या ऑफलाइन स्टोर पर ईजी-ईएमआई विकल्प का लाभ उठाने के लिए ₹299 तक ईएमआई प्रोसेसिंग शुल्क देना होगा. इसके अलावा एचडीएफसी बैंक ने टाटा न्यू इन्फिनिटी और टाटा न्यू प्लस क्रेडिट कार्ड के लिए नियम बदल दिए हैं.

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Wed, 31 Jul 2024 10:15:09 +0530 admin
सरकारी बैकों ने मिनिमम बैलेंस पेनल्टी पर काटी आपकी जेब, पांच साल में कमा लिए 8,500 करोड़ https://aaj24x7live.com/707 https://aaj24x7live.com/707 नई दिल्ली
 अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं होने पर बैंक ग्राहकों से जुर्माना वसूलते हैं। देश के सरकारी बैंकों ने पिछले पांच साल में मिनिमम बैलेंस पेनल्टी से 8,500 करोड़ रुपये कमाए। हालांकि देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने फाइनेंशियल ईयर 2020 से ही मिनिमम बैलेंस पेनल्टी वसूलना बंद कर दिया है। लेकिन इसके बावजूद पिछले पांच साल में सरकारी बैंकों की मिनिमम बैलेंस पेनल्टी की राशि 38 फीसदी बढ़ गई। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी है।

इसके मुताबिक सरकारी बैंकों ने फाइनेंशियल ईयर 2020 से 2024 के दौरान मिनिमम बैलेंस पेनल्टी के रूप में 8,500 करोड़ रुपये कलेक्ट किए। जानकारी के मुताबिक 11 सरकारी बैंकों में से छह ने मिनिमम क्वार्टरली एवरेज बैलेंस मेंटेन नहीं होने पर वसूली की जबकि चार बैंकों में मिनिमम एवरेज मंथली बैंलेस नहीं होने पर ग्राहकों पर जुर्माना लगाया। ग्राहकों के लिए मिनिमम बैलेंस की लिमिट शहरों और गांवों में अलग-अलग है। उदाहरण के लिए पंजाब नेशनल बैंक के शहरी ग्राहकों के लिए सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम तिमाही औसत बैलेंस 2,000 रुपये है। कस्बों के लिए यह 1,000 रुपये और गांवों के लिए 500 रुपये है। मिनिमम बैलेंस नहीं होने पर शहरों में 250 रुपये, कस्बों में 150 रुपये और गांवों में 100 रुपये तक काटे जा सकते हैं।

किस बैंक ने की सबसे ज्यादा कमाई

चौधरी ने कहा कि बैंकों को अकाउंट्स खोलते समय ग्राहकों को मिनिमम बैलेंस के बारे में बताना चाहिए। अगर ग्राहक मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करता है तो बैंकों को जुर्माने के बारे में ग्राहक को बताना चाहिए। एसबीआई ने 2019-20 में मिनिमम बैलेंस पेनल्टी से 640 करोड़ रुपये कमाए थे। लेकिन उसके बाद बैंक ने यह प्रैक्टिस बंद कर दी। 2023-24 में पंजाब नेशनल बैंक ने इस पेनल्टी से 633 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ बड़ौदा ने 387 करोड़ रुपये, इंडियन बैंक ने 369 करोड़ रुपये, केनरा बैंक ने 284 करोड़ रुपये और बैंक ऑफ इंडिया ने 194 करोड़ रुपये कमाए।

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Tue, 30 Jul 2024 20:00:23 +0530 admin
भारत की सोने की मांग ऊंची कीमतों के कारण अप्रैल&जून तिमाही में पांच प्रतिशत घटी: डब्ल्यूजीसी https://aaj24x7live.com/706 https://aaj24x7live.com/706 मुंबई
 भारत में अप्रैल-जून तिमाही में सोने की मांग रिकॉर्ड उच्च कीमतों के कारण पांच प्रतिशत घटकर 149.7 टन रह गई। एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई।

विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की ‘दूसरी तीमाही 2024 सोना मांग रुझान’ रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में इसी तिमाही में सोने की मांग 158.1 टन थी जो 2024 में 149.7 टन रह गई।

हालांकि, मूल्य के संदर्भ में सोने की मांग दूसरी तिमाही में 17 प्रतिशत बढ़कर 93,850 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 82,530 करोड़ रुपये थी।

अप्रैल-जून तिमाही में कीमतें आसमान छू गईं और 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 74,000 रुपये को पार कर गई।

अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में अप्रैल-जून अवधि में सोने की औसत कीमत 2,338.2 अमेरिकी डॉलर रही, जबकि 2023 की इसी अवधि में यह 1,975.9 अमेरिकी डॉलर थी।

डब्ल्यूजीसी ने कहा कि रुपये के संदर्भ में तिमाही में औसत कीमत 62,700.5 रुपये रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 52,191.6 रुपये (आयात शुल्क और जीएसटी को छोड़कर) थी ।

डब्ल्यूजीसी के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सचिन जैन ने कहा, ‘‘ भारत की सोने की मांग 2024 की दूसरी तिमाही में घटकर 149.7 टन पर पहुंच गई, जो पिछले साल की तुलना में पांच प्रतिशत कम है। इसका कारण सोने की रिकॉर्ड ऊंची कीमतें हो सकती हैं, जिससे सामर्थ्य प्रभावित हो रहा है और उपभोक्ता खरीद में मंदी आ रही है। हालांकि, मांग का समग्र मूल्य मजबूत रहा जो 14 प्रतिशत बढ़ा…’’

इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया कि समीक्षाधीन तिमाही में भारत में कुल आभूषणों की मांग 17 प्रतिशत घटकर 106.5 टन रह गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 128.6 टन थी। दूसरी तिमाही में कुल निवेश मांग 46 प्रतिशत बढ़कर 43.1 टन हो गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 29.5 टन थी।

भारत में अप्रैल-जून तिमाही में सोने का कुल आयात आठ प्रतिशत बढ़कर 196.9 टन रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 182.3 टन था।

 

 

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Tue, 30 Jul 2024 20:00:14 +0530 admin
Mark Zuckerberg बोले आ गया सबसे पावरफुल Open Source AI https://aaj24x7live.com/543 https://aaj24x7live.com/543 मुंबई

Facebook की पैरेंट कंपनी Meta के CEO ने एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने एक लेटेस्ट AI Model को पेश किया है, जिसका नाम Llama 3.1 है. इस ऐलान में सबसे बड़ी बात यह है कि यह नया मॉडल अब तक का सबसे एडवांस ओपन सोर्स मॉडल है. यह Meta द्वारा तैयार किया गया अब तक का सबसे विकसित किया गया मॉडल है.

Meta अब ऐसी पॉजिशन पर आ गया है, जहां मेटा खुद को Google, Amazon और AI को लेकर काम करने वाले अन्य स्टार्टअप  जैसे ChatGPT मेकर OpenAI के बीच में खड़ा देख रहा है. कंपनी के CEO Mark Zuckerberg ने यह ऐलान Instagram पर वीडियो की मदद से किया है.

Meta को अपने AI से बड़ी उम्मीदें

उन्होंने कहा कि हम एक अन्य बड़ा AI रिलीज करने जा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि हम ऐसे ट्रैक पर है, जहां इस साल के अंत तक हमारे AI असिस्टेंट का इस्तेमाल पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा किया जाएगा. उन्होंने आगे बताया है कि करोड़ लोग डेली उनके AI का इस्तेमाल करते हैं. Meto CEO ने बताया है कि AI मॉडल को जल्द ही और भी देशों के लिए जारी किया जाएगा.

Llama 3.1 और Llama 3 में क्या अंतर है?

Mark Zuckerberg ने बताया है कि Llama 3.1 और ज्यादा लैंग्वेज को सपोर्ट करेगा, ये ज्यादा मुश्किल सवालों के जवाब दे सकेगा, कुल मिलाकर देखें तो यह पुराने मॉडल की तुलना में एक अच्छा ऑप्शन है. कंपनी ने इसमें एक फीचर शामिल किया है, जिसकी मदद से इमेज को जनरेट किया जा सकता है.

कंपनी के मुताबिक, न्यू मॉडल को तीन पैरामीटर पर रिलीज किया जा चुका है. 405 बिलियन पैरामीटर के साथ Llama 3.1 को पेश किया है, जो पहली फ्रंटियर लेवल ओपेन सोर्स है AI मॉडल है.इसके अलावा Llama 3.1 के साथ 70 billion और 8 billion models भी बेहतर हुए हैं.

Elon Musk ने किया बड़ा ऐलान

Elon Musk का AI वेंचर xAI है, जिसने लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) की ट्रेनिंग शुरू कर दी है. इसका नाम Grok है. इसको लेकर कंपनी का दावा है कि यह दुनिया का सबसे का सबसे पावरफुल AI कलस्टर है. यह ट्रेनिंग मॅम्फिस में शुरू हुई है, जो अमेरिका के टेनेसी राज्य का सबसे बड़ा नगर है. ये ऐलान खुद Elon Musk ने किया है. इस शहर में एक सिस्टम लगाया है, जिसमें 1,00,000 Nvidia H100 AI चिप्स का इस्तेमाल किया है. Elon Musk ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करके इसकी जानकारी दी है.

 

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Mon, 29 Jul 2024 11:00:33 +0530 admin
एफपीआई ने जुलाई में अबतक शेयरों में 33,600 करोड़ रुपये डाले https://aaj24x7live.com/542 https://aaj24x7live.com/542 एफपीआई ने जुलाई में अबतक शेयरों में 33,600 करोड़ रुपये डाले

इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश जून तिमाही में पांच गुना होकर 94,151 करोड़ रुपये पर

सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से छह कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.85 लाख करोड़ रुपये बढ़ा

नई दिल्ली
 नीतिगत सुधार जारी रहने की उम्मीद, सतत आर्थिक वृद्धि और कंपनियों के उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अबतक भारतीय शेयर बाजार में 33,600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।

हालांकि, सरकार द्वारा बजट में वायदा और विकल्प व्यापार (एफएंडओ) और इक्विटी निवेश से पूंजीगत लाभ पर कर में बढ़ोतरी के बाद एफपीआई ने पिछले तीन कारोबारी सत्रों (24-26 जुलाई) में शेयरों से 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है।

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार इस साल विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए अच्छी स्थिति में है। हालांकि, कुछ घटनाक्रमों की वजह से मासिक आधार पर इनमें कुछ उतार-चढ़ाव रह सकता है।

बजाज फिनसर्व एएमसी के सीआईओ निमेश चंदन ने कहा, ‘‘भारतीय शेयर बाजार और ऋण या बॉन्ड बाजार इस वर्ष अनुकूल स्थिति में हैं। इससे देश में विदेशी प्रवाह आकर्षित होना चाहिए। हालांकि, माह-दर-माह आधार पर इसमें कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।’’

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने (26 जुलाई तक) शेयरों में शुद्ध रूप से 33,688 करोड़ रुपये का निवेश किया है।

इससे पहले जून में शेयरों में 26,565 करोड़ रुपये का निवेश आया था। एफपीआई ने चुनावी नतीजों को लेकर असमंजस के बीच मई में शेयरों से 25,586 करोड़ रुपये निकाले थे। मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिकी में बॉन्ड प्रतिफल में बढ़ोतरी की चिंताओं के कारण अप्रैल में एफपीआई ने शेयरों से 8,700 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की थी।

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘आर्थिक रूप से भारत मजबूत स्थिति में है। इसके अलावा कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे है। इससे कॉरपोरेट जगत का बही-खाता सुधरा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, सितंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीद बढ़ी है।’’ उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) द्वारा भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान में बढ़ोतरी की वजह से भी एफपीआई निवेश बढ़ेगा।

आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने समीक्षाधीन अवधि में शेयरों के अलावा ऋण या बॉन्ड बाजार में 19,223 करोड़ रुपये डाले हैं। बॉन्ड बाजार में एफपीआई का निवेश इस साल अबतक 87,847 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश जून तिमाही में पांच गुना होकर 94,151 करोड़ रुपये पर

 इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश जून, 2024 में समाप्त तिमाही में पांच गुना होकर 94,151 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। एक साल पहले समान तिमाही में यह आंकड़ा 18,358 करोड़ रुपये था।

मजबूत आर्थिक माहौल, सरकार की अनुकूल राजकोषीय नीतियां, निवेशकों का भरोसा और शेयर बाजारों में तेजी के बीच इक्विटी म्यूचुअल फंड को लेकर आकर्षण बढ़ा है।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, जून में उद्योग के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) 59 प्रतिशत बढ़कर 27.68 लाख करोड़ रुपये हो गईं, जो एक साल पहले 17.43 लाख करोड़ रुपये थीं।

परिसंपत्ति आधार में मजबूत वृद्धि के साथ इक्विटी म्यूचुअल फंड के निवेशकों की संख्या भी बढ़ी है। इस दौरान निवेशक आधार तीन करोड़ बढ़ा है और फोलियो की संख्या बढ़कर 13.3 करोड़ हो गई है।

स्टॉक ट्रेडिंग मंच ट्रेडजिनी के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) त्रिवेश डी ने पीटीआई-भाषा से बताया कि इक्विटी फोलियो की संख्या में बढ़ोतरी से पता चलता है कि विभिन्न निवेशक खंडों में भागीदारी व्यापक हो रही है। इसकी वजह वित्तीय जागरूकता तथा निवेश मंचों तक सुगम पहुंच है।

एम्फी के आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंड योजनाओं में जून, 2024 को समाप्त तिमाही में 94,151 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। अप्रैल में इन योजनाओं में 18,917 करोड़ रुपये, मई में 34,697 करोड़ रुपये और जून में 40,537 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।

इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश जून तिमाही में पांच गुना होकर 94,151 करोड़ रुपये हो गया। यह जून, 2023 को समाप्त तिमाही में 18,358 करोड़ रुपये था। मार्च, 2024 की पिछली तिमाही की तुलना में जून तिमाही में निवेश 32 प्रतिशत अधिक रहा है। मार्च तिमाही में यह आंकड़ा 71,280 करोड़ रुपये रहा था।

आनंद राठी वेल्थ के डिप्टी सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) फिरोज अजीज ने कहा कि मजबूत वृहद आर्थिक बुनियाद, बजटीय लक्ष्य से अधिक कर संग्रह, कम राजस्व व्यय और अधिक पूंजीगत व्यय जैसी सरकार की अनुकूल राजकोषीय नीतियों की वजह से इक्विटी म्यूचुअल फंड के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है।

 

सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से छह कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.85 लाख करोड़ रुपये बढ़ा

 सेंसेक्स की शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से छह के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 1,85,186.51 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक लाभ में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और इन्फोसिस रहीं। पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 728.07 अंक या 0.90 प्रतिशत चढ़ गया।

समीक्षाधीन सप्ताह में एलआईसी का बाजार मूल्यांकन 44,907.49 करोड़ रुपये बढ़कर 7,46,602.73 करोड़ रुपये हो गया। इन्फोसिस की बाजार हैसियत 35,665.92 करोड़ रुपये बढ़कर 7,80,062.35 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। आईटीसी का बाजार पूंजीकरण 35,363.32 करोड़ रुपये बढ़कर 6,28,042.62 करोड़ रुपये रहा।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के मूल्यांकन में 30,826.1 करोड़ रुपये का उछाल आया और यह 15,87,598.71 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। भारती एयरटेल की बाजार हैसियत 30,282.99 करोड़ रुपये बढ़कर 8,62,211.38 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन 8,140.69 करोड़ रुपये बढ़कर 12,30,842.03 करोड़ रुपये हो गया।

इस रुख के उलट रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 62,008.68 करोड़ रुपये घटकर 20,41,821.06 करोड़ रुपये रह गया। आईसीआईसीआई बैंक के मूल्यांकन में 28,511.07 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 8,50,020.53 करोड़ रुपये पर आ गया।

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की बाजार हैसियत 23,427.1 करोड़ रुपये घटकर 7,70,149.39 करोड़ रुपये रह गई। हिंदुस्तान यूनिलीवर का मूल्यांकन 3,500.89 करोड़ रुपये घटकर 6,37,150.41 करोड़ रुपये पर आ गया।

सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। इसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, एलआईसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी का स्थान रहा।

 

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Mon, 29 Jul 2024 11:00:20 +0530 admin
देश में कालेधन को सफेद करने के लिए मोदी सरकार ने बजट में एक नई योजना पेश की है, जाने कैसे करें कन्वर्ट https://aaj24x7live.com/413 https://aaj24x7live.com/413 नई दिल्ली
देश में कालेधन को सफेद करने के लिए मोदी सरकार ने बजट में एक नई योजना पेश की है। इस योजना के मुताबिक, यदि आपके पास छापेमारी में पकड़े जाने की स्थिति में अघोषित धन है तो आप इस पर सरकार को 60 प्रतिशत टैक्स देकर इस ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में कन्वर्ट कर सकते है।

गौरतलब है कि देश में आयकर की अधिकतम दर 30 प्रतिशत है लेकिन यदि आपके पास काला धन पकड़ा जाता है तो आपको न सिर्फ पकड़े गए धन के ऊपर बनता टैक्स देना पड़ेगा बल्कि इसके अलावा जुर्माना भी देना होगा।  इसके साथ ही कई मामलों में काले धन के आरोपियो को जेल की भी सजा हो जाती है लेकिन सरकार ने इस नई य़ोजना के तहत यदि आप अपनी छुपाई गई इनकम पर सरकार को 60 फीसदी टैक्स दे देते है तो आपका मामला पहली ही सुनवाई में खत्म हो जाएगा। इस पर आपको कोई जुर्माना भी नहीं देना पड़ेगा।

बजट में की गई इस घोषणा के बाद केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) को उम्मीद है कि देश में बहुत सारे लोग इस नई योजना का फायदा उठाएंगा क्योंकि आयकर विभाग द्वारा की जाने वाली छापेमारी में पकड़े जाने वाले धन को लेकर लंबी कानूनी कार्रवाई चलती है जिसके कारण काला धन रखने वाले लोगों के अलावा सरकार के अफसरों का भी समय खराब होता है।

CBDT के चेयरमेन रवि अग्रवाल ने कहा कि आम तौर आयकर विभाग द्वारा तलाशी ली जाने के बाद अघोषित आय के साक्ष्यों की जांच करते है। इसके बाद नोटिस भेजने का सिलसिला शुरू होता है और सालों तक सुनवाई चलती रहती है। अब नई योजना में यदि करदाता इनकम टैक्स के अधिकारियों द्वारा किए गए विश्लेषण को मान लेता है तो इस मामले में एक की ही सुनवाई होगी और 60 प्रतिशत टैक्स देने पर मामला खत्म भी हो जाएगा। लेकिन करदाता आकलन से ज्यादा आघोषित आय स्वीकार करता है तो अतिरिक्त रकम पर 50 फीसदी जुर्माना लगाया जा सकता है मगर अब नई योजना में पिछले 6 सालों के मामलों का एक ही बार में निपटारा हो जाएगा।

नई योजना का मुख्य उद्देशय
नई योजना का मुख्य उद्देशय तलाशी के आकलन को अंतरिम रूप देना है। तलाशी की जांच में तालमेल करना और इसके तहत होने वाली कार्रवाईयों को खत्म करना है। पिछले 6 साल के एक ब्लाॅक से संबंधित कुल आय पर आयकर कानून की धारा 113 में बताई गई दरों के हिसाब से टैक्स वसूला जाएगा और पिछले वर्षों की आय को ध्यान में नहीं रखा जाएगा।

 

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Sat, 27 Jul 2024 21:00:18 +0530 admin
बैंक ऑफ बड़ौदा ने ग्वालियर में अपने क्षेत्रीय कार्यालय के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन किया https://aaj24x7live.com/343 https://aaj24x7live.com/343 ग्वालियर
भारत के अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने आज ग्वालियर में अपने क्षेत्रीय कार्यालय के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन किया। नया क्षेत्रीय कार्यालय परिसर एक बड़ी सुविधा है, जो ग्वालियर शहर के केंद्र में स्थित है, जिससे ग्राहकों को बेहतर कनेक्टिविटी और क्षेत्रीय कार्यालय के लिए प्रशासन में आसानी मिलती है।

बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री देबदत्त चंद ने नए क्षेत्रीय कार्यालय परिसर का उद्घाटन किया। उद्घाटन के दौरान श्री संजय मुदलियार, कार्यकारी निदेशक, श्री अजय सिंघल, निदेशक, श्री संजीव मेनन, महाप्रबंधक – भोपाल ज़ोन, ज़ोन और क्षेत्र के वरिष्ठ बैंक अधिकारी और स्टाफ सदस्य और मूल्यवान ग्राहक भी उपस्थित थे।
 
बैंक की ग्वालियर क्षेत्र में कुल 51 शाखाएँ हैं, जो 14 जिलों में सेवाएँ देती हैं।

बैंक ऑफ बड़ौदा के बारे में
20 जुलाई, 1908 को सर महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ द्वारा स्थापित, बैंक ऑफ बड़ौदा भारत के अग्रणी वाणिज्यिक बैंकों में से एक है। 63.97% हिस्सेदारी पर, इसका मुख्य स्वामित्व भारत सरकार के पास है। बैंक अपने ~165 मिलियन के वैश्विक ग्राहक आधार को पांच महाद्वीपों के 17 देशों में फैले 70,000 से अधिक टच पॉइंट्स और अपने विभिन्न डिजिटल बैंकिंग प्लेटफार्मों के माध्यम से सेवा प्रदान करता है, जो सभी बैंकिंग उत्पादों और सेवाओं को सहज और परेशानी मुक्त तरीके से प्रदान करते हैं। बैंक का दृष्टिकोण अपने विविध ग्राहक आधार की आकांक्षाओं से मेल खाता है और बैंक के साथ उनके सभी लेनदेन में विश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा करना चाहता है।

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Sat, 27 Jul 2024 11:45:12 +0530 admin
Google के ‘अच्छे दिन’ खत्म होंगे! ChatGPT के बाद OpenAI ने लॉन्च किया SearchGPT https://aaj24x7live.com/331 https://aaj24x7live.com/331 नई दिल्ली

Google की सालों पुरानी बादशाहत को टक्कर देने के लिए OpenAI काम कर रहा है. ChatGPT AI चैटबॉट बनाने वाली OpenAI एक सर्च इंजन लेकर आई है, जिसका नाम SearchGPT है. इसके साथ ही माइक्रोसॉफ्ट के निवेश वाली OpenAI अब गूगल को टक्कर दे पाएगी. कंपनी ने इसे चुनिंदा लोगों के लिए लॉन्च किया है.

ये सर्च इंजन AI बेस्ड है और शुरुआत में कुछ ही यूजर्स इसे एक्सेस कर पाएंगे. आप इसकी वेटलिस्ट को जॉइन कर सकते हैं. कंपनी ने इसकी जानकारी एक ब्लॉग पोस्ट में दी है. इससे पहले कई बार कंपनी के सर्च इंजन के बारे में जानकारी सामने आई थी, लेकिन कंपनी ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी थी.
OpenAI ने ब्लॉग में दी जानकारी

कंपनी ने अपने ब्लॉग में लिखा, 'हम SearchGPT को टेस्ट कर रहे हैं, जो नए AI सर्च फीचर का प्रोटोटाइप है. ये आपको तेज और वक्त पर जवाब देगा, जो संबंधित सोर्स से जुड़ा होगा. हम इसे छोटे यूजर ग्रुप के लिए लॉन्च कर रहे हैं, जिनसे हमें फीडबैक मिलेगा. जिसे हम ChatGPT के साथ जोड़ सकेंगे.'

इसके लिए कंपनी ने कई प्रमुख पब्लिशर के साथ कोलैबोरेशन किया है. SearchGPT ऐसे वक्त पर लॉन्च हुआ है, जब गूगल अपने सर्च में AI को इंटीग्रेट कर रहा है. अब गूगल पर सर्च करने पर आपको कुछ जवाब AI जनरेटेड मिलेंगे. हालांकि, बहुत से लोगों को सर्च के साथ गूगल के AI का इंटीग्रेशन पसंद नहीं आया है.
Google Search को दे पाएगा टक्कर?

OpenAI का दावा है कि उनका सर्च टूल अप-टू-डेट जानकारी देगा, जो इंटनरेट पर उपलब्ध होगी. SearchGPT खुद को ChatGPT से अलग रख पाएगा, क्योंकि इसमें ट्रेडिशनल सर्च इंजन जैसा इंटरफेस मिलेगा. इसके साथ ही क्लिकेबल एक्सटर्नल लिंक मिलेंगे.

Sam Altman की अगुवाई वाली OpenAI इस प्रोडक्ट की मदद से गूगल को सीधे चुनौती दे पाएगी. इससे गूगल के बिजनेस मॉडल पर भी असर पड़ेगा, जो बड़ी संख्या में विज्ञापन पर निर्भर करता है. विज्ञापन के जरिए कंपनी की सालाना 175 अरब डॉलर की कमाई होती है. अगर OpenAI का सर्च इंजन सफल होता है, जो कंपनी निश्चित रूप से गूगल के लिए बड़ी चुनौती बन जाएगी.

 

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Sat, 27 Jul 2024 09:45:07 +0530 admin
एलआईसी ने बनाया नया रिकॉर्ड, मार्केट कैप 7.34 लाख करोड़ रुपये https://aaj24x7live.com/262 https://aaj24x7live.com/262 मुंबई/नई दिल्‍ली
सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को लाइफ-टाइम हाई के रिकॉर्ड स्‍तर 1,178.60 पर पहुंच गया। इसके साथ ही एलआईसी का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 7.34 लाख करोड़ पर पहुंच गया है।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर एलआईसी का शेयर भाव कारोबार के दौरान 1,178.60 रुपये के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले कंपनी का शेयर 9 फरवरी, 2024 को 1175 रुपये प्रति शेयर के ऑल-टाइम हाई पर था। इस शानदार प्रदर्शन के कारण इस साल की शुरुआत से अबतक इस स्टॉक ने 38.61 फीसदी का रिटर्न दिया है। ये आंकड़ा बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्‍स और निफ्टी से बहुत अधिक है, जिन्होंने क्रमशः 11.24 फीसदी और 12.86 फीसदी का रिटर्न दिया है।

शेयर बाजार में एलआई के शेयर में आई तेजी की वजह से एलआईसी देश की आठवीं सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी बन गई है। इसके साथ ही सरकार द्वारा सूचीबद्ध पीएसयू कंपनियों में स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाद दूसरे स्थान पर है। फिलहाल बीएसई सेंसेक्‍स पर एलआईसी का शेयर 30.55 अंक यानी 2.63 फीसदी की तेजी के साथ 1,191.05 पर ट्रेंड कर रहा है।

उल्‍लेखनीय है कि चालू वित्‍त 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में एलआईसी का शुद्ध लाभ 9,544 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्‍त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 683 करोड़ रुपये मुनाफा हुआ था।

 

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Fri, 26 Jul 2024 17:39:11 +0530 admin
सर्राफा बाजार में गिरावट जारी, 70 हजार से नीचे आया सोना https://aaj24x7live.com/261 https://aaj24x7live.com/261 नई दिल्ली
घरेलू सर्राफा बाजार में गिरावट का दौर लगातार जारी है। आज सोना और चांदी दोनों चमकीली धातुओं की कीमतों में कमी आ गई। इस गिरावट के बाद चेन्नई के अलावा देश के दूसरे सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना 70 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे पहुंच गया। चेन्नई के अलावा दूसरे सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना आज 69,990 रुपये से लेकर 69,810 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार कर रहा है। इसी तरह 22 कैरेट सोना भी सर्राफा बाजारों में 64,290 रुपये से लेकर 63,990 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है। वहीं, चांदी के भाव में गिरावट आने के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में ये चमकीली धातु 84,400 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कारोबार कर रही है।

देश की राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना आज 69,990 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 64,140 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। इसी तरह मुंबई में 24 कैरेट सोना 69,810 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 63,990 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। चेन्नई में 24 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 70,140 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 64,290 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है। इन प्रमुख शहरों के अलावा अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना आज 69,840 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर और 22 कैरेट सोना 64,040 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर बिक रहा है। इसी तरह कोलकाता में 24 कैरेट सोना 69,810 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 63,990 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है।

लखनऊ के सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना आज 69,990 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर और 22 कैरेट सोना 64,140 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। वहीं, पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 69,840 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जबकि 22 कैरेट सोना 64,040 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। इसी तरह जयपुर में 24 कैरेट सोना 69,990 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 64,140 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है। देश के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा के सर्राफा बाजार में भी आज सोने की कीमत में गिरावट आई है। इन तीनों राज्यों की राजधानियों बेंगलुरु, हैदराबाद और भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोना आज 69,810 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इन तीनों शहरों के सर्राफा बाजारों में 22 कैरेट सोना 63,990 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बिक रहा है।

 

 

 

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Fri, 26 Jul 2024 17:39:03 +0530 admin
भारत के 17वें सबसे अमीर व्यक्ति होने के बावजूद दान के मामले में प्रेमजी सबसे आगे हैं https://aaj24x7live.com/218 https://aaj24x7live.com/218 नई दिल्‍ली
 भारत की तीसरी सबसे बड़े IT कंपनी विप्रो के पूर्व चेयरमैन अजीम प्रेमजी अपनी सादगी और दरियादिली के लिए जाने जाते हैं। 79 साल के प्रेमजी एक समय भारत के सबसे अमीर व्यक्ति थे। 2019 में उन्होंने विप्रो में अपने 67 फीसदी शेयर दान कर दिए थे। इसकी कीमत आज 1.45 लाख करोड़ रुपये है। प्रेमजी नियमित रूप से अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा दान करते हैं। वह शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। एक बार विप्रो के सीईओ टीके कुरियन को प्रेमजी का फोन आया। उन्होंने विप्रो के ऑफिस में इस्तेमाल होने वाले टॉयलेट पेपर की कीमत पूछी। यह सुनकर कुरियन हैरान रह गए। यह घटना प्रेमजी की सूक्ष्म दृष्टि और मितव्ययिता को दर्शाती है।

प्रेमजी का जन्म 24 जुलाई 1945 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता मोहम्मद हाशिम प्रेमजी 'बर्मा के राइस किंग' के नाम से मशहूर थे। 1966 में पिता के निधन के बाद 21 साल की उम्र में प्रेमजी स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़कर पारिवारिक व्यवसाय संभालने भारत लौट आए।

उन्होंने 'वेस्टर्न इंडिया वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड' (WVPL) का नाम बदलकर विप्रो कर दिया। उनके नेतृत्व में विप्रो ने IT, हार्डवेयर, टॉयलेटरीज जैसे क्षेत्रों में विविधता हासिल की। आज 2.65 लाख करोड़ रुपये के मार्केटकैप के साथ यह भारत की तीसरी सबसे बड़ी IT कंपनी है।

दान के मामले में सबसे आगे

भारत के 17वें सबसे अमीर व्यक्ति होने के बावजूद दान के मामले में प्रेमजी सबसे आगे हैं। 2023 में उन्होंने और उनके परिवार ने 1,774 करोड़ रुपये का दान दिया जो 2022 की तुलना में 267 फीसदी अधिक है। उनका फाउंडेशन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण, डिजिटल कक्षाओं और वंचित बच्चों के लिए छात्रवृत्ति का समर्थन करता है।

2019 में प्रेमजी ने अपनी फाउंडेशन को विप्रो के 67 फीसदी शेयर डोनेट कर दिए जिसकी कीमत तब 50,000 करोड़ रुपये थी और अब 1.45 लाख करोड़ रुपये है। 2024 में अजीम प्रेमजी 10043 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ फोर्ब्स की दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में 165वें स्थान पर हैं।

मारुति एस्‍टीम से आने पर गार्ड ने रोक लिया था

प्रेमजी की सादगी मिसाल है। अपनी BPO कंपनी विप्रो को बेचने वाले रमन रॉय ने एक मीडिया संस्‍थान को बताया कि एक गार्ड ने प्रेमजी को कंपनी के अंदर नहीं जाने दिया था। वह एक साधारण मारुति एस्टीम में आए थे। गार्ड को यकीन नहीं हो रहा था कि करोड़पति ऐसी कार चलाएगा। प्रेमजी की विनम्रता उनके व्यवहार में भी झलकती है।

विप्रो के एक पूर्व कर्मचारी नितिन मेहता के हवाले से इसी मीडिया संस्‍थान ने बताया कि एक ट्रिप के दौरान प्रेमजी ने अपने परिवार और एक सहकर्मी के साथ मारुति वैन साझा करने पर जोर दिया। साथ ही यह भी कहा कि वे किसी और से अलग नहीं हैं। हमें एहसास होना चाहिए कि हम हर तरह से बाकी सभी की तरह ही हैं। अजीम प्रेमजी का जीवन इस बात का प्रमाण हैं कि सादगी और उदारता किस प्रकार अपार सफलता और धन के साथ रह सकते हैं। उनका जीवन हमें प्रेरणा देता है कि हम भी अपने जीवन में सादगी और दान को अपनाएं।

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Fri, 26 Jul 2024 13:27:04 +0530 admin
स्टारलिंक सेवा अब एक हजार से ज्यादा विमानों में शुरू : एलन मस्क https://aaj24x7live.com/211 https://aaj24x7live.com/211 सैन फ्रांसिस्को
 स्पेसएक्स और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने  बताया कि किफायती इंटरनेट सेवा स्टारलिंक अब एक हजार से ज्यादा विमानों में शुरू हो गई है। कंपनी के अनुसार, स्टारलिंक यात्रियों को विमान में कदम रखते ही हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन मिलेगा। एलन मस्क ने अपने एक्स पर पोस्ट किया, “विमान में स्टारलिंक का उपयोग करने से ऐसा लगता है जैसे आप हाई-स्पीड ग्राउंड फाइबर कनेक्शन पर हैं।”

एलन मस्क ने हाल ही में बताया कि अफ्रीका का सिएरा लियोन देश स्टारलिंक से जुड़ने वाला 100वां और 10वां अफ्रीकी राष्ट्र बन गया है। मई में कंपनी ने इंडोनेशिया और फिजी में स्टारलिंक लॉन्च किया था। एलन मस्क के अनुसार, स्टारलिंक के साथ हाई-स्पीड इंटरनेट सेवा का ऑर्डर देने के लिए किसी लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट की जरूरत नहीं है। सेटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सर्विस को द्वीप राष्ट्र में इंटरनेट सेवा देने के लिए श्रीलंका से शुरुआती मंजूरी भी मिल गई है।

हालांकि, इंटरनेट सेवा को अभी तक भारत सरकार से मंजूरी नहीं मिली है। कमर्शियल पहलू की जांच पूरी हो गई है, जिसमें फॉरेन इन्वेस्टमेंट और नेटवर्थ जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया गया है। साथ ही, तकनीकी जरूरतों को भी देश में लाइसेंसिंग नियमों के हिसाब से परखा गया है। एक बार स्टारलिंक को मंजूरी मिल जाने के बाद, उसे ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (जीएमपीसीएस) सर्विसेज लाइसेंस जारी किया जाएगा, जो देश में सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विसेज देने के लिए जरूरी है।

 

 

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Fri, 26 Jul 2024 12:24:16 +0530 admin