Varient & News Magazine & : desh https://aaj24x7live.com/rss/category/desh Varient & News Magazine & : desh en Copyright 2022 Varient & All Rights Reserved. भारत निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा की 12 रिक्त सीटों के लिए चुनाव की अधिसूचना हुई जारी, 3 सितंबर को मतदान https://aaj24x7live.com/1534 https://aaj24x7live.com/1534 नई दिल्ली  
भारत निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा की 12 रिक्त सीटों के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। चुनाव 3 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू हो जाएगी और 21 अगस्त तक जारी रहेगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 26 और 27 अगस्त है। इसके बाद 22 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

चुनाव की सीटें और संभावित विजेता
राज्यसभा के उपचुनाव असम और महाराष्ट्र में दो-दो सीटों पर, और मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार तेलंगाना, हरियाणा, त्रिपुरा तथा ओडिशा में एक-एक सीट पर होंगे। मध्य प्रदेश, राजस्थान हरियाणा, ओडिशा और असम में BJP उम्मीदवारों की जीत की संभावनाएं अधिक हैं, क्योंकि इन राज्यों में भाजपा की सरकार है और पार्टी के पास पर्याप्त संख्या बल है।

लोकसभा में चुने गए राज्यसभा सदस्य
हाल ही में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, सर्बानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दीपेंद्र हुड्डा, मीसा भारती, बिप्लब कुमार देब और केसी वेणुगोपाल जैसे मौजूदा राज्यसभा सदस्य लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इसके अतिरिक्त, राज्यसभा की दो सीटें सदस्यों के इस्तीफा देने के कारण भी खाली हुई हैं।

चुनाव की तैयारी और आगे की योजनाएं
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई इस अधिसूचना के अनुसार, उपचुनाव की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। उम्मीदवारों की नामांकन प्रक्रिया, नामांकन पत्रों की जांच और अन्य चुनावी प्रक्रियाओं के बाद, 3 सितंबर को मतदान होगा। इस चुनाव से संबंधित सभी गतिविधियों की निगरानी की जा रही है ताकि निर्वाचन प्रक्रिया पारदर्शी और सुचारू रूप से संपन्न हो सके।

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Thu, 08 Aug 2024 10:16:05 +0530 admin
देश के सभी राजभवनों में स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर एट होम का मौजूदा स्वरूप बहुत जल्द बदलेगा https://aaj24x7live.com/1533 https://aaj24x7live.com/1533 जयपुर
देश के सभी राजभवनों में अंग्रेजों के समय से चली आ रहे स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर एट होम का मौजूदा स्वरूप बहुत जल्द बदलेगा। हाल ही नई दिल्ली में हुए राज्यपालों के सम्मेलन में इस पर विचार किया गया। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में मंगलवार को आयोजित मीट द प्रेस कार्यक्रम में इसकी जानकारी दी।

उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि वे सीधे-सादे किसान थे और हरियाणा के कुरुक्षेत्र में गुरुकुल का संचालन करते थे। इस कुरुक्षेत्र में वे कई प्रदेशों के बच्चों को भारतीय संस्कार और आधुनिक शिक्षा दे रहे थे। उन्होंने न तो कभी राजनीतिक गतिविधियों में भाग लिया और ना ही किसी राजनीतिक दल के सदस्य ही रहे थे। अचानक पता चला कि उन्हें हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बना दिया गया है।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने बताया कि उन्हें 12 अगस्त, 2015 को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया। इसके ठीक 3 दिन बाद स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में एट होम होना था। वे इसको लेकर काफी उत्सुक थे। क्योंकि इससे पहले उन्होंने देश के किसी भी राजभवन का कभी दौरा भी नहीं किया था।

स्वतंत्रता दिवस पर शाम के वक्त हिमाचल प्रदेश के तमाम प्रशासनिक, पुलिस अफसर, मीडिया कर्मी, सामाजिक संगठनों के प्रतिष्ठित लोग आए। सबने एक-दूसरे से परिचय किया। राम-राम की और चाय-नाश्ता करके चले गए। सभी लोगों के जाने के बाद उन्होंने राजभवन के अधिकारियों को बुलाकर पूछा कि एटहोम का आयोजन कब होगा। इस पर अफसरो ने बताया कि शाम को जो आयोजन हुआ, वहीं एटहोम था। यही परंपरा अंग्रेजों के समय से चली आ रही है।
इससे राज्यपाल आचार्य हतप्रभ रह गए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह कैसा एट होम है। चाय नाश्ता तो लोग अपने घरों पर भी कर सकते थे। यहां बुलाने की क्या जरूरत थी। खैर, इसके बाद जब गणतंत्र दिवस आया और राजभवन में एटहोम का आयोजन किया जाना था तो उन्होंने पुरानी व्यवस्था को बदला। इस बार जिन्होंने भारत को आजादी दिलाई उन स्वतंत्रता सेनानियों, उनके परिजनों और शहीदों के परिवारों को राजभवन में बुलाया गया। उनके सम्मान में भव्य संगीत संध्या का आयोजन किया गया। इसके बाद उन्होंने यही परंपरा गुजरात राजभवन में भी शुरू की है।
महामहिम आचार्य देवव्रत ने कहा कि हाल ही नई दिल्ली में हुए राज्यपालों के सम्मेलन में उन्होंने यही किस्सा महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में सुनाया। इसके बाद तय हुआ कि राजभवनों में अंग्रेजों के समय से चली आ रही एटहोम की व्यवस्था में बदलाव किया जाए। अब स्वतंत्रता सेनानियों और सीमा पर भारत मां की रक्षा करते हुए शहीद हुए सैनिकों के परिवारों को बुलाकर उनके सम्मान में कार्यक्रम भी किए जाएंगे। जल्द ही देश के राजभवनों में यह व्यवस्था बदलने वाली है।

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Thu, 08 Aug 2024 10:15:53 +0530 admin
राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महिलाओं को 500 रुपए में मिलेगा गैस सिलेंडर का दिया तौफा https://aaj24x7live.com/1532 https://aaj24x7live.com/1532 जींद
जींद में हरियाली तीज के राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महिलाओं और बेटियों के लिए घोषणाओं का पिटारा खोला। इसके तहत हरियाणा में भी अब राजस्थान की तर्ज पर प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के लाभार्थी परिवारों को 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर मिलेगा। इससे प्रदेश के 1.80 लाख रुपए से कम आय वाले लगभग 46 लाख परिवारों को लाभ होगा।

सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना के तहत अब स्कूलों में पढ़ने वाली 14 से 18 वर्ष की बेटियों में कुपोषण को रोकने के लिए उन्हें भी 150 दिन फोर्टिफाइड दूध दिया जाएगा। इससे 2.65 लाख किशोरियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता योजना के तहत स्वः रोजगार स्थापित करने के लिए दी जाने वाली 3 लाख रुपए की ऋण राशि को बढ़ाकर 5 लाख रुपए करने की घोषणा की। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों को दैनिक जरूरतों के लिए दिए जाने वाले 20 हजार रुपए के रिवोल्विंग फंड की राशि को भी बढ़ाकर 30 हजार रुपए करने की घोषणा की। इसके अलावा, समूह सखी के मासिक मानदेय को भी 150 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए करने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बड़ा सुखद संयोग है। सावन का पवित्र मास है, माता जयंती देवी की ऐतिहासिक नगरी जींद का स्थान है और महिलाओं, बेटियों और बहनों के पावन त्यौहार तीज का अवसर है। उन्होंने प्रदेशवासियों को हरियाली व खुशहाली के प्रतीक तीज के पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री असीम गोयल नन्यौला ने इस तीज समारोह में पहुंचने पर मातृशक्ति का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी दलगत राजनीति, जातिवाद और क्षेत्रवाद की राजनीति से ऊपर उठकर सबके लिए काम करते हैं।

इस अवसर पर विधायक डॉ कृष्ण मिड्ढा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और विकास एवं पंचायत विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ अमित कुमार अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी कुमार, हरियाणा ग्रामीण आजीविका मिशन की सीईओ अमरिंद्र कौर सहित बड़ी संख्या में प्रदेश के कोने-कोने से आई महिलाएं व अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

लगभग 30 हजार महिलाओं को कोथली भेंटः
नायब सिंह सैनी ने कहा कि तीज उत्सव पर भाई द्वारा अपनी बहन को कोथली देने की हमारी सदियों पुरानी परंपरा है। बहनें अपनी ससुराल में भाई के आने का इंतजार करती हैं और भाई के आने पर खुशी व्यक्त करती है तथा उसे सदैव फलने-फूलने की कामना करती है। आज आपका यह भाई भी आपको कोथली देने और आपसे आशीर्वाद लेने के लिए आया है। मुख्यमंत्री ने लगभग 30 हजार महिलाओं को कोथली भेंट की।

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Thu, 08 Aug 2024 10:15:42 +0530 admin
तमिलनाडु में हाल ही में हुए मछुआरे की मौत के बाद बीजेपी अध्यक्ष का बयान, भारत और श्रीलंका करेगा बैठक https://aaj24x7live.com/1531 https://aaj24x7live.com/1531 चेन्नई
तमिलनाडु में हाल ही में हुए मछुआरे की मौत के बाद अब बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, 'हमारे मछुआरों को लेकर दो संघर्ष बिंदु हैं- एक गुजरात, और दूसरा तमिलनाडु, कई बार पाकिस्तान हमारे मछुआरों को गुजरात से गिरफ्तार करता रहता है।

पीएम नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद, 2019 में पहली बार, मत्स्य पालन मंत्रालय बनाया गया। विशेष रूप से DMK सरकार द्वारा कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका को सौंपने के बाद तमिलनाडु दूसरा संघर्ष बिंदु है, 2014 तक, उच्च समुद्र में शूटिंग एक सामान्य मामला था हमारे मछुआरे भाइयों को श्रीलंकाई नौसेना ने मार डाला।

'मोदी जी के सत्ता संभालने के बाद, नहीं हुई गोलीबारी'
बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई ने आगे ये भी कहा, मोदी जी के सत्ता संभालने के बाद, कोई गोलीबारी नहीं हुई… 2024 थोड़ा अलग साल बन गया जब 273 तमिल मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार कर लिया वापस लाया गया जबकि 69 लोग श्रीलंकाई जेल में हैं, 61 न्यायिक हिरासत में हैं, और 8 लोगों को सजा सुनाई गई है। यह पहला मुद्दा था जिसे हमने विदेश मंत्री के ध्यान में लाया था… हमें बहुत ही कम समय में आश्वासन दिया गया है।

अब भारत और श्रीलंका के बीच 2+2 संयुक्त कार्य समूह बुलाया जाएगा जहां दोनों देशों के विदेश मंत्रालय और मत्स्य पालन मंत्रालय एक साथ बैठेंगे ताकि वे 170 तमिल मछुआरों की नौकाओं के बारे में बात कर सकें जो श्रीलंकाई नौसेना द्वारा जब्त की गई। साथ ही मछुआरों की चिंताओं को भारत सरकार ने भी सुना है

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Thu, 08 Aug 2024 10:15:32 +0530 admin
दिल्ली में MCD की बड़ी कार्रवाई, अब तक निगम प्रशासन ने लगभग 85 कोचिंग सेंटरों और संपत्तियों को किया सील https://aaj24x7live.com/1528 https://aaj24x7live.com/1528 नई दिल्ली
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना के बाद एमसीडी की ओर से लगातार कड़ी कार्रवाई सामने आ रही है। दिल्ली में अवैध रूप से कोचिंग सेंटरों, पीजी और पुस्तकालयों के संचालन पर नकेल कसने के लिए नगर निगम प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना 27 जुलाई को रात के समय घटी थी। तब से लेकर अब तक निगम प्रशासन ने लगभग 85 कोचिंग सेंटरों, बेसमेंट व संपत्तियों को भवन निर्माण का उल्लंघन करने पर सील कर दिया है।

200 से अधिक संपत्तियों को नोटिस
इसके अतिरिक्त निगम ने 200 से अधिक संपत्तियों व उनके मालिकों को नियमों का उल्लंघन करने पर नोटिस जारी किए हैं। साथ ही अवैध रूप से संपत्तियों व बेसमेंट का दुरुपयोग करने वाले मालिकों की पहचान की जा रही है।

30 लाख संपत्तियों का सर्वे
इस संबंध में सभी जोन में इंजीनियरिंग विभाग, रखरखाव व इमारत विभाग सर्वे कर रहा है। इसमें लगभग 30 लाख संपत्तियों पर सर्वे किया जा रहा है। इसमें व्यावसायिक व रिहायशी संपत्तियां शामिल हैं। निगम के अधिकारियों ने बताया कि अब तक लगभग 85 संपत्तियों को भवन निर्माण का उल्लंघन करने पर सील किया है। बीते दो दिनों के दौरान मंगलवार और बुधवार को कुल 13 संपत्तियों को सील किया है।

जारी रहेगी कार्रवाई
बुधवार को शाहदरा दक्षिण, करोल बाग और नजफगढ़ जोन में टीमों ने संपत्तियों को सील किया है। बेसमेंट का अवैध रूप से दूसरे तरह से उपयोग करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। अब तक हुए सर्वे में यह पता चला है कि लोगों ने विभिन्न वस्तुओं के भंडारण व अन्य तरीके से बेसमेंट बनाकर उसकी स्वीकृति ली थी। लेकिन वह कुछ और कार्य इस बेसमेंट में करते पाए। यह भवन निर्माण के नियमों का उल्लंघन हैं। इन सभी के खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई जारी रहेगी।

 

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Thu, 08 Aug 2024 01:00:27 +0530 admin
मानसून के दो महीने बीत चुके हैं, अब अगस्‍त के दूसरे सप्‍ताह में 9 राज्‍यों में अगले 48 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट https://aaj24x7live.com/1517 https://aaj24x7live.com/1517 नई दिल्ली
मानसून के दो महीने बीत चुके हैं। जून और जुलाई में मानसून का असर अच्‍छा खासा देखा गया। अब अगस्‍त की शुरुआत में ही कई राज्‍यों में जोरदार बारिश की खबरें सामने आईं हैं। मौसम के जानकारों का अनुमान है कि अगस्‍त के दूसरे सप्‍ताह में दक्षिण, मध्‍य, उत्‍तरी और दक्षिण पश्चिमी राज्‍यों में बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। अगले 48 घंटों में कुछ राज्‍यों में भारी बारिश हो सकती है। देश भर में कैसा मौसम रहने वाला है, यहां जानिये पूरा अपडेट। विदर्भ में भारी बारिश की चेतावनी है। अगले 48 घंटों में विदर्भ में तेज बारिश होगी। महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों में इस मानसून में भारी बारिश देखी गई है, लेकिन इस बारिश के बाद स्थिति में सुधार होगा। अगले 24 घंटों के दौरान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, विदर्भ, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है, साथ ही पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

गौतमबुद्धनगर के लिए मौसम की चेतावनी
अगले 2-3 घंटों के दौरान गौतमबुद्धनगर और दिल्ली एनसीआर के जिलों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

दिल्ली एनसीआर के लिए मौसम की चेतावनी
बागपत, बुलंदशहर, मध्य दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, फरीदाबाद, गौतमबुद्धनगर, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, हापुड़, झज्जर, मेरठ, नई दिल्ली, नोएडा, उत्तरी दिल्ली, उत्तर पूर्व, उत्तर पश्चिम, पलवल, रोहतक, शाहदरा, सोनीपत, दक्षिण दिल्ली, दक्षिण पूर्व, दक्षिण पश्चिम और पश्चिमी दिल्ली के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

बिहार के लिए मौसम चेतावनी
अरवल, औरंगाबाद, बेगूसराय, भोजपुर, बक्सर, गया, जहानाबाद, कैमूर (भभुआ), खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर, रोहतास, शेखपुरा और वैशाली में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।

राजस्थान के लिए मौसम चेतावनी
राजस्थान के जिलों में अजमेर, चूरू, दौसा, हनुमानगढ़, जयपुर, झुंझुनूं, सीकर और टोंक के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ बौछारें और लगभग (20-30 किमी प्रति घंटे) तेज़ हवाएँ चलेंगी।

उत्तरप्रदेश के लिए मौसम अलर्ट
अलीगढ़, प्रयागराज, अम्बेडकर नगर, अमेठी, औरैया, बदायूँ, बागपत, बहराईच, बलरामपुर, बांदा, बारा बांकी, बरेली, बस्ती, बिजनौर, बुलन्दशहर, चित्रकूट, एटा, फर्रुखाबाद, फर्रुखाबाद में कई स्थानों पर लगभग (30-40 किमी प्रति घंटे) की तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी। फतेहपुर,गाजियाबाद,गोंडा,हमीरपुर,हापुड़,हरदोई,जौनपुर,ज्योतिबा फुले नगर,कन्नौज,कानपुर देहात,कानपुर नगर,कांशीराम नगर,कौशांबी,खीरी,लखनऊ,मैनपुरी, मेरठ,मिर्जापुर,मुरादाबाद,मुजफ्फरनगर, अगले 4-6 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के जिलों में पीलीभीत, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, रीवा, सहारनपुर, संभल, भदोही, शाहजहाँपुर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सुल्तानपुर और उन्नाव में बारिश होगी।

सहारनपुर के लिए मौसम पूर्वानुमान
आसमान में बादल छाए रहेंगे, सुबह मौसम सुहाना रहेगा, दिन गर्म रहेगा और रात आरामदायक रहेगी। अगले 24 घंटों के दौरान तेज हवाओं के साथ मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

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Wed, 07 Aug 2024 22:15:09 +0530 admin
छत्रपति संभाजीनगर में वक्फ बोर्ड के स्वामित्व वाले मैदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर का फुटबॉल स्टेडियम बनाने की योजना है https://aaj24x7live.com/1500 https://aaj24x7live.com/1500 मुंबई
केंद्र की मोदी सरकार वक्फ बोर्ड को नियंत्रित करने वाले 1995 के कानून में संशोधन करने के लिए संसद में एक विधेयक लाने वाली है। मोदी सरकार का उद्देश्य वक्फ बोर्ड के कामकाज में अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। साथ ही महिलाओं की अनिवार्य भागीदारी सुनिश्चित करना भी। इस बिल के संसद में पेश करने से पहले ही विरोध में आवाजें उठने लगीं। पिछले दिनों विपक्ष के कई नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार समाज में विभाजन पैदा करने के लिए वक्फ अधिनियम में संशोधन के लिए विधेयक लाना चाहती है। हालांकि सरकार की तरफ से साफ किया गया कि बिल को पेश करने से पहले कई मुस्लिम बुद्धिजीवियों से चर्चा की गई है।

इस बीच महाराष्ट्र से खबर आ रही है कि छत्रपति संभाजीनगर में वक्फ बोर्ड के स्वामित्व वाले मैदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर का फुटबॉल स्टेडियम बनाने की योजना है। मामले में जानकार एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि संभाजीनगर में आमखास मैदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर का फुटबॉल स्टेडियम बनाया जाएगा। यह मैदान वक्फ बोर्ड के स्वामित्व में आता है। इस पर फैसला संरक्षक मंत्री अब्दुल सत्तार की अध्यक्षता और खेल मंत्री संजय बनसोडे की मौजूदगी में लिया गया। बयान के अनुसार, संरक्षक मंत्री सत्तार ने निर्देश दिया कि जिला कलेक्टर फुटबॉल स्टेडियम के लिए प्रस्ताव तुरंत खेल विभाग को सौंपे।

देशभर में 30 वक्फ बोर्ड

गौरतलब है कि वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन करने वाला विधेयक वक्फ बोर्ड के लिए अपनी संपत्तियों का वास्तविक मूल्यांकन सुनिश्चित करने को लेकर जिलाधिकारियों के पास पंजीकरण कराना अनिवार्य कर देगा। देश में 30 वक्फ बोर्ड हैं। सूत्रों का कहना है कि सभी वक्फ संपत्तियों से प्रति वर्ष 200 करोड़ रुपये का राजस्व आने का अनुमान है। यह वक्फ के पास मौजूद संपत्तियों की संख्या के अनुरूप नहीं है। मूल रूप से, देशभर में वक्फ बोर्ड के पास करीब 52,000 संपत्तियां हैं। वर्ष 2009 तक चार लाख एकड़ भूमि पर 3,00,000 पंजीकृत वक्फ संपत्तियां थीं और आज की तारीख में, आठ लाख एकड़ से अधिक भूमि पर 8,72,292 ऐसी संपत्तियां हैं।

 

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Wed, 07 Aug 2024 19:15:46 +0530 admin
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के न्यायाधीश ने ऐसा क्या कह दिया कि भड़क गए CJI https://aaj24x7live.com/1499 https://aaj24x7live.com/1499 नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस राजबीर सहरावत की एकल पीठ की ओर से अवमानना ​​के एक मामले में शीर्ष अदालत के खिलाफ की गई टिप्पणियों पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और उसे आदेश से हटा दिया। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस सहरावत की टिप्पणियों को ‘अनुचित’ और ‘अपमानजनक’ करार दिया। हाई कोर्ट के जज ने 17 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आलोचना की थी।

हालांकि, देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की पीठ ने पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के न्यायाधीश राजबीर सेहरावत की आलोचनात्मक टिप्पणियों के लिए उनके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। इस पीठ में CJI के अलावा जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस ऋषिकेश रॉय भी शामिल थे। पीठ ने सुनवाई के दौरान ‘‘न्यायिक अनुशासन’’ का उल्लेख किया और कहा कि उसे उम्मीद है कि भविष्य में ऊंची अदालतों के आदेशों पर विचार करते समय अधिक सावधानी बरती जाएगी।

सुनवाई के दौरान CJI चंद्रचूड़ ने कहा, "अवमानना ​​मामले से निपटने के दौरान पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के एकल न्यायाधीश द्वारा की गई टिप्पणियों से हम दुखी हैं।" उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का अनुपालन पसंद का मामला नहीं है, बल्कि बाध्यकारी कानूनी प्रणाली का मामला है।" CJI ने कहा कि पक्ष किसी आदेश से व्यथित हो सकते हैं, लेकिन न्यायाधीश कभी भी उच्च अपीलीय मंच से व्यथित नहीं हो सकते।

पीठ ने कहा कि न तो उच्चतम न्यायालय सर्वोच्च है और न ही उच्च न्यायालय, वास्तव में भारत का संविधान सर्वोच्च है। पीठ ने उच्चतम न्यायालय की आलोचना करने संबंधी पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश पर स्वत: संज्ञान लेकर मामले में सुनवाई की और कहा कि उसे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की टिप्पणियों से पीड़ा पहुंची है।

पीठ ने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने कई चीजों के संबंध में अनावश्यक टिप्पणियां की हैं। उसने कहा कि न्यायाधीश ऊंची अदालतों द्वारा पारित आदेशों से खिन्न नहीं हैं, लेकिन न्यायिक अनुशासन का पालन किया जाना चाहिए। जस्टिस सहरावत ने उच्च न्यायालय द्वारा शुरू की गई अवमानना ​​कार्यवाही पर रोक लगाने संबंधी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की आलोचना की थी।

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Wed, 07 Aug 2024 19:15:31 +0530 admin
भारतीय रेसलर विनेश फोगाट मामले में खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में बयान दिया, सरकार ने हरसंभव मदद दी https://aaj24x7live.com/1498 https://aaj24x7live.com/1498 नई दिल्ली
पेरिस ओलंपिक में भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित किए जाने के मामले में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में बयान दिया। मांडविया ने कहा कि भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को तय कैटेगरी में ज्यादा वजन होने की वजह से ओलंपिक से बाहर होना पड़ा। आईओए की प्रमुख पीटी उषा पेरिस में ही हैं और प्रधानमंत्री ने उनसे खुद बात की है। मांडविया के अनुसार, प्रधानमंत्री ने पीटी उषा को कहा है कि वह इस मामले में उचित कार्रवाई करें। खेल मंत्री ने कहा कि विनेश फोगाट को सरकार ने हरसंभव मदद दी है।

खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने आगे कहा कि विनेश मंगलवार को तीन मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला रेसलर बनीं। भारत सरकार ने विनेश फोगाट की हर संभव सहायता प्रदान की। उनके लिए पर्सनल स्टाफ भी नियुक्त किए गए, जो अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं। उनके साथ हंगरी के विख्यात कोच और फिजियो हमेशा रहते हैं। मांडविया ने कहा कि सरकार ने विनेश फोगाट को सभी प्रकार की खेल सुविधाएं एवं हर स्तर पर प्रशिक्षण उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने कहा कि विनेश को पेरिस ओलम्पिक के लिए 70 लाख 45 हजार 775 रुपये की सहायता दी गई है।

उन्होंने बताया कि स्पेन में ट्रेनिंग सेशन में जाने के लिए और ओलंपिक से पहले तैयारी में जाने के लिए भी फंडिंग की गई थी। वह जब हंगरी में गई थीं तो उसके लिए भी सरकार ने पूरी व्यवस्था की थी। रूस में भी अंतरराष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लेने के लिए सरकार ने मदद की थी।

बता दें कि एक स्तब्ध करने वाले घटनाक्रम में विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलो कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से पहले वजन अधिक पाए जाने के कारण बुधवार को ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया । विनेश ने ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था। सुबह तक उनका कम से कम रजत पदक पक्का लग रहा था लेकिन अब वह बिना किसी पदक के लौटेंगी। 29 वर्ष की विनेश को खेलगांव में पोली क्लीनिक ले जाया गया क्योंकि सुबह उनके शरीर में पानी की कमी हो गई थी।

एक भारतीय कोच ने कहा, ''सुबह उसका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया। नियम इसकी अनुमति नहीं देते और उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है।'' भारतीय ओलंपिक संघ ने विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करते हुए कहा ,''हमें यह खबर देते हुए खेद हो रहा है कि विनेश फोगाट महिला कुश्ती के 50 किलो वर्ग से अयोग्य घोषित कर दी गई है। पूरी रात टीम के अथक प्रयासों के बावजूद सुबह उसका वजन 50 किलो से अधिक पाया गया।'' इसमें कहा गया ,''भारतीय दल इस समय कोई और बयान नहीं देगा। भारतीय टीम आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करती है । भारतीय दल इस समय आगामी स्पर्धाओं पर फोकस करना चाहेगा।''

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Wed, 07 Aug 2024 19:15:23 +0530 admin
कश्मीर हाईकोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा कि बच्चों का भरण पोषण करने की जिम्मेदारी पिता की होती है https://aaj24x7live.com/1476 https://aaj24x7live.com/1476 श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट ने हाल ही में एक याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा कि बच्चों का भरण पोषण करने की जिम्मेदारी पिता की होती है। उन्होंने कहा है कि यह पिता का दायित्व है कि वह अपने नाबालिग बच्चों का भरण-पोषण करे, भले ही मां कामकाजी हो और कमाती भी हो। जस्टिस संजय धर ने सुनवाई के दौरान कहा कि मां कामकाजी हो तो भी पिता अपने बच्चों का भरण-पोषण करने की जिम्मेदारी से मुक्त नहीं है। कोर्ट में एक शख्स ने दलील दी थी कि उसके पास अपने नाबालिग बच्चों को भरण-पोषण देने के लिए पर्याप्त आय नहीं है। शख्स ने यह भी तर्क दिया कि उसकी अलग रह रही पत्नी (और बच्चों की मां) एक कामकाजी महिला है, जिसके पास बच्चों की देखभाल करने के लिए पर्याप्त आय है। हालांकि कोर्ट ने इस तर्क को खारिज कर दिया।

कोर्ट ने कहा, "नाबालिग बच्चों के पिता होने के नाते का उनका भरण-पोषण करना पिता की कानूनी और नैतिक जिम्मेदारी है। यह सच है कि बच्चों की मां कामकाजी महिला हैं और उनके पास आया का स्रोत है लेकिन इससे पिता होने के नाते याचिकाकर्ता को अपने बच्चों का भरण-पोषण करने की जिम्मेदारी से मुक्ति नहीं मिलती। इसलिए यह तर्क निराधार है।" शख्स ने कोर्ट में जिसने अपने तीनों बच्चों के लिए 4,500 रुपये भरण-पोषण के रूप में भुगतान करने के मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी। सेशन कोर्ट द्वारा भरण-पोषण देने के आदेश को चुनौती दिए जाने के बाद शख्स ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

शख्स ने हाईकोर्ट में तर्क दिया कि उसकी मासिक आय केवल 12,000 रुपये है और उसके लिए अपने बच्चों के लिए 13,500 रुपये भरण-पोषण के रूप में देना संभव नहीं है। उसने बताया कि उसे अपने बीमार माता-पिता का भी भरण-पोषण करना है। उसने आगे तर्क दिया कि बच्चों की मां एक सरकारी टीचर थी, जिसे अच्छा वेतन मिलता था। ऐसे में बच्चों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी अकेले उस पर नहीं डाली जा सकती। हालांकि उसने ट्रायल कोर्ट के सामने कोई सबूत पेश नहीं किया जिससे पता चल सके कि वह हर महीने 12,000 रुपए ही कमाता है। दूसरी तरफ कोर्ट ने कहा कि यह स्पष्ट है कि वह एक योग्य इंजीनियर था जिसने पहले विदेश में भी काम किया था।

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Wed, 07 Aug 2024 16:45:25 +0530 admin
केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड के अधिकारों पर एक विधेयक लाने की अपनी तैयारी लगभग पूरी कर ली, महिलाओं को संपत्ति का अधिकार https://aaj24x7live.com/1471 https://aaj24x7live.com/1471 नई दिल्ली
केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड के अधिकारों पर एक विधेयक लाने की अपनी तैयारी लगभग पूरी कर ली है। इसके माध्यम से केंद्रीय पोर्टल और डेटाबेस के माध्यम से वक्फ संपत्ति का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया जाएगा। इसके अलावा, बोहराओं के अधिकारों की रक्षा और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए वक्फ विधेयक में व्यवस्था की जाएगी। भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन करने के लिए संसद में किसी भी दिन बिल पेश कर सकती है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसका उद्देश्य वक्फ बोर्ड की शक्तियों को सीमित करना है। आपको बता दें कि रेलवे और रक्षा विभाग की सरकारी संपत्तियों के बाद वक्फ बोर्ड के पास सबसे अधिक संपत्ति है। हालांकि इन जमीनों का मूल्य और इससे मिलने वाले राजस्व मेल नहीं खाते हैं। सरकारी सूत्रों ने कहा है कि करोड़ों की कीमत वाली संपत्तियों से सालाना सिर्फ 200 करोड़ रुपये के राजस्व सरकार को मिलते हैं।

सच्चर समिति ने अपनी सिफारिशों में राजस्व के साथ-साथ संपत्तियों का मानचित्रण करने की आवश्यकता के बारे में भी बात की है। आइए जानते हैं क्या-क्या सिफारिश की गई है।

नए कानून में वक्फ अधिनियम, 1995 का नाम बदलकर एकीकृत वक्फ प्रबंधन, सशक्तीकरण, दक्षता और विकास अधिनियम 1995 करने का प्रस्ताव है।

वक्फ शब्द को कम से कम पांच वर्षों से इस्लाम का पालन करने वाले और ऐसी संपत्ति के स्वामित्व वाले व्यक्ति द्वारा स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जाएगा।

वक्फ संपत्ति उत्तराधिकार में महिलाओं को भी ऐसी संपत्तियों का उत्तराधिकारी बनाने की बात कही जा रही है।

वक्फ संपत्तियों के सर्वेक्षण के लिए कलेक्टर के सर्वेक्षण आयुक्त या डिप्टी कलेक्टर के पद से नीचे का कोई अन्य अधिकारी कलेक्टर द्वारा विधिवत त किया जाएगा।

केंद्रीय वक्फ परिषद और राज्य वक्फ बोर्ड मुस्लिम महिलाओं और गैर-मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करेंगे। बोहरा और अघाखानियों के लिए एक अलग औकाफ बोर्ड की स्थापना की जाएगी।

बोर्ड में मुस्लिम समुदायों में शिया, सुन्नी, बोहरा, अघाखानी और अन्य पिछड़े वर्गों का प्रतिनिधित्व होगा।

वक्फ संपत्ति का पंजीकरण एक केंद्रीय पोर्टल और डेटाबेस के माध्यम से होना चाहिए।

नए विधेयक में प्रावधान है कि बोर्ड अब यह तय करने का एकमात्र प्राधिकारी नहीं होगा कि कोई संपत्ति वास्तव में वक्फ संपत्ति है या नहीं।

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Wed, 07 Aug 2024 15:45:13 +0530 admin
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहा अत्याचार, भारत सरकार सही समय पर लेगी फैसला : हरिभूषण ठाकुर https://aaj24x7live.com/1451 https://aaj24x7live.com/1451 नई दिल्ली/पटना/ कोलकाता
 बांग्लादेश के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। निशाने पर हिंदू मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र भी हैं। हिंदुओं की स्थिति पर भाजपा नेता और विधायक हरिभूषण ठाकुर ने चिंता जताई है। हरिभूषण ठाकुर ने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है, वह दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण है। वह हमारा मित्र राष्ट्र है और तख्तापलट की घटना ने हिंदुओं के लिए परेशानी बढ़ा दी है। दुःख की बात है कि वहां हिंदुओं की संपत्तियों को लूटा जा रहा है। मंदिरों पर हमला किया जा रहा है। इस घटना को लेकर भारत सरकार गंभीर है। आज सर्वदलीय बैठक हुई है और भारत सरकार वहां की स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए है।”

उन्होंने पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं को तबाह किया जा रहा है और मंदिरों को जलाया जा रहा है। ऐसे हालातों में वहां के बेबस और लाचार हिंदू भारत का रूख करेंगे। अगर सुवेंदु अधिकारी ने कुछ कहा है तो यह गंभीर मामला है। भारत सरकार वहां के हालातों पर पल-पल की नजर रख रही है। सही समय पर उचित फैसला लिया जाएगा।” उन्होंने बिहार के सीमांचल क्षेत्र में रह रहे बांग्लादेशी मुस्लिम शरणार्थियों की मौजूदगी पर सवाल उठाए। कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है। पाकिस्तान और बांग्लादेश की क्या स्थिति है, हम सब देख रहे हैं।

भारत में भी इसका असर पड़ेगा। लेकिन, भारत सरकार पूरी तरह से मुस्तैद है। बता दें कि बांग्लादेश के हालात को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। संसद भवन परिसर में हुई इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बांग्लादेश के हालात की जानकारी दी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बैठक में कहा कि हम बांग्लादेश आर्मी के टच में है। अभी वहां के हालात जटिल है। जैसे ही कुछ नया अपडेट होगा तो इस बारे में जानकारी साझा की जाएगी।

 

भारत-बांग्लादेश की जल सीमा पर बीएसएफ ने तैनात किए स्पेशल निगरानी बोट

 बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उथल-पुथल और हिंसा के चलते सीमा पर घुसपैठ की संभावना बढ़ गई है। इस स्थिति से निपटने के लिए बीएसएफ ने बांग्लादेश से लगती हजारों किलोमीटर लंबी सीमा को सील कर दिया है और सुंदरबन इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। बीएसएफ के डीजी दलजीत सिंह चौधरी ने सोमवार को ही सीमा क्षेत्रों का निरीक्षण किया और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। मंगलवार को बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुंदरबन क्षेत्र में समुद्र और नदी भारत बांग्लादेश के बीच प्राकृतिक सीमा रेखा है। यहां विशेष तौर पर सतर्कता बरती जा रही है और किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए विशेष निगरानी वोट तैनात किए गए हैं।

बीएसएफ की खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, बांग्लादेश में अस्थिरता और हिंसा बढ़ने के साथ-साथ वहां के कई निवासी प्रभावित हो रहे हैं। इस कारण कुछ लोग भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर सकते हैं, जिसमें भारतविरोधी तत्व और आतंकवादी भी शामिल हो सकते हैं। इसलिए, बीएसएफ ने सीमा पर तत्काल सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया है और सोमवार दोपहर तक पूरे बांग्लादेश सीमा को सील कर दिया है। इसके बाद रात के समय पर अतिरिक्त निगरानी बढ़ाई गई है क्योंकि ऐसे ही समय पर घुसपैठ की आशंका बनी रहती है। बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक, देश के अन्य क्षेत्रों से भी अतिरिक्त जवानों को पूर्वी क्षेत्र में तैनात किया जा रहा है। विशेष ध्यान नदी और समुद्री मार्गों पर दिया जा रहा है ताकि इन मार्गों से होने वाली घुसपैठ को रोका जा सके। रात में भी नदी सीमाओं की निगरानी के लिए जवानों को नाइट विजन बाइनोकुलर दिए गए हैं।

अधिकारी ने बताया कि तीन अगस्त को एसएसबी के डीजी दलजीत सिंह चौधरी ने बीएसएफ के अतिरिक्त डीजी का कार्यभार संभाला और उत्तर 24 परगना और सुंदरबन की सीमाओं का दौरा किया। उनके साथ बीएसएफ के अतिरिक्त डीजी रवि गांधी, दक्षिण बंगाल के आईजी मनिंदर प्रताप सिंह और अन्य अधिकारी भी थे। उन्होंने नदी और समुद्री मार्गों की सुरक्षा की जांच की और सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए।

सुंदरबन में घुसपैठ की संभावना को देखते हुए बीएसएफ ने वहां के सभी जलयानों पर कड़ी निगरानी रखी है। जवान दिन और रात में स्पीडबोट से गश्त कर रहे हैं ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ को रोका जा सके।

बिहार पुलिस मुख्यालय ने बांग्लादेश की घटना को लेकर जारी किया अलर्ट

 बांग्लादेश में उपद्रव और हिंसा को लेकर बिहार में अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस मुख्यालय ने सभी सीमावर्ती जिलों में पुलिस और एसएसबी को अलर्ट रहने को कहा है। सीमा वाले इलाकों में सघन जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ साथ किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बिहार पुलिस और एसएसबी को तैयार रहने को कहा गया है। सीमांचल में बांग्लादेश और बिहार की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है।

कटिहार और किशनगंज से बांग्लादेश की सीमा सटी हुई है। ऐसे में बिहार पुलिस मुख्यालय ने सीमावर्ती जिलों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। साथ ही एसएसबी को सतर्क किया गया है और 24 घंटे निगरानी रखने को कहा गया है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस और एसएसबी अलर्ट मोड में आ गए हैं। बांग्लादेश और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में गाड़ियों की और हर आने-जाने वालों की सघन जांच की जा रही है। पहचान पत्र देखने के बाद ही किसी को भी भारत में आने की अनुमति दी जा रही है। सीमावर्ती इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तू की जानकारी होने पर तत्काल सूचना देने को कहा गया है। लोग किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी स्थानीय थाना, जिले के एसपी या टॉल फ्री नंबर 14432 या डायल 112 पर देने की अपील की है

उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। अबतक सैकड़ों लोगों की जान चली गई है जबकि बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालात इतने बेकाबू हो गए हैं कि क्या आम और क्या खास कोई भी सुरक्षित नहीं है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ा है। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में कई इमारतों और संस्थानों को आग के हवाले कर दिया है।

 

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Wed, 07 Aug 2024 10:45:16 +0530 admin
अमेरिका में मंदी की आशंका एक बार फिर उठने लगी, यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी जर्मनी का भी बुरा हाल https://aaj24x7live.com/1443 https://aaj24x7live.com/1443 नई दिल्ली
दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी अमेरिका और यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी जर्मनी में एक बार फिर मंदी की आशंका मंडराने लगी है। अमेरिका में हाल में आए रोजगार के आंकड़े उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे हैं। इससे वहां एक बार फिर मंदी की आशंका पैदा हो गई है। इस कारण सोमवार को दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली। दूसरी ओर जर्मनी की इकॉनमी में दूसरी तिमाही में अप्रत्याशित गिरावट देखने को मिली। जर्मनी की जीडीपी में पहली तिमाही की तुलना में 0.1 फीसदी गिरावट देखने को मिली। तकनीकी रूप से लगातार दो तिमाहियों में गिरावट को मंदी कहा जाता है। करीब दो दशक तक ग्लोबल ग्रोथ का इंजन रहे चीन की इकॉनमी कई मोर्चों पर संघर्ष कर रही है। लेकिन इन सबसे बीच भारत की इकॉनमी दुनिया में सबसे तेजी से दौड़ रही है।

भारत से इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों के एक्सपोर्ट में जून तिमाही में काफी तेजी आई है। देश से ऐपल आईफोन के एक्सपोर्ट में तेजी के कारण भारत से इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्यात इस फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में पिछले साल के मुकाबले 22% उछलकर 8.44 अरब डॉलर पहुंच गया। इंजीनियरिंग गुड्स और पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स के बाद अब भारत से सबसे ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक्स का ही एक्सपोर्ट हो रहा है। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत से 6.94 अरब डॉलर का इलेक्ट्रॉनिक्स सामान एक्सपोर्ट हुआ था। इस साल जून तिमाही में 4.8 अरब डॉलर के मोबाइल एक्सपोर्ट हुए जो कुल इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात का करीब 57 फीसदी है। इस दौरान ऐपल ने भारत से 3.5 अरब डॉलर के आईफोन एक्सपोर्ट किए।

इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जून तिमाही में मोबाइल एक्सपोर्ट में पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी तेजी आई। इस दौरान आईफोन के एक्सपोर्ट में 90 करोड़ डॉलर की तेजी आई। जबसे सरकार ने स्मार्टफोन प्रॉडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव लॉन्च की है तबसे मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट में तेजी आई है। अप्रैल 2020 में इस योजना के शुरू होने से पहले फाइनेंशियल ईयर 2019-20 में देश से 2.9 अरब डॉलर के मोबाइल एक्सपोर्ट किए गए थे। भारत से एक्सपोर्ट होने वाले आइटम्स की लिस्ट में मोबाइल 14वें स्थान पर थे। लेकिन वित्त वर्ष 2024 में भारत ने 15.6 अरब डॉलर के स्मार्टफोन एक्सपोर्ट किए जो ऑटोमोटिव डीजल, डायमंड्स और एविएशन टर्बाइन फ्यूल के बाद सबसे अधिक है। इससे फाइनेंशियल ईयर 2024 में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट 29.1 अरब डॉलर पहुंच गया।

गैस उत्पादन में भी भारत तेजी से आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा है। 2020-21 में देश में गैस उत्पादन 28.7 अरब घन मीटर (BCM) था। सरकारी आंकडों के मुताबिक देश में 2023-24 में गैस उत्पादन बढ़कर 36.43 बीसीएम पहुंच गया और 2026 में इसके 45.3 बीसीएम पहुंचने की संभावना है। देश में नेचुरल गैस की सालाना खपत 64 बीसीएम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि पर कहा कि विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में ऊर्जा के क्षेत्र में हमारी आत्मनिर्भरता बहुत महत्वपूर्ण है। गैस उत्पादन का यह रिकॉर्ड इस दिशा में हमारी प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। मोदी सरकार ने 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है।

भारत के लिए गुड न्यूज

जर्मनी की इकॉनमी के सुस्त पड़ना भारत के लिए गुड न्यूज है। जर्मनी अभी अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी है जबकि जापान चौथे नंबर पर है। भारत इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में कहा था कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी इकॉनमी बन जाएगा। लेकिन जापान और जर्मनी की हालत जिस तरह से खराब हो रही है, उससे लगता है कि भारत को इस मुकाम तक पहुंचने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। Forbes के मुताबिक अभी अमेरिका ($28.783 ट्रिलियन) पहले, चीन ($18.536 ट्रिलियन) दूसरे, जर्मनी ($4.590 ट्रिलियन) तीसरे और जापान ($4.112 ट्रिलियन) चौथे नंबर पर है। भारत की इकॉनमी का साइज अभी $3.942 ट्रिलियन डॉलर है।

 

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Wed, 07 Aug 2024 09:45:23 +0530 admin
वैष्णो देवी यात्रा रोकी गई, यात्रा मार्ग में आग लगने के चलते यात्रा रोकने की वजह बताई, श्रद्धालुओं में मची अफरातफरी https://aaj24x7live.com/1433 https://aaj24x7live.com/1433 नई दिल्ली
देशभर में हो रही भारी बारिश के बीच जहां कई राज्यों में लैडस्लाइड और बादल फटने से जनजीवन अस्त व्यस्त है वहीं वहीं शिवालयों और माता के मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी हुई है। इसी कड़ी में वैष्णो देवी यात्रा रोकी गई है। दरअसल, यात्रा मार्ग में आग लगने के चलते यात्रा रोकने की वजह बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, वैष्णो देवी मार्ग में स्थित दो दुकान में आग लग गई। आग की तेज लपटे देख श्रद्धालुओं की यात्रा रोक दी गई है। सूचना मिलते ही मौके पर कटरा पुलिस और CRPF पहुंची हुई है और आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। हालांकि, दुकान में आग लगने के बाद  किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि वैष्णो देवी के बैटरी कार मार्ग पर हिमकोटि में कपड़ों की एक दुकान में शार्ट सर्किट से आग लगी है।

बता दें कि भारी बारिश के बावजूद माता के दरबार में भक्तों का सैलाब जारी है। बीते 3 अगस्त को 27 हजार श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के दर्शन किए। 4 अगस्त (रविवार) को दोपहर 3 बजे तक 14,800 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया और मां वैष्णो देवी भवन की ओर रवाना हो चुके थे।इसके साथ ही श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

इसके अलावा अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को जम्मू से कटरा की त्रिकुटा पहाड़ियों के बीच स्थित श्री माता वैष्णो देवी के पवित्र गुफा मंदिर तक की बहुप्रतीक्षित सीधी हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो गई है।

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Tue, 06 Aug 2024 23:00:37 +0530 admin
नोएडा की थाना एक्सप्रेसवे पुलिस ने 5 टप्पेबाजों को गिरफ्तार किया, आरोपी रेकी कर महिलाओं के गहने लेकर होते थे फरार https://aaj24x7live.com/1432 https://aaj24x7live.com/1432 नई दिल्ली
नोएडा की थाना एक्सप्रेसवे पुलिस ने 5 टप्पेबाजों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी रेकी कर महिलाओं को जादू-टोने से सम्मोहित कर उनसे गहने लेकर फरार हो जाते थे। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए आरोपी खुद को हनुमान, मां काली और अजमेर वाले ख्वाजा का भक्त बताते थे। इसी दौरान महिलाओं को जादू दिखाकर सम्मोहित कर लेते थे। पूछताछ करने पर आरोपियों ने ऐसी तीन वारदातों को करना स्वीकार किया है। पुलिस ने इन्हें सेक्टर 135 वाजिदपुर पुश्ता कट के पास से पकड़ा है।

जानिए कैसे महिलाओं को लेते झांसे में
नोएडा जोन डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि विजय कुमार, मिथुन, नीरज खान, अरबाज निवासी दिल्ली और माहिर निवासी 2बी, वसुंधरा, सेक्टर 02, थाना इंदिरापुरम, गाजियाबाद के रूप में हुई है। पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ करने पर बताया कि वे गाजियाबाद, नोएडा एवं दिल्ली एनसीआर में घूमकर सड़क पर किसी भी अकेली महिला को रोककर उसे हनुमान एवं काली माता का भक्त बताकर समस्याओं के समाधान का झूठा झांसा देकर उसे झांसा देकर अपने झांसे में लेते थे। फिर एक पेड़ के पत्ते पर सोडियम डालकर उस पर थूकते थे, उस पर पानी डालते और उसमें आग लगा देते थे, जिसे ये बाबा का दिया कहते थे। जिससे महिलाएं उन पर विश्वास करने लगती हैं।

21 कदम का झांसा देकर गहने लेकर हो जाते थे फरार
इस बीच कुछ अन्य पीड़ित जो इनके गिरोह के सदस्य होते थे वो लक्ष्य के सामने अपना समाधान प्राप्त कर लेते थे और बाबा का धन्यवाद करते हैं। फिर ये लोग महिला को पूरे विश्वास में ले लेते थे और पीड़िता को बताते कि आपने जो गहने पहने हुए हैं वो ही आपकी सारी समस्याओं का कारण हैं। फिर ये खुद महिला से गहने उतार लेते और महिला के हाथ पर एक पत्ता रखकर उससे कहते कि बिना पीछे देखे 21 कदम आगे जाओ और ये पत्ता रखकर वापस आ जाओ। मौके का फायदा उठाकर गहने लेकर भाग जाते थे।

इन घटनाओं को दिया अंजाम
नोएडा जोन एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि पूछताछ करने पर पता चला है कि इन आरोपियों 28 जुलाई को लोटस जिंग सोसायटी के पास एक महिला को बहला फुसलाकर ओम का लॉकेट और एक जोड़ी बालियां छीन ली थी। करीब 25-26 दिन पहले सेक्टर 72 के पास अमोरा वाले रोड के पास भी इसी तरह से एक महिला से गले की चेन, बालियां व 2 अंगूठियां छीन ली थीं।

आरोपियों से बरामदगी
पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पीली धातु के बने 02 ओम लॉकेट, पीली धातु के बने 04 जोड़ी झुमके (कान की बाली), पीली धातु के बने 02 चेन, पीली धातु के बने 04 अंगूठियां, काली माला सहित पीली धातु का 01 मंगलसूत्र, सफेद धातु के बने 02 जोड़ी पायल, सफेद धातु का 01 चेन, पत्थर सहित सफेद धातु के बने 02 अंगूठियां, सफेद धातु के बने 02 अंगूठियां, एक छोटे प्लास्टिक के डिब्बे व एक बड़े प्लास्टिक के डिब्बे में 03 कटर व एक सफेद ठोस पदार्थ, एक काले रंग का रबर का सांप व श्री हनुमानजी व काली माता जी के 02 फोटो फ्रेम, कुल 5850 रुपये, 04 मोबाइल फोन और एक मारुति सेलेरियो कार बरामद की गयी।

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Tue, 06 Aug 2024 23:00:30 +0530 admin
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बांग्लादेश के मौजूदा हालात को पूरी दुनिया के लिए खतरा बताया https://aaj24x7live.com/1431 https://aaj24x7live.com/1431 अमरोहा
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बांग्लादेश के मौजूदा हालात को पूरी दुनिया के लिए खतरा बताया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें पाकिस्तान और बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर पैनी नजर रखनी होगी। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि हम इस विषय को लेकर राजनीति ना करें। वहीं, उन्होंने शेख हसीना के भारत आगमन पर कहा कि भारत की हमेशा से ही संस्कृति रही है कि शरणागत को शरण दिया जाए।

उन्होंने कहा, “जिस तरह से बांग्लादेश के हालात बिगड़े हैं, ये पूरी दुनिया के लिए एक तरह का खतरा है। पाकिस्तान के भी हालात बिगड़ रहे हैं। एक तरफ पाकिस्तान है, तो दूसरी तरफ बांग्लादेश है। दोनों ही पड़ोसी देशों में अराजकता और हिंसा की जो स्थिति पैदा हुई है, उसे देखते हुए मुझे लगता है कि भारत को बहुत सावधानी से चलना चाहिए, क्योंकि खतरा भारत पर भी मंडरा रहा है और यह खतरा विचारधारा का है। यह मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य का खतरा है, जिसको कोई संभ्रांत राष्ट्र स्वीकार नहीं कर सकता। हमें खुशी इस बात की है कि भारत में एक सशक्त नेतृत्व है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में एक सशक्त नेतृत्व मौजूद है, जिसे देखते हुए भारत के हितों पर किसी भी प्रकार का कुठाराघात नहीं हो सकता।”

उन्होंने आगे कहा, ”बांग्लादेश के मौजूदा संकट को ध्यान में रखते हुए केंद्र की मोदी सरकार को सतर्क रहते हुए बांग्लादेश और पाकिस्तान की हर गतिविधि पर नजर रखनी होगी। भारत के सभी राजनीतिक दल और आम लोगों को भी देश के हितों को ध्यान में रखते हुए कदम उठाने होंगे। अपने स्वार्थ में अंधे होकर राष्ट्र का नुकसान करने वाले नेताओं से मैं अपील करना चाहता हूं कि सियासत और सत्ता अपनी जगह है, लेकिन जब बात राष्ट्र की आए, तो वहां अपना स्वार्थ छोटा पड़ जाता है।”

उन्होंने कहा, “सियासत अपनी जगह है, लेकिन देशहित अपनी जगह पर है। राष्ट्र की सुरक्षा प्रथम है, लेकिन हमें एक बात समझनी होगी कि बांग्लादेश के राजनीतिक संकट की वजह से राष्ट्र की सुरक्षा को भी खतरा पैदा हो गया है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करना चाहता हूं कि मौजूदा समय में जो बांग्लादेश में भारतीय मूल के लोग हैं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करें। बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं को मारा जा रहा है, यह भी बहुत दुखद है। मैं प्रधानमंत्री से अपील करना चाहता हूं कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हो रहा है, उसे रोकने की दिशा में काम करें, क्योंकि वे भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक नेता हैं। प्रधानमंत्री बांग्लादेश में घटने वाली घटनाओं पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आगामी दिनों में वहां स्थिति सामान्य होगी।”

बता दें कि बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के बाद शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारत पहुंची हैं। वे हिंडन एयबरेस पर रुकी हुई हैं। बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को लेकर मंगलवार सुबह सर्वदलीय बैठक हुई जिसमें बांग्लादेश के हालात पर सभी राजनीतिक दलों की राय ली गई।

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Tue, 06 Aug 2024 23:00:19 +0530 admin
आडवाणी को वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, हालत स्थिर https://aaj24x7live.com/1419 https://aaj24x7live.com/1419 नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को मंगलवार को फिर यहां अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया है। हालांकि उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। आडवाणी को वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक सूत्र ने कहा,‘‘एल के आडवाणी की हालत स्थिर है। मूत्रविज्ञान, हृदयरोग विज्ञान और जेरिएट्रिक मेडिसिन सहित विभिन्न विशेषज्ञ उनकी जांच कर रहे हैं।’’

इससे पहले पिछले महीने ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां कुछ दिन इलाज के छुट्टी दे गई थी। 96 वर्षीय आडवाणी पहले भी अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उससे कुछ दिन पहले उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाया गया था। उन्हें एम्स में एक रात रखने के बाद छुट्टी दे दी गई थी।

एलके आडवाणी भारतीय राजनीति के प्रमुख हस्तियों में से एक हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। एलके आडवाणी की पहचान एक दृढ़ और सक्षम नेता के रूप में होती है, जिन्होंने अपने लंबे राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। इसी साल केंद्र की भाजपा सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया है।

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Tue, 06 Aug 2024 21:01:44 +0530 admin
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना हिंडन एयरबेस से निकल चुकी हैं, उन्होंने किसी सुरक्षित ठिकाने का रुख किया https://aaj24x7live.com/1418 https://aaj24x7live.com/1418 नई दिल्ली
बांग्लादेश से भागकर भारत में शरण लेने वाली पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना हिंडन एयरबेस से निकल चुकी हैं। उन्होंने किसी सुरक्षित ठिकाने का रुख किया है। हालांकि वह कहां गई हैं, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के मुताबिक अभी शेख हसीना के लंदन जाने संबंधी योजना अनिश्चित है। इस बीच उनकी टीम अन्य देशों में भी शरण लेने के विकल्प तलाश रही है। 76 वर्षीय शेख हसीना सोमवार दोपहर बांग्लादेश एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट पर सवार होकर दिल्ली पहुंची थीं। हसीना के यहां पहुंचने के तत्काल बाद ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी उनसे मिलने पहुंचे थे।

बांग्लादेश या शेख हसीना के भविष्य को लेकर भारत सरकार ने अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। सूत्रों ने बताया कि उन्हें सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया गया है। हालांकि उसने सुरक्षा कारणों से ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया। अनुमान लगाया जा रहा है कि हसीना अगले कुछ दिनों तक भारत में ही रह सकती हैं। इसके बाद वह अपने रिश्तेदारों के पास लंदन चली जाएंगी। हसीना के साथ उनकी बहन शेख रेहाना भी हैं। शेख रेहाना की बेटी ट्यूलिप सिद्दिकी लंदन में लेबर पार्टी की नेता हैं। हाल ही में उन्होंने फिर से चुनाव जीता है और ट्रेजरी व सिटी मिनिस्टर की इकॉनमिक सेक्रेट्री नियुक्त की गई हैं।

जानकारी के मुताबिक हसीना को ब्रिटिश अथॉरिटीज की तरफ से आश्वस्त किया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई 400 मौतों को लेकर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। इस बीच ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा और मौतों की यूएन के नेतृत्व में जांच की मांग भी उठाई।

यह भी बताया जा रहा है कि शेख हसीना की दूसरे विकल्पों की तलाश में भी जुटी है। हसीना की टीम यह देख रही है क्या किसी अन्य देश में भी उन्हें शरण मिल सकती है। जानकारी के मुताबिक फिनलैंड भी उनके लिए एक सुरक्षित ठिकाना हो सकता है। यहां पर भी शेख हसीना के कई रिश्तेदार मौजूद हैं। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री ने उनकी भविष्य की योजनाओं को लेकर बात हुई है। लेकिन सुरक्षा कारणों से इसके बारे में जानकारी नहीं दी जा सकती।

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Tue, 06 Aug 2024 21:01:35 +0530 admin
कॉलेज में हिजाब प्रतिबंध का मामला एक बार फिर से चर्चा में, CJI चंद्रचूड़ बोले& सुनवाई होगी https://aaj24x7live.com/1417 https://aaj24x7live.com/1417 नई दिल्ली
कॉलेज में हिजाब प्रतिबंध का मामला एक बार फिर से चर्चा में है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि उसने बंबई उच्च न्यायालय के उस फैसले को चुनौती देने वाली याचिका को सूचीबद्ध करने का आदेश दिया है, जिसमें मुंबई के एक कॉलेज के परिसर में हिजाब, बुर्का और नकाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय को बरकरार रखा गया है। मंगलवार को जब याचिका को तत्काल सुनवाई के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) के समक्ष पेश किया गया, तो सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि उन्होंने पहले ही इस मामले के लिए एक पीठ नियुक्त कर दी है और इसे आने वाले दिनों में जल्द ही सूचीबद्ध किया जाएगा।

बंबई उच्च न्यायालय ने ‘चेंबूर ट्रॉम्बे एजुकेशन सोसाइटी’ के एन जी आचार्य एवं डी के मराठे महाविद्यालय द्वारा हिजाब, बुर्का और नकाब पर प्रतिबंध लगाने के फैसले में हस्तक्षेप करने से 26 जून को इनकार कर दिया था और कहा था कि ऐसे नियम छात्रों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन नहीं करते हैं। उच्च न्यायालय ने कहा था कि ‘ड्रेस कोड’ का उद्देश्य अनुशासन बनाए रखना है, जो कि शैक्षणिक संस्थान की ‘‘स्थापना और प्रशासन’’ के लिए कॉलेज के मौलिक अधिकार का हिस्सा है।

प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने अपील को तत्काल सूचीबद्ध करने के अनुरोध पर संज्ञान लेते हुए कहा कि इस मामले के लिए पहले ही एक पीठ तय कर दी गई है और इसे जल्द ही सूचीबद्ध किया जाएगा। याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वकील अबीहा जैदी ने मामले में तत्काल सुनवाई का अनुरोध करते हुए कहा कि कॉलेज में ‘यूनिट टेस्ट’ संभवत: बुधवार से शुरू हो जाएंगे।

शीर्ष अदालत ने शैक्षणिक संस्थानों द्वारा जारी किए गए ऐसे आदेशों की वैधता पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया है। उच्चतम न्यायालय की दो न्यायाधीशों वाली पीठ ने 13 अक्टूबर, 2022 को कर्नाटक में उठे हिजाब विवाद को लेकर विरोधाभासी फैसला सुनाया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत तत्कालीन राज्य सरकार ने कर्नाटक के विद्यालयों में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया था।

न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता (जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं) ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के उस फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था, जिसमें प्रतिबंध हटाने से इनकार कर दिया गया था, जबकि न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया ने कहा था कि राज्य के विद्यालयों और महाविद्यालयों में कहीं भी हिजाब पहनने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।

मौजूदा विवाद मुंबई के एक कॉलेज के निर्णय से जुड़ा है। बंबई उच्च न्यायालय ने प्रतिबंध के खिलाफ दायर याचिका को खारिज करते हुए कहा था कि 'ड्रेस कोड' सभी छात्राओं पर लागू है, चाहे उनकी जाति या धर्म कुछ भी हो। छात्राओं ने उच्च न्यायालय का रुख कर कॉलेज द्वारा जारी उस निर्देश को चुनौती दी थी, जिसमें हिजाब, नकाब, बुर्का, स्टोल, टोपी पहनने और किसी भी तरह का बैज लगाने पर प्रतिबंध संबंधी ‘ड्रेस कोड’ को लागू किया गया था।

याचिकाकर्ताओं ने दावा किया था कि यह नियम उनके धर्म का पालन करने के मौलिक अधिकार, निजता के अधिकार और ‘‘पसंद के अधिकार’’ का उल्लंघन करता है। अदालत ने कहा था कि वह यह नहीं समझ पा रही है कि कॉलेज द्वारा 'ड्रेस कोड' निर्धारित करने से संविधान के अनुच्छेद 19(1)(ए) (भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता) और अनुच्छेद 25 (धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता) का उल्लंघन कैसे होता है। न्यायाधीशों ने कहा था, ‘‘हमारे विचार में निर्धारित 'ड्रेस कोड' को भारत के संविधान के अनुच्छेद 19(1) (ए) और अनुच्छेद 25 के तहत याचिकाकर्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन नहीं माना जा सकता है।’’ पीठ ने याचिकाकर्ताओं की इस दलील को भी स्वीकार करने से इनकार कर दिया था कि हिजाब, नकाब और बुर्का पहनना उनके धर्म का अनिवार्य हिस्सा है।

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Tue, 06 Aug 2024 21:01:25 +0530 admin
भारत के सैन्य अभ्यास में पहली बार जर्मनी की वायु सेना, होगा सयुंक्त अभ्यास, जर्मन विमानों पर रहेगी नजर https://aaj24x7live.com/1416 https://aaj24x7live.com/1416 नई दिल्ली
भारतीय वायु सेना पहली बार कई देशों के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रही है. इसमें दूसरे देशों के साथ जर्मनी की वायु सेना भी पहली बार भारतीय जमीन पर सैन्य अभ्यास में शामिल हो रही है. दुनिया के कई हिस्सों से दर्जनों युद्धक विमानों का बेड़ा दक्षिण भारत के सुलुर एयरबेस पर पहुंच चुका है. मंगलवार से शुरू हो रहा यह सैन्य अभ्यास कई मामलों में अनोखा है. इसे तरंग शक्ति नाम दिया गया है. इसमें जर्मनी समेत 10 देश अपने विमानों के साथ हिस्सा ले रहे हैं. इस मौके पर जर्मन रक्षा मंत्री भी भारत आए हैं. पर्यवेक्षकों को भी मिला दें तो कुल 18 देशों की इसमें भागीदारी है. दक्षिण एशिया में इस तरह के सैन्य अभ्यास कम ही होते हैं. भारतीय वायु सेना ने 51 मित्र देशों को इस सैन्य अभ्यास के लिए निमंत्रण भेजा था. यह अभ्यास दो चरणों में हो होगा. पहला चरण मंगलवार, 6 अगस्त से 14 अगस्त तक है. इसमें जर्मनी, फ्रांस, स्पेन और ब्रिटेन भारत के साथ युद्ध की अलग-अलग स्थितियों का अभ्यास करेंगे.

भारत और जर्मनी रक्षा संब्ध बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं
तरंग शक्ति का दूसरा चरण इसी महीने के आखिर में होना है. इसके लिए राजस्थान के जोधपुर एयरबेस पर तैयारी चल रही है. इसमें ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, सिंगापुर, ग्रीस, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका हिस्सा लेंगे. पिछले हफ्ते भारतीय वायु सेना के वाइस चीफ एयर मार्शल एपी सिंह ने पत्रकारों से कहा, "इस अभ्यास का मकसद अंतरराष्ट्रीय समुदाय के हमारे मित्रों के साथ रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करना है."

जर्मन विमानों पर रहेगी नजर
पहली बार जर्मनी के विमान इस अभ्यास के लिए भारत आए हैं. इस अभ्यास से पहले ही दोनों देश अपने रक्षा संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में बढ़ने का एलान कर चुके हैं. जर्मन वायु सेना लुफ्तवाफे यूरोफाइटर टायफून जेट विमानों का बेड़ा ले कर आई है. इसके साथ ही एयरबस ए400एम परिवहन विमान को भी भारतीय अभ्यास में तैनात किया गया है. भारतीय सेना अंतरराष्ट्रीय बाजार में मध्यम आकार के परिवहन विमानों की तलाश में है. वायु सेना के रिटायर हो चुके एयर मार्शल अनिल चोपड़ा ने डीडब्ल्यू को बताया, "भारतीय वायु सेना मध्यम आकार के परिवहन विमानों की तलाश में है. इसके लिए तीन विमानों पर नजर हैः ब्राजील का एमब्रेयर सी-390, एयरबस ए400एम जिसमें जर्मनी साझीदार है और लॉकहीड सी-130 जो अमेरिका की ओर से पहले ही उड़ान भर रहे हैं." चोपड़ा ने यह भी कहा, "हमने जर्मनों और फ्रांसीसियों के साथ मध्यपूर्व में कुछ अभ्यासों के दौरान एयरबस ए400एम को पहले उड़ाया है, वहां इन देशों ने हमें ये विमान दिखाए थे. देखते हैं आगे यह कैसे बढ़ता है."

भारत को लेकर जर्मन कंपनियों की उम्मीद बढ़ी
रक्षा पर्यवेक्षकों का कहना है कि यह अभ्यास भारत को यूरो फाइटर और ए400एम को वास्तविक परिस्थितियों में परखने का एक अच्छा मौका देगा. दिल्ली में मनोहर पर्रिकर इंस्टिट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस की एसोसिएट फेलो स्वास्ति राव का कहना है, "जर्मनी के ए400एम की भार उठाने की क्षमता 37 टन है, अगर आप भारत के टेंडर को देखें तो, हमारी जो जरूरत है, जर्मनी उससे थोड़ा ज्यादा दे रहा है जो भारत के लिए अच्छा है." राव ने ध्यान दिलाया कि भारत को मध्यम आकार के परिवहन विमान की जरूरत लद्दाख इलाके में चीन के साथ चल रहे तनाव की वजह से है. राव का कहना है, "अगर आप जानते हैं कि बेहद ऊंचाई वाले ये इलाके कितने अहम हैं और कठिन हैं तो उन परिस्थितियों में ऐसे भार उठाने की क्षमता वाले विमान हमारे हक में होंगे और हम बेहतर योजना बना सकेंगे." राव के मुताबिक समय की भूमिका अहम होती है और 2-3 विमानों के बार-बार चक्कर लगाने से ऐसे हालात में काम नहीं बनता. इसकी बजाय एक ही साथ सब कुछ ले जाने की क्षमता काफी फायदेमंद साबित हो सकती है.

भारत क्या हासिल करना चाहता है
बड़े अंतरराष्ट्रीय अभ्यास के साथ भारत अपने आपको भारत प्रशांत श्रेत्र में एक मजबूत ताकत के रूप में दिखाना चाहता है. विशेषज्ञों का कहना है कि रूस पर निर्भर रही भारतीय वायु सेना में इस विशाल सैन्य अभ्यास के जरिए पश्चिमी देशों के ज्यादा उन्नत हथियारों के शामिल होने से आए बदलाव को भी दिखाने की कोशिश हो रही है. दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना ने इस अभ्यास के जरिए अपनी बढ़ती ताकत का भी प्रदर्शन किया है. चोपड़ा का कहना है, "इस तरह के जटिल और कई तरह की ताकत वाले अभ्यास में बड़ी योजना बनानी पड़ती है. कई सारे बड़े ताकत वाले विमान उड़ान भरेंगे. कई कई महीनों तक योजना बनाने और वायु शक्ति के मामले में आपसी समझ को बढ़ाने के साथ ही वास्तविक अभियानों पर हमारा ध्यान है. यह सब सुलुर में दिखेगा."

जर्मनी का क्या फायदा है?
जर्मनी का भारत के प्रति रुख बदल रहा है. खासतौर से यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद जर्मनी भारत के साथ रक्षा संबंधों को आगे बढ़ा रहा है. जर्मनी की दिलचस्पी भारत प्रशांत क्षेत्र में भी है क्योंकि चीन उस इलाके में अपना प्रभाव बढ़ा रहा है और इलाके के देशों पर उसने दबाव बढ़ाने की नीति अपनाई है. इस स्थिति में भारत के साथ रक्षा समझौते काफी अहम साबित होंगे. विशेषज्ञों का कहना है कि बहुत दिलचस्पी होते हुए भी भारत प्रशांत क्षेत्र में जर्मनी के लिए अकेले बहुत कुछ करना संभव नहीं होगा क्योंकि जर्मन मॉडल डिफेंस प्लेयर का मॉडल नहीं है. जर्मनी के पास बेहतहीन रक्षा उद्योग है लेकिन मजबूत सेना नहीं.
 

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Tue, 06 Aug 2024 21:01:16 +0530 admin
बांग्लादेश की कल तक प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना आज शरण की मोहताज, ब्रिटेन ने शरण देने से किया इंकार https://aaj24x7live.com/1415 https://aaj24x7live.com/1415 नई दिल्ली
बांग्लादेश की कल तक प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना आज शरण की मोहताज हैं। वह 5 अगस्त को पीएम पद से इस्तीफा देकर भारत आ गई थीं और फिलहाल यहीं हैं। कहा जा रहा है कि वह ब्रिटेन में शरण लेना चाहती हैं, जहां उनकी बहन और बेटे रहते हैं। लेकिन इस बीच ब्रिटेन से शरण की उम्मीद लगाए शेख हसीना को झटका लगा है। ब्रिटेन ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि हमारे इमिग्रेशन रूल्स किसी व्यक्ति को शरण के लिए आने या फिर अस्थायी तौर पर रहने की परमिशन नहीं देते। ब्रिटिश गृह मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस तरह की शरण तो किसी को भी उस देश में ही मांगनी चाहिए, जहां वह सबसे पहले सुरक्षित पहुंचा हो।

इस तरह ब्रिटेन ने एक तरह से शेख हसीना को भारत में ही शरण मांगने का सुझाव दिया है। सर कीर स्टार्मर के नेतृत्व वाले ब्रिटेन से विकल्प खारिज होने की सूरत में शेख हसीना को अब किसी नए विकल्प पर विचार करना होगा। अब तक भारत सरकार की ओर से शेख हसीना के ठहरने पर कुछ कहा नहीं गया है। लेकिन बांग्लादेशी मीडिया का कहना है कि शेख हसीना अंतरिम ठहराव के लिए ही भारत पहुंची थीं और वह यहां से किसी और देश जा सकती हैं। लेकिन अब तक वह हिंडन एयरबेस में ही ठहरी थीं। कुछ वक्त पहले उन्हें दिल्ली में ही किसी सुरक्षित ठिकाने पर ले जाया गया है।

ब्रिटिश गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नियम कहते हैं कि यदि किसी को संरक्षण चाहिए तो जिस भी देश में वह सबसे पहले पहुंचे, वहीं उसे शरण मांगनी चाहिए। अब तक यह भी साफ नहीं है कि शेख हसीना ने ब्रिटेन से शरण मांगी है अथवा नहीं। 76 साल की शेख हसीना को हिंसक प्रदर्शनों के चलते सोमवार को देश छोड़ना पड़ा था और उससे ठीक पहले इस्तीफा दिया था। नौकरियों में कोटे के विरोध में वहां ऐसा आंदोलन हुआ कि 300 से ज्यादा लोग अब तक मारे जा चुके हैं। यही नहीं शेख हसीना के निकलने के बाद भी देश में हिंसा का दौर जारी है और करीब 100 लोग फिर मारे जा चुके हैं। कहा जा रहा है कि हसीना को निकलने के लिए सेना से 45 मिनट मिले थे।

शेख हसीना अब जाएं तो जाएं कहां
यदि शेख हसीना को ब्रिटेन में शरण नहीं मिलती है तो उन्हें किसी और देश का रुख करना होगा। इसके अलावा तब तक भारत में ही रहना होगा। सूत्रों का कहना है कि भारतीय एजेंसियां भी चाहती हैं कि शेख हसीना यहां ज्यादा दिन न रहें। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके यहां ठहरने से बांग्लादेश में भारत के खिलाफ माहौल बन सकता है। भारत के लिए बांग्लादेश से अच्छे संबंध रखना जरूरी है क्योंकि पाकिस्तानी एजेंसियां वहां हावी हो सकती हैं। ऐसे में हसीना की कीमत पर भारत सरकार ढाका से संबंध नहीं बिगाड़ना चाहेगी।

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Tue, 06 Aug 2024 21:01:07 +0530 admin
मुर्मू को फिजी का सर्वोच्च नागरिक सम्मान https://aaj24x7live.com/1408 https://aaj24x7live.com/1408 सुवा/नई दिल्ली
 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दक्षिण प्रशांत महासागरीय द्वीप देश फिजी के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ से नवाजा गया है। सुश्री मुर्मु फिजी की सरकारी यात्रा पर यहां पहुंची है। वह यहां की यात्रा करने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति हैं।
राजधानी सुवा के स्टेट हाउस में सोमवार को आयोजित समारोह में फिजी के राष्ट्रपति रातू विलियम मैवलिली काटोनिवेरे ने सुश्री यह पुरस्कार प्रदान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह सम्मान भारत और फिजी के बीच गहरी मित्रता का प्रतीक है। उन्होंने फिजी की संसद को भी संबोधित किया और सांसदों से बातचीत की।

सुश्री मुर्मु ने अपने संबोधन में इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि लोकतंत्र, बहुलवाद और विविधता के साझा मूल्य किस तरह दोनों देशों को एक-दूसरे के करीब लाते हैं। उन्होंने कहा, “ भौगोलिक आकार में भारी अंतर के बावजूद भारत और फिजी दोनों में बहुत कुछ समान है, जिसमें हमारे जीवंत लोकतंत्र, हमारे समाजों की विविधता, हमारा पंथ कि सभी मनुष्य समान हैं, और प्रत्येक व्यक्ति की स्वतंत्रता, सम्मान और अधिकारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता।”

इससे पहले सुवा पहुंचने पर सुश्री मुर्मु का हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री सिटिवेनी राबुका ने स्वागत किया। बाद में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में सुश्री मुर्मु के सम्मान में पारंपरिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया।

राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मू ने फिजी की संसद को किया संबोधित, बाेलीं-भारत और फिजी में जीवंत लोकतंत्र सहित काफी कुछ एक समान है

 फिजी की दो दिवसीय यात्रा पर गईं राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मू ने मंगलवार काे वहां की संसद को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक मंच पर मजबूती से उभर रहा है। भारत एक मजबूत, लचीला और अधिक समृद्ध राष्ट्र बनने के साथ-साथ प्राथमिकताओं के अनुसार फिजी के साथ साझेदारी करने के लिए तैयार है। उन्हाेंने इस माैके पर दोनों देशों के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए अपनी साझेदारी की पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए एक साथ आने काे कहा।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आकार में बहुत अंतर होने के बावजूद भारत और फिजी में जीवंत लोकतंत्र सहित काफी कुछ एक समान है। उन्होंने कहा कि 10 वर्ष पहले इसी हॉल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ मूल्यों का जिक्र किया था जो भारत और फिजी को जोड़ते हैं। उन्हाेंने कहा कि हमारा लोकतंत्र, हमारे समाज की विविधता तथा प्रत्येक व्यक्ति की स्वतंत्रता, सम्मान और अधिकारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता काे बताता है। ये साझा मूल्य शाश्वत हैं, आगे भी हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।

राष्ट्रपति मुर्मू ने यह भी कहा कि बाकी दुनिया को फिजी से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। फिजी की सौम्य जीवनशैली, परंपराओं तथा रीति-रिवाजों के प्रति गहरा सम्मान, खुला और बहुसांस्कृतिक वातावरण, फिजी को तेजी से संघर्षों में घिर रही इस दुनिया में इतना खास बनाता है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि फिजी वह जगह है जहां बाकी दुनिया अपनी खुशियां ढूंढने आती है। राष्ट्रपति मुर्मू अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में फिजी की राजधानी सुवा में हैं।

राष्ट्रपति मुर्मू ने फिजी में अपने संबाेधन में कहा कि भारत एक सक्षम और संवेदनशील देश के रूप में उभर रहा है। हमने वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण नेतृत्व की भूमिका निभाई है। पिछले वर्ष हमारी जी-20 अध्यक्षता की ऐतिहासिक सफलता ने दर्शाया कि भारत का समावेशी, निर्णायक, महत्वाकांक्षी और कार्योन्मुखी नेतृत्व विश्व के लिए क्या कर सकता है। जैसा कि हमने जी-20 की अध्यक्षता के दौरान किया था। हम ग्लोबल साउथ के हितों को जोर से आवाज देने के लिए हर वैश्विक मंच का उपयोग करना जारी रखेंगे और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक निष्पक्ष, न्यायसंगत और सुरक्षित दुनिया बनाने का प्रयास करेंगे।

उन्हाेंने कहा कि भारत सरकार ने प्रवासी भारतीयों के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने तथा उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया कार्ड या ओसीआई कार्ड सहित अनेक पहलें शुरू की हैं। प्रवासी परिवारों की युवा पीढ़ी के लिए हमारे पास उन्हें अपनी भारतीय जड़ों से जोड़ने के लिए एक “भारत को जानो कार्यक्रम” है। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हो रही है कि बड़ी संख्या में फिजी के युवा इस कार्यक्रम से लाभान्वित हुए हैं।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि सुवा में स्थापित होने वाले ‘सुपर स्पेशलिटी कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल’ सहित नई परियोजनाएं फिजी और व्यापक प्रशांत क्षेत्र के लोगों की प्राथमिकता वाली जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगी। इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू का ‘स्टेट हाउस’ में राष्ट्रपति कटोनिवेरे ने स्वागत किया जहां दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की। उन्हाेंने सुवा में महात्मा गांधी मेमोरियल हाई स्कूल में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और वहां उपस्थित छात्रों के साथ बातचीत की। इसके साथ ही उन्हाेंने सुवा में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर भी पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।

 

 

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Tue, 06 Aug 2024 19:16:10 +0530 admin
महाराष्ट्र में नहीं लगेगा मेरी लाडली बहन योजना पर ब्रेक, हाईकोर्ट ने यचिका की खारिज https://aaj24x7live.com/1407 https://aaj24x7live.com/1407 मुंबई
 महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना पर ब्रेक नहीं लगेगा। बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार द्वारा महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने की योजना पर रोक लगाने से मना कर दिया है। बॉम्बे हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय और अमित बोरकर की पीठ ने उस जनहित याचिका को खारिज कर दिया। जिसमें सरकार की तरफ से घोषित की गई कुछ योजनाओं पर रोक लगाने की मांग की गई थी। इनमें लाडली बहन योजना प्रमुख था। चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली बेंच ने पीआईएल को खारिज करते हुए कि सरकार का हर फैसला राजनीतिक हाेता है। बेंच ने कहा कि इस योजना के लिए जो धनराशि जारी कि गई है वह एक प्रक्रिया के तहत दी गई है।

हर फैसला राजनीतिक होता है: हाईकोर्ट
मुंबई के वाशी इलाके के एक निवासी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करके मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना के साथ मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजनाओं को चुनौती दी गई थी। पीआईएल में दलील दी गई थी कि राज्य सरकार इन योजनाओं से विधानसभा चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है, जबकि सरकार जनता से इकट्‌ठा किए गए धन का उपयोग सिर्फ विकास कार्यों के लिए कर सकती है। नकदी की वितरण को कोई तर्क नहीं है। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि सरकार का हर फैसला राजनीतिक होता है। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना को 1 जुलाई से लागू करने का ऐलान किया है। राज्य की महिलाओं के खाते में 15 अगस्त को पहली किस्त आ सकती है।

हाईकोर्ट की कठोर टिप्पणी
याचिकाकर्ता की इस दलील पर कि योजनाएं केवल कुछ कर वर्गों के व्यक्तियों को खुश करने के लिए हैं। इस पर अदालत ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 15 (धर्म, नस्ल, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव का निषेध) राज्य को समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए विशेष प्रावधान करने की अनुमति देता है। अदालत ने इस तर्क को भी अस्वीकार कर दिया कि ये योजनाएं जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 123 (भ्रष्ट आचरण) के तहत भ्रष्ट आचरण का गठन करती हैं, जिसमें कहा गया है कि ऐसी चुनौतियां चुनाव याचिका में की जानी चाहिए। महाराष्ट्र में लाडली बहन योजना के लिए सरकार को बड़ी संख्या में आवेदन मिले हैं। इस योजना के दायरे में करीब ड़ेढ करोड़ से ज्यादा महिलाओं के आने की उम्मीद है। सरकार ने योजना में आवेदन के 31 अगस्त की डेडलाइन तय की है।

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Tue, 06 Aug 2024 19:16:02 +0530 admin
डोभाल का ऐक्शन, राफेल की तैनाती, … कैसे शेख हसीना के विमान को खतरे से बचाने में जुटा था भारत https://aaj24x7live.com/1376 https://aaj24x7live.com/1376 नई दिल्ली

बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर हिंसक आंदोलन के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद छोड़ दिया। इसके बाद वह देश छोड़कर भारत आ गईं। भारत की एजेंसियां उनकी सुरक्षा के लिए पहले से ही तैयार थीं। एयरफोर्स के जेट विमान से वह हिंडन एयरपोर्ट पहुंचीं। एएनआई के मुताबिक भारत के रडार पहले से ही विमान का इंतजार कर रहे थे। वहीं इस बात पर पैनी नजर बनाए थे कि विमान को कोई खतरा ना होने पाए। दोपहर करीब 3 बजे एक कम ऊंचाई पर उड़ता हुआ विमान दिखाई दिया। इस विमान को तुरंत भारत आने की अनुमति दे दी गई।

सूत्रों के मुताबिक शेख हसीना को सुरक्षा उपलब्ध करवाने के लिए 101 स्क्वाड्रन के दो राफेल फाइटर विमान बिहार और झारखंड के ऊपर से उड़ान भर रहे थे। हसीना के विमान से भारत की एजेंसियों की नजर थी और सुरक्षा के लिए हर उपाय किए गए थे। भारत के टॉप सुरक्षा अधिकारी इस काम में लगाए गए थे। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और जनरल उपेंद्र द्विवेदी स्थिति पर नजर बनाए हुए थे।

डिफेंस स्टाफ चीफ लेफ्टिनेंट जनरल जॉनससन फिलिप मैथ्यू, सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी और खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की गई। हसीना का विमान पहुंचने के बाद एनएसए अजीत डोभाल ने उनसे मुलाकात की। एक घंटे हसीना और डोभाल के बीच बैठक चली। इसके बाद एनएसए एयरबेस से चले गए और प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सुरक्षा समिति की बैठक में शामिल हुए।

बता दें कि बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार उज जमान ने ऐलान कर दिया है कि सेना देश की जम्मेदारी संभालेगी और अंतरिम सरकार गठित की जाएगी। वहीं शेख हसीना ने राजनीति से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। वह ब्रिटेन में निर्वासन पर रहने को तैयार हैं। हालांकि अनुमति मिलने तक भारत में ही ठहरी हुई हैं।

NSA अजीत डोभाल ने किया हसीना का स्वागत
जैसे ही हसीना का विमान शाम करीब 5:45 बजे हिंडन एयर बेस पर उतरा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने उनका स्वागत किया, जिन्होंने उनके साथ एक घंटे की लंबी बैठक की और बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति और उनके भविष्य के कदम पर भी चर्चा की।

इसके बाद एनएसए शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट सुरक्षा समिति की बैठक की जानकारी देने के लिए एयरबेस से रवाना हो गए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को पूरे दिन घटनाक्रम की जानकारी दी जा रही थी।

सुरक्षा की वजह से ही आईं हिंडन
हिंडन देश के बड़े एयरबेस में शामिल है। यहां लड़ाकू विमान तैनात हैं। माना जा रहा है कि यहां की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की वजह से ही शेख हसीना को यहां लाया गया। दूसरी वजह दिल्ली में एयर ट्रैफिक का व्यस्त होना भी है। तीसरी वजह हिंडन का दिल्ली के नजदीक होना भी है। अगर शेख हसीना को दिल्ली जाना हो तो ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। यहां कई राष्ट्रध्यक्ष आ चुके हैं। शेख हसीना पहली बार आई हैं। वह भी प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद।

 

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Tue, 06 Aug 2024 15:30:44 +0530 admin
कंगना रनौत देखने निकलीं हिमाचल का हाल, गाड़ी छोड़ पैदल चढ़ीं पहाड़ https://aaj24x7live.com/1375 https://aaj24x7live.com/1375 शिमला

सालों तक बॉलीवुड की चकाचौंध में रहीं कंगना रनौत राजनीति में एंट्री के बाद जमीन पर लोगों की मुश्किलों को करीब से देख रही हैं। रैंप पर कैटवॉक करके लाखों लोगों को अपना फैन बनाने के बाद वह पहाड़ों की कठिन चढ़ाई करके जरूरतमंद लोगों तक पहुंच बना रही हैं। मंडी से लोकसभा सांसद कंगना रनौत ने हिमाचल प्रदेश के दुर्गम इलाकों में जाकर बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की। तबाही के निशान देखकर वह बेहद भावुक नजर आईं और धरती माता से दया की प्रार्थना की।

शिमला जिले के रामपुर में पिछले दिनों बादल फटने से भारी तबाही हुई। कंगना रनौत ने अपने टीम के साथ प्रभावित इलाके में जाकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने पीड़ित लोगों से मुलाकात की और उनका दुख-दर्द साझा किया। उन्होंने केंद्र सरकार तक प्रभावित लोगों की बात पहुंचाकर उचित मदद का भरोसा दिया। पीड़ितों तक पहुंचने के लिए कंगना को भी पहाड़ों की चोटियों पर पैदल चढ़ना पड़ा। सड़क क्षतिग्रस्त होने की वजह से गाड़ियों को काफी पहले रोकना पड़ा।
 

कंगना रनौत जमीनी हालत देखकर बेहद भावुक दिखीं। उन्होंने एक्स पर अपने दौरे की तस्वीरें साझा करते हुए धरती माता से दया की प्रार्थना की। कंगना ने लिखा, 'हिमाचल प्रदेश में आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही हूं। इस विशाल ब्रह्मांड में हम बेहद असुरक्षित हैं। हे धरती देवी, जीवन की माता, हम पर दया करो।'

पत्रकारों से बातचीत में भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा, 'राज्य सरकार की हालत सभी को पता है। पिछली बार के विस्थापितों से वादा किया था कि केंद्र से जो फंड आया उससे 7-7 लाख सभी को दिए जाएंगे। क्या वो 7 लाख मिला? … गांव के लोग खुद अपने हाथों से पुल बना रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी अवश्य पैकेज भेजेंगे, उन्होंने पिछली बार भी 1800 करोड़ का पैकेज भेजा था, अब भी भेजेंगे और वो जाएगा सुक्खू जी को। मैं कहूंगी कि वो पैसे विस्थापितों मिलेगा या नहीं इस पर जांच शुरू जाए। यहां जो भी भ्रष्टाचार का नाच शुरू किया गया है उस पर लगाम लगाई जाए।'

हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के कारण जान गंवाने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 14 हो गई, जबकि करीब 40 लोग अब भी लापता हैं। हिमाचल प्रदेश में 31 जुलाई की रात को कुल्लू के निरमंड, सैंज व मलाना, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर उपसंभाग में बादल फटने की घटनाओं के बाद करीब 40 लोग लापता हैं। वहीं, सबसे ज्यादा नुकसान शिमला और कुल्लू जिले की सीमा पर स्थित समेज गांव को हुआ, जहां 30 से ज्यादा लोग लापता बताये जा रहे हैं।

 

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Tue, 06 Aug 2024 15:30:35 +0530 admin
अमरनाथ यात्रा के लिए 1873 तीर्थयात्रियों का नया जत्था जम्मू आधार शिविर से रवाना https://aaj24x7live.com/1361 https://aaj24x7live.com/1361 श्रीनगर

Jammu के भगवती नगर आधार शिविर से Tuesday को 1,873 तीर्थPassengers का एक और जत्था कश्मीर के लिए रवाना हुआ. Monday को अनुच्छेद 370 के किए जाने की पांचवी वर्षगांठ के चलते सुरक्षा कारणों से सभी आधार शिविरों से किसी भी यात्री को आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दी गई थी. पिछले 38 दिनों में 5 लाख के करीब श्रद्धालुओं ने अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किए हैं.

1,873 श्रद्धालुओं के जत्थे में 1579 पुरुष, 202 महिलाएं, 65 साधु और 27 साध्वियां शामिल हैं. यह सभी 69 वाहनों से कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 3ः30 बजे भगवती नगर यात्री निवास से बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुए.

अमरनाथ पवित्र गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. श्रद्धालु पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग या उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं. पहलगाम-गुफा तीर्थस्थल की लंबाई 48 किलोमीटर है और तीर्थPassengers को तीर्थस्थल तक पहुंचने में 4-5 दिन लगते हैं. बालटाल-गुफा तीर्थस्थल की लंबाई 14 किलोमीटर है और तीर्थPassengers को दर्शन करने और बेस कैंप पर लौटने में एक दिन लगता है. उत्तरी कश्मीर मार्ग पर बालटाल और दक्षिण कश्मीर मार्ग पर चंदनवाडी में तीर्थPassengers के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं. इस वर्ष की यात्रा 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन त्योहारों के साथ संपन्न होगी.

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Tue, 06 Aug 2024 13:15:33 +0530 admin
काग़ज़ात प्रस्तुत करने वाले दावेदारों को पैसे मिलने में कोई दिक्कत नहीं : सीतारमण https://aaj24x7live.com/1360 https://aaj24x7live.com/1360 नई दिल्ली
 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा कि सहारा समूह के जिन निवेशकों के पास काग़ज़ात पूरे हैं उन्हें पैसे वापस करने में कोई बाधा नहीं है।

सीतारमण ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि सरकार तो हाथ जोड़कर खड़ी है कि आइए सारे कागजात लाइए और अपने पैसे ले जाइए। लेकिन कोई आ नहीं रहा है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आप बाहर जाकर यह न कहें कि सरकार पैसा नहीं दे रही है। सरकार तो पूरी तरह से तैयार है। इस मामले की शीर्ष न्यायालय निगरानी कर रही है।

138 करोड़ रुपये जारी किए गएः वित्त मंत्री

वित्त मंत्री ने कहा कि 138.07 करोड़ रुपये क्लेम किए गए थे जो जारी कर दिए गए हैं. 25781 करोड़ पूरा वितरित नहीं किया जाना है.  उन्होंने बताया कि सहारा इंडिया की 18 संपत्तियां अटैच की गई हैं. कोऑपरेटिव मिनिस्ट्री बनाए जाने के बाद क्लेम देने के लिए फंड की मांग की. इसमें 1.21 करोड़ क्लेम आए. 374 करोड़  रुपये क्लेम के रिलीज कर दिए गए हैं. जस्टिस सुभाष रेड्डी कमेटी इस मामले की निगरानी कर रही है.  पर्ल एग्रो कोऑपरेटिव में 1.25 करोड़ क्लेम आए. इनमें रिफंड्स 1021 करोड़ रुपये के क्लेम दे दिए गए हैं. जस्टिस लोढ़ा इसकी निगरानी कर रहे हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि जो भी लोग हैं वो ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर क्लेम करें. तीन जजों की कमेटी देखेगी और क्लेम जारी किए जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट के तीन रिटायर्ड जज इसकी निगरानी कर रहे हैं.

सीकर सांसद ने उठाए थे सवाल

राजस्थान के सीकर से सांसद अमरा राम ने सदन में सवाल किया था कि सहारा और पीएचसीएल में अब तक कितने निवेश हुए थे और कितना पैसा रिफंड किया गया है. उन्होंने पूछा था कि 15 हजार करोड़ से ज्यादा जमा होने के बाद भी 138 करोड़ ही क्यों लौटाए गए.  इस पर पंकज चौधरी ने सेबी के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि 17 हजार के करीब लोगों ने ही आवेदन किया. इसमें 138 करोड़ रुपये दे दिया गया है.  उन्होंने कहा कि सरकार ने कोर्ट में जाकर खुद लोगों से क्लेम करने की अपील की है.

वहीं, मध्य प्रदेश के सतना से बीजेपी सांसद गणेश सिंह ने कहा कि सहारा और पीसीएल में निवेश करने वालों की संख्या लाखों में है. सभी लोगों को अभी पैसा नहीं मिला. कुछ लोगों के पास तो कागजात भी नहीं है. पोर्टल में यह तभी मान्य होगा जब पेपर हो. एजेंट्स के माध्यम से जिन लोगों ने निवेश किया है, क्या सरकार उनके लिए कोई मैकेनिज्म डेवलप करेगी.

इसपर वित्त मंत्री ने कहा कि निर्णय जजों की कमेटी ही करेगी, हम इस सुझाव को उनके साथ शेयर कर सकते हैं. पर्ल कंपनी की 50 हजार करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी कुर्क करके निवेशकों के पैसे वापस करने को लेकर भी सवाल हुआ. इसके जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि 1017 करोड़ पर्ल एग्रो से रिकवर किए गए हैं. लिटिगेशन की वजह से कई प्रॉपर्टी का ऑक्शन नहीं किया जा सकता. एम्बी वैली का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पेपर होने के आधार पर ही हम ऑक्शन नहीं कर सकते. प्रॉपर्टी को ऑक्शन करके देना होगा, निश्चित रूप से देंगे. जो पैसा हमारे हाथ में है, उसी को लेने वाले आएं पहले. हम भी चाहते हैं आपकी चिंता में शामिल होंगे.

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के अमरा राम ने पूछा था कि सहारा ग्रुप में निवेश करने वाले कितने लोगों को पैसा वापस किया और कितना किया? इसका शुरू में जवाब वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने दिया। पंकज चौधरी ने सेबी के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि 17 हजार के करीब लोगों ने ही आवेदन किया। इसमें 138 करोड़ रुपये दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अदालत में जाकर खुद लोगों से क्लेम करने की अपील की है। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर अमरा राम ने फिर से सवाल पूछ लिया। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “अदालत में जाइए। अदालत में पूछिए हम भी इंतजार में खड़े हैं। सुप्रीम कोर्ट हमें सुपरवाइज कर रहा है। हमारे ऊपर हाथ उठाने का कोई फायदा नहीं है।”

उन्होंने कहा , “यह अदालत के जरिए होने वाला है। हम सरकार के स्तर पर निर्णय नहीं कर सकते हैं। कोई सदस्य गलत फहमी न फैलाए। कोई सदस्य बाहर जाकर यह न बोले कि सरकार पैसे नहीं दे रही है। सरकार हाथ जोड़कर बुला रही है कि लोग कागजात के साथ आएं। हम पैसा देने के लिए तैयार हैं। आप भी ले आइए, हम दें देंगे।

वित्त राज्य मंत्री ने कहा- सरकार की मंशा सही
सांसद अमरा राम के सवाल का जवाब देते हुए वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने सहारा ग्रुप को आदेश दिया था कि 3.7 करोड़ निवेशकों की करीब 26 हजार करोड़ रुपये की रकम 15 फीसदी ब्याज के साथ वापस की जाए। बाद ने सेबी ने सहारा इंडिया का अकाउंट खोला जिसमें से 15775 करोड़ रुपये वसूले गए। इसके बाद निवेशकों की रकम वापस करने के लिए कोर्ट की तरफ से एक कमेटी बनाई गई थी। इस कमेटी ने विज्ञापन दिया जिसमें कहा गया था कि निवेशक आएं और अपनी रकम ले जाएं। इसके लिए निवेशकों के आवेदन मंगाए गए थे। पंकज चौकरी ने कहा कि इसके तहत सिर्फ 17526 निवेशकों ने आवेदन किया जिन्हें 138 करोड़ रुपये वापस कर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा निवेशकों की रकम वापस देने की है।

बाद में नहीं आए आवेदन
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि बार-बार विज्ञापन देने के बाद भी निवेशकों के अपनी रकम वापस लेने के लिए आवेदन नहीं आए। बाद में सेबी राय मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट गई। सुप्रीम कोर्ट में सेबी ने कहा कि 15775 करोड़ रुपये में से जो रकम निवेशकों को वापस नहीं हुई है, वह सहारा ग्रुप की को-ऑपरेटिव कंपनी में ट्रांसफर कर दी जाए। इस रकम में से कोर्ट ने 5 हजार करोड़ रुपये की रकम ट्रांसफर करने की अनुमति दी थी।

 

 

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Tue, 06 Aug 2024 13:15:25 +0530 admin
ट्रेन में सूटकेस के अंदर मिली लाश, हत्या के बाद लगाने जा रहे थे ठिकाने https://aaj24x7live.com/1359 https://aaj24x7live.com/1359 मुंबई

महाराष्ट्र में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। दो लोग हत्या के बाद शव को सूटकेस में छिपाकर ले जा रहे थे। यह लोग शव को लेकर ट्रेन में सवार हुए थे और ऐसी आशंका है कि उसे ठिकाने लगाने जा रहे थे। लेकिन दादर स्टेशन पर ट्रेन में चेकिंग के दौरान यह सुरक्षाबलों के हत्थे चढ़ गए। पुलिस के मुताबिक डेडबॉडी की शिनाख्त हो गई है। वहीं, सूटकेस में शव लेकर जा रहे लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जानकारी संबंधित थाने को दे दी गई है। खास बात यह है कि जिस शख्स का शव मिला है वह भी दिव्यांग था और दोनों आरोपी भी दिव्यांग हैं।

जानकारी के मुताबिक दो लोग एक सूटकेस लेकर ट्रेन में यात्रा कर रहे थे। इसी दौरान आरपीएफ और जीआरपी ने चेकिंग शुरू कर दी। इस दौरान शक होने पर सूटकेस खुलवाया गया तो उसमें से शव निकला। इसी दौरान एक आरोपी वहां से भाग निकला, जबकि दूसरे को पुलिस ने पकड़ लिया। बाद में दूसरे आरोपी को भी उल्हासनगर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान पता चला कि घटना पिढ़ौनी थाना क्षेत्र में हुई है। आरोपियों की पहचान जय प्रवीण चावड़ा और सुजीत सुरेंद्र सिंह के रूप में हुई है।

मारे गए व्यक्ति की पहचान अरशद खान के रूप में हुई है। मारा गया व्यक्ति दिव्यांग है और उसके शव के साथ पकड़े गए दोनों आरोपी भी दिव्यांग हैं। पुलिस के साथ पूछताछ में आरोपी सुजीत ने बताया कि कुछ दिन पहले वह अरशद और प्रवीण के साथ थे। उसने बताया कि आधी रात के करीब अचानक किसी बात पर बहस होने लगी। इसी दौरान गुस्से में सुजीत ने अरशद के सिर पर हथौड़ा दे मारा। इसके तत्काल बाद अरशद की मौत हो गई।

 

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Tue, 06 Aug 2024 13:15:18 +0530 admin
विदेश मंत्री जयशंकर ने सर्वदलीय बैठक में दी बांग्लादेश के हालात पर जानकारी, बोले& सरकार की है पैनी नजर https://aaj24x7live.com/1358 https://aaj24x7live.com/1358 नई दिल्ली
 बांग्लादेश में अशांति के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय एस जयशंकर ने स्थिति के बारे में विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों को जानकारी दी है। बता दें कि बांग्लादेश के ताजा हालात को देखते हुए पूर्व पीएम शेख हसीना अपना देश छोड़कर भारत पहुंची हैं और इसके बाद वह लंदन जाएंगी।

मोदी सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
पड़ोसी देश बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद मोदी सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक की अध्यक्षता पीएम मोदी ने की थी। बैठक में बीजेपी के अलावा कांग्रेस, टीएनमसी, जेडीयू, एसपी, डीएमके, आरजेडी के नेता भी मौजूद थे। बैठक में भारत सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी नेताओं को बताया कि स्थिति को देखते हुए हमारी उसपर नजर है, हमने शेख हसीना पर कोई फैसला नहीं लिया है। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि बांग्लादेश में 12-13 हजार भारतीय मौजूद हैं।

विदेश मंत्री ने आगे कहा कि बांग्लादेश में 12-13 हजार भारतीय मौजूद हैं। उन्होंने बैठक में आगे बताया कि बांग्लादेश में फंसे भारतीय छात्रों को अभी एयरलिफ्ट करने की जरूरत नहीं है। शेख हसीना पर जयशंकर ने कहा कि वह भारत में रहेंगी या किसी दूसरे देश में शरण लेंगी, इसपर अभी फैसला नहीं हुआ है। विदेश मंत्री ने आगे बताया कि उन्होंने शेख हसीना से बात की है, उन्होंने अपने भविष्य की योजनाओं पर कुछ नहीं कहा है।

बैठक में ये नेता रहे मौजूद
सरकार की सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, डीएमके के टीआर बालू, जेडीयू के लल्लन सिंह, एसपी के राम गोपाल यादव, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, राजद की मीसा भारती, एसएस (UBT) के अरविंद सावंत, बीजेडी के सस्मित पात्रा, एनसीपी (SP) की सुप्रिया सुले, टीडीपी के राम मोहन नायडू भी सर्वदलीय बैठक में मौजूद रहे।

बांग्लादेश में क्या है ताजा अपडेट?
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, सोमवार को देश भर में पुलिस गोलीबारी, भीड़ की पिटाई और आगजनी के दौरान अशांति के दौरान बांग्लादेश में कम से कम 135 लोग मारे गए। देश ने सोमवार को घोषणा की कि प्रदर्शनकारियों और अवामी लीग के सदस्यों के बीच झड़पों में पुलिस गोलीबारी में कम से कम 96 लोगों की मौत हो गई।

सोमवार को राजधानी के बाहरी इलाके सावर और धामराई में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई, जिसमें कम से कम 18 लोग मारे गए। प्रोथोम आलो ने ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सूत्रों के हवाले से बताया कि गोली लगने सहित कई तरह की चोटों के साथ 500 लोगों को अस्पताल लाया गया। उनमें से 70 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने की खबरें आने के बाद लोग जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।

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Tue, 06 Aug 2024 13:15:10 +0530 admin
हमें अकेला क्यों छोड़ दिया… यह अशांति पड़ोसी देशों में भी फैल सकती है& मोहम्मद यूनुस https://aaj24x7live.com/1350 https://aaj24x7live.com/1350 नई दिल्ली
 भारत के पड़ोसी बांग्लादेश में स्थिति काफी बिगड़ चुकी है।  शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया साथ ही वह देश भी छोड़ चुकी हैं। शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ते ही प्रदर्शनकारी पीएम आवास में दाखिल हो गए हैं। भारत ने इस पूरे मामले को बांग्लादेश का आंतरिक मामला बताया है। वहीं नोबेल पुरस्कार विजेता और बांग्लादेशी अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस ने भारत की प्रतिक्रिया पर निराशा जताई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह अशांति पड़ोसी देशों में भी फैल सकती है।

यूनुस ने कहा कि जब भारत कहता है कि यह उनका आंतरिक मामला है, तो मुझे दुख होता है। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में यूनुस ने कहा कि यदि भाई के घर में आग लगी हो तो मैं कैसे कह सकता हूं कि यह उसका निजी मामला है। कूटनीति में 'यह उनका आंतरिक मामला है' कहने के अलावा भी बहुत कुछ कहने का तरीका होता है।

मोहम्मद यूनुस ने आगे कहा कि अगर बांग्लादेश में अशांति हो रही है, जहां 17 करोड़ लोग संघर्ष में हैं। युवाओं को सरकारी बलों द्वारा मारा जा रहा है, और कानून व्यवस्था बिगड़ रही है, तो यह साफ है कि स्थिति बांग्लादेश की सीमाओं के भीतर नहीं रहेगी और पड़ोसी देशों को प्रभावित करेगी। यूनुस अपने माइक्रोफाइनेंस कार्य के लिए जाने जाते हैं, जिसने वहां लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। हालांकि उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के विरोध का सामना करना पड़ा। उन्हें हाल ही में एक भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठेराया गया था, जिसे उनके समर्थकों का कहना है कि यह राजनीति से प्रेरित है।

यूनुस ने भारत से बांग्लादेश में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का समर्थन करने और चुनावों में पारदर्शिता की कमी की आलोचना करने का आग्रह किया। उन्होंने भारत के सफल चुनावों की प्रशंसा की और बांग्लादेश में लोकतांत्रिक लक्ष्यों के लिए भारत के समर्थन की कमी पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने इन मुद्दों पर भारत सरकार के साथ चर्चा करने की योजना बनाई है। अकेले रविवार को बांग्लादेश में लगभग 100 लोग मारे गए, जिनमें 14 पुलिस अधिकारी शामिल हैं।

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Tue, 06 Aug 2024 11:30:26 +0530 admin
केदारनाथ में बचाव अभियान पांचवें दिन भी जारी, मौसम साफ होने से हवाई अभियान में तेजी https://aaj24x7live.com/1349 https://aaj24x7live.com/1349 रुद्रप्रयाग
भारी बारिश और बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ से क्षतिग्रस्त केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बचाव अभियान  लगातार 6 वें दिन भी जारी रहा, जहां सुबह 133 लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया।

रूद्रप्रयाग में अधिकारियों ने बताया कि केदारघाटी में मौसम साफ होने से हवाई मार्ग से चलाए जा रहे बचाव अभियान में तेजी आई है और छोटे हेलीकॉप्टर के साथ ही भारतीय वायुसेना के चिनूक व एमआई17 हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ धाम में फंसे कई यात्रियों को बाहर निकाला।

अधिकारियों के मुताबिक, सुबह नौ बजे तक 133 लोगों को केदारनाथ धाम से बाहर निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका था।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा, 100 अन्य लोगों को राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य बचाव दलों की देखरेख में केदारनाथ धाम से लिंचोली के लिए रवाना किया गया, जहां से उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिये शेरसी हेलीपैड ले जाया जाएगा।

उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन और पुनर्वास अधिकारी विनोद कुमार सुमन ने रविवार रात कहा था कि केदारनाथ यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावों-केदारनाथ, लिंचोली, भीमबली और गौरीकुंड से 10,374 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है तथा अब केवल केदारनाथ में 350 व लिंचोली में 50 यात्री फंसे हुए हैं।

सुमन ने बताया था कि केदारनाथ और आसपास के क्षेत्रों में घने बादल छाए रहने के कारण हवाई अभियान के संचालन में बाधा आ रही है तथा रविवार को चिनूक हेलीकॉप्टर एक भी उड़ान नहीं भर पाया, जबकि एमआई17 हेलीकॉप्टर की तीन उड़ानों से केवल 60 लोगों को ही निकाला जा सका।

सुमन के अनुसार, मौसम के मिजाज को देखते हुए राज्य सरकार ने पांच छोटे हेलीकॉप्टर से हवाई अभियान चलाया। उन्होंने बताया था कि केदारनाथ और गौरीकुंड में तीर्थयात्रियों के अलावा अब केवल तीर्थ पुरोहित, दुकानदार, घोड़ा एवं पालकी संचालक बचे हैं और अगर वे आना चाहेंगे, तो उन्हें भी वहां से बाहर निकाला जाएगा।

सुमन के मुताबिक, सोनप्रयाग, शेरसी, चौमासी, चारधाम हेलीपैड और केदारनाथ हेलीपैड पर लोगों के लिए खाने, पानी व ठहरने की व्यवस्था की गई है।

बुधवार रात अतिवृष्टि और बादल फटने के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिंचोली, भीमबली, घोड़ापड़ाव और रामबाड़ा सहित कई स्थानों पर मार्ग बह गया था, जबकि अन्य जगहों पर पहाड़ी से भूस्खलन और बड़े-बड़े पत्थर आने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे जगह-जगह पर श्रद्धालु फंस गए थे।

इस बीच, केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच बह गए मार्ग पर सेना की ओर से पैदल पुल का निर्माण शुरू कर दिया गया है। सेना ने सोनप्रयाग में दिव्यांगों, बीमारों और बुजुर्गों की आवाजाही के लिए एक ट्रॉली भी लगा दी है।

तलाश एवं बचाव अभियान में सेना के दो खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। लिंचोली से रामबाड़ा तक तलाश अभियान पूरा किया जा चुका है, जिसमें कोई व्यक्ति नहीं मिला। एनडीआरएफ की टीमें जंगल और मंदाकिनी नदी के आसपास भी लगातार तलाश अभियान चला रही हैं।

अधिकारियों का मानना है कि कई लोग बारिश के डर से जान बचाने के लिए जंगलों की तरफ बढ़े होंगे और इस दौरान उनके रास्ता भटकने की आशंका के मद्देनजर उनकी खोजबीन के लिए खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है।

खोज एवं बचाव अभियान की निगरानी कर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय लोगों की भागीदारी की सराहना की है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा कि यही तो देवभूमि की ‘अतिथि देवो भव:’ की संस्कृति है।

कई लोगों के नाम का जिक्र करते हुए धामी ने लिखा, “केदारनाथ क्षेत्र में जारी बचाव अभियान में प्रशासन को स्थानीय लोगों का पूर्ण सहयोग मिल रहा है।” उन्होंने लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपके अथक प्रयास से अतिवृष्टि से होने वाले बड़े नुकसान को रोकना संभव हुआ।

 

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Tue, 06 Aug 2024 11:30:18 +0530 admin
हिमाचल के मंडी जिले में 9 सालों से चल रहा देसी घी के पराठों का लंगर, हर दिन बनते हैं 5000 पराठें https://aaj24x7live.com/1344 https://aaj24x7live.com/1344  मंडी

भंडारा सुनते ही मुंह में पानी आने लगता है। आपने ज्यादातर भंडारों में दाल-चावल, सब्जी-रोटी या फिर हलवा-खीर-पूरी आदि खाए होंगे, लेकिन मंडी जिले में सावन महीने के दौरान एक ऐसा भंडारा भी लगता है जिसमें दिन भर सिर्फ और सिर्फ देसी घी से बने पराठे ही खिलाए जाते हैं। यह भंडारा सजता है चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर नागचला स्थित हनुमान मंदिर के पास। आप यहां चाहे सुबह जाएं, दोपहर को या फिर शाम को, यहां आपको देसी घी में बने तरह-तरह के पराठे ही खाने को मिलेंगे।

हम बात कर रहे हैं हिमाच के मंडी जिले में लगने वाले पराठों के लंगर की। इस लंगर में देसी घी से बने पराठें भक्तों को परोसे जाते हैं। सुबह से शाम तक यहां हजारों पराठें बनाए जात हैं। यह भंडारा सजता है चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर नागचला स्थित हनुमान मंदिर के पास लगता है। ये लंगर पिछले 9 सालों से चल रहा है।

कौन करता है भंडारे का आयोजन
बता दें कि पराठों का ये भंडारा हर साल सावन के महीने में लगता है। ये परंपरा पिछले 9 सालों से चल रही है। पराठों का ये लंगर सुबह शुरू होता है और शाम तक चलता है। पराठे के भंडारे की प्रथा को वर्ष 2016 में स्वयं बाबा शंभू भारती ने शुरू किया था। उसके बाद हर साल बाबा शंभू भारती के अनुयायी आपसी और जनसहयोग से सावन माह में इस भंडारे का करते आ रहे हैं।

2016 में बाबा शंभू भारती ने शुरू की थी पराठे के भंडारे की प्रथा
बीते 9 वर्षों से पराठों के इस भंडारे का आयोजन बाबा शंभू भारती के अनुयायी आपसी और जनसहयोग से हर वर्ष सावन माह में करते आ रहे हैं। आयोजक रमेश भारती ने बताया कि पराठे के भंडारे की प्रथा को वर्ष 2016 में स्वयं बाबा शंभू भारती ने शुरू किया था। उनके स्वर्गवास के बाद अब उनके अनुयायी सभी के सहयोग से हर वर्ष इसे आयोजित कर रहे हैं। रोजाना डेढ़ से दो क्विंटल आटे और 25 से 30 किलो देसी घी के इस्तेमाल से 3 से 5 हजार पराठे बनाकर हर आने-जाने वाले को खिलाए जाते हैं। इस कार्य को करने के लिए बहुत से सेवादार पंजाब से आकर स्वेच्छा से यहां अपना योगदान देते हैं।

'लोगों के लिए मददगार साबित होता है ये भंडारा'
स्थानीय निवासी चेतन गुप्ता ने बताया कि कुल्लू-मनाली की तरफ जब रास्ता बंद हो जाता है तो अधिकतर वाहनों को नागचला के पास ही रोक दिया जाता है। ऐसी स्थिति में यह भंडारा उन सभी लोगों के लिए मददगार साबित होता है जो रास्ते में फंसे होते हैं और भोजन की तलाश करते हैं। स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में इस भंडारे में आकर पराठे का प्रसाद ग्रहण करते हैं। बता दें कि यह भंडारा सावन माह के दौरान पूरा 40 दिन चलता रहता है। यहां आने वाले हर व्यक्ति को भरपेठ पराठे खिलाए जाते हैं।

रोजाना लगता है डेढ़ से दो क्विंटल आटा
मंडी में लगने वाले इस लंगर में रोजाना डेढ़ से दो क्विंटल आटे का इस्तेमाल किया जाता है। पराठों को बनाने के लिए 25 से 30 किलो देसी घी का इस्तेमाल रोज होता है। रोजाना 3 से 5 हजार पराठें इस लंगर सेवा में बनाए जाते हैं। यहां हर आने-जाने वाले को पराठें खिलाए जाते हैं। इस कार्य को करने के लिए बहुत से सेवादार पंजाब से आकर स्वेच्छा से यहां अपना योगदान देते हैं।

लोगों के लिए मददगार साबित होता है ये लंगर
स्थानीय लोगों ने बताया कि कुल्लू-मनाली की तरफ जब रास्ता बंद हो जाता है तो अधिकतर वाहनों को नागचला के पास ही रोक दिया जाता है। ऐसी स्थिति में यह भंडारा उन सभी लोगों के लिए मददगार साबित होता है जो रास्ते में फंसे होते हैं। स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में इस भंडारे में आकर पराठे का प्रसाद ग्रहण करते हैं। यह भंडारा सावन माह के दौरान पूरा 40 दिन चलता रहता है। यहां आने वाले हर व्यक्ति को भरपेठ परांठे खिलाए जाते हैं।

 

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Tue, 06 Aug 2024 10:15:24 +0530 admin
देश की जनता की सेहत मोदी सरकार की प्राथमिकता, स्वास्थ्य बजट में 164 प्रतिशत की बढ़ोतरी : जेपी नड्डा https://aaj24x7live.com/1343 https://aaj24x7live.com/1343  नई दिल्ली
 केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने लोगों के स्वास्थ्य को मोदी सरकार की प्राथमिकता बताते हुए दावा किया है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना भारत में चलाई जा रही है और स्वास्थ्य बजट के आवंटन में भी 164 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से संबंधित अनुदान मांगों पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार सिर्फ घोषणाएं ही नहीं करती, बल्कि उसे धरातल पर सफल बनाने के लिए भी योजनाबद्ध तरीके से काम करती है।

विपक्षी दलों के हंगामे के बीच लोकसभा में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में हमारी सरकार सक्रिय और प्रतिक्रियाशील रही है। वर्ष 2013-14 में स्वास्थ्य का जो बजट 33,278 करोड़ रुपए था, आज उस बजट को बढ़ाकर 90,958 करोड़ रुपए कर दिया गया गया है। स्वास्थ्य बजट के इस आवंटन में 164 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य के बजट में यह बढ़ोतरी लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल को प्राथमिकता देने और भारतीयों नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करने की मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

नड्डा ने कहा कि एनडीए की पहली सरकार (अटल बिहारी वाजपेयी सरकार) से पहले देश में एक एम्स था, अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान 6 एम्स खोले गए। वर्तमान मोदी सरकार के कार्यकाल में 22 एम्स को मंजूरी दी गई, जिसमें से 18 ऑपरेशनल और 4 निर्माणाधीन हैं।

अपने जवाब के दौरान विपक्षी दलों के हंगामे पर सदन में पलटवार करते हुए नड्डा ने कहा कि राजनीति करनी है तो करिए और सच्चाई सुननी है तो सुनिए।

उन्होंने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर भी निशाना साधते हुए बीमारी से संबंधित आंकड़ों को केंद्र के साथ शेयर नहीं करने का आरोप लगाया। नड्डा ने सदन के माध्यम से देश को यह भी बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 12 करोड़ परिवार यानी 55 करोड़ से ज्यादा लोगों को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई है। इसके साथ ही 1.73 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए गए हैं। दुनिया के देश भारत के आयुष्मान भारत योजना का अध्ययन कर रहे हैं। सरकार ने आयुष्मान भारत, मुफ्त दवाइयों एवं जांच सुविधाओं सहित स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य सुविधाओं पर जोर देकर आउट ऑफ पॉकेट खर्च को 62 प्रतिशत से कम कर 47.1 प्रतिशत पर पहुंचाया है।

उन्होंने कोविड के संकट काल के दौरान मोदी सरकार द्वारा चलाए गए दुनिया के सबसे बड़े और सफल टीकाकरण अभियान का भी जिक्र करते हुए पिछली सरकारों की तुलना में मोदी सरकार द्वारा तेजी से कामकाज किए जाने का दावा किया।

जेपी नड्डा के जवाब के बाद लोकसभा ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से संबंधित अनुदान मांगों को ध्वनिमत से पारित कर दिया।

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Tue, 06 Aug 2024 10:15:13 +0530 admin
देश के कई राज्यों में भारी बारिश होने से मौसम अच्छा हो गया, लेकिन जलभराव की समस्या से लोग परेशान https://aaj24x7live.com/1332 https://aaj24x7live.com/1332 नई दिल्ली
देश के कई राज्यों में भारी बारिश होने से मौसम अच्छा हो गया है, लेकिन जलभराव की समस्या ने लोगों को परेशान कर दिया है। हिमाचल और उत्तरांखड में बारिश आफत लेकर आई है। वहां तेज पानी पड़ने की वजह से लैंडस्लाइड व घर गिरने की घटनाएं हुई हैं। आईएमडी ने राजस्थान, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, महराष्ट्र, गुजरात में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में 5 से 10 अगस्त तक बहुत भारी बारिश हो सकती है। यह संभावना है कि इन तारीखों के बीच में 115.6-204.4 मिलीमीटर बारिश हो।

उत्तरांखड में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग का अनुमान है कि उत्तराखंड में भारी बारिश होगी। 10 अगस्त तक राज्य के 8 जिलों में तेज पानी पड़ेगा। देहरादून, बागेश्वर, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी में मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि लोग जरूरी काम पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। इन जिलों में बारिश के समय पहाड़ों के आसपास ना जाएं।

राजस्थान में स्कूलों की छुट्टियां घोषित
राजस्थान के कई जिलों में बारिश की वजह से जलभराव की समस्या हो गई है। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। ऐसे में अजमेर के सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूलों की दो दिन की छुट्टियां कर दी गई हैं। टोंक, पाली और बालोतरा में भी सोमवार को स्कूल बंद रहे।

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Mon, 05 Aug 2024 23:15:36 +0530 admin
कश्मीर में धारा 370 के प्रभाव से हटने के 5 साल पूरे हो गए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा& वह देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था https://aaj24x7live.com/1321 https://aaj24x7live.com/1321 जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के प्रभाव से हटने के 5 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि यह जम्मू कश्मीर की तरक्की और समृद्धि की शुरुआत थी। गौरतलब है कि 5 साल पहले आज ही के दिन यानी 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को निरस्त कर दिया था। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को खत्म कर दिया गया था। साथ ही कश्मीर और लद्दाख को बांट कर केंद्र शासित प्रदेशों में तब्दील कर दिया गया था।

इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा, “आज हम संसद के अनुच्छेद 370 और 35 (ए) को निरस्त करने के फैसले के 5 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। यह हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था। यह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में प्रगति और समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत थी।” उन्होंने आगे कहा, “इसका मतलब था कि भारत के संविधान को यहां सही अर्थों में लागू किया जा सकता है। संविधान निर्माताओं का भी यही सपना था।

कश्मीर में भष्टाचार हुआ दूर, विकास के रास्ते खुले- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस धारा 370 के प्रभाव से हटने के बाद लोगों की जिंदगी बदल गई है। उन्होंने कहा, “इसके बाद यहां की महिलाओं, युवाओं, पिछड़े, आदिवासी और समाज के हाशिए पर मौजूद लोगों को सुरक्षा, सम्मान और नए अवसर मिले। यह लोग अब तक विकास के लाभ से वंचित थे।” उन्होंने आगे कहा, “साथ ही इस कदम ने यह सुनिश्चित किया कि दशकों से जम्मू-कश्मीर में फैले भ्रष्टाचार को अब दूर कर दिया गया है। मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि हमारी सरकार उनके लिए काम करती रहेगी और आने वाले समय में उनकी आकांक्षाओं को पूरा करेगी।”

बीजेपी मना रही है जश्न, कांग्रेस ने बताया ‘काला दिन’
इस कदम के पांच साल पूरे होने की उपलब्धि पर बीजेपी की कश्मीर इकाई एकात्म रैली का आयोजन कर रही है। इस कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर बीजेपी के नई नेता भाग लेंगे। वहीं कांग्रेस सहित विरोधी दलों ने इसे काला दिन कहा है। जम्मू कश्मीर कांग्रेस ने एक ट्वीट के जरिए कहा है कि 5 अगस्त जम्मू कश्मीर के लिए काला दिन है क्योंकि इस दिन बीजेपी ने उनसे राज्य का दर्जा छीन लिया था।

 

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Mon, 05 Aug 2024 21:30:55 +0530 admin
केंद्र सरकार जल्द ही संसद में एक ऐसा बिल पेश करने जा रही है जो वक्फ बोर्ड के अधिकारों में कटौती कर सकता है https://aaj24x7live.com/1320 https://aaj24x7live.com/1320 नई दिल्ली
केंद्र सरकार कथित तौर पर जल्द ही संसद में एक ऐसा बिल पेश करने जा रही है जो वक्फ बोर्ड के अधिकारों में कटौती कर सकता है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि केंद्रीय कैबिनेट की हालिया बैठक में वक्फ अधिनियम में लगभग 40 संशोधनों को मंजूरी दी गई है। इस कदम ने देशभर में विवाद खड़ा कर दिया है, और कई मुस्लिम नेताओं ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। इन तमाम विवादों के बीच आइए जानते हैं कि वक्फ और वक्फ बोर्ड क्या है और किन नियमों के आधारित यह संचालित किया जाता है, जिसे लेकर आए दिनों विवाद खड़ा होता रहता है।

वक्फ और वक्फ बोर्ड क्या है?
वक्फ एक प्रकार की संपत्ति होती है जिसे धार्मिक और चैरिटेबल उद्देश्यों के लिए ईश्वर के नाम पर समर्पित किया जाता है। 1954 के वक्फ अधिनियम के तहत, वक्फ से प्राप्त आय का उपयोग मस्जिदों, शैक्षणिक संस्थानों, कब्रिस्तानों और आश्रय स्थलों के लिए किया जाता है। एक बार वक्फ घोषित होने के बाद, यह संपत्ति स्थायी रूप से दान के रूप में मानी जाती है और इसे वापस नहीं लिया जा सकता। वक्फ बोर्ड एक कानूनी इकाई होती है जो इन संपत्तियों का प्रबंधन करती है। बोर्ड के राज्य सरकार, मुस्लिम विधायक, सांसद, राज्य बार काउंसिल के सदस्य, इस्लामी विद्वान और वक्फ के मुतवल्ली (प्रबंधक) होते हैं। इनका मुख्य कार्य वक्फ संपत्तियों की देखभाल करना और यह सुनिश्चित करना है कि इन संपत्तियों का सही उपयोग हो रहा है।

क्यों मचा है बवाल?
वक्फ अधिनियम 1995 के तहत, वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन और प्रशासन मजबूत किया गया। इसमें वक्फ संपत्तियों की पहचान, पंजीकरण और इनके प्रबंधन के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। लेकिन वक्फ अधिनियम के सेक्शन 40 पर सबसे ज्यादा विवाद है। इसके तहत वक्फ बोर्ड को यह अधिकार है कि वह किसी भी संपत्ति को वक्फ संपत्ति घोषित कर सकता है और इसे शिया या सुन्नी वक्फ के अंतर्गत रख सकता है।

वक्फ बोर्ड के इस फैसले के खिलाफ सिर्फ ट्रिब्यूनल में जाया जा सकता है। इसे लेकर फरवरी 2023 में तत्कालीन अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में इस प्रावधान को स्पष्ट किया था। इस तरह के नियमों को निरस्त करने के लिए वक्फ निरसन विधेयक, 2022 लाया गया था और इसे अंतिम बार 8 दिसंबर, 2023 को राज्यसभा में पेश किया गया था। हालांकि, यह विधेयक उस विधेयक से संबंधित नहीं हो सकता है जिसे सरकार आगामी संसद सत्र में पेश करने की योजना बना सकती है।

कथित संशोधन को लेकर विरोध
कथित संशोधित को लेकर देशभर में विरोध के स्वर उठ रहे हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस कदम की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय वक्फ बोर्ड की स्वायत्तता को खत्म कर देगा और इससे प्रशासनिक अस्थिरता पैदा होगी। ओवैसी के अनुसार, यह संशोधन वक्फ बोर्ड की स्वतंत्रता पर गंभीर चोट करेगा और सरकार का बढ़ता नियंत्रण वक्फ संपत्तियों की स्वतंत्रता को खत्म कर सकता है।

 

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Mon, 05 Aug 2024 21:30:48 +0530 admin
बेसमेंट में विद्यार्थियों की मौत पर सुप्रीम कोर्ट का स्वत: संज्ञान, केंद्र&दिल्ली सरकार को नोटिस https://aaj24x7live.com/1307 https://aaj24x7live.com/1307 नई दिल्ली

उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाके में एक निजी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में गत 27 जुलाई को पानी में डूबकर तीन विद्यार्थियों की मौत मामले में सोमवार को स्वत: संज्ञान और नोटिस जारी किया।न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां की पीठ ने स्वत: संज्ञान लेते हुए केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी कर उनसे सुरक्षा मानदंडों पर जवाब मांगा। पीठ ने उनसे पूछा है कि सभी कोचिंग सेंटरों में किस तरह के पर्याप्त सुरक्षा मानदंडों का पालन किया जा रहा।

शीर्ष अदालत ने दिल्ली में तीन भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अभ्यर्थियों की दुखद मौत का हवाला देते हुए कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा दायर एक अन्य याचिका पर सुनवाई की। यह याचिका दिल्ली उच्च न्यायालय के उस आदेश के खिलाफ दायर की गई थी, जिसमें दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को (बेसमेंट में हुई) घटना के बाद अग्निशमन विभाग से वैध अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के बिना राज्य में चल रहे कोचिंग सेंटरों को बंद करने का निर्देश दिया गया था।

उच्च न्यायालय ने दो अगस्त को घटना की जांच दिल्ली पुलिस से लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी थी। एक निजी कोचिंग सेंटर के के बेसमेंट में 27 जुलाई को अचानक बारिश का पानी घुसने के बाद वहां तीन विद्यार्थियों की डूबकर मृत्यु हो गई थी।
इस घटना के बाद दिल्ली के राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर क्षेत्र में यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे सैकड़ों विद्यार्थी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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Mon, 05 Aug 2024 20:16:19 +0530 admin
सुप्रीम कोर्ट का एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को चुनाव लड़ने की अनुमति देने से साफ इनकार https://aaj24x7live.com/1306 https://aaj24x7live.com/1306 नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई पुलिस के पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को चुनाव लड़ने की अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 2006 एनकाउंटर मामले में उनकी भूमिका अब भी संदेह में है। ऐसे में उन्हें आरोप मुक्त नहीं किया जा सकता है। जस्टिस आर महादेवन की बेंच ने कहा, आपकी अभी वह स्थिति नहीं है कि संदेह की स्थिति में फायदा दिया जाए। पर्याप्त ऐसे सबूत हैं जो कि आपके खिलाफ संदेह पैदा करते हैं। इसके अलावा आप जमानत पर हैं। सीनियर वकील मुकल रोहतगी और सिद्धार्थ लूथरा शर्मा की तरफ से कोर्ट में पेश हुए थे। उन्होंने कहा कि पहली बार नहीं है जब वह चुनाव लड़ने की इजाजत मांग रहे हैं। रोहतगी ने कहा, याचिकाकर्ता एक एनजीओ भी चलाते हैं और एक रिटायर्ड पुलिस अधइकारी हैं। ऐसे में इन तथ्यों पर ध्यान देते हुए उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दी जाए।

1k लोगों ने हिस्सा लिया
बेंच ने कहा, आपको बहुत-बहुत शुभकामना। लेकिन ये जमानत पर बाहर रहकर चुनाव नहीं लड़ सकते। इसके बाद बेंच ने रोहतगी को ऐप्लिकेशन वापस लेने की अनुमति दे दी। बॉम्बे हाई कोर्ट ने 19 मार्च को सुनाए फैसले में उन्हें राम नारायण गुप्ता उर्फ लखन भैया की हत्या का दोषी ठहराया था। आरोप था कि वह छोटा राजन गैंग से था। उसका 2006 में प्रदीप शर्मा ने ही एनकाउंटर किया था। इसके बाद इसी साल प्रदीप शर्मा ने हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। सबसे पहले ट्रायल कोर्ट ने शर्मा को बरी किया था लेकिन हाई कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को पलटकर उन्हें दोषी ठहराया था।

सुप्रीम कोर्ट ने शर्मा को जमानत देते हुए एक सप्ताह में ही सरेंडर करने का आदेश दिया था। वहीं ट्रायल कोर्ट को भी निर्देश दिए थे कि स्थितियां देखकर ही उन्हें जमानत दी जाए। शर्मा ने अपनी यचिका में सीआरपीसी की धारा 389 का जिक्र किया था जिसके तहत कोर्ट किसी दोषी व्यक्ति को भी जमानत दे सकता है या फिर सजा रद्द कर सकता है। 2010 में प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। पाया गया था कि मृत व्यक्ति के शरीर में जो गोली मिली थी वह शर्मा के ही सर्विस रिवॉल्वर की थी। 2013 में ट्रायल कोर्ट ने शर्मा को बरी कर दिया। इसे बाद याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट में इस फैसले को चुनौती दी। हाई कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के फैसले को पलट दिया। इस मामले में शर्मा के साथ 6 अन्य पुलिसवालों को भी दोषी करार दिय गया था। इसके अलावा प्रदीप शर्मा अन्य मामलों में भी आरोपी हैं। इसमें एंटीलिया बम धमकी केस भी शामिल है।

 

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Mon, 05 Aug 2024 20:16:11 +0530 admin
दिल्ली के रोहिणा में स्थित आशा किरण शेल्टर होम में 14 लोगों की मौत पर बवाल मचा हुआ, कोर्ट ने कहा& इत्तेफाक नहीं https://aaj24x7live.com/1305 https://aaj24x7live.com/1305 नई दिल्ली
दिल्ली के रोहिणा में स्थित आशा किरण शेल्टर होम में 14 लोगों की मौत पर बवाल मचा हुआ है। राजधानी की आम आदमी पार्टी सरकार और उपराज्यपाल वीके सक्सेना भी इस मामले पर आमने सामने आ गए हैं। इस बीच दिल्ली हाई कोर्ट ने मामले पर बड़ी बात कही है। कोर्ट ने कहा कि इतने कम समय में इतने ज्यादा लोगों की मौत महज इत्तेफाक नहीं हो सकता। ऐसे में कोर्ट ने दिल्ली जल बोर्ड से शेल्टर होम में आने वाले पानी की क्वालिटी जांचने का आदेश दिया है। कोर्ट ने यहां सीवर पाइपलाइनों में पानी की स्थिति की जांच करने के लिए कहा है।

इसके अलावा कोर्ट ने दिल्ली सरकार के समाज कल्याण सचिव को शेल्टर होम में रहने की स्थिति पर भी एक रिपोर्ट दाखिल करने का भी निर्देश दिया है। मामले की सुनवाई कर रही जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडेला की पीठ ने कहा, कम समय में इतनी बड़ी संख्या में मौते सिर्फ इत्तेफाक नहीं हो सकतीं। कोर्ट ने कहा, पूरे मामले को देखने से पता चलता है कि सभी मौतें इसलिए हुईं क्योंकि मरीज़ टीबी से पीड़ित थे। दिल्ली जल बोर्ड को निर्देश दिया गया है कि वह पानी की क्वालिटी के साथ-साथ पानी और सीवर पाइपलाइनों की स्थिति की तुरंत जांच करें और एक रिपोर्ट दाखिल करें।"

कोर्ट ने समाज कल्याण विभाग के सचिव को भी छह अगस्त को शेल्टर का दौरा करने और एक रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है। पीठ ने जोर देकर कहा कि मामले में सुधारात्मक उपाय किए जाने की जरूरत है और अगर शेल्टर में क्षमता से ज्यादा लोग रहे हैं, तो अधिकारी कुछ लोगों को दूसरे शेल्टर होम में शिफ्ट करेंगे। बता दें, जुलाई में आशा किरण शेल्टर होम में एक बच्चे सहित 14 लोगों की मौत हो गई थी।

मौतों की जांच के अनुरोध वाली जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने मामले को सात अगस्त को अगली सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, आशा किरण शेल्टर होम में फिलहाल बच्चों और महिलाओं समेत 980 मानसिक तौर पर बीमार लोग रह रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, इस शेल्टर होम में फरवरी से लेकर अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है।

 

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Mon, 05 Aug 2024 20:16:00 +0530 admin
77 मुस्लिम जातियों को OBC कोटा किस आधार पर दिया , SC का बंगाल को नोटिस https://aaj24x7live.com/1276 https://aaj24x7live.com/1276 नई दिल्ली

बंगाल में 77 मुस्लिम जातियों को ओबीसी आरक्षण दिए जाने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है। ममता सरकार के फैसले पर हाई कोर्ट ने रोक लगाई थी, जिस पर राज्य ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। अब अदालत ने पूछा है कि आखिर राज्य सरकार ने किस आधार पर 77 जातियों को ओबीसी का दर्जा दिया था। इन जातियों में से ज्यादातर मुस्लिम धर्म को मानने वाली हैं। बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने मई में ही इस आरक्षण को अवैध करार दिया था और 77 जातियों को ओबीसी की सूची से बाहर करने का आदेश दिया था।

इस केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में दिलचस्प बहस भी हुई है। बंगाल सरकार के वकील ने उच्च न्यायालय पर ही तीखा हमला बोल दिया। ओबीसी कोटे को लेकर बनी जातिवार सूची पर उच्च न्यायालय की तीखी टिप्पणियों पर राज्य सरकार ने ऐतराज जताया। यही नहीं दलीलों के दौरान बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि क्या उच्च न्यायालय ही राज्य को चलाना चाहता है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने इस मामले में सुनवाई की। इस दौरान बंगाल सरकार की वकील इंदिरा जयसिंह ने कहा कि उच्च न्यायालय ने अपनी सीमा से आगे जाकर फैसला दिया है।

इसी साल मई में उच्च न्यायालय ने 77 मुस्लिम जातियों को ओबीसी सूची में शामिल करने के फैसले को खारिज कर दिया था। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने कहा था कि मुस्लिम समुदाय को राजनीतिक हितों को साधने के लिए एक कमोडिटी के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी पर ऐतराज जताते हुए बंगाल सरकार की वकील ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई कि आप इसमें दखल दीजिए। बंगाल सरकार ने कहा, 'ऐसा क्यों हो रहा है। इसलिए क्योंकि वे मुस्लिम हैं? वे कहते हैं कि ये धर्म का मामला है। जो पूरी तरह से गलत है। यह कहा जा रहा है कि उन लोगों को इसलिए आरक्षण दिया गया क्योंकि वे मुस्लिम हैं। हमारे पास रिपोर्ट्स हैं कि सभी समुदायों पर विचार किया गया है। मंडल आयोग की सिफारिशों के आधार पर काम हुआ है। सरकार राज्य चलाना चाहती है। लेकिन अदालत ऐसा करना चाहती है तो फिर करे। आखिर हम क्या कर सकते हैं। कृपया बताएं।'

इन दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने याचिका पर सुनवाई को लेकर सहमति जताई।सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जातियों की पहचान बंगाल पिछड़ा वर्ग आयोग का जिक्र किए बिना हुई। यह दलील है। ऐक्ट को खारिज करने के गंभीर असर हैं। फिलहाल बंगाल में कोई आरक्षण लागू नहीं हो पा रहा है। यह मुश्किल स्थिति है। इस पर इंदिरा जयसिंह ने कहा कि राज्य में पूरी आरक्षण व्यवस्था ही अटक गई है। दरअसल हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि किस जाति को कौन सा दर्जा देना है, यह आयोग का काम है। राज्य सरकार का नहीं है। आयोग 1993 में बना था और राज्य सरकार की ओर से 2012 में ऐक्ट लाया गया। इसमें बताया गया कि कैसे जाति प्रमाण पत्र मिलेगा और उसका आधार क्या होगा।

 

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Mon, 05 Aug 2024 17:30:22 +0530 admin
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर बड़ा झटका लगा, जमानत से इनकार, गिरफ्तारी को HC ने माना सही https://aaj24x7live.com/1264 https://aaj24x7live.com/1264 नई दिल्ली
कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। सीबीआई केस में गिरफ्तारी के खिलाफ और इसी केस में जमानत के लिए दायर उनकी याचिकाओं को हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है। जस्टिस नीना बंसल कृष्णा की बेंच ने उन्हें जमानत के लिए ट्रायल कोर्ट जाने को कहा। इससे पहले ईडी केस में सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी थी। सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने पहले सीबीआई ने उन्हें 26 जून को गिरफ्तार कर लिया था। केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। उन्होंने जमानत के लिए याचिका भी दायर की थी।

ईडी वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से मिल चुकी है राहत
दरअसल, ईडी की गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए 'आप' सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने देश की सबसे बड़ी अदालत में याचिका दाखिल की थी। सुप्रीम कोर्ट ने 12 जुलाई को सीएम केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी थी। हालांकि जमानत मिलने के बाद भी वह जेल से बाहर नहीं आ सके क्योंकि 26 जून को सीबीआई ने उन्हें अरेस्ट कर लिया था। सीबीआई की गिरफ्तारी को केजरीवाल ने चुनौती दी है। आज (सोमवार) दिल्ली हाईकोर्ट इस मामले में फैसला सुनाएगा।

सीबीआई की गिरफ्तारी से पहले दिल्ली की एक निचली अदालत ने अरविंद केजरीवाल को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था। अदालत ने कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके (केजरीवाल के) खिलाफ धनशोधन मामले में अपराध की आय से जुड़े होने का प्रत्यक्ष साक्ष्य देने में विफल रहा है। हालांकि, निचली अदालत की ओर से जारी इस आदेश के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की अपील पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने फौरी रोक लगा दी थी।

 

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Mon, 05 Aug 2024 15:30:21 +0530 admin
Waqf Board पर लगाम कसने की अटकलें, वक्फ बोर्ड, कैसे आती है उसके पास संपत्ति https://aaj24x7live.com/1261 https://aaj24x7live.com/1261

नई दिल्ली

केंद्र की मोदी सरकार संसद में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल लाने की तैयारी कर रही है. ऐसे में सियासी माहौल गरमाया हुआ है. इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वक्फ सिस्टम को सियासत से बाहर आना होगा.

नकवी ने दो टूक कहा कि वक्फ सिस्टम को टच मी नॉट की सनक-सियासत से बाहर आना होगा, समावेशी सुधार पर सांप्रदायिक वार ठीक नहीं है.

इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने कहा कि वक्फ बोर्ड की कानूनी स्थिति और शक्तियों में किसी भी तरह का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने एनडीए के सहयोगी दलों और विपक्षी दलों से भी ऐसे किसी भी कदम को पूरी तरह से खारिज करने और संसद में ऐसे संशोधनों को पारित न होने देने का आग्रह किया है.

संसद में पेश होगा विधेयक!

सूत्रों के मुतबिक, सरकार वक्फ बोर्ड को नियंत्रित करने वाले 1995 के कानून में संशोधन करने के लिए संसद में एक विधेयक लाने वाली है ताकि इनके कामकाज में अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके तथा इन निकायों में महिलाओं की अनिवार्य भागीदारी हो सके. यह कदम मुस्लिम समुदाय के भीतर से उठ रही मांगों की पृष्ठभूमि में उठाया गया है.

संशोधन विधेयक वक्फ बोर्डों के लिए अपनी संपत्तियों का वास्तविक मूल्यांकन सुनिश्चित करने के लिए जिला कलेक्टरों के पास पंजीकरण कराना अनिवार्य कर देगा.

केंद्र की मोदी सरकार वक्फ अधिनियम में बड़े संशोधन करने जा रही है. इसी सत्र में संसद में संशोधन विधेयक लाने पर विचार किया जा रहा है. इससे पहले शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में वक्फ अधिनियम में 40 संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. संसद में संशोधन विधेयक पारित होने के बाद वक्फ बोर्ड की अनियंत्रित शक्तियां कम हो जाएंगी. बोर्ड किसी भी संपत्ति पर बिना सत्यापन आधिपत्य घोषित भी नहीं कर सकेगा. वक्फ एक्ट क्या है? वक्फ बोर्ड के पास कितनी जमीन है? सरकार का क्या प्लान है? विरोध में क्या दलीलें दी जा रही हैं? जानिए सारे सवालों के जवाब…

बता दें कि 2013 में यूपीए की सरकार में वक्फ बोर्ड की शक्तियों को बढ़ा दिया गया था. आम मुस्लिम, गरीब मुस्लिम महिलाएं, तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं के बच्चे, शिया और बोहरा जैसे समुदाय लंबे समय से कानून में बदलाव की मांग कर रहे थे. इन लोगों का कहना था कि वक्फ में आज आम मुसलमानों की जगह ही नहीं है. सिर्फ पावरफुल लोग हैं. रेवन्यू पर सवाल है. कितना रेवन्यू आता है, इसका कोई आकलन नहीं करने देता. रेवेन्यू जब रिकॉर्ड पर आएगा तो वो मुस्लिमों के लिए ही इस्तेमाल होगा. देश में अभी 30 वक्फ बोर्ड हैं. सभी वक्फ संपत्तियों से हर साल 200 करोड़ का राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है.  

वक्फ बोर्ड की लेकर वो फैक्ट, जो चर्चा में हैं?

– पहला वक्फ अधिनियम 1954 में पारित किया गया. पहला संशोधन 1995 में और फिर 2013 में दूसरी बार संशोधन किया गया.
– दुनिया के किसी भी देश में वक्फ बोर्ड के पास इतनी शक्तियां नहीं हैं. यहां तक ​​कि सऊदी या ओमान में भी ऐसा कानून नहीं है.
– एक बार जब कोई जमीन वक्फ के पास चली जाती है तो उसे पलट नहीं सकते. पावरफुल लोगों ने वक्फ बोर्ड पर कब्जा कर लिया है.
– भारत में वक्फ संपत्ति दुनिया में सबसे ज्यादा है और 200 करोड़ का भी राजस्व नहीं आ रहा है.
– यहां तक ​​कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार या अदालतें भी इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकतीं. वक्फ बोर्ड पर नियंत्रण रखने वालों के अलावा अन्य लोग भी इस कानून के खिलाफ हैं.
– सच्चर कमेटी ने भी कहा कि वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता होनी चाहिए. वक्फ संपत्ति का उपयोग सिर्फ मुसलमान ही कर सकते हैं.

1. मोदी सरकार का क्या प्लान है?

शुक्रवार को कैबिनेट ने वक्फ अधिनियम में करीब 40 संशोधनों को मंजूरी दे दी. मोदी सरकार कैबिनेट में वक्फ बोर्ड की किसी भी संपत्ति को "वक्फ संपत्ति" बनाने की शक्तियों पर अंकुश लगाना चाहती है. इन संशोधनों का उद्देश्य किसी भी संपत्ति को 'वक्फ संपत्ति' के रूप में नामित करने के वक्फ बोर्ड के अधिकार को प्रतिबंधित करना है. वक्फ बोर्ड द्वारा संपत्तियों पर किए गए दावों का अनिवार्य रूप से सत्यापन किया जाएगा. संशोधन विधेयक पारित होने के बाद वक्फ संपत्तियों के मैनेजमेंट और ट्रांसफर में बड़ा बदलाव आएगा. सूत्रों का कहना है कि कानून में संशोधन की वजहों का भी जिक्र किया है. इसमें जस्टिस सच्चर आयोग और के रहमान खान की अध्यक्षता वाली संसद की संयुक्त कमेटी की सिफारिशों का हवाला दिया है.

2. कानून में बदलाव से क्या होगा?

चूंकि, मौजूदा कानून के मुताबिक राज्य और केंद्र सरकार वक्फ संपत्तियों में दखल नहीं दे सकती हैं. संशोधन के बाद वक्फ बोर्ड को अपनी संपत्ति जिला मजिस्ट्रेट के दफ्तर में रजिस्टर्ड करानी होगी, ताकि संपत्ति का मूल्यांकन हो सके. राजस्व की जांच हो सकेगी. नए बिल में यह प्रावधान होगा कि सिर्फ मुस्लिम ही वक्फ संपत्ति बना सकते हैं. बोर्ड के स्ट्रक्चर में बदलाव किया जाएगा और इसमें महिलाओं की हिस्सेदारी भी सुनिश्चित की जाएगी. राज्यों में वक्फ बोर्ड में महिला सदस्य शामिल होंगी. प्रत्येक राज्य बोर्ड में दो और केंद्रीय परिषद में दो महिलाएं होंगी. अभी तक महिलाएं वक्फ बोर्ड और काउंसिल की सदस्य नहीं हैं. जिन जगहों पर वक्फ बोर्ड नहीं है, वहां कोई ट्रिब्यूनल में जा सकता है. जो अब तक नहीं है.

वक्फ बोर्ड की विवादित और पुरानी संपत्ति का नए सिरे से सत्यापन हो सकेगा. नया संशोधन उन संपत्तियों पर भी लागू होगा, जिन पर वक्फ बोर्ड और या किसी व्यक्ति ने दावे-प्रतिदावे किए हैं. प्रस्तावित एक्ट के मुताबिक, वक्फ बोर्ड द्वारा किए गए सभी दावों का अनिवार्य और पारदर्शी सत्यापन जरूरी होगा. वक्फ एक्ट की धारा 19 और 14 में बदलाव होगा. इससे केंद्रीय वक्फ परिषद और राज्य वक्फ बोर्ड की संरचना में बदलाव संभव है. वक्फ बोर्ड के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अब अपील की जा सकती है. यह प्रावधान अब तक नहीं था. 

3. वक्फ बोर्ड को कब ज्यादा अधिकार मिले?

2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने 1995 के बेसिक वक्फ एक्ट में संशोधन लाया और वक्फ बोर्डों को और ज्यादा अधिकार दिए थे. वक्फ बोर्डों को संपत्ति छीनने की असीमित शक्तियां देने के लिए अधिनियम में संशोधन किया गया, जिसे किसी भी अदालत में चुनौती नहीं दी जा सकती. सीधे शब्दों में कहें तो वक्फ बोर्ड के पास दान के नाम पर संपत्तियों पर दावा करने की असीमित शक्तियां हैं. इसका सीधा मतलब यह है कि एक धार्मिक बॉडी को असीमित शक्तियां प्रदान दी गईं, जिसने वादी को न्यायपालिका से न्याय मांगने से भी रोक दिया. देश में किसी अन्य धार्मिक संस्था के पास ऐसी शक्तियां नहीं हैं. वक्फ अधिनियम, 1995 की धारा 3 में कहा गया है कि यदि वक्फ 'सोचता' है कि भूमि किसी मुस्लिम की है तो यह वक्फ की संपत्ति है. वक्फ को इस बारे में कोई सबूत देने की जरूरत नहीं है कि उन्हें क्यों लगता है कि जमीन उनके स्वामित्व में आती है.

अभी बोर्ड के पास वर्तमान में किसी भी संपत्ति को वक्फ संपत्ति घोषित करने का अधिकार है. तर्क यह दिया जाता है कि ये संपत्ति किसी जरूरतमंद मुस्लिम की भलाई के लिए होगी. हालांकि देखा गया कि प्रभावशाली लोग इन संपत्ति को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. कई संपत्तियों को जबरन वक्फ संपत्ति घोषित करने का विवाद भी सामने आया. वक्फ संपत्तियों को विशेष दर्जा दिया गया है, जो किसी ट्रस्ट आदि से ऊपर है. यह अधिनियम 'औकाफ' को रेगुलेट करने के लिए लाया गया था. एक वकीफ द्वारा दान की गई और वक्फ के रूप में नामित संपत्ति को 'औकाफ' कहते हैं. वकीफ उस व्यक्ति को कहते हैं, जो मुस्लिम कानून द्वारा पवित्र, धार्मिक या धर्मार्थ के रूप में मान्यता प्राप्त उद्देश्यों के लिए संपत्ति समर्पित करता है.

4. क्या गड़बड़ियां सामने आ रहीं?

सरकार को पता चला है कि राज्य वक्फ बोर्डों को किसी भी संपत्ति पर दावा करने के व्यापक अधिकार मिले हैं, जिसकी वजह से अधिकांश राज्यों में ऐसी संपत्ति के सर्वेक्षण में देरी हो रही है. सरकार ने संपत्ति के दुरुपयोग को रोकने के लिए वक्फ संपत्तियों की निगरानी में जिला मजिस्ट्रेटों को शामिल करने की संभावना पर भी विचार किया है. वक्फ बोर्ड के किसी भी फैसले के खिलाफ अपील सिर्फ कोर्ट के पास हो सकती है, लेकिन ऐसी अपीलों पर फैसले के लिए कोई समय-सीमा नहीं होती है. कोर्ट का निर्णय अंतिम होता है. 

अगर बोर्ड किसी संपत्ति पर अपना दावा कर दे तो इसके उलट साबित करना काफी मुश्किल हो सकता है. वक्फ एक्ट का सेक्शन 85 कहता है कि इसके फैसले को हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती नहीं दी जा सकती. अब तक वक्फ प्रॉपर्टी की ना तो राज्य, ना केंद्र सरकार और ना अदालत जांच कर पाती है. मांग उठाई गई कि इस तरह की कमेटी होनी चाहिए जो रेवन्यू की जांच करे, वक्फ में ट्रांसेरेन्सी हो. वक्फ प्रॉपर्टी सिर्फ मुस्लिमों के भले के लिए होनी चाहिए. आम मुस्लिम कह रहा है कि एक तरह से एक माफिया वक्फ बोर्ड को कैप्चर कर चुका है. यदि किसी महिला को तलाक दे दिया और उसके बच्चे हैं तो तलाकशुदा महिला के पास अपने बच्चे को देखने की कोई व्यवस्था नहीं है.

पिछले संशोधन के कारण वक्फ बोर्ड भू-माफिया की तरह व्यवहार कर रहा है और संपत्ति हड़प रहा है. निजी संपत्ति से लेकर सरकारी जमीन तक और मंदिर की जमीन से लेकर गुरुद्वारों तक की जमीन पर वक्फ बोर्ड की कार्रवाई विवादों में है.

 5. वक्फ बोर्ड के पास कितनी संपत्ति है?

मूल रूप से वक्फ की पूरे देश में लगभग 52,000 संपत्तियां थीं. 2009 तक 4 लाख एकड़ तक की 3 लाख रजिस्टर्ड वक्फ संपत्तियां थीं. आज की तारीख में 8 लाख एकड़ भूमि में फैली 8 लाख 72 हजार 292 से ज्यादा रजिस्टर्ड वक्फ की अचल संपत्तियां हैं. यानी महज 13 साल में वक्फ की जमीन दोगुनी हो गई. चल संपत्ति 16,713 हैं. ये संपत्तियां विभिन्न राज्य वक्फ बोर्डों द्वारा प्रबंधित और नियंत्रित की जाती हैं और इनका विवरण वक्फ एसेट्स मैनेजमेंट सिस्टम ऑफ इंडिया (WAMSI) पोर्टल पर दर्ज किया गया है. इसके अतिरिक्त, लगभग 329,995 वक्फ संपत्तियों का जियोग्राफिक इन्फॉर्मेशन सिस्टम (GIS) मैपिंग भी की गई है. वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की अनुमानित कीमत 1.2 लाख करोड़ रुपये है. इसके साथ ही वक्फ बोर्ड सशस्त्र बलों और भारतीय रेलवे के बाद देश में तीसरा सबसे बड़ा भूस्वामी बन गया है. यूपी में सबसे ज्यादा वक्फ संपत्ति है. यूपी में सुन्नी बोर्ड के पास कुल 2 लाख 10 हजार 239 संपत्तियां हैं, जबकि शिया बोर्ड के पास 15 हजार 386 संपत्तियां हैं. हर साल हजारों व्यक्तियों द्वारा बोर्ड को वक्फ के रूप में संपत्ति की जाती है, जिससे इसकी दौलत में इजाफा होता रहता है.

6. वक्फ बोर्ड क्या है?

वक्फ एक्ट मुस्लिम समुदाय की संपत्तियों और धार्मिक संस्थानों के प्रबंधन और नियमन के लिए बनाया गया कानून है. इस एक्ट का मुख्य उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का उचित संरक्षण और प्रबंधन सुनिश्चित करना है ताकि धार्मिक और चैरिटेबल उद्देश्यों के लिए इन संपत्तियों का उपयोग हो सके. वक्फ चूंकि अरबी शब्द है जिसका अर्थ है 'रोकना' या 'समर्पण करना'. इस्लाम में वक्फ संपत्ति एक स्थायी धार्मिक और चैरिटेबल ट्रस्ट के रूप में समर्पित की जाती है, जिसका उपयोग धार्मिक उद्देश्यों, गरीबों की मदद, शिक्षा आदि के लिए किया जाता है. वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन करने के लिए प्रत्येक राज्य में एक वक्फ बोर्ड का गठन किया गया है. यह बोर्ड वक्फ संपत्तियों का पंजीकरण, संरक्षण और प्रबंधन करता है.

वक्फ एक्ट के तहत सभी वक्फ संपत्तियों का पंजीकरण अनिवार्य है. यह पंजीकरण संबंधित राज्य वक्फ बोर्ड में किया जाता है. वक्फ बोर्ड को वक्फ संपत्तियों की देखरेख, मरम्मत और विकास की जिम्मेदारी दी गई है. बोर्ड यह सुनिश्चित करता है कि वक्फ संपत्तियों का उपयोग धार्मिक और चैरिटेबल उद्देश्यों के लिए हो रहा है. वक्फ बोर्ड के पास वक्फ संपत्तियों का निरीक्षण करने और उन पर नियंत्रण रखने का अधिकार है. यह बोर्ड वक्फ संपत्तियों के प्रबंधकों (मुतवल्ली) की नियुक्ति और उनके कार्यों की समीक्षा भी करता है. वक्फ संपत्तियों से संबंधित विवादों के निपटान के लिए एक विशेष न्यायालय का गठन किया गया है. यह न्यायालय वक्फ संपत्तियों से संबंधित सभी विवादों का निपटान करता है.

वक्फ एक्ट 1954 को बाद में संशोधित करके वक्फ एक्ट, 1995 के रूप में पारित किया गया. इसमें वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और प्रशासन से संबंधित प्रावधानों को और अधिक स्पष्ट और प्रभावी बनाया गया. बाद में 2013 में एक्ट में बदलाव किए गए. बोर्ड का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का संरक्षण और उनका सही प्रबंधन सुनिश्चित करना है. वक्फ संपत्तियों की देखरेख और उनका धार्मिक और चैरिटेबल उद्देश्यों के लिए सही उपयोग करना है. वक्फ संपत्तियों से संबंधित विवादों का उचित और शीघ्र निपटान करना है.

7. वक्फ बोर्ड कैसे काम करता है?

वक्फ के पास जो संपत्तियां हैं, उनका ठीक से रखरखाव हो सके और धर्मार्थ ही काम आए, इसके लिए स्थानीय से लेकर बड़े स्तर पर कई बॉडीज बनाई गई हैं, जिन्हें वक्फ बोर्ड कहते हैं. करीब हर राज्य में सुन्नी और शिया वक्फ हैं. इनका काम उस संपत्ति की देखभाल और उसकी आय का सही इस्तेमाल है. इस संपत्ति से गरीब और जरूरतमंदों की मदद करना, मस्जिद या अन्य धार्मिक संस्थान को बनाए रखना, शिक्षा की व्यवस्था करना और अन्य धर्म के कार्यों के लिए पैसे देने संबंधी चीजें शामिल हैं. केंद्र ने वक्फ बोर्डों के साथ तालमेल के लिए सेंटर वक्फ काउंसिल गठित किया है. वक्फ एसेट्स मैनेजमेंट सिस्टम ऑफ इंडिया के मुताबिक देश में कुल 30 वक्फ बोर्ड्स हैं. इनके हेडक्वार्टर ज्यादातर राजधानियों में हैं.

साल 1954 में नेहरू सरकार के समय वक्फ अधिनियम पारित किया गया था, जिसके बाद इसका सेंट्रलाइजेशन हुआ. वक्फ एक्ट 1954 इस संपत्ति के रखरखाव का काम करता. इसके बाद से कई बार इसमें संशोधन होते गए. बोर्ड में सर्वे कमिश्नर होता है, जो संपत्तियों का लेखा-जोखा रखता है. इसके अलावा इसमें मुस्लिम विधायक, मुस्लिम सांसद, मुस्लिम आइएएस अधिकारी, मुस्लिम टाउन प्लानर, मुस्लिम अधिवक्ता और मुस्लिम बुद्धिजीवी जैसे लोग शामिल होते हैं. वक्फ ट्रिब्यूनल में प्रशासनिक अधिकारी होते हैं. ट्रिब्यूनल में कौन शामिल होंगे, इसका फैसला राज्य सरकार करती है. अक्सर राज्य सरकारों की कोशिश यही होती है कि वक्त बोर्ड का गठन ज्यादा से ज्यादा मुस्लिमों से हो.

8. वक्फ बोर्ड पर क्या आरोप लग रहे?

मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोग खुद सवाल कर रहे हैं कि सरकार वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन क्यों नहीं कर रही है? बोर्ड में सिर्फ शक्तिशाली लोग ही शामिल हैं. भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए जा रहे हैं. पारदर्शिता के लिए व्यवस्था किए जाने की मांग की जा रही है. यूपी सरकार के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता मोहसिन रजा कहते हैं कि पूरे देश और समाज की मांग थी कि ऐसा कानून आना चाहिए. वक्फ बोर्ड ने 1995 के कानून का बहुत दुरुपयोग किया है. वक्फ बोर्डों ने निरंकुश होकर अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल किया है. अगर कोई संपत्ति गलत ढंग से वक्फ संपत्ति में दर्ज हो गई तो उसको कैसे निकाला जाएगा. वक्त बोर्ड कोई अदालत नहीं है जो फैसला करे कि वक्फ की संपत्ति कौन सी है और कौन सी नहीं है. निर्णय लेने का अधिकार हमारे अधिकारियों को है. यह संशोधन इसीलिए लाया जा रहा है कि अगर कोई शिकायत है तो उसकी सुनवाई हमारे अधिकारी करेंगे और अधिकारी बताएंगे कि वक्फ बोर्ड क्या कार्रवाई करे. अमूमन लोग अपनी शिकायत लेकर वक्फ बोर्ड जाते हैं तो उनको न्याय नहीं मिल पाता है. वक्फ बोर्ड अपनी निरंकुश शक्तियों से ऊपर उठकर काम कर रहे हैं. मोदी सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है, इससे तमाम लोगों को बहुत फायदा मिलेगा.

मोहसिन रजा कहते हैं कि वक्फ गरीब दबे कुचले मुसलमानों के लिए चैरिटी है लेकिन वक्फ बोर्ड कहता है कि हमारे पास कोई पैसा नहीं है. हमारी कोई आमदनी नहीं है. इनके पास करोड़ों की संपत्तियां हैं तो फिर वो संपत्तियां कहां हैं. इसी को लेकर यह संशोधन एक्ट लाया जा रहा है. कई बार कोई भी संपत्ति को सर्वे के आधार पर ही वक्फ में दर्ज हो जाती है, जब उसके वंशज अपने पूर्वजों की संपत्ति को लेने के लिए दौड़ते हैं लेकिन वक्फ कहता है कि हमने सर्वे रिपोर्ट पर वक्फ प्रॉपर्टी में दर्ज किया है, लेकिन उनके पास कोई दस्तावेज नहीं है. ना उनके पास वकफनामा होता है. ना ही वसीयतनामा. यह लोग अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर ऐसे तमाम संपत्तियों पर लोगों को परेशान करते हैं जिसको लेकर ही जनता के हित में संशोधन लाया जा रहा है.

बीजेपी नेता अजय आलोक कहते हैं कि वक्फ बोर्ड में सुधार की मांग नई नहीं है. यह पिछले 30-40 सालों से चली आ रही है. जो लोग यह मांग उठा रहे हैं और इससे प्रभावित हो रहे हैं, वे खुद मुसलमान हैं. वक्फ बोर्ड में सुधार की जरूरत है और उम्मीद है कि जब इसे पेश किया जाएगा तो समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और टीएमसी इसका (बिल) समर्थन करेंगे. 

9. विरोध में क्या दलीलें दी जा रही हैं?

हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी कहते हैं कि वक्फ एक्ट में ये संशोधन वक्फ संपत्तियों को छीनने के इरादे से किया जा रहा है. यह संविधान में दिए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार पर प्रहार है. आरएसएस की शुरू से ही वक्फ संपत्तियों को छीनने की मंशा रही है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा, हमारे पूर्वजों ने अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा दान कर दिया और उन्होंने इसे इस्लामी कानून के तहत वक्फ का बना दिया. जहां तक ​​वक्फ कानून का सवाल है, यह जरूरी है कि संपत्ति का उपयोग सिर्फ उन धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए किया जाना चाहिए, जिनके लिए इसे हमारे पूर्वजों ने दान किया था.

मौलाना फरंगी कहते हैं कि यह कानून है कि एक बार जब कोई संपत्ति वक्फ बन जाती है तो उसे ना तो बेचा जा सकता है और ना ही ट्रांसफर किया जा सकता है. जहां तक ​​संपत्तियों के प्रबंधन का सवाल है, हमारे पास पहले से ही वक्फ अधिनियम 1995 है और फिर 2013 में कुछ संशोधन किए गए थे और वर्तमान में हमें नहीं लगता कि इस वक्फ अधिनियम में किसी भी प्रकार के संशोधन की जरूरत है. यदि सरकार को लगता है कि संशोधन की कोई जरूरत है, तो पहले हितधारकों से सलाह-मशविरा करना चाहिए और उनकी राय लेनी चाहिए. सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि वक्फ संपत्तियों का लगभग 60% से 70% हिस्सा मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों के रूप में है.

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, सरकार की निगाह कहीं और है, निशाना कहीं और. किसी धर्म विशेष को टारगेट करना, विवादित मुद्दों को उठाना, असली मुद्दों पर चर्चा ना हो इसलिए केंद्र की मौजूदा सरकार ये तरीके अपनाती है. जदयू और टीडीपी बीजेपी के सहयोगी दल हैं. चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि ये क्या हो रहा है. देश अपने नियम और कानून से चलेगा, विपक्ष मजबूत है.

इतिहासकार और मुस्लिम विद्वान एस इरफान हबीब कहते हैं कि सवाल सरकार की नीयत पर है कि कहीं वो वक्फ की जमीनों को हड़पना तो नहीं चाहती. अगर कोई कानून आ रहा है तो अच्छे के लिए आना चाहिए. जैसे कि बात हो रही है कि महिलाओं को भी इसका हिस्सा होना चाहिए. 1954 में जब वक्फ बोर्ड बनाया गया था, तब उसकी नीयत अच्छी थी. लोग अपनी संपत्ति वक्फ के नाम करते थे, जिस पर मदरसे, इमामबाड़े बनते थे या दूसरे काम होते थे. लेकिन वहां भी बहुत गड़बड़ी हुई है. हमारे अपने मजहब के लोगों ने ही वक्फ की जमीनों में धांधली की है.

मौलाना सुफियान निजामी ने कहा, हमारे बुजुर्गों ने अपनी प्राइवेट प्रॉपर्टी को वक्फ को डोनेट किया ताकि उसका इस्तेमाल मुसलमानों की तरक्की के लिए हो सके. हमारे पास वक्फ एक्ट पहले से है, वक्फ बोर्ड का गठन इसीलिए हुआ ताकि वक्फ प्रॉपर्टी का सही से इंतजाम किया जा सके. मौलाना निजामी ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह वक्फ बोर्ड के हाथों को मजबूत करे. बोर्ड की प्रॉपर्टी पर जहां कब्जा है उसे खाली कराया जाए. अगर सरकारी कब्जा खाली नहीं कराया जा सकता है तो उस प्रॉपर्टी का किराया वक्फ बोर्ड में जमा हो. कानून किसी भी मसले का समाधान नहीं होता है. समाधान तब होता है, जब उस कानून का सही इंप्लीमेंटेशन हो. अगर वक्फ की कोई शिकायत सरकार के पास है, किसने बेचा है किसने खरीदा है और नाजायज तरीके से किया गया है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाए. मुसलमानों को कार्रवाई से ऐतराज नहीं होगा.

10. कब सदन के पटल पर रखा जाएगा संशोधन बिल?

सूत्रों के मुताबिक, वक्फ अधिनियम में संशोधन के लिए इस सप्ताह संसद में बिल पेश किया जा सकता है. संभावना यह भी है कि सरकार ये बिल 5 अगस्त को संसद में पास कराने के लिए ला सकती है. क्योंकि एनडीए सरकार में 5 अगस्त की तारीख विशेष महत्व रखती है. 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का बिल संसद पेश किया गया. 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया था.

 

क्या है वक्फ का मतलब 

वक्फ अरबी भाषा के वकुफा शब्द से बना है, जिसका अर्थ होता है ठहरना. वक्फ का मतलब है ट्रस्ट-जायदाद को जन-कल्याण के लिए समर्पित करना. इस्लाम में ये एक तरह का धर्मार्थ बंदोबस्त है. वक्फ उस जायदाद को कहते हैं, जो इस्लाम को मानने वाले दान करते हैं. ये चल-अचल दोनों तरह की हो सकती है. ये दौलत वक्फ बोर्ड के तहत आती है. 

कौन दे सकता है डोनेशन

कोई भी वयस्क मुस्लिम व्यक्ति अपने नाम की प्रॉपर्टी वक्फ के नाम कर सकता है. वैसे वक्फ एक स्वैच्छिक कार्रवाई है, जिसके लिए कोई जबर्दस्ती नहीं. इस्लाम में दान-धर्म के लिए एक और टर्म प्रचलित है, जकात. ये हैसियतमंद मुसलमानों के लिए अनिवार्य है. आमदनी से पूरे साल में जो बचत होती है, उसका 2.5 फीसदी हिस्सा किसी जरूरतमंद को दिया जाता है, जिसे जकात कहते हैं.

वक्फ बोर्ड कैसे बनता और काम करता है 

वक्फ के पास काफी संपत्ति है, जिसका रखरखाव ठीक से हो सके और धर्मार्थ ही काम आए, इसके लिए स्थानीय से लेकर बड़े स्तर पर कई बॉडीज हैं, जिन्हें वक्फ बोर्ड कहते हैं. तकरीबन हर स्टेट में सुन्नी और शिया वक्फ हैं. इनका काम उस संपत्ति की देखभाल, और उसकी आय का सही इस्तेमाल है. इस संपत्ति से गरीब और जरूरतमंदों की मदद करना, मस्जिद या अन्य धार्मिक संस्थान को बनाए रखना, शिक्षा की व्यवस्था करना और अन्य धर्म के कार्यों के लिए पैसे देने संबंधी चीजें शामिल हैं.

सेंटर ने वक्फ बोर्डों के साथ तालमेल के लिए सेंट्रल वक्फ काउंसिल बनाया हुआ है. वक्फ एसेट्स मैनेजमेंट सिस्टम ऑफ इंडिया के मुताबिक देश में कुल 30 वक्फ बोर्ड्स हैं. इनके हेडक्वार्टर ज्यादातर राजधानियों में हैं.

 

क्या है वक्फ कानून 

साल 1954 में नेहरू सरकार के समय वक्फ अधिनियम पारित किया गया, जिसके बाद इसका सेंट्रलाइजेशन हुआ. वक्फ एक्ट 1954 इस संपत्ति के रखरखाव का काम करता. इसके बाद से कई बार इसमें संशोधन होता गया.

कौन-कौन शामिल बोर्ड में 

बोर्ड में सर्वे कमिश्नर होता है, जो संपत्तियों का लेखा-जोखा रखता है. इसके अलावा इसमें मुस्लिम विधायक, मुस्लिम सांसद, मुस्लिम आइएएस अधिकारी, मुस्लिम टाउन प्लानर, मुस्लिम अधिवक्ता और मुस्लिम बुद्धिजीवी जैसे लोग शामिल होते हैं. वक्फ ट्रिब्यूनल में प्रशासनिक अधिकारी होते हैं. ट्रिब्यूनल में कौन शामिल होंगे, इसका फैसला राज्य सरकार करती है. अक्सर राज्य सरकारों की कोशिश यही होती है कि वक्त बोर्ड का गठन ज्यादा से ज्यादा मुस्लिमों से हो.

विवाद क्यों होता रहा 

आरोप है कि सरकार ने बोर्ड को असीमित ताकत दे दी. वक्फ संपत्तियों को विशेष दर्जा दिया गया है, जो किसी ट्रस्ट आदि से ऊपर है. वक्फ बोर्ड को अधिकार दिया गया है कि वह किसी भी संपत्ति के बारे में यह जांच कर सकता है कि वह वक्फ की संपत्ति है या नहीं. अगर बोर्ड किसी संपत्ति को अपना कहते हुए दावा कर दे तो इसके उलट साबित करना काफी मुश्किल हो सकता है. वक्फ एक्ट का सेक्शन 85 कहता है कि इसके फैसले को हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती नहीं दी जा सकती.

कई मामले आते रहे

कुछ समय पहले भाजपा के नेता हरनाथ सिंह ने आरोप लगाया था कि तमिलनाडु में वहां के स्टेट वक्फ बोर्ड ने तिरुचिरापल्ल जिले के एक पूरे गांव पर ही मालिकाना हक जता दिया था. महाराष्ट्र के सोलापुर में भी कुछ ऐसा केस आ चुका. उत्तर प्रदेश में भी वक्फ बोर्ड ने बड़े पैमाने पर संपत्तियों पर दावा जताया था, जिसके बाद योगी सरकार ने आदेश जारी कि वक्फ की सारी संपत्ति की जांच होगी. ये बात साल 2022 की है. लेकिन सर्वे के नतीजे सामने नहीं आ सके.

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Mon, 05 Aug 2024 14:15:43 +0530 admin
धारा 370 हटने के पांच साल, JK में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद, चप्पे&चप्पे पर कड़ा पहरा,अमरनाथ यात्रा एक दिन के लिए स्थगित https://aaj24x7live.com/1260 https://aaj24x7live.com/1260  श्रीनगर
 केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने की आज पांचवीं वर्षगांठ है। धारा 370 को निरस्त करने के पांच साल पूरे होने पर सोमवार को जम्मू के अखनूर इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। इस बीच अमरनाथ यात्रा को सुरक्षा कारणों के मद्देनजर एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के पांच साल पूरे होने और सुरक्षा कारणों से ये फैसला लिया गया है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अखनूर एलओसी इलाके में जगह-जगह चेकपोस्ट बनाई है और सुरक्षा बल के जवान गश्त कर रहे हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ-साथ अन्य सुरक्षा एजेंसियां ​​भी अलर्ट मोड पर हैं।

सुरक्षा बलों द्वारा वाहनों और दस्तावेजों की भी गहननता से जांच की जा रही है।

ज्ञात हो कि 5 अगस्त, 2019 को धारा 370 हटाई गई थी, जिससे जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा और राज्य का दर्जा भी खत्म हो गया था। साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था।

धारा 370 हटाने की पांचवीं वर्षगांठ के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में शहर से लेकर गांव तक कड़ी निगरानी की जा रही है ताकि पाकिस्तान से किसी भी तरह की घुसपैठ या अन्य घटनाओं को रोका जा सके।

दक्षिण जम्मू के पुलिस अधीक्षक अजय शर्मा ने कहा, "आतंकवादी गतिविधि को देखते हुए हम हमेशा सतर्क रहते हैं। चाहे वह 5 अगस्त हो या 15 अगस्त। हम अपनी सुरक्षा तैयारियों के बारे में सबकुछ नहीं बता सकते। लेकिन, हम सभी को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सुरक्षा के मामले में हम कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।"

उल्लेखनीय है कि हाल के महीनों में जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी हमलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। जिसमें कठुआ में सेना के काफिले पर हमला और डोडा और उधमपुर में मुठभेड़ की घटनाएं शामिल हैं।

बीते महीने जुलाई में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लोकसभा में जानकारी देते हुए बताया था कि इस साल 21 जुलाई तक 11 आतंकवाद से संबंधित घटनाओं और 24 मुठभेड़ों या आतंकवाद विरोधी अभियानों में नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों सहित कुल 28 लोग मारे गए हैं।

पिछले महीने, जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के मच्छल सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम के हमले को भारतीय सेना के जवानों ने नाकाम कर दिया था, जिसमें एक पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया था। इस हमले में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया, जबकि मेजर रैंक के एक अधिकारी समेत चार अन्य घायल हो गए थे।

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Mon, 05 Aug 2024 14:15:35 +0530 admin
नया कानून लाने की तैयारी में हिमंत सरकार, असम में पैदा हुए लोगों को ही मिलेगी सरकारी नौकरी https://aaj24x7live.com/1250 https://aaj24x7live.com/1250  नई दिल्ली

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा जल्द ही एक ऐसा कानून लाने की तैयारी में है जिसके तहत असम में पैदा हुए लोग ही राज्य की सरकारी नौकरी के लिए पात्र होंगे. सरमा ने कहा कि जल्द ही एक नई डोमिसाइल पॉलिसी पेश की जाएगी.उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले किए वादे के अनुसार दी गई 'एक लाख सरकारी नौकरियों' में असम के लोगों को प्राथमिकता मिली है, जो पूरी सूची प्रकाशित होने पर स्पष्ट होगी. उन्होंने कहा कि सरकार स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्द है.

कांग्रेस सरकार पर लगाया आरोप

सीएम हिमंत ने इस दौरान कांग्रेस पर आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में पुलिस विभाग में 30% नौकरियों में एक विशेष समुदाय को नियुक्ति दी गई थी. लेकिन जब हम एक लाख लोगों को नौकरी देंगे तो हम इसका पूरा डेटा पब्लिश करेंगे. वहीं, सरमा ने यह भी दावा किया कि लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं के कारण बीजेपी 2026 में राज्य में सत्ता में लौटेगी.

लव जिहाद पर होगी और सख्ती

हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य सरकार जल्दी ही 'लव जिहाद' से संबंधित मामलों में आजीवन कारावास का कानून लाने की तैयारी में है. प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में बोलते हुए उन्होंने कहा, 'हमने चुनाव के दौरान 'लव जिहाद' के बारे में बात की थी. हम जल्द ही एक कानून लाएंगे, जिसमें ऐसे मामलों में आजीवन कारावास की सजा होगी.' सरमा ने दावा किया कि लव जिहाद एक वास्तविक और गंभीर मुद्दा है, जिसमें जबरन धर्म परिवर्तन और धोखे से प्रेम संबंध बनाना शामिल है. बता दें कि यूपी विधानसभा ने भी लव जिहाद से जुड़े मामले में आजीवन कारावास की सजा तय की है.

वहीं, सीएम हिमंत ने कहा कि असम सरकार ने हिंदुओं और मुसलमानों के बीच जमीन की बिक्री के संबंध में भी फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार इसे रोक नहीं सकती, लेकिन खरीद-बिक्री से पहले मुख्यमंत्री की सहमति लेना जरूरी कर दिया गया है.

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Mon, 05 Aug 2024 13:15:43 +0530 admin
कर्नाटक के सीएम की कुर्सी खतरे में ? गवर्नर आज ले सकते हैं बड़ा फैसला https://aaj24x7live.com/1249 https://aaj24x7live.com/1249 बेंगलुरु

 कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को लेकर गवर्नर थावरचंद गहलोत आज एक फैसला ले सकते हैं। यह फैसला करप्शन के आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री पर मुकदमा चलाने को लेकर है। एक्टिविस्ट टीजे अब्राहम ने गवर्नर से रिक्वेस्ट की है कि सिद्धारमैया के ऊपर भ्रष्टाचार को लेकर मुकदमा चलाया जाए। वहीं, मंत्रिपरिषद ने गवर्नर से गुहार लगाई है कि ऐसा न किया जाए। विपक्षी भाजपा और जेडीएस भी मुकदमे के लिए दबाव बना रही है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के ऊपर मुडा में भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं। आरोप है कि मुख्यमंत्री ने मैसूर के आवासीय इलाके में गैरकानूनी ढंग से 14 प्लॉट हासिल किए।

सीएम सिद्धारमैया के ऊपर मुकदमा चलाने की मांग को लेकर विपक्ष ने मैसूर से बेंगलुरु के बीच हफ्ते भर के लिए पदयात्रा शुरू की है। वहीं, भाजपा के विरोध प्रदर्शन से लोगों का ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस छह दिनों की रैली कर रही है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसको लेकर राज्यपाल के ऊपर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि गवर्नर भाजपा के हाथ का खिलौना बनकर रह गए हैं। सीएम ने यह भी आरोप लगाया कि राज्यपाल एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने के मूड में है।

भाजपा-जेडीएस यात्रा के दूसरे दिन नेताओं ने मुख्यमंत्री पर हमले बोलने जारी रखे। वहीं, कांग्रेस नेताओं ने अपनी रैली के दौरान जेडीएस प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी पर हमले बोले। जेडीएस की रामनगर जिले में काफी पकड़ है। लोकसभा के लिए चुने जाने से पहले कुमारस्वामी ने चन्नापत्ना विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधि रहे हैं। कुमारस्वामी ने रविवार को भाजपा और जेडीएस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। साथ ही उनसे कहा कि वह कांग्रेस के वजूद को खत्म करने के लिए भाजपा के साथ काम करते रहेंगे और एनडीए को सत्ता में लाएंगे।

 

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Mon, 05 Aug 2024 13:15:36 +0530 admin
सुप्रीम कोर्ट से आम आदमी पार्टी को बहुत बड़ा झटका, LG ने सही किया https://aaj24x7live.com/1248 https://aaj24x7live.com/1248 नई दिल्ली

आम आदमी पार्टी (आप) को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में 10 एल्डरमैन को सरकार की सहमति लिए बिना नियुक्त किए जाने के एलजी वीके सक्सेना के फैसले को सर्वोच्च अदालत ने सही करार दिया है। देश की सबसे बड़ी अदालत ने इसमें कानून का उल्लंघन नहीं पाया। उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली सरकार की यह दलील खारिज कर दी कि एलजी ‘एल्डरमैन’ नामित करने के लिए मंत्री परिषद की सलाह मानने को बाध्य हैं।

जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने सोमवार को यह फैसला सुनाया। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली बेंच ने इस मामले की सुनवाई की थी। बेंच में जस्टिस जेबी पारदीवाला भी शामिल थे। फैसले सुनाते हुए जस्टिस नरसिम्हा ने कहा कि एल्डरमैन की नियुक्ति एलजी का वैधानिक कर्तव्य है और इसे पूरा करने में वह राज्य कैबिनेट की सलाह लेने को बाध्य नहीं हैं।

 

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Mon, 05 Aug 2024 13:15:29 +0530 admin
भारत में ऑर्गन ट्रांसप्लांट से जुड़ा सरकारी आंकड़ों के अनुसार, ट्रांसप्लांट कराने वालों में 10 प्रतिशत विदेशी https://aaj24x7live.com/1235 https://aaj24x7live.com/1235 नई दिल्ली
भारत में ऑर्गन ट्रांसप्लांट कराने वालों को लेकर नई जानकारी सामने आई है। सरकारी डेटा के अनुसार, देश में होने वाले लगभग हर 10 में से 1 अंग प्रत्यारोपण विदेशी लोगों का होता है। नैशनल ऑर्गेन एंड टिश्यू ट्रांस्पालांट ऑर्गेनाइजेशन ने बताया कि साल 2023 में भारत में कुल 18,378 ट्रांस्प्लांट हुए थे। इनमें से 42 लोगों को एक से ज्यादा अंग मिले। यानी कुल मिलाकर 18,336 लोगों ने अंग लिए। इनमें से 1,851 लोग (यानी लगभग 10%) विदेशी थे। विदेशी लोगों के अंग प्रत्यारोपण दिल्ली (1,445), राजस्थान (116), पश्चिम बंगाल (88), उत्तर प्रदेश (76), तेलंगाना (61), महाराष्ट्र (35), कर्नाटक (15), गुजरात (11), तमिलनाडु (3) और मणिपुर (1) में किए गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे ज्यादातर मरीज पड़ोसी देशों से आते हैं जहां अंग प्रत्यारोपण की अच्छी सुविधाएं नहीं हैं या अभी शुरूआती दौर में हैं, जैसे बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमार।

भारत में अंग प्रत्यारोपण कराने वाले ज़्यादातर विदेशी पड़ोसी देशों से आते हैं, लेकिन कुछ विकसित देशों जैसे अमेरिका और ब्रिटेन से भी आते हैं। ये लोग जीवित व्यक्ति से अंग लेना पसंद करते हैं क्योंकि भारत में इस प्रक्रिया की कीमत उनके देशों के मुकाबले दसवें हिस्से से भी कम होती है। लीवर ट्रांस्प्लांट सर्जन और मैक्स सेंटर फॉर लीवर एंड बिलियरी साइंसेज के चेयरमैन डॉक्टर सुभाष गुप्ता ने बताया कि उनके सेंटर में करीब 30 प्रतिशत मरीज विदेशी होते हैं।

समझिए पूरी प्रक्रिया
अंग प्रत्यारोपण में किसी जीवित या मृत व्यक्ति (दानदाता) से अंग निकालकर उसे जरूरतमंद मरीज (ग्राही) में लगाया जाता है। जो व्यक्ति अंग देता है उसे दानदाता कहते हैं और जो व्यक्ति अंग लेता है उसे ग्राही कहते हैं। एक जीवित व्यक्ति अपनी एक किडनी (क्योंकि एक किडनी शरीर के कामकाज के लिए काफी होती है), पैंक्रियास का एक हिस्सा (क्योंकि आधा पैंक्रियास पैंक्रियास के कामकाज के लिए पर्याप्त होता है) और लीवर का एक हिस्सा (क्योंकि दान किए गए कुछ हिस्से कुछ समय बाद फिर से बन जाते हैं) दान कर सकता है। दूसरी तरफ, एक मृत या ब्रेन डेड व्यक्ति कई अंग और टिश्यू दान कर सकता है, जैसे दिल, फेफड़े, लीवर, किडनी, आंतें और कॉर्निया।

मरने के बाद अंग दान मुश्किल
अंगदान के क्षेत्र में काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन मोहन फाउंडेशन की पल्लवी कुमार ने कहा कि भारत में मरने के बाद अंग दान दुर्लभ है और ऐसे दाताओं से निकाले गए अंग प्राप्त करने के लिए भारतीयों को वरीयता दी जाती है। उन्होंने कहा कि विदेशियों से जुड़े अधिकांश प्रत्यारोपण जीवित दाता प्रत्यारोपण हैं। NOTTO डेटा भी इसी रुझान को दर्शाता है। इसमें दिखाया गया है कि भारत में 2023 में हुए 1,851 विदेशी प्रत्यारोपणों में से केवल नौ में ही मृतक दाता से अंगदान शामिल था।

विदेशियों के लिए भी हैं सख्त नियम
विदेशियों के लिए जीवित दाता से अंग प्रत्यारोपण कराने के सख्त नियम हैं। प्रत्यारोपण की इजाजत देने से पहले कई स्तरों पर जांच की जाती है कि डोनर मरीज का खून का रिश्तेदार है या नहीं। यह बात लीवर प्रत्यारोपण सर्जन और मेदांता-द मेडिसिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर ट्रांसप्लांटेशन एंड रीजेनरेटिव मेडिसिन के चेयरमैन डॉक्टर एएस सोइन ने बताई। हाल ही में विदेशी नागरिकों के साथ अंग प्रत्यारोपण में व्यावसायिक लेन-देन की खबरें आई थीं, जिसके बाद केंद्र सरकार ने राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया कि वे सभी अंग प्राप्तकर्ताओं की एक राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) आईडी बनाएं, चाहे वह जीवित दाता से हो या मृतक दाता से अंग प्रत्यारोपण हो।

 

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Mon, 05 Aug 2024 10:15:20 +0530 admin
केदार घाटी आपदा : सोनप्रयाग में पैदल पुल बनाने में जुटी सेना, रेस्क्यू कार्यों में आएगी तेजी https://aaj24x7live.com/1234 https://aaj24x7live.com/1234 केदार घाटी आपदा : सोनप्रयाग में पैदल पुल बनाने में जुटी सेना, रेस्क्यू कार्यों में आएगी तेजी

सीएम धामी ने कहा, ‘केदारनाथ से 7000 से ज़्यादा को निकाला, फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना प्राथमिकता’

 सोनप्रयाग-गौरी कुंड के बीच वाशआउट एरिया में पैदल पुल बनाने का कार्य शुरू

देहरादून/शिमला
 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सोनप्रयाग में पुल निर्माण प्रारंभ हो गया है। जल्द ही चारधाम यात्रियों के लिए पुल बनकर तैयार होगा। आपदा प्रभावित राज्य उत्तराखंड में रेस्क्यू कार्यों में सेना ने मदद का हाथ बढ़ाया है। इससे रेस्क्यू कार्यों में तेजी आएगी। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए शासन-प्रशासन लगातार मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। रेस्क्यू कार्यों में तेजी लाने के लिए अब सेना की भी मदद ली जा रही है। रुद्रप्रयाग जनपद में तैनात छह ग्रेनेडियर यूनिट कर्नल हितेश वशिष्ठ के नेतृत्व में सेना रास्तों को पुनर्स्थापित करने और पुल बनाने के अलावा सर्च ऑपरेशन में मदद करेगी। प्राथमिकता के आधार पर पहले सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाशआउट हुए मार्ग पर पैदल पुल बनाया जा रहा है।जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे मौके पर इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

सीएम धामी ने कहा, ‘केदारनाथ से 7000 से ज़्यादा को निकाला, फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना प्राथमिकता’

 केदारनाथ में हुई अतिवृष्टि और लैंडस्लाइड की घटना के बाद वहां फंसे यात्रियों को निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में हजारों यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है जबकि अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है इसके साथ ही जो लोग फंसे हुए हैं उनके लिए खाने पीने का इंतजाम भी किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री का कहना है कि बारिश की वजह से हुए लैंडस्लाइड के कारण कई रास्ते टूटे हुए हैं कई घरों को नुकसान पहुंचा है और जो लोग फंसे हुए हैं प्राथमिकता के तौर पर उनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन भी तेजी से किया जा रहा है। अब तक 7 हजार से ज्यादा यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ मार्ग में जो यात्री फंसे हुए हैं उनके लिए खाने-पीने के राशन की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

हिमाचल में 37 दिनों में बादल फटने, फ़्लैश फ्लड औऱ भूस्खलन की 47 घटनाएं, 10 की मौत, 46 लापता

हिमाचल प्रदेश में इस बार भी मानसून तबाही मचा रहा है। पिछले साल की तरह इस साल भी मानसून ने प्रदेशवासियों को गहरे जख्म दिये हैं। राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार वर्षा का तांडव देखने को मिला है। बाढ़ व भूस्खलन ने परिवार के परिवार खत्म कर दिए हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के आंकड़े स्तब्ध करने वाले हैं।

परिचालन केंद्र की रिपोर्ट में मानसून सीजन के पिछले 37 दिनों में प्रदेश में फ़्लैश फ्लड, भूस्खलन व बादल फटने की 47 घटनाएं सामने आई हैं। राज्य के 22 स्थानों पर फ़्लैश फ्लड ने कहर बरपाया, 17 स्थानों पर भूस्खलन और आठ जगह बादल फटने से तबाही हुई। इनमें 10 लोगों की जान गई और 46 लापता हो गए। चार लोग घायल हैं।

आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार बादल फटने की अलग-अलग घटनाओं में 120 घर क्षतिग्रस्त हुए, जिनमें 64 घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए जबकि 37 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचाया। फ्लैश फ्लड ने 18 और भूस्खलन ने एक घर को धराशायी किया। फ्लैश फ्लड, भूस्खलन और बादल फटने से 14 दुकानें भी बह गईं। इससे 24 पशुशालाएँ भी ध्वस्त हुईं और 54 मवेशियों की जान गई।

बादल फटने की ज़्यादातर घटनाएं शिमला, मंडी और कुल्लू जिलों में सामने आईं। 31 जुलाई की रात इन तीन जिलों में बादल फटने से 10 लोग मारे गए और 45 लापता हैं। शिमला जिला के रामपुर उपमण्डल का समेज गांव बादल फटने से पूरी तरह तबाह हो गया। हादसे में 36 लोग लापता हैं।

शिमला के समेज में सर्च ऑपरेशन चौथे दिन जारी, लापता लोगों का नहीं मिला सुराग

शिमला के समेज में बादल फटने की घटना के बाद लापता 36 लोगों को ढूंढने का कार्य लगातार चौथे दिन जारी है। सर्च ऑपरेशन के तीसरे दिन भी लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया था। ऐसे में अब सर्च ऑपरेशन में लाइव डिटेक्टर डिवाइस और स्निफर डॉग की मदद ली जा रही है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ पुलिस, आईटीबीपी, होमगार्ड के जवान करीब 85 किलोमीटर एरिया में सर्च ऑपरेशन में जुटे हैं।

होमगार्ड कमांडेंट आरपी नेपटा ने बताया कि बीती शाम रिव्यू मीटिंग हुई है। जिसमें सभी रेस्क्यू दलों को अलग-अलग टास्क दिए गए हैं। बीते कल पुल बनाने में नदी पार करने में कुछ समय जरूर लगा लेकिन आज बैली ब्रिज बनाए जा रहे हैं। सर्च ऑपरेशन के चौथे दिन संभावना है कि अधिक से अधिक शवों को निकाल लिया जाएगा।

अगले चार दिन भारी वर्षा की चेतावनी, येलो अलर्ट

राज्य में पिछले 24 घण्टों के दौरान भारी बारिश में कमी आने से लोगों ने राहत की सांस ली है। बिलासपुर के बरठीं में 19 और कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला में 14 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है। इसके अलावा कांगड़ा व कुकुमसेरी में नौ-नौ और मनाली में छह मिलीमीटर वर्षा हुई। राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकांश हिस्सों में आज सुबह से बादल छाए हुए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आगामी 10 अगस्त तक राज्य में मौसम के खराब रहने का अनुमान जताया है। आठ अगस्त तक राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग ने लोगों व सैलानियों को नदी-नालों से दूरी बनाए रखने और भूस्खलन सम्भावित इलाकों की यात्रा न करने की हिदायत दी है।

 

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Mon, 05 Aug 2024 10:15:11 +0530 admin
घाटी के चेरवान कंगन इलाके में फटा बादल, श्रीनगर&कारगिल मार्ग बंद https://aaj24x7live.com/1213 https://aaj24x7live.com/1213 श्रीनगर

 देश के पहाड़ी राज्यों में हो रही भारी बारिश के कारण लगातार भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल रही है। जम्मू कश्मीर के चेरवान कंगन इलाके में भी बादल फटने के बाद श्रीनगर-कारगिल मार्ग बंद हो गया है।

जानकारी के अनुसार, जम्मू कश्मीर के चेरवान कंगन क्षेत्र में रविवार सुबह बादल फटा। बादल फटने के कारण अचानक बाढ़ आ गई। जिसके चलते श्रीनगर-कारगिल मार्ग बंद हो गया। यही नहीं, बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस आया है और मकानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। कई वाहन मलबे में फंस गए हैं।

इस बीच प्रशासन ने बादल फटने के बाद इस रूट में यात्रा करने वालों के लिए निर्देश जारी किए हैं। प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे श्रीनगर-कारगिल मार्ग के खुलने तक वहां से यात्रा करने से बचें।

ज्ञात हो कि 1 अगस्त को हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बादल फटने की घटनाएं हुई थीं। हिमाचल के मंडी, रामपुर, कुल्लू समेत कई क्षेत्रों में बादल फटा था। इसके कारण कई घर तबाह हो गए थे और कई लोगों की मौत भी हो गई थी।

इसके अलावा उत्तराखंड में भी भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं के कारण काफी नुकसान हुआ है।

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Sun, 04 Aug 2024 20:15:33 +0530 admin
अमरनाथ यात्रा में 36 दिनों में 4.90 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन https://aaj24x7live.com/1198 https://aaj24x7live.com/1198 श्रीनगर

श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने बताया कि पिछले 36 दिनों में 4.90 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा के दर्शन किए हैं। रविवार को 1,112 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना हुआ। 1,112 श्रद्धालुओं का जत्था भगवती नगर यात्री निवास से दो सुरक्षा काफिलों में घाटी के लिए रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया, “इनमें से 11 वाहनों का पहला काफिला 204 यात्रियों को लेकर उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ, जबकि 39 वाहनों का दूसरा काफिला 908 तीर्थयात्रियों को लेकर दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ।

सुबह गंदेरबल जिले के काव चेरवान गांव में श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर बादल फटने से श्रीनगर से बालटाल बेस कैंप जाने वाला रास्ता अवरुद्ध हो गया।अधिकारियों ने बताया कि मलबा हटाने का काम चल रहा है और जब तक यात्रियों का काफिला गंदेरबल जिले में पहुंचेगा, तब तक बालटाल बेस कैंप और आगे लद्दाख क्षेत्र तक राजमार्ग बहाल हो जाएगा। जम्मू से लेकर दोनों बेस कैंपों तक 350 किलोमीटर से अधिक लंबे मार्ग पर पुलिस और सीएपीएफ सहित बड़ी संख्या में सुरक्षा बल चौबीसों घंटे ड्यूटी कर रहे हैं, ताकि तीर्थयात्रियों के लिए मार्ग सुरक्षित हो सके। इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रांजिट कैंप, बेस कैंप और गुफा मंदिर में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।

स्थानीय लोग यह सुनिश्चित करने में पीछे नहीं हैं कि यात्रियों को पहाड़ी यात्रा को आसानी से करने में सहायता मिले। स्थानीय लोग तीर्थयात्रियों के लिए टट्टू उपलब्ध कराते हैं और अक्सर कमजोर और अशक्त भक्तों को अपनी पीठ पर ढोकर गुफा मंदिर ले जाते हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारी पेशेवर दक्षता के साथ यात्रा के मामलों का प्रबंधन कर रहे हैं। इन सभी ने मिलकर इस वर्ष हिमालय के सबसे कठिन और जोखिम भरे पहाड़ी इलाकों से होकर गुफा मंदिर की सुरक्षित, सुचारू और परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा सुनिश्चित की है।

गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना ​​है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है। यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। भक्त पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग या उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुँचते हैं। पहलगाम-गुफा मंदिर की धुरी 48 किलोमीटर लंबी है और तीर्थयात्रियों को मंदिर तक पहुँचने में 4-5 दिन लगते हैं। बालटाल-गुफा मंदिर की धुरी 14 किलोमीटर लंबी है और तीर्थयात्रियों को ‘दर्शन’ करने और बेस कैंप पर लौटने में एक दिन लगता है। उत्तर कश्मीर मार्ग पर बालटाल और दक्षिण कश्मीर मार्ग पर चंदनवारी दोनों जगहों पर तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएँ भी उपलब्ध हैं। इस वर्ष की यात्रा 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन त्योहारों के साथ समाप्त होगी।

 

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Sun, 04 Aug 2024 18:30:27 +0530 admin
बस में हनुमानजी के स्टिकर से मुस्लिम युवक ने की आपत्ति, फिर यूं घिरी कांग्रेस https://aaj24x7live.com/1191 https://aaj24x7live.com/1191 बेंगलुरु
कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में भगवान हनुमान के नाम पर घमासान हो गया था। अब एक बार फिर भगवान हनुमान को लेकर विवाद शुरू हो गया है। विवाद महज बस में लगे एक हनुमान जी के स्टिकर से शुरू हुआ, जिसके बाद यह सियासी हो गया है। एक मुस्लिम नेता ने सरकारी बस में लगे भगवान हनुमान के स्टिकर को लेकर शिकायत की। उसने इसे लेकर आपत्ति जताई कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इस तरह से हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर नहीं लगाई जा सकती। युवक की शिकायत पर ट्रांसपोर्ट विभाग ने भी कार्रवाई करने को कहा है। इधर अब कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगना शुरू हो गया है। यातायात विभाग ने कहा कि सरकारी बस में बजरंगबली की फोटो किसने, कब और कैसे लगाई इसकी जांच होगी।

कर्नाटक की इस सरकारी बस का नंबर KA-10 F-0455 है। इसकी तस्वीर खींचकर मुस्लिम युवक ने एक्स पर पोस्ट डाला। तस्वीर में बस के रजिस्ट्रेशन का नंबर दिख रहा है और इसके पीछे शीशे पर किनारे एक छोटी सी भगवान हनुमान की तस्वीर लगी है।

युवक ने की कार्रवाई की मांग

युवक ने लिखा, 'मैंने इस बस को चिकमगलूर बस स्टैंड में देखा, बस के पीछे की ओर एक धार्मिक तस्वीर है। क्या सरकारी बसों में कोई धार्मिक तस्वीर लगाना ठीक है? कृपया चालक और संचालक पर कार्रवाई करें।'

विभाग ने दिया यह जवाब

युवक ने इस पोस्ट के साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को टैग किया। डिपार्टमेंट ने इस पर उत्तर दिया कि आपकी पोस्ट के लिए धन्यवाद, हम आगे की जांच के लिए संबंधित डिपो को भेज रहे हैं।

कौन है आरिफ अरवाह

इस मुस्लिम युवक का नाम आरिफ अरवाह है। उसने यह शिकायती पोस्ट 31 जुलाई को की। आरिफ चिकमगलूर का रहने वाला है। वह खुद को विधानसभा क्षेत्र में SDPI (Social Democratic Party of India) का महासचिव बताता है। हालांकि यह संगठन PFI का छात्र संगठन है, जिसे केंद्र सरकार बैन कर चुकी है।

कांग्रेस सरकार निशाने पर आई

इधर पोस्ट पर जवाब देना ट्रांसपोर्ट विभाग पर भारी पड़ गया। नेटिजन्स ने कांग्रेस की सरकार को निशाने पर लिया और उन्हें हिंदू विरोधी बताया। एक यूजर ने लिखा कि कार्रवाई कांग्रेस सरकार के इशारे पर हो रही है। सरकार हिंदू विरोधी है, वर्ना विभाग इस तरह की यूजर की पोस्ट पर जवाब नहीं देता।

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Sun, 04 Aug 2024 17:15:29 +0530 admin
ईपीएफओ ने जारी की नई गाइडलाइन, प्रोफाइल अपडेट को लेकर किया बड़ा बदलाव https://aaj24x7live.com/1190 https://aaj24x7live.com/1190 नई दिल्ली

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने कर्मचारियों के पीएफ खाते को लेकर नया नियम लागू किया है। यह बदलाव सभी पीएफ अकाउंट होल्डर्स के लिए है। EPFO ने खाते में डिटेल्स को करेक्शन करने और अपडेट करने के लिए नए नियम पेस किए हैं।

ईपीएफओ ने नाम, जन्म तिथि को सही करने के लिए गाइडलाइन जारी किया है, जिसके तहत कर्मचारियों के प्रोफाइट को अपडेट करने के लिए SOP वर्जन 3.9 को मंजूर किया गया है। नए नियम के बाद यूएएन प्रोफाइनल में अपडेट के लिए डॉक्यूमेंट्स देने होंगे। वहीं, डिक्लेयरेशन देकर अप्लाई कर सकते हैं।

EPFO के अनुसार, कई गलतियों को सुधारने में बड़ी कठिनाइयां होती है। डेटा अपडेट नहीं होने के कारण ऐसा होता है। इस लिए गाइडलाइन पेश की गई है। नए निर्देश के तहत EPFO ने प्रोफाइल में होने वाले बदलावों को मेजर और माइनर कैटेगरी में डिवाइड किया है। माइनर बदलावों में कम से कम दो दस्तेवाज देने होंगे। वहीं बड़े सुधार के लिए कम से कम तीन डॉक्टूमेंट्स सबमिट करने होंगे।

ईपीएफ मेंबर्स के पास ई-सर्विस पोर्टल के जरिए सुधार के लिए संयुक्त डिक्लेयरेशन पेश करने का ऑप्शन है। सुधार सिर्फ नियोक्या की ओर से मैनेज किए जा रहे खाते से संबंधित डेटा में किए जा सकते हैं।

कंपनियां पिछले या अन्य संस्थान के ईपीएफ अकाउंट में बदलाव नहीं कर सकती है। वहीं, अब ईपीएफ दावों की प्रकिया आसान हो गई है। अगर केवाईसी में बैंक दर्ज है तो ऑनलाइन दावे के साथ बैंक पासबुक और चेक अपलोड करने की जरूरत नहीं है।

 

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Sun, 04 Aug 2024 17:15:23 +0530 admin
विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन पर खड़ी कोरबा एक्सप्रेस की 4 बोगियों में लगी भीषण आग https://aaj24x7live.com/1163 https://aaj24x7live.com/1163 विशाखापट्टनम

छत्तीसगढ़ के कोरबा से विशाखापट्टनम पहुंची कोरबा एक्सप्रेस (18517) ट्रेन की बोगियों में रविवार को अचानक से भीषण आग लग गई. यह ट्रेन कोरबा से तिरुमाला जा रही थी. जब ट्रेन स्टेशन पर रूकी तो इसी दौरान इसमें अचानक से आग लग गई. आग लगने की यह घटना स्टेशन के चौथे नंबर के प्लेटफॉर्म पर हुई.

इस दौरान तीन एसी बोगियां पूरी तरह जल गई हैं. हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आग लगने की यह घटना सुबह करीब 10 बजे हुई.

रेलवे अधिकारियों ने शुरू में पाया कि यह दुर्घटना B7 बोगी के शौचालय में शॉर्ट सर्किट के कारण हुई. नतीजतन, B7 बोगी पूरी तरह जल गई, जबकि B6 और M1 बोगियां आंशिक रूप से जल गईं हैं,. गनीमत यह रही कि घटना के समय ट्रेन में कोई यात्री नहीं था, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई. रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं और आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटे हुए हैं.

सवारियां उतरकर जा चुकी थीं। इस वजह से जानी नुकसान होने से बच गया, लेकिन ट्रेन को काफी नुकसान पहुंचा। ट्रेन में अग्निकांड की जानकारी मिलते ही GRP, शहरी पुलिस और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। आग लगने के कारण तलाशने और जांच करने के आदेश जारी हो गए हैं। प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।

कोरबा एक्सप्रेस के B-7 कोच में आग लगी और यह आसपास की B5, M7 समेत चार बोगियों में भी फैल गई। बताया जाता है कि शॉर्ट सर्किट के कारण B-7 कोच के शौचालय में आग लगी और यह अन्य बोगियों तक जा फैली।

आग लगते ही स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। यात्री ट्रेन से नीचे उतर गये।

सूचना पर पहुंची दमकल की टीम कोरबा एक्सप्रेस में लगी आग पर काबू पाने में जुट गई। घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग के कारणों का पता लगाया जा रहा है।

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Sun, 04 Aug 2024 13:30:14 +0530 admin
तिहाड़ जेल में इंस्टाग्राम चला रहा और फोटो भी डाल रहा कुख्यात गैंगस्टर https://aaj24x7live.com/1162 https://aaj24x7live.com/1162 नई दिल्ली

दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर नवीन बाली मोबाइल फोन पर इंस्टाग्राम चलाया जा रहा है। वह जेल से कई बार अपनी फोटो इंस्टाग्राम पर भी अपलोड कर चुका है। इसे लेकर हरियाणा के खुफिया विभाग ने तिहाड़ जेल के महानिदेशक और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजकर जानकारी दी है।

पुलिस कमिश्नर की ओर से स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। जेल में बंद नवीन बाली पर हत्या, जबरन उगाही, हत्या प्रयास और लूट समेत अन्य मामले दर्ज हैं। वह नीरज बवाना गैंग का अहम सदस्य है। वह कई वारदातों में नीरज का साथी रहा है। वर्ष 2021 में रोहिणी कोर्ट में हुई जितेन्द्र गोगी की हत्या में भी पुलिस ने नवीन बाली को आरोपी बनाया है।

बीते दिनों हरियाणा पुलिस विभिन्न बदमाशों के सोशल मीडिया अकाउंट खंगाल रही थी। इस दौरान पता चला कि नवीन बाली के इंस्टाग्राम अकाउंट पर जेल की तस्वीर डाली गई है। इसे लेकर हरियाणा के गुप्तचर विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक अशोक मित्तल की ओर से तिहाड़ जेल के महानिदेशक सतीश गोलचा और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा गया है।

पत्र में बताया गया है कि मई और जून में तीन बार फोटो अपलोड की है। आखिरी बार 8 जुलाई को उसने इंस्टाग्राम पर जेल से फोटो अपलोड की है।

जेल के बाहर बदमाशों के गुर्गे भी अपलोड कर रहे

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में कई कुख्यात बदमाश अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर फोटो-वीडियो अपलोड करते हैं, लेकिन यह फोटो-वीडियो जेल से नहीं, बल्कि बाहर मौजूद उनके गुर्गों द्वारा अपलोड किए जाते हैं। वह अदालत में पेशी के दौरान बदमाशों की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर अपलोड करते हैं, लेकिन इस मामले में जेल से ही फोटो डाली जा रही हैं।

 

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Sun, 04 Aug 2024 13:30:07 +0530 admin
सचिन वाझे ने अनिल देशमुख और जयंत पाटिल पर रंगदारी वसूलने का आरोप लगाया https://aaj24x7live.com/1151 https://aaj24x7live.com/1151 मुंबई
निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और राकांपा (एसपी) के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल पर रंगदारी वसूलने का आरोप लगाया है। सचिन वाझे ने कहा कि रंगदारी वसूली का पैसा वह खुद अनिल देशमुख और जयंत पाटिल के पीए तक पहुंचाता था। वाझे ने यह भी कहा कि अगर सरकार इस मामले का नार्को टेस्ट करवाती है तो वह इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।

सचिन वाझे ने ये बातें मीडिया के साथ उस वक्त साझा कीं, जब उसे जेजे अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए लाया गया। इसके बाद इसे लेकर राजनीति गर्मा गई है। पूर्व रेल राज्य मंत्री राव साहेब दानवे ने कहा कि इस मामले की छानबीन की जानी चाहिए कि आखिर वसूली का पैसा कहां-कहां तक पहुंचा है। यह कोई सामान्य बात नहीं है। वाझे के आरोप गंभीर हैं।

पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि इससे पहले वाझे ने 100 करोड़ की वसूली का आरोप लगाया था। उस समय कोर्ट ने कहा था कि आरोपित के वक्तव्य पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। अनिल देशमुख ने कहा कि सचिन वाझे से गृहमंत्री फडणवीस झूठा बयान दिलवा रहे हैं और यह सब फडणवीस की ही नई चाल है।

शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राऊत ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने राज्य की राजनीति को निचले स्तर पर ला दिया है। कल मैं भी जेल में बंद कई आरोपितों को खड़ा कर कहवा सकता हूं कि देवेंद्र फडणवीस ने उनसे वसूली करवाई और पैसे लिये। इसलिए सचिन वाझे के आरोपों का कोई महत्व नहीं है। संजय राऊत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को करारा झटका लगा है, इसलिए भाजपा अब क्रिमिनल्स का सहारा विधानसभा चुनाव के लिए ले रही है।

उल्लेखनीय है कि सचिन वाझे को उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित अंटिलिया बंगले के पास जिलेटिन बम रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और उस पर एक व्यापारी की हत्या का भी आरोप है। इस मामले में तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की रंगदारी वसूलने का आदेश देने का आरोप लगाया था। इसी आरोप के बाद अनिल देशमुख ने गृहमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद इस आरोप की छानबीन मुंबई पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने किया था।

परमवीर सिंह ने जांच एजेंसियों को बताया था कि उनके पास कोई सबूत नहीं हैं, उन्होंने सुनी सुनाई बात के आधार पर आरोप लगाया था। जब मामले की छानबीन चल रही थी, उस समय जेल में बंद सचिन वाझे ने भी मुंबई के होटलों से 100 करोड़ रुपये की रंगदारी वसूलकर अनिल देशमुख के पीए को देने का आरोप लगाया था। हालांकि, कोर्ट ने उनके आरोपों को मानने से मना कर दिया था। अनिल देशमुख को जमानत मिल गई है।

पिछले सप्ताह अनिल देशमुख ने कहा था कि जब वे जेल में थे, उस समय गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने समित कदम नामक व्यक्ति को भेजकर उन्हें कहा था कि वे उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अजीत पवार और पार्थ पवार पर झूठा आरोप लगाएं, जिससे इन सबको गिरफ्तार किया जाए। इसके बाद उन्हें ईडी छोड़ देगा। अनिल देशमुख ने कहा कि मैंने ऐसा नहीं किया, इसलिए ईडी की कार्रवाई की गई थी। अनिल देशमुख के इस वक्तव्य के एक सप्ताह बाद सचिन वाझे ने अपना पुराना आरोप फिर से नए तरीके से लगाते हुए देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा है। हालांकि, इस पत्र पर गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

 

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Sun, 04 Aug 2024 11:15:34 +0530 admin
खरीफ फसलों का बुआई क्षेत्र चालू सीजन में 3 प्रतिशत बढ़ा, देश में सामान्य से अच्छा मानसून https://aaj24x7live.com/1150 https://aaj24x7live.com/1150 नई दिल्ली
 भारत में इस वर्ष खरीफ फसलों का बुआई क्षेत्र 3 प्रतिशत बढ़कर 904.60 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 879.22 लाख हेक्टेयर था। कृषि मंत्रालय की ओर से एकीकृत किए गए डेटा से यह जानकारी मिली है।

धान, दलहन, तिलहन, बाजरा, और गन्ना जैसी मुख्य फसलों की बुआई में बढ़त देखने को मिली है। इसकी वजह देश में सामान्य से अच्छा मानसून होना है।

कृषि क्षेत्र में आगे और बढ़त देखने को मिल सकती है। इसकी वजह आम बजट 2024-25 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से कृषि और उससे जुड़े क्षेत्र में उत्पादन बढ़ने और लचीलापन लाने के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित करना है।

कृषि क्षेत्र में उत्पादकता और लचीलापन बढ़ाने के लिए किए गए ऐलानों में तिलहन में आत्मनिर्भरता और सब्जी उगाने के लिए बड़े स्तर का क्लस्टर आदि शामिल है।

सीतारमण ने कहा कि सरकार की रणनीति सरसों, मूंगफली, तिल, सोयाबीन, और सूरजमुखी जैसे तिलहन में आत्मनिर्भरता हासिल करना है। सरकार इनके उत्पादन, भंडारण और विपणन को मजबूत करेगी।

वित्त मंत्री की ओर से आगे कहा गया है कि बड़े स्तर पर सब्जी उत्पादन के क्लस्टर ऐसे स्थानों पर बनाए जाएंगे, जहां खपत काफी ज्यादा है।

सरकार उत्पादों के संग्रहण, भंडारण और विपणन सहित सब्जी आपूर्ति श्रृंखलाओं के लिए किसान-उत्पादक संगठनों, सहकारी समितियों और स्टार्टअप को बढ़ावा देगी।

सरकार की ओर से सभी बड़ी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू किया गया है, जिससे किसानों को उनकी फसल की लागत पर कम से कम 50 प्रतिशत मार्जिन मिल सके।

 

 

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Sun, 04 Aug 2024 11:15:26 +0530 admin
पूजा निकली झूठ की फैक्ट्री, कभी दृष्टिबाधित तो कभी बनी मानसिक रोगी https://aaj24x7live.com/1149 https://aaj24x7live.com/1149 नई दिल्ली
आईएएस की नौकरी गंवा चुकी पूजा खेडकर इन दिनों सुर्खियों में हैं। उनके फर्जीवाड़ों की पूरी फेहरिस्त सामने आ गई थी। सोशल मीडिया पर भी उनकी काफी आलोचना होती रहती है। उनके फर्जी दस्तावेजों के बारे में जब लोगों को पता चला, तब तो लोग और भी ज्यादा भड़क गए। अब सोशल मीडिया पर उनके द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की लिस्ट वायरल हो रही है, जिसमें बताया गया है कि उन्होंने किस-किस साल में यूपीएससी एग्जाम अटेम्प्ट किए थे, और उसमें क्या घपलेबाजी की थी।

यूजर प्रशांत सिंह ने हाल ही में एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें पूजा खेडकर के काले कारनामों की लिस्ट है। कभी वो दृष्टिबाधित बनीं, तो कभी उन्होंने मानसिक रोगी का सर्टिफिकेट लगाया। फिर माता-पिता के नामों में भी फेरबदल किया। अपने नाम में भी कई तरह के बदलाव किए। ये फोटो शेयर करते हुए प्रशांत ने लिखा- ‘एक ओलंपिक्स गोल्ड तो पूजा खेडकर को भी मिलना चाहिए। क्या गजब और कंसिस्टेंट परफॉर्मेंस है!’ दरअसल, पूजा ने जितनी बार भी यूपीएससी की परीक्षा दी, उसमें उन्होंने फर्जी दस्तावेज लगाए, जिससे उन्हें कुछ रियायत मिल जाए। इस लिस्ट को देखकर आपको समझ आएगा कि यूपीएसी ने उन्हें क्यों घेरे में लिया।

इस ट्वीट पर कुछ लोगों ने कमेंट किया है। एक ने सवाल किया कि आखिर अब जाकर यूपीएससी को कैसे पता चला कि उसने घपलेबाजी की है? वहीं एक ने कहा- ‘इसे ITUS अवॉर्ड देना चाहिए!’ अगर आप इस कमेंट का अर्थ नहीं समझ पाए, तो बता दें कि अक्षय कुमार, परेश रावल और सुनील शेट्टी की फिल्म फिर हेरा फेरी में अक्षय कुमार एक सीन में बोलते हैं कि उनके पास एक डिग्री है, जिसका नाम है आईटस। जब बिपाशा बासु उस डिग्री का फुल फॉर्म पूछती हैं, तो सुनील शेट्टी तपाक से बोलते हैं- ‘इसकी टोपी उसके सर दरअसल, सुनील, अक्षय के घपलेबाजी करने के स्वभाव पर व्यंग्य करने के लिए ऐसा बोलते हैं। इसी से जोड़ते हुए ट्विटर पर भी यूजर ने पूजा खेडकर को ये अवॉर्ड देने की बात कही।

 

 

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Sun, 04 Aug 2024 11:15:19 +0530 admin
12,121 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में से सबसे ज्यादा राजस्थान में : केंद्र सरकार https://aaj24x7live.com/1148 https://aaj24x7live.com/1148 नई दिल्ली
आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने संसद भवन में एक सवाल का जवाब देते हुए पूरे देश में संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर (आयुष) के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पूरे देश में इस समय आयुष्मान भारत योजना के तहत लगभग 12,121 आयुष स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र (एएचडब्ल्यूसी) चल रहे हैं। जिनका नाम बदलकर अब आयुष्मान आरोग्य मंदिर (आयुष) कर दिया गया है। उन्होंने बताया, “12,121 आयुष स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र (एएचडब्ल्यूसी) पूरे देश में काम कर रहे हैं। इन एएचडब्ल्यूसी में सबसे ज्यादा राजस्थान में चल रहे हैं।

मंत्री ने एक लिखित उत्तर में कहा, देश में मौजूदा आयुष औषधालयों और उप-स्वास्थ्य केंद्रों की कुल 12,500 इकाइयां हैं, जिन्हें केंद्र प्रायोजित राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) योजना के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के रूप में उन्नत करने की मंजूरी दी गई है।

इस समय राजस्थान में सबसे ज्यादा 2,019 आयुष्मान आरोग्य मंदिर कार्य कर रहे हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 1,034, मध्य प्रदेश 800, हिमाचल प्रदेश 740 और केरल 700 आयुष्मान आरोग्य मंदिर चल रहे हैं।

केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव में सबसे कम केवल एक-एक ही आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित है। इसके अलावा दिल्ली और लद्दाख में एक भी आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित नहीं है।

उन्होंने आगे बताया कि सबसे कम आयुष्मान आरोग्य मंदिरों वाले राज्यों में पुडुचेरी (4), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (6) और लक्षद्वीप (7) शामिल हैं।

बता दें, कुछ दिन पहले आयुष मंत्रालय ने कहा था कि वह इस साल सितंबर तक 1,000 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) के तहत प्रवेश स्तर प्रमाणन प्रक्रिया शुरू कर रहा है। इसमे अब तक 750 आरोग्य मंदिरों को प्रमाणित किया जा चुका है।

स्वास्थ मंत्रालय के अनुसार एनएबीएच आयुष एंट्री लेवल सर्टिफिकेशन (एईएलसी) लॉन्च करने के लिए देश में सरकार के स्तर पर क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) के साथ साझेदारी की गई है।

यह इस साल जून से सितंबर तक देश भर में 10,000 चिकित्सा शिविरों का भी आयोजन कर रहा है। यह शिविर देश की बुजुर्ग आबादी की विशिष्ट स्वास्थ्य देखभाल संबंधी आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करेगा।

इसके साथ ही स्वास्थ राज्य मंत्री ने संसद में अपने लिखित जवाब में बताया कि विगत शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में देश में रिकार्ड 541 आयुर्वेद, 58 यूनानी, 17 सिद्ध और 277 होम्योपैथी कॉलेज या शैक्षणिक संस्थान स्थापित किए गए हैं। यह देश में 2014 के बाद सबसे बड़े कालेजों की स्थापना है।

2014 के बाद से स्नातक (यूजी) में 32,256, आयुर्वेद 32,256, (पीजी) पाठ्यक्रमों में 7,799 सीटों की संख्या में भी वृद्धि की गई है।

 

 

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Sun, 04 Aug 2024 11:15:11 +0530 admin
सिंचाई परियोजनाओं में देरी से तेलंगाना सरकार पर एक लाख करोड़ रुपये का बोझ बढ़ा: कैग https://aaj24x7live.com/1144 https://aaj24x7live.com/1144 हैदराबाद
 तेलंगाना में 1983 से 2018 के बीच शुरू हुई 20 सिंचाई परियोजनाओं की लागत मार्च 2023 तक एक लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये हो गई जिसका कारण इनके क्रियान्वयन में विलंब होना है। भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

 राज्य विधानसभा में रखी गई कैग रिपोर्ट (2022-23 के लिए) के अनुसार, परियोजनाओं के पूरा न होने से राज्य आर्थिक विकास के अपेक्षित लाभ से वंचित हो रहा है और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण में निवेश से मिलने वाले लाभ की कोई गारंटी नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि राज्य सरकार ने किसी भी सिंचाई परियोजना के वित्तीय परिणामों को सामने नहीं रखा है।

कैग ने कहा, ‘‘वर्ष 2023 तक पूरी होने वाली 20 सिंचाई परियोजनाएं (1983 से 2018 के बीच शुरू) अधूरी हैं। इन परियोजनाओं की मूल लागत 1,02,388 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,06,977 करोड़ रुपये हो गई है, यानी विलंब की वजह से लागत में 1,04,589 करोड़ रुपये (102 प्रतिशत) की वृद्धि हुई है।’

मार्च 2023 तक इन परियोजनाओं पर 1,73,564 करोड़ रुपये का व्यय हुआ। रिपोर्ट में कहा गया कि सरकार पर 13 अधूरी सिंचाई परियोजनाओं के संबंध में 8,971 करोड़ रुपये की देनदारी है।

कैग रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘इन परियोजनाओं/निर्माण के पूरा होने में अत्यधिक देरी से न केवल सरकार पर वित्तीय बोझ साल दर साल बढ़ता जा रहा है, बल्कि जनता को अपेक्षित लाभ से भी वंचित होना पड़ रहा है।’’

 

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Sun, 04 Aug 2024 09:30:08 +0530 admin
हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से अब तक 50 लोगों की मौत, कई लोग लापता https://aaj24x7live.com/1133 https://aaj24x7live.com/1133 हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से बड़ी तबाही हुई है। कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है। कई लोगों के लापता होने की खबर है। इन लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस बीच प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि इस घटना में करीब 50 लोगों के मारे जाने की आशंका है। उन्होंने कहा, आधिकारिक संख्या की घोषणा रेसक्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद ही की जा सकती है।

बुधवार रात हिमाचल के कुल्लू, मंडी और शिमला में बादल फटने से बाढ़ आ गई जिसमें लोगों को काफी नुकसान हुआ। बाढ़ इतनी भीषण थी कि हिमाचल का समेज नाम का एक गांव पूरा बह गया। आधिकारिक तौर पर इस घटना में अब तक 8 लोगों के मारे जाने की खबर है लेकिन अब हिमाचल के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दावा है कि इसमें 50 लोगों के मारे जाने की आशंका है। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा,  इस समय सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता शवों को निकालना और राज्य के बाढ़ प्रभावित हिस्सों में कनेक्टिविटी बहाल करना है।

लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्कयू ऑपरेशन जारी
उधर बाढ़ में लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), राज्य आपदा मोचन बल(एसडीआरएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), पुलिस और होमगार्ड की टीम के कुल 410 बचावकर्मी ड्रोन की मदद से खोज अभियान में शामिल हैं।

विक्रमादित्य सिंह ने कहा, सरकार ने प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत के रूप में 50,000 रुपये देने की घोषणा की है और भविष्य में उन्हें और अधिक मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने बताया, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह से भी बात की है। हमें केंद्र से भी समर्थन मिलना चाहिए और हम सरकार से भी यही मांग कर रहे हैं।

विक्रमादित्य सिंह ने आगे कहा, बादल फटने की घटना 2-3 दिन पहले श्रीखंड पर्वत की चोटी पर हुई थी। इसके कारण रामपुर और कुल्लू के इलाकों में भारी तबाही हुई है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी इलाके का दौरा किया और जायजा लिया। हमने कई स्थानों पर बेली ब्रिज स्थापित करना शुरू कर दिया है। प्रशासन एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, राज्य पुलिस और होम गार्ड के जवानों के साथ समन्वय कर रहा है।

 

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Sat, 03 Aug 2024 22:30:08 +0530 admin
केदारनाथ में बारिश के कारण मार्ग क्षतिग्रस्त हुए, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी https://aaj24x7live.com/1128 https://aaj24x7live.com/1128 रुद्रप्रयाग
 पूरे देश में मूसलाधार बारिश हो रही है। कई राज्यों में ये तबाही लेकर आया है। उत्तराखंड में भी पहाड़ दरक रहे हैं, बादल फटने से भारी नुकसान हो रहा है। इस बीच केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं को भी काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। प्रशासन की ओर से फंसे लोगों तक राहत पहुंचाने की कोशिश जारी है। इस बीच उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने बताया कि केदारनाथ में बुधवार रात को हुई भारी बारिश के कारण कई रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए।

विभिन्न जगहों पर फंसे तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस समेत अन्य सुरक्षा बल लगातार कार्य में जुटे हैं। हर स्तर पर सभी लोगों के सुरक्षित रेस्क्यू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए वायु सेना के चिनूक और एमआई 17 विमान से भी यात्रियों को एयर लिफ्ट किया गया। वहीं, मैनुअल रेस्क्यू भी लगातार जारी है। रुद्रप्रयाग प्रशासन ने आपदा में मृतकों एवं गुमशुदा यात्रियों के संबंध में स्थिति स्पष्ट की।

प्रशासन के मुताबिक अब तक दो शव बरामद हुए हैं। यह दोनों शव लिंचोली क्षेत्र से बरामद हुए हैं। नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या के कारण यात्रियों को परिजनों से संपर्क करने में समस्या हो रही है। विभिन्न जगहों पर रुके यात्रियों के लिए प्रशासन के स्तर से पर्याप्त भोजन, पानी और आवासीय व्यवस्था भी की गई हैं। जिला पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 7579257572, 01364-233387 और आपातकालीन नंबर 112 जारी कर यात्रियों के परिजनों की कॉल्स पर जरूरी जानकारी दी जा रही है। भीमबली में रुके 150 यात्रियों ने प्रीपेड काउंटर पर लगे वाई-फाई नेटवर्क के माध्यम से अपने परिजनों से बातचीत कर उन्हें कुशलता की जानकारी दी। शुक्रवार को 599 लोगों को हेलीकॉप्टर सेवाओं से एयर लिफ्ट कर रेस्क्यू किया गया।

जबकि, सोनप्रयाग से जंगल चट्टी के बीच फंसे 2024 और चौमासी में फंसे 161 तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू में जुटे लोगों का कहना है कि बारिश रेस्क्यू में बाधा डाल रही है। अब तक कुल 7,234 यात्रियों को हेलीकॉप्टर एवं मैनुअल तरीके से रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, वन विभाग, संबंधित जिला पुलिस और फायर एवं इमरजेंसी सेवाओं की टीमें बचाव कार्य में जुटीं हैं।

 

 

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Sat, 03 Aug 2024 21:15:27 +0530 admin
चंडीगढ़ कोर्ट में अंधाधुंध फायरिंग से सनसनी फैली, निलंबित AIG मलविंदर सिंह ने IRS दामाद को गोलियों से भूना https://aaj24x7live.com/1121 https://aaj24x7live.com/1121 चंडीगढ़

चंडीगढ़ जिला कोर्ट में शनिवार को अंधाधुंध फायरिंग से सनसनी फैल गई। यहां पंजाब पुलिस के निलंबित एआईजी मलविंदर सिंह सिद्धू ने अपने दामाद हरप्रीत सिंह पर चार गोलियां चला दी। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। दोनों परिवारों के बीच घरेलू विवाद चल रहा था। इसी मामले में दोनों पक्ष शनिवार को चंडीगढ़ फैमिली कोर्ट में पहुंचे थे। मृतक हरप्रीत सिंह कृषि विभाग में आईआरएस थे। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया।

पत्नी के साथ चल रहा था विवाद
हरप्रीत का काफी समय से पत्नी के साथ विवाद चल रहा था। उनके बीच तलाक से पहले समझौते का मामला चंडीगढ़ जिला अदालत के मध्यस्थता केंद्र में चल रहा था। हरप्रीत की पत्नी इस समय विदेश में है और उसकी जगह उसके पिता मलविंदर सिंह सिद्धू अध्यक्षता केंद्र में सुनवाई के लिए पहुंचे। शनिवार को उनके मामले की तीसरी सुनवाई थी।

जैसे ही हरप्रीत मध्यस्थता केंद्र में पहुंचे तभी सिद्धू ने बाथरूम जाने का बहाना बनाया और हरप्रीत को साथ चलने को बोला। जैसे ही वे दोनों मध्यस्ता केंद्र के कमरे से बाहर निकले तभी सिद्धू ने हरप्रीत पर ताबड़तोड़ चार गोलियां चला दी। एक गोली हरप्रीत के पांव में लगी जबकि एक उनके पेट में लगी। ताबड़तोड़ फायरिंग से अदालत के कर्मचारियों ने इधर-उधर भागना शुरू कर दिया। कुछ कर्मचारियों ने सिद्धू को पकड़ लिया और एक कमरे में बंद कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। हरप्रीत को जब अस्पताल ले जाने लगे तो रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपी मलविंदर सिंह सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया है।

धोखाधड़ी और रिश्वत लेने के आरोप में हो चुके गिरफ्तार

पंजाब पुलिस के पूर्व एआईजी मालविंदर सिंह सिद्धू का विवादों से पुराना नाता रहा है। अक्टूबर 2023 में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने मालविंदर सिंह सिद्धू और उसके दो साथियों के खिलाफ जबरन वसूली, धोखाधड़ी और रिश्वत लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। मालविंदर सिंह सिद्धू को 25 अक्टूबर 2023 को मोहाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मालविंदर पूछताछ में शामिल होने के लिए मोहाली स्थित विजिलेंस कार्यालय पहुंचे थे। पूछताछ के दौरान विजिलेंस के अधिकारियों से उलझ पड़े थे और डीएसपी पर हमला कर दिया था। विजिलेंस के डीएसपी वरिंदर सिंह ने उनके खिलाफ मोहाली पुलिस को शिकायत दी थी।

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Sat, 03 Aug 2024 20:01:21 +0530 admin
अमित शाह ने लोगों से ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में शामिल होने की अपील की https://aaj24x7live.com/1120 https://aaj24x7live.com/1120 नई दिल्ली
 गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय ध्वज को त्याग, निष्ठा और शांति का प्रतीक बताते हुए देश के सभी सभी लोगों से 'हर घर तिरंगा' अभियान में बढ़-चढ़कर शामिल होने की अपील की है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 'हर घर तिरंगा' अभियान पिछले 2 वर्षों में जन-जन का अभियान बन गया है और यह अभियान आजादी के नायकों को याद करने, राष्ट्र प्रथम का संकल्प लेने और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने का माध्यम है.

अमित शाह ने देश के लोगों से अपने-अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने की अपील करते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा त्याग, निष्ठा व शांति का प्रतीक है. 'हर घर तिरंगा' अभियान आजादी के नायकों को याद करने, राष्ट्रप्रथम का संकल्प लेने और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने का माध्यम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर यह अभियान बीते 2 वर्षों से जन-जन का अभियान बन गया है.

आगामी 9 से 15 अगस्त तक आप भी अपने घरों में तिरंगा लहराकर 'हर घर तिरंगा डॉट कॉम' पर अपनी सेल्फी अपलोड करें. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी देश भर में 'हर घर तिरंगा' अभियान को सफल बनाने के लिए जोर-शोर से तैयारी की जा रही है.

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Sat, 03 Aug 2024 20:01:11 +0530 admin
वायनाड में तीन दिन के लिये बीएसएनएल की मुफ्त सेवा https://aaj24x7live.com/1104 https://aaj24x7live.com/1104 तिरुवनंतपुरम
 केरल के वायनाड जिले में बीएसएनएल ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र वायनाड जिले और नीलांबुर तालुक के सभी ग्राहकों को तीन दिनों के लिए मुफ्त असीमित कॉल और डेटा उपयोग की सुविधा प्रदान की है।

बीएसएनएल की जारी विज्ञप्ति में शनिवार को बताया गया कि उपयोगकर्ताओं को प्रतिदिन 100 निःशुल्क एसएमएस भी मिलेंगे। बीएसएनएल चूरलमाला और मुंदक्कई गांवों के सभी प्रभावित लोगों को निःशुल्क मोबाइल कनेक्शन भी दे रहा है। चूरलमाला में एकमात्र मोबाइल टावर बीएसएनएल का है। हाल ही में, चूरलमाला और मेप्पाडी मोबाइल टावरों को 4जी में परिवर्तित कर दिया गया है।
बीएसएनएल के प्रधान महाप्रबंधक साजू जॉर्ज ने बताया कि 4जी स्पेक्ट्रम के साथ ही 700 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी की तरंगें भी उपलब्ध कराई गई हैं। बीएसएनएल ने स्वास्थ्य विभाग के लिए समर्पित टोल-फ्री नंबर, जिला प्रशासन मुख्यालयों और राहत समन्वयकों के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन और मोबाइल सेवाएं शुरू की हैं।

 

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Sat, 03 Aug 2024 18:15:38 +0530 admin
अमरनाथ यात्राः 152 महिलाओं सहित 990 से अधिक तीर्थ यात्रियों का एक और जत्था जम्मू से रवाना https://aaj24x7live.com/1103 https://aaj24x7live.com/1103 जम्मू
 152 महिलाओं सहित 990 से अधिक तीर्थयात्रियों का एक और छोटा जत्था शनिवार सुबह जम्मू के भगवती नगर स्थित आधार शिविर से कश्मीर के दो मुख्य आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ।

अमरनाथ यात्रा के लिए 41 साधु और नौ साध्वियाँ सहित 991 तीर्थयात्रियों का 37वां जत्था कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज सुबह 3.30 बजे भगवती नगर बेस कैंप से घाटी के लिए रवाना हुए। कुल 991 तीथयात्रियों में से 815 तीर्थयात्री पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग की ओर जा रहे हैं, जबकि 176 यात्रियों ने 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग का विकल्प चुना है।

29 जून को अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल के जुड़वां आधार शिविरों से 52 दिवसीय यात्रा शुरू होने के बाद से जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना होने वाले श्रद्धालुओं का यह सबसे छोटा जत्था था।

अब तक 4.85 लाख से अधिक तीर्थयात्री 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर में बर्फ के बने भगवान शिव के दर्शन कर चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 5,000 तीर्थयात्री अभी भी प्रतिदिन गुफा में पूजा करने के लिए आ रहे हैं। तीर्थयात्रा 14 अगस्त को अपने अंतिम चरण में प्रवेश करेगी, जब भगवान शिव की पवित्र छड़ी ‘छड़ी मुबारक’ पहलगाम में यात्रा में शामिल होगी।

 

 

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Sat, 03 Aug 2024 18:15:29 +0530 admin
पीएम मोदी ने किया 32वें ICAE का उद्घाटन, कहा ‘भारत वैश्विक खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए समाधान ढूंढ रहा है’ https://aaj24x7live.com/1102 https://aaj24x7live.com/1102 नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में राष्ट्रीय कृषि विज्ञान केंद्र (NASC) परिसर में कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आईसीएई (International Conference of Agricultural Economists) का उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम किसानों के जीवन में सुधार लाने के उद्देश्य से सुधारों और उपायों के साथ कृषि क्षेत्र को मजबूत कर रहे हैं। इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एग्रीकल्चरल इकोनॉमिस्ट्स द्वारा आयोजित त्रिवार्षिक कार्यक्रम 2 से 7 अगस्त, 2024 तक चलेगा और 65 वर्षों के बाद भारत में इसका आयोजन किया जा रहा है।

‘भारतीय कृषि परंपरा में विज्ञान को प्राथमिकता’

ICAE के उद्धाटन अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत जितना प्राचीन है उतनी ही प्राचीन कृषि और भोजन को लेकर हमारी मान्यताएं और हमारे अनुभव हैं। भारतीय कृषि परंपरा में विज्ञान को प्राथमिकता दी गई है। आज दुनिया में भोजन और पोषण को लेकर बहुत चिंता है। लेकिन, हजारों साल पहले, हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि भोजन सभी पदार्थों में सर्वश्रेष्ठ है। हमारे ग्रंथों में कहा गया है कि सभी पदार्थों में अन्न श्रेष्ठ है इसलिए अन्न को सभी औषधियों का स्वरूप उनका मूल कहा गया है। हमारे अन्न को औषधीय प्रभावों के साथ इस्तेमाल करने का पूरा आयुर्वेद विज्ञान है। भारत, मिलेट्स का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है। जिसे दुनिया सुपरफूड कहती है उसे हमने श्रीअन्न की पहचान दी है।’

‘भारत वैश्विक खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए खोज रहा है समाधान’

32वें इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एग्रीकल्चरल इकोनॉमिस्ट्स के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत में कृषि से जुड़ी शिक्षा और अनुसंधान से जुड़ा एक मजबूत इकोसिस्टम बना हुआ है। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च के ही 100 से ज्यादा रिसर्च संस्थान हैं। भारत में कृषि और उससे संबंधित विषयों की पढ़ाई के लिए 500 से ज्यादा कॉलेज हैं। भारत में 700 से ज्यादा कृषि विज्ञान केंद्र हैं जो किसानों तक नई तकनीक पहुंचाने में मदद करते हैं।’ उन्होंने कहा कि  पिछली बार जब ICAE सम्मेलन भारत में हुआ था वो भारत की कृषि और खाद्य सुरक्षा को लेकर चुनौतीपूर्ण समय था। भारत को नई-नई आज़ादी मिली थी। लेकिन अब भारत एक खाद्य अधिशेष वाला देश है। आज भारत दूध, दाल और मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक है। आज भारत वैश्विक खाद्य सुरक्षा और वैश्विक पोषण सुरक्षा के समाधान देने में जुटा है।’
‘कृषि के क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का उपयोग ‘

प्रभानमंत्री ने कहा ‘भारत में हम कृषि क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत, 10 करोड़ किसानों के बैंक खातों में केवल 30 सेकंड में एक क्लिक द्वारा धनराशि स्थानांतरित की जाती है। हम डिजिटल फसल सर्वेक्षण के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का विकास कर रहे हैं। हमारे किसानों को रियल टाइम इन्फ़ॉर्मेशन मिलेगी और वो और वे डेटा आधारित निर्णय लेने में सक्षम होंगे।’ उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल एक किसान नेता थे जिन्होंने किसानों के उत्थान में योगदान दिया और भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्हें मुख्यधारा में ले आए। भारत में हमारे पास उनकी प्रतिमा है स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। ये स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी ऊंची है। इसके निर्माण के लिए हमने देश के छह लाख गावों से किसानों द्वारा खेतों में उपयोग किए जाने वाले लोहे के उपकरण एकत्र किए गए हैं और मूर्ति बनाने में उनका उपयोग किया गया है।

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Sat, 03 Aug 2024 18:15:21 +0530 admin
वायनाड भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़कर 344 हुई, रेस्क्यू पांचवें दिन भी जारी https://aaj24x7live.com/1099 https://aaj24x7live.com/1099 वायनाड

 केरल के वायनाड में हुए भस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 344 हो गई और 206 लोग अभी भी लापता हैं। रेस्क्यू टीम का शनिवार को पांचवें दिन भी ऑपरेशन जारी है।

रक्षा बलों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन सेवा और स्वयंसेवकों के 1,500 से अधिक कर्मियों वाली बचाव टीम ने शनिवार सुबह चार सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों चूरलमाला, वेल्लारीमाला, मुंडकाईल और पुंचिरीमाडोम में तलाशी शुरू कर दी है।

अब तक 146 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि 74 की पहचान होनी बाकी है। मृतकों में 30 बच्चे भी शामिल हैं। मलबे से बड़ी संख्या में क्षत-विक्षत शरीर के अंग भी बरामद किये गए हैं।

यहां लगभग 100 राहत शिविर हैं, जिनमें लगभग 9,500 लोगों को स्थानांतरित किया गया है। जिले के विभिन्न अस्पतालों में 84 लोग भर्ती हैं।

122 टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल और कन्नूर इकाई से जुड़े अभिनेता मोहनलाल अपनी इकाई के साथ शनिवार सुबह प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे।

सैन्य वर्दी पहने मोहनलाल सबसे पहले मैप्पडी में स्थित बेस कैम्प पहुंचे और रक्षा बलों से मुलाकात की। फिर वह चूरलमाला पहुंचे और बचाव दल के साथ बातचीत की।

उतारे गए रडार वाले ड्रोन
वायनाड में राहत और बचाव में रडार वाले ड्रोन को भी उतारा गया है। यह ड्रोन धऱती से 120 मीटर की ऊंचाई पर उड़ता है और एक बार में 40 हेक्टेयर में सर्च करता है। इसमें रडार सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। ये चारों ओर तरंगें भेजता है जिनकी मदद से मलबे के नीचे दबे लोगों का पता लगाया जाता है। वायनाड के भूस्खलन प्रभावित गांव में उन्नत रडार प्रणाली के साथ खोज अभियान चला रहे बचावकर्मियों को संभवतः किसी मानव या पशु द्वारा सांस लेने का संकेत मिलता है।

अभियान में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि बुरी तरह प्रभावित मुंडक्कई गांव में एक घर की तलाशी के दौरान रडार पर ‘नीला सिग्नल’ प्राप्त हुआ। अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘किसी के लगातार सांस लेने का संकेत मिल रहा है।’ हालांकि, शुक्रवार शाम को खोज अभियान समाप्त हो गया क्योंकि बचावकर्मियों ने निष्कर्ष निकाला कि मलबे के नीचे किसी व्यक्ति की मौजूदगी की संभावना नहीं है।

देर शाम फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि लोगों की तलाश जारी है, रडार पर छोटी-सी हलचल का पता चला है, जिससे उम्मीद की किरणें दिख रही हैं। उन्होंने कहा, ‘ध्वस्त इमारत के मलबे के बीच, बचावकर्मी अपने प्रयास जारी रखे हुए हैं तथा बचे हुए लोगों को खोजने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।’

वायनाड जिले के मुंडक्कई क्षेत्र में भूस्खलन के तीन दिन बाद बचावकर्मियों ने शुक्रवार को एक ही परिवार के चार लोगों को पदवेट्टी कुन्नू के निकट एक इलाके में सुरक्षित पाया। भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 210 हो गई है जबकि 273 लोग घायल हुए हैं।

केरल स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इसके अतिरिक्त 134 मानव अंग भी बरामद किए गए हैं। शुक्रवार को तड़के फिर से शुरू हुए खोज और बचाव अभियान को तब बल मिला जब ‘बेली ब्रिज’ के कारण बचाव दलों को भारी मशीनरी, जिसमें उत्खनन मशीनें भी शामिल थीं, और एम्बुलेंस को सबसे अधिक प्रभावित मुंडक्कई और चूरलमाला बस्तियों तक ले जाने में मदद मिली।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जानमाल के नुकसान का अंदाजा तब लगेगा जब बचावकर्मी भारी मशीनरी का उपयोग करके मलबे और लकड़ी के लट्ठों से ढके घरों को साफ करेंगे। केरल के लोक निर्माण मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने शाम को कहा कि आधार दस्तावेजों, पर्यटकों के विवरण, आशा कार्यकर्ताओं से पूछताछ और राहत शिविरों और अस्पतालों में लोगों से बात करने के बाद जिला प्रशासन के रिकॉर्ड के अनुसार 218 लोग लापता हैं।

राज्य के एडीजीपी एम. आर. अजित कुमार ने सुबह कहा था कि लगभग 300 लोग अब भी लापता हैं। वायनाड की जिलाधिकारी मेघाश्री डी. आर. ने पत्रकारों को बताया कि सबसे अधिक प्रभावित मुंदक्कई और चूरलमाला कस्बों को छह जोन में बांटा गया है। इन क्षेत्रों में भारी मशीनरी और स्वान दस्तों के साथ बचावकर्मियों की 40 टीम तैनात की गई हैं।

उन्होंने कहा कि ड्रोन से ली गईं तस्वीरों और जीपीएस निर्देशांकों की मदद से ऐसे कई स्थानों को चिह्नित किया गया है, जहां खोज एवं बचाव अभियान चलाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि ड्रोन द्वारा ली गई हवाई तस्वीरों से विशिष्ट खोज स्थानों के जीपीएस निर्देशांक की पहचान करने में मदद मिली है। संयुक्त दलों में सेना, एनडीआरएफ, डीएसजी, तटरक्षक और नौसेना के कर्मी शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि चालियार के 40 किलोमीटर क्षेत्र में स्थित आठ पुलिस थाने के पुलिसकर्मी और स्थानीय तैराक बलों ने साथ मिलकर उन शवों की खोज शुरू कर दी है, जो संभवतः बहकर नीचे चले गए हैं या नदी के किनारे फंसे हुए हैं। इसके साथ ही पुलिस हेलीकॉप्टर की मदद से एक अन्य तलाशी अभियान भी चलाया गया है। इसके अलावा तटरक्षक बल, नौसेना और वन विभाग ने संयुक्त रूप से नदी के किनारों और उन क्षेत्रों में खोज अभियान चलाया जहां शव फंसे हो सकते हैं।

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Sat, 03 Aug 2024 17:00:38 +0530 admin
वायनाड भूस्खलन क बाद जंगलों से आई चमत्कार की कहानी… 5 दिन बाद बचाए गये 4 बच्चे https://aaj24x7live.com/1088 https://aaj24x7live.com/1088 वायनाड
केरल के वायनाड में आए विनाशकारी भूस्खलन में अभी तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और बड़ी संख्या में लोग अभी भी लापता हैं. इस भयानक आपदा के बीच एक सुखद खबर भी सामने आई है जहां भूस्खलन प्रभावित वायनाड में केरल के वन अधिकारियों द्वारा 8 घंटे के अथक अभियान के बाद एक दूरदराज के आदिवासी बस्ती से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया गया.

इस रेस्क्यू अभियान पर प्रतिक्रिया देते हुए केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने कहा, "वन अधिकारियों का ये जज्बा हमें याद दिलाता है कि संकट की घोर घड़ी में भी केरल की जीवटता चमकती रहती है. हम एकजुट होकर पुनर्निर्माण करेंगे तथा और मजबूत होकर उभरेंगे."

कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी के. हशीस के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने गुरुवार को एक आदिवासी परिवार को बचाने के लिए जंगल के अंदर एक खतरनाक रास्ते को पार करते हुए इस रेस्क्यू अभियान को अंजाम दिया. बचाए गए बच्चों में आदिवासी समुदाय के एक से चार साल की उम्र के चार बच्चे शामिल हैं.

जंगल के अंदर पहाड़ी पर फंसा था परिवार

वायनाड के पनिया समुदाय से ताल्लुक रखने वाला यह परिवार एक पहाड़ी की चोटी पर एक गुफा में फंसा हुआ था, जिसके ऊपर एक गहरी खाई है और टीम को वहां पहुंचने में साढ़े चार घंटे से अधिक का समय लगा. पीटीआई से बात करते हुए, हशीस ने कहा कि उन्होंने गुरुवार को मां और चार साल के बच्चे को वन क्षेत्र के पास भटकते हुए देखा और पूछताछ करने पर पता चला कि उसके तीन अन्य बच्चे और उनके पिता बिना भोजन के एक गुफा में फंसे हुए हैं.

हशीस ने कहा कि परिवार आदिवासी समुदाय के एक विशेष वर्ग से ताल्लुक रखता है, जो आम तौर पर बाहरी लोगों से बातचीत करने से बचता है. उन्होंने कहा, "वे आम तौर पर वन उत्पादों पर आश्रित रहते हैं और उन्हें स्थानीय बाजार में बेचकर चावल खरीदते हैं. हालांकि, ऐसा लगता है कि भूस्खलन और भारी बारिश के कारण वे कोई भोजन प्राप्त करने में असमर्थ थे."

चट्टानों पर चढ़ने के लिए लिया था रस्सियों का सहारा

वन रेंज अधिकारी ने अपनी खतरनाक यात्रा के बारे में बताया, जिसमें उन्हें भारी बारिश के बीच फिसलन भरी और खड़ी चट्टानों से होकर गुजरना पड़ा. हशीस ने कहा, 'बच्चे थके हुए थे, और हम अपने साथ खाने-पीने का जो भी सामान ले गए थे उन्हें खिलाया. बाद में, बहुत समझाने के बाद, उनके पिता हमारे साथ आने के लिए राजी हो गए, और हमने बच्चों को अपने शरीर से बांध लिया और वापस अपनी यात्रा शुरू कर दी.'  अधिकारियों को फिसलन भरी चट्टानों पर चढ़ने के लिए पेड़ों और चट्टानों से रस्सियां बांधनी पड़ीं.

वे अट्टामाला के अपने स्थानीय दफ्तर में वापस आ गए, जहां बच्चों को खाना खिलाया गया और कपड़े और जूते दिए गए. उन्होंने बताया कि फिलहाल उन्हें वहां रखा गया है औरबच्चे अब सुरक्षित हैं. केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने वन अधिकारियों के चुनौतीपूर्ण प्रयास की सराहना करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और तस्वीरे साझा कीं.

सीएम विजयन ने की तारीफ

विजयन ने शुक्रवार को 'एक्स' पर लिखा, "भूस्खलन प्रभावित वायनाड में हमारे साहसी वन अधिकारियों द्वारा 8 घंटे के अथक अभियान के बाद एक सुदूर आदिवासी बस्ती से छह कीमती जानें बचाई गईं. वन अधिकारियों का ये जज्बा हमें याद दिलाता है कि संकट की घोर घड़ी में भी केरल की जीवटता चमकती रहती है. हम उम्मीद के साथ एकजुट होकर पुनर्निर्माण करेंगे और मजबूत होकर उभरेंगे."

हशीश के साथ, खंड वन अधिकारी, बी एस जयचंद्रन, बीट वन अधिकारी, के अनिल कुमार और आरआरटी ​​(रैपिड रिस्पांस टीम) के सदस्य अनूप थॉमस ने परिवार को बचाने के लिए सात किलोमीटर से अधिक लंबी यात्रा की. जैसे ही बारिश तेज हुई, वन विभाग ने वायनाड में आदिवासी समुदायों के अधिकांश सदस्यों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था. अधिकारी ने बताया कि यह परिवार कुछ समय से जंगल के अंदर रह रहा था.

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Sat, 03 Aug 2024 16:00:36 +0530 admin
BSF के नए चीफ बने दलजीत सिंह चौधरी, गृह मंत्रालय ने अगले आदेश तक सौंपी जिम्मेदारी https://aaj24x7live.com/1087 https://aaj24x7live.com/1087 नई दिल्ली
 सरकार ने बीएसएफ के नए चीफ की नियुक्ति कर दी है। हालांकि अभी इस पद के लिए स्थाई नियुक्ति नहीं की गई है। गृह मंत्रालय ने नियमित पद पर नियुक्ति होने तक या अगले आदेश तक महानिदेशक (बीएसएफ) दलजीत सिंह चौधरी को महानिदेशक (एसएसबी) का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। यह कदम बीएसएफ महानिदेशक नितिन अग्रवाल को उनके राज्य कैडर में वापस भेजे जाने के एक दिन बाद उठाया गया है।

बता दें कि गृहमंत्रालय ने बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल को उनके पद से हटा दिया था और समय से पहले ही उनके राज्य कैडर में वापस भेज दिया। इसके अगले ही दिन गृहमंत्रालय ने नोटिस जारी कर एसएसबी के डीजी दलजीत सिंह चौधरी को ये जिम्मेदारी सौंपी है।

नितिन अग्रवाल को उनके कैडर वापस भेजा
BSF के डीजी नितिन अग्रवाल पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगती भारत की सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते थे। उन्हें कार्यकाल के बीच में ही यहां से हटाकर उनके मूल राज्य कैडर केरल वापस भेजने के आदेश दिए गए। जबकि बीएसएफ के स्पेशल डीजी वाई. बी. खुरानिया को भी तत्काल प्रभाव से उनके मूल राज्य कैडर भेजने के आदेश जारी किए गए।

कार्यकाल के बीच में ही पद से हटाया
शुक्रवार को जारी किए गए दोनों अलग-अलग आदेशों में बीएसएफ के डीजी नितिन अग्रवाल के बारे में बताया गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने केरल कैडर के 1989 बैच के आईपीएस और बीएसएफ के डीजी अग्रवाल को तुरंत प्रभाव से उनके मूल राज्य कैडर वापस भेजने के आदेश दिए हैं। इस मामले में उन्हें समय से पहले उनके मूल राज्य कैडर में वापस भेजने का प्रस्ताव केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिया था। इसे समिति ने मंजूरी देते हुए उन्हें वापस केरल भेजने की मंजूरी दे दी। आईपीएस अग्रवाल ने पिछले साल जून में बीएसएफ के डीजी का कार्यभार संभाला था।

स्पेशल डीजी को भी पद से हटाया गया
इसी तरह से कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने ओडिशा कैडर के 1990 बैच के आईपीएस और बीएसएफ के स्पेशल डीजी वाई. बी. खुरानिया को भी उनके मूल कैडर में वापस भेजने के आदेश दिए गए हैं। यह प्रस्ताव भी गृह मंत्रालय ने दिया था। जिसे समिति ने मंजूरी दे दी। खुरानिया बीएसएफ के स्पेशल डीजी (पश्चिम) के रूप में पाकिस्तान सीमा पर बल का नेतृत्व कर रहे थे। बीएसएफ के इन दोनों टॉप अफसरों को उनके मूल कैडर वापस भेजने के आदेशों में फिलहाल कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन माना जा रहा है कि जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले बढ़े हैं। उसे देखते हुए संभवत: यह फैसले लिए गए।

कौन ही दलजीत सिंह चौधरी, जिन्हें मिला BSF का अतिरिक्त प्रभार

दलजीत सिंह चौधरी 1990 बैच के यूपी कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं. उनका जन्म 25 नवम्बर 1965 में हुआ था. दिल्ली में जन्मे यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में होती है. उन्हें अब तक 3 बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है. आईपीएस दलजीत चौधरी की बहादुरी को देखते हुए उन्हें समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार में एडीजी एलओ यानी अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था बनाया गया था. आईपीएस दलजीत सिंह चौधरी यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी होने के बावजूद लंबे समय से केंद्र में बड़ी-बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.

दलजीत सिंह चौधरी यूपी कैडर के 1990 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं. दलजीत चौधरी जन्म 25 नवम्बर 1965 को दिल्ली में हुआ था. यूपी कैडर के आईपीएस अफसर दलजीत सिंह चौधरी की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में की जाती है.

आईपीएस दलजीत सिंह चौधरी को अब तक तीन बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है. पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार में आईपीएस दलजीत चौधरी की बहादुरी को देखते हुए उन्हें अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी होने के बावजूद दलजीत सिंह चौधरी केंद्र में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। वह 30 नवंबर 2025 में सेवानिवृत्त होंगे.

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Sat, 03 Aug 2024 16:00:29 +0530 admin
आतंकियों के लिए काम कर रहे थे पुलिसवाले, 6 सरकारी कर्मचारियों पर गाज https://aaj24x7live.com/1086 https://aaj24x7live.com/1086 श्रीनगर

जम्मू कश्मीर में आतंकी फंडिंग से जुड़े एक रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है। ड्रग्स बेचकर आतंकियों की मदद करने के मामले में 6 सरकारी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है। इसमें पांच पुलिसकर्मी और एक शिक्षक शामिल है। जांच में पता चला कि ये सभी सरकारी कर्मचारी पाकिस्तान के आईएसआई के एक नार्को टेरर नेटवर्क का हिस्सा थे।

जानकारी के मुताबिक ये लोग जम्मू-कश्मीर में ड्रग्स के अवैध कारोबार में मदद करते थे और इससे प्राप्त फंडिंगा का इस्तेमाल पाकिस्तान के आतंकी संगठन दहशत फैलाने के लिए करते हैं। पीटीआई के मुताबिक ड्रग्स की बिक्री के माध्यम से आतंकी फंडिंग से जुड़े छह सरकारी कर्मचारियों पर ऐक्शन लिया गया है।

आरोपियों की पहचान कॉन्स्टेबल फारूक अहमद शेख, कॉन्स्टेबल खालिद हुसैन शाह कन्स्टेबल रहमत शाह, कन्स्टेबल इर्शाद अहमद चाकू, कॉन्स्टेबल सैफ दीन और सरकारी सिक्ष नजम दीन के तौर पर की गई है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने संविधान के आर्टिकल 311 (2) का इस्तेमाल करते हुए इन सभी को तत्काल सेवा से हटा दिया है। बता दें कि संविधान में इस आर्टिकल के तहत प्रावधान है कि अगर कोई देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करता है तो राष्ट्रपति या फिर राज्यपाल उसे बिना किसी जांच के तत्काल सेवा से हटा सकते हैं।

2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद अब तक 70 सरकारी कर्मचारियों को इसी तरह के आरोपों के चलते बर्खास्त किया जा चुका है। बीते महीने भीचार सरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई थी इसमें दो पुलिसकर्मी शामिल थे। नार्को टेरर में शामिल होने के आरोप में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। इन चारों की पहचान कॉन्स्टेबल मुश्ताक अहमद पीर और इम्तियाज अहमद लोन के तौर पर की गई थी। वहीं शिक्षा विभाग में कार्यरत जूनियर असिस्टेंट अहमद मीर और ग्रामीण विकास विभाग के मोहम्मद जैद को बर्खास्त कर दिया गया ता।

मामले की जांच कर रहे अधिकारी ने कहा कि ये सभी आतंकी संगठनों के लिए काम कर रहे थे। खुफिया एजेंसियों ने इनके बारे में जानकारी हासिल की थी। बता दें कि ब्राउन शुगर और हेरोइन की तस्करी पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में होती है। आतंकी संगठनों के लिए फंडिंग जुटाने में इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर होता है।

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Sat, 03 Aug 2024 16:00:18 +0530 admin
सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध को लेकर चलाया अभियान, लेकिन फिर भी प्लास्टिक के प्रयोग पर 2 दुकानदारों को पड़ा जुर्माना https://aaj24x7live.com/1070 https://aaj24x7live.com/1070 बैजनाथ
सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से सुनिश्चित करने के लिए जिलेभर में अभियान चलाया जा रहा है। इस बाबत वीरवार को ए.डी.सी. कांगड़ा सौरभ जस्सल की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, क्षेत्रीय कार्यालय धर्मशाला के क्षेत्रीय अधिकारी वरुण गुप्ता ने बैजनाथ में दुकानों का औचक निरीक्षण किया तथा 2 दुकानदारों को 25-25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया।

ए.डी.सी. सौरभ जस्सल ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। किसी भी स्तर पर सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने दिया जाएगा तथा जिलेभर में इस बाबत निरीक्षण अभियान आरंभ किया गया है।

उन्होंने दुकानदारों से भी आग्रह किया कि सिंगल यूज प्लास्टिक को न बेचें तथा बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग सुनिश्चित किया जाए ताकि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हम अपना रचनात्मक सहयोग सुनिश्चित कर सकें। इस अवसर पर उन्होंने व्यापारियों को प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध बारे जागरूक भी किया। इस अवसर पर एस.डी.एम. बैजनाथ, डी.एस.पी. सहित विभिन्न अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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Sat, 03 Aug 2024 13:00:48 +0530 admin
मणिपुर के जिरीबाम में चलीं गोलियां और घरों में आगजनी, मैतेई&हमार समुदाय में शांति समझौते के 24 घंटे के अंदर हिंसा https://aaj24x7live.com/1069 https://aaj24x7live.com/1069 इंफाल.

एक ओर मणिपुर के जिरीबाम में शांति कायम करने को लेकर मैतेई और हमार समुदाय के बीच सहमति बनी। वहीं सहमति के 24 घंटे के भीतर जिरीबाम में हिंसा हो गई। यहां एक मैतेई बस्ती में गोलियां चलाई गईं। वहीं लालपानी गांव में एक घर में आग लगा दी गई। दरअसल मैतेई और हमार समुदाय के प्रतिनिधि मणिपुर के हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले में हालात सुधारने और शांति बहाल करने के लिए साथ काम करने को सहमत हो हुए थे।

असम के कछार में गुरुवार को सीआरपीएफ सुविधा केंद्र में आयोजित बैठक में आमने-सामने खड़े दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ था। इसमें तय किया गया कि दोनों पक्ष सामान्य स्थिति लाने, आगजनी तथा गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। दोनों पक्ष जिरीबाम जिले में तैनात सभी सुरक्षा बलों की मदद करेंगे। दोनों पक्ष नियंत्रित और समन्वित आवाजाही को सुविधाजनक बनाएंगे। सभी सहभागी समुदायों के प्रतिनिधियों ने इस दौरान वादों से जुड़ा बयान जारी किया। इस पर सभी के हस्ताक्षर थे।

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Sat, 03 Aug 2024 13:00:40 +0530 admin
केरल के वायनाड भूस्खलन में मृतकों का आंकड़ा 300 के पार, अभिनेता मोहनलाल भी जायजा लेने पहुंचे https://aaj24x7live.com/1068 https://aaj24x7live.com/1068 वायनाड.

केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन के बाद राहत और बचाव कार्यों का आज पांचवां दिन है। अब तक मृतकों का आंकड़ा 308 हो चुका है। अभी भी शवों की तलाश जारी है। भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल विकास राणा ने बताया कि आज भी कल की ही तरह विभिन्न जोन्स के लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी। टीमों के साथ वैज्ञानिक और स्निफर डॉग्स भी मौजूद रहेंगे। सेना के अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोग भी राहत और बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं।

केरल सरकार की अपील पर सेना की नॉर्दर्न कमांड से एक जावेर रडार और तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू ऑर्गेनाइजेशन से चार रेकी रडार और इनके ऑपरेटर्स आज दिल्ली से वायनाड के लिए रवाना होंगे। इनका इस्तेमाल राहत और बचाव कार्यों में किया जाएगा।

वायनाड भूस्खलन वाली जगह पहुंचे मोहनलाल
वायनाड में भूस्खलन प्रभावित जगह पर मशहूर अभिनेता मोहनलाल भी पहुंचे। मोहनलाल भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। ऐसे में भूस्खलन वाली जगह पर मोहनलाल सेना की वर्दी में पहुंचे और वहां सेना के अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की और उनके द्वारा किए जा रहे कामों की तारीफ की। साथ ही मोहनलाल ने राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया।

वायुसेना द्वारा हवाई सर्वे किया जा रहा है
सेना पुंचिरिमत्तम इलाके में एक अस्थायी पुल का निर्माण कर रही है ताकि उससे मशीनों को गुजारकर भूस्खलन प्रभावित इलाकों में ले जाया जा सके और वहां तलाशी अभियान चलाया जा सके। वायुसेना द्वारा प्रभावित इलाकों हवाई सर्वे किया जा रहा है।

लापता लोगों की तलाश के लिए स्निफर डॉग्स की ली जा रही मदद
चूरालमाला इलाके में राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है। स्निफर डॉग्स की मदद से शवों की तलाश की जा रही है। भारतीय सेना के जवान खोज और बचाव अभियान को सुविधाजनक बनाने के लिए पंचिरिमट्टम इलाके में मशीनरी को गुजारने के लिए एक अस्थायी पुल का निर्माण कर रहे हैं।

एक परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित बचाए गए
वायनाड भूस्खलन के बाद एक परिवार के चार सदस्य सुरक्षित बचाए गए हैं। भूस्खलन में इनका घर बच गया था, लेकिन बाकी इलाके से इनका संपर्क टूट गया था, जिसकी वजह से वह अपने घर में ही फंसकर रह गए थे। बचाए गए लोगों की पहचान जॉन के जे, जोमोल जॉन, क्रिस्टीन जॉन और अब्राहम जॉन के रूप में हुई है।

वायनाड भूस्खलन में बचाई गई 40 दिन की बच्ची
वायनाड भूस्खलन में एक 40 दिन की बच्ची और उसके छह साल के भाई को बचाव दल को सकुशल बचा लिया गया। केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन में एक परिवार के छह सदस्य बाढ़ में बह गए। उनका घर भी नष्ट हो गया। जबकि परिवार की 40 दिन की बच्ची अनारा और उसका छह साल का भाई मोहम्मद हयान सकुशल बच गए। बचाव दल के मुताबिक अनारा और हयान को बचाने के लिए उसकी मां तनजीरा एक घर की छत पर चिपकी रही। इस दौरान पानी के तेज बहाव में हयान अचानक बह गया। छह साल का हयान 100 मीटर दूर जाकर कुएं के पास से गुजर रहे तार के सहारे लटका रहा। बचाव दल ने उसे बचाया।

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Sat, 03 Aug 2024 13:00:31 +0530 admin
देश को नवंबर महीने में पहला तेजस फाइटर जेट मिल जायेगा https://aaj24x7live.com/1061 https://aaj24x7live.com/1061 नईदिल्ली
भारत इन दिनों तेजस फाइटर जेट के उत्‍पादन के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है लेकिन अमेरिका के इंजन नहीं देने से इसमें जल्‍द सफलता मिलती नहीं दिख रही है। अब कहा जा रहा है कि नवंबर महीने में भारत को पहला तेजस फाइटर जेट मिलेगा। वहीं भारत का सबसे बड़ा दुश्‍मन चीन अब पाकिस्‍तान की वायुसेना को पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट से लैस करने जा रहा है। पाकिस्‍तानी मीडिया के मुताबिक पाकिस्‍तानी वायुसेना के फाइटर पायलट अब चीन के J-31 स्‍टील्‍थ फाइटर जेट की ट्रेनिंग लेना शुरू कर चुके हैं। कुछ समय पहले ही पाकिस्‍तानी वायुसेना के प्रमुख ने संकेत दिया था कि उनका देश जल्‍द ही चीन ने जे-31 फाइटर जेट खरीदने जा रहा है। पाकिस्‍तान की वायुसेना जहां पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट से लैस होने जा रही है, वहीं भारत अभी भी चौथी पीढ़ी के राफेल फाइटर जेट पर अटका हुआ है।

पाकिस्‍तानी टीवी चैनल बोल न्‍यूज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तानी वायुसेना के पायलटों ने चीन में जे-31 जेट की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया है। उसने बताया कि यह पाकिस्‍तान की एयरफोर्स के लिए बड़ी घटना है। उसने बताया कि जल्‍द ही पाकिस्‍तानी वायुसेना में चीनी जे-31 फाइटर जेट को शामिल कर लिया जाएगा और ये ट्रेन किए हुए पायलट उसे उड़ाएंगे। चीन का दावा है कि उसका जे-31 या FC-31 फाइटर जेट पांचवीं पीढ़ी का है और उसे रेडॉर से पकड़ा नहीं जा सकता है। इसी वजह से चीन इसे 'अदृश्‍य' मानता है। इससे पहले पाकिस्‍तानी वायुसेना के तत्‍कालीन प्रमुख एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू ने 2 जनवरी को ऐलान किया था कि उनका देश इस नए चीनी फाइटर जेट को शामिल करने जा रहा है।

पाकिस्‍तान और तुर्की के प्‍लान से डरा चीन!

इससे पहले पाकिस्‍तान ने चीन से जे-10सी फाइटर जेट खरीदा था जो उसने राफेल से टक्‍कर लेने के लिए लिया है। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्‍तान को यह फाइटर जेट बेचना चीन के लिए काफी महत्‍वपूर्ण है। पाकिस्‍तान इन दिनों चीन के हथियारों का सबसे बड़ा ग्राहक बनकर उभरा है। उन्‍होंने कहा कि चीन इस विमान के लिए पाकिस्‍तान को सब्सिडी और सपोर्ट मुहैया करा सकता है। चीन पाकिस्‍तान को चेंगदू जे-20 फाइटर जेट के प्रोडक्‍शन में भी मदद का ऑफर दे सकता है। यह विमान भी पांचवीं पीढ़ी का है। दरअसल, चीन को डर सता रहा है कि उसका सबसे बड़ा ग्राहक तुर्की के पास जा सकता है जो कान फाइटर जेट बना चुका है।

एफ-35 को टक्‍कर देने के लिए बनाया जे-31 जेट

कान एक पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट है और तुर्की ने पाकिस्‍तान को इसका ऑफर दिया है। तुर्की चाहता है कि पाकिस्‍तान इस विमान के निर्माण में मदद करे। वहीं कंगाल पाकिस्‍तान अब चीन बनाम तुर्की में फंसा हुआ था लेकिन माना जा रहा है कि वह अपने आका चीन की ओर ही जा रहा है। जे-31 एक कम कीमत वाला पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट है जिसका बड़े पैमाने पर उत्‍पादन किया जा सकता है। इसे चीनी वायुसेना और नेवी दोनों में शामिल किया गया है ताकि अमेरिका के एफ-35 और यूरोप के फोर प्‍लस फाइटर जेट को टक्‍कर दिया जा सके। पाकिस्‍तान की अभी जो माली हालत है, उसको देखकर लग नहीं रहा है कि वह बहुत बड़ी तादाद में यह विमान खरीद पाएगा। वहीं भारत की बात करें तो अभी हमारे पास एक भी पांचवीं पीढ़ी का विमान नहीं है। रूस और अमेरिका दोनों ही अपने स्‍टील्‍थ विमान बेचना चाहते हैं।

 

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Sat, 03 Aug 2024 11:01:03 +0530 admin
भारत बायोटेक अकेले ही कोवैक्सीन का पेटेंट लेने चली थी https://aaj24x7live.com/1060 https://aaj24x7live.com/1060 नई दिल्ली
 कोरोना के विषाणु को निष्क्रिय करने के लिए स्वदेश में विकसित कोवैक्सीन के टीके के पेटेन्ट हासिल करने के लिए भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने चुपचाप बिना बताये आवेदन कर दिया था लेकिन सरकार के हस्तक्षेप के बाद भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय जीवाणुविज्ञान संस्थान (एनआईवी), तीनों संयुक्त रूप से आवेदक बने हैं।

केन्द्रीय स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, रसायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। तृणमूल कांग्रेस के प्रो. सौगत राय ने एक सवाल में कहा कि कोवैक्सीन काेरोना संक्रमण के विरुद्ध दुनिया का सबसे प्रभावी टीका माना गया है जिसे आईसीएमआर और एनआईवी ने संयुक्त रूप से 35 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया था। लेकिन इस टीके के पेटेंट के लिए बीबीआईएल ने आवेदन किया है और उसमें आईसीएमआर और एनआईवी का उल्लेख नहीं किया है। इस पर सरकार क्या दंडात्मक कार्रवाई करेगी।

नड्डा ने कहा कि यह सही है कि कोवैक्सीन के विकास के लिए आईसीएमआर और एनआईवी ने बीबीआईएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये थे। वैक्सीन के विकास के दो भाग थे -एक, विषाणु को अलग थलग करना और दूसरा, विषाणु को निष्क्रिय करना। ये काम आईसीएमआर ने एनआईवी की प्रयोगशाला में किया जिस पर सात करोड़ रुपए की लागत आयी और बीबीआईएल ने प्रयोगशाला परीक्षण एवं विकास का काम किया जिसमें सात करोड़ से अधिक राशि व्यय हुई। बीबीआईएल ने भी इस काम पर 60 करोड़ से अधिक राशि खर्च की है।

उन्होंने कहा कि जब हमें पता चला कि बीबीआईएल ने पेटेंट आवेदन में सिर्फ खुद के नाम का उल्लेख किया था। लेकिन जैसे ही सरकार को इसका पता लगा, हमने तुरंत आपत्ति दाखिल की और कहा कि यह तो संयुक्त एमओयू के तहत विकसित किया गया है और तीनों का संयुक्त स्वामित्व है। इस पर बीबीआईएल ने स्वीकार किया कि अनजाने में गलती से वैक्सीन के विकास के लिए जिम्मेदार नामों में आईसीएमआर एवं एनआईवी के नाम छूट गये थे। बहरहाल अब तीनों नाम संयुक्त रूप में पेटेंट के आवेदन में दर्ज हो गये हैं।

एक पूरक प्रश्न के उत्तर में नड्डा ने कहा कि कोविड काल में वैक्सीन मैत्री ऑपरेशन के तहत भारत ने 100 देशों को वैक्सीन की आपूर्ति की थी और उनमें से 48 देशों को मुफ्त वैक्सीन भेजी थी। सात देशों को कोवैक्सीन दी गयी थी। कुछ 220 करोड़ डबल डोज़ का उत्पादन हुआ था। भारत में काेविड टीकाकरण का कार्यक्रम विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम था।

 

 

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Sat, 03 Aug 2024 11:00:52 +0530 admin
AB&PMJAY योजना में शामिल हुए ट्रांसजेंडर, जेपी नड्डा ने लोकसभा में दी जानकारी https://aaj24x7live.com/1059 https://aaj24x7live.com/1059 नई दिल्ली
 अगस्त 2022 से कुल 3,029 सत्यापित ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत शामिल किया गया है। इसकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने शुक्रवार को लोकसभा में दी।

नड्डा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ ट्रांसजेंडर व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
लाभार्थियों को मिलेगी कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं

मंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के कल्याण के लिए व्यापक पुनर्वास हेतु केन्द्रीय क्षेत्र योजना की आजीविका और उद्यम के लिए लोगों को सहायता उप-योजना के तहत लाभ प्रदान किए जा रहे हैं।

नड्डा ने कहा कि इन लाभार्थियों को स्वास्थ्य लाभ पैकेज 2022 के अनुसार कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।

उन्होंने एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, AB-PMJAY के राष्ट्रीय स्वास्थ्य लाभ पैकेज मास्टर के तहत लिंग पुष्टि सर्जरी से संबंधित प्रक्रिया उपलब्ध नहीं है। इसलिए, किसी भी लाभार्थी ने इस योजना के तहत यह उपचार नहीं कराया है। ये लाभार्थी योजना के तहत अतिरिक्त ट्रांसजेंडर-विशिष्ट उपचार के लिए पात्र हैं।

नड्डा ने कहा कि लिंग पुष्टि सर्जरी और अन्य ट्रांसजेंडर-विशिष्ट चिकित्सा उपचार दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल और डॉ. आरएमएल अस्पताल में उपलब्ध हैं।
मरीजों ने बचाए 28000 करोड़ रुपये- नड्डा

संसद में प्रश्नकाल के दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि जनऔषधि केंद्रों पर कीमतों में कमी के कारण मरीज अबतक 28,000 करोड़ रुपये बचाने में सफल रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि इलाज के लिए सस्ती दवाएं और विश्वसनीय प्रत्यारोपण (अमृत) योजना के तहत मरीज 24,273 करोड़ रुपये बचा सकते हैं।

बता दें कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना फार्माक्यूटिकल्स विभाग द्वारा जन औषधि केंद्र नामक दुकानों में गरीबों और वंचितों को कम कीमत पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई एक योजना है। इस योजना का एकमात्र उद्देश्य कम कीमतों पर दवाएं उपलब्ध करके प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य देखभाल बजट को कम करना है।
वैक्सीन को लेकर क्या बोले नड्डा?

कोरोना काल में दवाओं की सप्लाई को लेकर जेपी नड्डा ने कहा कि सात देशों में कोवैक्सीन गया है। 48 देशों में विश्व मैत्री में मुफ्त वैक्सीन दी गई है। हमने 100 से अधिक देशों को दवाएं भेजीं। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि हमसे भी लोगों ने कहा कि भारत की वैक्सीन सर्वश्रेठ है। इसमें कोई आपत्ति है क्या?

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने सवाल किया कि क्या भारत की 99 फीसदी युवा आबादी अनफिट है।

इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि ये रिपोर्ट फिट-अनफिट की नहीं है। रिपोर्ट है कि 99 फीसदी लोग सफिशिएंट फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते हैं। उनके मुताबिक सफिशिएंट फिजिकल एक्टिविटी का जो मानक है, आप भी और हम भी, बहुत से सदस्य इनसफिशिएंट में ही आते होंगे। 

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Sat, 03 Aug 2024 11:00:44 +0530 admin
भारत में नियुक्तियां जुलाई में सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़ी, सभी सेक्टरों में दिखी बढ़त https://aaj24x7live.com/1058 https://aaj24x7live.com/1058 नई दिल्ली
भारत में नियुक्तियां जुलाई में सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़ी हैं। सभी सेक्टरों में नियुक्तियों में दोहरे अंक में वृद्धि देखने को मिली है। शुक्रवार को जारी की गई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स के मुताबिक, जून के मुकाबले तिमाही आधार पर नियुक्तियों में 11 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है। फार्मा और बायोटेक सेक्टर में सालाना आधार पर 26 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। इस सेक्टर में बड़ौदा और हैदराबाद में नियुक्तियों में क्रमश: 61 प्रतिशत और 39 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

वहीं, एफएमसीजी सेक्टर में नियुक्तियों में 26 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इस सेक्टर में बेंगलुरु और कोलकाता में नियुक्तियां क्रमश: 52 प्रतिशत और 43 प्रतिशत बढ़ी है। रियल एस्टेट और आईटी सेक्टर में पिछले साल के मुकाबले नियुक्तियों में क्रमश: 23 प्रतिशत और 17 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है।

नौकरी के चीफ बिजनेस ऑफिसर, डॉक्टर पवन गोयल ने कहा कि यह पहला महीना है, जब बाजार में सकारात्मक बढ़त देखने को मिली है। यह सभी सेक्टरों में फैला हुआ है। ये काफी अच्छा है। उन्होंने आगे कहा कि यह सकारात्मक बदलाव भारत में व्हाइट कॉलर नौकरियों में उत्थान की एक शुरुआत हो सकती है।

रिपोर्ट में आगे कहा गया कि मशीन लर्निंग इंजीनियर्स, डेटा साइंटिस्ट, बीआई मैनेजर्स और प्रोडक्ट मैनेजर्स की मांग में सबसे ज्यादा इजाफा देखने को मिला है। दिल्ली-एनसीआर और हैदराबाद में नियुक्तियों के कारण वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) में साल-दर-साल 12 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। गुजरात लगातार नियुक्तियों में बढ़त का नेतृत्व कर रहा है। हैदराबाद अलग-अलग सेक्टर में रोजगार सृजन के एक हब के रूप में विकसित हुआ है।

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Sat, 03 Aug 2024 11:00:34 +0530 admin
आशा किरण में 450 लोग बिना उचित भोजन, पानी और दवा के रह रहे हैं, स्वाति मालीवाल राज्यसभा में उठाएंगी मामला https://aaj24x7live.com/1057 https://aaj24x7live.com/1057 नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि उसने मानसिक स्वास्थ्य सुविधा आशा किरण आश्रय गृह में हाल ही में हुई मौतों के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। कथित तौर पर इन आश्रय गृहों में रहने वाले लोगों की मौत “स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और कुपोषण” के कारण हुई है। मालीवाल ने कहा, “पिछले 20 दिनों में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आशा किरण आश्रय गृह में 13 मौतें हो चुकी हैं। कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। जब मैं डीसीडब्ल्यू में थी, तो मैंने यहां की स्थिति का निरीक्षण किया था। यहां की स्थिति बहुत खराब है। यहां न तो उचित स्टाफ है और न ही डॉक्टर।”

उन्होंने कहा, "हमने उस समय एक रिपोर्ट बनाई और उसे दिल्ली सरकार को सौंप दिया, लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई।" उन्होंने मांग की कि इस मुद्दे को उठाया जाए और एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगी। दिल्ली सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई मौतों की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को 48 घंटे के भीतर मामले की रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया।

जुलाई के दूसरे पखवाड़े में 10 महिलाओं समेत 12 मरीजों की मौत हो गई और 45 से अधिक मरीजों को बाहर इलाज के लिए भेजा गया। हालांकि, 12 में से केवल एक शव का पोस्टमार्टम किया गया। सभी मृतकों में दस्त और उल्टी के लक्षण दिखे और मरीजों के शवों को आमतौर पर डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल भेजा जाता था, जो केंद्र से 2 किमी दूर है, जहां बीमार मरीजों का इलाज भी किया जाता था।

इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने दिल्ली सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “आशा किरण में 450 लोग बिना उचित भोजन, पानी और दवा के रह रहे हैं। आतिशी को उन्हें दिए जा रहे दूषित पानी के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।” उत्तरी दिल्ली के रोहिणी इलाके में 350 लोगों की क्षमता वाली आशा किरण की स्थापना 1989 में की गई थी। इसे दिल्ली सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा चलाया जाता है। राज कुमार आनंद के इस्तीफे के बाद से इसका कोई प्रमुख नहीं है।

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Sat, 03 Aug 2024 11:00:23 +0530 admin
देश ने ‘ स्मार्टफ़ोन के ज़रिए’ 800 मिलियन लोगों को ग़रीबी से बाहर निकाला: यूएनजीए अध्यक्ष https://aaj24x7live.com/1056 https://aaj24x7live.com/1056 नई दिल्ली

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने विकास में तेजी लाने के लिए डिजिटलीकरण का उपयोग करने के भारत के प्रयासों की प्रशंसा की तथा कहा कि पिछले पांच-छह वर्षों में भारत ने 800 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग आसानी से अपने बिलों का भुगतान कर सकते हैं और भुगतान केवल अपने स्मार्टफोन का उपयोग करके कर सकते हैं।

"डिजिटलीकरण के माध्यम से तेजी से विकास के लिए आधार प्रदान करना। उदाहरण के लिए, भारत का मामला लें…भारत पिछले 5-6 वर्षों में केवल स्मार्टफोन के उपयोग से 800 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सक्षम रहा है," फ्रांसिस ने संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के व्याख्यान में "वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए शून्य भूख की दिशा में प्रगति में तेजी लाने" के विषय पर कहा।

यूएनजीए अध्यक्ष ने कहा, "वैश्विक दक्षिण के कई हिस्सों में ऐसा नहीं है. इसलिए, समानता की मांग होनी चाहिए. डिजिटलीकरण के लिए वैश्विक ढांचे पर बातचीत में शुरुआती कदम के रूप में इस असमानता को दूर करने के लिए कुछ प्रयास और पहल होनी चाहिए." 

उल्लेखनीय है कि पिछले 10 वर्षों में डिजिटलीकरण नरेंद्र मोदी सरकार का मुख्य फोकस रहा है. पिछले दशक में देश में डिजिटल भुगतान लेनदेन में तेजी से वृद्धि देखी गई . यूपीआई इसमें एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में उभरा है. प्रधानमंत्री मोदी ने JAM पहल – जन धन, आधार और मोबाइल के माध्यम से डिजिटलीकरण के उपयोग को बढ़ावा दिया है.

इसके तहत लोगों को अपना बैंक खाता खोलने के लिए प्रोत्साहित किया गया है. हर खाते को आधार से जोड़ा गया है. इससे देश भर में लोगों को, यहां तक ​​कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी, विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुड़ने और सामाजिक लाभ भुगतान लोगों के बैंक खाते में सीधे पहुंचने में मदद मिली है.

फ्रांसिस ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को लाभ मिलने का एक मुख्य कारण, जबकि अन्य वैश्विक दक्षिण देशों को लाभ नहीं मिला है, यह है कि भारत में इंटरनेट की पहुंच दर बहुत अधिक है।

यूएनजीए अध्यक्ष ने आगे कहा, "भारत में ग्रामीण किसान जिनका बैंकिंग प्रणाली से कभी कोई संबंध नहीं था, वे अब अपने सभी व्यवसाय अपने स्मार्टफोन पर कर पा रहे हैं। वे अपने बिलों का भुगतान करते हैं, ऑर्डर के लिए भुगतान प्राप्त करते हैं। 800 मिलियन लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं। चूंकि भारत में इंटरनेट की पहुंच बहुत अधिक है, इसलिए लगभग सभी के पास सेलफोन है।"

उन्होंने कहा, "वैश्विक दक्षिण के कई हिस्सों में ऐसा नहीं है। इसलिए, समानता की मांग होनी चाहिए, डिजिटलीकरण के लिए वैश्विक ढांचे पर बातचीत के शुरुआती चरण के रूप में इस असमानता को दूर करने के लिए कुछ प्रयास और पहल होनी चाहिए।"

उल्लेखनीय है कि पिछले दस वर्षों में नरेंद्र मोदी सरकार ने डिजिटलीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। पिछले दस वर्षों में देश में डिजिटल भुगतान लेनदेन की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें यूपीआई इस वृद्धि का प्रमुख चालक बनकर उभरा है।

जनधन, आधार और मोबाइल (जेएएम) परियोजना के ज़रिए प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटलीकरण को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसके तहत लोगों से बैंक खाते खोलने का आग्रह किया गया है और हर खाते को आधार से जोड़ा गया है।

इससे नागरिकों के लिए सरकारी कार्यक्रमों और सामाजिक लाभ भुगतानों तक पहुंच आसान हो गई है, जो देश भर में, यहां तक ​​कि दूरदराज के स्थानों में भी, सीधे उनके बैंक खातों में जमा हो जाते हैं।

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Sat, 03 Aug 2024 09:45:53 +0530 admin
प्रधानमंत्री कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे https://aaj24x7live.com/1055 https://aaj24x7live.com/1055 नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को यहां कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीएई) का उद्घाटन करेंगे। भारत में यह सम्मेलन 65 सालों के बाद आयोजित हो रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।

कृषि अर्थशास्त्रियों के अंतरराष्ट्रीय संगठन की ओर से आयोजित छह दिवसीय त्रैवार्षिक सम्मेलन का विषय सतत कृषि-खाद्य प्रणालियों की ओर रूपांतरण है।

सम्मेलन में लगभग 75 देशों के लगभग 1,000 प्रतिनिधि भाग लेंगे।

इसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक संसाधनों का कम होना, बढ़ती उत्पादन लागत और संघर्षों जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में टिकाऊ कृषि की आवश्यकता से निपटना है।

पीएमओ ने कहा कि सम्मेलन वैश्विक कृषि चुनौतियों के लिए भारत के सक्रिय दृष्टिकोण को रेखांकित करेगा और कृषि अनुसंधान और नीति में देश की प्रगति को प्रदर्शित करेगा।

बयान में कहा गया, ‘‘आईसीएई 2024 युवा शोधकर्ताओं और प्रमुख पेशेवरों के लिए वैश्विक साथियों के साथ अपने काम और नेटवर्क को पेश करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। इसका उद्देश्य अनुसंधान संस्थानों और विश्वविद्यालयों के बीच साझेदारी को मजबूत करना, राष्ट्रीय और वैश्विक दोनों स्तरों पर नीति निर्माण को प्रभावित करना और डिजिटल कृषि और टिकाऊ कृषि-खाद्य प्रणालियों में प्रगति सहित भारत की कृषि प्रगति को प्रदर्शित करना है।’’

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Sat, 03 Aug 2024 09:45:45 +0530 admin
जन औषधि केंद्रों से दवाएं खरीदने से मरीजों को 28,000 करोड़ रुपये की बचत हुई: नड्डा https://aaj24x7live.com/1054 https://aaj24x7live.com/1054 नई दिल्ली
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने  लोकसभा में कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत सस्ती कीमतों पर बेची जाने वाली दवाओं और चिकित्सा उपकरणों से लोगों को अब तक 28,000 करोड़ रुपये से अधिक की बचत करने में मदद मिली है।

उन्होंने कहा कि देश भर में जन औषधि केंद्रों के माध्यम से 1,965 दवाएं और 235 चिकित्सा उपकरण बेचे जाते हैं और ये इन केंद्रों पर 52 से 80 प्रतिशत तक की रियायती कीमत पर उपलब्ध हैं।

प्रश्नकाल के दौरान नड्डा ने एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि जन औषधि केंद्रों पर कीमतों में कमी के कारण मरीज अब तक 28,000 करोड़ रुपये बचाने में सफल रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, उपचार के लिए किफायती दवाएं और विश्वसनीय प्रतिरोपण (अमृत) योजना के तहत दवाएं और चिकित्सा उपकरण खरीदने के बाद मरीजों ने 24,273 करोड़ रुपये की बचत की है।

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना औषधि विभाग द्वारा जन औषधि केंद्र नामक विशेष दुकानों के माध्यम से सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई एक योजना है।

इस योजना का उद्देश्य सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं प्रदान करके प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य देखभाल बजट को कम करना है।

वर्ष 2015 में शुरू की गई, ‘अमृत’ योजना जनता को अत्यधिक रियायती दरों पर कैंसर और हृदय रोगों जैसी गंभीर बीमारियों सहित विभिन्न बीमारियों के लिए दवाएं उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक प्रमुख योजना है।

 

 

 

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Sat, 03 Aug 2024 09:45:38 +0530 admin
SC और HC के जज एक साथ अवकाश पर क्यों जाएं , सरकार ने अदालतों से पूछा https://aaj24x7live.com/1053 https://aaj24x7live.com/1053 नई दिल्ली

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जजों को अलग-अलग समय पर अवकाश दिए जाने की सिफारिशों को विचार के लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल और 25 उच्च न्यायालयों के रजिस्ट्रार के समक्ष भेजा है। शुक्रवार को एक लिखित जवाब में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कानून और कार्मिक संबंधी स्थायी समिति ने भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश आर एम लोढ़ा के सुझाव का उल्लेख किया था कि सभी न्यायाधीशों को एक ही समय पर छुट्टी पर नहीं जाना चाहिए। इसकी बजाय वर्ष जजों को वर्ष के अलग-अलग समय पर अपनी छुट्टी लेनी चाहिए ताकि अदालतें लगातार खुली रहें और वे मामलों की सुनवाई के लिए हमेशा मौजूद रहें।

समिति की राय थी कि न्यायालयों की छुट्टियों पर न्यायमूर्ति लोढ़ा के सुझाव पर न्यायपालिका को विचार करना चाहिए। मेघवाल ने सदन को बताया, 'अब सरकार ने इन सिफारिशों को उचित विचार के लिए सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल और संबंधित उच्च न्यायालयों के सभी रजिस्ट्रार जनरलों को भेज दिया है।' फरवरी में संसद में पेश की गई अपनी कार्रवाई रिपोर्ट मेंदिवंगत सुशील मोदी की अध्यक्षता वाली समिति ने सरकार से कहा था कि वह सर्वोच्च न्यायालय और 25 उच्च न्यायालयों पर दबाव डाले कि वे इस सिफारिश पर जल्द से जल्द अपनी प्रतिक्रिया साझा करें। वे विचार करें कि कैसे लंबित मामलों की बड़ी संख्या देखते हुए न्यायाधीश 'चरणबद्ध' अवकाश पर जा सकते हैं।

संसद की स्थायी समिति ने अपनी पिछली सिफारिश में बताया था कि वर्ष के अलग-अलग समय पर अलग-अलग न्यायाधीशों द्वारा चरणबद्ध अवकाश यह सुनिश्चित करेगा कि अदालतें हर साल लगभग दो महीने तक बंद न रहें। गौरतलब है कि गर्मियों और सर्दियों के दिनों में अदालतों में लंबी छुट्टियां होती रही हैं। एक तरफ सर्दियों में क्रिसमस से लेकर नए साल के पहले सप्ताह तक अदालती अवकाश रहता है तो वहीं करीब डेढ़ महीने का ग्रीष्मावकाश रहता है। इसे लेकर चर्चा होती रही है कि आखिर एक साथ अदालतों में इतनी लंबी छुट्टियों का क्या तुक है और इसके चलते नुकसान हो रहा है।

 

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Sat, 03 Aug 2024 09:45:30 +0530 admin
लोकसभा के अंदर सांसदों के तौर&तरीके और व्यवहार से नाराज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, दी नसीहत https://aaj24x7live.com/1040 https://aaj24x7live.com/1040 नई दिल्ली
लोकसभा के अंदर सांसदों के तौर-तरीके और व्यवहार से नाराज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को सदन में खड़े होने के तौर-तरीकों को लेकर कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर को फटकार लगाई। दोनों के बीच सदन में इसे लेकर बहस भी हुई है। दरअसल, शुक्रवार को लोकसभा में प्रश्नकाल की कार्यवाही के दौरान जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा एक सवाल का जवाब दे रहे थे, उस समय मणिकम टैगोर विपक्षी बेंच की तरफ अपनी सीट से पीछे जाकर खड़े होकर एक सांसद के साथ बातें कर रहे थे और उस समय उनकी पीठ लोकसभा अध्यक्ष के आसन की तरफ थी।

स्पीकर बिरला की नजर जैसे ही उस तरफ गई, उन्होंने जवाब दे रहे जेपी नड्डा को रोककर कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर को फटकार लगाते हुए कहा, "आप पीठ पीछे करके मत खड़े हुआ करिए।" कांग्रेस सांसद ने भी जवाब में बहस करते हुए यह पूछ लिया, "कैसे खड़े होना है?" उनके जवाब पर नाराजगी जाहिर करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "मैं वह ट्रेनिंग भी आपको दे दूंगा।"

आपको याद दिला दें कि, इससे पहले 30 जुलाई को सदन की कार्यवाही के दौरान स्पीकर बिरला विपक्ष के नेता राहुल गांधी को भी आसन (लोकसभा अध्यक्ष की चेयर) की तरफ पीठ नहीं करने की नसीहत दे चुके हैं।

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Fri, 02 Aug 2024 22:45:20 +0530 admin
दान लेने वाले और दान देने वाले कॉरपोरेट घरानों के बीच सांठगांठ के कथित आरोपों की SIT जांच से सुप्रीम कोर्ट का इनकार https://aaj24x7live.com/1032 https://aaj24x7live.com/1032 नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए दान लेने वाले राजनीतिक दलों और दान देने वाले कॉरपोरेट घरानों के बीच सांठगांठ के कथित आरोपों की विशेष जांच दल (SIT) से जांच कराने की मांग करने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया है। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने आज इस मामले की सुनवाई की। दो गैर सरकारी संगठनों, कॉमन कॉज और सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन की याचिका में चुनावी बॉन्ड योजना के तहत कथित चंदा लो और धंधा दो की व्यवस्था की न्यायिक निगरानी में जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित करने की मांग की गई थी।

वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने गैर सरकारी संगठन की तरफ से मामले में पैरवी की। सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा कि अधिकांश इलेक्टोरल बॉन्ड के बदले दानदाताओं को कुछ न कुछ बदले में दिए गए हैं। कुछ लोगों को तो कॉन्ट्रैक्ट दिए गए और उनके द्वारा दान की गई रकम कुल कॉन्ट्रैक्ट रकम का एक फीसदी है। प्रशांत भूषण ने कहा, इन मामलों में न केवल राजनीतिक दल बल्कि प्रमुख केंद्रीय जांच एजेंसियां ​​भी शामिल हैं। बकौल भूषण यह देश के इतिहास में सबसे खराब वित्तीय घोटालों में से एक है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने भी फैसले में बिल्कुल यही आशंका जताई थी, और अब जो कुछ सामने आया है, वह बिल्कुल चौंकाने वाला है।

इस पर CJI ने कहा, "हमने पहले ही खुलासा करने का आदेश दे दिया है, अब सामान्य प्रक्रिया का पालन होने दीजिए। हम एक निश्चित बिंदु तक पहुंच गए हैं।" CJI ने पूछा कि एसआईटी इसमें अब क्या जांच कर सकती है? इस पर भूषण ने कहा कि SIT यह जांच कर सकती है कि क्या दोनों पक्षों के बीच चंदा लो और धंधा दो जैसी अदला-बदली या एक हाथ से ले और दूसरे हाथ से दे जैसी भावना और व्यवस्था थी और अगर थी तो इसमें  कौन-कौन लोग शामिल थे?

सीजेआई ने ये भी कहा कि यह वस्तुतः एक खुली जांच होगी लेकिन हमारा मानना ​​है कि आपराधिक प्रक्रिया को नियंत्रित करने वाले कानून के मामले में इस अदालत के किसी भी रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एसआईटी के गठन का आदेश नहीं दिया जाना चाहिए। बता दें कि इसी साल फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दलों को गुमनाम फंडिंग की अनुमति देने वाली चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द कर दिया था और भारतीय स्टेट बैंक को चुनावी बॉन्ड जारी करना तुरंत बंद करने का आदेश दिया था। इसके साथ ही अदालत ने SBI को सभी दानदाताओं के विवरण सार्वजनिक करने का भी आदेश दिया था।

याचिकाओं में दावा किया गया था कि SBI द्वारा जारी किए गए चुनावी बॉन्ड के आंकड़ों से पता चला है कि इनमें से अधिकांश को कॉरपोरेट घरानों द्वारा राजनीतिक दलों को चंदा लो और धंधा लो की व्यवस्था के रूप में दान दिया गया था। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है कि ये समझौते केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या आयकर विभाग सहित केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई से बचने के लिए या फिर आर्थिक लाभ के लिए किए गए हो सकते हैं। इसलिए इनकी न्यायिक निगरानी में SIT से जांच कराई जाए।

 

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Fri, 02 Aug 2024 21:01:07 +0530 admin
कोर्ट के समक्ष एक महिला ने अपनी याचिका में दावा किया कि उसके साथ 30 साल तक रेप हुआ, HC ने रद्द की महिला की याचिका https://aaj24x7live.com/1031 https://aaj24x7live.com/1031 मुंबई
बॉम्बे हाई कोर्ट के समक्ष एक महिला ने अपनी याचिका में दावा किया कि उसके साथ 1987 से 2017 तक रेप हुआ है। महिला ने इसके लिए 73 साल के शख्स को आरोपी बताया। महिला ने आरोप लगाया कि वह पहले से शादीशुदा था और 30 सालों तक वे मुंबई के अलग-अलग होटलों में संबंध बनाते थे। इस बीच वह किसी कारणवश चली गई, जब लौटी तो उसने पहचानने से भी इनकार कर दिया। उच्च न्यायालय ने महिला की याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि एफआईआर से पता चलता है कि दोनों के बीच आपसी सहमति से संबंध बने थे। महिला ने जब आरोपी से संबंध बनाए तो वह बालिग थी और सही-गलत की पूरी समझ रखती थी। हाई कोर्ट ने पूछा कि आप 30 साल तक सहमति से यौन संबंध बना रहे थे तब आपने अपने रिश्ते पर कभी एक शब्द नहीं कहा, तो अब रेप का आरोप क्यों? बॉम्बे हाई कोर्ट की न्यायमूर्ति ए एस गडकरी और न्यायमूर्ति नीला गोखले की खंडपीठ के समक्ष बीते बुधवार को यह मामला आया। अदालत ने सुनवाई कहते हुए कहा कि एफआईआर से पता चलता है कि दोनों के बीच "स्पष्ट रूप से सहमति से संबंध बने थे।" पीठ ने यह भी कहा कि एफआईआर 2018 में दर्ज की गई थी और इस देरी के लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया।

30 साल तक यौन संबंध बनाते रहे और अब…
अदालत ने कहा, "दोनों पक्ष 30 साल से यौन संबंध बना रहे थे। शिकायतकर्ता ने कभी भी रिश्ते पर अपनी कथित आपत्ति के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा। यह दोनों पक्षों के बीच संबंधों में खटास आने और उसके बाद महिला द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का मामला है।"

मामला क्या है
दरअसल, शिकायत के अनुसार, महिला 1987 में उस व्यक्ति की कंपनी में शामिल हुई थी। उस समय, आरोपी ने कथित तौर पर उसके साथ जबरन यौन संबंध स्थापित किए। जुलाई 1987 से 2017 के बीच 30 साल तक आरोपी ने कल्याण, भिवंडी और अन्य स्थानों के विभिन्न होटलों में उसके साथ बलात्कार किया। महिला के मुताबिक, उसने उससे शादी करने का वादा किया, 1993 में उसके गले में 'मंगलसूत्र' डाला और घोषणा की कि वह उसकी दूसरी पत्नी है। उन्होंने आगे कहा कि वह उसे किसी और से शादी करने या संबंध बनाने की इजाजत नहीं देते थे।

जब महिला को हुआ धोखे का आभास
महिला ने दावा किया है कि 1996 में आरोपी को दिल का दौरा पड़ा था इसलिए वह कंपनी की देखभाल करती थीं। हालांकि, सितंबर 2017 में, उनकी माँ कैंसर से पीड़ित हो गईं और उन्हें अपनी नौकरी से छुट्टी लेनी पड़ी। जब उसने सेवा फिर से शुरू की, तो उसने कार्यालय बंद पाया और कंपनी के गेट पर ताला लगा हुआ था। जब वह एक बार फिर उस आदमी के संपर्क में आई, तो उसने उससे शादी करने से इनकार कर दिया और बैंकिंग, आयकर, एक मेडिकल दुकान से संबंधित समझौते और सोने के 'मंगलसूत्र' से संबंधित दस्तावेज भी नहीं सौंपे। उसने उससे मिलने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद महिला ने उसके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

अदालत ने क्या कहा
पीठ ने कहा कि एफआईआर से ही पता चलता है कि महिला को पता था कि आरोपी शादीशुदा है और इस जानकारी के बावजूद उसने शादी के संबंध में उसके आश्वासन पर विश्वास करना जारी रखा। अदालत ने कहा, "वह इतनी वयस्क है कि उसे पता है कि कानून दूसरी शादी करने से मना करता है और शिकायत में ऐसा कोई आरोप नहीं है कि आरोपी ने अपनी पहली पत्नी को तलाक देने और फिर उससे शादी करने का वादा किया था। यह पूरी तरह से महिला की इच्छा से हुआ है।

 

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Fri, 02 Aug 2024 21:00:58 +0530 admin
पूजा खेडकर के बाद 6 सिविल सेवकों के विकलांगता प्रमाणपत्रों की जांच की जाएगी, लटकी तलवार https://aaj24x7live.com/1030 https://aaj24x7live.com/1030 नई दिल्ली
कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ट्रेनी और सेवारत अधिकारियों के सर्टिफिकेट्स को लेकर काफी सजग हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इसी कड़ी में 6 सिविल सेवकों के विकलांगता प्रमाणपत्रों की जांच की जाएगी। दरअसल, संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने बीते बुधवार को ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की उम्मीदवारी रद्द कर दी थी। साथ ही, भविष्य में उसके किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी। खेडकर ने चयन के लिए फर्जी विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) सर्टिफिकेट जमा किए थे। इसे देखते हुए डीओपीटी ने उम्मीदवारों की विकलांगता स्थिति की फिर से जांच के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) को पत्र लिखा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, जिन 6 अधिकारियों के प्रमाणपत्र संदेह के दायरे में हैं उनके मेडिकल सर्टिफिकेट बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। अगर यूपीएससी के नियमों की बात करें तो आरक्षण का लाभ उठाने के लिए कैंडिडेट का न्यूनतम 40 प्रतिशत दिव्यांग होना जरूरी है। UPSC विकलांग उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा, प्रयासों की संख्या और परीक्षा केंद्रों को लेकर छूट देता है। पूजा खेडकर केस को लेकर आयोग ने कहा था कि पिछले 15 वर्षों में यह एकमात्र मामला है, जिसमें वह यह पता नहीं लगा सका कि खेडकर ने एक अभ्यर्थी के लिए सीएसई परीक्षा में बैठने के लिए निर्धारित प्रयासों से ज्यादा बार परीक्षा दी, क्योंकि उसने न सिर्फ अपना नाम बदला, बल्कि अपने माता-पिता के नाम भी बदल दिए।

पूजा खेडकर को अग्रिम जमानत देने से इनकार
बता दें कि दिल्ली की एक अदालत ने पूजा खेडकर को अग्रिम जमानत देने से गुरुवार को इनकार कर दिया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश देवेंद्र कुमार जंगला ने कहा कि दिल्ली पुलिस को यह भी जांच करनी चाहिए कि क्या यूपीएससी में किसी ने खेडकर की मदद की थी। जस्टिस ने मामले में जांच का दायरा भी बढ़ाया। साथ ही, दिल्ली पुलिस को यह जांच करने का निर्देश दिया कि क्या अन्य उम्मीदवारों ने बिना पात्रता के ओबीसी और पीडब्ल्यूडी कोटे के तहत लाभ उठाया है। सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के साथ-साथ यूपीएससी की ओर से भी वकील पेश हुए। उन्होंने ने अर्जी का विरोध करते हुए दावा किया कि खेडकर ने व्यवस्था को धोखा दिया है।

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Fri, 02 Aug 2024 21:00:49 +0530 admin
राहुल गांधी अजीब चीज हैं, सबकी जाति पूछ रहे लेकिन अपनी नहीं बताएंगे : हिमंता सरमा https://aaj24x7live.com/1025 https://aaj24x7live.com/1025 रांची
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अजीब चीज हैं। वे एक तरफ जगह-जगह पत्रकारों से उनकी जाति पूछते हैं और जब लोगों ने उनकी जाति पूछ दी तो वे सवाल उठाते हैं कि मेरी जाति क्यों पूछी? आखिर अगर वे जातीय जनगणना कराना चाहते हैं तो बिना जाति पूछे यह कैसे संभव होगा? हिमंता बिस्वा सरमा ने रांची में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “राहुल गांधी अजीब चीज हैं…वे क्या करते हैं, क्या बोलते हैं…बहुत ही दिक्कत वाले व्यक्ति हैं।”

उन्होंने कहा कि मेरे पास वो वीडियो है, जिसमें राहुल गांधी एआईसीसी हेडक्वार्टर में एक पत्रकार से उसकी और उसके मालिक की जाति पूछ रहे हैं। इसी तरह उन्होंने उत्तर प्रदेश में भी एक अन्य पत्रकार से पूछा कि तुम ओबीसी हो क्या? उन्होंने जाति के सवाल इस तरह से पूछे थे कि लोग उन्हें मारने के लिए तैयार हो गए थे। असम के सीएम ने कहा कि राहुल गांधी की सामंतवादी सोच है कि सबकी जातीय जनगणना हो, लेकिन खुद उनसे उनकी जाति नहीं पूछी जाए। वे चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी, हिमंता बिस्वा सरमा, अनुराग ठाकुर और अमित शाह तो अपनी जाति बताएं लेकिन मैं अपनी नहीं बताऊंगा, क्योंकि मेरे नाम के आगे गांधी लिखा हुआ है। ऐसा हो सकता है क्या? हिमंता बिस्वा सरमा झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हैं। वे दो दिनों के झारखंड दौरे पर हैं। गुरुवार को उन्होंने राज्य के पाकुड़ के गायबथान गांव के लोगों और केकेएम कॉलेज के छात्रों से मुलाकात के बाद आरोप लगाया था कि झारखंड में झामुमो-कांग्रेस-राजद की गठबंधन सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है।

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Fri, 02 Aug 2024 20:00:31 +0530 admin
स्वाति मालीवाल को पीटने के आरोपी बिभव कुमार को लगातार दूसरे दिन अदालत से झटका, याचिका खारिज https://aaj24x7live.com/1024 https://aaj24x7live.com/1024 नई दिल्ली
स्वाति मालीवाल को पीटने के आरोपी बिभव कुमार को लगातार दूसरे दिन अदालत से झटका लगा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी बिभव कुमार की उस याचिका को हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी। बिभव को आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

जस्टिस नीना बंसल कृष्णा की अदालत ने कहा, 'याचिका खारिज की जाती है।' बिभव कुमार इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। एक दिन पहले ही बिभव की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई थी। स्वाति मालीवाल का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास में 13 मई को बिभव ने उन्हें पीटा था। कुमार को 18 मई को गिरफ्तार किया गया था।

कुमार के वकील ने उनकी गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए दलील दी कि एफआईआर दर्ज करने में देरी हुई और उन्हें 18 मई को गिरफ्तार किया गया, जबकि इसी दिन बिभव ने अपनी मर्जी से जांच में शामिल होने के लिए पुलिस को आवेदन दिया था। पुलिस ने इस याचिका का विरोध करते हुए कहा कि कुमार को 'जल्दबाजी में' गिरफ्तार नहीं किया गया था और इसमें किसी भी तरह की कोई गलती नहीं हुई है।

अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद 8 जुलाई को कुमार की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। कुमार के खिलाफ 16 मई को भारतीय दंड संहिता के तहत, आपराधिक धमकी, साक्ष्य नष्ट करने तथा गैर इरादतन हत्या के प्रयास से संबंधित प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पहले निचली अदालत और फिर उच्च न्यायालय ने बिभव की जमानत याचिका खारिज कर दी थी और यह मामला उच्चतम न्यायालय में लंबित है।

 

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Fri, 02 Aug 2024 20:00:18 +0530 admin
देश में 95 प्रतिशत गांवों के पास है इंटरनेट की सुविधा : केंद्र सरकार https://aaj24x7live.com/1009 https://aaj24x7live.com/1009 नई दिल्ली

देश में आज 95 प्रतिशत से अधिक गांवों में 3जी या 4जी मोबाइल कनेक्टिविटी के साथ इंटरनेट की पहुंच है। संचार मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष अप्रैल तक लगभग 6 लाख 44 हजार गांवों में से करीब 6 लाख 13 हजार गांवों में इंटरनेट सेवा पहुंची। इस बीच, भारत में कुल 95 करोड़ 44 लाख इंटरनेट सब्सक्राइबर्स में से 39 करोड़ 83 लाख से ज्यादा ग्रामीण इलाकों से हैं।
 
इसके अलावा, औसत इंटरनेट डाउनलोड स्पीड में भारत की रैंकिंग में 114 रैंक का सुधार हुआ है, जो 2014 में 130 से बढ़कर इस साल 16 हो गई है, औसत डाउनलोड स्पीड 105.85 मेगाबाइट प्रति सेकंड है।

सरकार ने कहा है कि पिछले 10 वर्षों में टेलीकॉम नेटवर्क का देश के सभी कोनों में विस्तार किया गया है। इसमें टियर 2 और टियर 3 शहरों के साथ देश के अंदरूनी इलाके भी शामिल हैं।

सरकार ने ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट ब्रॉडबैंड की सुविधा देने के लिए भारतनेट प्रोजेक्ट शुरू किया। इसका उद्देश्य देश की सभी ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर केबल से जोड़ना था।

सरकार ने बताया कि 2.2 लाख ग्राम पंचायतों में से 2.13 लाख ग्राम पंचायतों को भारतनेट से जोड़ा जा चुका है।

सरकार की ओर से अगस्त 2022 में बॉर्डर एरिया में मोबाइल टावर लगाने के नियमों में बदलाव कर दिया गया था, जिससे कि मोबाइल इंटरनेट सुविधा को ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके।

 

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Fri, 02 Aug 2024 19:00:41 +0530 admin
1221 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना, अब तक 4.80 लाख से ज्यादा https://aaj24x7live.com/1008 https://aaj24x7live.com/1008 जम्मू
 अमरनाथ यात्रा 29 जून से बालटाल और पहलगाम मार्ग पर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच जारी है. गुरुवार 1अगस्त को 1221 यात्रियों को लेकर 36वां जत्था जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुआ. एक अधिकारी ने बताया कि 35वें दिन 1221 यात्री 54 वाहनों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से कश्मीर घाटी के पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों में पहुंचे और जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों की निगरानी में अमरनाथ पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना किए.

गुरुवार सुबह जम्मू से घाटी की ओर रवाना हुए यात्रियों में 958 पुरुष, 322 महिलाएं, 6 बच्चे, 32 साधु और 3 साध्वियां शामिल थीं. इनमें 395 तीर्थयात्री बालटाल मार्ग से और 826 तीर्थयात्री पहलगाम मार्ग से क्रमशः 21 और 33 वाहनों में सवार होकर गए. अधिकारियों के अनुसार 29 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 4.80 लाख से अधिक तीर्थयात्री अमरनाथ की पवित्र गुफा में दर्शन कर चुके हैं.

तीर्थयात्रियों का 35वां जत्था बुधवार को कश्मीर हिमालय में गुफा मंदिर की यात्रा शुरू करने के लिए बालटाल और नुनवान में जुड़वां आधार शिविरों से रवाना हुआ. यात्रियों के नए जत्थे ने सुबह-सुबह पारंपरिक 48 किलोमीटर नुनवान-पहलगाम मार्ग और 14 किलोमीटर बालटाल मार्ग से अपनी यात्रा शुरू की. 52 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक जारी रहेगी.

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Fri, 02 Aug 2024 19:00:34 +0530 admin
HP में भूकंप के झटके, लाहौल स्पीति में सहमे लोग, बाढ़ में 7 की मौत https://aaj24x7live.com/1007 https://aaj24x7live.com/1007 शिमला
 प्रदेश में बादल फटने की घटना की त्रासदी के बाद अब भूकंप के झटके भी महसूस किए गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक रेक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 मापी गई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक इसकी गहराई 5 किलोमीटर रही है। भूकंप सुबह 10 बजे के आसपास आया है। अभी किसी तरह की क्षति की सूचना नहीं मिली है।

कुदरत के कहर से परेशान लोग
पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन से परेशान लोगों को भूकंप के झटके भी झेलने पड़े हैं। हिमाचल में कुदरत का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे अचानक घरों में लोगों को कंपन सा महसूस हुआ तो वे घबरा गए। पल भर में इलाके में अफरातफरी का माहौल हो गया। लोग अपने परिवार समेत घर से निकलकर सड़कों पर आ गए। काफी देर तक डरे सहमे लोग बाहर ही घूमते रहे, उसके बाद वापस गए। घर जाकर भी लोगों को भूकंप का डर सता रहा था।

बादल फटने से अब तक 7 लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना के कई गांव तबाह हो गए। हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत की जानकारी सामने आ चुकी है जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। एसडीआरएफ की ओर से राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। पीएम मोदी ने भी घटना को लेकर दुख जताने के साथ केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद भेजने का आश्वासन दिया है। प्रदेश में कंदराहड़ खुश्वा क्षेत्र, शिमला और कुल्लू बॉर्डर पर श्रीखंड इलाके में बादल फटने की घटना हुई है।

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Fri, 02 Aug 2024 19:00:26 +0530 admin
केरल भूस्खलन: चाय की दुकान चलाने वाली बुजुर्ग महिला ने अपनी कमाई और पेंशन राहत कोष में दान की https://aaj24x7live.com/1006 https://aaj24x7live.com/1006 कोल्लम
 वायनाड भूस्खलन हादसे के बाद व्यवसायी, मशहूर हस्तियां और संस्थाएं मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में लाखों-करोड़ों रुपये दान देने में जुटी हैं। इसी के बीच पीड़ितों की मदद के लिए एक चाय की दुकान चलाने वाली बुजुर्ग महिला भी आगे आई है।

बुजुर्ग महिला ने अपनी सारी कमाई और पेंशन उन लोगों के लिए दान कर दी हैं जो इस हादसे में अपना सब कुछ खो चुके हैं ।

वायनाड भूस्खलन में 190 लोगों की मौत हो चुकी है।

कोल्लम जिले के पल्लीथोट्टम निवासी सुबैदा अपना और अपने पति का पेट पालने के लिए एक छोटी सी चाय की दुकान चलाती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (सीएमडीआरएफ) को 10 हजार रुपए दान किए हैं।

उन्होंने अपनी चाय की दुकान से होने वाली मामूली आय और दंपति को मिलने वाली कल्याणकारी पेंशन से धनराशि दान की है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कुछ दिन पहले ब्याज चुकाने के लिए बैंक से राशि निकाली थी। लेकिन फिर हमने टीवी पर देखा कि वायनाड भूस्खलन में अपना सब कुछ खो चुके लोगों की मदद के लिए सभी से योगदान मांगा जा रहा है।’’

उन्होंने एक टीवी चैनल पर कहा, ‘‘मेरे पति ने तुरंत मुझसे कहा कि मैं जाकर जिलाधिकारी को रुपये दे दूं। उन्होंने कहा कि इस समय लोगों की मदद करना अधिक जरूरी है, ब्याज तो बाद में भी चुकाया जा सकता है। इसलिए मैंने जिलाधिकारी कार्यालय जाकर रुपये जमा करा दिए। मैं वायनाड जाकर मदद नहीं कर सकती।’’

सुबैदा ने आगे कहा कि अगर उसने रुपये जमा किए और उसके साथ कुछ हो जाता है, तो न ही ब्याज का भुगतान किया जा सकेगा और न ही उस राशि से किसी की मदद की जा सकेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘यह तरीका बेहतर है।’’

और लोगों की मदद करने के लिए आगे आने का यह उनका पहला मौका नहीं है।

उन्होंने बताया कि इससे पहले उन्होंने बाढ़ राहत प्रयासों के लिए धन दान करने को अपनी चार बकरियां बेच दी थीं।

उन्होंने कहा कि हालांकि, कई लोगों ने उनके निस्वार्थ कार्य की आलोचना की है।

उन्होंने कहा, ‘‘जब से लोगों ने मेरे काम के बारे में सुना है, कई लोग यहां आए और कहने लगे कि तुमने अपनी कमाई बदमाशों को क्यों दी? उन्होंने कहा कि मैं यहां लोगों को रुपये दे सकती थी। क्या यहां लोगों को रुपये देना ज्यादा महत्वपूर्ण है या वायनाड में लोगों की मदद करना?’’

 

 

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Fri, 02 Aug 2024 19:00:19 +0530 admin
NEET पेपर लीक पर SC का फैसला& पटना और हजारीबाग तक ही सीमित था पेपरलीक का असर https://aaj24x7live.com/1005 https://aaj24x7live.com/1005 नई दिल्ली
 नीट-यूजी 2024 (NEET UG 2024) मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court)  ने कहा कि नीट-यूजी 2024 के पेपर (Paper) में कोई व्यवस्थागत उल्लंघन (systemic violation) नहीं हुआ है। लीक सिर्फ पटना और हजारीबाग (Patna and Hazaribagh) तक सीमित ( limited) था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि केंद्र द्वारा गठित समिति परीक्षा प्रणाली की साइबर सुरक्षा में संभावित कमजोरियों की पहचान करने, जांच बढ़ाने की प्रक्रिया, परीक्षा केंद्रों की सीसीटीवी निगरानी के लिए तकनीकी प्रगति के लिए एसओपी तैयार करने पर भी विचार करेगी।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसने अपने फैसले में एनटीए की संरचनात्मक प्रक्रियाओं में सभी कमियों को उजागर किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम छात्रों की बेहतरी के लिए ऐसा नहीं होने दे सकते। इसलिए जो मुद्दे उठे हैं, उन्हें केंद्र को इसी साल ठीक करना चाहिए, ताकि ऐसा दोबारा न हो।

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 23 जुलाई को विवादों से घिरे NEET-UG 2024 को रद्द करने और दोबारा परीक्षा कराने की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था। तब कोर्ट ने कहा था कि रिकॉर्ड में ऐसा कोई डेटा नहीं है, जो प्रश्नपत्र के व्यवस्थित रूप से लीक होने और अन्य गड़बड़ियों का संकेत दे। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने केंद्र और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और वरिष्ठ अधिवक्ता नरेंद्र हुड्डा, संजय हेगड़े और मैथ्यूज नेदुमप्रा सहित वकीलों की दलीलें करीब चार दिनों तक सुनीं थीं।

सीबीआई के आरोप पत्र में इन लोगों के नाम
इससे पहले नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने जो पहला आरोप पत्र दाखिल किया है, उसमें उम्मीदवारों के साथ ही उम्मीदवारों के माता-पिता, इंजीनियर और पेपरलीक के सरगनाओं के नाम शामिल हैं। सीबीआई ने ये भी कहा कि अभी जांच चल रही है और इस मामले में एक पूरक आरोप पत्र (सप्लीमेंट्री चार्जशीट) भी दायर की जाएगी। पहली चार्जशीट (आरोपपत्र) में 13 आरोपियों के नाम हैं, जिनमें चार नीट उम्मीदवार, एक जूनियर इंजीनियर और पेपरलीक के दो सरगनाओं का नाम शामिल है।

नीट पेपर लीक मामले में खूब हुआ था हंगामा
गौरतलब है कि मेडिकल में प्रवेश के लिए कराई जाने वाली नीट परीक्षा में हुए कथित पेपर लीक को लेकर बीते दिनों देश में काफी हंगामा हुआ था और बड़ी संख्या में लोगों ने फिर से नीट की प्रवेश परीक्षा कराने की मांग की थी। विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर था और फिर से नीट परीक्षा कराने की मांग कर रहा था। मामला सुप्रीम कोर्ट गया और सुप्रीम कोर्ट ने माना कि परीक्षा के दौरान व्यवस्थागत खामियां नहीं हुईं और फिर से परीक्षा कराने से इनकार कर दिया।

सीबीआई ने छह एफआईआर दर्ज की
नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने छह एफआईआर दर्ज की हैं। नीट प्रवेश परीक्षा में धांधली के आरोप में सबसे पहले पटना पुलिस ने 5 मई को मामला दर्ज किया था, जिसे बाद में 23 जून को सीबीआई को सौंप दिया गया। 5 मई तो हुई नीट परीक्षा में देशभर में 23 लाख छात्र शामिल हुए थे। अब तक नीट मामले में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 15 आरोपियों को बिहार पुलिस ने पकड़ा था और अब तक इस मामले में 58 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया जा चुका है।

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Fri, 02 Aug 2024 19:00:11 +0530 admin
शिवराज सिंह चौहान में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा ‘कांग्रेस के DNA में ही किसान विरोध है https://aaj24x7live.com/1001 https://aaj24x7live.com/1001 नई दिल्ली

केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस को  हमेशा शकुनि, चौसर और चक्रव्यूह याद आते हैं. जब हम महाभारत काल में जाते हैं. तब हमें तो कन्हैया याद आते हैं. अनीति और अधर्म किसने किया, ठगी किसने की. कांग्रेस के डीएनए में ही किसान विरोध है.

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री चौहान शिवराज राज्यसभा में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हमेशा शकुनि, चौसर और चक्रव्यूह क्यों याद आते हैं? "जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मुरत देखी तिन तैसी." शकुनि धोखे और कपट के प्रतीक थे, चौसर में धोखा और चक्रव्यूह में घेर कर मारना होता है.  क्या कांग्रेस का असली चेहरा यही है? "जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी" जब हम महाभारत काल में जाते हैं तो हमें भगवान श्रीकृष्ण नजर आते हैं, जबकि विपक्ष को छल-कपट और अधर्म के प्रतीक शकुनी तथा चौसर का ध्यान आता है. कर्ज माफी की बात हो रही थी. मैंने शकुनि, चौसर और ठगी का जिक्र किया. कांग्रेस ने अपने केंद्र और राज्य के घोषणापत्र में कई बार कहा कि सरकार में आते ही कर्ज माफ कर देंगे. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में 10 दिन में 2 लाख तक के कर्ज माफ नहीं तो 11वें दिन मुख्यमंत्री हटाने का वादा किया.

'सड़ा हुआ गेहूं खाने को मजबूर किया'

उन्होंने कहा कि शुरुआत से ही कांग्रेस की प्राथमिकताएं गलत रही हैं. हमारे पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, मैं उनका आदर करता हूं. वह रूस से एक मॉडल देखकर आए और कहा कि इसे लागू करो. चौधरी चरण सिंह ने कहा कि ये गलत है. 17 साल प्रधानमंत्री रहे, लेकिन क्या हुआ. अमेरिका से सड़ा हुआ लाल गेहूं भारत को खाने पर मजबूर किया गया.

शिवराज सिंह ने आगे कहा कि इंदिरा के जमाने में जबरदस्ती लेवी वसूली का काम किया जाता था. भारत आत्मनिर्भर नहीं हुआ. राजीव गांधी ने एग्रीकल्चर प्राइस पॉलिसी की बात जरूर की, लेकिन किसानों की आय बढ़ाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. नरसिम्हा राव की सरकार में भी कृषि से जुड़े उद्योगों की भी डी-लाइसेंसिंग नहीं की. 2004 से 2014 की क्या बात करूं, उस समय घोटालों के देश में जाने जाते थे. भारत की राजनीति में, राजनीतिक क्षितिज पर एक दैदीप्यमान सूर्य का उदय हुआ, जिसने पूरे देश को विश्व से भर दिया- नरेंद्र मोदी. मोदी सरकार ने कृषि की प्राथमिकताएं बदल दीं.

'हमारी हैं छह प्राथमिकताएं'

उन्होंने कहा कि हमारी छह प्राथमिकताएं हैं- उत्पादन बढ़ाना, उत्पादन की लागत घटाना, ठीक दाम देना, कृषि का विविधीकरण और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी धरती सुरक्षित रहे इसके लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का प्रयास. ये सरकार खेती का रोडमैप बनाकर काम कर रही है.

कल हमारे मित्र बजट की बात कर रहे थे. 2013-14 में कृषि का बजट 27664 करोड़ रुपये था. ये बढ़कर आज एक लाख 32 हजार करोड़ है. इसमें फर्टिलाइजर, सहकारिता, डेयरी, फिशरीज इन सबको जोड़ दिया जाए तो इसमें 1 लाख 46 हजार 55 करोड़ और जुड़ेगा. जलशक्ति मंत्रालय अलग है जो सिंचाई के प्रबंध में लगा है. उत्पादन बढ़ाना है तो पहली प्राथमिकता सूखे खेतों में पानी पहुंचाने की. बिना पानी के खेती नहीं होगी. कांग्रेस की सरकारों ने कभी उतनी गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया. अटल बिहारी वाजपेयी ने रिवर लिंकिंग की बात की. इसे सबसे पहले साकार नरेंद्र मोदी ने गुजरात में किया और हमने मध्य प्रदेश में कई नदियों को जीवित करने का काम किया.

PM सिंचाई योजना पर चल रहा है काम: कृषि मंत्री

उन्होंने, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जब रिवर लिंकिंग की बात आई और ये कहा गया कि क्या नर्मदा जी को क्षिप्रा जी से जोड़ा जा सकता है, उन्होंने कहा नहीं, ये संभव नहीं है. हमने तय किया कि करके दिखाएंगे और किया. आज केन-बेतवा को जोड़ने की भी मंजूरी दे दी गई है. बाणसागर जैसे अनेकों बांध वर्षों तक पूरे नहीं हुए क्योंकि खेती और किसान प्राथमिकता नहीं था. प्रधानमंत्री सिंचाई योजना पर भी काम चल रहा है और सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं पर भी काम चल रहा है.

शिवराज ने कहा कि सस्ता खाद मिले, किसान को बेहतर दाम मिले, इसके लिए अनेकों कदम उठाए गए हैं. सस्ता खाद मोदी सरकार देती रहेगी, आश्वस्त करता हूं. पानी पर कई सदस्यों ने चिंता जाहिर की थी. सूक्ष्म सिंचाई योजना लाई गई ड्रिप, स्प्रिंकल के माध्यम से नहर में बहता पानी वाष्पीकरण भी हो जाता है. पिछली सरकार को पानी का महत्व नहीं मालूम था. इस योजना में सरकार ने 23-24 तक 14-15 तक 21 हजार 615 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. उन्होंने मसूर से लेकर चना और तुअर की खरीद तक के आंकड़े गिनाए और कहा कि दलहन में आत्मनिर्भर बनना है और आयात पर निर्भरता समाप्त करना है.

'MSP पर खरीदी जाएंगी फसल'

उन्होंने यह भी बताया सरकार ने फैसला किया है कि एमएसपी पर पूरी की पूरी खरीदी जाएगी, जितना भी किसान उत्पादन करेंगे. सुरजेवालाजी कह रहे थे कि पैदा इतना हुआ और खरीदी इतनी. एमएसपी काहें की होती है. एमएसपी के नीचे दाम मिले तो किसान एमएसपी पर बेचेगा. ठीक मिलेगा तो वो एमएसपी पर बेचने आएगा. मध्य प्रदेश में शरबती गेहूं की कीमत है चार हजार, पांच हजार प्रति क्विंटल. क्या वो भी एमएसपी पर ही बिकवाएंगे. हरियाणा का बासमती चावल भी विदेशों में धूम मचा रहा है. गांव में परंपरा है कि कई बार किसान मजदूरों को पैसे नहीं देते, अनाज ही दे देते हैं. पता नहीं उनको खेती से मतलब है कि नहीं है और आंकड़े पढ़ दिए. सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि एमएसपी पर किसान को विवशता में बेचना पड़ेगा. मार्केट जब सपोर्ट नहीं करेगा तब उसे एमएसपी पर बेचना पड़ता है. इसीलिए मुझे कहना पड़ा था कि किसान का क समझने की आवश्यकता है. एमएसपी निरंतर ऊपर चढ़ना चाहिए. इस पर आप काम करेंगे. शिवराज ने कहा कि किसान हमारे लिए वोटबैंक नहीं, भगवान है. यह मानकर ही हम व्यवहार करेंगे. धान की खेती हो या गेहूं की, जब आवश्यकता हुई, सरकार ने की है. उन्होंने धान खरीद के वर्षवार आंकड़े भी गिनाए और कहा कि एक-एक आंकड़ा रख सकता हूं. आप तो खरीदते ही नहीं थे. दलहन कितना खरीदा गया, ये सरकार है जिसने खरीदा. जब किसान को जरूरत पड़ी, हम पीछे नहीं हटे. न तो पीछे हटे हैं, ना किसान कल्याण में पीछे हटेंगे. मूल्य ठीक मिले, इसके लिए मोदी सरकार संकल्पबद्ध है.

 

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Fri, 02 Aug 2024 17:45:56 +0530 admin
राजधनी दिल्ली के सरकारी शेल्टर होम में 14 बंदियों की मौत; SDM जांच शुरू https://aaj24x7live.com/1000 https://aaj24x7live.com/1000 नई दिल्ली

राजधानी के रोहिणी में दिल्ली सरकार के शेल्टर होम 'आशा किरण' में रहने वाले मानसिक रूप से बीमार 14 लोगों की मौतें होने की बात सामने आई है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली की मंत्री आतिशी ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश देते हुए 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी है।

एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के रोहिणी स्थित सरकारी शेल्टर होम 'आशा किरण' में जनवरी 2024 से अब तक हुई 14 मौतों से संबंधित मामले में दिल्ली की मंत्री आतिशी ने एसीएस राजस्व को तत्काल पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने और 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।

मंत्री ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश करने का भी निर्देश दिया है, जिनकी लापरवाही के कारण ये मौतें हुई हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सुझावात्मक उपाय सुझाने के भी निर्देश दिए हैं।

अधिकांश मृतकों की उम्र 20 से 30 साल के बीच

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एक सरकारी अधिकारी ने बताया, "जनवरी में तीन, फरवरी में दो, मार्च में एक, अप्रैल में तीन और मई में शून्य मौतें हुई थीं। हालांकि, जून और जुलाई में संख्या में चिंताजनक वृद्धि हुई।"

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मरने वाले अधिकांश लोगों की उम्र 20 से 30 साल के बीच थी और मौत का कारण फेफड़ों में इन्फेक्शन, टीबी और निमोनिया सहित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं बताया गया है। सूत्रों ने बताया कि रोहिणी में दिल्ली सरकार द्वारा संचालित बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में दो शवों का पोस्टमॉर्टम होना बाकी है। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि ऐसे मामले भी थे, जिनमें लोगों में कुपोषण के लक्षण दिखे। फूड पॉइजनिंग की संभावना को खारिज करने के लिए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) की रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है।

पहले भी विवादों में घिरा रहा आशा किरण, पहले भी 6 साल 196 की मौत

दिल्ली सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित 350 लोगों के रहने की क्षमता वाले इस शेल्टर होम की स्थापना 1989 में रोहिणी सेक्टर-1 में की गई थी। उस समय, यह पूरे उत्तर भारत में मानसिक रूप से कमजोर लोगों के लिए एकमात्र सरकारी आवासीय सुविधा थी। हालांकि, आशा किरण पिछले कुछ वर्षों में बंदियों की मौत के कारण विवादों में घिरा रहा है।

रिकॉर्ड के अनुसार, 2011 से 2017 के बीच आशा किरण में 123 पुरुष और 73 महिला बंदियों की मौत हुई। 2008-09 में नवंबर और दिसंबर में 16 मौतें हुईं। दिसंबर और जनवरी 2009-10 के बीच कुल 23 बंदियों की मौत हुई; अगस्त और सितंबर 2012-13 के बीच नौ; अक्टूबर और नवंबर 2013-14 में 13; अप्रैल-मई 2014-15 में 11 और नवंबर-दिसंबर 2015-16 में 13 वहीं वर्ष 2017-18 में नवंबर-दिसंबर की अवधि में सात मौतें हुईं। प्रत्येक मौत की सूचना मिलने के बाद स्थानीय जिला मजिस्ट्रेट को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को रिपोर्ट भेजनी होती है। 

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Fri, 02 Aug 2024 17:45:48 +0530 admin
इजरायल और ईरान में बड़ी जंग के आसार, भारत तक पहुंचा तनाव; उड़ानें रद्द https://aaj24x7live.com/999 https://aaj24x7live.com/999 नईदिल्ली
इजरायल और ईरान के बीच बढ़े तनाव का असर भारत तक दिखने लगा है। एयर इंडिया ने इजरायल के लिए अपनी सभी फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया है। शुक्रवार को एयर इंडिया ने बताया कि उसने 8 अगस्त तक के लिए अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है, जो तेल अवीव जानी थीं। एयर इंडिया ने बयान जारी कर बताया, 'मिडल ईस्ट में जैसी स्थितियां हैं, उसे देखते हुए हमने तत्काल प्रभाव से तेल अवीव के लिए उड़ानों को रद्द कर दिया है। 8 अगस्त तक ये फ्लाइट्स कैंसिल रहेंगी। हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा तेल अवीव जाने और आने वाली उड़ाने बुक कराने वाले यात्रियों से भी हम संपर्क में हैं।'

एयर इंडिया ने बताया कि यात्रियों को कैंसिल करने या फिर रिशेड्यूल का चार्ज नहीं देना होगा। हमारी पहली प्राथमिकता यात्रियों और क्रू मेंबर्स की सुरक्षा है। इससे पहले गुरुवार को भी कुछ उड़ानों को एयर इंडिया ने रद्द कर दिया था, जो इजरायल जानी थीं। एयर इंडिया से पहले सिंगापुर, ताइवान और चाइना एयरलाइंस ने भी अपनी फ्लाइट्स के रूट बदले हैं। सभी ने ईरान के आसमान से विमानों को न उड़ने की सलाह दी है।

इसके अलावा इराक, लेबनान और इजरायल के भी आसमान से बचने की सलाह जारी की गई है। गौरतलब है कि दो दिन के अंदर ही इजरायल ने हमास से लेकर हिजबुल्लाह तक के तीन टॉप कमांडरों को मार गिराया था। ये हत्याएं ईरान से लेकर लेबनान तक में घुसकर की गईं हैं। इसके चलते मुस्लिम देशों में गुस्सा है और इजरायल से बदला लेने की मांग हो रही हैं।

इजरायल ने मंगलवार को तेहरान में हमास के टॉप लीडर इस्माइल हानियेह को मार गिराया था। इस पर इजरायल भड़क गया है और उसने बदला लेने का ऐलान किया है। मध्य पूर्व में इसके चलते तनाव भड़का हुआ है और माना जा रहा है कि किसी भी समय ईरान की ओर से बदले की कार्रवाई की जा सकती है। ईरान की ओर से एयरस्ट्राइक भी हो सकती है। वहीं लेबनान में इजरायल ने हिजबुल्लाह कमांडर फुवाद शुक्र को मार गिराया था। इसके चलते लेबनान की ओर से भी इजरायल पर हमला हो सकता है। इस डर के चलते दुनिया भर की एयरलाइंस लेबनान, ईरान और इजरायल के एयरस्पेस को इस्तेमाल नहीं करना चाहतीं।

 

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Fri, 02 Aug 2024 17:45:40 +0530 admin
Reservation जनरल बोगी जैसा हो गया कि हम आ गए, दूसरे को नहीं आने देना: SC जज https://aaj24x7live.com/971 https://aaj24x7live.com/971 नई दिल्ली

अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण में उप-वर्गीकरण पर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ऐतिहासिक फैसला दिया। शीर्ष अदालत की 7 जजों की बेंच ने साफ कहा कि एससी और एसटी कोटे में भी वर्गीकरण होना चाहिए क्योंकि यह एकरूपता वाला समाज नहीं है। इसमें शामिल जातियों की भी अलग-अलग समस्याएं और उन्हें जिस भेदभाव का सामना करना पड़ता है। उसकी प्रकृति में भी अंतर है। यही नहीं बेंच में शामिल 7 में से 4 जजों ने एससी और एसटी कोटे में भी क्रीमी लेयर की वकालत की। उन्होंने कहा कि आरक्षण एक पीढ़ी के लिए ही होना चाहिए। एक बार यदि किसी को आरक्षण का लाभ लेकर नौकरी मिल जाती है तो वह जनरल कैटिगरी के स्तर पर आ जाता है।

ऐसे में आरक्षण का लाभ पाने वाले लोगों की दूसरी पीढ़ी को क्रीमी लेयर के दायरे में लाना चाहिए। बेंच में शामिल एकमात्र दलित जज जस्टिस बीआर गवई ने कहा आरक्षण का सही उद्देश्य है कि देश में समानता को समझा जाए। असमानता वाले समूह में आखिर कैसे सबको एकसमान माना जाता है। इस दलील के आधार पर बेंच ने कहा कि एससी और एसटी में भी क्रीमी लेयर को लागू करना चाहिए। जस्टिस गवई ने कहा, 'सरकार को क्रीमी लेयर की पहचान करने के लिए कोई नीति बनानी चाहिए और लाभ पा चुके लोगों को उससे बाहर करना चाहिए। समानता को पाने का यही एकमात्र तरीका है।'

एक दलित IAS के बेटे की तुलना उसी समाज के गरीब से नहीं हो सकती

जस्टिस बीआर गवई ने अपने लंबे फैसले में कई महत्वपूर्ण टिप्पणियां कीं। उन्होंने कहा कि किसी दलित आईएएस, आईपीएस अथवा अन्य किसी अधिकारी के बच्चे की तुलना गरीब परिवार की संतान से नहीं की जा सकती, जो ग्राम पंचायत या फिर जिला परिषद के स्कूल में पढ़ता हो। उन्होंने कहा कि एससी और एसटी कोटे में भी वर्गीकरण का विरोध करना ऐसे ही है, जैसे ट्रेन के जनरल कोट में संघर्ष होता है। उन्होंने कहा कि जनरल कोच में ऐसा होता है कि जो पहले बाहर रहता है, वह भीतर आने के लिए संघर्ष करता है। इसके बाद वह जब भीतर आ जाता है तो फिर हरसंभव प्रयास करता है कि बाहर वाला न आने पाए।

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Fri, 02 Aug 2024 15:00:36 +0530 admin
कुछ ऐसी है UPSC उम्मीदवारों के संघर्ष की कहानी, बिना खिड़की के डिब्बेनुमा कमरों में देखे जाते हैं IAS बनने के सपने https://aaj24x7live.com/970 https://aaj24x7live.com/970 नई दिल्ली
छोटे-छोटे, खिड़की रहित कमरों में पेइंग गेस्ट के तौर पर रहने वाले, सिविल सेवा अभ्यर्थियों की आंखों में पलता यह सपना उन्हें राहत देता है कि एक दिन उनका भी आएगा जब वे अफसर बन जाएंगे और अपनी पसंदीदा जिंदगी जिएंगे। ओल्ड राजेंद्र नगर के एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक पानी भरने से तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत की घटना ने उन खराब परिस्थितियों को उजागर किया है जिसमें कई सिविल सेवा उम्मीदवार आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए विषम हालात में रहते हैं। ओल्ड राजेंद्र नगर हो या मुखर्जी नगर, दिल्ली के विभिन्न कोचिंग केंद्र की कहानी एक जैसी ही है। पिछले डेढ़ साल से राजेंद्र नगर में

ग्राउंड फ्लोर पर एक कमरे में रह रहे उत्तर प्रदेश के एक सिविल सेवा अभ्यर्थी ने कहा, ‘‘राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर में लगभग हर मकान के मालिक ने अपने घर को पेइंग गेस्ट आवास में बदल दिया है।'' मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में कक्षाएं लेने वाले 28 वर्षीय यूपीएससी अभ्यर्थी ने कहा कि छात्रों की संख्या बहुत ज्यादा है और जगह कम है इसलिए गरीब परिवारों के लोगों के पास रहने के लिए बहुत कम विकल्प हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छे पैसे कमाने के लिए पीजी के मालिक एक बड़े कमरे को पर्दे से अलग अलग हिस्से में बांट देते हैं। ऐसे कमरों में करीब पांच से छह छात्र रहते हैं।'' आम तौर पर इन हालात में छात्र सोचते हैं ‘‘अभी झेल लो, एक बार नौकरी लग गई, तो आगे पीछे नौकर-चाकर होंगे।''

शहर के दो कोचिंग केंद्रों में रहने वाले कई सिविल सेवा अभ्यर्थियों का कहना है कि वे बिना खिड़की वाले बेसमेंट में रहते हैं, जो हर बार भारी बारिश होने पर पानी से भर जाते हैं। उनका कहना है कि ऐसे कमरों की कीमत ग्राउंड फ्लोर या ऊपरी मंजिलों के कमरों की तुलना में आधी है। एक अन्य सिविल सेवा अभ्यर्थी ने कहा ‘‘अगर कोई ग्राउंड या ऊपरी मंजिलों पर रहना चाहता है, तो उसे कम से कम 25,000 से 30,000 रुपये प्रति माह खर्च करने होंगे। जो लोग बेसमेंट में रह रहे हैं, उन्हें लगभग 15,000 से 20,000 रुपये प्रति माह देने पड़ रहे हैं। खतरा तो है लेकिन पैसे बच जाते हैं।''

ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश के कारण पानी भर जाने से सिविल सेवा के तीन अभ्यर्थियों की मौत की घटना बाद छात्रों ने कहा कि वे ऐसे बेसमेंट में रहकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। इसके बावजूद वे संघर्ष का महिमामंडन करते हैं। एक छात्र ने कहा, ‘‘यह सिविल सेवाओं का आकर्षण है कि ऐसी समस्याओं को नजर अंदाज कर दिया जाता है।'' न केवल पीजी में भीड़ है बल्कि कक्षाओं का भी यही हाल है। उचित सुविधाएं नहीं होने के बावजूद छात्रों की संख्या बढ़ती ही जाती है। कक्षा में 100 छात्र होने पर भी मालिक 120 से 125 से अधिक छात्रों को समायोजित करने का प्रयास करते हैं। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे एक छात्र ने कहा, ‘‘जो लोग बैठने या कक्षा में आने में असमर्थ हैं, उन्हें रिकॉर्ड की गई वीडियो सामग्री दी जाती है जिसका वे बेसमेंट की लाइब्रेरी में बैठ कर अध्ययन करते हैं।''

बेसमेंट को पीजी के रूप में किराए पर देना गैरकानूनी है, क्योंकि दिल्ली के मास्टर प्लान (एमपीडी) 2021 में ऐसी जगहों का केवल भंडारण, पार्किंग और उपयोगिता क्षेत्रों के तौर पर उपयोग करने की अनुमति है। असम के एक अन्य आईएएस अभ्यर्थी ने कहा, ‘‘अचानक सरकार सख्त हो गई है, लेकिन यह सिर्फ़ कुछ समय की बात है क्योंकि एक घटना घटी है। हकीकत में कुछ भी लागू नहीं किया जाएगा। समस्या ऐसी ही रहेगी। यह स्थिति सिर्फ़ राजेंद्र नगर के कोचिंग संस्थान तक सीमित नहीं है। सभी की समस्या एक जैसी है।''

 

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Fri, 02 Aug 2024 15:00:28 +0530 admin
दिल्ली में कोचिंग हादसे पर घिरे विकास दिव्यकीर्ति ने पीड़ित स्टूडेंट्स की मदद के लिए दो बड़े ऐलान किए https://aaj24x7live.com/969 https://aaj24x7live.com/969 नई दिल्ली

दिल्ली में कोचिंग हादसे पर चुप्पी की वजह से सवालों में घिरे विकास दिव्यकीर्ति ने पीड़ित स्टूडेंट्स की मदद के लिए दो बड़े ऐलान किए हैं। प्रतिक्रिया में देरी के लिए माफी मांग चुके विकास दिव्यकीर्ति ने एक तरफ जहां हादसे में जान गंवाने वाले स्टूडेंट्स के परिवारों की आर्थिक सहायता का ऐलान किया तो दूसरी तरफ इस कोचिंग के अन्य स्टूडेंट्स को मुफ्त क्लास देने की भी घोषणा की।

विकास दिव्यकीर्ति के संस्थान 'दृष्टि आईएएस' के आधिकारिक एक्स हैंडल से शुक्रवार को बयान जारी किया गया। इसमें विकास दिव्यकीर्ति की ओर से पीड़ित परिवारों और हादसे वाले कोचिंग संस्थान के स्टूडेंट्स की ओर मदद का हाथ बढ़ाया गया है। दिव्यकीर्ति ने पीड़ित परिवार को 10-10 लाख रुपए देने की घोषणा करते हुए कहा कि कोई भी राशि बच्चों के ना रहने की पीड़ा नहीं मिटा सकती है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी किसी तरह की मदद की आवश्यकता इन परिवारों की होगी तो वह करेंगे।

विकास दिव्यकीर्ति ने कहा-
पिछले कुछ दिनों में ओल्ड राजेंद्र नगर में हुई दो दुर्घटनाओं में चार होनहार विद्यार्थियों का असमय निधन हुआ। एक विद्यार्थी नीलेश राय का निधन जलमग्न सड़क पर करेंट लगने से हुआ जबकि तीन विद्यार्थी श्रेया यादव, तान्या सोनी और निविन डाल्विन एक कोचिंग संस्थान की बेसमेंट में हुए आकस्मिक जल-भराव के शिकार हुए। यह समय निश्चित तौर पर चारों बच्चों के परिवारों के लिये अत्यंत कठिन है। इस अपार दुख में हम उनके साथ खड़े हैं।

हम जानते हैं कि कोई भी राशि बच्चों के न रहने की पीड़ा को नहीं मिटा सकती, फिर भी इस दुख की घड़ी में अपनी साझेदारी व्यक्त करने के एक विनम्र प्रयास के रूप में, दृष्टि IAS ने चारों शोक-संतप्त परिवारों को ₹10 लाख (प्रत्येक) की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

यदि इस शोक के समय में या इसके बाद, हम किसी और प्रकार से भी शोकाकुल परिवारों की सहायता कर सके तो कृतज्ञता महसूस करेंगे।

इसके अतिरिक्त, Rau's IAS के सभी वर्तमान विद्यार्थियों की मदद करने के लिये भी हम तत्पर रहेंगे। हम सामान्य अध्ययन, टेस्ट सीरीज़ और वैकल्पिक विषयों की तैयारी के लिए उन्हें निशुल्क शैक्षणिक सहायता और कक्षाएँ उपलब्ध कराएंगे। जो विद्यार्थी इस सुविधा का लाभ लेना चाहें, वे सोमवार, 5 अगस्त 2024 से हमारे करोल बाग स्थित कार्यालय में मौजूद सहायता डेस्क पर संपर्क कर सकते हैं।

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Fri, 02 Aug 2024 15:00:17 +0530 admin
बारिश&बाढ़&लैंडस्लाइड का कहर, केदारनाथ यात्रा के रास्ते में फंसे श्रद्धालु, 4000 को किया गया रेस्क्यू https://aaj24x7live.com/963 https://aaj24x7live.com/963 रुद्रप्रयाग

केदारघाटी में बीती रात्रि को हुई अत्यधिक बारिश से लिनचोली के समीप जंगलचट्टी में बादल फटने से रामबाड़ा, भीमबली लिनचोली का रास्ता पूरी तरह से बंद होने के बाद जिला प्रशासन बिना देरी के राहत एवं बचाव कार्य में लग गया। एक ओर जहां अतिवृष्टि की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन की टीम द्वारा रेस्क्यू करते हुए इन स्थानों में फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया वहीं दूसरी ओर उन्हें आवश्यकता के अनुसार पानी की बोतल व फूड पैकेट भी उपलब्ध कराए गए। देर शाम तक केदारनाथ यात्रा मार्ग से 4000 से अधिक श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया। जिसमें लगभग 700 श्रद्धालुओं का हैली के माध्यम से रेस्क्यू किया गया। फंसे हुए श्रद्धालुओं को जीएमवीएन एवं अन्य सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। मुख्यमंत्री, आपदा सचिव एवं गढ़वाल कमिश्नर इसपर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उधर पीएमओ कार्यालय से भी हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया है।

देर रात्रि हुई अतिवृष्टि के बाद आज प्रातः मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी एवं मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारी सौरभ गहरवार से घटना की जानकारी ली। साथ ही जिलाधिकारी से हुई वार्ता में यात्रा मार्ग में फंसे हुए श्रद्धालुओं का प्राथमिकता के आधार पर रेस्क्यू करते हुए उन्हें सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने हेतु निर्देशित किया गया। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के मध्य करीब डेढ सौ मीटर रास्ते के बहने के बाद एसडीआरएफ, डीडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीमों के सहयोग से लगभग 4000 श्रद्धालुओं को निकाला गया। इसमें भीमबली और लिनचोली में बाधित हुए रास्ते के कारण पांच हैली सेवाओं के माध्यम से करीब 700 लोगों का रेस्क्यू किया गया। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं को आश्वस्त किया गया है कि कल से हवाई सेवा हेतु चिनूक एवं एमआई की सेवा उपलब्ध करा दी जाएंगी तथा यथाशीघ्र उनको रेस्क्यू कर लिया जाएगा। केदारनाथ धाम में 10-14 दिनों के लिए खानपान की पूर्ण व्यवस्था उपलब्ध है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का हवाई एवं मौके पर सर्वेक्षण किया। साथ ही उनके द्वारा रेस्क्यू कर रही टीमों की हौसला अफजाई की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से वार्ता कर उनसे फीडबैक लिया। मौके पर पहुंचने पर श्रद्धालुओं द्वारा मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया।

अत्यधिक बारिश के चलते केदार घाटी के लिए जाने वाली 33 केवी की विद्युत सप्लाई बाधित होने के बाद प्राथमिकता के आधार पर श्री केदारनाथ धाम में 11 केवी लाइन की विद्युत सप्लाई के जरिए विद्युत आपूर्ति की जा रही है।वहीं गौरीकुंड, सोनप्रयाग व लिनचोली में विद्युत व्यवस्था सुचारू करने हेतु कार्य गतिमान है, जिसके लिए 55 लोगों द्वारा कार्य गतिमान है। यात्रा मार्ग में पेयजल व शौचालय की व्यवस्था दुरूस्त है।

वायुसेना कर रही है मदद

फंसे हुए लोगों को लाने के लिए लगातार वायु सेना का भी सहारा लिया जा रहा है. एयर लिफ्ट में तेजी लाने के लिए वायु सेना का चिनूक एवं एमआई 17 हेलिकॉप्टर भी शुक्रवार सुबह गौचर पहुंच गए हैं. एमआई 17 ने एक चक्कर लगाकर 10 लोगों को रेस्क्यू कर गौचर पहुंचा दिया है.

वायुसेना ने बयान जारी करते हुए कहा, 'भारतीय वायुसेना ने केदारनाथ से बचाव अभियान शुरू किया है. Mi17V5 और चिनूक के जरिए भारतीय वायुसेना ने केदारनाथ में बचाव अभियान शुरू किया है. एक चिनूक और एक Mi17 V5 हेलिकॉप्टर के साथ NDRF की टीमों को बचाव स्थलों पर ले जाया गया. आगे की कार्रवाई के लिए भारतीय वायुसेना के और उपकरण स्टैंडबाय पर हैं.'

CM ने की प्रभावितों से मुलाकात
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'केदारघाटी में बुधवार रात्रि को हुई अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर स्थानीय लोगों एवं विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं से भेंट कर उनका कुशलक्षेम जाना. इस दौरान जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग को क्षतिग्रस्त सड़कों और पैदल मार्गों के सुधारीकरण का कार्य तेजी से किए जाने एवं संवेदनशील स्थानों से लोगों को जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए.'

उन्होंने सचिव से यह भी कहा कि अतिवृष्टि के कारण राहत एवं बचाव कार्यों के लिए जिलाधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार की सहायता मांगे जाने पर उन्हें तुरंत उपलब्ध करायी जाए.

बादल फटना किसे कहते हैं?
बादल का फटना या क्लाउडबर्स्ट का मतलब, बहुत कम समय में एक सीमित दायरे में अचानक बहुत भारी बारिश होना है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, अगर किसी एक इलाके में 20-30 वर्ग किलोमीटर दायरे में एक घंटे में 100 मिलीमीटर बारिश होती है तो उसे बादल का फटना कहा जाता है. आम बोलचाल की भाषा में कहें तो किसी एक जगह पर एक साथ अचानक बहुत बारिश होना बादल फटना कहा जाता है.अब आपको बताते हैं कि बादल फटने की घटना कब होती है?

कैसे फटता है बादल

तापमान बढ़ने से भारी मात्रा में नमी वाले बादल एक जगह इकट्ठा होने पर पानी की बूंदें आपस में मिल जाती है इससे बूंदों का भार इतना ज्यादा हो जाता है कि बादल का घनत्व बढ़ जाता है, इससे एक सीमित दायरे में अचानक तेज बारिश होने लगती है, इसे ही बादल फटना कहा जाता है.

बादल फटने की घटनाओं के मामले में देश के दो राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सबसे अधिक संवेदनशील माने जाते हैं. इन दोनों पहाड़ी राज्यों में अब मॉनसून की बारिश के दौरान बादल फटना आम हो गया है. विशेषज्ञों के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन के कारण आने वाले वर्षों में बादल फटने की आपदाओं में ज्यादा बढ़ोतरी की आशंका है. यानी अभी तो ये ट्रेलर, कुदरत आगाह कर रही है, अभी नहीं संभले तो जान और माल दोनों से हाथ धोना पड़ेगा.

इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ सहित जिला एवं तहसील प्रशासन के लगभग 500 कार्मिकों द्वारा अलग-अलग सेक्टर में कार्य किया जा रहा है। सभी सेक्टरों को अलग-अलग 7 सेक्टरों में बांटा गया है। तथा अलग-अलग सेक्टर में अलग-अलग टीमें गठित हैं जो उनसे संबंधित लोगों से लगातार संपर्क कर रही है। साथ ही किसी स्थिति में किसी के फंसे होने अथवा अन्य किसी भी तरह की सहायता हेतु टीमें मुस्तैद हैं।

वहीं केदारनाथ धाम के मोटर मार्गों को भी दुरूस्त कर लिया गया है। रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक को पूर्णतः यातायात हेतु सुचारू किया जा चुका है। जबकि सोनप्रयाग से गौरीकुंड मार्ग पर भी कार्य शुरू किया जा चुका है। दिनभर में

लिनचोली, भीमबली सहित अन्य स्थानों पर खाद्य विभाग द्वारा लगभग 5 हजार फूड पैकेट का वितरण किया गया। इसके अलावा जीएमवीएन द्वारा वहां फंसे लोगों को लंच की भी व्यवस्था की गई। वहीं गौरीकुंड में भी खाद्य विभाग के द्वारा भोजन व्यव्स्था कारवाई गई। इसके अतिरिक्त सोनप्रयाग व गौरीकुंड में भी फूड पैकेट उपलब्ध कराए गए हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह द्वारा भी लोगों को फूड पैकेट उपलब्ध कराए गए।

चिनूक, एमआई सहित अन्य हवाई सेवाएं निर्बाध रूप से रेस्क्यू कर सकें इसके लिए तीन एटीएफ के टैंकर रुद्रप्रयाग के लिए रवाना हो गए हैं। जिसमें मोहाली से 11 किलोलीटर जबकि देहरादून एवं सहारनपुर 10-10 किलोलीटर के एटीएफ रुद्रप्रयाग पहुंचने जा रहे हैं।

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Fri, 02 Aug 2024 13:45:27 +0530 admin
सुप्रीम कोर्ट ने हेरोइन रखने की आरोपी महिला को जमानत देने से इनकार कर दिया https://aaj24x7live.com/962 https://aaj24x7live.com/962 नई दिल्ली
 सुप्रीम कोर्ट ने हेरोइन रखने की आरोपी महिला को जमानत देने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि वह एनडीपीएस केसेज में गांजा और चरस तक तो जमानत दे सकती है। लेकिन हेरोइन के मामले में वह ऐसा बिल्कुल भी नहीं करेगी। कोर्ट के इसके पीछे की वजह भी स्पष्ट की और कहा कि यह ऐसा नशा है जो सब खत्म कर देता है। युवा पीढ़ी पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है। जस्टिस सीटी रविकुमार और संजय करोल की बेंच ने सुनवाई करते हुए कहा कि जब भी गांजा या चरस से जुड़े मामले होते हैं तो हम जमानत के पक्षधर होते हैं। लेकिन हेरोइन के मामले में हम ऐसा ऐसा नहीं कर सकते हैं। हमें इसको लेकर सख्त रवैया अपनाना ही होगा।

मामला 61 साल की महिला से जुड़ा है, जिसके ऊपर 500 ग्राम हेरोइन रखने का आरोप है। महिला उसी कार में यात्रा कर रही थी, जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ पाया गया था। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने इस मामले में आरोपी को जमानत देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद यह मामला शीर्ष अदालत तक पहुंचा था। यहां पर महिला आरोपी की तरफ से पेश वकील ने उसकी उम्र का हवाला देते हुए जमानत मांगी थी। इसके साथ ही उन्होंने दलील दी कि महिला के पास से कुछ भी नहीं मिला था।

इसके बाद जस्टिस रविकुमार ने वकील को याद दिलाया कि महिला के ऊपर 500 ग्राम हेरोइन लेकर चलने का आरोप है। जस्टिस करोल ने आगे कहा कि हेरोइन सबकुछ तबाह कर देती है। उन्होंने कहा कि यह युवा पीढ़ी को पूरी तरह से खत्म कर देती है। हम इस मामले में किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं। महिला की तरफ से एडवोकेट श्रेय कपूर सुप्रीम कोर्ट में दलील रख रहे थे।

 

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Fri, 02 Aug 2024 13:45:20 +0530 admin
ED ने नौ घंटे की पूछताछ के बाद कांग्रेस नेता भारत भूषण को किया गिरफ्तार https://aaj24x7live.com/961 https://aaj24x7live.com/961  लुधियाना
 प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पंजाब के लुधियाना में वरिष्ठ कांग्रेस नेता भारत भूषण से मनी टेंडर मामले में नौ घंटे पूछताछ की। स्पष्ट जवाब नहीं मिलने पर उनको गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस नेता के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है

कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी को लेकर ईडी अधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि "मनी लांड्रिंग टेंडर घोटाले के तहत भारत भूषण आशु को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए, इसके कारण उनकी गिरफ्तारी हुई है। भारत भूषण आशु को मेडिकल करवाने के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया है।"

पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता भारत भूषण आशु को प्रवर्तन निदेशालय से समक्ष पेश होने के लिए दो दिन पहले ही नोटिस जारी किया गया था। गुरुवार को वो सुबह 10.30 बजे ईडी दफ्तर में पेश हुए। यहां पर उनसे नौ घंटे पूछताछ चली। ईडी अधिकारियों ने उनसे मनी टेंडर घोटाले से जुड़े सवाल किए। देर शाम उनको गिरफ्तार कर लिया गया और मेडिकल कराने के लिए जालंधर के सिविल अस्पताल लाया गया।

बता दें कि भारत भूषण आशु पूर्व में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के प्रभारी थे। इस दौरान इन पर करीब दो हजार करोड़ रुपए के टेंडरों में घोटाले का आरोप लगा था। प्रदेश की मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन के टेंडरों में बड़ी मात्रा में अनियमितता पाई गई थी। उस दौरान जांच में ईडी को करीब डेढ़ करोड़ रुपये की संपत्ति के दस्तावेज और करीब 30 लाख रुपये नकदी मिले थे।

ट्रांसपोर्टेशन और सप्लाई के नाम पर फर्जीवाड़े का आरोप

जब इस मामले की जांच शुरू हुई तो यह पाया गया कि ट्रांसपोर्टेशन और सप्लाई के नाम पर कई फर्जी गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया था. इस मामले में विजिलेंस ने कोर्ट में चलान पेश किया था, जिसके बाद ईडी ने इस मामले की जांच शुरू की. जांच में यह पाया गया कि अनाज मंडियों में नकली नंबर पलेट लगाकर माल की ढुलाई की गई थी. आरोपियों ने जो नंबर प्लेट दिखाए थे, वे स्कूटर, मोटरसाइकिल व थ्री व्हीलर के थे, जिससे माल की ढुलाई नहीं की जा सकती है.

करीब 2 महीने पहले इस मामले में पंजाब के कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों पर भारत भूषण आशु को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा था, जिसके बाद कुछ गिरफ्तारियां भी हुई थी.

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Fri, 02 Aug 2024 13:45:11 +0530 admin
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उन्हें अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया, पूजा खेडकर अब होगी गिरफ्तार! https://aaj24x7live.com/952 https://aaj24x7live.com/952 नई दिल्ली
पूर्व प्रशिक्षु आईएएस पूजा खेडकर को दिल्ली की अदालत से एक और झटका लगा है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उन्हें अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया है। पूजा खेडकर पर धोखाधड़ी कर यूपीएससी की परीक्षा पास करने का आरोप है। खेडकर को अग्रिम जमानत से इनकार के बाद कोर्ट ने यूपीएससी और दिल्ली पुलिस को जांच करने का आदेश दिया है।

पूजा खेडकर को अग्रिम जमानत देने से इनकार करने के बाद कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को जांच का दायरा बढ़ाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही न्यायाधीश देवेंद्र कुमार जंगाला ने आदेश देते हुए कहा कि जांच की जाए कहीं अन्य लोगों ने भी बिना पात्र हुए ओबीसी और दिव्यांग कोटे का लाभ तो नहीं उठाया है। बता दें कि पूजा खेडकर पर यूपीएससी परीक्षा में फर्जी तरह से सर्टिफिकेट बनवाने और इस आधार पर परीक्षा में ज्यादा अवसर पाने का आरोप लगा है। इस मामले में पूजा खेडकर ने गिरफ्तारी से पहले जमानत के लिए पटियाला हाउस कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया है।

दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए दिल्ली पुलिस को जांच का आदेश दिया है। कोर्ट को शक है कि कहीं यूपीएससी के अंदर से किसी ने पूजा की मदद तो नहीं की है। कोर्ट के आदेश के बाद अब दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच करेगी।

बीते बुधवार को पूजा खेडकर मामले पर यूपीएससी ने बड़ा ऐक्शन लिया था। आयोग ने पूजा की आईएएस उम्मीदवारी पर रोक लगा दी थी। इसके साथ ही आयोग ने पूजा को यूपीएससी द्वारा आयोजित किसी भी परीक्षा में शामिल होने से प्रतिबंधित कर दिया है। इस मामले पर जानकारी देते हुए हुए यूपीएससी ने कि आयोग ने उपलब्ध जानकारियों के आधार पर पूरी जांच की है। इस जांच में पूजा को आयोग के नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है।

 

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Fri, 02 Aug 2024 12:45:52 +0530 admin
वायनाड में 13 फुटबॉल मैदान जितनी बड़ी जगह में मची तबाही…. सैटेलाइट तस्वीरों ने चौंकाया https://aaj24x7live.com/935 https://aaj24x7live.com/935 वायनाड

वायनाड में मंगलवार तड़के कुदरत का ऐसा कहर बरपा कि सैकड़ों जिंदगियां मौत के मुंह में समा गईं. कई घायल हैं और ऐसे लोगों की भी संख्या काफी बड़ी है जो परिवार से अलग हो गए हैं, अकेले रह गए हैं और बिछड़ गए हैं. बड़ी संख्या में लोग लापता भी हुए हैं और इनमें से कई ऐसे हैं, जिनकी जीवित बचे रह जाने की उम्मीद कम ही है. आंकड़ों में बात करें तो अब तक 256 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. लैंडस्लाइड के कारण 4 गांव मलबे में तब्दील हो गए हैं और अब वहां कुछ नहीं बचा है.    

इस भीषण आपदा को लेकर इसरो ने भी चिंता जताई है और अपनी एक स्टडी में कहा है कि वायनाड में जितने बड़े हिस्से पर लैंडस्लाइड का प्रभाव पड़ा है, वह भूखंड इतना बड़ा है कि इस एरिया में 13 से अधिक इंटरनेशन फुटबॉल ग्राउंड बनाए जा सकते थे. लैंड स्लाइड के कारण इतना बड़ा भूखंड  इरुवाझिनझी नदी में समा गया है और इसी हिस्से पर बसे लोग मलबों के साथ बह गए. केरल के वायनाड के तीन गांवों में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई है.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने  भूस्खलन वाले क्षेत्र का एरियल सर्वे किया. सैटेलाइट डेटा पर बेस्ड असेसमेंट में सामने आया कि लैंडस्लाड में लगभग 86,000 वर्गमीटर एरिया धसकते हुए मलबे में तब्दील हो गया. फीफा के नियमों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए फुटबॉल मैदान का आकार कम से कम 6,400 वर्गमीटर होना चाहिए. इस तरह देखा जाय तो यहां 13 से अधिक मैदान बनाए जा सकते थे.

31 जुलाई को अपने RISAT-2B सैटेलाइट द्वारा कैप्चर की गई सैटेलाइट इमेजरी के आधार पर इसरो के विश्लेषण में कहा गया है कि भूस्खलन से हुआ कीचड़, बड़े पत्थरों और उखड़े हुए पेड़ों के साथ लगभग 8 किमी तक बहता रहा और आखिरकार चेलियार नदी की एक सहायक नदी में गिर गया. इसरो ने कहा, "बहते आ रहे मलबे की तेज गति ने इरावानीफुज़ार नदी के मार्ग को चौड़ा कर दिया है, जिससे इसके किनारे टूट गए हैं."

आपदा में जो जीवित बचे वह इसकी विभीषिका बताते हुए अभी भी कांप उठते हैं. उन्होंने इस मलबे को कीचड़ की दीवार कहा है और उनका कहना है कि इसी के कारण सैकड़ों घर और कई बुनियादी ढांचे दफन हो गए.

इस आपदा के केंद्र में इरुवाझिंझी नदी है, जो मुंडक्कई से लगभग 3 किमी ऊपर पहाड़ियों से निकलती है. इसरो ने कहा कि भूस्खलन समुद्र तल से लगभग 1500 मीटर की ऊंचाई पर हुआ.

इंडिया टुडे की ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम द्वारा किए गए इलाके के मानचित्रण से पता चला है कि आबादी वाले इलाकों के करीब पहुंचने पर नदी तेजी से और लगातार अपनी ऊंचाई खोती जा रही है. इसका मतलब यह भी है कि जैसे-जैसे यह नीचे की ओर बहती है इसकी धाराएं मजबूत होती जाती हैं. इसके रास्ते में पहला शहर, मुंडक्कई, लगभग 950 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इसका मतलब है कि नदी की ऊंचाई प्रोफ़ाइल लगभग 3 किमी की दूरी में लगभग 550 मीटर कम हो जाती है.

अधिकारियों ने कहा कि विथिरी में 48 घंटों में लगभग 57 सेमी बारिश हुई, जिससे विनाशकारी घटना हुई. इंडिया टुडे ने पहले रिपोर्ट किया था कि नदी में 2020 में भी इसी तरह का भूस्खलन-प्रेरित स्लश रन देखा गया था. सामने आई नई इसरो इमेजरी से पता चला है कि मंगलवार का भूस्खलन 2020 वाली जगह पर ही हुआ है, लेकिन इस बार यह काफी बड़ा और विभीषिका वाला था, जिससे नुकसान भी भीषण हुआ है.

 

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Fri, 02 Aug 2024 10:45:23 +0530 admin
लोकसभा में कांग्रेस पर जमकर बरसे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव& कहा&‘हम रील नहीं बनाते, हम कड़ी मेहनत करते हैं’ https://aaj24x7live.com/925 https://aaj24x7live.com/925 नई दिल्ली
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष पर जमकर हमला बोला। रेल मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हम रील नहीं बनाते, हम कड़ी मेहनत करते हैं, न कि आप लोग जो दिखावे के लिए रील बनाते हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 2016 में संशोधन लाकर लोको पायलट की कार्य स्थितियों में सुधार किया है।

अश्विनी वैष्णव ने कहाकि लोको पायलटों के औसत कार्य और आराम का समय 2005 में बनाए गए एक नियम द्वारा तय किया जाता है। 2016 में नियमों में संशोधन किया गया और लोको पायलटों को अधिक सुविधाएं दी गईं। सभी रनिंग रूम- 558 को वातानुकूलित बनाया गया। लोको कैब बहुत अधिक कंपन करते हैं, गर्म होते हैं और इसलिए 7,000 से अधिक लोको कैब वातानुकूलित हैं। यह उन लोगों के समय में शून्य था जो आज रील बनाकर सहानुभूति दिखाते हैं।

मंत्री ने कहा केंद्रीय मंत्री कांग्रेस द्वारा 9 जुलाई की एक पोस्ट का जिक्र कर रहे थे, जिसमें उन्होंने लोको-पायलटों के साथ बातचीत करते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी का एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें दावा किया गया था कि पायलटों का जीवन दयनीय स्थिति में है। कांग्रेस ने अपने पोस्ट में कहा था, "हमारे देश के लोको पायलट बहुत ही दयनीय परिस्थितियों में करोड़ों भारतीयों की यात्रा और जीवन की जिम्मेदारी उठा रहे हैं। उन्हें न तो इंजन के अंदर पर्याप्त आराम मिल रहा है और न ही कोई बुनियादी सुविधा। भारतीय रेलवे के साथ-साथ करोड़ों यात्रियों की सुरक्षा के लिए उनके जीवन में बदलाव जरूरी है।"

अपने भाषण में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सभी सांसदों से रेलवे का राजनीतिकरण न करने की अपील की और कहा कि यह संस्था भारत की जीवन रेखा है। लोकसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा, "रेलवे भारत की जीवन रेखा है, भारतीय अर्थव्यवस्था भारतीय रेलवे पर निर्भर है। रेलवे इस देश के आम आदमी के लिए एक सेवा है।" उन्होंने कहा, "मैं इस सदन से रेलवे की कार्यप्रणाली को मजबूत बनाने, आधुनिक बनाने और सुधारने तथा इन मुद्दों का राजनीतिकरण न करने पर ध्यान देने का अनुरोध करता हूं।" उन्होंने आगे कहा, "मैं संसद के उन सदस्यों का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने रेलवे के विकास के लिए रचनात्मक सुझाव दिए। मैं विपक्ष और सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने सरकार के प्रयासों की सराहना की।"

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को उनके मार्गदर्शन और रेलवे के वित्तीय मुद्दों के समाधान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "मैं प्रधानमंत्री मोदी को उनके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को रेलवे की सबसे बड़ी समस्या, जो निवेश की कमी है, को संबोधित करने के लिए भी धन्यवाद देता हूं, प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर उन्होंने रेलवे के लिए बजट में रिकॉर्ड आवंटन करके इस मुद्दे को हल किया है। मैं रेलवे के उन 12 लाख कर्मचारियों, रेलवे परिवार का भी आभार व्यक्त करता हूं जो हर दिन 20 हजार से अधिक ट्रेनों का संचालन करते हैं।"

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Thu, 01 Aug 2024 22:45:38 +0530 admin
हरियाणा के गुरुग्राम में कादीपुर इंडस्ट्रियल एरिया की एक फैक्ट्री में गुरुवार को गैस लीक होने से अफरा&तफरी मची https://aaj24x7live.com/924 https://aaj24x7live.com/924 गुरुग्राम
हरियाणा के गुरुग्राम में कादीपुर इंडस्ट्रियल एरिया की एक फैक्ट्री में गुरुवार को गैस लीक होने से अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर मौके पर एनडीआरएफ, दमकल विभाग और पुलिस की टीम तैनात कर दी गई है।

गुरुवार शाम को फैक्ट्री से गैस लीक होने की खबर सामने आई। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने तुरंत सारे इंतजाम किए। गैस लीकेज के चलते प्रशासन ने फैक्ट्री को खाली करा दिया है। सुरक्षा के चलते आसपास के लोगों से भी इलाके से हटने की अपील की जा रही है। घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड और सिविल डिफेंस टीम समेत बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं।

इलाके में लोगों की आवाजाही रोक दी गई है। सड़क पर बैरिकेड लगा दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिसकर्मी हेलमेट और मास्क लगाकर तैनात हैं। गैस से अभी तक किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए मौके पर एंबुलेंस की टीम भी मौजूद है।

कादीपुर के पूरे इलाके में सन्नाटा पसर गया है। सड़कों पर प्रशासन के अलावा कोई भी नजर नहीं आ रहा है। लोग अपने-अपने घरों में बंद हो गए हैं। गैस लीकेज के कारण का अब तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस और अन्य टीमें इसकी जांच में जुटी हुई है। प्रशासन की पहली प्राथमिकता किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोकना है। जिसके चलते एनडीआरएफ, दमकल विभाग, चिकित्सा टीम को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।

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Thu, 01 Aug 2024 22:45:30 +0530 admin
एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता जितेंद्र आव्हाड की गाड़ी पर हमला, हमलावर स्वराज संगठन के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं https://aaj24x7live.com/923 https://aaj24x7live.com/923 मुंबई
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता जितेंद्र आव्हाड की गाड़ी पर हमला किया गया है।

जानकारी के अनुसार, तीन अज्ञात लोगों ने जितेंद्र आव्हाड की गाड़ी पर हमला किया है। यह हमला ठाणे की तरफ जाते समय फ्री-वे रोड के पास हुआ है। हमलावर स्वराज संगठन के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस हमले के बाद राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है। एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेताओं ने हमले की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

इस घटना के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि तीन लोगों ने मेरी कार पर हमला किया। जिस वक्त हमला हुआ, उस वक्त मेरे साथ चार पुलिसकर्मी थे, लेकिन, मैंने युवाओं पर कार्रवाई करने के लिए नहीं कहा। मैं कायरतापूर्ण हमलों से नहीं डरूंगा।

बता दें कि बीते दिनों कोल्हापुर के विशालगढ़ में हुए दंगों के बाद जितेंद्र आव्हाड ने पूर्व सांसद छत्रपति संभाजी राजे की आलोचना की थी। उन्होंने सवाल करते हुए कहा था कि क्या संभाजी राजे के शरीर में छत्रपति शाहू महाराज का खून बह रहा है? इसकी जांच होनी चाहिए। माना जा रहा है कि उनके इसी बयान का गुस्सा निकालते हुए स्वराज संगठन के लोगों ने उनकी कार पर हमला कर दिया। हालांकि, पुलिस मामले की जांच कर रही है और उसका दावा है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।

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Thu, 01 Aug 2024 22:45:23 +0530 admin
दिल्ली में भारी बारिश हुई, दिल्ली के निवासियों से अपील की है कि जब तक ज़रूरी न हो, वे बाहर न निकलें: मौसम विभाग https://aaj24x7live.com/922 https://aaj24x7live.com/922 नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारी बारिश हुई। भारतीय मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दिल्ली के निवासियों से अपील की है कि जब तक ज़रूरी न हो, वे बाहर न निकलें। इसके बाद सियासत तेज हो चली है।

दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली में जलभराव आम आदमी पार्टी की सरकार के भ्रष्टाचार के कारण हो रहा है। दिल्ली में नालों की सफाई के नाम पर घोटाला किया गया है। अगर ठीक से नालों की सफाई की जाती तो यह स्थिति नहीं होती। नालों की गाद निकालने के नाम पर घोटाला किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि गाद निकालने के नाम सिर्फ कागजों पर कार्रवाई की गई है। हम लोग मामले जांच की मांग करेंगे, क्योंकि यह दिल्ली में एक और बड़ा घोटाला है।

वहीं जल भराव और करंट से हुई मौतों पर वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि ऐसा लगता है कि दिल्ली को भ्रष्टाचारी सरकार की नजर लग गई है। आज दिल्ली के नाम से लोग डरते हैं, डरने की सिर्फ एक वजह, आम आदमी पार्टी का भ्रष्टाचार है, जिसने पूरे सिस्टम को खोखला कर दिया है।

दिल्ली में भारी बारिश के बाद पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में नाले में गिरने से एक महिला और उसका बच्चा डूब गए। मृतकों की पहचान तनुजा (22) और उसके बेटे प्रियांश (3) के रूप में हुई है। वे प्रकाश नगर खोड़ा कॉलोनी, गाजियाबाद के निवासी थे।

पुलिस के अनुसार, "बुधवार शाम करीब 8.12 बजे एक महिला और एक बच्चे के नाले में डूबने की सूचना मिली थी। पुलिस प्रतिक्रिया वाहन (पीआरवी) को मिली सूचना के आधार पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। घटनास्थल पर पहुंचने पर पता चला कि तनुजा और उसका बच्चा प्रियांश, पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर थाना क्षेत्र में आयोजित साप्ताहिक बुध बाजार जा रहे थे, इसी दौरान जलमग्न अर्धनिर्मित नाले में गिर गए और डूब गए।"

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Thu, 01 Aug 2024 22:45:16 +0530 admin
आप सांसद राघव चड्ढा ने देश में चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष करने की मांग की https://aaj24x7live.com/921 https://aaj24x7live.com/921 नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा ने गुरुवार को देश में चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष करने की मांग की। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है। हमारी 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है और 50 प्रतिशत 25 वर्ष से कम उम्र की है। जब आजादी के बाद पहली लोकसभा चुनी गई थी, तब 26 प्रतिशत सदस्य 40 वर्ष से कम उम्र के थे, और जब दो महीने पहले हमारी 17वीं लोकसभा चुनी गई थी, तब केवल 12 प्रतिशत सदस्य 40 वर्ष से कम उम्र के थे। हमारा देश पुराने राजनेताओं वाला एक युवा देश है। हमें युवा राजनेताओं वाला एक युवा देश बनने की आकांक्षा रखनी चाहिए।

उन्होंने सुझाव दिया, "मेरा भारत सरकार के लिए एक सुझाव है कि चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष की जानी चाहिए।" चड्ढा ने एक्स पर लिखा, "आज संसद में मैंने मांग की कि देश में चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष की जाए। कृपया मेरी दिल से की गई अपील सुनें।" पिछले साल अगस्त में संसद की एक स्थायी समिति ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम आयु घटाकर 18 वर्ष करने की सिफारिश की थी, ताकि इसे देश में मतदान की आयु के अनुरूप बनाया जा सके।

हालांकि, चुनाव आयोग ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। आयोग ने कहा कि 18 वर्ष की आयु के लोगों से संसद और राज्य विधानसभाओं में भूमिका निभाने के लिए आवश्यक "अनुभव और परिपक्वता" की अपेक्षा करना "अवास्तविक" है। वर्तमान में, लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम आयु 25 वर्ष है, जबकि राज्यसभा और राज्य विधान परिषदों के लिए यह 30 वर्ष है।

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Thu, 01 Aug 2024 22:45:08 +0530 admin
आयुष मंत्रालय नेचुरोपैथी का करेगा समग्र विकास : प्रतापराव जाधव https://aaj24x7live.com/911 https://aaj24x7live.com/911 नई दिल्ली
देश की राजधानी दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में सूर्या फाउण्डेशन व इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) द्वारा केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  श्री प्रतापराव जाधव का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया था। समारोह का उद्घाटन आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया। समारोह में 200 से अधिक योग प्राकृतिक चिकित्सा जगत के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त माननीय  श्री राजू बिष्ट एवं श्री भोलासिंह जी दोनों सांसद, श्री कोस्तुभ कर्माकर (वेद जी) वॉइस चेयरमैन सूर्या फाउण्डेशन, डॉ. डी. एन. शर्मा व डॉ आर एस डबास दोनों राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (INO)  श्री बिजय राज शिन्दे पूर्व विद्यायक बुलढाना महाराष्ट्रा,  श्री नन्द किशोर अग्रवाल अध्यक्ष व श्री मामराज अग्रवाल, बालाजी निरोगधाम वैलनेस नेचर क्योर दिल्ली तथा योग प्राकृतिक चिकित्सा योग की अन्य संस्थओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित हुये।

समारोह में विशिष्ठ अतिथि के रूप में दार्जिलिंग के सांसद श्री राजूबिष्ट एवं बुलन्दशहर के सांसद डॉ भोलासिंह ने उपस्थित प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि आदरणीय पद्मश्री जयप्रकाश जी पिछले तीन दशकों से प्राकृतिक चिकित्सा योग के समग्र विकास हेतु श्रेष्ठ व सराहनीय योगदान दे रहे है। हम भी संसद में प्राकृतिक चिकित्सा के विकास हेतु आवाज बुलंन्द करेगें।

आयुष मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने अपने अभिनंदन के लिए सूर्या फाउण्डेशन व (INO) एवंम् योग नेचुरोपैथी संस्थाओं का आभार प्रकट करते हुए बताया कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम योग नेचुरोपैथी का समग्र विकास व प्रचार.प्रसार हेतु आयुष मंत्रालय की सभी योजनाए व प्रॉजेक्ट को प्रभावी रूप से लागू करेगें। मुझे आज इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) द्वारा दिये गये नेचुरोपैथी डॉक्टर्स का रजिस्ट्रेशन एवं अन्य महत्वपूर्ण सुझावों को शीघ्र ही लागू करने का प्रयास करूगा।

अभिनंदन समारोह के अध्यक्ष व इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉण् अनंत बिरादार ने आयुष मंत्रालय व नेशनल आयुष मिशन (NAM) द्वारा पिछले 8 वर्षों में नेचुरोपैथी के लिए किये गये रचनात्मक कार्यों हेतु आयुष मंत्री व आयुष सचिव का आभार प्रकट किया। साथ ही नेचुरोपैथी में अनेक वर्षों से प्रैक्टिस कर रहे नेचुरोपैथी चिकित्सकों का रजिस्ट्रेशन नेचुरोपैथी रजिस्ट्रेशन बोर्ड (NRB) के माध्यम से शिघ्र करने का निवेदन किया। साथ ही डॉ बिरादार ने बताया कि इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) मंत्रालय के सहयोग से प्राकृतिक चिकित्सा के प्रचार. प्रसार हेतु अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, प्राकृतिक चिकित्सा दिवस,  सामूहिक सूर्या नमस्कार,  योग उत्सव, कौन बनेगा स्वास्थ्य रक्षक आदि अभियान पद्मश्री जयप्रकाश जी के मार्गदर्शन 32 में राज्यों में कर रहा है। प्राकृतिक चिकित्सा में अग्रसर अपने श्रेष्ठ कार्यो के कारण इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) विश्व का सबसे बड़ा प्राकृतिक चिकित्सा संगठन बना है।

इस अवसर पर डॉ अनंत बिरादार ने प्राकृतिक चिकित्सा को लेकर निम्नलिखित प्रस्ताव रखे :

1. 11 जुलाई 2019 को राष्ट्रीय योग प्राकृतिक चिकित्सा संवर्धन व विकास बोर्ड की बैठक में प्राकृतिक चिकित्सकों (BNYS/Self Educated/Diploma Holder के रजिस्ट्रेशन पर लिए गये निर्णय का पालन करते हुये रजिस्ट्रेशन किया जाय। यह कार्य नेचुरोपैथी रजिस्ट्रेशन बोर्ड (NRB) के माध्यम से यथाशीघ्र प्रराम्भ करें।

2. प्राकृतिक चिकित्सालय आरम्भ करने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा अनुदान (Grant-in-aid) का प्रावधान किया जाय।

3. प्राकृतिक चिकित्सा के समग्र विकास हेतु अलग से योग नेचुरोपैथी आयोग का गठन किया जाए।

4. प्राकृतिक चिकित्सा के विकास के लिए आयुष मंत्रालय में योग नेचुरोपैथी सलाहकार को नियुक्त किया जाए।

5. आयुष मंत्रालय द्वारा पूणे, महाराष्ट्र में बनाये गये प्राकृतिक चिकित्सालय को प्राकृतिक चिकित्सा विश्वविद्यालय की मान्यता दी जाए।

6. योग सर्टिफिकेशन बोर्ड (YCB) आयुष मंत्रालय भारत सरकार के अन्तर्गत प्रमाणीकरण प्राप्त कर चुके योग वांलटियरए योग शिक्षक आदि को रोजगार के अवसर के लिए सरकार दिशा.निर्देश जारी करे।

इस अवसर पर बालाजी निरोगधाम वैलनेस नेचर क्योर संस्था को प्राकृतिक चिकित्सा के प्रचार.प्रसार व विकास हेतु सूर्या फाउण्डेशन इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन (INO) द्वारा अवॉर्ड ऑफ ऐक्सीलेन्स (Award of Excellence) दे कर सम्मानित किया गया। इस अवॉर्ड को श्री नन्द किशोर अग्रवाल व श्री मामराज अग्रवाल ने प्राप्त किया।

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Thu, 01 Aug 2024 21:00:59 +0530 admin
वंदे भारत मेट्रो किन शहरों को जोड़ेंगी, गरीबों पर भी खास ध्यास, जाने किन शहरों को जोड़ेंगी https://aaj24x7live.com/910 https://aaj24x7live.com/910 नई दिल्ली
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को संसद में अगले कुछ सालों के प्लान की पूरी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आम लोगों पर फोकस करते हुए हर एक्सप्रेस-मेल ट्रेन में कम से कम 4 जनरल कोच लगाने का प्लान है। इसके अलावा जल्दी ही ढाई हजार जनरल कोच ट्रेनों में जोड़ने वाले हैं। कुछ ही समय में 10 हजार बोगियां और तैयार होंगी। रेल मंत्री ने कहा कि  पीएम नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत ट्रेन की कल्पना की है, जो गरीब लोगों को सस्ते में सफर करा सके। मालदा से बरेली, दरभंगा से दिल्ली के लिए दो अमृत भारत ट्रेनें चलाई गई है। इन ट्रेनों में 22 कोच हैं, जिनमें आधे स्लीपर और आधे जनरल डिब्बे हैं। इनमें मिलने वाली सुविधाएं किसी भी अन्य सरकार के दौरान चलने वाली सामान्य श्रेणी की ट्रेनों से बेहतर हैं।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये ट्रेनें काफी लोकप्रिय हुई हैं। इसलिए अब ऐ सी 50 और ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। हम वंदे भारत ट्रेनों की संख्या भी तेजी से बढ़ा रहे हैं। वंदे भारत ट्रेनों के जरिए देश के लगभग सभी राज्यों को कवर किया जा चुका है। पीएम मोदी ने जब वंदे भारत की शुरुआत की तो उनका स्पष्ट मत था कि नॉर्थ से साउथ और ईस्ट से वेस्ट तक हर प्रदेश में इन्हें चलाना है। इसीलिए कश्मीर से असम तक और केरल से गुजरात तक सभी राज्यों में ये चल रही हैं। हमारी योजना है कि 150 किलोमीटर तक के दायरे में पड़ने वाले दो बड़े शहरों के बीच वंदे भारत मेट्रो चले। इनकी टेस्टिंग हो चुकी है और कपूरथला से निकल चुकी है। विकसित देशों में ऐसी ट्रेनों का काफी प्रचलन है।

इसके अलावा लंबी दूरी के सफर के लिए वंदे भारत स्लीपर को भी डिजाइन किया गया है। पहली ट्रेन की मैन्युफैक्चरिंग हो गई है और उनकी टेस्टिंग का काम चल रहा है। इन ट्रेनों के चलने से आम लोगों का सफर बहुत आरामदायक होगा। इससे 140 करोड़ देशवासियों को राहत मिलेगी। भारत में साल भर में 700 करोड़ लोग यात्रा करते हैं। इस लिहाज से ट्रेनों का आरामदायक सफर बड़ा असर छोड़ने वाला है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पैसेंजर सेफ्टी बहुत संवेदनशील मुद्दा है। रेल मंत्री ने कहा कि हमने कवच की व्यवस्था को लॉन्च किया है। अब इसके विस्तार पर हमारा फोकस है।

ट्रेन हादसे रोकने की तकनीक में देरी का कांग्रेस पर फोड़ा ठीकरा

उन्होंने कहा कि ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन यानी सिग्नल छूटने पर भी किसी रेल के सामने आने पर गाड़ियों के रुकने की व्यवस्था दुनिया में 1970 के दशक में शुरू हुई थी। लेकिन कांग्रेस अपने 50 साल के शासन में इस पर काम नहीं कर सकी। 2014 के बाद से ही इसकी शुरुआत हुई, जो मोदी सरकार का कार्यकाल था। रेल मंत्री ने कहा कि कवच को 2019 में इंटरनेशनल मान्यता मिली थी। इसके बाद इस पर काम शुरू हुआ है और पहले राउंड में 3000 किलोमीटर नेटवर्ट पर फोकस किया गया।

 

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Thu, 01 Aug 2024 21:00:53 +0530 admin
राजौरी जिले में मिला आतंकी ठिकाना, हथियार बरामद https://aaj24x7live.com/909 https://aaj24x7live.com/909 राजौरी/ सांबा
 सुरक्षा बलों ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के कालाकोट के एक सुदूर गांव में तलाशी अभियान के दौरान हथियार बरामद किए। तलाशी अभियान अभी जारी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने विशेष अभियान समूह (एसओजी) के साथ मिलकर धर्मसाल पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले गुलाबगढ़, बाजी माल गांवों के इलाकों में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान एक संदिग्ध आतंकी ठिकाने से कुछ हथियार बरामद किए गए हैं। एक अधिकारी ने कहा कि तलाशी अभियान अभी भी जारी है। अभियान समाप्त होने के बाद विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।

बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ विफल की, एक को मार गिराया गया

जम्मू-कश्मीर में जम्मू के सांबा जिला के घगवाल सेक्टर में बुधवार दे रात अंतरराष्ट्रीय सीमा से पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ का प्रयास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने विफल कर दिया। बल के जवानों ने इस दौरान एक घुसपैठिये को मार गिराया। बताया गया है कि घगवाल सेक्टर में खोरा क्षेत्र के अग्रिम इलाके में तैनात बीएसफ की 161 बटालियन के जवानों ने रात 11 बजे के बाद कुछ हलचल देखी। सतर्क जवानों ने पाकिस्तान की सीमा की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ का प्रयास कर रहे घुसपैठिये को ललकारा और आगे न बढ़ने के लिए चेतावनी दी। लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद जवानों ने गोलीबारी कर उसे मार गिराया।

जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिये को ढेर कर दिया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार देर रात खोरा पोस्ट के पास घुसपैठिए को भारतीय क्षेत्र में घुसते देखा गया। उन्होंने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने घुसपैठिये को चेतावनी दी लेकिन उसने उन चेतावनियों को नजरअंदाज किया जिसके बाद जवानों ने गोलियां चलाईं। बीएसएफ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

 

पुंछ में हिजबुल का सक्रिय सहयोगी गिरफ्तार

सेना की रोमियो फोर्स से जुड़ी राष्ट्रीय राइफल इकाई ने पुंछ पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) के साथ एक संयुक्त अभियान में जम्मू-कश्मीर के पुंछ के मगनार इलाके से प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के सक्रिय सहयोगी को गिरफ्तार किया है। सेना के एक बयान के अनुसार मोहम्मद खलील के रूप में पहचाने गए इस व्यक्ति को 30 जुलाई को रोमियो फोर्स की राष्ट्रीय राइफल ने हिरासत में लिया था। अधिकारियों ने कहा कि आतंकी संगठन के इस सहयोगी के पास से एक विदेशी पिस्तौल बरामद की गई। पाकिस्तान में सक्रिय एक व्हाट्स ऐप नंबर का भी पता लगाया गया है, जिसके जरिए एक हैंडलर मोहम्मद खलील को काम सौंप रहा था। राजौरी में डीएसपी ऑपरेशन के अनुसार, सुरक्षाबलों ने एक एके 47 और दो मैगजीन भी बरामद की हैं। उन्होंने कहा कि आरोपित पुलिस हिरासत में है और जांच की जा रही है। आरोपित को इलाके के बारे में जानकारी जुटाने और आतंकवादियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने जैसे काम सौंपे गए थे।

 

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Thu, 01 Aug 2024 21:00:46 +0530 admin
भूस्खलन के कारण वायनाड में आईएमडी ने दिया बड़ा बयान, कहा& राज्यों को ऑरेंज अलर्ट जारी होने पर ही एक्शन ले लेना चाहिए https://aaj24x7live.com/908 https://aaj24x7live.com/908 नई दिल्ली
भीषण भूस्खलन के कारण केरल के वायनाड में बनी भयावह स्थिति के बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया। मौसम विभाग ने कहा कि राज्यों को ऑरेंज अलर्ट जारी होने पर ही एक्शन ले लेना चाहिए। इसने कहा कि राज्यों को रेड अलर्ट जारी होने का इंतजार नहीं करना चाहिए। आईएमडी ने मीडिया ब्रीफिंग में संकेत दिया कि भूस्खलन प्रभावित वायनाड में पहले से ही अलर्ट जारी होने के कारण राहत उपाय तेजी से किए जा सकते थे। मौसम विभाग ने कहा, "केरल में 29 जुलाई को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था और 30 जुलाई को रेड अलर्ट जारी किया गया था।" उन्होंने आगे कहा, "जब ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था, तब ही हमें कार्रवाई करनी चाहिए थी, किसी भी तरह की कार्रवाई करने के लिए रेड अलर्ट जारी करने का इंतजार नहीं करना चाहिए।" भारत के दक्षिणी राज्य में आई आपदा में मंगलवार से अब तक 200 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि केरल सरकार ने भारी बारिश के कारण वायनाड में संभावित प्राकृतिक आपदा के बारे में केंद्र की चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया। मंगलवार सुबह (30 जुलाई) को वायनाड जिले में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन में 150 से अधिक लोगों की मौत हो गई। शाह के दावे का जवाब देते हुए, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बुधवार को कहा कि आईएमडी ने भूस्खलन से पहले जिले में केवल एक आरेंज अलर्ट जारी किया था। उन्होंने कहा कि जिले में 572 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई, जो आईएमडी द्वारा की गई भविष्यवाणी से काफी अधिक है। भारतीय सेना ने अपने प्रयासों को बढ़ाते हुए प्रभावित क्षेत्रों से कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। सेना के मद्रास सैपर्स के सदस्यों ने रातों-रात एक अस्थायी 100-फुट पुल बनाया और लोगों को बाहर निकाला। इससे और फंसे हुए लोगों को निकालने में तेजी आएगी और बचाव प्रयासों को और भी ज्यादा मदद मिलेगी।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बृहस्पतिवार को कहा कि विभाग ने देश के पश्चिमी तटीय क्षेत्र में नियमित आधार पर अच्छी खासी वर्षा गतिविधि को लेकर पूर्वानुमान जारी किया था और 30 जुलाई की सुबह केरल के लिए रेड अलर्ट जारी किया था। आईएमडी प्रमुख ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि मौसम विभाग ने 18 जुलाई और 25 जुलाई को भारत के पश्चिमी तटीय क्षेत्र में अच्छी खासी वर्षा गतिविधि के लिए एक विस्तृत पूर्वानुमान जारी किया था।

महापात्र ने कहा, "25 जुलाई को जारी दीर्घकालिक पूर्वानुमान में 25 जुलाई से एक अगस्त तक पश्चिमी तटीय क्षेत्र और देश के मध्य भागों में अच्छी खासी बारिश की गतिविधि का संकेत दिया गया था। हमने 25 जुलाई को एक येलो अलर्ट जारी किया था, जो 29 जुलाई तक जारी रहा, जब हमने आरेंज अलर्ट जारी किया। 30 जुलाई की सुबह एक रेड अलर्ट जारी किया गया था, जो दर्शाता है कि 20 सेंटीमीटर तक बहुत भारी बारिश होने की उम्मीद है।" आईएमडी प्रमुख ने कहा कि आरेंज अलर्ट का मतलब है "कार्रवाई के लिए तैयार रहें और किसी को रेड अलर्ट का इंतजार नहीं करना चाहिए।" ेउन्होंने कहा कि इसी तरह, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए चेतावनी दी गई थी।

 

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Thu, 01 Aug 2024 21:00:40 +0530 admin
गैंगस्टर अबू सलेम को नासिक सेंट्रल जेल से दूसरी जगह शिफ्ट किया गया https://aaj24x7live.com/907 https://aaj24x7live.com/907  नासिक

गैंगस्टर अबू सलेम को बीती रात नासिक सेंट्रल जेल से किसी अन्य शहर में शिफ्ट किया गया है। शिफ्टिंग के समय नासिक सेंट्रल जेल से नासिक रेलवे स्टेशन परिसर में भारी पुलिस बंदोबस्त रखा गया। अबू सलेम को इससे पहले नवी मुंबई के तलोजा जेल में रखा गया था। जिस सेल में अबू सलेम को रखा गया था, उसकी मरम्मत होनी थी, इसलिए जेल प्रशासन अबू सलेम को अन्य जेल में शिफ्ट करना चाहता था। अबू सलेम ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर शिफ्टिंग का विरोध किया था।

 हाई कोर्ट ने अबू सलेम की याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद अबू सलेम को जेल प्रशासन ने एक माह पहले ही नासिक सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया था और उसे अंडा सेल में रखा गया था। यहां से गुरुवार को तड़के 2ः30 बजे अबू सलेम को नासिक सेंट्रल जेल से निकालकर किसी अन्य शहर में शिफ्ट किया गया है। इस मामले में सुरक्षा कारणों से बेहद गोपनीयता बरती जा रही है। बताया जा रहा है कि आज उस शहर में अबू सलेम के विरुद्ध महत्वपूर्ण मामले की सुनवाई होने वाली है।

 

 

 

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Thu, 01 Aug 2024 21:00:33 +0530 admin
हिमाचल के रामपुर में फटा बादल, 50 लोग लापता,मंडी में एक की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा प्रशासन https://aaj24x7live.com/898 https://aaj24x7live.com/898 मंडी

हिमाचल प्रदेश में आज सुबह 3 जिलों में बादल फटने से भीषण तबाही मची। आज सुबह शिमला के रामपुर, कुल्लू के निरमंड और मंडी में बादल फटने से पानी के साथ मलबा आया। 50 से ज्यादा लोग लापता है और 3 लोगों की लाशें मिल चुकी हैं। NDRF-SDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला के रामपुर में बचाव अभियान का जायजा लेने पहुंचे और बैठक करके अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हिमाचल में बादल फटने के बाद आई प्राकृतिक आपदा का खुद जायजा ले रहे हैं। हिमाचल में हो रही भारी बारिश से मनाली कुल्लू लेह हाईवे ब्लॉक हो गया है। पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मलाणा में पावर प्रोजेक्ट-एक का डैम टूट गया है। मंडी जिले में सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कुल्लू में भी कलेक्टर तोरुल एस रवीश ने सभी शिक्षण संस्थानों में आज और कल की छुट्टी घोषित कर दी है। लोगों को सतर्क रहने के आदेश भी दिए हैं।

आधी रात को बादल फटने से आई बाढ़ ने मचाया कोहराम

बता दें, प्रदेश की राजधानी शिमला जिला के रामपुर उपमण्डल के झाकड़ी इलाके में समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक आधी रात को बादल फटने से आई बाढ़ ने कोहराम मचाया और 19 लोग लापता हो गए। इसी तरह मंडी जिला की चोहर घाटी के टिक्कन थलटू कोड में भारी बारिश के बाद आये सैलाब ने कई घरों को नुकसान पहुंचाया और बचने के लिए जंगल की ओर भागे लोगों में से करीब तीन लापता बताए जा रहे हैं। मंडी के जिलाधीश अपूर्व देवगन राहत एवं बचाव कार्यों के लिए रवाना हो गए हैं। हालांकि भारी वर्षा के कारण सड़क मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं। शिमला के रामपुर में बादल फटने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। बीती रात समेज खड्ड में आये सैलाब ने आसपास के गांवों में तबाही का मंजर ला दिया। गुरुवार तड़के बादल फटने की सूचना मिलने के बाद उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी भी रवाना हो गए है। एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच रही है।

प्रभावित क्षेत्र से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी

उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी है। एसडीएम रामपुर निशांत तोमर घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं। सड़क कई जगह बंद होने के कारण उन्हें दो किलोमीटर पैदल ही उपकरणों के साथ रास्ता तय करना पड़ा। अनुपम कश्यप ने कहा कि राहत कार्य तुरंत आरंभ कर दिया है। आईटीबीपी, स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी भी रेस्क्यू दल में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू कार्यों में सारी टीमें एक जुट होकर कार्य कर रही है। एंबुलेंस सहित सभी आधारभूत सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल की गई है। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया गया है जिसमें पुलिस, होम गार्ड, अग्निशमन दल, सुन्नी डैम प्रबंधन सहित अन्य विभागों को शामिल किया गया।

श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से आया सैलाब

श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से आया सैलाब, कुल्लू जिला में भी मची तबाही शिमला के रामपुर इलाके में जहां बाढ़ से तबाही हुई, वो क्षेत्र कुल्लू जिला से सटा है। जानकारी अनुसार श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से कुर्पण,समेज और गानवी खड्ड में आई भयंकर बाढ़ ने तबाही का मंजर लाया। करीब 2 दर्जन मकान एवं कई गाड़ियों के भी बहने की सूचना है। जानकारी अनुसार स्कूल भवन और औषधालय भी बाढ़ में बहे। शिमला जिला के गानवी और कुल्लू जिला के बागीपुल बाजार में साथ में बहती खड्ड ने भी तबाही मचाई और कई भवन क्षतिग्रस्त हो गए। श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से तीन खड़ों यानी छोटी नदियों में पानी का बहाव बढ़ा जिस से नीचे आकर बाढ़ का रूप धारण किया। सैलाब से मलाणा प्रोजेक्ट डैम दो को भी नुकसान पहुंचा है।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि शिमला की रामपुर तहसील, मंडी ज़िले की पधर तहसील और कुल्लू के गांव जाओन, निरमंड में बादल फटने से 50 से ज़्यादा लोग लापता हैं.

पीएम मोदी ने प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने को कहा 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के मंडी में भारी बारिश और बादल फटने के बाद स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। सूत्रों के अनुसार उन्होंने शीर्ष अधिकारियों से प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने को कहा है। राहत कार्य पूरे जोर-शोर से चल रहे हैं।
 

5 अगस्त तक भारी वर्षा का अलर्ट

वहीं दूसरी ओर मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटे भी राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। पांच अगस्त तक राज्य में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के अनुसार प्रदेश में 27 जून को मानसून के दस्तक देने से लेकर अब तक सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश हुई है। लाहौल-स्पीति में सामान्य से 79 फीसदी कम, किन्नौर में 49 फीसदी, उना में 47 फीसदी, चंबा में 45 फीसदी, हमीरपुर में 41 फीसदी, सिरमौर में 44 फीसदी, सोलन में 43 फीसदी, बिलासपुर व कुल्लू में 31 फीसदी, कांगड़ा में 15 फीसदी, मंडी में 17 फीसदी और शिमला में 14 फीसदी कम बारिश हुई है।

मानसून सीजन में बारिश से 114 घर क्षतिग्रस्त

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान बारिश व भूस्खलन की वजह से 114 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें 19 घर पूर्ण रूप से ध्वस्त हुए, जबकि 95 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा पांच दुकानें व 87 पशुशालाएं भी धराशायी हुईं। राज्य में मानसून सीजन में 433 करोड़ की संपति को नुकसान पहुंचा है। इसमें लोकनिर्माण विभाग को 189 करोड़ की क्षति हुई है। पिछले करीब एक माह में राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में 131 लोगों की मौत हुई है। इसमें सड़क हादसों में 66 लोगों की जान गई। जबकि 65 मौतें उंचाई से फिसलने, डूबने, बहने, करंट व सर्पदंश से हुई हैं।

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Thu, 01 Aug 2024 19:45:56 +0530 admin
अमरनाथ यात्रा के 33 दिनों में 4.76 लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन https://aaj24x7live.com/897 https://aaj24x7live.com/897 श्रीनगर

अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ रही है। पिछले 33 दिनों में 4.76 लाख से अधिक तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तीर्थयात्रा सुचारू रूप से चल रही है। अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी। यह 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ समाप्त होगी। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया, कल यानी बुधवार को 5 हजार से ज्यादा लोगों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। 1,295 यात्रियों का एक नया जत्था गुरुवार सुबह 3:32 बजे दो सुरक्षा काफिलों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ।

    33 दिनों में 4.76 लाख श्रद्धालुओं ने किये बाबा बर्फानी के दर्शन
    अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी
    19 अगस्त को रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ समाप्त होगी

1,295 यात्रियों का एक नया जत्था हुआ रवाना

15 वाहनों का पहला सुरक्षा काफिला 349 यात्रियों को लेकर उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ, जबकि 33 वाहनों का दूसरा काफिला 946 यात्रियों को लेकर दक्षिण कश्मीर के नुनवान बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। पवित्र छड़ी के संरक्षक स्वामी दीपेंद्र गिरि ने बताया कि 9 अगस्त को भगवान शिव की छड़ी श्रीनगर शहर के श्री अमरेश्वर दशनामी अखाड़ा मंदिर में अपने स्थान से आगे बढ़ेगी। 14 अगस्त को पहलगाम से पवित्र गुफा मंदिर के लिए रवाना होगी।

सुरक्षा, सामुदायिक लंगर, पारगमन और बेस कैंपों की व्यवस्था तथा जम्मू से कश्मीर तक राजमार्ग पर सुरक्षा बलों की तैनाती ने इस साल सुरक्षित, सुचारू और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित की है। गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है। यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3.888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। भक्त या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से या फिर उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं।

जानें, गुफा मार्ग से बाबा बर्फानी तक पहुंचने में कितने दिन लगते हैं

पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग 48 किलोमीटर लंबा है। जिससे बाबा बर्फानी तक पहुंचने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं। दूसरा मार्ग बालटाल का है। ये 14 किलोमीटर लंबा है। इस मार्ग का चयन करने वाले लोग ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं। बता दें कि उत्तरी कश्मीर मार्ग पर बालटाल और दक्षिण कश्मीर मार्ग पर चंदनवाड़ी में तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं।

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Thu, 01 Aug 2024 19:45:50 +0530 admin
मुख्यमंत्री आवास में गुंडे की तरह हमला, हम हैरान; बिभव कुमार को SC की फटकार https://aaj24x7live.com/896 https://aaj24x7live.com/896 नई दिल्ली

स्वाति मालीवाल पिटाई कांड में बिभव कुमार की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कई बड़ी टिप्पणियां की हैं। देश की सबसे बड़ी अदालत ने सीएम आवास में मालीवाल के साथ हुई घटना पर हैरानी जाहिर करते हुए बिभव कुमार को जमकर फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'उसने (बिभव कुमार) गुंडे की तरह काम किया और मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास में घुसा। उसने तब भी महिला पर हमला किया जब उसने अपनी शारीरिक स्थिति बता दी थी।' कोर्ट ने पूछा कि एक महिला पर इस तरह हमला करते हुए शर्म नहीं आई?

जस्टिस दीपांकर दत्ता, जस्टिस सूर्य कांत और जस्टिस उज्जल भुइंया की बेंच ने गुरुवार को बिभव कुमार की जमानत याचिका पर सुनवाई की। बिभव कुमार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने अपने मुवक्किल के लिए राहत की मांग करते हुए कहा कि शिकायत तीन दिन बाद दर्ज की गई। उन्होंने यह भी कहा कि मालीवाल के आरोप मनगढंत और झूठे हैं। कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाते हुए कई तीखी टिप्पणियां की। अदालत ने दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है।

जस्टिस सूर्यकांत की अगुआई वाली बेंच ने कहा, 'सवाल यह नहीं है कि जख्म छोटे हैं या बड़े। हम हैरान हैं कि सीएम आवास में जाने पर किस तरह यह सब हुआ।' हालांकि, कोर्ट जमानत याचिका पर सुनवाई को सहमत हो गया और पुलिस को जवाब दाखिल करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई बुधवार को होगी। बिभव कुमार ने 12 जुलाई को हाई कोर्ट से जमानत याचिका खारिज किए जाने के फैसले को सर्वोच्च अदालत में चुनौती दी है। सिंघवी ने कहा कि मालीवाल इस आवास पर आईं थीं ना कि कोई उनके घर गया था, इस पर बेंच ने कहा, क्या सीएम का दफ्तर निजी आवास है? क्या इस तरह के नियम की आवश्यकता है।'

सिंघवी ने कहा, 'पहले दिन वह पुलिस के पास गईं लेकिन कोई शिकायत नहीं दी। फिर तीन दिन बाद ऐसा किया।' इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, ' इस पर क्या कहें कि उन्होंने 112 पर कॉल किया? यह आपके दावे को झुठलाता है कि उन्होंने मनगढ़ंत कहानी रची।'

सिंघवी ने बिभव को जमानत दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि यह हत्या का मामला नहीं है। इस पर एक बार फिर जस्टिस सूर्य कांत ने फटकार लगाई। उन्होंने कहा, 'आप सही कह रहे हैं हम हत्यारों को भी जमानत देते हैं। लेकिन यहां एफआईआर को देखिए। वह शारीरिक हालत पर रो रही थी। क्या आपको ऐसा करने का अधिकार है? यदि इस तरह का व्यक्ति गवाहों को प्रभावित नहीं कर सकता तो कौन करेगा? क्या आप मानते हैं कि ड्रॉइंग रूम में मौजूद कोई उसके खिलाफ बयान देगा। क्या उसे ऐसा करते हुए शर्म नहीं आई।

बेंच ने यह भी पूछा कि कुमार सीएम का पूर्व सहयोगी था या सरकारी कर्मचारी। सिंघवी ने साफ किया कि वह पूर्व सरकारी सेवक हैं, लेकिन मौजूदा समय में राजनीतिक सहयोगी के तौर पर काम कर रहे हैं जो मुख्यमंत्री के अपॉइंटमेंट फिक्स करते हैं। इस पर कोर्ट ने पूछा, 'एफआईआर कहता है कि वह पूर्व निजी सचिव हैं। सीएम के दफ्तर में जाने का आपके पास कौन सा अधिकार है, जो पीड़िता के पास नहीं।' गौरतलब है कि मालीवाल ने आरोप लगाया था कि 13 मई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास में बिभव कुमार ने उनकी पिटाई की थी। बिभव कुमार इस समय जेल में बंद हैं।

 

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Thu, 01 Aug 2024 19:45:44 +0530 admin
लंबे वक्त के इंतजार के बाद आखिर वह घड़ी आ ही गई जब एर्नाकुलम और बेंगलुरु के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जा रही है https://aaj24x7live.com/895 https://aaj24x7live.com/895 नई दिल्ली
लंबे वक्त के इंतजार के बाद आखिर वह घड़ी आ ही गई जब एर्नाकुलम और बेंगलुरु के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जा रही है। जी हां, एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर वंदे भारत की काफी वक्त से डिमांड की जा रही थी। दक्षिण रेलवे ने गुरुवार को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल के जरिए एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन की पहली यात्रा की तस्वीर शेयर की। तस्वीर शेयर करते हुए दक्षिण रेलवे ने लिखा है, "शानदार नई वंदे भारत एर्नाकुलम जंक्शन से केएसआर बेंगलुरु सिटी जंक्शन तक अपनी पहली यात्रा पर है।"

इस दिन चलेगी एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत
उल्लेखनीय है कि लंबे इंतजार के बाद रेलवे ने बुधवार को एर्नाकुलम और बेंगलुरु के बीच स्पेशल वंदे भारत ट्रेन सेवा शुरू की। यह सेवा 25 अगस्त तक सप्ताह में तीन दिन चलेगी। यह ट्रेन एर्नाकुलम से बुधवार, शुक्रवार और रविवार को तथा बेंगलुरु से गुरुवार, शनिवार और सोमवार को रवाना होगी।

एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत का टाइम टेबल
एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन के टाइम टेबल की बात करें तो ट्रेन दोपहर 12:50 बजे एर्नाकुलम से रवाना होगी और रात 10:00 बजे बेंगलुरु कैंटोनमेंट स्टेशन पर पहुंचेगी। वापसी की यात्रा में ट्रेन अगले दिन सुबह 5:30 बजे बेंगलुरु कैंटोनमेंट से रवाना होगी और दोपहर 2:20 बजे एर्नाकुलम पहुंचेगी। इस मार्ग में दस स्टेशनों पर ठहराव शामिल है।

एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर थी वंदे भारत की डिमांड
बेंगलुरु-एर्नाकुलम मार्ग पर यात्रियों की भारी डिमांड के मद्देनजर इस ट्रेन की शुरुआत की गई है। वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत इस रूट के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। हालांकि, कुछ यात्रियों ने दिन के समय के टाइम टेबल को लेकर चिंता व्यक्त की है। हालांकि, दक्षिण रेलवे ने आश्वासन दिया है कि वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर की शुरुआत के साथ इन मुद्दों का भी समाधान किया जाएगा।

 

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Thu, 01 Aug 2024 19:45:37 +0530 admin
उत्तराखंड : भारी बारिश के कारण यात्रियों को केदारनाथ यात्रा स्थगित करने की सलाह, आठ लोगों की मौत https://aaj24x7live.com/894 https://aaj24x7live.com/894 देहरादून
 भारी बारिश के कारण रुद्रप्रयाग प्रशासन ने यात्रियों से बृहस्पतिवार को अपनी केदारनाथ यात्रा स्थगित करने को कहा है। वहीं, उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर  वर्षा संबंधी घटनाओं में आठ व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी और करीब छह अन्य लोग घायल हो गए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में बारिश से बिगड़े हालात की समीक्षा की तथा कहा कि प्रदेशवासियों और राज्य के बाहर से आए यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रभावित स्थानों पर बचाव दलों ने रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि रायपुर क्षेत्र की एक नहर में बुधवार रात दो व्यक्ति डूब गए। उन्होंने बताया कि उनके शव बरामद कर लिए गए हैं जिनकी पहचान सुंदर सिंह और अर्जुन सिंह राणा के रूप में हुई है।

हरिद्वार जिले में रूड़की क्षेत्र के भारपुर गांव में भारी बारिश से एक मकान ढह गया जिससे उसके मलबे के नीचे दबने से तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा करीब छह लोग घायल हो गए।

टिहरी जिले के घनसाली के जखनयाली गांव में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु हो गयी। टिहरी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि मलबे से भानु प्रसाद (50) और उनकी पत्नी नीलम देवी (45) के शव बरामद हुए जबकि उनके पुत्र विपिन (28) को घायल अवस्था में निकाला गया।

उन्होंने बताया कि देर रात करीब दो बजे सांस लेने में शिकायत के कारण विपिन को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश ले जाया जा रहा था लेकिन देर रात उसने दम तोड़ दिया।

रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से केदारनाथ दर्शन के लिए रुद्रप्रयाग तक पहुंचे तीर्थयात्रियों के लिए एक परामर्श जारी किया गया है जिसमें उनसे कहा गया है कि वे फिलहाल जहां भी हैं, सुरक्षित रूके रहें और अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें।

परामर्श में कहा गया है कि इस समय सोनप्रयाग से आगे मोटरमार्ग और पैदल मार्ग की स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं है। मार्ग सही होने व यात्रा के सुचारू होने की सूचना अलग से दी जाएगी।

बीती रात भारी बारिश के कारण गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर भीमबली में 20-25 मीटर का मार्ग बह गया तथा पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिरकर रास्ते में आ गए हैं।

प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि इस दौरान वहां फंस गए करीब 200 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया । इसके अलावा, सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी का जल चेतावनी स्तर के आसपास होने के कारण पार्किंग क्षेत्र को खाली करा लिया गया है।

मौसम विभाग से मिली सूचना के अनुसार, देहरादून में ही पिछले 24 घंटों में 172 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है।

राज्य में अतिवृष्टि की स्वयं निगरानी कर रहे मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी और राज्य में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में धामी ने कहा कि प्रदेश में बुधवार रात हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जनजीवन प्रभावित होने की सूचना मिली तथा बचाव दलों ने रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

उन्होंने कहा, ‘‘रामबाड़ा, भीमबली, जखनयाली व अन्य अधिक प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य संचालित किए जा रहे हैं। प्रशासन के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बात कर वस्तुस्थिति की जानकारी ले रहा हूं। प्रशासन को नुकसान का आकलन कर त्वरित रूप से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।’’

 

 

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Thu, 01 Aug 2024 19:45:31 +0530 admin
सुप्रीम कोर्ट का फैसला, SC/ST श्रेणियों को सब&कैटेगरी में दिया जा सकता है रिजर्वेशन https://aaj24x7live.com/882 https://aaj24x7live.com/882 नई दिल्ली

सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण के मुद्दे पर बड़ा फैसला सुनाया है। इस फैसले के मुताबिक अनुसूचित जाति और जनजातियों में सब-केटेगरी बनाई जा सकती है। फैसला सुप्रीम कोर्ट की सात सदस्यीय संवैधानिक पीठ ने 6/1 के मत से सुनाया है। यह सुनवाई CJI डीवाई चंद्रचूड़ कर रहे थे। उनके साथ 6 जजों ने इस पर सहमति जताई जबकि जस्टिस बेला त्रिवेदी इससे सहमत नहीं थीं। कोर्ट ने यह फैसला सुनाते हुए 2004 में दिए गए 5 जजों के फैसले को पलट दिया है।

यह सुनवाई चीफ जस्टिस के साथ जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस विक्रम नाथ,जस्टिस बेला एम त्रिवेदी, जस्टिस पंकज मिथल, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा कर रहे थे।

कोर्ट ने 2004 के फैसले को पलटा

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने 2004 में ईवी चिन्नैया मामले में पांच जजों के उस फैसले को पलट दिया है, जिसमें संविधान पीठ ने कहा कि केवल राष्ट्रपति ही यह अधिसूचित कर सकते हैं कि संविधान के अनुच्छेद 341 के अनुसार कौन से समुदाय आरक्षण का लाभ प्राप्त कर सकते हैं, और राज्यों को इससे छेड़छाड़ करने का अधिकार नहीं है।

अब सुप्रीम कोर्ट इस बात की समीक्षा कर रहा था कि क्या राज्य कोटा के अंदर कोटा देने के लिए अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों को उप-वर्गीकृत कर सकते हैं?  सुप्रीम कोर्ट ने अब समीक्षा के बाद यह फैसला सुना दिया है।
क्या है पूरा मामला….

दरअसल, 1975 में पंजाब सरकार ने आरक्षित सीटों को दो श्रेणियों में विभाजित करके अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण नीति पेश की थी. एक बाल्मीकि और मजहबी सिखों के लिए और दूसरी बाकी अनुसूचित जाति वर्ग के लिए. 30 साल तक ये नियम लागू रहा. उसके बाद 2006 में ये मामला पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट पहुंचा और ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य मामले में सुप्रीम कोर्ट के 2004 के फैसले का हवाला दिया गया. पंजाब सरकार को झटका लगा और इस नीति को रद्द कर दिया गया. चिन्नैया फैसले में कहा गया था कि एससी श्रेणी के भीतर सब कैटेगिरी की अनुमति नहीं है. क्योंकि यह समानता के अधिकार का उल्लंघन है.

बाद में पंजाब सरकार ने 2006 में बाल्मीकि और मजहबी सिखों को फिर से कोटा दिए जाने को लेकर एक नया कानून बनाया, जिसे 2010 में फिर से हाई कोर्ट में चुनौती दी गई. हाई कोर्ट ने इस नीति को भी रद्द कर दिया. ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा. पंजाब सरकार ने तर्क दिया कि इंद्रा साहनी बनाम भारत संघ में सुप्रीम कोर्ट के 1992 के फैसले के तहत यह स्वीकार्य था, जिसने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के भीतर सब कैटेगिरी की अनुमति दी थी. पंजाब सरकार ने तर्क दिया कि अनुसूचित जाति के भीतर भी इसकी अनुमति दी जानी चाहिए.

2020 में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने पाया कि ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य के फैसले पर एक बड़ी बेंच द्वारा फिर से विचार किया जाना चाहिए, जिसमें कहा गया था कि एससी श्रेणी के भीतर सब कैटेगिरी की अनुमति नहीं है. उसके बाद सीजेआई के नेतृत्व में सात जजों की बेंच का गठन किया गया, जिसने जनवरी 2024 में तीन दिनों तक मामले में दलीलें सुनीं और उसके बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया.

संविधान में क्या प्रावधान है?

संविधान ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को विशेष दर्जा देते समय जाति का वर्णन नहीं किया है कि कौन सी जातियां इसमें आएंगी. ये अधिकार केंद्र के पास है. अनुच्छेद 341 के अनुसार, राष्ट्रपति द्वारा अधिसूचित जातियों को एससी और एसटी कहा जाता है. एक राज्य में SC के रूप में अधिसूचित जाति दूसरे राज्य में SC नहीं भी हो सकती है.

देश में कितनी अनुसूचित जाति?

एक रिपोर्ट के मुताबिक, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2018-19 में देश में 1,263 एससी जातियां थीं. अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, अंडमान और निकोबार एवं लक्षद्वीप में कोई समुदाय अनुसूचित जाति के रूप में चिह्नित नहीं किया गया.

सिर्फ राष्ट्रपति को अधिकार

2005 में ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य केस में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अनुसूचित जाति की सूची में जातियों को हटाने और जोड़ने का अधिकार सिर्फ राष्ट्रपति को है. संविधान सभी अनुसूचित जातियों को एकल सजातीय समूह मानता है. अगर सभी अनुसूचित जातियों को एक ग्रुप माना गया है तो उप वर्गीकरण कैसे हो सकता है. सामाजिक असमानता के आधार पर अनुसूचित जातियों को विशेष सुरक्षा प्रदान की गई है, क्योंकि इन जातियों के खिलाफ छुआछूत की भावना थी. आरक्षण का लाभ आरक्षित जातियों के जरूरतमंद यानी सबसे कमजोर तबके तक पहुंचे, इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने क्रीमी लेयर की अवधारणा को लागू किया. इसे 2018 में जरनैल सिंह बनाम लक्ष्मी नारायण गुप्ता केस के फैसले में लागू किया गया था. क्रीमी लेयर का नियम ओबीसी (अदर बैकवर्ड क्लास) में लागू होता है. जबकि यह अनुसूचित जाति पर 2018 में प्रमोशन के केस में लागू किया गया. केंद्र सरकार ने 2018 के इस फैसले पर रिव्यू करने की गुहार लगाई और इस पर फैसला अभी आना बाकी है.

 

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Thu, 01 Aug 2024 18:00:54 +0530 admin
नई parliament का ऐसा हाल… जब छत से ही टपकने लगा पानी, कांग्रेस ने उठा दिए सवाल https://aaj24x7live.com/861 https://aaj24x7live.com/861 नई दिल्ली

दिल्ली में 31 जुलाई की बारिश के बाद संसद भवन में भी जलभराव दिखाई दिया, इतनी बारिश हुई कि छत से पानी टपकने लगा वहीं इसे लेकर विपक्षी दलों ने इसके लिए सरकार पर निशाना साधा है और विपक्षी दल पुरानी संसद से इसकी तुलना कर रहे हैं। इसको लेकर कांग्रेस ने नोटिस दिया है कांग्रेस ने संसद में पानी भरने पर सवाल उठाते हुए ये नोटिस दिया है।

करीब 1200 करोड़ की लागत से बनीं नई संसद की छत बारिश के बाद टपकने लगी, जिसका वीडियो कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने शेयर किया है गौर हो कि नई संसद की इमारत का उद्घाटन पिछले साल यानी 28 मई 2023 को हुआ था।

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने संसद के नए भवन में पानी लीकेज का वीडियो जारी कर लगाया स्थगन प्रस्ताव कागज़ बाहर लीक, अंदर पानी लीक। संसद के लॉबी में हाल ही में हुए पानी के रिसाव से मौसम सहनशीलता के मुद्दे उजागर होते हैं, जो नई इमारत के पूरा होने के सिर्फ एक साल बाद ही सामने आए हैं इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव लगाया।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी करते हुए लिखा, 'इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है। जनता पूछ रही है कि भाजपा सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच-समझकर बनायी गयी डिज़ाइन का हिस्सा होता है या फिर…।'

भारी बारिश के कारण शहर में बृहस्पतिवार को सभी स्कूल बंद

गौर हो कि दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने घोषणा की कि भारी बारिश के कारण शहर में बृहस्पतिवार को सभी स्कूल बंद रहेंगे। मंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'आज शाम हुई बहुत भारी बारिश और कल भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर सभी सरकारी और निजी स्कूल एक अगस्त को बंद रहेंगे।'

दिल्ली में बारिश से सामने आए हादसे

वहीं पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में 22 वर्षीय महिला और उसका बच्चा पानी से भरे नाले में डूब गए। भारी बारिश के कारण सड़क पानी से भरी हुई थी, इस कारण सड़क और नाले का अंदाजा न लगने के कारण यह हादसा हुआ वहीं दिल्ली में बुधवार को भारी बारिश के चलते सब्जी मंडी इलाके में एक मकान गिर पड़ा। बचाव दल ने मलबे से एक व्यक्ति को निकालकर अस्पताल भेजा। वसंत कुंज में दीवार गिरने से एक महिला घायल हो गई। वहीं दरियागंज में एक स्कूल की दीवार बाहर खड़ी गाड़ियों पर गिर गई। बारिश से दिल्ली के कई इलाकों में पानी भर गया।

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Thu, 01 Aug 2024 14:01:06 +0530 admin
दिल्ली में आफत बनी बारिश! रातभर बरसात, सुबह भी सड़कें जलमग्न… NCR में 7 लोगों की मौत https://aaj24x7live.com/860 https://aaj24x7live.com/860 नई दिल्ली

दिल्ली के लिए बारिश एक बार फिर आफत बनकर सामने आई है. बुधवार शाम से दिल्ली में शुरू हुई बारिश रातभर हुई, जिसके बाद सरिता विहार, दरियागंज, प्रगति मैदान और आईटीओ सहित दिल्ली के कई इलाके तालाब बन गए. इसका असर गुरुवार सुबह भी नजर आया और आज भी दिल्ली के कई इलाकों में सड़कें जलमग्न दिखीं.

गुरुवार सुबह से ही सड़कों पर पानी भारने के कारण गाड़ियां रेंगकर चलती हुई दिखाई दीं. बारिश से हालात खराब होने के चलते आज दिल्ली में स्कूलों की छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है. कुछ कॉलेज भी इस दौरान बंद रहेंगे.

दिल्ली में देर रात हुई बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई है. पुलिस के मुताबिक 22 साल की तनुजा और उनका तीन साल का बेटा प्रियांश गाजीपुर क्षेत्र की खोड़ा कॉलोनी के पास साप्ताहिक बाजार में गए थे. इस दौरान वह फिसल गए और एक नाले में गिर गए. अधिकारी ने कहा कि दोनों को गोताखोरों और क्रेन की मदद से निकाला गया और लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके अलावा तेज बारिश के बाद हाई टेंशन तार की चपेट में आने से गुरुग्राम में 3 लोगों की मौत हो गई है. घटना बुधवार देर रात 10 बजे की है. ग्रेटर नोएडा के दादरी कस्बे में दीवार गिरने से एक महिला और एक शख्स की मौत हो गई. यानी पिछले 24 घंटे में दिल्ली-एनसीआर में 7 लोगों की मौत हो चुकी है.

घर ढहने से घायल हुआ शख्स

उत्तरी दिल्ली के सब्जी मंडी क्षेत्र में एक शख्स मकान ढहने से घायल हो गया. दिल्ली फायर सर्विसेज के एक अधिकारी ने कहा कि रॉबिन सिनेमा के पास गांता घर के करीब सब्जी मंडी इलाके में एक घर ढह गया. पांच फायर ब्रिगेड मौके पर भेजी गईं. एक आदमी को मलबे से बचाया गया. अधिकारी ने कहा कि उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, वहीं एक महिला दक्षिण पश्चिम दिल्ली के वसंत कुंज क्षेत्र में एक दीवार के ढहने से घायल हो गई.

आज बंद रहेंगे दिल्ली के सभी स्कूल

राजधानी दिल्ली में भीषण बारिश के बाद कई इलाकों में जलभराव हो गया. इसके बाद सरकार ने यह फैसला लिया कि दिल्ली के सभी स्कूल आज यानी की गुरुवार को बंद रहेंगे. इसके अलावा दिल्ली में बारिश का रेड अलर्ट भी जारी किया गया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने भी ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है.

10 फ्लाइट्स का रूट परिवर्तित किया

दिल्ली एयरपोर्ट पर खराब मौसम के कारण 10 उड़ानों का रूट बदल दिया गया है. अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम के कारण बुधवार शाम साढ़े सात बजे के बाद एयरपोर्ट पर कम से कम 10 उड़ानों का रूट परिवर्तित किया गया है. इनमें से आठ को जयपुर और दो उड़ानों को लखनऊ भेजा गया है.

राजधानी दिल्ली में गुरुवार को बंद रहेंगे सभी स्कूल
– दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश
– भारी बारिश के कारण करोल बाग मेट्रो स्टेशन और मार्केट एरिया में भरा पानी
– Rau's कोचिंग वाले इलाके में फिर भरा कमर तक पानी

– गुरुग्राम में सुभाष नगर-ओल्ड रेलवे रोड की सड़क पर भी भरा पानी
– प्रगति मैदान के पास भैरव मार्ग रेलवे अंडर पास पर जलभराव, कई गाड़ियां फंसी
– भैरव मार्ग रेलवे अंडर पास से सराय काले खान की तरफ जाने वाली टनल बंद

– सरिता विहार मेट्रो स्टेशन के पास भारी जलजमाव, ट्रैफिक प्रभावित
– दिल्ली के दरियागंज इलाके में एक स्कूल की दीवार गिर गई, कई गाडियां डैमेज
– जयपुर के लिए 8 फ्लाइट और लखनऊ के लिए 2 फ्लाइट को डायवर्ट किया गया है. 

– अपोलो अस्पताल से बदरपुर की ओर मथुरा रोड पर यातायात प्रभावित
– पुल प्रह्लादपुर रेलवे अंडरपास पर जलजमाव के कारण ट्रैफिक डाइवर्जन
– राजधानी दिल्ली में आईटीओ के पास जलभराव के कारण ट्रैफिक फ्लो प्रभावित

– ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क के, तुगलपुर के पास Pump Up Arena जिम की छत गिरी, दो घायल

भारी बारिश के चलते राष्ट्रीय राजधानी में तीन मकान भी गिर गए. सूचना मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया है. बताया जा रहा है कि ये मकान पुराने थे और इनमें कोई नहीं रहता था. वहीं भारी बारिश के चलते आईटीओ से लक्ष्मी नगर का रास्ता पानी भरने से बंद हो गया है.

पुलिस के मुताबिक दिल्ली सब्जी मंडी इलाके से मकान ढहने की सूचना मिली. घटना के बाद दमकल विभाग की 5 गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. अभी अधिक जानकारी का इंतजार है.

दिल्ली के किन इलाकों में जलभराव

1. करोल बाग मेट्रो स्टेशन और मार्केट एरिया में भरा पानी.

2. Rau's कोचिंग वाले इलाके में फिर भरा पानी.

3. प्रगति मैदान के पास भैरव मार्ग रेलवे अंडर पास पर जलभराव.

4. भैरव मार्ग रेलवे अंडर पास से सराय काले खान की तरफ जाने वाली टनल बंद.

5. सरिता विहार मेट्रो स्टेशन के पास भारी जलजमाव, ट्रैफिक प्रभावित.

6. दिल्ली के दरियागंज इलाके में एक स्कूल की दीवार गिर गई, कई गाडियां डैमेज.

7. पुल प्रह्लादपुर रेलवे अंडरपास पर जलजमाव के कारण ट्रैफिक डाइवर्जन.

8. राजधानी दिल्ली में आईटीओ के पास जलभराव के कारण ट्रैफिक प्रभावित.

दिल्ली के किस इलाके में कितनी बारिश?

9. झंडेवालान इलाके में भारी बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया.

10. दिल्ली के दरियागंज इलाके में एक स्कूल की दीवार गिर गई.

राजधानी दिल्ली के सभी स्कूल गुरुवार को बंद
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में बुधवार शाम को भारी बारिश हुई. राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में बारिश के कारण जलभराव हो गया है. इसी बीच सामने आया है कि दिल्ली के सभी स्कूल गुरुवार को बंद रहेंगे. इसके अलावा दिल्ली में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है.

करोल बाग में फिर भरा पानी

ये हाल राजधानी दिल्ली के उन इलाकों का है, जो पॉश कहे जाते हैं. बीते चार-पांच दिनों से करोल बाग चर्चा में है. यहां एक IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी. कोचिंग संचालक और शासन-प्रशासन अभी तक अपने-अपने तर्क देकर लीपापोती में लगे हुए हैं. स्टूडेंट्स अपने साथियों के लिए न्याय की मांग करते हुए प्रोटेस्ट कर रहे हैं और इसी करोल बाग का आज का हाल देखिए कि जरा देर की बारिश हुई और यह पूरा इलाका लबालब भर गया. मेट्रो से लेकर मार्केट एरिया तक ऐसा जल जमाव हुआ है कि नाव तैरने लगें.

जहां प्रोटेस्ट कर रहे थे छात्र, वहां का हाल देखिए
जिस RAU's कोचिंग सेंटर में हादसा हुआ था, उसी के सामने का हाल बताते हैं. एक वीडियो में दिख रहा है कि घुटनों तक भरे पानी में कई छात्र दिख रहे हैं. बारिश के बीच बनी इस वीडियो में एक छात्र बता रहा है कि, ' ये वही जगह है, जहां तीन छात्रों की मौत हुई थी और एक हफ्ते बाद भी देख लीजिए, यहां क्या हाल हैं? प्रोटेस्ट कर रहे छात्रों की मांग थी कि इस तरह की परेशानी पर तुरंत एक्शन हो, लेकिन पुलिस बीते एक हफ्ते से यहां से सिर्फ छात्रों को हटाने में लगी है. ये नहीं हो रहा है कि इस पर एक्शन लिया जाए.' छात्र कह रहा है कि यहां पानी इतनी तेज बढ़ रहा है कि यहां भी डूबने वाली स्थिति हो जाएगी. पर पुलिस यहां पर स्टूडेंट को पकड़ने और उन्हें मारने में लगी है. पर जो असली मोटिव है कि प्रोटेस्ट का कि ऐसी घटना दोबारा न हो, उस पर काम नहीं हो रहा है. इसलिए ये प्रोटेस्ट जरूरी है. ' इसी बीच पीछे से आवाज आ रही है कि निकलिए-निकलिए, यहां से हटिए. इस दौरान दिख रहा है कि इस सड़क पर पानी कमर से कुछ ही नीचे है.

सड़कें जलमग्न, झंडेवालान पर लगा लंबा जाम
एक तरफ जहां सड़कें जलमग्न हो गई तो अगली समस्या ट्रैफिक जाम की निकलकर सामने आई. वीडियो झंडेवालान के पास की है, जहां सड़क पर पानी बहता नजर आ रहा है तो इसी बहते पानी में जाम भी लगा हुआ है. वाहनों की लंबी कतार बन गई है. हॉर्न का शोर है और जरा सी जगह मिलने पर आगे निकलने की होड़. शाम को पीक ऑवर में हुई इस बारिश के बाद लोगों के घर पहुंचने का रास्ता जाम है. ये वीडियो इतना बताने के लिए काफी है कि आपके शहर में निजाम के इंतजाम किस 'तारीफ' के काबिल है.

गुरुग्राम में सुभाष नगर-ओल्ड रेलवे रोड की सड़क पर भी भरा पानी
दिल्ली से निकलिए और गुरुग्राम पहुंचना चाहेंगे तो बुधवार को यहां भी टाइम से पहुंच पाना मुश्किल ही है. यहां से जो दो वीडियो सामने आए हैं, उन्हें देखकर आप यकीन नहीं करेंगे कि ये उस शहर की तस्वीर है, जिसे ग्लोबल वर्ल्ड मिलेनियम सिटी के नाम से जानता है. खैर, गुरुग्राम लगातार कई सालों से अपने महाजाम के लिए बदनाम रहा है, लेकिन तकलीफ इस बात की है कि इतने सालों में भी यहां की सूरत नहीं बदली है. गुरुग्राम के सुभाष नगर में सड़क पर बारिश का पानी ऐसे हिलोरें ले रहा है जैसे ये कोई 'बीच' है,  तो वहीं ओल्ड रेलवे रोड की सड़क भी जलमग्न हो गई हैं.

नोएडा में गौर सिटी, फिल्म सिटी और दिल्ली-नोएडा एक्सप्रेसवे पर कई अंडरपास सहित कई इलाकों में जलभराव हो गया.

मथुरा रोड पर यातायात प्रभावित
सरिता विहार मेट्रो स्टेशन के पास भारी जलजमाव के कारण अपोलो अस्पताल से बदरपुर की ओर मथुरा रोड पर यातायात प्रभावित है. यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे इस आधार पर अपनी यात्रा का प्लान बनाए.

मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा- हम 24 घंटे उपलब्ध
एमसीडी आयुक्त और सभी अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों को शिफ्ट बांटकर 24X7 काम करने का निर्देश दिया है, और जितनी जल्दी हो सके किसी भी जल-जमाव की घटना पर तुरंत रिपोर्ट करें. हम सभी चौबीसों घंटे उपलब्ध हैं.

भैरव मार्ग रेलवे अंडर पास में भरा पानी
प्रगति मैदान के पास भैरव मार्ग रेलवे अंडर पास पर इस समय कई गाड़ियां पानी में फंसी हुई है. दोनों तरफ से ट्रैफिक रुका हुआ है और लोग परेशान हैं. यहां से सराय काले खान की तरफ जाने वाली टनल को भी बंद कर दिया गया है.

दरियागंज में स्कूल की दीवार गिरी
दिल्ली के दरियागंज इलाके में एक स्कूल की दीवार गिर गई है. स्कूल का नाम हैपी स्कूल है. इसकी दीवार गिरने से इलाके में कई गाड़ियां डैमेज हो गई हैं. मौके पर पुलिस और फायर विभाग की टीम पहुंची है.  

जयपुर-लखनऊ के फ्लाइट डायवर्ट, बारिश के कारण बदले रूट
भारी बारिश के करण एयरलाइन ट्रैफिक में भी कई बार बदलाव किया गया. सामने आया है कि, खराब मौसम और भारी बारिश के कारण शाम 07:30 बजे से 08:00 बजे के बीच दिल्ली में 10 बार बदलाव की सूचना मिली. जयपुर के लिए 8 फ्लाइट और लखनऊ के लिए 2 फ्लाइट को डायवर्ट किया गया है.

पुल प्रह्लादपुर रेलवे अंडरपास पर जलजमाव, ट्रैफिक डायवर्जन
पुल प्रह्लादपुर रेलवे अंडरपास पर जलजमाव के कारण ट्रैफिक डाइयवर्जन किया गया है. कहीं भी निकलने से पहले एडवाइजरी देखें.

ITO के पास ट्रैफिक प्रभावित
दिल्ली-NCR में बुधवार शाम से शुरू हुई बारिश लगातार जारी है. भारी बारिश और जलभराव के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है. राजधानी दिल्ली में आईटीओ के पास जलभराव के कारण ट्रैफिक फ्लो प्रभावित हुआ है. यहां लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

 

 

 

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Thu, 01 Aug 2024 14:00:57 +0530 admin
NEET पेपर लीक मामले में CBI ने भुवनेश्वर से तीन और आरोपियों को किया गिरफ्तार https://aaj24x7live.com/859 https://aaj24x7live.com/859 भुवनेश्वर
 नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई तेजी से कार्रवाई कर रही है। सीबीआई ने पेपर लीक मामले में भुवनेश्वर से तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी रंजीत कुमार, अमित प्रसाद और धीरेंद्र कुमार सेटर गैंग के सदस्य हैं।

सीबीआई को पेपर लीक मामले के तार ओडिशा से जुड़ते हुए दिखाई दिए। इसके बाद सीबीआई ने ओडिशा के भुवनेश्वर से तीन और लोगों को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा है कि सीबीआई को पेपर लीक मामले में और भी सुराग हाथ लग सकते हैं।

साथ ही सीबीआई को तीनों आरोपियों से संजीव मुखिया और अतुल वत्स जैसे बड़े सेटरों के बारे में भी जानकारी मिलने की उम्मीद है। फिलहाल तीनों आरोपियों को 5 अगस्त तक के लिए सीबीआई रिमांड पर भेज दिया गया है।

इससे पहले सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में मुंबई से एक सॉल्वर को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपी का नाम रौनक बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, सॉल्वर रौनक 5 मई को झारखंड के हजारीबाग में मौजूद था और उसने भी अन्य छात्रों के साथ मिलकर प्रश्न पत्र हल किया था।

नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई आरोपी रौनक की तलाश कर रही थी। सीबीआई को उसके मुंबई में होने की जानकारी मिली, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। कोर्ट ने उसे 3 अगस्त तक सीबीआई रिमांड में भेज दिया।

बता दें कि सीबीआई ने नीट मामले में पटना एम्स से चार, रांची रिम्स से एक और भरतपुर मेडिकल कॉलेज के दो मेडिकल छात्रों को गिरफ्तार किया है।

इससे पहले सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में सॉल्वर दीपेंद्र शर्मा और कुमार मंगलम विश्नोई और सेटर शशिकांत पासवान को गिरफ्तार किया था। सॉल्वर दीपेंद्र शर्मा और कुमार मंगलम विश्नोई भरतपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं, जबकि तीसरा शख्स शशिकांत पासवान, पटना का रहने वाला है।

सीबीआई ने रांची स्थित मेडिकल कॉलेज रिम्स की फर्स्ट ईयर की छात्रा सुरभि कुमारी को भी हिरासत में लिया था।

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Thu, 01 Aug 2024 14:00:48 +0530 admin
घर में घुसकर प्राइवेट पार्ट पर पत्थर से किए वार… हरियाणा में रेप पीड़िता की बेरहमी से हत्या https://aaj24x7live.com/858 https://aaj24x7live.com/858 रेवाड़ी
 हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां रात एक बजे सूट-सलवार पहनकर घर में घुसे युवक ने एक विवाहिता की निर्ममता से हत्या कर दी। उसने उसके हाथ, पैरों और प्राइवेट पार्ट्स पर ईंट-पत्थरों से वार किया। हत्या के वक्त घर पर कोई नहीं था। मृतका के साथ इसी युवक ने कुछ दिन पहले बलात्कार किया था और इसका केस अदालत में लंबित था। वह गिरफ्तारी से बचा हुआ था। आरोपी लगातार पीड़िता को जान से मारने की धमकियां दे रहा था।

यह मामला खंड खोल के एक गांव का है। इस गांव की 35 वर्षीय महिला के साथ गांव के युवक सुधीर ने 16 जुलाई को दुष्कर्म किया था। दुष्कर्म का केस थाना खोल में दर्ज कराए जाने के बाद मामला अदालत में लंबित था। बुधवार को इस केस की अदालत में तारीख भी थी। पीड़िता के भाई सोनू ने कहा कि इस केस को लेकर आरोपी सुधीर लगातार बहन व परिवार को जान से मारने की धमकियां दे रहा था। इसकी लिखित शिकायत भी संबंधित थाने में देकर सुरक्षा की गुहार लगाई गई थी। उसने कहा कि उसका बहनोई एक पेट्रोल पम्प पर काम करता है और वह नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर गया हुआ था। वह और उसकी बहन अलग-अलग कमरों में सोए हुए थे।

सूट-सलवार पहनकर घर में घुसा
इस दौरान आरोपी सुधीर सूट-सलवार पहनकर मंगलवार रात एक बजे रसोई की चिमनी में लगे लोहे के जाल को उखाड़ घर के अंदर घुस गया। उसने सबसे पहले जिस कमरे में वह सोया हुआ था, उसकी कुंडी बाहर से बंद कर दी। इसके बाद उसने बहन पर ईंट और एक अन्य धारदार पत्थर से हाथ व पैरों पर वार करना शुरू कर दिया। हाथ-पैर तोड़ने के बाद उसने प्राइवेट पार्ट्स पर भी चोट मारी। बहन की चिल्लाने की आवाज सुनकर उसकी नींद खुल गई। उसने बाहर निकलने की कोशिश भी की, लेकिन कुंडी बाहर से बंद होने की वजह से वह कुछ नहीं कर सका। जब उसने कमरे की खिड़की को खोलकर देखा तो आरोपी सुधीर उस पर हमला कर रहा था और दुपट्टे से उसका गला घोंट रहा था। उसने कहा कि उसकी आंखों के सामने उसकी बहन की हत्या कर आरोपी फरार हो गया। उसके शोर मचाने पर पड़ोसियों ने उसके कमरे की कुंडी खोली।

शव को कब्जे में लिया
सूचना पाकर खोल थाना प्रभारी लक्ष्मीनायण टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया। इस हत्याकांड से ग्रामीणों में भारी रोष दिखाई दिया। थाना प्रभारी लक्ष्मीनारायण ने कहा कि आरोपी सुधीर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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Thu, 01 Aug 2024 14:00:39 +0530 admin
कृष्ण जन्मभूमि&शाही ईदगाह मामले में आज आएगा इलाहाबाद HC का फैसला, जानिए अर्जियों में क्या है? https://aaj24x7live.com/849 https://aaj24x7live.com/849 नई दिल्ली/ प्रयागराज

मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मस्जिद विवाद मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट आज अपना फैसला सुनाएगा. दोपहर 2 बजे तक कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद है. हिंदू पक्ष ने जो याचिकाएं दायर की हैं, उनमें शाही ईदगाह मस्जिद की जमीन को हिंदुओं की बताया है और वहां पूजा का अधिकार दिए जाने की मांग की है. वहीं, मुस्लिम पक्ष ने प्लेसिस ऑफ वर्शिप एक्ट, वक्फ एक्ट, लिमिटेशन एक्ट और स्पेसिफिक पजेशन रिलीफ एक्ट का हवाला दिया और हिंदू पक्ष की याचिकाओं को खारिज किए जाने की दलील पेश की है.

अब इलाहाबाद हाईकोर्ट तय करेगा कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद में दाखिल 18 अर्जियों की एक साथ सुनवाई होगी या नहीं. HC में कोर्ट नंबर 71 के जस्टिस मयंक कुमार जैन की सिंगल बेंच फैसला सुनाएगी. इससे पहले 6 जून को सुनवाई पूरी होने के बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था.

दरअसल, हिंदू पक्ष की तरफ से 18 याचिकाएं दाखिल की गई हैं. वहीं, मुस्लिम पक्ष ने ऑर्डर 7 रूल, 11 के तहत इन याचिकाओं की पोषणीयता पर सवाल उठाए और इन्हें खारिज किए जाने की अपील की.

हिंदू और मुस्लिम पक्ष के लिए गुरुवार का दिन बेहद अहम माना जा रहा है. श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह से संबंधित कुल 18 याचिकाओं को लेकर फैसला आना है. भगवान श्रीकृष्ण विराजमान कटरा केशव देव और सात अन्य की तरफ से दाखिल सिविल वाद की पोषणीयता को लेकर याचिकाएं दायर की गईं हैं. उसके बाद शाही ईदगाह मस्जिद कमेटी और सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने भी इलाहाबाद हाई कोर्ट में सीपीसी के ऑर्डर 7, रूल 11 के तहत याचिकाएं दाखिल की थीं.

हिंदू पक्ष द्वारा दाखिल याचिकाओं में दावा किया गया है कि मस्जिद का निर्माण कटरा केशव देव मंदिर की 13.37 एकड़ भूमि पर किया गया है. औरंगजेब के जमाने की ये मस्जिद, मंदिर के विध्वंस के बाद बनाई गई है. अब इलाहाबाद हाईकोर्ट तय करेगा कि हिंदू पक्ष की 18 याचिकाएं सुनवाई करने योग्य हैं या नहीं.

कोटा के अंदर कोटा मामले में गुरुवार का दिन काफी अहम है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली 7 जजों की संविधान पीठ सुबह करीब 10 बजे के बाद अपना फैसला सुनाएगी. आज यह साफ हो जाएगा कि राज्यों द्वारा नौकरियों में आरक्षण देने के लिए कोटा के भीतर कोटा दिया जा सकता है या नहीं? सुप्रीम कोर्ट अपने 2004 के फैसले की जांच के बाद फैसला सुनाने जा रहा है.

2004 के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राज्यों के पास आरक्षण देने के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की सब कैटेगिरी करने का अधिकार नहीं है. एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष मुख्य मुद्दा एससी और एसटी कैटेगिरी के भीतर सब-कैटेगिरी (कोटे के भीतर कोटा) का है. अब कोर्ट यह बताएगा कि क्या अनुसूचित जाति और जनजाति श्रेणियों को सब-कैटेगरी में रिजर्वेशन मिलेगा या नहीं? क्या राज्य विधानसभाओं के पास कोटा के भीतर कोटा लागू करने का अधिकार है या नहीं?

सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी, जस्टिस पंकज मिथल, जस्टिस मनोज मिश्रा, जस्टिस एससी शर्मा का नाम शामिल है. याचिकाओं में ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश सरकार के फैसले की समीक्षा की मांग की गई है. 2004 में इस मामले में फैसला सुनाया था कि सभी अनुसूचित जाति समुदाय एक सजातीय वर्ग के अंतर्गत आते हैं.

क्या है पूरा मामला….

दरअसल, 1975 में पंजाब सरकार ने आरक्षित सीटों को दो श्रेणियों में विभाजित करके अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण नीति पेश की थी. एक बाल्मीकि और मजहबी सिखों के लिए और दूसरी बाकी अनुसूचित जाति वर्ग के लिए. 30 साल तक ये नियम लागू रहा. उसके बाद 2006 में ये मामला पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट पहुंचा और ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य मामले में सुप्रीम कोर्ट के 2004 के फैसले का हवाला दिया गया. पंजाब सरकार को झटका लगा और इस नीति को रद्द कर दिया गया. चिन्नैया फैसले में कहा गया था कि एससी श्रेणी के भीतर सब कैटेगिरी की अनुमति नहीं है. क्योंकि यह समानता के अधिकार का उल्लंघन है.

बाद में पंजाब सरकार ने 2006 में बाल्मीकि और मजहबी सिखों को फिर से कोटा दिए जाने को लेकर एक नया कानून बनाया, जिसे 2010 में फिर से हाई कोर्ट में चुनौती दी गई. हाई कोर्ट ने इस नीति को भी रद्द कर दिया. ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा. पंजाब सरकार ने तर्क दिया कि इंद्रा साहनी बनाम भारत संघ में सुप्रीम कोर्ट के 1992 के फैसले के तहत यह स्वीकार्य था, जिसने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के भीतर सब कैटेगिरी की अनुमति दी थी. पंजाब सरकार ने तर्क दिया कि अनुसूचित जाति के भीतर भी इसकी अनुमति दी जानी चाहिए.

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Thu, 01 Aug 2024 12:45:44 +0530 admin
वायनाड में आफत जारी! 276 मौतें और 200लापता, बारिश और बढ़ा रही मुश्किल https://aaj24x7live.com/848 https://aaj24x7live.com/848 नईदिल्ली  
दिल्ली समेत देश के कई शहरों से बारिश से बर्बादी की खबरें आ रही हैं. देश के बड़े इलाकों में मॉनसूनी आफत बरस रही है. दिल्ली में कल (31 जुलाई) रिकार्डतोड़ बारिश हुई है, आज भी भारी बारिश का अनुमान है. हिमाचल में कुल्लू और शिमला जिले के करीब बादल फटा है, इसमें करीब 19 लोग लापता बताए जाते हैं. उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में भी बादल फटने की घटना हुई है और केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड में मरने वालों का आंकड़ा 256 पहुंच गया है. यानी मैदान से पहाड़ों तक बारिश का कहर जारी है.

कुल्लू और मंडी में बादल फटने से कोहराम

हिमाचल प्रदेश के दो जिलों में बादल फटने से भारी तबाही की खबर है. बादल फटने की घटना कुल्लू और मंडी जिले में हुई है. कुल्लू के रामपुर क्षेत्र के समेज स्थित एक पॉवर प्लांट प्रोजेक्ट के 19 लोग बादल फटने के बाद से लापता हैं.  20 से ज्यादा मकान जमींदोज हो गए हैं और कई गाड़ियां बह गईं हैं, इलाके का स्कूल भी बाढ़ में बह गया. वहीं मंडी जिले में बादल फटने के बाद एक शव बरामद हो चुका है जबकि नौ लोग लापता हैं. मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया है. मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं.

कई लोग लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन मुश्किल

एयरफोर्स के साथ एनडीआरएफ से भी मदद की मांग की गई है. थलटूखोड में फंसे हुए लोगों तक पहुंच पाना संभव नहीं हो पा रहा है इसलिए अब एयरफोर्स और एनडीआरएफ की मदद से लोगों को निकाला जाएगा. हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू जिला के रामपुर से सटे पंद्रह बीस इलाकों में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. जानकारी के मुताबिक श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से कुर्पण, समेज़ और गानवी खड्ड में भयंकर बाढ़ आई है. शिमला जिले के गानवी और कुल्लू जिले के बागीपुल बाज़ार में नाले में उफान से तबाही हुई है.

घंसाली में बादल फटने से तबाही, एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत

उत्तराखंड में मंगलवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. टिहरी में पहले भारी बारिश हुई और उसके बाद बादल फट गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई. केदारनाथ मार्ग पर भी बादल फटा और नेशनल हाईवे का एक हिस्सा सैलाब की भेंट चढ़ गया. इसके अलावा हरिद्वार, नैनीताल और बागेश्वर से भी जल प्रलय की तस्वीरें सामने आ रही हैं.

टिहरी जिले के घंसाली केदारनाथ मोटर मार्ग पर जखनियाली के पास बादल फटने से दो लोग मलबे में जिंदा दफन हो गए और एक अन्य लापता है. घंसाली के जखनयाली गांव में कल देर रात हुई आपदा की घटना के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जखनियाली निवासी प्रधान प्रतिनिधि दीपक श्रीयाल से फोन के माध्यम से बात कर स्थिति का जायजा लिया. सीएम में कहां कि वह सभी अधिकारियों से बात कर आवश्यक निर्देश दे रहे हैं. जखनियाली आपदा में अब तक एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई वहीं एक साधु अभी भी लापता बताया जा रहा है.

कुल्लू में नदी में समा गई पूरी इमारत

कुल्लू में भारी बारिश के बाद व्यास और पार्वती नदी उफान पर हैं. जिसका असर वहां किनारे बसे इलाकों पर दिख रहा है. व्यास नदी की उफनती लहरों ने एक निर्माणाधीन इमारत को जमींदोज कर दिया. नदी में उफान के बाद कुल्लू-मनाली NH 3 बाधित हो गया है.

ग्रेटर नोएडा में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत

ग्रेटर नोएडा में भी बारिश से कहर जारी है. दादरी कस्बे में बारिश के बाद बड़ा हादसा हुआ. यहां दीवार गिरने से एक महिला और पुरुष की मौत हो गई. बारिश के बाद अचानक गिरी दीवार से दो लोगों की मौत हो गई, फिलहाल मौके पर पुलिस पहुंच गई है और जांच जारी है.

भरभरा कर गिरी रेलवे की पुरानी बाउंड्री वॉल

बारिश के चलते उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रामबाग में रेलवे की पुरानी बाउंड्री वॉल भरभरा कर गिर गई. बाउंड्री वॉल गिरने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. करीब 14 फीट ऊंची बाउंड्री वॉल गिरने से कई वाहन मलबे के नीचे दब गए. बाउंड्री वॉल गिरने से बिजली का खंबा भी क्षतिग्रस्त हो गया.

राज्य सरकार की अपील पर सेना बचाव अभियान में जुटी है। सेना, नेवी और एनडीआरएफ की टीमें फिलहाल सघन अभियान चला रही हैं, लेकिन मलबे में दबे लोगों को निकालना आसान नहीं है। खासतौर पर बारिश जारी रहने के चलते मुश्किल हो रही है। कुछ गांव ऐसे हैं कि बाढ़ के चलते उनसे संपर्क ही कट गया है। सेना के प्रवक्ता ने बयान जारी कर बताया कि मुंडक्काई और आसपास के इलाकों में सैनिक जुटे हैं। अब तक करीब 1000 लोगों को बचाकर सेना ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इसके अलावा वायुसेना के हेलिकॉप्टरों को इलाके के सर्वे में लगाया गया है।

उन इलाकों में सेना अस्थायी पुल भी बना रही है, जहां से संपर्क कट गया है। एक रेडीमेड पुल को तो वायुसेना के सी-17 एयरक्राफ्ट के जरिए दिल्ली से कन्नूर ले जाया गया है। इसके अलावा तीन सर्च और रेस्क्यू डॉग भी ले जाए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने आपदा के बाद से गायब लोगों की लिस्ट जारी की है। इन लोगों में सबसे कम उम्र का आदम सायन है, जिसकी उम्र 14 साल है। वहीं सबसे बुजुर्ग 85 साल के अब्दुर्रहमान मुसलियार हैं, जिनकी आयु 85 साल है।  लापता लोगों उत्तर प्रदेश के भी 4 लोग हैं- जिनमें से 2 के नाम पिंटू चौहान और बॉबी चौहान हैं। इसके अलावा ओडिशा के स्वाधीन पांडा भी लापता हैं।  

मंडी के जिलाधीश अपूर्व देवगन भी घटना स्थल में राहत एवम बचाव कार्यों के लिए रवाना हो गए हैं। हालांकि भारी वर्षा के कारण सड़क मार्ग भी अवरूद्ध हो गए हैं। शिमला के रामपुर में बादल फटने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। बीती रात समेज खड्ड में आये सैलाब ने आसपास के गांवों में तबाही का मंजर ला दिया। वीरवार तड़के बादल फटने की सूचना मिलने के बाद उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी भी रवाना हो गए है। एस डी आर एफ की टीम भी मौके पर पहुंच रही है।

उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी है। एसडीएम रामपुर  निशांत तोमर घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं। सड़क कई जगह बंद होने के कारण उन्हें  दो किलोमीटर पैदल ही उपकरणों के साथ रास्ता तय करना पड़ा

अनुपम कश्यप ने कहा कि राहत कार्य तुरंत आरंभ कर दिया है। आईटीबीपी, स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी भी रेस्क्यू दल में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू कार्यों में सारी टीमें एक जुट होकर कार्य कर रही है। एंबुलेंस सहित सभी आधारभूत सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल की गई है। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया गया है जिसमें पुलिस, होम गार्ड, अग्निशमन दल, सुन्नी डैम प्रबंधन सहित अन्य विभागों  को शामिल किया गया। श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से आया सैलाब, कुल्लू जिला में भी हुआ नुकसान.

कुल्लू में बहे कई घर
कुल्लू जिला में आधी रात से हो रही जोरदार भारी बारिश से नदी नालों के जलस्तर में हुई भारी बढ़ोतरी हुई है। मलाणा में पॉवर प्रोजेक्ट 1 का डैम फटा। डैम फटने से सड़के पुल  जमीनों को हुआ भारी नुकसान। पार्वती नदी में भारी बाढ़ से भुंतर के आसपास लोगों को अलर्ट जारी किया गया। कुल्लू जिला के बागीपुल में बाढ़ से हुई भारी त्रासदी हुई है। कई घर बह गए हैं।

शिमला के रामपुर क्षेत्र में जहां बाढ़ से तबाही हुई, वो इलाका कुल्लू जिला से सटा है। जानकारी अनुसार श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से कुर्पण,समेज़ और गानवी खड्ड में आई भयंकर बाढ़ ने तबाही का मंजर लाया। करीब दो दर्जन मकान एवं कई गाड़ियों के भी बहने की सूचना है। जानकारी अनुसार स्कूल भवन और औषधालय भी बाढ़ में बहे।  शिमला जिला के गानवी और कुल्लू जिला के बागीपुल बाज़ार में साथ में बहती खड्ड ने भी तबाही मचाई और कई भवन क्षतिग्रस्त हो गए  श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से तीन खड़ो यानी छोटी नदियों में पानी का बहाव बढ़ा जिस से नीचे आकर बाढ़ का रूप धारण किया। सैलाब से मलाणा प्रोजेक्ट डैम दो को भी नुकसान पहुंचा है।

5 अगस्त तक भारी वर्षा का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भी राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। पांच अगस्त तक राज्य में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

प्रदेश में 36 फीसदी कम बरसात
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 27 जून को मानसून के दस्तक देने से लेकर अब तक सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश हुई है। लाहौल-स्पीति में सामान्य से 79 फीसदी कम, किन्नौर में 49 फीसदी, उना में 47 फीसदी, चंबा में 45 फीसदी, हमीरपुर में 41 फीसदी, सिरमौर में 44 फीसदी, सोलन में 43 फीसदी, बिलासपुर व कुल्लू में 31 फीसदी, कांगड़ा में 15 फीसदी, मंडी में 17 फीसदी और शिमला में 14 फीसदी कम बारिश हुई है।

मानसून सीजन में बारिश से 114 घर क्षतिग्रस्त
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान बारिश व भूस्खलन की वजह से 114 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें 19 घर पूर्ण रूप से ध्वस्त हुए, जबकि 95 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा पांच दुकानें व 87 पशुशालाएं भी धराशायी हुईं। राज्य में मानसून सीजन में 433 करोड़ की संपति को नुकसान पहुंचा है। इसमें लोकनिर्माण विभाग को 189 करोड़ की क्षति हुई है। पिछले करीब एक माह में राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में 131 लोगों की मौत हुई है। इसमें सड़क हादसों में 66 लोगों की जान गई। जबकि 65 मौतें उंचाई से फिसलने, डूबने व बहने, करंट व सर्पदंश से हुई हैं।

 

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Thu, 01 Aug 2024 12:45:36 +0530 admin
BSF महिला जवान ने हथियारों से लैस घुसपैठियों से घिरी, अकेले ही खदेड़ा बांग्लादेश https://aaj24x7live.com/847 https://aaj24x7live.com/847 कोलकाता
 पश्चिम बंगाल के राणाघाट में सीमा चौकी के पास बुधवार को बीएसएफ की एक कॉन्स्टेबल ने 13-14 हथियारबंद घुसपैठियों के एक गिरोह का सामना किया। वह अकेली थी, चारों तरफ से घुसपैठियों से घिरी थी, जान जोखिम में थी लेकिन इन सबके बावजूद वह डटी रही। घुसपैठियों को अकेले ही बांग्लादेश वापस खदेड़ने में कामयाब रही। अब इस बीएसएफ की महिला जवान की खूब तारीफ हो रही है। यह पहली घटना नहीं है, बीते दिनों से लगातार बांग्लादेश से अवैध तरीके से घुसपैठ होने के प्रयास को बीएसएफ असफल कर रही है। अवैध तस्करी के कई सामान भी जब्त किए गए हैं। घुसपैठियों ने बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ के जवानों को घायल भी किया है।

आधी रात क्या हुआ

बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि रात करीब 2 बजे कॉन्टेबल ने चाकुओं और तलवारों से लैस घुसपैठियों को सीमा की बाड़ पार करते हुए देखा। बीएसएफ साउथ बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता डीआईजी एके आर्य ने बताया, 'उसने घुसपैठियों पर हमला किया और उन्हें मौखिक चेतावनी दी, लेकिन वे भारतीय क्षेत्र में घुस आए, कॉन्स्टेबल को घेर लिया और उस पर हमला कर दिया। तब तक एक साथी जवान ने उसकी चेतावनी पर प्रतिक्रिया दी और घुसपैठियों की ओर एक स्टन ग्रेनेड फेंक दिया।'

बीएसएफ जवान सुरक्षित

घुसपैठियों ने जैसे ही चढ़ाई जारी रखी, कॉन्स्टेबल ने उन पर गोली चला दी और उन्हें वापस बांग्लादेश भागने पर मजबूर कर दिया। आर्य ने कहा कि बीएसएफ किसी घुसपैठिए के घायल होने की संभावना से इनकार नहीं कर रहा है।

लगातार जवानों पर हमले

आर्य ने कहा, 'यह कोई अकेली घटना नहीं है। हाल ही में कृष्णानगर, नादिया, बामनाबाद, राजनगर और बेहरामपुर में सेक्टर मुख्यालयों की सीमा चौकियों पर पशु तस्करों और घुसपैठियों ने जवानों पर इस तरह के हमले किए गए हैं। जवानों को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी और उन्होंने तस्करी और अवैध घुसपैठ की घटनाओं को विफल कर दिया। उन्होंने अवैध ड्रग्स, पशु और अन्य अवैध सामान जब्त किए हैं।'

एक दिन पहले जवान हुआ था घायल

रानाघाट की घटना के एक दिन पहले बेहरामपुर में मधुबना चौकी के पास भी इसी तरह की घटना हुई थी। भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के प्रयास को सफलतापूर्वक विफल करने के दौरान एक जवान घायल हो गए थे। अधिकारियों ने कहा कि जवान ने 8-10 तस्करों को देखा और जब उसने उन्हें चुनौती दी, तो उन्होंने उस पर हमला कर दिया। उसने तस्करों पर गोली चलाई और उन्हें पीछे धकेल दिया।

27 जुलाई को कल्याणी सीमा चौकी पर एक अन्य जवान को घुसपैठियों पर गोली चलानी पड़ी। बीएसएफ ने बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ बैठक की है और बीएसएफ ने इन अकारण हमलों के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया है।

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Thu, 01 Aug 2024 12:45:18 +0530 admin
जर्मनी की इकॉनमी को चीन ने दिया जोर का झटका, भारत को मिलने वाली है गुड न्यूज! https://aaj24x7live.com/839 https://aaj24x7live.com/839 नई दिल्ली
 यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी जर्मनी के लिए अच्छी खबर नहीं है। दूसरी तिमाही में देश की इकॉनमी में अप्रत्याशित गिरावट देखने को मिली है। मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक जून तिमाही में जर्मनी की जीडीपी में पहली तिमाही की तुलना में 0.1 फीसदी गिरावट देखने को मिली। इस दौरान जीडीपी के 0.1 फीसदी बढ़ने की उम्मीद की जा रही थी। पहली तिमाही में जर्मनी की इकॉनमी में मामूली तेजी देखने को मिली थी जिससे यह उम्मीद जगी थी कि यह पटरी पर लौट रही है। लेकिन दूसरी तिमाही के प्रदर्शन ने एक बार फिर देश में मंदी की आशंका को बल दे दिया है। तकनीकी रूप से लगातार दो तिमाहियों में गिरावट को मंदी कहा जाता है।

दिलचस्प बात है कि दूसरी तिमाही में यूरोजोन की जीडीपी में 0.3 फीसदी की तेजी आई है। इस दौरान जर्मनी के पड़ोसी देशों का प्रदर्शन अच्छा रहा। जानकारों का कहना है कि जर्मनी की इस स्थिति के लिए काफी हद तक चीन की इकॉनमी जिम्मेदार है। चीन की इकॉनमी कई मोर्चों पर संघर्ष कर रही है। जर्मनी का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है। लेकिन जर्मनी की अपनी भी कई समस्याएं हैं। देश को स्किल्ड लेबर की कमी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही देश में एनर्जी की कीमतें हाई लेवल पर पहुंच गई है।

भारत के लिए गुड न्यूज

हालांकि जर्मनी की इकॉनमी के सुस्त पड़ना भारत के लिए अच्छी बात है। जर्मनी अभी अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी है जबकि जापान चौथे नंबर पर है। भारत पांचवें नंबर पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा था कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी इकॉनमी बन जाएगा। लेकिन जर्मनी की हालत जिस तरह से खराब हो रही है, उससे लगता है कि भारत को इस मुकाम तक पहुंचने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से विकास कर रहा है।

Forbes के मुताबिक अभी अमेरिका 28.783 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी है। चीन 18.536 ट्रिलियन डॉलर के साथ दूसरे नंबर पर है। जर्मनी (4.590 ट्रिलियन डॉलर) तीसरे और जापान (4.112 ट्रिलियन डॉलर) के साथ चौथे नंबर पर है। भारत की इकॉनमी का साइज अभी 3.942 ट्रिलियन डॉलर है। माना जा रहा है कि भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी बड़ी इकॉनमी बन जाएगा। लेकिन जिस तरह जापान और जर्मनी की इकॉनमी संघर्ष कर रही है, उससे लगता है कि जल्दी ही भारत को गुड न्यूज मिल सकती है।

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Thu, 01 Aug 2024 11:00:54 +0530 admin
ग्रामीण क्षेत्रों में रिंग संचार व्यवस्था लागू होगी : सिंधिया https://aaj24x7live.com/838 https://aaj24x7live.com/838 नई दिल्ली
सरकार ने कहा है कि गांव में संचार व्यवस्था को निरंतर बनाए रखने और मामूली गड़बड़ी के कारण पूरी लाइन के ठप होने की समस्या से निपटने के लिए रिंग संचार व्यवस्था शुरू की जा रही है ताकि पूरे गांव का संचार संपर्क ठप न हो सके।

संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने  लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि गांव में हर समय इंजीनियर उपलब्ध नहीं होते हैं और यदि किसी एक लाइन पर कोई गड़बड़ी आती है तो पूरे गांव में संचार व्यवस्था ठप हो जाती है। ऐसे में लाइन ठीक होने तक लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

सिंधिया ने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए गांव में रिंग संचार व्यवस्था को लागू किया जा रहा है। इससे यदि एक जगह की लाइन गड़बड़ा जाती है, तो भी पूरे गांव की संचार व्यवस्था ठप नहीं होगी बल्कि इस विशेष क्षेत्र की संचार व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूरत पड़ेगी। इस तकनीकी को देश में सभी गांवों में लागू किया जाएगा।

महाराष्ट्र में संचार व्यवस्था संबंधी एक सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य के शहरी क्षेत्र में कनेक्टिविटी 100 प्रतिशत है और ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसी तरह की व्यवस्था करने पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छह लाख से ज्यादा गांव है, जिन्हें संचार सुविधा से लैस किया गया है। सरकार ने 22 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया है ताकि सभी गांवों में इंटरनेट और संचार की सारी सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।

 

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Thu, 01 Aug 2024 11:00:39 +0530 admin
आज 1 अगस्त से बदलने वाले हैं ये जरूरी नियम, आम आदमी पर पड़ेगा सीधा असर https://aaj24x7live.com/832 https://aaj24x7live.com/832 नई दिल्ली

मोबाइल और फास्टैग यूजर्स के लिए 1 अगस्त से नियम बदलने जा रहे हैं। इसका सीधा असर ऑनलाइन कामकाज पर पड़ेगा। ऐसे में आपको 1 अगस्त से पहले कुछ कामकाज को निपटा लेना चाहिए, जिन नियमों में बदलाव हो रहा है, उसमें गूगल मैप, फास्टैग और आईटीआर शामिल हैं। ऐसे में आपके लिए इन बदलाव को जानना जरूरी है, वरना आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से…

Google मैप बिलिंग पॉलिसी

गगूल मैप की तरफ से बिलिंग पॉलिसी में बदलाव किया गया है, जो 1 अगस्त 2024 से लागू हो रहा है। नए बदलाव के बाद गूगल मैप की तरफ से भारतीयों के लिए लगने वाले चार्ज में 70 फीसद की कटौती की गई है। इतना ही नहीं, गूगल मैप ने अपनी फीस को डॉलर की जगह में भारतीय रुपये में लेने का वादा किया है। गूगल मैप की फीस में कटौती का असर आम यूजर्स पर देखने को नहीं मिलेगा। यह उन यूजर्स पर लगेगा, जो बिजनेस के लिए गूगल मैप का इस्तेमाल करते हैं।

गूगल मैप फीस में कितनी का हुआ बदलाव

गूगल 1 अगस्त से पहले तक भारत में नेविगेशन के लिए 4 से 5 डॉलर मंथली फीस लेता था। लेकिन अब 1 अगस्त 2024 के बाद इसे कम करके 0.38 से लेकर 1.50 डॉलर कर दिया गया है।

फास्टैग के नए नियम होंगे लागू

1 अगस्त से देशभर में फास्टैग के नए नियम लागू हो रहे हैं। ऐसे में वाहन चालक के लिए 1 अगस्त से फास्टैग KYC अनिवार्य होगा। नए नियम के तहत तीन से पांच साल पुराने फास्टैग हैं, तो आपको केवाईसी अपडेट कराना होगा। वही 5 साल से ज्यादा पुराने फास्टैग को 31 अक्टूबर से पहले तक बदलना होगा।

LPG सिलेंडर के दाम

हर महीने की 1 तारीख को एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव किया जाता है। पिछले महीने कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती की गई थी। इससे कई लोगों को इस महीने भी घरेलू और कमर्शियल सिलेंडर के दामों एक और कटौती की उम्मीद है।

बदल रहे क्रेडिट कार्ड के नियम

एचडीएफसी बैंक 1 अगस्त से अपने क्रेडिट कार्ड नियमों को बदलाव कर रहा है। अगले महीने से बैंक के क्रेडिट कार्डधारकों से थर्ड पार्टी पेमेंट ऐप्स के जरिए किए जाने वाले सभी रेंटल ट्रांजैक्शन पर रकम का 1% चार्ज वसूला जाएगा, जिसकी अधिकतम लिमिट 3,000 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन है। बता दें कि PayTM, CRED, MobiKwik जैसे थर्ड-पार्टी पेमेंट ऐप का इस्तेमाल कर रेंटल ट्रांजैक्शन किया जा सकता है। यूटिलिटी ट्रांजैक्शन की बात करें तो ₹50000 से कम के लेनदेन पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। हालांकि, ₹50000 से अधिक के लेनदेन के लिए 1 प्रतिशत शुल्क लिया जाएगा। प्रति लेनदेन ₹3000 की लिमिट है। वहीं, फ्यूल ट्रांजैक्शन की बात करें तो ₹15,000 से अधिक के लेनदेन के लिए 1 प्रतिशत शुल्क लिया जाएगा। CRED, PayTM आदि जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स द्वारा किए गए लेनदेन के लिए 1% शुल्क लिया जाएगा। प्रति लेनदेन ₹3,000 की सीमा है।

CNG-PNG के बदलेंगे रेट!

देशभर में महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinder) की कीमतों में बदलाव के साथ ही ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हवाई ईंधन और CNG-PNG के रेट भी रिवाइज करती हैं।
ITR भरने पर लगेगा जुर्माना

बता दें कि 31 जुलाई 2024 इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख है। ऐसे में अगर आप चूक जाते हैं तो अगले महीने से आईटीआर भरने पर जुर्माना देना पड़ सकता है। बता दें कि साल के अंत तक यानी 31 दिसंबर 2024 तक बिलेटेड रिटर्न भर सकते हैं।

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Thu, 01 Aug 2024 09:45:30 +0530 admin
ISIL&K स्टेट पर UN की बड़ी रिपोर्ट, भारत के खिलाफ बना रहा ये प्लान https://aaj24x7live.com/831 https://aaj24x7live.com/831 नई दिल्ली

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकवादी समूह 'इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड द लेवंत-खोरासान' (ISIL-K) भारत में बड़े पैमाने पर हमले न कर पाने के बावजूद इस देश में स्थित अपने आकाओं के माध्यम से ऐसे लड़ाकों की भर्ती करना चाहता है जो अकेले ही हमलों को अंजाम दे सकें। आईएसआईएल, अल-कायदा और उससे जुड़े व्यक्तियों और संस्थाओं के बारे में विश्लेषणात्मक सहायता और प्रतिबंध निगरानी टीम की 34वीं रिपोर्ट  यहां जारी की गई।

इसमें कहा गया है कि सदस्य देशों ने चिंता जताई है कि अफगानिस्तान से पैदा होने वाला आतंकवाद क्षेत्र में असुरक्षा का कारण बनेगा। रिपोर्ट में कहा गया है, 'भारत में बड़े पैमाने पर हमले न कर पाने के बावजूद आईएसआईएल-के देश में अपने आकाओं के जरिए ऐसे लोगों की भर्ती करना चाहता है जो अकेले हमलों को अंजाम दे सके और उसने उर्दू में हिंदू-मुस्लिम द्वेष को बढ़ाने वाली तथा भारत के संबंध में अपनी रणनीति को रेखांकित करने वाली एक पुस्तिका जारी की है।'

इसमें कहा गया है कि आईएसआईएल-के इस क्षेत्र में सबसे गंभीर खतरा बना हुआ है, जो अफगानिस्तान से परे आतंक फैला रहा है, जबकि 'अल-कायदा रणनीतिक संयम बरतता है' और तालिबान के साथ अपने संबंधों को प्राथमिकता देता है।

रिपोर्ट के अनुसार, तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी), तालिबान और भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस) के बीच समर्थन और सहयोग बढ़ा है। वे अफगानिस्तान में लड़ाकों और प्रशिक्षण शिविर साझा कर रहे हैं और तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) के बैनर तले अधिक घातक हमले कर रहे हैं।

इसमें कहा गया है, 'अत: टीटीपी अन्य आतंकवादी समूहों के लिए एक पनाह देने वाले संगठन में तब्दील हो सकता है। मध्यम अवधि में, टीटीपी और एक्यूआईएस का संभावित विलय पाकिस्तान और अंततः भारत, म्यांमा और बांग्लादेश के खिलाफ खतरा बढ़ा सकता है।' कुछ सदस्य देशों ने अनुमान जताया है कि आईएसआईएल-के के लड़ाकों की संख्या 4,000 से बढ़कर 6,000 हो गई है।

 

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Thu, 01 Aug 2024 09:45:22 +0530 admin
बुलेट ट्रेन की तकनीक पर तेजी से चल रहा है काम: वैष्णव https://aaj24x7live.com/830 https://aaj24x7live.com/830 नई दिल्ली
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
ने कहा है कि बुलेट ट्रेन की परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है और इसे स्वदेशी तकनीकी में ढाला जा रहा है तथा जैसे ही यह काम पूरा हो जाएगा, पूरे देश में वंदे भारत ट्रेन की तर्ज पर बुलेट ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।

वैष्णव ने  लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है और इसका बजट भी बढ़ा दिया गया है। इसे अत्याधुनिक तरीके से तैयार किया जा रहा है और कई जगह इसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम भी किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के लिए बुलेट ट्रेन चलाने संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन का डिजाइन आत्मनिर्भर भारत में बनने लगा है और सरकार का सारा फोकस इस समय बुलेट ट्रेन की तकनीक हासिल करने पर है। जैसे ही तकनीक पर पूरी तरह से पकड़ हो जाएगी, पूरे देश में वंदे भारत ट्रेन की तरह बुलेट ट्रेन की पहुंच बढ़ा दी जायेगी।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र वाले हिस्से में काम धीमा हो गया था, लेकिन 2022 में भाजपा-शिवसेना-राकांपा की महायुति सरकार के सत्ता में आने के बाद इसमें तेजी आई और राज्य सरकार से सभी प्रासंगिक अनुमतियां मिल गई हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अब काम बहुत तेजी से चल रहा है।’’

मंत्री ने कहा कि समुद्र के नीचे भारत की पहली रेल सुरंग का निर्माण चल रहा है, जो 21 किलोमीटर लंबी होगी।

उन्होंने कहा कि शुरुआत में भारत को बुलेट ट्रेन की तकनीक विदेशों से मिली थी, लेकिन अब देश में भी कई तकनीकें विकसित हो चुकी हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बुलेट ट्रेन विकसित करने और 'आत्मनिर्भर' बनने पर काम कर रहे हैं।’’

रेलवे और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन के लिए विभिन्न स्टेशनों के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और हम 2026 में एक सेक्शन में पहली बुलेट ट्रेन चलाने के लिए तैयार हैं.  केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अहमदाबाद-मुंबई रूट पर बुलेट ट्रेन का काम बहुत अच्छे से चल रहा है. इसके लिए 290 किलोमीटर से अधिक का काम पहले ही किया जा चुका है.

इसके लिए आठ नदियों पर पुल बनाए गए हैं. 12 स्टेशनों पर काम चल रहा है. कई स्टेशन ऐसे हैं, जिसका काम पूरा होने वाला है. इसके साथ ही दो डिपो पर काम चल रहा है. केंद्रीय मंत्री ने आईएएनएस को बताया कि 2026 में बुलेट ट्रेन के पहले खंड के परिचालन के लिए काम बहुत तेज गति से चल रहा है. उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन एक बेहद जटिल परियोजना है. इस पर काम 2017 में शुरू हुआ और डिजाइन को पूरा करने में लगभग ढाई साल लग गए.

बहुत जटिल है डिजाइन
केंद्रीय मंत्री ने बताया, “इसका डिज़ाइन बहुत जटिल है क्योंकि जिस गति से ट्रेन को चलाना होता है, उसमें कंपन बहुत तेज़ होता है.” अश्विनी वैष्णव ने विस्तार से बताया, “उन कंपनों को कैसे मैनेज करें? अगर हमें ऊपर से करंट लेना है तो वह करंट कैसे लें? उसकी गति, एरोडायनामिक्स आदि जैसी हर चीज को बहुत सावधानी से देखना होगा और उसके तुरंत बाद काम शुरू हो जाएगा.”

क्यों हुई देरी?
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बीच में कोविड महामारी के कारण थोड़ा झटका लगा. इसके साथ ही अश्विनी वैष्णव ने कहा, “महाराष्ट्र में, उद्धव ठाकरे की सरकार ने अनुमति देने से इनकार कर दिया था, जिससे परियोजना में देरी हुई. लेकिन, काम अब बहुत अच्छी प्रगति पर है.” केंद्रीय मंत्री ने कहा, “बुलेट ट्रेन कॉरिडोर में 21 किमी लंबी सुरंग है, जिसमें 7 किमी समुद्र के नीचे का हिस्सा भी शामिल है। सुरंग का सबसे गहरा टनल 56 मीटर नीचे है। इन टनल के अंदर बुलेट ट्रेनें 300-320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी.” जापान की शिंकानसेन तकनीक (जिसे बुलेट ट्रेन भी कहा जाता है) का उपयोग करके मुंबई और अहमदाबाद के बीच हाई-स्पीड रेल का निर्माण करना और लोगों के लिए तेज गति वाली परिवहन प्रणाली विकसित करना इसका उद्देश्य है.

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Thu, 01 Aug 2024 09:45:12 +0530 admin
भारी बारिश के बीच सब्जी मंडी इलाके में गिरी एक इमारत भरभराकर https://aaj24x7live.com/829 https://aaj24x7live.com/829 नई दिल्ली

दिल्ली में बुधवार शाम को भारी बारिश हुई। इस बीच नॉर्थ डिस्टिक सब्जी मंडी इलाके में एक इमारत भरभरा कर गिर गई। इसमें कई लोगों के दबे होने की आशंकाएं जताई जा रही हैं। पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सब्जी मंडी इलाके से मकान ढहने की सूचना मिली है। मौके पर दमकल विभाग की कुल 5 गाड़ियां पहुंचीं हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।

इस बीच गाजीपुर थाने के पास दिल्ली के नाले में बारिश के चलते लबालब नाले में मां-बेटा के बहने की सूचना है। दोनों खोड़ा इलाके के रहने वाले बताए जाते हैं। दोनों गाजीपुर थाने के पास दिल्ली के नाले में गिरे थे। थाना खोड़ा पुलिस और अग्निशमन टीम मौके पर मौजूद है।

बता दें कि दिल्ली के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया। मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में बारिश का दौर जारी रहेगा। IMD की ओर से इसको लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की ओर से जारी नेशनल फ्लैश फ्लड गाइडेंस बुलेटिन में दिल्ली को 'चिंता के क्षेत्रों' की सूची में शामिल किया है।

वहीं दिल्ली के उपराज्यपाल ने एक्स पर एक पोस्ट में अधिकारियों से भारी बारिश के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने पोस्ट में कहा- आम लोगों को कम से कम असुविधा सुनिश्चित करने के अलावा, उन्हें कोचिंग सेंटर सहित जलभराव की संभावना वाले स्थानों पर विशेष रूप से समस्याओं का समाधान करने की सलाह दी जाती है।

बारिश के बीच आईएमडी ने कहा- दिल्ली में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस अवधि के दौरान अलग-अलग स्थानों पर वज्रपात और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सतही हवाएं चलने की भी संभावना है। आईएमडी ने लोगों को घर में रहने, खिड़कियों और दरवाजों को बंद रखने के साथ ही गैरजरूरी यात्रा से परहेज करने की सलाह दी है।

यातायात पुलिस ने प्रभावित मार्गों के बारे में अलर्ट जारी किया है। लोगों से अपनी यात्रा की योजना उसी के अनुसार बनाने का आग्रह किया है। बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बता दें कि एक दिन पहले मंगलवार को दिल्ली में इस साल जुलाई महीने का सबसे अधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया था। यह सामान्य से पांच डिग्री अधिक 39.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

 

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Thu, 01 Aug 2024 08:30:13 +0530 admin
दिल्ली में बारिश से लोग हो रहे परेशान, ओल्ड राजेंद्र नगर में भरा पानी, लगा लंबा जाम https://aaj24x7live.com/827 https://aaj24x7live.com/827 नई दिल्ली

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को तेज बारिश होने से जलभराव की स्थिति बन गई है। ओल्ड राजेंद्र नगर में पानी भर गया है, जिससे छात्रों को आंदोलन करने में परेशानी हो गई है। उसके बाद बाद भी छात्रों का धरना प्रदर्शन जारी है। कोचिंग सेंटर में जलभराव होने की वजह से तीन छात्रों की मौत हो गई थी।

एलजी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
उपराज्यपाल वीके सक्सेना एक्स पर पोस्ट किया कि दिल्ली में जारी भारी बारिश के मद्देनजर सभी अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए आगाह किया है। आम तौर पर लोगों को न्यूनतम असुविधा सुनिश्चित करने के अलावा, उन्हें कोचिंग सेंटरों सहित जलभराव की संभावना वाले स्थानों पर मुद्दों को विशेष रूप से संबोधित करने की सलाह दी जाती है।

दिल्ली में बुधवार की सुबह लोग उमस भरी गर्मी से परेशान थे, लेकिन शाम को तेज बारिश हो गई। लोगों को गर्मी से राहत मिली, लेकिन सड़कों पर जलभराव होने से जाम की समस्या हो गई। ओल्ड राजेंद्र नगर के राव कोचिंग सेंटर भारी बारिश के बाद पानी से भर गया है। इसी कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की डूबने से मौत हुई थी।

एनसीआर के शहरों में जलभराव से स्थिति खतरनाक
दिल्ली एनसीआर के शहरों में बारिश के बाद जलभराव की एक स्थिति समान है। गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा में तेज बारिश की वजह से सड़कों पर जलभराव हो गया है। इस दौरान कई किमी तक जाम लगने की वजह से लोग परेशान हो गए। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में गुरुवार और शुक्रवार को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

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Thu, 01 Aug 2024 00:30:08 +0530 admin
RSS की आलोचना संविधान के खिलाफ, देश की सेवा में लगा संगठन: धनखड़ https://aaj24x7live.com/823 https://aaj24x7live.com/823 नई दिल्ली

राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को आरएसएस पर टिप्पणी करने पर कड़ी आपत्ति जताई। राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र की सेवा में लगा संगठन है और संगठन से जुड़े लोग निस्वार्थ भाव से काम करते हैं। उन्होंने कहा कि देश के काम में लगे संगठन की आलोचना करना संविधान के खिलाफ है और उसे देश की विकास यात्रा का हिस्सा बनने का अधिकार है। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें टोकने की कोशिश भी की। इस हंगामे के बाद बसपा और बीजद सहित विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।

दरअसल सभापति जगदीप धनखड़ समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी सुमन द्वारा एनटीए अध्यक्ष की नियुक्ति पर की गई टिप्पणी से नाराज थे। उन्होंने सांसद के अध्यक्ष के आरएसएस से जुड़े होने की टिप्पणी पर नाराजगी जताई। साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस टिप्पणी को संसद के रिकॉर्ड पर नहीं आने देंगे। सभापति ने आगे कहा कि आरएसएस की साख बेदाग है। उन्होंने कहा कि वह किसी को भी आरएसएस को अलग-थलग करने की साजिश करने नहीं देंगे।

आरएसएस को देश की यात्रा में भाग लेने का पूरा हक- उपराष्ट्रपति
वहीं विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने जगदीप धनखड़ की इस टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जब तक किसी सांसद ने संसदीय कार्यवाही के नियमों का उल्लंघन नहीं किया है तब तक अध्यक्ष किसी सदस्य पर आपत्ति नहीं जता सकते है। खड़गे के सवाल का जवाब देते हुए सभापति ने कहा, "मैं मानता हूं कि जब कोई उल्लंघन होता है तो मैं बीच में बोल सकता हूं  लेकिन यहां सांसद भारत के संविधान के खिलाफ बोल रहे हैं… मैं संगठन को अलग-थलग करने की इजाजत नहीं दूंगा, यह संविधान का उल्लंघन है। आरएसएस को इस देश की विकास यात्रा में भाग लेने का पूरा संवैधानिक अधिकार है।"

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Wed, 31 Jul 2024 21:30:34 +0530 admin
पूजा खेडकर अब ट्रेनी IAS नहीं, एग्जाम में बैठने पर भी लगा बैन, UPSC का बड़ा एक्शन https://aaj24x7live.com/816 https://aaj24x7live.com/816 नई दिल्ली

 UPSC की नई चेयरपर्सन मिलते ही, आयोग ने पूजा खेडकर मामले में यूपीएससी ने बड़ा एक्शन लिया है, पूजा की ट्रेनिंग कैंसल कर दी गई है, साथ ही यूपीएससी एग्जाम में बैठने पर भी बैन लगा दिया है. यानी अब पूजा दोबारा परीक्षा देकर भी वह एग्जाम पास नहीं कर सकती है. पूजा की ट्रेनिंग से भी बाहर कर दिया गया है. पूजा खेडकर पर कथिर तौर पर फर्जी डॉक्यूमेंट जमा करने के आरोप लगे थे.

कारण बताओ नोटिस जारी, DOPT ने मांगा जवाब

पूजा प्रोबेशन पीडियड में चल रही थी, उनपर फर्जी डॉक्यूमेंट के साथ-साथ अपनी ऑडी पर लाल बती लगाने को लेकर भी घिरी हुईं थी. जानकारी के मुताबिक, इसके बाद अब पूजा को डीओपीटी (डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग) ने उनको कारण बताओ नोटिस दिया गया है, साथ ही इन इल्जामों के बारे में जवाब देने के लिए कहा गया है. इसके लिए उन्हें 2 अगस्त का समय दिया गया है.
2022 में पास की थी यूपीएससी की परीक्षा

पूजी खेडकर अब यूपीएससी की किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगी. यूपीएससी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूजा को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है. लंबे समय से चल रहे इस मामले पर अब यूपीएससी ने कार्रवाई किया है.  पूजा खेडकर ने 2022 की यूपीएससी परीक्षा पास की थी. उन्हें महाराष्ट्र में बतौर ट्रेनी नियुक्त किया गया था. अपनी पहली पोस्टिंग के बाद ही उन्होंने अजीबों-गरीब डिमांड करना शुरू कर दिया था. इसके बाद उनका ट्रांसफर पुणे से वाशिम कर दिया गया था.

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा फर्जी डॉक्यूमेंट्स जमा करने का दोषी पाए जाने के बाद पूजा खेडकर का ट्रेनी आईएएस अधिकारी के रूप में चयन रद्द कर दिया गया है और उन्हें आजीवन प्रवेश परीक्षा देने से रोक दिया गया है। यूपीएससी ने एक बयान में कहा है कि खेडकर को सिविल सेवा परीक्षा के नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है। पूजा खेडकर पर सिविल सेवा परीक्षा में अपनी उम्मीदवारी सुरक्षित करने के लिए विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (गैर-क्रीमी लेयर) कोटा का दुरुपयोग करने का आरोप है।

जांच के बाद हुआ एक्शन

एक बयान में कहा गया है, "संघ लोक सेवा आयोग द्वारा 18 जुलाई, 2024 को सिविल सेवा परीक्षा-2022 (CSE- 2022) की अनंतिम रूप से ट्रेनी उम्मीदवार पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को फर्जी पहचान बताकर परीक्षा नियमों में निर्धारित सीमा से अधिक प्रयास करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।" इसमें कहा गया है कि 34 वर्षीय अधिकारी को 25 जुलाई तक नोटिस का जवाब देना था, लेकिन उसने 4 अगस्त तक का समय मांगा। यूपीएससी ने उसे 30 जुलाई तक का समय दिया और स्पष्ट किया कि यह "अंतिम अवसर" है और "समय में कोई और विस्तार" नहीं दिया जाएगा।

बयान में कहा गया है, "यूपीएससी ने उपलब्ध रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच की है और उसे सीएसई-2022 नियमों के प्रावधानों के उल्लंघन में कार्य करने का दोषी पाया है। सीएसई-2022 के लिए उसकी प्रोविजनल उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है और उसे यूपीएससी की सभी भावी परीक्षाओं/चयनों से भी स्थायी रूप से वंचित कर दिया गया है।"

आगे और होगी कार्रवाई

उन्हें यह भी बताया गया कि यदि समय सीमा तक कोई जवाब नहीं मिलता है, तो यूपीएससी कार्रवाई करेगा। पैनल ने बयान में कहा है, "उन्हें दिए गए समय विस्तार के बावजूद, वह निर्धारित समय के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने में विफल रही।" ट्रेनी IAS पूजा खेडकर निर्धारित समय सीमा तक मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में रिपोर्ट करने में विफल रही। पूजा खेडकर को 23 जुलाई तक संस्थान में शामिल होने का आदेश दिया गया था, लेकिन उन्होंने रिपोर्ट नहीं कीं। दिल्ली में उनके खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद से खेडकर लापता हैं।

दिल्ली की एक अदालत ने धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में आरोपी भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की ट्रेनी अधिकारी पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। दिल्ली की अदालत ने पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका पर कल यानी 1 अगस्त को शाम 4 बजे अपनी आदेश सुनाया जाएगा।

पूजा ने यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और बेंचमार्क विकलांग व्यक्तियों (PwBD) के लिए निर्धारित कोटा का कथित रूप से दुरुपयोग करने के आरोप में FIR दर्ज होने के बाद अंतरिम जमानत मांगी हैं।

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Wed, 31 Jul 2024 20:30:18 +0530 admin
केरल : भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 162 हुई, 91 लापता https://aaj24x7live.com/804 https://aaj24x7live.com/804 वायनाड
 केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 162 हो गई तथा 91 लोग अब भी लापता हैं।अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह मेप्पाडी के वेल्लारीमाला गांव के मुंडक्कई और चूरमाला में भारी बारिश से हुए भीषण भूस्खलन के कारण कुल 191 लोग घायल हो गये। सभी घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

इसके अलावा चूरमाला, अट्टामाला और मुंदक्कई और वेल्लारीमाला गांव का अधिकांश हिस्सा भूस्खलन में बह गया।मुंदक्कई पंचायत के सदस्य के बाबू ने कहा, “अब भी कई लोगों के मलबे में फंसे होने का संदेह है।”

इस बीच, सेना और केरल अग्निशमन बल ने घायलों को निकालने और शवों को दुर्घटनास्थल से हटाने के लिए मुंदक्कई को चूरीमाला से जोड़ने के लिए एक अस्थायी पुल का निर्माण किया।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 78 शवों को मेप्पाडी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में और 31 शवों को मलप्पुरम जिले के नीलांबुर जिला अस्पताल में रखा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि कुल 83 शवों की पहचान हो चुकी है और 143 शवों का पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है। मुंदक्कई में तीन घरों के मलबे से पांच शव बरामद किए गए और दो शव पोथुकल में चलियार नदी से मिले, जो मुंदक्कई में भूस्खलन स्थल से 38 किलोमीटर दूर है। सेना के करीब 150 जवानों की चार टीमें चूरमाला में बचाव अभियान में लगी हुई हैं।

रक्षा सुरक्षा कोर (डीएससी, कन्नूर इकाई), सेना की मद्रास इंजीनियरिंग विंग के अलावा भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के नौसेना कर्मी भी दूसरे दिन बचाव अभियान में जुटे हुए हैं।

बेंगलुरू से मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप सेंटर से एक बेली ब्रिज को सड़क मार्ग से ले जाया जा रहा है और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए शेष भागों और उपकरणों को दिल्ली छावनी से हवाई मार्ग से लाया जा रहा है।

राजस्व मंत्री के राजन और चार अन्य मंत्री अब भी बचाव एवं खोज अभियान में सहायता के लिए मुंदक्कई क्षेत्रों में ठहरे हुये हैं।

एक अन्य घटना में, स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज की कार आज सुबह करीब सात बजे मलप्पुरम जिले के एरीकोड रोड पर वायनाड जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। इसमें उन्हें हाथ और सिर पर मामूली चोटें आईं। मंत्री वीना को मंजेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

20 किमी दूर 51 शव बहकर किनारे पर आए
मुंडक्कई से करीब 20 किमी दूर पोथुकल्लू में चालियार नदी के किनारे रहने वाले निवासियों ने मंगलवार को पानी में कई शव और शरीर के अंग तैरते हुए देखे। पुलिस, अग्निशमन बल और एनडीआरएफ की सहायता से नदी के विभिन्न हिस्सों से करीब 51 शव बरामद किए गए, जिनमें से 25 शव केवल शरीर के अंग थे।

केरल की 8 नदियों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी
केंद्रीय जल आयोग ने कबानी, कदलुंडी, भरतपुझा, पुलनथोडु, गायत्री, कीचेरी, करुवन्नूर और थोडुपुझा सहित आठ नदियों के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। आयोग के अनुसार, सभी नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

नौसेना की 60 टीमें चूरलमाला पहुंची
केरल पीआरडी (जनसंपर्क विभाग) ने बताया किबचाव कार्य के लिए एझिमाला नौसेना अकादमी की 60 टीमें चूरलमाला पहुंच गई हैं। लेफ्टिनेंट कमांडेंट आशीर्वाद के नेतृत्व में एक टीम मौके पर है, जिसमें 45 नाविक, पांच अधिकारी, छह फायर गार्ड और एक डॉक्टर शामिल हैं।

राहुल गांधी-प्रियंका गांधी ने रद्द किया दौरा
खराब मौसम की वजह से राहुल गांधी का वायनाड दौरा स्थगित हो गया है। उन्होंने इस मामले की जानकारी खुद सोशल मीडिया पर दी। उन्होंने कहा कि 'प्रियंका और मैं भूस्खलन से प्रभावित परिवारों से मिलने और स्थिति का जायजा लेने के लिए वायनाड जाने वाले थे। हालांकि लगातार बारिश और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण हमें अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया है कि हम उतर नहीं पाएंगे.। मैं वायनाड के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम जल्द से जल्द दौरा करेंगे।

मलबे में दबे लोगों को खोजने का काम जारी
सेना, नौसेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, पुलिस और अग्निशमन दल सहित बचाव दल खराब मौसम के बीच जीवित बचे लोगों को खोजने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। कयाकिंग, कोराकल बोटिंग और ट्रैकिंग जैसी पर्यटन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सोमवार तक शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा भी प्रतिबंधित रहेगी।

रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीमें
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) के अनुसार, अग्निशमन और बचाव दल, नागरिक सुरक्षा, NDRF और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमें बचाव अभियान में लगी हुई हैं। डीएससी सेंटर कन्नूर से लगभग 200 भारतीय सेना के जवान और कोझिकोड से 122 TA बटालियन भी मौके पर मौजूद हैं। इसके साथ ही, दो वायु सेना के हेलीकॉप्टर, एक Mi-17 और एक ALH, भी बचाव अभियान में समन्वय कर रहे हैं। वायनाड के विभिन्न अस्पतालों में 120 से अधिक घायलों का इलाज चल रहा है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के अनुसार, 116 शवों का पोस्टमॉर्टम पूरा हो चुका है।

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ड
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने वायनाड और पड़ोसी जिलों में 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है, जिसमें 31 जुलाई और 1 अगस्त को भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने 2 अगस्त के लिए भी भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। वहीं आपदा और लगातार बारिश को देखते हुए, सभी शिक्षण संस्थान बुधवार, 31 जुलाई को बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए। कासरगोड, कन्नूर, कोझिकोड, वायनाड, मलप्पुरम, पलक्कड़, त्रिशूर, इडुक्की, एर्नाकुलम, अलप्पुझा और पठानमथिट्टा में भी छुट्टी घोषित की गई है।

 

 

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Wed, 31 Jul 2024 18:45:35 +0530 admin
हाई कोर्ट कोचिंग कांड पर सख्त, दिल्ली सरकार, MCD से पुलिस तक सबकी लगी क्लास https://aaj24x7live.com/799 https://aaj24x7live.com/799 नई दिल्ली

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में 27 जुलाई को पानी भरने से 3 IAS अभ्यर्थियों की मौत के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में एक PIL दायर की गई थी। इस याचिका पर सुनवाई के दौरान अदालत ने दिल्ली सरकार, MCD, दिल्ली पुलिस और सिविक अथॉरिटी सबकी क्लास लगा दी है। याचिकाकर्ता ट्रस्ट कुटुंब की तरफ से अदालत में मौजूद एडवोकेट रुद्र विक्रम सिंह ने अदालत के समक्ष कहा कि राजेंद्र नगर की घटना नई नहीं है। यह मुखर्जी नगर में हुई घटना और विवेक विहार में हुई अगलगी की घटना के समान ही है।

इसी के साथ रुद्र विक्रम सिंह ने हाई कोर्ट के पुराने निर्देश को भी हाईलाइट करते हुए कहा कि अदालत ने मुखर्जी नगर में हुई घटना के बाद निर्देश दिया था कि सभी अवैध कोचिंग संस्थानों को बंद किया जाए। सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों सौ साल पुराने इन्फ्रास्ट्रक्चर को अब तक अपग्रेड नहीं किया गया था? घटना पर बेहद सख्त अदालत ने आगे यह भी सवाल उठाया कि राजेंद्र नगर की घटना के दौरान बेसमेंट में पानी कैसे घुस गया? अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि आधारभूत संरचना को अपग्रेड नहीं किया गया था।

अदालत ने यह कहते हुए सिविक अथॉरिटी को फटकारा, 'मुझे कहने में दु:ख हो रहा है कि सिविक अथॉरिटी दिवालिया हो गई है।' अदालत ने कहा कि वो इन्फ्रास्ट्रक्चर औऱ सुरक्षा के मुद्दे पर प्रभावकारी ऐक्शन लेने और जिम्मेदारी निभाने में कमी रही।

याचिका पर सुनवाई के दौरान अदालत ने अथॉरिटी को फटकारते हुए कहा कि आप बहुमंजिला इमारतें बनाने की इजाजत तो दे रहे हैं लेकिन वहां प्रॉपर तरीके से नाले नहीं हैं। आप मुफ्त में खरीदने वाली संस्कृति चाहते हैं टैक्स लेना नहीं चाहते हैं। यह तो होना ही है। दिल्ली हाई कोर्ट ने आगे कहा कि अथॉरिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाना चाहते हैं लेकिन वो दिवालिया हैं और यहां तक कि सैलरी भी नहीं दे सकते हैं।

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि यहां (ओल्ड राजेंद्र नगर में) जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है. अनधिकृत निर्माण पुलिस की मिलीभगत से होते हैं. इसके बिना अनाधिकृत निर्माण नहीं हो सकते. सभी प्राधिकारी केवल जिम्मेदारी एक-दूसरे की तरफ डालने में रुचि रखते हैं. उस क्षेत्र में इतना पानी कैसे जमा हो गया? यह रॉकेट साइंस नहीं है. जब अधिकारियों ने भवन को अधिकृत किया तो क्या उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी? नालियां क्रियाशील क्यों नहीं हैं? आपने किसी राहगीर को गिरफ्तार कर लिया है, जो इलाके से गुजर रहा था. आपने एमसीडी अधिकारियों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया?

 दिल्ली HC ने किए ये सवाल

1. हाई कोर्ट ने कहा है हमने कार्रवाई के बाद अब तक एमसीडी में किसी को भी अपनी नौकरी जाते नहीं देखा है. हम इमारतें ध्वस्त होते देख रहे हैं, लेकिन एमसीडी में इसकी वजह से किसकी नौकरी गई है?

2. अदालत ने आगे कहा,' MCD ने अपने सबसे जूनियर अधिकारी को निलंबित कर दिया है. उस वरिष्ठतम अधिकारी के बारे में क्या, जिसने पर्यवेक्षण का अपना काम नहीं किया है?'

3. एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी आज अपने AC कार्यालयों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. अगर ये नालियां ढकी हुई थीं तो फिर ढक्कन क्यों नहीं हटाए गए?

4. कोर्ट ने आगे कहा,'आपको इस मुफ्तखोरी संस्कृति पर फैसला करना होगा. इस शहर में 3.3 करोड़ लोगों की आबादी है, जबकि इसकी योजना 6-7 लाख लोगों के लिए बनाई गई थी. आप बिना इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड किए इतने लोगों को कैसे समायोजित करने की योजना बना रहे हैं?'

5. अदालत ने कहा,'आज अगर आप किसी एमसीडी अधिकारी से नालियों की योजना बनाने के लिए कहें, तो वे ऐसा नहीं कर पाएंगे. उन्हें यह नहीं पता कि नालियां कहां हैं. सब कुछ मिला-जुला है. बिलकुल अव्यवस्थित.'

6. लोगों की जान महंगी है. दिल्ली एक त्रासदी घटित होने का इंतजार कर रही है. नालियों के लिए कोई मास्टरप्लान नहीं है. यदि जांच अधिकारी हर चीज की जांच करने में सक्षम नहीं है तो हम इसे किसी केंद्रीय एजेंसी के तहत लाएंगे. शायद हम लोकपाल लाएंगे. वरिष्ठ अधिकारियों को मैदान पर जाना चाहिए. ओल्ड राजेंद्र नगर के सभी नालों को साफ किया जाए. इलाके के सभी अतिक्रमणों को शुक्रवार तक 2 दिनों के अंदर साफ कराएं.'

CBI से करवा सकते हैं घटना की जांच – HC

अदालत ने इशारा किया कि वो इस घटना की जांच सीबीआई या लोकपाल से करवा सकती है। अदालत ने कहा, 'जांच की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम इसकी जांच केंद्रीय एजेसी को देंगे। हम इसे या तो सीबीआई या फिर लोकपाल के अंदर लाएंगे। इससे बड़ी तस्वीर सामने आएगी। हम जिम्मेदारी तय करते हुए आदेश देंगे। यह काफी गंभीर घटना है। यह व्यापक पैमाने पर आधारभूत संरचना के टूटने का विषय है। सबसे पहले यह लापरवाही का केस है।' अदालत ने इस केस को आपराधिक लापरवाही कहा है।

पुलिस की भी लगी क्लास

अदालत ने कहा कि जिस तरीके से जांच चल रही है वो अजीब है। सड़क पर चलने वालों पर ऐक्शन लिया जाता है लेकिन एमसीडी अधिकारियों पर नहीं। दिल्ली पुलिस एक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लेती है लेकिन एमसीडी अधिकारियों को नहीं। जो पुलिस अफसर इस कोचिंग कांड की जांच कर रहे हैं वो क्या कर रहे हैं? सिर्फ एक एमसीडी अधिकारी को जेल भेजा गया है। आखिरकार किसी कि तो जिम्मेदारी होनी चाहिए। आपको (MCD)को जिम्मेदारी तय करने की जरुरत है। अदालत ने आदेश दिया है कि MCD के कमिश्नर, डीसीपी औऱ जांच अधिकारी शुक्रवार को अदालत में हाजिर हों।

 

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Wed, 31 Jul 2024 17:30:42 +0530 admin
‘हमने 23 जुलाई को ही भेजी थी अर्ली वार्निंग…’, वायनाड लैंडस्लाइड पर संसद में बोले अमित शाह https://aaj24x7live.com/798 https://aaj24x7live.com/798 नई दिल्ली

गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड की घटना को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि इस घटना में जितने भी लोगों की जान गई है, उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. अमित शाह ने सभापति को संबोधित करते हुए कहा कि आपने जब इस विषय पर चर्चा की अनुमति दी, मुझे लगा आज का दिन शायद राजनीति से परे होगा लेकिन कुछ टिपण्णियां हुईं. उन्होंने कहा कि जानकारी के आभाव में दोषारोपण हुआ या द्वेष से, ये तो मुझे मालूम नहीं है लेकिन मुझे स्पष्टता देनी है.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अपने भाषण में ये अर्ली वार्निंग, अर्ली वार्निंग कर रहे हैं. अंग्रेजी के जितने भारी-भरकम शब्द हैं, बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि केरल की सरकार को 23 जुलाई को ही अर्ली वार्निंग केंद्र सरकार की ओर से दी गई थी. केरल सरकार को 23, 24 और 25 जुलाई को अर्ली वार्निंग दी गई थी. अमित शाह ने कहा कि 26 जुलाई को ये कहा गया कि 20 मिलीमीटर से अधिक वर्षा होगी, लैंडस्लाइड भी हो सकता है, मड भी आ सकता है और कुछ लोग दबकर मर भी सकते हैं. हमारी अर्ली वार्निंग पढ़िए जरा.

उन्होंने कहा कि कई सरकारों को हमने पहले भी अर्ली वार्निंग दी है और उन्होंने अच्छा काम भी किया है. गृह मंत्री ने कहा कि ओडिशा को तूफान के लिए सात दिन पहले अर्ली वार्निंग दी गई थी. तब ओडिशा में हमारी सरकार नहीं थी, नवीन बाबू की थी और उसमें केवल एक व्यक्ति की मौत हुई थी. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार को भी अर्ली वार्निंग दी गई थी और वहां की सरकार ने भी अच्छा काम किया. केवल सात मवेशी मारे गए थे. हमारे पास दुनिया का सबसे आधुनिक अर्ली वार्निंग सिस्टम है.

गृह मंत्री ने कहा कि मैं किसी को ताना नहीं दे रहा हूं, लेकिन हमारे पास बारिश, हीटवेव, बिजली गिरने का भी अर्ली वार्निंग सिस्टम है जो सीधे कलेक्टर को सूचना भेजता है. उन्होंने कहा कि ये सूचना साइट पर भी सबके लिए उपलब्ध रहती है, माननीय सदस्यों के लिए भी लेकिन कुछ लोगों को तो विदेश की ही साइट खोलनी होती है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार आई और 2016 में इस पर काम शुरू हुआ. सरकार ने इस पर 2000 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. आज सात दिन पहले अर्ली वार्निंग का सिस्टम दुनिया के चार देशों के पास उपलब्ध है जिनमें से एक भारत भी है.

केरल सरकार ने लोगों को क्यों नहीं निकाला?

अमित शाह ने कहा कि मेरे ही अनुमोदन से एनडीआरएफ की नौ टीमें 23 तारीख को केरल के लिए रवाना हो गई थीं. तीन टीमें कल (30 जुलाई) रवाना की गईं. उन्होंने कहा कि केरल सरकार एनडीआरएफ के पहुंचने पर भी अलर्ट हो गई होती तो जानें बचाई जा सकती थीं. गृह मंत्री ने कहा कि केरल की सरकार ने वहां से लोगों को नहीं निकाला. लोगों को वहां से निकाल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने से किसने रोक रखा था भाई. ये समय राजनीति का नहीं, केरल की सरकार और वहां के लोगों के साथ मजबूती से खड़े होने का है.

उन्होंने कहा कि सदन को विश्वास दिलाता हूं कि पार्टी-पॉलिटिक्स से परे नरेंद्र मोदीजी की सरकार केरल के लोगों और वहां की सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ी है. गृह मंत्री ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तूफान को लेकर अर्ली वार्निंग का भी जिक्र किया और कहा कि हमने ओडिशा सरकार को तूफान के लिए सात दिन पहले अर्ली वार्निंग दी थी. तब केवल एक आदमी मरा था. उन्होंने कहा कि ओडिशा में हमारी सरकार नहीं थी. नवीन बाबू की सरकार थी. पश्चिम बंगाल में भी अर्ली वार्निंग दी गई थी और केवल सात मवेशी मारे गए थे.

पश्चिम बंगाल के लिए जारी कर दिया है 4619 करोड़

गृह मंत्री ने ये भी कहा कि डिजास्टर के पैसे हैं, कोई भी राज्य गाइडलाइन को फॉलो करके निकाल सकता है. इसके लिए भारत सरकार से किसी परमिशन की जरूरत नहीं. उन्होंने कहा कि बंगाल की भी बात उठी. हमने 6244 करोड़ रुपये बंगाल के अप्रूव किए हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल के 4619 करोड़ हमने रिएंबर्स कर दिया है. उसमें कुछ प्रॉब्लम आ रही है. सरकार के पैसे हैं भाई, पार्टी के नहीं. हिसाब तो देना ही पड़ेगा. ये तो इनको ही करना पड़ेगा, इसमें हम कुछ नहीं कर सकते.

गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने वायनाड आपदा पर डिटेल रिपोर्ट सदन में पेश की और कहा कि हम मृतकों की संख्या वही बताते हैं जो राज्य सरकार की ओर से हमें बताया जाता है. मृतकों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कूरियन मौके पर पहुंच गए हैं और केंद्र सरकार, राज्य के लगातार संपर्क में है. जो जरूरत होगी, वह सहायता उपलब्ध कराई जाएगी.

 

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Wed, 31 Jul 2024 17:30:35 +0530 admin
केरल: वायनाड जा रही केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज की कार दुर्घटना का शिकार https://aaj24x7live.com/773 https://aaj24x7live.com/773 वायनाड
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज की गाड़ी बुधवार को हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में मंत्री को मामूली चोटें आईं और उनका इलाज मंजीरी मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। यह हादसा उस समय हुआ जब वीना जॉर्ज वायनाड जा रही थीं। वो वायनाड भूस्खलन में मृतकों के परिवारों और घायलों से मिलने जा रही थी। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि जॉर्ज को मामूली चोटें आई हैं और फिलहाल उनका इलाज चल रह है।

फिर से शुरू किया गया बचाव कार्य
बता दें कि वायनाड मे मंगलवार को खराब मौसम के कारण रोके गए बचाव अभियान बुधवार सुबह फिर से शुरू हो गए। सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और दमकल की टीमें वायनाड जिले के मुंडक्कई के छोटे से इलाके में बचाव अभियान चला रही हैं। एनडीआरएफ कमांडर अखिलेश कुमार ने कहा कि मंगलवार रात 10 बजे तक 70 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया।

अभी कई लोगों के फंसे होने की आशंका
उन्होंने कहा कि आशंका है कि और लोग फंसे हुए हैं। खराब मौसम और बारिश के कारण मंगलवार को बचाव अभियान रोकना पड़ा था। उन्होंने कहा कि नदी के दूसरी तरफ एक रिसॉर्ट और एक मस्जिद में लोगों को पनाह दी गई है। बारिश हो रही है, ऐसे में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। प्रादेशिक सेना की 122वीं इन्फैंट्री बटालियन के जवान भी बचाव अभियान चलाने के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए। एक अधिकारी ने ऑनमनोरमा को बताया कि अगर मौसम में सुधार होता है तो हेलीकॉप्टर सेवाओं को भी शामिल किया जा सकता है।

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Wed, 31 Jul 2024 13:30:41 +0530 admin
1983 बैच की IAS अधिकारी प्रीति सूदन बनीं UPSC की नई अध्यक्ष https://aaj24x7live.com/772 https://aaj24x7live.com/772 नई दिल्ली

1983 बैच की आईएएस अधिकारी और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन (Preeti Sudan) को UPSC को नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. प्रीति, गुरुवार, 1 अगस्त को चेयरपर्सन के तौर पर कार्यभार संभालेंगीं. एक महीने पहले संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के अध्यक्ष मनोज सोनी ने अपना कार्यकाल खत्म होने पहले ही इस्तीफा दे दिया था. बता दें कि मनोज सोनी ने व्यक्तिगत वजहों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया था. प्रीती सूदन, 2022 से यूपीएससी मेंबर के पद पर कार्यरत हैं.

कौन हैं प्रीति सूदन?

प्रीति सूदन, आंध्र प्रदेश कैडर की (1983) बैच की रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के रूप में उनका कार्यकाल जुलाई 2020 में खत्म हो गया था. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में काम करने के अलावा, प्रीति ने रक्षा मंत्रालय में भी काम किया है. वो अपने कैडर राज्य आंध्र प्रदेश में वित्त, योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि की प्रभारी थीं. प्रीति सूदन ने वर्ल्ड बैंक के लिए सलाहकार के रूप में भी काम किया है.

जानकारी के मुताबिक, प्रीति सूदन ने देश में दो प्रमुख प्रमुख कार्यक्रम – 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' और 'आयुष्मान भारत' शुरू करने के अलावा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, संबद्ध स्वास्थ्य पेशेवर आयोग और ई-सिगरेट पर प्रतिबंध संबंधी कानून बनाने में अपना योगदान दिया.

 

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Wed, 31 Jul 2024 13:30:33 +0530 admin
फायर ब्रिगेड की गाड़ी IPS के घर पानी भर रही थी, नजारा देख हैरान रह गए लोग, बोले& इस काम भी आता है ये https://aaj24x7live.com/766 https://aaj24x7live.com/766 देहरादून
महाराष्ट्र कैडर की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की वरिष्ठ अधिकारी अर्चना त्यागी से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उनके देहरादून स्थित घर में पानी की आपूर्ति के लिए दमकल की एक गाड़ी पहुंची हुई देखी जा सकती है। बताया जा रहा है कि यह मामला करीब डेढ़ महीने पहले का है जब उनके ईस्ट कैनाल रोड स्थित घर के बाहर खड़ी दमकल की गाड़ी को पानी की आपूर्ति करते देख किसी ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।

इस दौरान वहां से गुजरने वाले लोग आश्चर्य व्यक्त करते हुए कह रहे हैं कि क्या घर में पानी की आपूर्ति के लिए दमकल की गाड़ियां भी आती हैं । एक अन्य व्यक्ति कहते सुनाई दे रहा है कि घर की पानी की टंकियां भरवा रहे हैं, कहीं आग लग जाए तब क्या होगा? हालांकि, इस वीडियो के संबंध में देहरादून पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि दमकल की गाड़ी वहां एलपीजी सिलेंडर से गैस रिसाव होने की सूचना मिलने पर भेजी गयी थी । विज्ञप्ति के अनुसार, सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो का संज्ञान लेते हुए देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने देहरादून के अग्निशमन अधिकारी से उक्त घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि 15 जून को सिलेंडर से गैस रिसाव होने की सूचना मिलने पर दमकल के वाहन के साथ एक टीम को वहां भेजा गया।

दमकल टीम ने घर के रसोई के अन्दर केबिन में रखे एलपीजी सिलेंडर पर पानी डालकर रिसाव को कम किया तथा तत्काल कार्रवाई कर किसी बड़ी दुर्घटना को होने से रोका गया। विज्ञप्ति में यह भी बताया गया है कि घर में दो वृद्ध व्यक्ति रहते हैं । देहरादून की रहने वाली 1993 बैच की त्यागी फिलहाल महाराष्ट्र में अपर पुलिस महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं और उनकी छवि एक तेजतर्रार पुलिस अधिकारी की है । वर्ष 2014 में आई रानी मुखर्जी अभिनीत फिल्म 'मर्दानी' उन्हीं पर आधारित है ।

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Wed, 31 Jul 2024 12:30:52 +0530 admin
नोएडा सेक्टर 8 में आग लगने से भीषण हादसा, झुग्गी में सो रहे 3 बच्चों की मौत https://aaj24x7live.com/765 https://aaj24x7live.com/765  नोएडा

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा सेक्टर 8 में एक झुग्गी में आग लगने से बड़ा हादसा हुआ है. घटना इलाके के फेज 1 बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, घटना में तीन बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई है. वहीं, बच्चों के पिता की हालत नाजुक बताई जा रही है. आग लगने की घटना सुबह  4 बजे की है. घायलों को दिल्ली के हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेजा गया है. बता दें कि आग लगने के पीछे की वास्तविक वजह के बारे में अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है. आशंका जताई जा रही है कि चार्ज होने के लिए लगी रिक्शे के बैटरी की वजह से आग लगी है.

बिस्तर पर सो रहे थे बच्चे

नोएडा फायर अधिकारी के मुताबिक, 10 और 7 साल की दो बच्चियां और पांच साल का लड़का बिस्तर पर सो रहा था, जबकि माता-पिता जमीन पर सो रहे थे. कमरा छोटा था. मरने वाले बच्चों के पिता बैटरी रिक्शा चलाते हैं और कमरे में बैटरी चार्ज हो रही थी. आशंका जताई जा रही है कि बैटरी की वजह से ही आग लगने की घटना हुई है. फिलहाल, मामले में जांच शुरू कर दी गई है.

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Wed, 31 Jul 2024 12:30:45 +0530 admin
आईटीआर नहीं भरा तो आपके साथ क्या&क्या हो सकता है, सात साल तक की https://aaj24x7live.com/764 https://aaj24x7live.com/764 नई दिल्ली
आज आईटीआर भरने की आखिरी तारीख है। जिन इंडिविजुअल टैक्सपेयर्स को ऑडिट की जरूरत नहीं है, उनके लिए फाइनेंशियल ईयर 2023-24 या एसेसमेंट ईयर 2024-25 का रिटर्न भरने की डेडलाइन आज खत्म हो रही है। अगर आप आज आईटीआर फाइल नहीं करते हैं तो आपको 5,000 रुपये तक फाइन और ब्याज देना पड़ सकता है। साथ ही आपके पास ओल्ड टैक्स रिजीम का विकल्प चुनने का मौका नहीं रहेगा। इससे आप सेक्शन 80सी, 80डी और एचआरए पर मिलने वाले छूट से वंचित रह जाएंगे। कई टैक्सपेयर्स और संस्थाएं आईटीआर फाइल करने की डेडलाइन को आगे बढ़ाने की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि ई-फाइलिंग पोर्टल पर दिक्कतें आ रही हैं। साथ ही देश के कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं। हालांकि सरकार ने साफ किया है कि इस बार आईटीआर फाइल करने की डेडलाइन बढ़ने वाली नहीं है।

अगर आप 31 जुलाई तक आईटीआर फाइल करने में नाकाम रहते हैं तो आपको तगड़ा जुर्माना देना पड़ सकता है। यह आपकी इनकम पर निर्भर करता है। आईटी एक्ट की धारा 234F के तहत अगर आपकी इनकम 5 लाख रुपये से अधिक है तो आपको 5,000 रुपये तक जुर्माना देना पड़ सकता है। इसी तरह अगर आपकी इनकम 5 लाख रुपये से कम है तो आपको 1,000 रुपये जुर्माना देना होगा। आईटी एक्ट की धारा 234A के मुताबिक अगर आप पर टैक्स देनदारी बनती है और आप समय पर इसका भुगतान नहीं करते हैं तो आपको हर महीने एक फीसदी ब्याज देना होगा। इस साल से न्यू टैक्स रिजीम को डिफॉल्ट टैक्स रिजीम बनाया गया है। इसलिए 31 जुलाई के बाद आपके पास ओल्ड टैक्स रिजीम चुनने और छूट का दावा करने का विकल्प नहीं होगा।

सात साल की सजा

 इनकट टैक्स एक्ट के तहत अगर आपने आईटीआर नहीं भरा या आप टैक्स नहीं दते हैं तो आपको जेल की हवा खानी पड़ सकती है। कानून में साफ कहा गया है कि रिटर्न दाखिल नहीं करने, इनकम छिपाने और फर्जी दावे करने पर जेल की सजा का प्रावधान है। अगर आपकी टैक्स देनदारी 25,000 रुपये से अधिक है तो आपको छह महीने से सात साल तक की सजा हो सकती है। साथ ही जुर्माना भी देना पड़ सकता है। इसी तरह अगर आपकी टैक्स देनदारी 25,000 रुपये से कम है तो आपको तीन महीने से दो साल तक की कड़ी सजा हो सकती है। साथ ही फाइन भी देना पड़ सकता है। इसलिए लोगों को अपने कर दायित्व का ईमानदारी के साथ निर्वहन करना चाहिए ताकि जेल जाने की नौबत न आए।

अंतिम समय के बाद रिटर्न फाइल करने पर क्या होगा?

· यदि आप अंतिम तिथि तक आयकर रिटर्न फाइल नहीं करते हैं तो बाद में रिटर्न फाइल करने के लिए आपको जुर्माने का भी भुगतान करना होगा.

· यदि आपकी कुल आय पांच लाख रुपये की टैक्स लिमिट के अंतर्गत है तो लेट फीस के रूप में 1,000 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा. इसके अलावा कुछ मामलों में 5000 रुपये की भी लेट फीस देनी पड़ सकती है.

· यदि आपके ऊपर टैक्स का बकाया है और आपने 31 जुलाई तक आईटीआर फाइल नहीं किया तो ऐसे मामले में भी आपको जुर्माने का भुगतान तो करना ही होगा. साथ ही बकाए टैक्स के लिए ब्याज भी देना होगा.

· समय पर आईटीआर फाइल करने वालों को समय पर सरकार से टैक्स रिफंड भी प्राप्त हो जाता है.

· लेट आईटीआर भरने वालों को ओल्ड टैक्स रिजीम के अंतर्गत मिलने वाली छूट का भी लाभ नहीं मिल पाएगा.

समय पर आयकर रिटर्न फाइल करने के लाभ

यदि आप 31 जुलाई से पहले ही अपना आयकर रिटर्न फाइल कर देने हैं तो आपको कई लाभ मिलेंगे. जिसमें पहला तो यही है कि किसी भी प्रकार की कोई भी अतिरिक्त शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ेगा. करदाता सामान्य रूप से अपने टीडीएस का क्लेम कर पाएंगे.

31 जुलाई के बाद भी आईटीआर फाइल किया जा सकता है लेकिन इसके लिए आपको कीमत चुकानी होगी. वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने की समय सीमा 31 जुलाई, 2024 है. आयकर विभाग कहता आया है कि टैक्सपेयर्स इस तारीख तक अपना रिटर्न फाइल कर दें.

समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऑल-इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिशनर्स (AIFTP) ने औपचारिक रूप से केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) से आयकर रिटर्न दाखिल करने की समय सीमा 31 अगस्त तक बढ़ाने का अनुरोध किया है. इसके लिए टैक्स बॉडी ने अलग-अलग परेशानियों का हवाला दिया है.

आखिरी तारीख पर कई चुनौतियां

सीए अभिषेक जैन ने कहा, “जैसे-जैसे आईटीआर दाखिल करने की 31 जुलाई की समय सीमा नजदीक आ रही है, इसे बढ़ाने की मांग बढ़ रही है. वहीं, अंतिम समय में जल्दबाजी के कारण फॉर्म 26एएस/एआईएस/टीआईएस तक पहुंच चुनौतीपूर्ण है.” फिनकॉर्पिट कंसल्टिंग के एसोसिएट डायरेक्टर गौरव सिंह परमार ने कहा, “ओटीपी वेरिफिकेशन फेलियर और वेरिफिकेश एरर के कारण बार-बार सबमिशन के प्रयास से फाइलिंग प्रोसेस मुश्किल हो जाती है.

गौरव सिंह परमार ने कहा, “हालांकि आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा के बढ़ाने की बात को नकारा नहीं जा सकता है. लेकिन, सरकार ने पिछले तीन वर्षों में लगातार 31 जुलाई को टाइम लाइन फिक्स रखी है इसलिए इसमें ढील देना मुश्किल नजर आ रहा है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अनुसार, 26 जुलाई तक 5 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न दाखिल किए जा चुके हैं.

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Wed, 31 Jul 2024 12:30:37 +0530 admin
कुदरत का क्रोध..वायनाड में लैंडस्लाइड वाला ‘प्रकोप’, तबाह हुए 22 हजार की आबादी वाले 4 गांव https://aaj24x7live.com/763 https://aaj24x7live.com/763 वायनाड

केरल के वायनाड में मंगलवार तड़के पहाड़ से बहकर आए सैलाब ने हाहाकार मचा दिया है. करीब 22 हजार की आबादी वाले 4 गांव सिर्फ 4 घंटे में पूरी तरह तबाह हो गए हैं. घर दफन हो गए और सैकड़ों लोग मलबे में दब गए. अब तक 156 लोगों की मौत होने की खबर है. 100 लोग अभी भी लापता हैं. राहत और बचाव कार्य में भी मुश्किलें आ रही हैं. इस आपदा ने 11 साल पहले आई केदारनाथ त्रासदी की यादें ताजा कर दी हैं. जो रात में सोया था, उसे उठने तक का मौका नहीं मिला और सुबह मलबे में मिला. चारों तरफ बर्बादी ने इन गांवों की खूबसूरती को उजाड़ दिया है.

वायनाड में जो चार गांव जमींदोज हुए हैं, उनमें मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा का नाम शामिल है. मुंडक्कई और चूरलमाला के बीच पुल टूटने की वजह से लैंडस्लाइड से प्रभावित इलाकों से संपर्क टूट गया है. मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है जिसकी वजह से हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे हैं. जमीन के रास्ते ही लोगों को बाहर निकालने की कोशिशें हो रही हैं. मौसम विभाग ने वायनाड समेत आसपास के जिलों में भारी बरिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है जिसके बाद केरल के 11 जिलों में स्कूल बंद करने के निर्देश दिए गए हैं.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने प्रभावित इलाके में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे हालात और ज्यादा बदतर होने का डर पैदा हो गया है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी प्रभावित इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने पहुंचे हैं. उधर, वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी का दौरा खराब मौसम के कारण टाल दिया गया है. इसे भारत के इतिहास में भूस्खलन की सबसे भयानक घटनाओं में से एक माना जा रहा है.

1. मलबे में लोगों की तलाश के लिए दिल्ली से मंगाए गए हैं उपकरण

भूस्खलन के बाद मलबे में दब गए लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीमें हर संभव कोशिश कर रही हैं. पीड़ित लोगों के परिवार भी मलबे में अपनों की तलाश कर रहे हैं. मंगलवार रात को रेस्क्यू ऑपरेशन बीच में ही रोकना पड़ा, जिसे बुधवार सुबह सूरज निकलते ही शुरू कर दिया गया है. भारतीय सेना के डीएससी सेंटर के कमांडेंट कर्नल परमवीर सिंह नागरा ने बताया कि रेस्क्यू के लिए खोजी कुत्तों की मदद ली जा रही है. साथ ही ड्रोन के जरिये भी मलबे में फंसे लोगों की तलाश की जा रही है. उन्होंने बताया कि लोगों को रेस्क्यू करने के लिए दिल्ली से खास उपकरण मंगाए गए हैं, जो आज पहुंच जाएंगे. रेस्क्यू ऑपरेशन में वायुसेना के हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है.

2. अस्थायी पुल बनाकर किया गया है 1,000 लोगों को रेस्क्यू

कर्नल नागरा ने बताया है कि इलाके में बड़ी घटना की आशंका में सेना पिछले 15 दिन से अलर्ट पर थी. मंगलवार सुबह केरल सरकार के संपर्क करते ही भारतीय सेना के जवान रेस्क्यू में जुट गए, जिसमें NDRF, SDRF और नौसेना-वायुसेना भी समान मदद कर रही है. भारी बारिश के कारण इलाके में पुल बह गए हैं, जो रेस्क्यू में बेहद अहम होते हैं. सेना के इंजीनियरों ने एक अस्थायी पुल बनाया है, जिससे 1,000 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित इलाकों में भेजा गया है. कुछ शव भी निकाले गए हैं. अब भी 18 से 25 लोग फंसे हुए हैं.

3. राहुल-प्रियंका नहीं पहुंच पाएंगे वायनाड, बंगाल के राज्यपाल पहुंचे

वायनाड सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन व रायबरेली सांसद प्रियंका गांधी का प्रभावित इलाके का दौरा टल गया है. दोनों नेताओं का दौरा खराब मौसम और लगातार बारिश के कारण टाला गया है. राहुल गांधी ने मंगलवार रात ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, 'प्रियंका और मैं भूस्खलन से प्रभावित परिवारों से मिलने और स्थिति का जायजा लेने के लिए कल वायनाड जाने वाले थे. लेकिन, लगातार बारिश और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण हमें अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया है कि विमान उतर नहीं सकेगा. मैं वायनाड के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम जल्द से जल्द दौरा करेंगे. इस बीच, हम स्थिति पर बारीकी से नजर रखना जारी रखेंगे और सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे. इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं वायनाड के लोगों के साथ हैं.' उधर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस केरल के कालीकट पहुंच गए हैं, जहां से वे मेप्पाडी जाने की कोशिश कर रहे हैं. राजभवन ने मंगलवार रात को एक्स पर पोस्ट में बताया कि केरल निवासी 73 वर्षीय बोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वायनाड में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर बात की है. साथ ही वे केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन के भी संपर्क में हैं. वह अस्पतालों व राहत शिविरों का दौरा करेंगे और बचाव व राहत कार्यों में भी मदद करेंगे.

4. IMD के रेड अलर्ट के बाद मुख्यमंत्री ने की इमरजेंसी मीटिंग

वायनाड में रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच IMD ने डराने वाली चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग ने वायनाड में भारी बारिश का रेड अलर्ट और उसके पड़ोसी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इससे रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा आएगी. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने हाई लेवल इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा की है.

5. भूस्खलन किस कारण होता है?

वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूस्खलन प्राकृतिक और मानवीय, दोनों कारणों से हो सकता है. आमतौर पर यह पर्वतीय इलाकों में होता है, जिसमें चट्टानें गिरती हैं, जमीन खिसकती है, कीचड़ तेजी से बहता है या मलबा तेजी से पानी की तरह बहकर आता है. भूस्खलन के प्राकृतिक कारण भूकंप, बाढ़ या ज्वालामुखी विस्फोट होता है, लेकिन इसके मानवीय कारणों में वनों की अंधाधुंध कटाई, फसल पैटर्न में बदलाव से पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ना माना जाता है. पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ने से बादल फटने की घटनाएं होती हैं, जिससे भारी मात्रा में पानी अचानक गिरने से जमीन पर मिट्टी और चट्टानों की पकड़ छूट जाती है और वे मलबे की 'सुनामी' की तरह तबाही मचाते हुए दौड़ पड़ती हैं. ऐसी बहुत सारी घटनाएं पिछले कुछ सालों में खासतौर पर उत्तराखंड राज्य में देखी गई हैं, जहां बड़े पैमाने पर वनों की कटाई या उनमें आग लगने के कारण हरियाली असंतुलित हुई है.

6. किन भारतीय इलाकों में भूस्खलन का कितना खतरा

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDRF) के मुताबिक, भारतीय उपमहाद्वीप हर साल 5 सेंटीमीटर की गति से उत्तर की तरफ खिसक रहा है. इसके चलते जमीन में तनाव बढ़ रहा है और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने हाल ही में भारत का भूस्खलन नक्शा (Landslide Atlas) जारी किया था, जिसमें देश के संवेदनशील हिस्सों के हिसाब से बर्फ से ढके सभी पहाड़ों को सबसे ऊपर रखा गया है. इसके अलावा देश का 12.6% हिस्सा भूस्खलन के लिए बेहद संवेदनशील माना गया है. 12.6% हिस्से में से 66.5% इलाका उत्तर-पश्चिमी हिमालय में, 18.8% उत्तर-पूर्वी हिमालय में और लगभग 14.7% इलाका देश के पश्चिमी घाट में है.

7. कैसे रोक सकते हैं भूस्खलन से होने वाली हानि?

NDRF ने भूस्खलन से होने वाली जनहानि को कम करने के लिए कुछ टिप्स जारी किए हैं. ये टिप्स खासतौर पर ऐसे इलाकों के लिए जारी की गई हैं, जहां भूस्खलन बार-बार आते हैं. ये टिप्स निम्न हैं-

    ढलान वाली सतहों से दूर निर्माण करें. रिहाइशी इलाकों में नालों को साफ रखें.
    नालों में पत्ते, कूड़ा, प्लास्टिक की थैलियों या अन्य किसी तरह के मलबे से आई बाधा की जांच करते रहें.
    रिहाइशी इलाकों के करीब ज्यादा से ज्यादा पेड़ उगाएं ताकि उनकी जड़ें मिट्टी के कटाव को रोक सकें.
    संवेदनशील इलाकों में धंसी हुईं या झुकी हुई या जर्जर बिल्डिंगों की पहचान करके उन्हें हटा दिया जाए.
    यदि रिहायशी इलाके के करीब नदी में मटमैला या कीचड़ वाला पानी दिखे तो ये ऊपरी इलाके में भूस्खलन की शुरुआत का संकेत है.
    इन संकेतों को देखकर तत्काल प्रशासन को सूचना दें और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए अलर्ट करें.

8. भारत में आज तक हुए 5 सबसे बड़े भूस्खलन हादसे

    केदारनाथ आपदा- उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में मौजूद केदारनाथ धाम में 16 जून, 2013 में भयानक बारिश व बाढ़ से हुए भूस्खलन में 5,700 से ज्यादा लोगों मारे गए थे और 4,200 से ज्यादा गांव पानी में बह गए थे.
    दार्जिलिंग भूस्खलन- पश्चिमी बंगाल के दार्जिलिंग शहर में 4 अक्टूबर. 1968 को विनाशकारी भूस्खलन और बाढ़ से 1,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे.
    गुवाहाटी- असम के गुवाहाटी शहर में सितंबर, 1948 को भारी बारिश कारण हुए भूस्खलन में एक पूरा गांव मलबे के नीचे दफन हो गया था, जिससे 500 से ज्यादा लोग जिंदा ही मौत का शिकार हो गए थे.
    मापला- उत्तर प्रदेश के मापला में अगस्त, 1998 को सात दिन तक लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक पूरा गांव मलबे में दफन हो गया था. इस हादसे में 380 से ज्यादा लोग मारे गए थे.
    मालिन- महाराष्ट्र के मालिन गांव में 30 जुलाई 2014 को लगातार भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ था. इस आपदा में 151 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग लापता हो गए थे.

 

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Wed, 31 Jul 2024 12:30:29 +0530 admin
200 मकानों पर बुलडोजर चलाने का आदेश, 2600 पर खतरा; NCR में बड़ा ऐक्शन https://aaj24x7live.com/762 https://aaj24x7live.com/762 गुरुग्राम

मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में निगम की बिना अनुमति के ही भवनों का निर्माण करने वाले लोगों के खिलाफ अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर निगम ने शहर में बन रहे अवैध निर्माणों पर तोड़फोड़ की कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। निगम द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वे में 2600 अवैध निर्माणकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वही, गुरुग्राम में 200 अवैध भवनों को गिराने का आदेश जारी कर दिया गया है।

बीते तीन माह में यह अवैध निर्माणों का कार्य चल रहा है। निगमायुक्त डॉ नरहरि सिंह बांगड़ ने चारों जोन की इनफोर्समेंट टीम को हर सप्ताह शनिवार को तोड़फोड़ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। निगम की तरफ से अब अगले माह से इन अवैध इमारतों को तोड़ने का अभियान चलाया जाएगा।

बता दें कि शहर में अवैध निर्माणों की भरमार है। रिहायशी कॉलोनियों में बिल्डरों द्वारा नियमों को ताक पर रखकर लगातार अवैध निर्माण किए जा रहे हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए निगम ने तैयारी की है। 2600 अवैध निर्माण कर्ताओं को कारण बताओ जारी किया गया है। सभी को एक सप्ताह के अंदर निगम में अपना जवाब देना है। अगर जवाब संतोषजनक नहीं मिलता है तो निगम की तरफ से उनको दोबारा डेमोलिशन ऑर्डर जारी किया जाएगा। इसके बाद टीम को भेजकर तोड़फोड़ करने की कार्रवाई की जाएगी।

जोन-3 में नहीं हो रही कार्रवाई नगर निगम के जोन-3 में सबसे ज्यादा अवैध निर्माण का कार्य चल रहा है। सिर्फ नोटिस देकर खानापूर्ति की जा रही है। कार्रवाई न करने पर निगमायुक्त ने एसडीओ को भी बदल दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में यहां अवैध निर्माण को लेकर काम जोरों से चल रहा है।

तीन माह में 60 अधिक भवनों को तोड़ा गया
निगम की चारों जोन की टीम ने बीते तीन माह में 30 के करीब आयुध डिपो में अवैध निर्माणों का तोड़ने की कार्रवाई निगम की तरफ से की जा चुकी है। इसके अलावा 30 से अधिक अवैध निर्माणों को चारों जोन में निगम की इनफोर्समेंट टीम ने तोड़ा है। इनफोर्समेंट टीम की तरफ से अवैध निर्माणों पर धीमी कार्रवाई को लेकर असतुष्टि जाहिर कर प्रत्येक सप्ताह कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

किस जोन में कितने नोटिस दिए
● जोन-1 में 700 नोटिस
● जोन-2 में 800 नोटिस
● जोन-3 में 650 नोटिस
● जोन-4 में 450 नोटिस

200 से ज्यादा भवनों पर चलेगा बुलडोजर
सूत्रों नगर निगम की चारों जाने की टीमों ने 200 से ज्यादा अवैध निर्माणधीन भवना मालिकों को डिमोलेशन ऑर्डर जारी कर दिया है। ऑर्डर में निगम ने लोगों को पांच दिन का समय दिया है कि वह या तो अपने आप अपने अवैध निर्माणाधीन भवन को तोड़ ले अन्यथा निगम की तरफ से इनको तोड़ा जाएगा। नगर निगम ने अगले सप्ताह से अवैध निर्माणों के खिलाफ तोड़फोड़ अभियान चलाने की योजना तैयार कर ली है। किसी भी प्रकार के विरोध से निपटने के लिए निगम ने पुलिस विभाग से फोर्स की भी मांग की है। सूत्रों के अनुसार नोटिस देने के बाद भी अवैध निर्माण नहीं तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रशासन तैयार है। साथ ही नगर निगम इसके लिए योजना तैयार कर ध्वतस्तीकरण की कार्रवाई करेगा।

हर शनिवार को होगी तोड़फोड़
गुरुग्राम के निगम आयुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ा ने कहा कि अवैध निर्माणों पर कार्रवाई के लिए चारों जोन की इनफोर्समेंट टीमों को निर्देश दिए हुए हैं। प्रत्येक शनिवार को यह तोड़फोड़ अभियान चलाया जाना है। इसको लेकर निगम की तरफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।

 

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Wed, 31 Jul 2024 12:30:20 +0530 admin
महाराष्ट्र में बाढ़ पीड़ितों के लिए विशेष सहायता की मांग https://aaj24x7live.com/751 https://aaj24x7live.com/751 नई दिल्ली
राज्यसभा में  महाराष्ट्र में बरसात और बाढ़ से प्रभावित लोगों तथा शहरों की सहायता करने की मांग की गई।भारतीय जनता पार्टी की डॉक्टर मेधा विश्राम कुलकर्णी ने शून्य काल के दौरान ‘सभापति की अनुमति से उठाएं गये मामले’ के अंतर्गत महाराष्ट्र में असाधारण वर्षा और उत्पन्न स्थिति का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि मुंबई, पुणे, सातारा, बारा तथा अन्य क्षेत्रों में असाधारण वर्षा के कारण बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने अपने परिजनों को खो दिया है और शहरों का बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों की विशेष मदद की जानी चाहिए और शहरों में ध्वस्त हुए बुनियादी ढांचे को फिर से तैयार करने के लिए वित्तीय मदद भी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा बुनियादी ढांचा तैयार किया जाना चाहिए, जिससे ऐसी घटनाएं फिर नहीं हो।

कांग्रेस के विवेक तंखा ने देश में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पुस्तकों की कमी का मामला उठाया और कहा कि अप्रैल में नया शिक्षण सत्र शुरू हो चुका है, जबकि छात्रों को अभी तक पुस्तक नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि देश के दूर-दराज के हिस्सों में छात्रों को अति शीघ्र पुस्तक पहुंचाई जानी चाहिए।

समाजवादी पार्टी के रामजीलाल सुमन ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय की एक पीठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थापित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को शीघ्र न्याय मिल सकेगा और वह लंबी यात्रा से बच सकेंगे।

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में बाढ़ से अब तक चार लोगों की मौत, 500 मकान ढहे

रायगढ़ जिले में पिछले 15 दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार तूफानी बारिश से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही बारिश से जिले में 500 मकान ढह गए हैं। जिले में लगातार हो रही बारिश से जिले की सावित्री, अंबा, कुंडलिका आदि नदियों में बाढ़ आ जाने से अब तक 3 हजार 389 लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करके सरकार की ओर से हर तरह की मदद दी जा रही है।

आज जिले में बारिश का जोर कुछ कम हुआ है, इसलिए जिला प्रशासन ने नुकसान का जायजा लेने की शुरुआत की है। रायगढ़ जिले की पेन तहसील में स्थित सपोली गांव में तूफानी बारिश में गिरे पेड़ से दबने से आदिवासी यश नाइक की मौत हो गई है। महाड तहसील में नदी में डूब जाने से नामदेव अंबावले मृत्यु हो गई है। इसी तरह वलन खुर्द में 62 वर्षीय व्यक्ति बालाजी उटेकर की और मनगांव तहसील के टेंपले गांव नसरीन गोडमे की बाढ़ के पानी में डूब जाने से मौत हो गई है। इसी तरह जिले में पोलादपुर, पनवेल, मनगांव, सुधागढ़, महाड, कर्जत और म्हासला तहसील में भैंस, बैल और गाय जैसे 17 जानवरों की मौत हो गई है।

जिले में भारी बारिश से नदियों में आई बाढ़ के कारण ताला, पोलादपुर, महाड, खालापुर, कर्जत, मनगांव और मुरुड तालुका के हजारों नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। 126 परिवारों के 416 नागरिकों को उनके रिश्तेदारों के पास, 856 परिवारों के 2973 नागरिकों को आश्रय शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने 982 परिवारों के कुल 3 हजार 389 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। जिले की 14 तहसीलों में 11 पक्के मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 18 कच्चे घर पूरी तरह से, 326 पक्के घर आंशिक रूप से और 122 कच्चे घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। कुल 477 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा 4 झोपडिय़ां, 69 गायें, 13 दुकानें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। महाड में एक व्यायामशाला, एक पुल, पोलादपुर में एक बिजली का खंभा और पेन में एक मैदान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। महाड में स्कूल भवन, श्मशान शेड, खालापुर में स्कूल भवन, पोलादपुर में आंगनबाड़ी की पानी की टंकी, पेण में श्मशान घाट, म्हासला, श्रीवर्धन और ताला में स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्रशासन ने जिले में नुकसान का सर्वे शुरू कर दिया है। इसलिए सर्वे पूरा होने के बाद पीड़ितों को मुआवजा मिलेगा।

 

 

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Wed, 31 Jul 2024 10:45:23 +0530 admin
अब तक अन्न भंडारण काे लेकर देश के सभी राज्याें में 72 हजार 222 सरंचना तैयार : केंद्रीय कृषि मंत्री https://aaj24x7live.com/750 https://aaj24x7live.com/750 नई दिल्ली
 केंद्र सरकार अन्नदाता किसानाें काे खेती के साथ कमाई के लिए कुसुम याेजना के तहत साेलर पैनल लगाने की छूट देगी। किसान काे अपना अन्न सस्ते में न बेचना पड़े, इसके लिए देश के सभी राज्याें में अन्न भंडारण का इंतजाम किया है। लाेकसभा में सांसद पुरुषाेत्तम रुपाला के सवालाें के जवाब के दाैरान कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह जानकारी दी।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश का कृषि विकास दर चार प्रतिशत के पास है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी के नेतृत्व में देश में अन्न, फल, आैर सब्जियाें के भंडार भरे हुए हैं। इससे पहले की सरकाराें में यह संभव नहीं था। अन्न भंडारण की व्यवस्था नहीं थी। उन्हाेंने कहा कि अब ऐसा नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी के नेतृत्व में एक हजार कराेड़ रुपये एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया गया है, जिसके बाद देश के सभी राज्याें में अन्न भंडारण के लिए 72 हजार 222 सरंचना तैयार किए गए हैं। इस पर 76 हजार तीन साै पांच कराेड़ रुपये खर्च किए गए।

चाैहान ने कहा कि प्रधानमंत्री अन्नदाता किसानाें काे ऊर्जादाता बनाना चाहते हैं। इसके लिए कुसुम याेजना लेकर आए हैं। उन्हाेंने कहा कि किसान कुसुम याेजना के तहत खेताें में साैर पैनल लगाकर बिजली का उत्पादन कर सकता है, अपने खेताें की सिंचाई कर सकता है। बची ऊर्जा की बिक्री कर सकता है। उन्हाेंने कहा कि किसानाें काे बंजर भूमि पर साेलर पैनल लगाकर बिजली उत्पादन करने की छूट देने की याेजना पर भी सरकार विचार कर रही है।

 

 

 

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Wed, 31 Jul 2024 10:45:16 +0530 admin
दिल्ली कोचिंग हादसे पर हाई कोर्ट में याचिका, आज सुनवाई https://aaj24x7live.com/749 https://aaj24x7live.com/749 नई दिल्ली
दिल्ली हाई कोर्ट राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राव आईएएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट में तीन यूपीएससी परीक्षार्थियों की मौत की उच्चस्तरीय जांच की मांग वाली याचिका पर आज 31 जुलाई को सुनवाई करेगा।  याचिकाकर्ता कुटुंब की ओर से वकील रुद्र विक्रम सिंह की ओर से कार्यकारी चीफ जस्टिस मनमोहन की अध्यक्षता वाली बेंच से जल्द सुनवाई की मांग की गई। इसके बाद कोर्ट ने 31 जुलाई को सुनवाई करने का आदेश दिया।

कुटुंब नामक संस्था की ओर से याचिका दायर कर कहा गया है कि इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया जाए। याचिका में मांग की गई है कि दिल्ली में चल रहे कोचिंग संस्थानों के अनधिकृत व्यावसायिक निर्माण और बिना किसी मानक के चलाए जाने की जांच का दिशा-निर्देश जारी किया जाए। याचिका में कहा गया है कि विभागों के अधिकारियों के भ्रष्टाचार की वजह से पिछले कुछ सालों में कई जानें चली गईं। याचिका में दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली जल बोर्ड और दिल्ली फायर सर्विस को पक्षकार बनाया गया है।

वकील सत्यम सिंह ने कार्यकारी चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर मांग की है कि दिल्ली के सभी कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरीज का सुरक्षा आडिट कराया जाए। पत्र में मांग की गई है कि दिल्ली नगर निगम के सभी नियमों, आग से सुरक्षा संबंधी नियमों और बिल्डिंग से जुड़े सभी नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए। पत्र में कहा गया है कि बाढ़ से सुरक्षा से उपकरण स्थापित किए जाएं और नालियों की उचित व्यवस्था हो खासकर बेसमेंट के लिए। पत्र में मांग की गई है कि इस पत्र पर हाई कोर्ट स्वत: संज्ञान ले और कार्यवाही करे।

इससे पहले राष्ट्रीय प्रवासी मंच की ओर से वकील एपी सिंह ने एक याचिका दायर की है। याचिका में दिल्ली के कोचिंग संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा के लिए उपाय करने की मांग की गई है। साथ मृतक तीन छात्रों के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि कोर्ट दिल्ली नगर निगम को दिल्ली के कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा इंतजाम करने और एहतियात के लिए दिशानिर्देश जारी करने की मांग की गई है।

उल्लेखनीय है कि इस स्टडी सर्कल के बेसमेंट में लाइब्रेरी है। इस लाइब्रेरी में यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र पढ़ाई कर रहे थे। इस बेसमेंट में अचानक आए पानी में पढ़ाई कर रहे तीन छात्र फंस गए और इनकी मौत हो गई।

 

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Wed, 31 Jul 2024 10:45:08 +0530 admin
ITR Filing आप 31 जुलाई के बाद भी फाइल कर सकते हैं बशर्ते आपको सहना होगा ये नुकसान https://aaj24x7live.com/743 https://aaj24x7live.com/743 नई दिल्ली

 वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की डेड लाइन 31 जुलाई है। आयकर विभाग ने करदाताओं को अपना आयकर रिटर्न इस लास्ट डेट से पहले दाखिल करने की सलाह दे रहा है। क्योंकि, इस बात की संभावना बहुत कम है कि इस साल आईटीआर फाइल करने की लास्ट डेट बढ़ेगी। सरकार ने पिछले साल भी आयकर रिटर्नदाखिल करने की समय सीमा नहीं बढ़ाई थी। हालांकि, इसने कोविड-19 महामारी के कारण आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा दो साल पहले बढ़ाई थी।

डेडलाइन पर क्या बोला इनकम टैक्स विभाग?

आयकर विभाग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा 31 जुलाई, 2024 है। जो लोग समय सीमा को पूरा करने में विफल रहते हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। सीए अभिनंदन पांडेय ने बताया कि अगर कोई 31 जुलाई की समय सीमा से चूक जाता तो है तो उसके पास 31 दिसंबर, 2024 तक विलंबित रिटर्न दाखिल करने का अवसर होगा, लेकिन उसे जुर्माने के साथ न्यू टैक्स रिजीम के तहत आना पड़ेगा। इसका मतलब ये है कि एचआरए, ट्यूशन फीस, बीमा की किस्तें, होम लोन पर ब्याज आदि के जरिए मिलने वाली छूट से वह वंचित हो जाएगा।

आप 31 जुलाई के बाद भी भर सकते हैं आईटीआर

सीए अजय बगड़िया के मुताबिक अगर आप 31 जुलाई तक अपना आईटीआर दाखिल करने में विफल रहते हैं तो आप देर से भी रिटर्न दाखिल कर सकते हैं। इसके लिए आयकर अधिनियम की धारा 234 एफ के अनुसार, 5000 रुपये तक की लेट फाइलिंग फीस लगाई जा सकती है। अगर आपकी इनकम 5 लाख रुपये से कम है तो लेट फाइलिंग शुल्क 1,000 रुपये है। इसके अलावा अगर कोई टैक्स बन रहा है तो उसपर प्रति माह 1% या महीने के हिस्से की दर से ब्याज लिया जाएगा, लेकिन लगाया गया जुर्माना बकाया टैक्स से अधिक नहीं हो सकता है।

ये लोग 31 अक्टूबर तक फाइल कर सकते हैं आईटीआर

सीए संतोष मिश्रा ने हिन्दुस्तान को बताया कि जिन खातों की ऑडिटिंग की आवश्यकता है, उनके लिए ITR दाखिल करने की समय सीमा 31 अक्टूबर, 2024 तक बढ़ा दी गई है। आयकर विभाग इन व्यक्तियों को अपना ITR दाखिल करने से पहले किसी मान्यता प्राप्त चार्टर्ड अकाउंटेंट से अपना ऑडिट पूरा करने के लिए अतिरिक्त तीन महीने का समय देता है।

कुछ कैटेगरी के टैक्सपेयर्स को अपना आईटीआर दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाता है। इनमें अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में शामिल व्यवसायों के लिए ITR दाखिल करने के लिए समय सीमा 30 नवंबर है। कुछ मामलों में डेड लाइन एक्सटेंशन के साथ भी देर से दाखिल करने पर शुल्क लागू हो सकता है।

टैक्स स्लैब में चुनना होगा ऑप्शन

31 जुलाई 2024 से पहले इनकम टैक्स दाखिल करने पर आपके पास टैक्स स्लैब में दो ऑप्शन चुनने का मौका होगा। हालांकि, इसके बाद इनकम टैक्स दाखिल करने पर आपके लिए समस्या बढ़ सकती है। दरअसल, न्यू टैक्स रिजीम (New Tax Regime) अभी के लिए एक दूसरे ऑप्शन में है। हालांकि, कई टैक्सपेयर्स ओल्ड टैक्स रिजीम (Old Tax Regime) पर ही है जिससे उन्हें डिडक्शन बेनिफिट मिलने के साथ टैक्स में बचत का भी लाभ मिल सकेगा। वहीं, अगर 31 जुलाई के बाद न्यू टैक्स रिजीम ही रहा तो आपको ओल्ड टैक्स रिजीम का ऑप्शन नहीं मिल सकेगा।

31 जुलाई के बाद आईटीआर फाइल करना लेट आईटीआर कहलाता है। हालांकि, अगर टैक्सपेयर्स की मांग के अनुसार आईटीआर फाइल की लास्ट डेट बढ़ गई तो 31 जुलाई को आखिरी तारीख नहीं माना जाएगा। फिलहाल, 31 जुलाई ही आईटीआर फाइल करने के लिए लास्ट डेट है। इसके बाद करने पर आपको 1000 रुपये से 5000 रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है। टैक्सेबल इनकम 5 लाख रुपये से कम होने पर 1000 रुपये का जुर्माना है। जबकि, 5 लाख रुपये से अधिक टैक्सेबल इनकम होने पर 5000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है।

आयकर अधिनियम की धारा 234ए के मुताबिक लेट आईटीआर फाइल करने पर 1% प्रति माह या उसके हिस्से की इंटरेस्ट से ब्याज लगाया जाता है। आयकर अधिनियम की धारा 140A(3) के तहत स्व-मूल्यांकन कर (Self-Assessment Tax) का भुगतान करने में विफलता या कम भुगतान करने पर जुर्माना लग सकता है। बता दें कि ये जुर्माना बकाया टैक्स की राशि से ज्यादा नहीं हो सकता है।

क्या है रिवाइज्ड रिटर्न फाइल की लास्ट डेट?

अगर आप जुर्माने से बचना चाहते हैं तो आईटीआर की आखिरी तारीख से पहले इनकम टैक्स दाखिल कर लें। हालांकि, किसी वजह से 31 जुलाई तक या फिर आईटीआर फाइल की लास्ट डेट तक आप ITR File कर देते हैं लेकिन उसमें कोई गलती या कोई डिटेल्स आपसे छूट जाती है तो रिवाइज्ड रिटर्न फाइल कर सकते हैं। इसके लिए आखिरी तारीख 31 दिसंबर 2024 है। इस तारीख तक आप कितनी बार भी इनकम टैक्स रिटर्न फाइल को रिवाइज्ड कर सकते हैं। इसके लिए न तो कोई जुर्माना लगता है और न ही किसी तरह की कोई फीस चुकानी पड़ती है। बता दें कि आईटीआर फाइल की लास्ट डेट निकले पर करदाता 31 दिसंबर 2024 तक विलंबित रिटर्न दाखिल कर सकते हैं।

उठ रही लास्ट डेट
बढ़ाने की मांग

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के सामने अखिल भारतीय कर व्यवसायी महासंघ (AIFTP) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की डेडलाइन को आगे बढ़ाने की मांग रखी है. उन्होंने CBDT के सामने इस समय सीमा को 31 जुलाई से बढ़ाकर 31 अगस्त करने की मांग की है. संघ ने कहा कि देश के कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन जैसे हालातों के कारण टैक्सपेयर्स को आईटीआर फाइल करने में दिक्कत हो रही है. AIFTP के राष्ट्रीय अध्यक्ष नारायण जैन और डायरेक्ट टैक्स प्रतिनिधि समिति के अध्यक्ष एस एम सुराना ने महासंघ को एक लिखित अर्जी देते हुए कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में खराब मौसम की स्थिति से आईटीआर फाइल करने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

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Wed, 31 Jul 2024 09:30:24 +0530 admin
लेह में गर्मी का सितम, दे रहा बढ़ी चेतावनी, अभी नहीं सुधरे तो सब हो जाएगा खत्म https://aaj24x7live.com/742 https://aaj24x7live.com/742 नई दिल्ली
 लेह यानी 'ठंडा रेगिस्तान'। वहां का कुशोक बकुला रिंपोची एयरपोर्ट। समुद्र तट से करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई। करीब 10 हजार फीट लंबा रनवे। टेक ऑफ और लैंडिंग के लिहाज से भारत का संभवतः सबसे मुश्किल एयरपोर्ट। ऐसा एयरपोर्ट जहां के लिए उड़ान भरने वाले पायलट और कॉकपिट क्रू को पहाड़ी इलाके और चुनौतीपूर्ण मौसम में काम करने की स्पेशल ट्रेनिंग मिली हुई होती है। ऐसा एयरपोर्ट जो सालभर में करीब 11 लाख यात्रियों को संभालता है। पिछले 3 तीन दिन यहां से 12 फ्लाइटें कैंसल हो चुकी हैं। वजह जानकर चौंक जाएंगे। वजह है तापमान का 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाना। ऐसी जगह जहां आमतौर पर तापमान -20 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। जहां आम तौर पर बर्फ जमी होती है। लेह में फ्लाइट का कैंसल होना, हम सबके लिए चेतावनी है। क्लाइमेट चेंज के प्रत्यक्ष खतरे की चेतावनी। चेतावनी कि अगर अभी नहीं सुधरे तो सबकुछ खत्म हो जाएगा।

आप भी सोच रहे होंगे कि 36 डिग्री सेल्सियस तापमान की वजह से आखिर फ्लाइट क्यों कैंसल करनी पड़ी। उड़ानें तो 45-50 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी भरी जाती हैं तो लेह में ऐसा क्यों? इसकी वजह है लेह एयरपोर्ट का काफी ऊंचाई पर होना। एयरपोर्ट 10700 फीट की ऊंचाई पर है। ऊंचाई का मतलब है कि वहां हवा विरल होगी यानी पतली होगी। अब ऊपर से तापमान और बढ़ जाए तो हवा और ज्यादा विरल हो जाएगी। पतली हो जाएगी। इससे टेकऑफ और लैंडिंग मुश्किल हो जाती है। अब आते हैं जलवायु परिवर्तन के खतरों पर।

लेह में कैंसल होने वाली फ्लाइटों में आईआईटी प्रफेसर चेतन सोलंकी की भी फ्लाइट थी। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'मेरे लिए ये अकल्पनीय था कि लेह में 11 हजार फीट की ऊंचाई पर जहां आमतौर पर तापमान माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, मैं ग्लोबल वॉर्मिंग का शिकार बन गया। हैरानी फ्लाइट कैंसल होने से नहीं हुई, उसके कारण से हुई यानी ज्यादा तापमान। आज मैं शिकार बना हूं। हर किसी को जानना चाहिए कि उनकी भी बारी आएगी और उनके बच्चों की बारी भी आएगी।'

लेह हमारे लिए कुदरत की तमाम वॉर्निंग में से एक है। ये जलवायु परिवर्तन के खतरने की निशानी है। जलवायु परिवर्तन यानी किसी क्षेत्र विशेष में आमतौर पर जो मौसम रहता है, उसमें काफी बदलाव का आना। भारत पहले से ही जलवायु परिवर्तन के खतरे का सामना कर रहा है। 1901 से 2018 तक देश के औसत तापमान में 0.7 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ चुका है। इतना ही नहीं, दुनिया भर में औसत तापमान भी बढ़ा है। 2016 दुनिया में सबसे गर्म वर्ष के रूप में रिकॉर्ड किया गया। बीते सवा लाख वर्षों में 2023 का जुलाई अबतक का सबसे गर्म महीना रहा। अगर क्लाइमेट चेंज की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया गया तो इस सदी के अंत तक पृथ्वी की सतह का औसत तापमान 3 से 10 फॉरेनहाइट बढ़ सकता है।

क्लाइमेट चेंज की वजह से एक्स्ट्रीम वेदर कंडिशन में इजाफा देखने को मिल रहा है। बहुत ज्यादा बारिश या बहुत ज्यादा सूखा जैसी स्थितियों के लिए जिम्मेदार क्लाइमेट चेंज ही है। कहीं बाढ़ तो कहीं सूखे की स्थिति में इजाफा। गर्मी के दिनों में भीषण लू। जाड़ों में कड़कड़ाती ठंड। भारत में पहले ही 1950 के बाद से मॉनसूनी बारिश में कमी दर्ज हुई है। विश्व बैंक की 2013 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्लाइमेट चेंज की वजह से भारत को सूखे की मार झेलनी पड़ी है। 1987 और 2002-02 में भारत में कुल फसलों का करीब आधा क्षेत्र सूखे की चपेट में रहा जिससे उत्पादन में भी काफी गिरावट दर्ज की गई। भारत के नॉर्थवेस्टर्न हिमालय और काराकोरम की पहाड़ियों पर स्थित ग्लेशियर पिघल रहे हैं। समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है। उसके सतह का तापमान भी बढ़ रहा है। इस वजह से मुंबई, कोलकाता समेत तटीय शहरों के लिए खतरा बढ़ रहा है। ग्लेशियरों के पिघलने और समुद्र का जलस्तर बढ़ने से तटीय शहरों के वजूद को भी खतरा हो सकता है।

क्लाइमेट चेंज की वजह से भारत को बड़ा आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, बहुत ज्यादा गर्मी और उमस की वजह से श्रम घंटों को होने वाले नुकसान की वजह से 2030 तक भारत की जीडीपी को 4.5 प्रतिशत तक का नुकसान हो सकता है।

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Wed, 31 Jul 2024 09:30:15 +0530 admin
पुणे में एक दर्दनाक घटना, ऑनलाइन गेम का टास्क पूरा करने के लिए लड़के ने 15वीं मंजिल से लगाई छलांग, हुई मौत https://aaj24x7live.com/738 https://aaj24x7live.com/738 पुणे
पुणे में एक दर्दनाक घटना हुई है। ऑनलाइन गेम के टास्क को पूरा करने के लिए 15 साल के एक लड़के ने बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से छलांग लगा दी। इस घटना में लड़के की ही मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि लड़के को पिछले 6 महीने से ऑनलाइन गेम खेलने की लत लगी थी। वह हर दिन कई घंटे लगातार मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलता था। घर वालों के कई बार समझाने के बावजूद लड़के की लत बढ़ती गई और घटना वाले दिन युवक पूरे दिन गेम खेल रहा था।

घर वालों की मानें तो लड़का गेम की लत में ऐसा फंस गया था कि अकेले खुद से ही बातें करने लगा। वह कमरे के अंदर तीन-चार घंटे तक बंद रह कर गेम खेलता रहता था। घटना वाले दिन युवक के भाई की तबीयत खराब होने की वजह से उसकी मां युवक पर ध्यान नहीं दे पाई, जिससे वह पूरे दिन गेम खेलता रहा। शाम को गेम में उसे टास्क पूरा करने के लिए 14वीं मंजिल से छलांग लगानी थी। उसने अपने कमरे को अंदर से बंद कर बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से छलांग लगा दी।

सोसाइटी के व्हाट्सएप ग्रुप में किसी बच्चे के गिरे होने की सूचना पर जब उसकी मां ने कमरे को खोलना चाहा तो उसमें अंदर से कुंडी बंद थी, जिसे दूसरी चाबी से खोलने पर बच्चे के बिल्डिंग से गिरने की सूचना परिवारजनों को मिली। इस पूरे मामले में पुलिस आयुक्त स्वप्निल गोरे ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि तीन दिन पहले एक 15 वर्षीय ऑनलाइन गेम की लत का शिकार बालक ने अपनी ही सोसायटी की चौदहवीं मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली। मामले की जांच उच्चाधिकारियों के द्वारा की जा रही है।

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Tue, 30 Jul 2024 23:45:25 +0530 admin
आंध्र प्रदेश के प्रकाशम की ओर जा रही एक निजी ‘स्लीपर बस’ के चालक ने 26 वर्षीय युवती से किया दुष्कर्म https://aaj24x7live.com/737 https://aaj24x7live.com/737 तेलंगाना
तेलंगाना के निर्मल जिले से आंध्र प्रदेश के प्रकाशम की ओर जा रही एक निजी ‘स्लीपर बस' के चालक ने 26 वर्षीय युवती के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि युवती ने सोमवार मध्यरात्रि के बाद ‘डायल 100' पर फोन कर पुलिस को घटना की जानकारी दी। उस समय बस हैदराबाद के बाहरी इलाके में थी।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बस का पता लगा लिया गया और जब मेट्टुगुडा इलाके के निकट बस धीमी हुई तो आरोपी चालक वहां से भाग निकला। युवती ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और वाहन में अन्य यात्रियों के होने के बावजूद चलती बस में उसके साथ दुष्कर्म किया।

अधिकारी ने बताया कि इस बीच आरोपी को हिरासत में ले लिया गया और उससे पूछताछ की जा रही है। आरोपी, बस चालकों में एक है। उन्होंने बताया कि महिला को अस्पताल भेज दिया गया और उसकी शिकायत के आधार पर उस्मानिया विश्वविद्यालय थाने में मामला दर्ज कर घटना की जांच जारी है।

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Tue, 30 Jul 2024 23:45:18 +0530 admin
केंद्रीय वित्त मंत्री ने आज विपक्ष की शिकायतों की लंबी सूची को संसद में संबोधित किया, सभी आरोपों को भ्रम फैलाने वाला बताया https://aaj24x7live.com/736 https://aaj24x7live.com/736 नई दिल्ली
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (जो पिछले कई दिनों से संसद में अपने केंद्रीय बजट को लेकर विपक्ष के निशाने पर हैं) आज विपक्ष की शिकायतों की लंबी सूची को संसद में संबोधित किया। जहां विपक्ष ने इस बजट को कुर्सी बचाओ बजट नाम दिया। वहीं, अब वित्त मंत्री ने विपक्ष के सभी आरोपों का भ्रम फैलाने वाला बताया।

वित्त मंत्री कई दिनों से यह कह रही हैं कि बजट भाषण में केवल मुख्य बातें हैं और सभी राज्यों को उनका हिस्सा मिल चुका है। आज उन्होंने एक कदम आगे बढ़कर यूपीए काल के बजट भाषणों का विश्लेषण करके नतीजे पेश किए। उन्होंने कहा, 'मैं 2004-05 से ही बजटों पर नजर रख रही हूं। 2004-05 में बजट भाषण में 17 राज्यों का नाम नहीं था। 2006-07 में 16 राज्यों का नाम नहीं था।'

'पहले के बजट में भी कई राज्यों का जिक्र नहीं'
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पहले के बजट में भी कई राज्यों का जिक्र नहीं किया गया था। 2009 के बजट में सिर्फ 2 राज्यों उत्तर प्रदेश और बिहार का जिक्र किया गया था। कांग्रेस की अगुवाई में यूपीए काल के दौरान हर बजट में कुछ ही राज्यों का जिक्र किया गया था। उन्होंने कहा, 'मैं यूपीए सरकार से पूछना चाहती हूं जिन राज्यों का नाम नहीं लिया गया था क्या उन राज्यों को पैसा नहीं दिया गया।'

'बस भ्रम फैलाया जा रहा है'
उन्होंने कहा, 'मैं विनम्रतापूर्वक कहना चाहती हूं कि सभी सदस्य जानते हैं कि यदि किसी राज्य का नाम नहीं लिया गया है तो इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें पैसा नहीं मिलेगा। यह एक भ्रामक अभियान है। मुझे यह जानकर दुख होता है कि वे कह सकते हैं कि यदि आपने किसी राज्य का नाम नहीं लिया है तो उसे कुछ नहीं मिलेगा।'

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Tue, 30 Jul 2024 23:45:10 +0530 admin
जंतर&मंतर पर आयोजिन रैली को सुनीता केजरीवाल ने संबोधित किया, कहा&जेल में केजरीवाल की जान खतरे में है https://aaj24x7live.com/730 https://aaj24x7live.com/730 नई दिल्ली
आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में जंतर-मंतर पर आयोजिन रैली को सुनीता केजरीवाल ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जेल में अरविंद केजरीवाल की जान खतरे में है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एनडीएक सांसद के झूठे बयान पर ईडी ने गिरफ्तार किया है। जब ट्रायल कोर्ट ने उन्हें जमानत दी तो ईडी ने हाईकोर्ट में जाकर जमानत रुकवा दी। फिर सीबीआई ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।

22 वर्षों से मधुमेह
जेल में अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल 50 से नीचे चला जाता है जो उनकी जिंदगी के लिए खतरनाक है। वह पिछले 22 सालों से मधुमेह से पीड़ित हैं, लेकिन हमें उन्हें इंसुलिन दिलाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा। एलजी कहते हैं कि केजरीवाल जान-बूझकर इंसुलिन नहीं ले रहे हैं। क्या कोई जान खुद खतरे में डालता है? ये अरविंद केजरीवाल को साजिशन गिरफ्तार कर, दिल्ली के काम रोकना चाहते हैं, क्योंकि वो इनसे लड़कर दिल्ली के लोगों के कामों को करवा लेते हैं।

भाजपा की नफरत वाली राजनीति
भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी राजनीति 'नफरत' और राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों के काम को 'रोकने' की है। ईडी ने केजरीवाल को क्यों गिरफ्तार किया? यह एक साजिश और दबाव के कारण था। "मैं भगवान की शुक्रगुजार हूं कि उनके साथ कुछ भी अप्रिय नहीं हुआ। उनकी जान को खतरा है। हाल ही में एलजी साहब ने एक पत्र लिखा था जिसमें कहा गया था कि मुख्यमंत्री "जानबूझकर" अपना भोजन कम कर रहे हैं। सुनीता केजरीवाल ने कहा, "यह क्या मजाक है! उन्होंने यह भी कहा कि वे इंसुलिन कम ले रहे हैं। जब शुगर का स्तर बढ़ जाता है, तो इंसुलिन दिया जाता है।

'फर्जी मामले में केजरीवाल को फंसाया'
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "क्या यह भाजपा की तानाशाही और साजिश नहीं है? उन्होंने दिल्ली के लोगों के काम को रोकने के लिए उन्हें फर्जी मामले में फंसाया है। वे हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए लड़ेंगे कि लोगों के काम प्रभावित न हों। आप भाजपा पर जेल में केजरीवाल की "हत्या की साजिश" करने का आरोप लगा रही है और उनकी मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए दिखाती है कि 3 जून से 7 जुलाई के बीच उनका शुगर लेवल 34 बार गिरा है।

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Tue, 30 Jul 2024 22:31:17 +0530 admin
चीन ने पूर्वी लद्दाख में विवादित क्षेत्र में स्थित पैंगोंग झील पर 400 मीटर लंबा पुल बना लिया, सैटेलाइट इमैजरी में हुआ खुलासा https://aaj24x7live.com/729 https://aaj24x7live.com/729 नई दिल्ली
पड़ोसी देश चीन चुपचाप वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास लंबे समय से आधारभूत और सैन्य संरचना के विकास में लगा रहा है। अब सैटेलाइट इमैजरी में इस बात का खुलासा हुआ है कि चीन ने पूर्वी लद्दाख में विवादित क्षेत्र में स्थित पैंगोंग झील पर 400 मीटर लंबा पुल बना लिया है। इस पर हाल ही में एक दौड़ती हुई गाड़ी की तस्वीर कैद हुई है। यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सैटेलाइट इमैजरी में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि हाल ही में इस पुल पर काली पिच बिछाई गई है, ताकि गाड़ियों की आवाजाही को आसान बनाया जा सके।

चीन के इस कदम से भारत हैरान है। यह भारत के लिए सुरक्षा चिंताओं की एक बड़ी वजह है। ऐसी आशंका है कि चीन इस पुल का इस्तेमाल भारत के खिलाफ LAC पर सैन्य मजबूतीकरण के रूप में कर सकता है। चीन संघर्ष के समय इस पुल के जरिए वास्तविक नियंत्रण रेखा तक टैंकों और अन्य सैन्य वाहनों को तेजी से ला सकता है और कम समय में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर सकता है। इसके अलावा भारत पर धावा बोलने के लिए भी चीन इस रूट का इस्तेमाल कर सकता है।

बता दें कि पूर्वी लद्दाख में स्थित पैंगोंग त्सो झील एक विवादित झील है, जिसका दो-तिहाई हिस्सा LAC के उस पार चीन की तरफ पड़ता है। 2017 से ही यह इलाका भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तनाव और झड़प का स्थल रहा है। मई 2020 में  पूर्वी लद्दाख में LAC पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। तब पैंगोंग झील के उत्तर में गलवान घाटी में झड़प के दौरान 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। उस झड़प में चीन ने अपने 4 सैनिकों के मारे जाने का दावा किया था, जबकि जांच रिपोर्ट में 40 चीनी सैनिको के मारे जाने का खुलासा हुआ था।

जैसे-जैसे दोनों देशों के बीच इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा है, वैसे-वैसे चीन ने पैंगोंग झील के आसपास अपने सैन्य संरचना को और मजबूत किया है। पैंगोंग झील हिमालय में 14,000 फुट से अधिक ऊंचाई पर स्थित एक लंबी संकरी, गहरी, एंडोर्फिक (लैंडलॉक) झील है। 135 किलोमीटर  लंबी यह झील बुमेरांग (Boomerang) के आकार में 604 वर्ग KM में फैली हुई है। इस झील का 45 किलोमीटर क्षेत्र भारत में स्थित है, जबकि 90 किलोमीटर क्षेत्र चीन में पड़ता है। वास्तविक नियंत्रण रेखा इस झील के बीच से गुरती है। यह खारे पानी की झील है, जो सर्दियों में पूरी तरह से जम जाता है।

क्या है सामरिक महत्व?
इस झील का 45 KM लंबा पश्चिमी भाग भारत के नियंत्रण में, जबकि बाकी हिस्सा चीन के कंट्रोल में है। दोनों सेनाओं के बीच अधिकांश झड़पें झील के विवादित हिस्से में होती हैं। इसके अलावा इस झील का कोई विशेष सामरिक महत्त्व नहीं है लेकिन यह झील चुशूल घाटी के रास्ते में आती है, यह एक मुख्य मार्ग है जिसका चीन द्वारा भारतीय-अधिकृत क्षेत्र में आक्रमण के लिये उपयोग किया जा सकता है। 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान यही वह स्थान था जहाँ से चीन ने भारत पर धावा बोला था।  तब भारतीय सेना ने चुशूल घाटी के दक्षिण-पूर्वी छोर के पहाड़ी दर्रे रेज़ांग ला (Rezang La) से वीरतापूर्वक लड़ाई लड़ी थी।

 

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Tue, 30 Jul 2024 22:31:10 +0530 admin
दिल्ली में हुए कोचिंग हादसे के बाद नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए अब तक 19 कोचिंग सेंटर सील किए https://aaj24x7live.com/728 https://aaj24x7live.com/728 नई दिल्ली
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए हादसे के बाद नगर निगम रविवार से ही लगातार कोचिंग सेंटर्स को सील करने की कार्रवाई कर रहा है। इस दौरान जिन कोचिंग सेंटर्स में अनियमिताएं पाई जा रही हैं, उन्हें सील किया जा रहा है। रविवार से शुरू हुए इस अभियान में मंगलवार तक 19 कोचिंग सेंटर्स को सील किया जा चुका है।

मंगलवार को मेयर शैली ओबेरॉय नगर निगम के अधिकारियों के साथ प्रीत विहार पहुंची। उन्होंने प्रीत विहार में नियमों को ताक पर रखकर बेसमेंट में संचालित हो रहे कोचिंग सेंटर्स का निरीक्षण किया। इस दौरान संस्कृति अकादमी का निरीक्षण करने पर पाया गया कि वो बेसमेंट के अंदर संचालित हो रहा है। कोचिंग सेंटर से बेसमेंट में कक्षाएं चलाने की अनुमति के पेपर मांगे गए तो वो दिखाने में विफल रहे। इसके बाद एमसीडी के अधिकारियों ने अकादमी को सील कर दिया।

मेयर ने कहा कि पूरी दिल्ली में कई सारे कोचिंग सेंटर्स ने एमसीडी की बिल्डिंग बायलॉज की धज्जियां उड़ाकर रख दी है। एमसीडी इन सब पर कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अवैध रूप से संचालित हो रही लाइब्रेरी में अचानक पानी भरने से तीन बच्चों की जान चली गई। पूरी दिल्ली में ऐसे बहुत सारे कोचिंग सेंटर्स हैं, जो अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। इन कोचिंग सेंटर्स ने एमसीडी की बिल्डिंग बायलॉज की धज्जियां उड़ाकर रख दी है।

उन्होंने कहा कि अब अवैध रूप से संचालित हो रहे सभी कोचिंग सेंटर्स पर कड़ी कार्रवाई करने जा रहे हैं। नियमों और बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर संचालित हो रहे किसी भी कोचिंग सेंटर को बक्शा नहीं जाएगा। अगर किसी अधिकारी की इसमें मिलीभगत पाई जाएगी तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

मेयर ने बताया कि मैंने प्रीत विहार में संस्कृति अकादमी का निरीक्षण किया। वहां बेसमेंट में कोचिंग सेंटर चल रहा है, जो कि अवैध है। कोचिंग संस्थान ने एमसीडी के नियमों का उल्लंघन किया है। बेसमेंट में कोई कोचिंग सेंटर चलता है तो दो तरफ से प्रवेश और निकास होता है। लेकिन, पूरी दिल्ली में बहुत सारे कोचिंग सेंटर्स हैं, जो एक भी नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। आने वाले समय में कई अवैध कोचिंग सेंटर्स के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई होगी।

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Tue, 30 Jul 2024 22:31:00 +0530 admin
वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 84 पर पहुंची, केरल में दो दिन का शोक घोषित https://aaj24x7live.com/727 https://aaj24x7live.com/727 कोझिकोड
वायनाड भूस्खलन त्रासदी में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब यह आंकड़ा 84 पहुंच गया है। प्रभावित क्षेत्रों में कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। केरल के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि राज्य सरकार ने वायनाड के चूरलमाला में हुए भूस्खलन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। इस गंभीर त्रासदी को ध्यान में रखते हुए, केरल में मंगलवार और बुधवार को दो दिवसीय आधिकारिक शोक रहेगा। इन दोनों दिनों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और राज्य सरकार के सभी आधिकारिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।

सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके चूरलमाला, वेल्लारीमाला, मुंडकाईल और पोथुकालू हैं। इन इलाकों के स्थानीय लोग जो किसी तरह बच निकलने में कामयाब रहे, वे इस त्रासदी की भयावहता से बेहद सदमे में हैं। वेल्लारीमाला में वीएचएसई स्कूल की प्रिंसिपल भव्या अपने छात्रों से संपर्क करने की लगातार कोशिश कर रही हैं। अब तक वह 560 छात्रों से बात कर पाई हैं और 22 से संपर्क नहीं हो पाया है।

उन्होंने कहा, "मेरे स्कूल में 582 छात्र हैं। मैं अभी तक 22 से संपर्क नहीं कर पाई हूं। मुझे उम्मीद है कि वे सुरक्षित होंगे और मुझे सिर्फ़ इतना लगता है कि उनके फोन चार्ज नहीं हो रहे हैं। पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। इस भीषण बारिश में हमारे स्कूल को नुकसान हुआ है। मैंने अपने कई शिक्षकों से भी बात की है।"

मुंडाकायम एक और इलाका है जो प्रकृति के कहर से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। एनडीआरएफ की टीम इलाके में पहुंच गई है। तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। यह जगह तबाह हो गई है और कई घर नष्ट हो गए हैं। सेना, एनडीआरएफ, अग्निशमन बल और पुलिस प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान में लगी हुई है। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम, विशेषकर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में भारी बारिश, बचाव कार्यों में बाधा डाल रही है।

एनडीआरएफ अधिकारी ने कहा, "ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां खराब मौसम के कारण हम अभी तक नहीं पहुंच पाए हैं। हम ऐसे क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।" मुंडाकायम निवासी सफ्फाद ने कहा कि उनके माता-पिता को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिनसे संपर्क नहीं हो पाया है और उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

एक अन्य निवासी शफीक ने बताया कि वह और इलाके के करीब 300 लोग अब एक रिसॉर्ट में रह रहे हैं। हमें बताया गया है कि एनडीआरएफ की टीमें हमारे पास पहुंच गई हैं और हम बचाए जाने का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद करते हैं कि वे जल्दी से जल्दी हमारे पास पहुंच जाएं। तीन अन्य मंत्रियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना हुए राज्य के राजस्व मंत्री के. राजन ने कहा कि एमईजी बेंगलुरु से टीमों और राज्य की राजधानी से सेना की एक टीम को हवाई मार्ग से वहां पहुंचाया जा रहा है। कोच्चि से 50 सदस्यीय नौसेना दल भी वायनाड पहुंच रहा है। बताया जा रहा है कि भूस्खलन रात करीब 2 बजे हुआ।

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Tue, 30 Jul 2024 22:30:51 +0530 admin
राज्यसभा में बजट पर बोलते हुए नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा& हम वर्ल्ड इकोनॉमी में 15 प्रतिशत का योगदान दे रहे हैं https://aaj24x7live.com/726 https://aaj24x7live.com/726 नई दिल्ली
राज्यसभा में बजट पर बोलते हुए नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि हम वर्ल्ड इकोनॉमी में 15 प्रतिशत का योगदान दे रहे हैं। भारत का ग्रोथ रेट 6.8 प्रतिशत है, जो अमेरिका, जर्मनी, जापान, इंग्लैंड, फ्रांस जैसे विकसित देशों से कहीं अधिक है। एक समय पर भारत में 92 प्रतिशत मोबाइल विदेश से आयात होते थे। आज स्थिति यह है कि 97 प्रतिशत मोबाइल भारत में बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्टील उत्पादन में हम विश्व में नंबर दो पर आ गए हैं। विश्व में हम तीसरी सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल मार्केट बन गए हैं। इसका सीधा-सीधा मतलब यह है कि जेब में पैसा आया है, इसलिए खरीद बढ़ी है। उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की जानकारी देते हुए बताया कि पहले मेट्रो जहां देशभर के केवल पांच शहरों में थी, अब 20 शहरों में आ चुकी है। 2014 में देशभर में केवल 74 एयरपोर्ट्स थे, आज इनकी संख्या बढ़कर 149 हो चुकी है।

उन्होंने कहा कि मैं स्वास्थ्य मंत्री पहले भी रह चुका हूं, आज भी हूं और आज मुझे यह बताते हुए गर्व होता है कि अब देशभर में 706 मेडिकल कॉलेज हैं। यहां अंडर ग्रेजुएट सीट 1.8 लाख से अधिक हो चुकी है। आईआईटी की संख्या 16 से 23 हो गई है। आईआईएम 20 हो गई हैं। देश में पहले हाईवे 12 किलोमीटर प्रतिदिन की गति से बनते थे, आज 28 किलोमीटर प्रतिदिन की गति से बन रहे हैं। पहले यह साधारण शब्दावली थी कि कितना कैश में दोगे, कितना चेक में दोगे। कितना ऊपर से दोगे, कितना नीचे से दोगे।

जेपी नड्डा ने कहा कि आज हमारी औपचारिक अर्थव्यवस्था बढ़ी है। जन धन योजना के तहत आज 50 करोड़ लोगों का बैंक खाता खुला है। टैक्स कलेक्शन वर्ष 2014 में 6.3 लाख करोड़ था, वह आज 23.37 लाख करोड़ पहुंच गया है। जीएसटी का कलेक्शन 20.18 लाख करोड़ पहुंचा है। वित्तीय घाटा 5.6 प्रतिशत पर है। इसका फायदा होता है, बिग टिकट प्रोग्राम। यह बिग टिकट प्रोग्राम होता है, लोगों को अधिक फायदा पहुंचाना।

उन्होंने आयुष्मान भारत को विश्व का सबसे बड़ा हेल्थ प्रोग्राम बताते हुए कहा कि इसके तहत लोगों को 5 लाख रुपए तक का सालाना हेल्थ कवर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा के ऊपर आ गए हैं। उज्ज्वला योजना के तहत 10 करोड़ गैस कनेक्शन दिए गए। करोड़ों लोगों को नए बिजली कनेक्शन दिए गए। हम लोगों ने पहली कैबिनेट मीटिंग में फैसला लिया है कि 3 करोड़ घर बनाए जाएंगे। सिर्फ, 'जल जीवन मिशन' से ही लगभग दो करोड़ नौकरियां पैदा होंगी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में 3.24 लाख करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। 2,000 हजार रुपए की 17 इंस्टॉलमेंट में किसानों को राशि दी गई है। हर तीन महीने में इस योजना के तहत किसानों को 20 हजार करोड़ रुपए दिए जा रहे हैं।

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Tue, 30 Jul 2024 22:30:42 +0530 admin
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर में फिर से पारा चढ़ने लगा, न्यूनतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया https://aaj24x7live.com/710 https://aaj24x7live.com/710 नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर में फिर से पारा चढ़ने लगा है।  दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है। बीते कुछ दिनों से अधिकतम तापमान 38 डिग्री से ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है जो सामान्य से अधिक है। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली समेत आसपास के इलाकों में दिन में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। मंगलवार को शहर में सापेक्षित आर्द्रता का स्तर 78 प्रतिशत दर्ज की गई।

IMD ने ताजा पूर्वानुमान में कहा है कि दिन में आम तौर पर बादल छाए रहेंगे और बादलों के साथ लुका छिपी होती रहेगी। IMD ने इसके साथ हल्की से मध्यम बारिश होने और गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। ताजा बुलेटिन में मौसम विभाग ने कहा है कि बुधवार (31 जुलाई) को दिल्ली में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

IMD ने कहा है कि पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले चार से पांच दिनों तक भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के सात जिलों में अगले दो दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश, मेघगर्जन और बिजली चमकने का ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 30 जुलाई और दो अगस्त को राज्य के कुछ स्थानों पर भारी बारिश का ‘यलो अलर्ट’ भी जारी किया है।

ताजा बुलेटिन में IMD ने कहा है कि अगले चार-पांच दिन में मानसून की गतिविधियां तेज होने की संभावना है। इससे तेज वर्षा होगी। मौसम विभाग ने कहा कि मंगलवार और बुधवार को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।

आईएमडी के मुताबिक, पूर्वी मध्य प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश समेत गुजरात, विदर्भ, कोंकण-गोवा और छत्तीसगढ़ में पूरे हफ्ते भारी बारिश होने की संभावना है। केरल, माहे और लक्षद्वीप में अगले चार दिनों तक भारी से अतिभारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने केरल, कर्नाटक के तटीय और आंतरिक इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी के लिए  अगले दो दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावाएक अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

IMD ने कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, गुजरात के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, विदर्भ, मराठवाड़ा,  तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी राजस्थान, आंध्र प्रदेश, में हल्की बारिश हो सकती है।

 

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Tue, 30 Jul 2024 20:45:25 +0530 admin
चौंकाने वाला खुलासा: टल सकता था IAS कोचिंग हादसा, कोचिंग इंस्टीट्यूट का गेट पिछले साल भी बारिश के दौरान टूट गया था https://aaj24x7live.com/709 https://aaj24x7live.com/709 नई दिल्ली
दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर स्थित राउ आईएएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट में शनिवार को पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई। घटना के बाद कई विभागों की लापरवाही सामने आई है जो अगर समय पर कार्रवाई करते तो इस हादसे को होने से बचाया जा सकता था। अब एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि कोचिंग इंस्टीट्यूट का गेट पिछले साल भी बारिश के दौरान टूट गया था। इस साल भी यही गेट टूटा जिससे बेसमेंट में पानी भर गया और यह छात्रों का काल बन गया।

वीडियो में देखा जा सकता है कि कोचिंग सेंटर का मेन गेट टूटा गया है, जिससे परिसर में पानी भर रहा है। बताया जा रहा कि यह वीडियो 9 जुलाई, 2023 का है और इसे कोचिंग सेंटर के एक छात्र ने शूट किया था। वीडियो में दिख रहा है कि टूटे हुआ गेट बंद नहीं हो रहा है, जिससे बेसमेंट एरिया में पानी भर गया है। इस दौरान कोचिंग सेंटर के कर्मचारियों को गेट को हाथ से पकड़कर पानी को परिसर में घुसने से रोकने के लिए अथक प्रयास करते हुए देखा जा सकता है।

रिपोर्ट के अनुसार, एक छात्र ने कहा, 'पिछले साल का यह वीडियो साफ तौर पर दिखाता है कि गेट की समस्या कोई नई बात नहीं थी। अगर अधिकारियों को इस बारे में पता था, तो उन्होंने पहले से ही निवारक कदम क्यों नहीं उठाए?' बता दें कि शनिवार की घटना में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाली 25 साल की तान्या सोनी, 25 साल की श्रेया यादव और 28 साल के नेल्विन डेल्विन की मौत हो गई थी। गेट टूटने चंद मिनटों में बारिश का पानी बेसमेंट में भर गया और उन्हें बाहर निकलने का मौका नहीं मिला।

शुरुआत में कोचिंग सेंटर की एंट्री पर लगा लोहे का गेट बाढ़ के पानी को बेसमेंट में घुसने से रोक रहा था। लेकिन, एक तेज रफ्तार एसयूवी कार वहां से गुजरी और लहरों के दबाव से गेट टूट गया, जिससे बेसमेंट में पानी भर गया। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों- राजिंदर नगर स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट के चार सह-मालिकों तेजिंदर सिंह, परविंदर सिंह, हरविंदर सिंह और सरबजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा कार ड्राइवर मनोज कथूरिया को भी गिरफ्तार किया है।

 

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Tue, 30 Jul 2024 20:45:17 +0530 admin
मनरेगा के तहत 100 दिन काम दिया जाएगा: सरकार https://aaj24x7live.com/705 https://aaj24x7live.com/705 मनरेगा के तहत 100 दिन काम दिया जाएगा: सरकार

स्वदेश में उपकरण निर्माण कर देश बन रहा है आत्मनिर्भर: सरकार

देश के सभी हिस्सों में विकसित किये जा रहे हैं अन्न भंडारण केंद्र: सरकार

नई दिल्ली
 सरकार ने मनरेगा को लेकर अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा है कि मनरेगा को बढ़ाने के लिए हर कदम उठाए जाएंगे और हर गांव में इसके तहत 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।

ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि 100 दिन का रोजगार देना सरकार की प्रतिबद्धता है। मनरेगा के लिए मोदी सरकार ने तीन गुना प्रावधान किया है और जरूरत पड़ी तो इसे और बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह रोजगार की योजना है और ग्रामीण क्षेत्र के लिए इसे हर हाल में जारी रखा जाएगा।

ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने एक अन्य प्रश्न के जवाब में कहा कि मोदी सरकार ने मनरेगा का फंड कई गुना बढ़ाया है। सरकार मनरेगा के तहत हर गांव में 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है और यह काम तेजी से किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार मनरेगा का कार्य दिवस बढ़ा रही है और इसे 100 दिन का कर रही है। उनका कहना था कि राज्य सरकार मनरेगा को लेकर जो भी मांग करती है उसे पूरा किया जाता है।

स्वदेश में उपकरण निर्माण कर देश बन रहा है आत्मनिर्भर: सरकार

 सरकार ने कहा है कि देश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है और जिन उपकरणों का पहले विदेश से आयात होता था, उनका घरेलू स्तर पर ही निर्माण हो रहा है तथा जरूरत पूरा होने के बाद उनका निर्यात भी किया जा रहा है।

लोकसभा में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने मंगलवार को एक सवाल के जवाब में कहा कि योजना थी कि बड़ी कंपनी आएंगी तो छोटे उद्योग भी विकसित होते रहेंगे। छोटे उद्योगों को बढ़ाने की योजना को और महत्वपूर्ण बनाया जा रहा है और बड़ी संख्या में इसमें तेजी से निवेश आ रहा है। कई राज्यों में इसको लेकर अच्छा काम मिल रहा है और मेक इन इंडिया के तहत विनिर्माण क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। पहले जो उपकरण विदेश से आते थे, वे अब देश मे बन रहे हैं और घरेलू बाजार को बढ़ावा दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि लघु एवं कुटीर उद्योग बड़े उद्योगों के आने से स्वतः रोजगार से जुड़ जाते हैं, उन्हें बड़ी संख्या में काम मिलता है और उससे कई लोगों को रोजगार मिलता है। सरकार तेजी से स्वदेशी निर्माण का काम कर रही है और देश की कई कंपनियों को इसका लाभ मिल रहा है।
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अलग-अलग योजनाओं से देश को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।

देश के सभी हिस्सों में विकसित किये जा रहे हैं अन्न भंडारण केंद्र: सरकार

 सरकार ने कहा है कि किसानों की आय बढ़ाने और उनके लिए ढांचागत सुविधा विकसित करने के लिए देश के सभी हिस्सों में सरकार अन्न भंडारण की पर्याप्त व्यवस्था कर रही है ताकि किसान को खेती का पर्याप्त लाभ मिल सके।

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि किसान अन्नदाता है, वह हमें अन्न देता है इसलिए किसान जीवनदाता भी है। सरकार के लिए किसान सेवा भगवान सेवा जैसी है इसलिए किसान का उत्पादन बढ़ाना भी एक सेवा है। किसान पर्याप्त अन्न उत्पादन कर देश का पेट भर रहे हैं इसलिए अन्न के भंडारण जैसी ढांचागत सुविधा के लिए सरकार ने एक लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था की है और देश के हर हिस्से में अन्न भंडारण की व्यवस्था की जा रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को बेकार भूमि पर सोलर पैनल लगाने की सुविधा दी है। इससे वह बिजली बेचकर लाभ भी अर्जित कर सकता है और अपना सोलर पैनल लगाकर, वह इससे प्राप्त ऊर्जा से अपनी खेती को बढ़ाने का काम भी कर सकता है।
केंद्रीय मंत्री ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि जल्दी खराब होने वाली फसलों के रखरखाव के लिए कोल्ड स्टोरेज का तेजी से निर्माण किया जा रहा है और हर जगह के किसान को यह सुविधा मिले, इसके लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं।

 

 

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Tue, 30 Jul 2024 19:30:23 +0530 admin
अमरनाथ यात्रा 31 दिनों में 4.66 लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन https://aaj24x7live.com/700 https://aaj24x7live.com/700  जम्मू
 29 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ रही है। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को 1,477 श्रद्धालुओं का एक और जत्था जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना हुआ। इसी के साथ अब तक अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या 4.66 लाख हो गई है।

अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी। यह 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ समाप्त होगी। मंगलवार को 1,477 तीर्थयात्रियों का जत्था दो सुरक्षा काफिलों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुआ।

अधिकारियों ने बताया, "377 यात्रियों को लेकर 13 वाहनों का पहला सुरक्षा काफिला सुबह 3.25 बजे उत्तरी कश्मीर के बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। 1,100 यात्रियों को लेकर 39 वाहनों का दूसरा सुरक्षा काफिला भी उसी समय दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। दोनों काफिलों के आज दोपहर से पहले घाटी में पहुंचने की उम्मीद है।"

सीएपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के असाधारण सुरक्षा इंतजामों के कारण इस साल यात्रा शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से चल रही है।

गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना ​​है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है।

यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। भक्त या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से या फिर उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं।

पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग 48 किलोमीटर लंबा है। जिससे बाबा बर्फानी तक पहुंचने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं। दूसरा मार्ग बालटाल का है। ये 14 किलोमीटर लंबा है। इस मार्ग का चयन करने वाले लोग 'दर्शन' करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं।

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Tue, 30 Jul 2024 18:30:22 +0530 admin
पूजा खेडकर की मुश्किलें बढ़ी, केंद्र सरकार ने भेजा कारण बताओ नोटिस https://aaj24x7live.com/699 https://aaj24x7live.com/699 पुणे
ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पर लगे जालसाजी के एक के बाद एक आरोपों के बाद उनके लिए एक नई परेशानी खड़ी हो गई है। केंद्र सरकार के मानव संसाधन का ब्योरा रखने वाले कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग यानी डीओपीटी ने पूजा खेडकर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही उनसे 2 अगस्त तक उनके खिलाफ लगे आरोपों पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।

इस मामले से जुड़े डीओपीटी अधिकारियों ने बताया, "विभिन्न एजेंसियों के पूछताछ के बाद 26 जुलाई को ईमेल के साथ-साथ उनके पते पर भी कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। खेडकर को नोटिस का जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है।" वहीं एक अधिकारी ने कहा, "प्रक्रिया के अनुसार नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा गया है। वह डीओपीटी के सामने व्यक्तिगत रूप से पेश हो कर या लिखित जवाब भेज सकती हैं।" अधिकारी ने कहा कि यह पूजा खेडकर पर निर्भर करता है कि वह नोटिस का जवाब कैसे देती हैं। अधिकारी ने कहा है कि जवाब ना देने पर उन पर बड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, " अगर वह समय समय सीमा के अंदर जवाब देने में विफल रहती हैं तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।"

वहीं केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र सरकार की एक रिपोर्ट के आधार पर पूजा खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और दूसरे आरोपों की जांच के लिए एक एक सदस्यीय पैनल का गठन किया है। अगर खेडकर गलत दावे करने की दोषी पाई जाती हैं तो उनका चयन रद्द किया जा सकता है।

यूपीएससी की शिकायत के मद्देनजर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पहले ही खेडकर के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और जालसाजी का मामला दर्ज कर लिया है। पिछले हफ्ते समिति ने डीओपीटी सचिव को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। डीओपीटी की टीम इस रिपोर्ट के निष्कर्षों की जांच कर रही है और आवश्यक कार्रवाई की सिफारिश करने की तैयारी में भी है। डीओपीटी के अधिकारियों ने कहा है कि खेडकर को महाराष्ट्र के वाशिम से 23 जुलाई तक मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में रिपोर्ट करना था। हालांकि अकादमी के अधिकारियों ने सोमवार को पुष्टि की है कि उन्होंने अभी वहां रिपोर्ट नहीं किया है।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के लिए बता दें कि पूजा खेडकर 2023 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। पूजा को पुणे में प्रोबेशन पीरियड के दौरान एडीएम के तौर पर नियुक्त किया गया था। उनके ऊपर आरोप लगा कि काम को संभालने से पहले ही पूजा ने अनुचित मांगे करनी शुरू कर दी।

वह उनको मिलनी सुविधाओं की जानकारी कलेक्टर से मांग रही थीं। कलेक्टर ने इसकी शिकायत कर दी। पूजा खेडकर उस समय चर्चा में आईं जब उन पर अपनी निजी ऑडी कार पर लाल बत्ती लगाने का मामला सामने आया। इतना ही नहीं उन पर आस-पास के लोगों को धमकाने का आरोप भी लगा। पुणे जिला कलेक्टरेट में प्रशिक्षण के दौरान ऐसी सुविधाएं और भत्तों की मांग करके ताकत और विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप है, जिनकी वह हकदार नहीं थीं। इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

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Tue, 30 Jul 2024 18:30:15 +0530 admin
मेरे तीसरे टर्म में देश, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा:PM मोदी https://aaj24x7live.com/698 https://aaj24x7live.com/698 नईदिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 'जर्नी टूवार्ड्स विकसित भारत: ए पोस्ट यूनियन बजट 2024-25 कॉन्फ्रेंस' के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश ने 5 बड़ी आपदाओं का सामना किया, फिर भी विकास की रफ्तार नहीं रुकी. कोरोना महामारी के दौरान, हम चर्चाएं करते थे और उन चर्चाओं का केंद्र बिंदु 'गेटिंग ग्रोथ बैक' होता था. मैंने तब कहा था कि भारत बहुत जल्द विकास की राह पर दौड़ेगा. आज भारत की अर्थव्यवस्था 8% सालाना की रफ्तार से बढ़ रही है. आज हम सभी चर्चा कर रहे हैं- जर्नी टूवर्ड्स विकसित भारत.

हाई ग्रोथ और लो इंफ्लेशन वाला भारत इकलौता देश: PM मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आज जब सारे देश लो ग्रोथ और हाई इंफ्लेशन से जूझ रहे हैं, तो ऐसी परिस्थिति में हाई ग्रोथ और लो इंफ्लेशन वाला भारत इकलौता देश है. भारत ने ये ग्रोथ तब हासिल करके दिखाई है, जब पिछले 10 साल में अ​र्थव्यवस्था को झटका देने वाले अनेक संकट आए. हमने हर संकट का मुकाबला किया, हर चुनौती का समाधान किया. अगर ये संकट न आते तो आज भारत जहां पहुंचा है, उससे अधिक ऊंचाई पर होता.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'मैं जिस बिरादरी से आता हूं, उस बिरादरी की पहचान बन गई है कि चुनाव से पहले जो बाते करते हैं, वो चुनाव के बाद भुला देते हैं, लेकिन मैं उस बिरादरी में अपवाद हूं. इसलिए मैं आपको याद दिलाता हूं कि मैंने कहा था कि मेरे तीसरे टर्म में देश, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. भारत बहुत सधे हुए कदमों से लगातार आगे बढ़ रहा है. आज भारत, दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी आर्थिक ताकत है और वह दिन दूर नहीं जब भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.'

दस वर्षों में कैपिटल एक्सपें​डिचर 11 लाख करोड़ पहुंचा: PM मोदी

पीएम मोदी ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल से अपनी सरकार की तुलना करते हुए कहा, '2014 में, जब पिछली सरकार का आखिरी बजट आया था, वह ₹16 लाख करोड़ का था. आज हमारी सरकार में बजट तीन गुना बढ़कर ₹48 लाख करोड़ पहुंच गया है. 2004 में UPA सरकार की शुरूआत हुई और UPA सरकार के पहले बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर करीब 90 हजार करोड़ रुपये था. 10 साल सरकार चलाने के बाद यानी 2014 में UPA सरकार कैपिटल एक्सपेंडिचर का बजट 2 लाख करोड़ रुपये पहुंचा पाई थी. आज 10 वर्षों के बाद 2024 में कैपिटल एक्सपेंडिचर का बजट 11 लाख करोड़ रुपये ये भी ज्यादा है.'

हमने भारत को फ्रैजाइल फाइव से ग्रोथ की पटरी पर लौटाया: PM

पीएम मोदी ने कॉन्फ्रेंस में आए बिजनेस लीडर्स से कहा, 'मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि हमने जो प्रगति की है, उस पर विचार करें, चर्चा करें और उसकी सराहना करें – संकट की गहराई से लेकर सफलता की ऊंचाइयों तक. हमने भारत को उस 'महासंकट' से बाहर निकाला है और इसे प्रगति और विकास के एक चमकदार उदाहरण में बदल दिया है. जब हम 2014 में सत्ता में आए, तो हमारी सबसे बड़ी चुनौती अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना था, जो फ्रैजाइल फाइव संकट और लाखों करोड़ रुपये के बड़े घोटालों के कारण पटरी से उतर गई थी. आज, हमें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमने भारत को वापस पटरी पर ला दिया है.'

हम भारत में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 में, 1 करोड़ रुपये कमाने वाली MSMEs को प्रिजम्पटिव टैक्स देना होता था, आज यह दायर बढ़ाकर 3 करोड़ कर दिया गया है. 2014 में, 50 करोड़ कमाने वाली MSMEs को 30 प्रतिशत टैक्स देना होता था, आज ये रेट 22 प्रतिशत है. 2014 में, कंपनियां 30 प्रतिशत कॉर्पोरेट टैक्स देती थीं, आज 400 करोड़ रुपये तक की आय वाली कंपनियों के लिए ये रेट 25 प्रतिशत है. टेक्नोलॉजी ही वर्तमान है, टेक्नोलॉजी ही भविष्य है. आज जो भी देश सेमीकंडक्टर वैल्यू चेन में अपनी जगह बनाएगा, वो भविष्य में बड़ी भूमिका में रहेगा, इसलिए हम भारत में इस इंडस्ट्री को आगे बढ़ा रहे हैं. इसी तरह हम इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को भी बढ़ावा दे रहे हैं.
 

 

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Tue, 30 Jul 2024 18:30:08 +0530 admin
सदन में टीएमसी सांसद पर खूब गरजे शिवराज सिंह चौहान https://aaj24x7live.com/686 https://aaj24x7live.com/686 नई दिल्ली
 लोकसभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान ग्रामीण विकास मंत्रालय से संबंधित सवाल किए गए हैं। सदस्यों के सवाल का जवाब देने के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद ही सदन में मौजूद थे। पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर से सांसद कल्याण बनर्जी ने मनरेगा को लेकर सवाल किया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि मनरेगा मजदूरों को 100 दिन का काम नहीं मिल रहा है। इस पर मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। साथ ही कल्याण बनर्जी के आरोपों को खारिज कर दिया है।

ये था सवाल

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने संसद में कहा कि केंद्र सरकार की यह मैनेडेटरी ड्यूटी है कि मनरेगा मजदूरों को 100 दिन का काम उपलब्ध करवाए। यह कोई च्वाइस नहीं, इसे करना ही है। उन्होंने कहा कि मनरेगा मजदूरों को 100 दिनों का काम नहीं दिया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में मनरेगा मजदूरों को 100 दिन का काम नहीं दिया जा रहा है।

शिवराज सिंह चौहान ने दिए जवाब

कल्याण बनर्जी के आरोपों पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह हमारी प्रतिबद्धता है कि हम मनरेगा मजदूरों को 100 दिन का रोजगार दें, लेकिन जरूरी नहीं है, यह मांगने पर है। उन्होंने कहा कि कई परिवार ऐसे हैं, जो 50 दिन का रोजगार मांगते हैं। कोई 60 दिन का रोजगार मांगता है। जितने दिन जो रोजगार मांगता है, उसे उतने दिन का मिलता है। मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जरूरत पड़ने पर उस प्रावधान को और बढ़ाया जाएगा।

मजदूरों को रोजगार देने के लिए है योजना

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह योजना मजदूरों को रोजगार देने के लिए है। एक स्वर्गीय प्रधानमंत्री कहते थे कि एक रुपए भेजता हूं तो 15 पैसे पहुंचते हैं। नरेंद्र मोदी कहते हैं कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा। इस योजना का कोई दुरुपयोग और अनियमितता कर रहा है, फंड को डायवर्ट कर रहा है तो हम जनता के पैसे को खाने नहीं देंगे। हम वैसे लोगों पर जरूर कार्रवाई करेंगे। पश्चिम बंगाल ने ये किया है। पश्चिम बंगाल ने योजनाओं का नाम बदला है। वहां की सरकार आरोपियों अधिकारियों को बचा रही है।

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Tue, 30 Jul 2024 17:15:42 +0530 admin
पिकनिक मनाने आए शिवसेना नेता के बेटे को भीड़ ने पीटा, मौत, 11 आरोपी गिरफ्तार https://aaj24x7live.com/664 https://aaj24x7live.com/664 विरार
 अर्नाला पुलिस स्टेशन क्षेत्र के नवापुर स्थित एक रिसॉर्ट में रविवार को ठाणे से पिकनिक मनाने आए शिवसेना (यूबीटी) नेता के बेटे की ऑटो की टक्कर लगने पर हुए विवाद में स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। इससे उसकी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि पिटाई के दौरान उसकी हार्ट अटैक से मौत हुई है। मामले की जांच चल रही है।

जानकारी के अनुसार, ठाणे के शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व जिला प्रमुख रघुनाथ मोरे के बेटे मिलिंद मोरे (47) रविवार सुबह परिवार के साथ विरार (पश्चिम) अर्नाला के नवापुर स्थित सेवन सी रिसॉर्ट में पिकनिक मनाने आए थे। शाम साढ़े 5 बजे जाते वक्त मोरे के भतीजे को रिसॉर्ट में एक ऑटो ने ठोकर मार दी। इस बात को लेकर विवाद हो गया। आरोप है कि रिसॉर्ट के सभी कर्मचारी और स्थानीय लोग जमा हो गए। सभी ने मिलिंद को लात-घूसों से मारना शुरू कर दिया। बीच-बचाव में आए उनके चाचा जयराम मोरे, भतीजे कुणाल मोरे, प्रमोद मोरे, बहन कविता मढवी और सोनाक्षी सावंत के साथ भी मारपीट की। इस दौरान, मिलिंद की मौत हो गई।

11 आरोपी गिरफ्तार
सीनियर पीआई विजय पाटील ने बताया कि मोरे की मौत मारपीट के दौरान हार्ट अटैक से हुए है। हमने सोमवार देर शाम तक 11 आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान की जा रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। ऑटो चालकों, रिसॉर्ट के 10 कर्मचारियों और 8 से 10 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मिलिंद शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व उप शहर प्रमुख और पूर्व परिवहन समिति सदस्य रह चुके हैं।

हादसे के बाद रिसॉर्ट पर तोड़क कार्रवाई
रिसॉर्ट में हुई इस घटना की जानकारी जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मिली, तो उन्होंने तत्काल मनपा आयुक्त अनिल कुमार पवार को तोड़क कार्रवाई करने के आदेश दिए। सोमवार सुबह मनपा का तोड़क दस्ता बुल्डोजर लेकर रिसॉर्ट पहुंचा और पूरा रिसॉर्ट जमींदोज़ कर दिया। बता दें कि अर्नाला क्षेत्र में सैकड़ों रिसॉर्ट अवैध रूप से बनाए गए हैं।

 

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Tue, 30 Jul 2024 14:15:48 +0530 admin
NEET पेपर लीक मामले में CBI ने मुंबई से एक और सॉल्वर को किया गिरफ्तार https://aaj24x7live.com/663 https://aaj24x7live.com/663 मुंबई

नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई को एक और सफलता हाथ लगी है. मामले की जांच में जुटी टीम ने बीते शनिवार को सॉल्वर गैंग के सदस्य रौनक को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया. सोमवार (29 जुलाई) को उसे पटना लाया गया और सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया. सीबीआई की टीम ने उसके रिमांड की मांग की थी, जिसके बाद अदालत ने सीबीआई को रौनक की दो अगस्त तक की रिमांड दे दी है.

छात्रों की निशानदेही पर हुई गिरफ्तारी

शक है कि 5 मई को हुई नीट परीक्षा से एक दिन पहले 4 मई को रौनक हजारीबाग पेपर सॉल्व करने गया था. इससे पहले 18 जुलाई को इस मामले में सीबीआई ने पटना से एमबीबीएस के चार छात्रों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के बाद इन सभी को गिरफ्तार किया गया था और इसके बाद इनके हॉस्टल के कमरों को भी सील कर दिया गया. सूत्र के मुताबिक उन्हीं की निशानदेही पर रौनक की गिरफ्तारी हुई है. उम्मीद है कि रौनक से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.

इसके अलावा रिम्स की एक छात्रा सुरभि कुमारी को भी टीम ने गिरफ्तार किया था. इस छात्रा पर भी 5 मई को हजारीबाग में पेपर सॉल्व करने के लिए मौजूद होने का आरोप है. इन सभी से कड़ी पूछताछ की गई, जिसमें कई खुलासे हुए हैं. पूछताछ में ही ये खुलासा हुआ कि पटना एम्स के इन छात्रों को 5 मई को आयोजित परीक्षा से पहले लीक हुए पेपर को सॉल्व करने के लिए पटना के एक होटल में ले जाया गया था.

मामले में अब तक छह प्राथमिकी दर्ज

अब इस मामले में एक और आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है, जिससे सीबीआई दो अगस्त तक पूछताछ करेगी. बता दें कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने अब तक छह प्राथमिकी दर्ज की है. इस साल पांच मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर नीट-यूजी परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 23 लाख से ज़्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे.

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Tue, 30 Jul 2024 14:15:40 +0530 admin
जंगल में जंजीर से जकड़कर भाग गया पूर्व पति, महिला की लिखकर बताई कहानी https://aaj24x7live.com/662 https://aaj24x7live.com/662  सिंधुदुर्ग

महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में एक गांव के पास जंगलों में अमेरिका महिला जंजीर से जकड़ी हुई मिली थी। रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को एक चरवाहे ने जंगल में चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनी। वह जब पुलिस के साथ मौके पर पहुंचा तो हैरान रह गया। वहां एक 50 साल की महिला पेड़ से जंजीर से बंधी पड़ी थी। पुलिस ने महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया। उसके पास से एक अमेरिकी पासपोर्ट की फोटोकॉपी और आधार कार्ड मिला। वहीं महिला ने नोट लिखकर बताया कि उसके पति ने ही उसे जंगल में बांधा था। हालांकि इस बात की पुष्टि होनी बाकी है। डॉक्टरों का कहना है कि महिला मानसिक रूप से भी स्वस्थ नहीं हैं।

अस्पताल में महिला के द्वारा लिखे गए नोट के आधार पर ही उसके पूर्व पति के खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला ने दावा किया कि सोनुरली के जंगल में उसके पूर्व पति ने ही उसे बांधा था। इसके बाद वह वहां से भाग गया। महिला के पास से जो आधार कार्ड मिला था उसपर तमिलनाडु का पता था। महिला की पहचान ललिता कायी के रूप में हुई है। पुलिस ने पहले बताया था कि उसका वीजा खत्म हो चुका है और वह पिछले 10 सालों से भारत में रह रही है।

महिला को गोवा के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उसका उपचार कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि वह मानसिक समस्याओं से पीड़ित है। पुलिस को उसके पास से इलाज की कुछ नुस्खे वाली पर्चियां भी मिलीं। सिंधुदुर्ग जिले के पुलिस अधीक्षक सौरभ अग्रवाल ने कहा, ‘महिला द्वारा अस्पताल में लिखे गए नोट के आधार पर उसके पूर्व पति के खिलाफ हत्या का प्रयास, दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य और गलत तरीके से बंधक बनाने के आरोप में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत मामला दर्ज किया गया है।’

उन्होंने बताया कि आधिकारिक तौर पर अभी महिला का बयान दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, ‘पुलिस महिला के आरोप और दावों की पुष्टि करने में जुटी हुई है। हम उसके द्वारा लिखे गए नोट में हर दावे और जानकारी की पुष्टि कर रहे हैं।’उन्होंने कहा कि पुलिस को महिला के पास मिली दवाइयों से पता चलता है कि वह किसी मानसिक बीमारी का इलाज करा रही है।

एक अन्य अधिकारी के अनुसार, पुलिस को यह भी संदेह है कि वह ‘शिजोफ्रेनिया’ से पीड़ित है। उन्होंने बताया कि पुलिस दल उसके पति और अन्य रिश्तेदारों का पता लगाने के लिए फिलहाल तमिलनाडु और गोवा में हैं।

 

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Tue, 30 Jul 2024 14:15:31 +0530 admin
Lok Sabha elections: जितने वोट पड़े नहीं थे उससे अधिक गिन लिए गए, 362 सीटों पर 5.54 लाख वोट कम गिने गए, ADR की रिपोर्ट https://aaj24x7live.com/661 https://aaj24x7live.com/661 नई दिल्ली

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर दावा किया है कि 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए मतों और गिने गए मतों की संख्या में अंतर है. एडीआर के विश्लेषण के अनुसार, हाल के लोकसभा चुनावों में 362 संसदीय क्षेत्रों में पड़े कुल वोटों से 5,54,598 वोट कम गिने गए. वहीं 176 संसदीय निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पड़े कुल वोटों से 35,093 वोट अधिक गिने गए. इस मामले पर चुनाव आयोग की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

एडीआर के संस्थापक जगदीप छोकर ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'फाइनल पोलिंग डेटा रिलीज करने में अत्यधिक देरी, अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों और मतदान केंद्रों पर हुई वोटिंग के आंकड़े उपलब्ध नहीं होना और क्या चुनाव परिणाम अंतिम मिलान किए गए डेटा के आधार पर घोषित किए गए थे, इसकी अस्पष्टता चुनाव परिणामों की प्रमाणिकता के बारे में चिंता और संदेह पैदा करते हैं.' हालांकि, एडीआर ने यह नहीं बताया कि वोटों के इस अंतर से कितनी सीटों पर अलग नतीजे आए.

चुनाव आयोग उचित स्पष्टीकरण देने में विफल रहा: ADR

एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव आयोग अब तक इस बारे में कोई उचित स्पष्टीकरण देने में विफल रहा है कि उसने वोटों की गिनती पर अंतिम और प्रामाणिक डेटा जारी करने से पहले चुनाव परिणाम घोषित क्यों किए. ईवीएम में पड़े वोटों, उनकी गिनती में अंतर, चुनाव संपन्न होने के कुछ दिन बाद अंतिम मतदान प्रतिशत में वृद्धि, बूथ वाइज डाले गए वोटों की संख्या का खुलासा न करना, डाले गए वोटों के आंकड़े जारी करने में अनुचित देरी और अपनी वेबसाइट से कुछ डेटा को हटाने पर भी चुनाव आयोग की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है.

एडीआर के फाउंडर जगदीप छोकर ने कहा, 'लोकसभा चुनाव 2019 के चुनावों में देखे गए कई उल्लंघनों, अवैधताओं और अनियमितताओं की गंभीर घटनाओं को निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव 2024 में दोहराये जाने से रोकने के लिए उचित कदम उठाने में विफल रहा है. इससे मतदाताओं के मन में संदेह पैदा हो गया है. इन आशंकाओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इनके समाधान के प्रयास होने चाहिए.'

538 सीटों पर डाले गए और गिने गए मतों में अंतर मिला

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि आम चुनाव 2024 के नतीजों की घोषणा करते समय डाले गए और गिने गए वोटों में अमरेली, अटिंगल, लक्षद्वीप और दादरा नगर हवेली और दमन दीव को छोड़कर 538 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विसंगतियां दिखाई दीं. सूरत संसदीय सीट पर कोई मुकाबला नहीं था, क्योंकि यहां से बीजेपी प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हुई थी. इस तरह 538 संसदीय सीटों पर डाले गए और गिने गए मतों में 589691 का अंतर है.

लोकसभा चुनावों के पहले 6 चरणों में कोई विसंगी नहीं

स्वतंत्र पत्रकार पूनम अग्रवाल ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि डाले गए वोटों और गिने गए वोटों के आंकड़ों का विश्लेषण करते समय मुझे बिल्कुल यही परिणाम मिला. उन्होंने कहा, 'लोकसभा चुनावों के पहले 6 चरणों के लिए, ईसीआई के वोटर टर्नआउट ऐप ने मतदाताओं की सटीक संख्या प्रदर्शित की. हालांकि, अंतिम यानी 7वें चरण में इस ऐप पर डाले गए वोटों के आंकड़े सिर्फ प्रतिशत में दिए गए और पिछला डेटा हटा दिया गया.

2019 में पड़े और गिने गए वोटों में था 739104 का अंतर

विशेषज्ञों और एडीआर की टीम द्वारा 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर किए गए रिसर्च के अनुसार, '542 निर्वाचन क्षेत्रों के विश्लेषण में 347 सीटों पर विसंगतियां दिखाई दी थीं. 195 सीटों पर कोई भी विसंगति नहीं थी. ये विसंगतियां 1 वोट (न्यूनतम) से लेकर 101323 वोट यानी कुल पड़े वोटों का 10.49 प्रतिशत (उच्चतम) तक थीं. 6 सीटें ऐसी थीं जहां डाले गए वोटों और गिने गए वोटों का अंतर जीत के अंतर से ज्यादा था. कुल मिलाकर डाले गए और गिने गए वोटों में 739104 का अंतर था.'

 

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Tue, 30 Jul 2024 14:15:22 +0530 admin
वायनाड में भीषण बारिश, लैंडस्लाइड, मलबे में दबे 100 से ज्यादा लोग, 11 की मौत… रेस्क्यू के लिए सेना तैनात https://aaj24x7live.com/653 https://aaj24x7live.com/653 वायनाड
केरल के वायनाड जिले में भारी बारिश के बाद हुए भयानक भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। मेप्पडी के पास कई पहाड़ी इलाकों में हुई इस दुर्घटना में कई लोगों के मारे जाने की आशंका है। मलबे में सैकड़ों लोग फंसे हो सकते हैं। बचाव अभियान जारी है, लेकिन भारी बारिश से राहत और बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। मंगलवार तड़के मेप्पडी के पास मुंडक्कई और चुरालमाला में भूस्खलन हुआ। इस हादसे में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। चुरालमाला में एक बच्चे सहित चार लोगों की मौत हुई है, जबकि थोंडरनाड गांव में एक नेपाली परिवार के एक साल के बच्चे की मौत हो गई है।

केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने बताया कि अग्निशमन विभाग और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। केएसडीएमए ने फेसबुक पर एक पोस्ट में बताया कि बचाव अभियान में मदद के लिए कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी वायनाड रवाना किया गया है। प्रभावित इलाकों के लोगों ने सैकड़ों लोगों के भूस्खलन के मलबे में दबे होने की जानकारी दी है। अधिकारियों ने कहा कि लगातार जारी भारी बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है।

पीएम ने की ये घोषणा
वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूँ। प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान अभी चल रहा है। केरल के मुख्यमंत्री से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।प्रधानमंत्री ने वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

राहुल गांधी ने जताया दुख
राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वायनाड के मेप्पडी में हुए भारी भूस्खलन से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।

चूरालमाला से मुंडक्कई तक का रास्ता बहा
भारी बारिश के कारण चूरालमाला का बाजार क्षेत्र मलबे से भर गया है और कई लोगों के वहां फंसे होने की आशंका है। बारिश के कारण बचाव दल को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। चूरालमाला से मुंडक्कई तक का रास्ता बह जाने से बचाव कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने चूरालमाला को मुंडक्कई से जोड़ने वाले पुल को बहा दिया, जिससे मुंडक्कई का संपर्क टूट गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला भूस्खलन मंगलवार सुबह 2 बजे हुआ और दूसरा भूस्खलन सुबह 4 बजे हुआ। मुंडक्कई में फंसे लोगों को बचाने के लिए NDRF की 20 सदस्यीय टीम रवाना हो गई है। हैरिसन मलयालम प्लांटेशन के अधिकारियों ने बताया कि दो डिवीजनों के लगभग 200 कर्मचारियों को एक एस्टेट बंगले में रखा गया है। राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि कोयम्बटूर से हेलीकॉप्टर मंगवाकर बचाव अभियान शुरू करने की कोशिश की जा रही है।

हेल्पलाइन नंबर जारी
जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है। स्वास्थ्य विभाग- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने आपातकालीन सहायता के लिए एक नियंत्रण कक्ष खोला है और हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए हैं। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH सुबह 7.30 बजे सुलूर से रवाना हुए। बचाव कार्यों का समन्वय किया जा रहा है।

सेना की टुकड़ी तैनात

हादसे की भयावहता को देखते हुए सेना से रेस्क्यू ऑपरेशन का अनुरोध किया गया था, जिसके बाद सेना ने 4 टुकड़ियां जुटाई गई हैं. इनमें 122 इन्फैंट्री बटालियन (प्रादेशिक सेना) की दो टुकड़ियां और कन्नूर के DSC सेंटर की 2 टुकड़ियां शामिल हैं. बचाव अभियान के लिए अब तक तैनात सेना की कुल संख्या लगभग 225 है, जिसमें चिकित्सा कर्मी भी शामिल हैं.

इलाके के सीएमओ के मुताबिक भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है. यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया है. आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं. वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH सुबह 7.30 बजे तमिलनाडु के सुलूर से रवाना कि जाएंगे.

 

250 बचावकर्मी चला रहे रेस्क्यू ऑपरेशन

वायनाड चूरलमाला में बचाव अभियान में अग्निशमन एवं बचाव, नागरिक सुरक्षा, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया दल के 250 सदस्य शामिल हैं. एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम को तुरंत मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है.

केरल के पांच जिलों में अलर्ट जारी

राज्य सरकार ने 5 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी हुआ है, उनमें कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड और मल्लपुरम शामिल है. इन जिलों में अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

CMO की तरफ से जारी किया गया बयान

लैंडस्लाइड के बाद सीएमओ की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि भूस्खलन को देखते हुए थामरसेरी दर्रे से होकर जरूरी वाहनों के अलावा दूसरे वाहनों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. दर्रे से होकर जाने वाले रासते को प्रशस्त करने के लिए सभी को तत्पर रहने को कहा गया है. ताकी दर्रे में ट्रैफिक जाम न हो और बचाव सामग्री मुंदकई तक पहुंचाई जा सके.

कलेक्टर के सरकारी कर्मचारियों को ये निर्देश

वायनाड कलेक्टर ने सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में उपस्थित रहने और आवश्यकतानुसार बचाव और राहत गतिविधियों के समन्वय में शामिल होने का निर्देश दिया है. कलेक्टर ने कहा है कि बिना पूर्व अनुमति के किसी को भी जिला नहीं छोड़ना है.

वायनाड से सांसद रहे हैं राहुल गांधी

बता दें कि वायनाड कांग्रेस के दिग्गज नेता और वर्तमान में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का लोकसभा क्षेत्र रह चुका है. इस साल (2024) भी राहुल गांधी ने रायबरेली के साथ-साथ वायनाड से भी लोकसभा चुनाव जीता था, हालांकि बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी.

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Tue, 30 Jul 2024 12:30:24 +0530 admin
रेलवे इन रूट्स पर चलाएगा जन्माष्टमी स्पेशल ट्रेनें, चेक करें टाइमिंग https://aaj24x7live.com/652 https://aaj24x7live.com/652  अहमदाबाद
जन्माष्टमी के त्योहार को देखते हुए पश्चिम रेलवे द्वारा यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अहमदाबाद और ओखा के बीच जन्माष्टमी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन विशेष किराए पर चलाने का निर्णय लिया गया है. दरअसल, त्योहारों के समय ट्रेनों में भारी भीड़ और टिकटों की लंबी वेटिंग को देखते हुए रेलवे प्रशासन की तरफ से ये स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया गया है.

यहां देखें ट्रेन की लिस्ट

ट्रेन संख्या 09453/09454 अहमदाबाद-ओखा सुपरफास्ट स्पेशल (कुल 2 ट्रिप)

ट्रेन संख्या 09453 अहमदाबाद-ओखा स्पेशल 25 अगस्त (रविवार) को अहमदाबाद से सुबह 07:45 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन 17:00 बजे ओखा पहुंचेगी.

इसी तरह ट्रेन संख्या 09454 ओखा-अहमदाबाद स्पेशल 26 अगस्त (सोमवार) को ओखा से सुबह 05:30 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन 15:00 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी.

इन मार्गों से गुजरेगी ट्रेन

मार्ग में दोनों दिशाओं में यह ट्रेन चांदलोडिया, विरमगाम, सुरेंद्रनगर, थान, वांकानेर, राजकोट, हापा, जामनगर, खंभालिया और द्वारका स्टेशनों पर रुकेगी. इस ट्रेन में स्लीपर और जनरल श्रेणी के कोच रहेंगे.

ऐसे करें बुकिंग

ट्रेन संख्‍या 09453/09454 की बुकिंग 31 जुलाई से सभी पीआरएस काउंटरों और आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर शुरू होगी. वहीं ट्रेनों के मार्ग, समय, ठहराव और संरचना से सम्बंधित विस्तृत जानकारी www.enquiry.indianrail.gov.in पर उपलब्ध करवाई गई है.

 

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Tue, 30 Jul 2024 12:30:12 +0530 admin
छह बार सांसद रहे भाजपा के नेता बृजभूषण शरण सिंह ने कहा&अब भाजपा मौका नहीं देगी https://aaj24x7live.com/649 https://aaj24x7live.com/649 नई दिल्ली
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और छह बार सांसद रहे भारतीय जनता पार्टी के चर्चित नेता बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि अब भाजपा उनको मौका नहीं देगी। बृृजभूषण शरण सिंह ने भाजपा के फिर मौका देने के सवाल पर कहा कि भाजपा अब उन्हें कभी मौका नहीं देगी। पूर्व सांसद ने कहा कि वो जानते हैं कि पार्टी उन्हें अब मौका नहीं देगी। सिंह ने कहा कि वो मुंगेरी लाल के हसीन सपने नहीं देखते, जिनको देखना है, उनको देखने दीजिए। बताते चलें कि महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप लगने के बाद कुश्ती संघ में कुर्सी गंवा चुके कैंसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह मुकदमे का सामना कर रहे हैं।

लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटकर उनके बेटे करण भूषण सिंह को लड़ा दिया था। करण भूषण सिंह ने सपा के राम भगत मिश्रा को लगभग डेढ़ लाख वोट के अंतर से हराकर अपने पिता की सीट पर भाजपा का कब्जा कायम रखा। बृजभूषण शरण सिंह के एक और बेटे प्रतीक भूषण सिंह गोण्डा विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक हैं।

परसपुर में समाजवादी पार्टी के नेता ओम प्रकाश सिंह के परिजनों से मिलने के बाद पूर्व सांसद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार अपराधियों के साथ नहीं है। ये सब लोग जानते हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि ओम प्रकाश सिंह की हत्या के मामले में पुलिस अपना काम कर रही है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग की है क्योंकि परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है। परिवार में छोटे-छोटे बच्चे हैं। सिंह ने बुलडोजर के सवाल पर कहा कि ग्राम समाज या चकरोड पर बना हो तो चल सकता है। लेकिन गिराने की एक प्रक्रिया है।

 

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Tue, 30 Jul 2024 11:15:27 +0530 admin
दिल्ली कोचिंग हादसे पर अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा ऐक्शन लिया, जांच के लिए बनाई कमेटी, 30 दिनों में आएगी रिपोर्ट https://aaj24x7live.com/648 https://aaj24x7live.com/648 नई दिल्ली
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्रनगर इलाके में स्थित एक कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की दर्दनाक मौत पर अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा ऐक्शन लिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस हादसे की जांच के लिए एक कमेटी बना दी है। यह कमेटी बेसमेंट हादसें की वजह की जांच करेगी। इसके अलावा इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है यह कमेटी इस बात का भी पता लगाएगी। गृह मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि यह कमेटी जरुरी उपायों के बारे में बताएगी और साथ ही साथ यह भी बताएगी कि नियमों में किस तरह के बदलाव की जरुरत है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तऱफ से बनाई गई इस कमेटी में एडिशनल सेक्रेटरी (MoUHA), प्रधान सचिव (गृह), दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी, अग्निशमन सलाहकार और संयुक्त सचिव और गृह मंत्रालय संयोजक के तौर पर शामिल होंगे। यह कमेटी 30 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी। दिल्ली कोचिंग सेंटर की घटना पर मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि गृह मंत्रालय की कमेटी कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी और नीतिगत बदलावों की सिफारिश करेगी।

अब तक 7 लोग गिरफ्तार
दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने के बाद, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत शनिवार को हो गई थी। पुलिस ने बताया था कि इस घटना में मारे गए छात्रों की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की श्रेया यादव (25), तेलंगाना की तान्या सोनी (25) और केरल में एर्नाकुलम के नवीन दलविन के रूप में की गई है। इस दर्दनाक घटना के बाद छात्र आक्रोशित हो गए थे और लगातार मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग भी कर रहे थे। छात्र दिल्ली की सड़कों पर लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है और कोचिंग संस्थान के मालिक और कोऑर्डिनेटर समेत सात लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है।

लोकसभा में भी उठा मामला
दिल्ली के 'राव आईएएस स्टडी सर्किल'  में पढ़ने वाले तीन छात्रों की मौत का मामला लोकसभा में भी गूंजा था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बांसुरी स्वराज ने शून्यकाल शुरू होते ही कोचिंग में हादसे में दो छात्राओं और एक छात्र की मौत का मुद्दा उठाते हुए कहा कि दिल्ली के राजेन्द्र नगर में एक हृदय विदारक घटना हुई जिसमें तीन बच्चों की जान चली गयी। ये बच्चे अपना भविष्य उज्ज्वल करने आये थे लेकिन दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण इनकी जान चली गई। उन्होंने कहा कि एक दशक से आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में है लेकिन सरकार दिल्लीवासियों के लिए कोई काम नहीं कर रही है। पिछले दो साल से दिल्ली नगर निगम में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है। उन्होंने सरकार से मामले की जांच कराने की मांग की।

 

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Tue, 30 Jul 2024 11:15:16 +0530 admin
भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने आज लोकसभा में देश में सांप के काटने से होने वाली मौत का मामला उठाया https://aaj24x7live.com/641 https://aaj24x7live.com/641 नई दिल्ली
भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने सोमवार को लोकसभा में देश में सांप के काटने से होने वाली मौत का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि देश में हर साल सांप के काटने से करीब 50,000 लोगों की जान जाती है, जो दुनिया में सबसे अधिक है। सारण सांसद ने इस दौरान कहा कि पूरे भारत में प्रत्येक वर्ष 30-40 लाख लोगों को सांप काटते हैं।

हर साल होती है करीब पचास हजार लोगों की मौत: भाजपा सांसद
भाजपा सांसद ने लोकसभा में चर्चा के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए सांप के काटने से होने वाली मौतों पर हैरानी जाताई। उन्होंने कहा कि हर साल इससे करीब पचास हजार लोगों की मौत होती है, जिसको रोका जा सकता है। उन्होंने इस दौरान बिहार का भी जिक्र किया। बिहार सबसे गरीब राज्य है, जो गरीबी और प्राकृतिक आपदाओं दोनों से जूझ रहा है। पूरे भारत में 30 से 40 लाख लोगों को सांप काटता है, जिसमें से 50,000 लोग मरते हैं, जो दुनिया में इससे होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा है। पूरे देश में सांप के काटने से होने वाली मौतों को रोका जा सकता है।

जलवायु परिवर्तन का भी दिख रहा असर
रूडी ने कहा बिहार सबसे गरीब राज्य है, जो वर्तमान में गरीबी और आपदाओं की दोहरी मार से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण भी इसमें बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।

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Tue, 30 Jul 2024 10:15:44 +0530 admin
सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार विवादों के सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान के लिए विशेष लोक अदालत की हुई शुरुआत https://aaj24x7live.com/640 https://aaj24x7live.com/640 नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार विवादों के सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान के लिए सोमवार को दोपहर दो बजे से विशेष लोक अदालत की शुरुआत की, जिसमें मीडिया कैमरों को भी अदालत कक्षों के अंदर जाने की अनुमति दी गई है। 29 जुलाई से लेकर 3 अगस्त तक चलने वाली इस विशेष लोक अदालत में हजारों मामले निपटने की उम्मीद है।

विवादों का होगा निपटारा
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट अपनी 75वीं वर्षगांठ पर पहली बार पांच दिवसीय विशेष लोक अदालत का आयोजन कर रहा है। प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली अदालत सहित सुप्रीम कोर्ट की सात अदालतों में विशेष लोक अदालतें लगेंगी जो मध्यस्थता करते हुए पक्षकारों की रजामंदी से विवादों को निपटाएंगी।

CJI ने क्या कहा?
वहीं, मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय की पहली सात पीठें दोपहर दो बजे विशेष लोक अदालत में मामलों की सुनवाई करेंगी। उन्होंने कहा कि विशेष लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य कोर्ट में लंबित मामले को कम करना है।

प्रधान न्यायाधीश ने नागरिकों से की ये अपील
शीर्ष न्यायाधीश ने इससे पहले लोगों से विशेष लोक अदालत में आने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा था कि लोक अदालत हमारे नागरिकों से संबंधित मामलों को पूरी तरह से स्वैच्छिक, सहमतिपूर्ण तरीके से उनकी संतुष्टि के अनुसार हल करने के लिए एक बहुत ही अनौपचारिक प्रौद्योगिकी-आधारित समाधान का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने शीर्ष अदालत में लंबित मामलों को लेकर कहा कि लोग इसका लाभ उठाएं।

विशेष लोक अदालत में इन मामलों का होगा निपटारा
मालूम हो कि विशेष लोक अदालत में वैवाहिक विवाद, संपत्ति विवाद, मोटर दुर्घटना दावा, जमीन अधिग्रहण, मुआवजा, सर्विस और लेबर आदि मामलों का निपटारा किया जाएगा। लोक अदालतें मध्यस्थता के जरिए विवाद के हल का मंच उपलब्ध करा लंबित मामलों के सौहार्दपूर्ण समाधान की राह बनाती हैं।

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Tue, 30 Jul 2024 10:15:37 +0530 admin
दिल्ली में एक IAS कोचिंग सेंटर हादसे के बाद छात्र ने CJI चंद्रचूड़ को लिखा पत्र, ‘हम नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर’ https://aaj24x7live.com/639 https://aaj24x7live.com/639 नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने से शनिवार शाम तीन छात्रों की डूबकर मौत हो गई। वहीं, अब इस मामले में एक छात्र ने मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिख कर राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर जैसे क्षेत्रों में खराब बुनियादी ढांचे की ओर ध्यान दिलाया है।  

अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
छात्र अविनाश दुबे ने सीजेआई को लिखे अपने पत्र में आरोप लगाया है कि वह दिल्ली में नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। अपने पत्र में छात्र ने सीजेआई चंद्रचूड़ से तीन साथी छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग के साथ-साथ अन्य छात्रों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा की भी मांग की है।

सीजेआई से लगाई ये गुहार
अविनाश दुबे ने एक इमारत के बेसमेंट में तीन छात्रों के डूबने की घटना का जिक्र किया है। अपने पत्र में छात्र ने प्रधान न्यायाधीश से गुहार लगाते हुए लिखा- मुखर्जी नगर और राजेंद्र नगर जैसे इलाके नगर निगम की लापरवाही के कारण कई सालों से हर साल जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। हमें घुटनों तक भरे नाले के पानी में चलना पड़ता है। अपनी परीक्षा की तैयारी करने के लिए हमें यहां नरक जैसी जिंदगी जीनी पड़ रही है। अपनी शिकायत में उसने कहा कि बाढ़ और सीवेज का पानी कभी-कभी घरों में भी घुस जाता है।

13 कोचिंग सेंटर में लगा ताला
वहीं, तीन छात्रों की मौत के बाद अब दिल्ली नगर निगम (MCD) की आंखें खुली है। इस दुखद हादसे के बाद MCD ने पुराने राजिंदर नगर इलाके के 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है। ये सभी नियमों का उल्लंघन करते पाए गए है। वहीं, दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय के मुताबिक, नगर निगम की एक टीम ने रविवार को इलाके के कई कोचिंग सेंटरों की जांच की और पता लगाया कि इस इलाके में कितने कोचिंग सेंटर है, जिनकी क्लासेस बेसमेंट में होती है। एमसीडी को ऐसे 13 सेंटर मिले, जिन्हें अब सील कर दिया गया है।

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Tue, 30 Jul 2024 10:15:28 +0530 admin
सरकार द्वारा देश के छात्र&छात्राओं के लिए है पीएम यशस्वी योजना के तहत लाभ लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल से भरे जाएंगे फार्म https://aaj24x7live.com/638 https://aaj24x7live.com/638 नई दिल्ली
ओबीसी, ईबीसी, डीएनटी वर्ग के कक्षा 9वीं से 12वीं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए भारत सरकार की पीएम यशस्वी योजना के ऑनलाइन आवेदन एनएसपी पोर्टल भरे जा रहे हैं। योजना का उद्देश्य ओबीसी, ईबीसी और डीएनटी श्रेणियों के मेधावी विद्यार्थियों को कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं पूरी करने तक उनकी शिक्षा का वित्तपोषण कर के प्रीमियम शिक्षा प्रदान करना है।

पीएम यशस्वी योजना अंतर्गत नेशनल स्कालरशिप पोर्टल पर आवेदन करते समय वन टाइम रजिस्ट्रेशन का नया विकल्प विद्यार्थियों के लिए दिया गया है। जिले के समस्त शासकीय, अशासकीय विद्यालय के प्राचार्य छात्र/छात्राओं को इससे अवगत कराए। जिससे विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या न हो।

अजाक्स के ब्लाक अध्यक्ष लिलोरिया का स्वागत किया
अजाक्स के हाटपीपल्या तहसील अध्यक्ष पीरुलाल मालवीय एवं उनके साथियों ने नंदराम लिलोरिया के बागली का ब्लाक अध्यक्ष बनने पर पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया। विक्रम सिंह परमार संभागीय सचिव, रमेशचंद सिंदल सचिव, अनोखीलाल राजोरिया कोषाध्यक्ष, विनोद सोलंकी, राजाराम मंडलोई, विक्रम सोलंकी, सागरमल चौहान, कमल सिंह भूरिया आदि ने स्वागत किया।

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Tue, 30 Jul 2024 10:15:20 +0530 admin
खालसा पंथ की शान और सम्मान का प्रतीक निशान साहिब का रंग अब केसरिया नहीं होगा, SGPC का फैसला https://aaj24x7live.com/637 https://aaj24x7live.com/637 चंडीगढ़
खालसा पंथ की शान और सम्मान का प्रतीक निशान साहिब का रंग अब केसरिया नहीं होगा। सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने आदेश जारी किए हैं कि अब से इसका रंग बसंती होगा। यह फैसला शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने श्री अकाल तख्त साहिब में हुई पांच सिंह साहिबान की बैठक के बाद लिया है। एसजीपीसी की ओर से एक पत्र जारी कर इस बात की जानकारी दी गई है।

भ्रामक रंग है भगवा, हिंदू धर्म के प्रतीक भगवा रंग से मिलता-जुलता
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कहा है कि केसरी निशान साहिब को लेकर संगत के बीच दुविधा थी। कुछ मामले श्री अकाल तख्त साहिब के ध्यान में आए जिसके बाद इस पर चर्चा हुई। पांच सिंह साहिबानों की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई कि निशान साहिब का रंग बेशक भगवा है, लेकिन गलती से यह हिंदू धर्म के प्रतीक भगवा रंग से मिलता-जुलता है। इस कारण कई बार संगत के लोग या अजनबी लोग इसमें अंतर नहीं कर पाते हैं और दोनों को एक ही समझ लेते हैं। इसी दुविधा को दूर करने के लिए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि क्योंकि सिख धर्म हिंदू धर्म से अलग है, इस कारण कभी-कभी कुछ लोग यह प्रचार करते हैं कि हिंदू और सिख एक ही धर्म हैं। इस तरह के भ्रम से बचने के लिए यह फैसला लिया गया है।

फैसला किसी धर्म या भगवा रंग के खिलाफ नहीं : ग्रेवाल
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि उनका फैसला किसी धर्म या भगवा रंग के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि सर्कुलर को किसी धर्म से जोड़कर विवाद पैदा नहीं किया जाना चाहिए। यह फैसला कोई नया नहीं है। अनुपालन परिपत्र बिना किसी तय मानक के जारी किया गया है।

सिखों के लिए पवित्र ध्वज होता है निशान साहिब
निशान साहिब सिखों के लिए पवित्र ध्वज होता है। यह हर गुरुद्वारे के बाहर फहराता रहता है। इसे वो अपनी धार्मिक रैलियों या धार्मिक-राजनीतिक रैलियों में भी इस्तेमाल करते हैं। अपने वाहनों में सबसे ऊपर लगाकर भी चलते हैं। ये पवित्र त्रिकोणीय ध्वज कॉटन या रेशम के कपड़े का बना होता। इसके सिरे पर एक रेशम की लटकन होती है। इसे हर गुरुद्वारे के बाहर एक ऊंचे ध्वजडंड पर फहराया जाता है। सिख परंपरा के अनुसार निशान साहिब को फहरा रहे डंड में ध्वजकलश (ध्वजडंड का शिखर) के रूप में एक दोधारी खंडा (तलवार) होता है और डंडे को पूरी तरह कपड़े से लपेटा जाता है। झंडे के बीच में एक खंडा चिह्न होता है।

 

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Tue, 30 Jul 2024 10:15:10 +0530 admin
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत&चीन सीमा विवाद में किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप से इनकार किया https://aaj24x7live.com/635 https://aaj24x7live.com/635 नई दिल्ली
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत-चीन सीमा विवाद में किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप से इनकार किया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच मुद्दे का समाधान उन्हीं दोनों को निकालना है। जयशंकर ने जापान की राजधानी टोक्यो में संवाददाता सम्मेलन में कई सवालों के जवाब दिए। इस दौरान उन्होंने कहा, 'भारत और चीन के बीच वास्तविक मुद्दे को सुलझाने के लिए हम अन्य देशों की ओर नहीं देख रहे हैं।' क्वाड समूह के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए टोक्यो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चीन के साथ भारत के संबंध अच्छे नहीं हैं।

एस जयशंकर ने कहा, 'हमारे बीच एक समस्या है, या मैं कहना चाहूंगा कि भारत और चीन के बीच एक मुद्दा है। मुझे लगता है कि हम दोनों को इस पर बात करनी चाहिए और समाधान निकालना चाहिए।' उन्होंने इस महीने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ दो बार हुई अपनी बैठक को भी याद किया। विदेश मंत्री ने कहा, 'जाहिर है कि दुनिया के अन्य देशों की भी इस मामले में रुचि होगी, क्योंकि हम 2 बड़े देश हैं। हमारे संबंधों की स्थिति का बाकी दुनिया पर प्रभाव पड़ता है। लेकिन, हम अपने बीच के वास्तविक मुद्दे को सुलझाने के लिए अन्य देशों की ओर नहीं देख रहे हैं।'

पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध पर चर्चा
जयशंकर और वांग की पिछले सप्ताह लाओस की राजधानी में मुलाकात हुई थी, जहां उन्होंने दक्षिण पूर्व एशियाई संगठन (आसियान) की बैठकों में भाग लिया था। बैठक के दौरान, उन्होंने मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध के बाद सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए मजबूत मार्गदर्शन देने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की थी। 4 जुलाई को जयशंकर और वांग ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन के दौरान कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में मुलाकात की थी।

 

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Mon, 29 Jul 2024 23:30:21 +0530 admin
अमरनाथ यात्रा: एक महीने से भी कम समय में 4.51 लाख से अधिक यात्री अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन के लिए आ चुके हैं https://aaj24x7live.com/628 https://aaj24x7live.com/628 नई दिल्ली
अमरनाथ यात्रा ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस साल एक महीने से भी कम समय में 4.51 लाख से अधिक यात्री अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन के लिए आ चुके हैं। यह आंकड़ा पिछले साल के 4.5 लाख यात्रियों से भी अधिक है। इससे श्रद्धालुओं में भागीदारी और भक्ति में उल्लेखनीय वृद्धि का पता चलता है। रविवार को भारी बारिश के बावजूद 1677 यात्रियों का एक नया जत्था जम्मू बेस कैंप से दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ मंदिर के लिए रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों के 31वें जत्थे में 1300 से अधिक पुरुष, 200 महिलाएं, दो बच्चे और 104 साधु और साध्वियां शामिल हैं।

यह समूह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कड़ी सुरक्षा के बीच 67 वाहनों के काफिले में यात्रा करते हुए सुबह 3:35 बजे भगवती नगर बेस कैंप से रवाना हुआ। 1677 यात्रियों में से 1269 के पहलगाम पहुंचने की उम्मीद है, जहां से वे अनंत नाग जिले से होकर 48 किलोमीटर का पारंपरिक मार्ग तय करेंगे। इस बीच, 408 यात्रियों ने गंदेरबल जिले में छोटे लेकिन अधिक कठिन 14 किलोमीटर के बालटाल मार्ग को चुना है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा 28 जून को उद्घाटन जत्थे को हरी झंडी दिखाए जाने के बाद से अब तक कुल 1,36,984 यात्री जम्मू बेस कैंप से अपनी यात्रा पर निकल चुके हैं। 29 जून को शुरू हुई यह यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी।

भारी बारिश और कठिन रास्ते
भारी बारिश और कठिन रास्तों से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद यात्रियों का उत्साह और आस्था बरकरार है। प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है, जो उनकी सुरक्षा और यात्रा के सुचारू संचालन दोनों के महत्व को दर्शाता है। काफिले के साथ सीआरपीएफ का एस्कॉर्ट इन प्रयासों का प्रमाण है। होटल, रेस्तरां और परिवहन सेवाओं में बढ़ती हुई ग्राहकी देखी जा रही है, जिससे इस क्षेत्र में बहुत जरूरी आर्थिक सुधार हो रहा है। अधिकारियों ने कहा, "अधिकारी उल्लेखनीय दक्षता के साथ यात्रा का प्रबंधन कर रहे हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित हो रही है। चुनौतीपूर्ण इलाके और भक्तों की आमद के बावजूद, प्रशासन सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल बनाए रखते हुए यात्रा को सफलतापूर्वक सुविधाजनक बना रहा है।"

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "तुलनात्मक रूप से, इस वर्ष यात्रियों की बढ़ी हुई संख्या बढ़ी हुई सुविधाओं और बेहतर बुनियादी ढांचे को उजागर करती है, जिससे कठिन यात्रा भक्तों के लिए अधिक सुलभ और प्रबंधनीय हो गई है।" "बेहतर चिकित्सा सुविधाएं, कुशल भीड़ प्रबंधन और बेहतर सुरक्षा उपाय प्रदान करने में प्रशासन के प्रयास सफल और शांतिपूर्ण यात्रा में योगदान दे रहे हैं। भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि यात्रियों की अटूट आस्था और भक्ति को दर्शाती है, जो अमरनाथ यात्रा के आध्यात्मिक महत्व की पुष्टि करती है।"

बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
बुनियादी ढांचे और सेवाओं में निरंतर सुधार के साथ, यात्रा आने वाले वर्षों में और भी अधिक भक्तों को आकर्षित करने के लिए तैयार है, जिससे भारत में सबसे प्रतिष्ठित यात्राओं में से एक के रूप में इसकी जगह मजबूत होगी। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अर्धसैनिक बलों, स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों के मिश्रण सहित बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अधिकारियों ने कई सुरक्षा चौकियाँ स्थापित की हैं और यात्रा मार्ग पर निगरानी बढ़ा दी है।

यात्रियों की आवाजाही पर नज़र रखने और नियंत्रण कक्षों को वास्तविक समय की जानकारी देने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों सहित उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। यात्रियों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए, अधिकारियों ने मार्ग के साथ बुनियादी ढांचे में सुधार किया है। सड़कों की मरम्मत की गई है, तथा श्रद्धालुओं को आराम और राहत प्रदान करने के लिए अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए हैं।

प्रशासन ने स्वच्छता मानकों को बनाए रखने के लिए पर्याप्त जल आपूर्ति और स्वच्छता सुविधाओं की भी व्यवस्था की है। यात्रा नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम करते हैं, जो यात्रा के प्रवाह को प्रबंधित करने और किसी भी उभरते मुद्दे को तुरंत संबोधित करने के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय करते हैं।नियंत्रण कक्ष यात्रियों को वास्तविक समय की जानकारी और सहायता प्रदान करने के लिए संचार प्रणालियों से लैस हैं।

 

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Mon, 29 Jul 2024 22:15:58 +0530 admin
राजनाथ सिंह ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर अग्निवीर योजना को लेकर भ्रांतियां फैलाने और गुमराह करने का आरोप लगाया https://aaj24x7live.com/627 https://aaj24x7live.com/627 नई दिल्ली
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर अग्निवीर योजना को लेकर भ्रांतियां फैलाने और गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वे सदन में इस पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट पर विपक्ष के नेता के तौर पर लोकसभा में बोलते हुए राहुल गांधी ने यह आरोप लगाया कि सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर देश के जवानों को चक्रव्यूह में फंसा दिया है। इस बार के बजट में अग्निवीरों को पेंशन देने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है।

उन्होंने बजट पर अपना भाषण देते हुए सरकार को युवा और किसान विरोधी बताते हुए कई तरह के गंभीर आरोप भी लगाए। राहुल गांधी के भाषण के समाप्त होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में खड़े होकर कहा कि राहुल गांधी ने बजट को लेकर कई तरह की भ्रांतियां पैदा की है और चर्चा के बाद जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सदन में बोलेंगी तो वह अपने जवाब में इन भ्रांतियों का जवाब देंगी।

इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी पर अग्निवीर योजना को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी आसन अनुमति दें, वे इस पर बयान देने को तैयार हैं। राहुल गांधी ने खड़े होकर फिर अग्निवीर योजना पर अपनी बात कहते हुए राजनाथ सिंह के बयान का विरोध किया तो स्पीकर बिरला ने कहा कि राजनाथ सिंह ने सिर्फ इतना ही कहा है कि सरकार अग्निवीर योजना पर चर्चा के लिए तैयार है।

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Mon, 29 Jul 2024 22:15:51 +0530 admin
लोकसभा में सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आज केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया, मुसलमानों के लिए बजट में कटौती क्यों https://aaj24x7live.com/626 https://aaj24x7live.com/626 नई दिल्ली
लोकसभा में एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के दौरान चार वर्गों का जिक्र किया था। मैं सरकार से जानना चाहता हूं क्या 17 करोड़ मुसलमानों में गरीब लोग नहीं हैं?

उन्होंने कहा कि बजट में मुसलमानों के लिए कमी कर दी गई। डाटा के अनुसार देश के मुसलमान सबसे ज्यादा गरीब हैं। शिक्षण संस्थानों में भी मुसलमानों की संख्या कम है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को न रोजगार मिल रहा है, न शिक्षा। इस देश में मुसलमानों को अछूत बना दिया गया है। देश की राजनीति में भी मुसलमानों की हिस्सेदारी कम कर दी गई है। माइनॉरिटी वेलफेयर मिनिस्ट्री के 2023-24 के बजट में 38 फीसदी कमी की गई। बजट को पांच हजार से कम करके तीन हजार करोड़ कर दिया गया।

मोदी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने एक करोड़ स्कॉलरशिप देने का वादा किया था, लेकिन सिर्फ 58 लाख दिए जा रहे। मोदी हुकूमत को मुसलमान से नफरत खत्म करना पड़ेगा, उनका हक देना पड़ेगा। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि 17 करोड़ मुसलमानों से नफरत करके आप विकसित भारत कैसे बनाएंगे? वित्त मंत्री ने अपने भाषण के दौरान बच्चों का जिक्र तक नहीं किया। देश में 67 लाख बच्चे हर रोज भूखे सो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि लद्दाख में भारत की सेना 65 में से 26 पेट्रोलिंग प्वाइंट पर पेट्रोलिंग नहीं कर पा रही है, लेकिन पीएम मोदी को इसकी चिंता नहीं है। चीन से हमारा आयात बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खेलो इंडिया की बात करते हैं, लेकिन सरकार झेलो इंडिया की नीतियों पर काम कर रही है। देश के गरीब, किसान और महिलाएं पीएम मोदी को झेल रहे हैं।

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Mon, 29 Jul 2024 22:15:43 +0530 admin
एलजी वीके सक्सेना ने तीनों आईएएस अभ्यर्थियों की मौत पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की, कहा नहीं बख्शा जाएगा दोषी https://aaj24x7live.com/625 https://aaj24x7live.com/625 नई दिल्ली
एलजी वीके सक्सेना ने सोमवार को तीनों आईएएस अभ्यर्थियों की मौत पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। प्रदर्शनकारी छात्रों ने सक्सेना को अपनी शिकायतें बताईं, जिन पर उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। गुस्साए छात्रों ने "हमें न्याय चाहिए" का नारा लगाते हुए जोर देकर कहा कि एलजी उनके साथ आएं और पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड के पीछे खड़े होने के बजाय अपनी बात रखें। जैसे ही नारेबाजी तेज हुई, सक्सेना उन्हें ठीक से संबोधित किए बिना लौट गए।

एलजी ने किया वादा
हालांकि, उन्होंने कहा, "मैं आपके साथ हूँ।" उन्होंने कहा कि यह उनका वादा है कि छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। सक्सेना ने रविवार को संभागीय आयुक्त को बारिश से आई बाढ़ के कारण पुराने राजेंद्र नगर में राव के आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में छात्रों की मौत पर एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। एलजी ने कहा कि यह घटना संबंधित एजेंसियों द्वारा "आपराधिक उपेक्षा" और "बुनियादी रखरखाव" की कमी की ओर इशारा करती है। उन्होंने कहा कि दोषियों को सजा दी जाएगी।

तीन छात्रों की हुई मौत
हादसे में मरने वाली एक छात्रा तान्या की पहचान उसी समय हो गई थी। वह मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थी। उसके पिता तेलंगाना में इंजीनियर हैं। रविवार को दो अन्य की पहचान उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर की श्रेया यादव व केरल के एर्नाकुलम के नेविन डाल्विन के रूप में हुई। ये तीनों राजेंद्र नगर में ही अलग-अलग पीजी में रहते थे

कोचिंग सेंटर का मालिक गिरफ्तार
राव आईएएस कोचिंग सेंटर (Rau IAS Coaching Center) के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन दोनों आरोपियों समेत बिल्डिंग मैनेजमेंट, ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करने वाले निगमकर्मियों व अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।बीएनएस की धारा 105, 106 (1), 115 (2), 290, 3 (5) के तहत केस दर्ज किया गया है। ये धाराएं गैर जमानती हैं। इन धाराओं में अधिकतम 10 साल सजा का प्रावधान है। मामले में पुलिस ने फिलहाल राव आईएएस कोचिंग सेंटर के मालिक (सीईओ) अभिषेक गुप्ता व कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

बेसमेंट को नुकसान पहुंचाने वाला गिरफ्तार
पुलिस ने एक थार कार के मालिक को गिरफ्तार किया है। इसी ने अपनी कार इमारत के गेट को नुकसान पहुंचाया था। जिससे बेसमेंट में पानी घुस गया था।

गिरफ्तार आरोपितों में बिल्डिंग के चार मालिक शामिल
इस बिल्डिंग के चार मालिक हैं, जिनके नाम सरबजीत सिंह, तेजिंदर सिंह, हरविंदर सिंह और परविंदर सिंह हैं। चारों चचेरे भाई हैं। ये लोग करोलबाग में रहते हैं। इन्होंने राव आइएएस कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता को चार लाख रुपए मासिक किराए पर बिल्डिंग का बेसमेंट एरिया दे रखा था। वहीं, घटना के तीसरे दिन दिल्ली नगर निगम ने मुखर्जी नगर में बड़ी कार्रवाई की। राजधानी की बड़ी आईएएस कोचिंग एकेडमी में शामिल दृष्टि आईएएस (मेसर्ज दृष्टि-द विजन) के नेहरू विहार स्थित बड़े सेंटर को नगर निगम की टीम ने सोमवार मध्याह्न सील कर दिया। यह काेचिंग सेंटर वर्धमान माल के बेसमेंट में चल रहा था।

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Mon, 29 Jul 2024 22:15:36 +0530 admin
भारत मौसम विभाग ने कहा& अगले 4&5 दिनों तक उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश https://aaj24x7live.com/616 https://aaj24x7live.com/616 नई दिल्ली
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ताजा बुलेटिन में कहा है कि अगले 4-5 दिनों तक उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून के सक्रिय रहने की वजह से मध्यम से लेकर भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा मध्य और पूर्वी भारत में भी अगले 4-5 दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। IMD ने करीब डेढ़ दर्जन राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और कहा है कि इन राज्यों में मध्यम से लेकर भारी बारिश हो सकती है। इनमें हिन्दी पट्टी के अधिकांश राज्य शामिल हैं। IMD ने ताजा बुलेटिन में कहा है कि दो पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले चार दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी पूरे हफ्ते भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने झारखंड और ओडिशा के लिए भी ऐसी ही भविष्यवाणी की है। ताजा बुलेटिन में कहा गया है कि दक्षिण छत्तीसगढ़ और उससे सटे क्षेत्रों में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, इसकी वजह से बंगाल की खाड़ी तक भारी बारिश होने की संभावना है।

IMD ने बताया है कि इस वक्त मॉनसून रेखा राजस्थान के बीकानेर, कोटा, मध्य प्रदेश के गुना, सागर और ओडिशा के पेंड्रा रोड व बालासोर से होते हुए दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य भाग तक फैली है।  इसके अलावा दक्षिण गुजरात से लेकर केरल तट तक एक अपतटीय दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।  इसकी वजह से गुजरात, पूर्वी राजस्थान, केरल और कर्नाटक के तटीय इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने मंगलवार 30 जुलाई के लिए राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, दिल्ली, पश्तिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, सिक्किम समेत दर्जन भर राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि गुजरात, उत्तराखंड, दक्षिणी कर्नाटक, तेलंगाना और मणिपुर व मिजोरम के लिए ऑरेंज अल्रट जारी किया है।

IMD ने ताजा पूर्वानुमान में कहा है कि 29 से 31 जुलाई के बीच बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में बिजली कड़कने के साथ बारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने कहा है कि इस दौरान गुजरात, महाराष्ट्र और अरब सागर से सटे राज्यों में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं चल सकती हैं जबकि बंगाल की खाड़ी से सटे राज्यों में 65 KM/H स्पीड से हवाएं चल सकती हैं।

IMD के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, गुजरात, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और असम में भी मध्यम बारिश के साथ-साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। IMD ने कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी राजस्थान, आंध्र प्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश संभव है।

दूसरी तरफ मॉनसून की सक्रियता से राजस्थान में बारिश का दौर जारी है।  बीते 24 घंटे में राज्य में प्रतापगढ़ के अरनोद में सबसे अधिक 166 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, पिछले चौबीस घंटे में राजस्थान में कुछ स्थानों पर बादल गरजने के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हुई। वहीं, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा तथा प्रतापगढ़ जिले के अरनोद में अति भारी वर्षा दर्ज की गई। मौसम केंद्र के मुताबिक, पिछले चौबीस घंटे में सबसे अधिक 166 मिलीमीटर बारिश प्रतापगढ़ के अरनोद में हुई। वहीं, सर्वाधिक अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री गंगानगर में दर्ज किया गया। राज्य में बारिश का दौर अभी जारी रहने का अनुमान है।

 

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Mon, 29 Jul 2024 21:15:45 +0530 admin
आरक्षण को 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने पर SC ने भी लगाई रोक https://aaj24x7live.com/615 https://aaj24x7live.com/615 नई दिल्ली

बिहार की नीतीश सरकार को 65 फीसदी आरक्षण मामले में सुप्रीम कोर्ट से भी झटका लगा है। आरक्षण देने के नीतीश सरकार के फैसले पर पटना हाई कोर्ट ने रोक लगाई थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले पर बरकरार रखा है। सुप्रीम कोर्ट सितंबर में मामले का विस्तृत सुनवाई करेगा।

रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने पटना हाई कोर्ट के उस आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, जिसमें सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण में वृद्धि को रद कर दिया गया था।

जदयू की ओर से प्रवक्ता केसी त्यागी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'यह समाज के वंचित वर्गों के लिए बुरी खबर है। हमारी मांग है कि सभी राजनीतिक दल और केंद्र सरकार मिलकर आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए, ताकि आरक्षण से जुड़े हर मामले को न्यायिक समीक्षा से छूट मिल सके। हमारी मांग है कि पूरे देश में जाति जनगणना कराई जाए।’

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Mon, 29 Jul 2024 21:15:38 +0530 admin
कथित शराब घोटाले केस में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ AAP नेताओं ने ही दिए सबूत, CBI का बड़ा दावा https://aaj24x7live.com/614 https://aaj24x7live.com/614 नई दिल्ली  
कथित शराब घोटाले केस में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर हाई कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। सीबीआई केस जमानत के लिए दायर केजरीवाल की याचिका पर सोमवार को जोरदार बहस हुई। सीबीआई ने जहां केजरीवाल को घोटाले का मास्टमाइंड बताया तो वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री के वकील ने कहा कि जांच एजेंसी के पास कोई सबूत नहीं है। सीबीआई ने यह भी कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पिछले एक महीने में उन्हें बहुत सबूत मिले हैं और इसे उपलब्ध कराने वालों में आम आदमी पार्टी के नेता भी शामिल हैं। जस्टिस नीना बसंल कृष्णा की अदालत में केजरीवाल की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सीबीआई की इस दलील का विरोध किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को जमानत के लिए पहले ट्रायल कोर्ट जाना चाहिए। सीबीआई ने अदालत को बताया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चार्जशीट दायर की जा चुकी है। एजेंसी ने कहा कि सिर्फ चार्जशीट दायर हो जाने से उन्हें जमानत का अधिकार नहीं मिल जाता है। उन्हें अभी तक जमानत नहीं मिली है। केवल अंतरिम जमानतें मिली हैं। सीबीआई के वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में ट्रिपल टेस्ट पर चर्चा नहीं हुई है। यह सिर्फ अंतरिम राहत है जो संविधान पीठ पर निर्भर है।

गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल के खिलाफ सामने आए सबूत
सीबीआई ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उन्हें नए सबूत मिले हैं। सीबीआई के वकील ने कहा, 'गिरफ्तारी के बाद हमे सबूत मिले हैं। उनकी पार्टी के कार्यकर्ता और उम्मीदवार ही जवाब देने सामने आ गए। ये पहले नहीं आ रहे थे। हमें पंजाब से सबूत मिले हैं, जो पहले सामने नहीं आया था। उनकी गिरफ्तारी रेयर है, लेकिन हमारे पास पर्याप्त सबूत है। पिछले एक महीने में जिस तरह के सबूत मिले हैं… हमने जांच पूरी कर दी और चार्जशीट दायर कर दी।' सीबीआई के वकील ने कहा, 'हमने इस केस में 44 करोड़ रुपए का पता लगाया है। यह पैसा गोवा गया। खुद केजरीवाल ने अपने उम्मीदवारों से कहा था कि पैसे की चिंता ना करें, चुनाव लड़ें।' सिंह ने कहा, 'हमने पंजाब सरकार के दो अधिकारियों के खिलाफ जांच की मंजूरी मांगी थी, लेकिन राज्य सरकार ने इनकार कर दिया। उनकी गिरफ्तारी के बाद ही पंजाब के अधिकारी आए और इससे अधिक सीधा सबूत नहीं हो सकता है।'

केजरीवाल ही सूत्रधार: सीबीआई
सीबीआई ने कहा, 'वह (केजरीवाल) शराब घोटाले के सूत्रधार (मास्टरमाइंड) हैं। सभी मंत्रियों की नियुक्ति उन्होंने की है। उन्होंने अपने सचिवों की नियुक्ति की और विजय नायर इसका हिस्सा हैं। वह मीडिया कॉर्डिनेटर थे।' डीपी सिंह ने विजय नायर की भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि वे अरविंद केजरीवाल के संपर्क में थे। सीबीआई के वकील ने कहा, 'केजरीवाल कैबिनेट के मुखिया हैं। उन्होंने इस पर हस्ताक्षर (आबकारी नीति पर) किए। उन्हें साथियों को दिया और सभी ने एक दिन में ही साइन कर दिया। यह कोविड के दौरान किया गया।'

फाइनल चार्जशीट दायर, अब ट्रायल के लिए तैयार:  CBI
सीबीआई ने सीधे हाई कोर्ट में जमानत पर सुनवाई का विरोध करते हुए कहा कि कुछ परिस्थितियों में ऐसा किया जा सकता है, लेकिन उच्च न्यायालय जमानत के लिए पहली अदालत नहीं हो सकती है। सीबीआई ने कहा कि आखिरी चार्जशीट दायर की जा चकुी है और अब एजेंसी ट्रायल शुरू करने के लिए तैयार है।

फिर तो एलजी और अफसरों को भी बनाना चाहिए सह आरोपी: सिंघवी
सिंघवी ने एक बार फिर कहा कि यह इंश्योरेंस अरेस्ट है। ईडी केस में केजरीवाल को तीन बार जमानत मिली, एक या दूसरे रूप में। सिंघवी ने कहा कि सेक्शन 160, सीआरपीसी का संबंध गवाह से है और उन्हें सीबीआई ने इसी के तहत बुलाया था। 2023 में गवाह के तौर पर बुलाया गया। फिर कोई समन नहीं, कुछ नहीं और 2024 में गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल के वकील ने कहा, 'मेरे खिलाफ कोई सीधा सबूत नहीं है। वे विजय नायर का नाम लेते हैं, जिसे बहुत पहले जमानत मिल चुकी है।' सिंघवी ने कहा, 'उन्होंने मुझे सूत्रधार कहा। लेकिन इस सूत्रधार पर एक भी चीज का खुलासा नहीं। यह संस्थागत फैसला था। सीबीआई ने कहा कि केजरीवाल ने इस पर हस्ताक्षर किए। हां, लेकिन 15 अन्य लोगों ने भी साइन किए। एलजी ने भी। मैं एलजी को सह आरोपी नहीं बनाना चाहता था लेकिन डीपी सिंह की अपनी ही दलील के मुताबिक उन्हें आरोपी बनाना चाहिए। चीफ सेक्रेट्री समेत 50 नौकरशाहों को सह आरोपी बनाना चाहिए।'

26 जून को सीबीआई ने किया था गिरफ्तार
कथित शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल चुकी है। लेकिन वह जेल से बाहर नहीं निकल पाए। इसकी वजह यह है कि सुपीम कोर्ट से राहत मिलने से पहले ही पिछले महीने सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था जबकि सीबीआई ने उन्हें 26 जून को गिरफ्तार किया है।  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव के दौरान भी सुप्रीम कोर्ट ने 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी। सीबीआई केस में गिरफ्तारी को केजरीवाल ने सबसे पहले निचली अदालत में चुनौती दी थी, लेकिन यहां से निराशा मिलने के बाद उन्होंने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाई कोर्ट में गिरफ्तारी की चुनौती देने के साथ उन्होंने जमानत की भी मांग की। सीबीआई ने यह कहते हुए केजरीवाल की जमानत याचिका पर विचार का विरोध किया था कि उन्होंने निचली अदालत में जमानत की मांग नहीं की।

 

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Mon, 29 Jul 2024 21:15:32 +0530 admin
पुलिस ने दो विभिन्न मामलों में 6 नशा तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की https://aaj24x7live.com/613 https://aaj24x7live.com/613 सोलन
जिला पुलिस द्वारा नशा तस्करों पर विशेष रूप से कड़ी नज़र रखी जा रही है। जिसके दौरान पुलिस ने दो विभिन्न मामलों में 6 नशा तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गुप्त सूचना के आधार पर पता चला कि पंजाब के रोपड़ ज़िला से चिट्टा तस्कर आरोपी हरप्रीत सिंह का नेटवर्क हिमाचल के युवाओं को भारी मात्रा में चिट्टा सप्लाई करने में सक्रिय है। सोलन पुलिस ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश करने में कामयाबी हासिल की है। एसपी गौरव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला पुलिस की स्पैशल टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर पावर हाउस रोड़ सोलन में खड़ी गाड़ी को चेक किया तो कार में सवार दो युवकों राजीव गुप्ता पुत्र पवन कुमार गुप्ता निवासी सोलन तहसील जिला सोलन हिमाचल प्रदेश उम्र 35 वर्ष व अमित रावत पुत्र अशोक रावत निवासी सोलन तहसील व जिला सोलन हिमाचल प्रदेश उम्र 26 वर्ष को क़रीब 19 ग्राम चिटटा/हैरोइन सहित गिरफतार किया तथा कार को भी जब्त किया गया।

इस सन्दर्भ में पुलिस थाना सदर सोलन में अभियोग अधीन धारा 21, 29 ND&PS Act के तहत दर्ज किया गया है । इस मामले की जांच के दौरान इस चिट्टे के सप्लायर नेटवर्क का आरोपी रोपड़ निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ जिम्मी नामक एक व्यक्ति पाया गया जिससे ये खरीद कर लाये थे, जिस पर आरोपी हरप्रीत सिंह पुत्र कुलजीत सिंह निवासी रोपड़ पंजाब उम्र 31 साल को मोहाली पंजाब से गिरफ्तार किया गया है, जिसे माननीय न्यायालय में पेश कर 3 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है ।

जांच पर पाया गया है कि आरोपी हरप्रीत सिंह इससे पहले भी नशा तस्करी के मामलों में संलिप्त रहा है, जिसके खिलाफ थाना गनौली रोपड़ में चिट्टा तस्करी के दो मामले दर्ज हैं, जिनमें इससे करीब 22 ग्राम चिट्टा पुलिस द्वारा बरामद किया गया था। जांच पर यह भी पाया गया है कि आरोपी हरप्रीत सिंह काफी समय से हिमाचल प्रदेश के युवाओं को चिट्टा सप्लाई कर रहा था। जांच के दौरान यह भी पाया गया है कि गिरफतार आरोपियों में से एक आरोपी राजीव गुप्ता पहले भी अपराधिक वारदातों में संलिप्त रहा है, जिसके विरुद्ध पुलिस थाना सदर सोलन में वर्ष 2017 में बलात्कार का मामला पंजीकृत है, जिसमें उक्त आरोपी माननीय उच्च न्यायालय से जमानत पर रिहा है। गिरफ्तार दोनों आरोपी न्यायिक हिरासत में है ।

वहीं दूसरे मामले में सोलन पुलिस ने हैरोइन के साथ कुछ युवकों को गिरफ्तार किया है। रात्रि को पुलिस थाना सदर सोलन की पुलिस टीम द्वारा एक गुप्त सूचना पर कार्यवाही करते हुए गांव बावरा चम्बाघाट स्थित एक मकान से तीन युवकों नितिन कुमार पुत्र संतराम निवासी तहसील अर्की जिला सोलन हिमाचल प्रदेश उम्र 24 वर्ष, दीक्षित शर्मा पुत्र चन्द्र दत शर्मा निवासी सलोगड़ा तहसील जिला सोलन हिमाचल प्रदेश उम्र 24 वर्ष व साहिल पुत्र हरीश कुमार निवासी तहसील व जिला सोलन हिमाचल प्रदेश उम्र 21 को क़रीब 6 ग्राम चिटटा/हैरोइन सहित गिरफ्तार किया, जिस पर पुलिस थाना सदर सोलन में अभियोग अधीन धारा 21, 29 ND&PS Act के तहत पंजीकृत किया गया।

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Mon, 29 Jul 2024 21:15:26 +0530 admin
भारत में बेरोजगारी एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनी हुई है, भारत में बेरोजगारों में 80% हिस्सा युवाओं का है: अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन https://aaj24x7live.com/612 https://aaj24x7live.com/612 नई दिल्ली
भारत में बेरोजगारी की समस्या वर्तमान समय में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनी हुई है। इस साल मार्च में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत में बेरोजगारों में 80% हिस्सा युवाओं का है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी रोजगार एक प्रमुख मुद्दा रहा, लेकिन इन आंकड़ों के बावजूद केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया ने हाल ही में दावा किया है कि देश में नौकरियों की कोई कमी नहीं है ।मांसुख मांडविया ने सोमवार को लोकसभा में एक बयान दिया जिसमें उन्होंने ‘नेशनल करियर सर्विस पोर्टल’ पर उपलब्ध 19 लाख से अधिक रोजगार के अवसरों का हवाला दिया। उनके अनुसार, इस पोर्टल पर नियोक्ताओं ने 19 लाख से अधिक नौकरियों के अवसर पोस्ट किए हैं जिन पर लोग आवेदन कर सकते हैं।

बेरोजगारी की समस्या कोई गंभीर संकट नहीं
मांडविया ने यह भी कहा कि बेरोजगारी की समस्या के कोई गंभीर संकट नहीं हैं और देश में नौकरी की कमी नहीं है। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान, टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी के पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए, मांडविया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने रोजगार सृजन के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि वर्तमान बेरोजगारी दर घटकर 3.2 प्रतिशत हो गई है और भविष्य में इसे तीन प्रतिशत से भी नीचे लाने की संभावना है।

आज के समय में बेरोजगारी दर 3.2 प्रतिशत है
मांडविया ने विस्तार से बताया कि जब एक देश की अर्थव्यवस्था 7-8 प्रतिशत की वृद्धि दर से आगे बढ़ती है, तो यह तब संभव होता है जब विनिर्माण क्षेत्र, सेवा क्षेत्र और क्रय शक्ति में वृद्धि होती है। इन सभी विकासात्मक पहलुओं के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं। उन्होंने कहा, "चिंता करने की कोई बात नहीं है।" मंत्री ने यह भी कहा कि यदि किसी परिवार के सदस्य को नौकरी की आवश्यकता है और उनकी योग्यता उपयुक्त है, तो उन्हें नौकरी प्राप्त हो सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले बेरोजगारी दर 6 प्रतिशत थी, लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में रोजगार सृजन के प्रयासों के परिणामस्वरूप आज यह दर 3.2 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने आशा जताई कि भविष्य में बेरोजगारी दर तीन प्रतिशत से भी कम हो जाएगी।

वर्तमान स्थिति में नौकरियों की कोई कमी नहीं
बेरोजगारी एक गंभीर मुद्दा है जो भारत के आर्थिक परिदृश्य को चुनौती देता है, विशेषकर एक ऐसे देश में जहां कार्यबल बहुत विविध है और जनसंख्या विशाल है। बेरोजगारी दर में उतार-चढ़ाव देश की वृद्धि और विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। हालांकि, मांडविया का कहना है कि वर्तमान स्थिति में नौकरियों की कोई कमी नहीं है और रोजगार के अवसर निरंतर बढ़ रहे हैं।

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Mon, 29 Jul 2024 21:15:20 +0530 admin
दिल्ली कोचिंग हादसे पर अखिलेश ने किया यूपी के बुलडोजर का जिक्र, लोकसभा में BJP ने आप पर साधा निशाना https://aaj24x7live.com/604 https://aaj24x7live.com/604 नई दिल्ली.

दिल्ली कोचिंग हादसे को लेकर राजनीति जारी है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जमकर हंगामा भी हुआ। लोकसभा में भी इस मुद्दे को उठाया गया। भाजपा ने इस हादसे के लिए आप को जिम्मेदार ठहराया। लोकसभा के सदस्यों ने पार्टी लाइन के ऊपर उठकर हंगामा किया।

उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की। भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने आप को निशाने पर लेते हुए इस मामले की जांच के लिए गृह मंत्रालय के अधीन एक जांच समिति गठित करने की मांग की। वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव में सवाल किया कि इस मामले के बाद दिल्ली में बुलडोजर चलेगा? बांसुरी स्वराज ने कहा, "आम आदमी पार्टी के आपराधिक लापरवाही के कारण इन छात्रों की जान गई। भ्रष्टाचार में डूबे दिल्ली सरकार के खिलाफ एक जांच समिति का गठन होना चाहिए। दिल्ली में ड्रेन साफ क्यों नहीं किए गए?" बता दें कि अधिकारियों ने बताया कि ड्रेनेज सिस्टम और सुरक्षा उपाय की कमी इन छात्रों के मौत का कारण है।

थरूर ने की मुआवजे की मांग
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस हादसे पर मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा, "सुरक्षा कोड को लेकर उल्लंघन किया गया है। ड्रेन को साफ करना चाहिए। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं।" थरूर ने इस मामले पर विस्तृत जांच की भी मांग की।

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Mon, 29 Jul 2024 19:30:48 +0530 admin
नर्सिंग सेवाओं में बीएससी अनिवार्य करने की तैयारी, 10 लाख सरकारी कर्मचारियों पर असर के चलते प्रस्ताव का विरोध शुरू https://aaj24x7live.com/603 https://aaj24x7live.com/603 नई दिल्ली.

केंद्र सरकार पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी सेवाओं के लिए एक बड़ा बदलाव करने जा रही है। इस बदलाव के पीछे स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता को बेहतर करने का आधार बताया जा रहा है। लेकिन केंद्र सरकार के इस आदेश के बाद न केवल नई भर्तियों पर असर पड़ेगा, बल्कि सेवारत सरकारी कर्मचारियों की पदोन्नति पर भी असर पड़ सकता है। यही कारण है कि इस बदलाव के आने के पहले ही स्वास्थ्यकर्मियों ने इसको लेकर विरोध जताना शुरू कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय नर्सिंग सेवाओं की नौकरियों के लिए आवश्यक योग्यता को बढ़ाने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। प्रस्तावित बदलाव के बाद जीएनएम स्तर की नर्सिंग सेवा करने के लिए अभ्यर्थियों को संबंधित एंट्री लेवल कोर्स पास करना होगा। वर्तमान जीएनएम को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर बनने के लिए बीएससी होना अनिवार्य किया जा सकता है। अभी तक केवल अनुभव और संबंधित प्राथमिक योग्यता के आधार पर पदोन्नति कर दी जाती है। इसी प्रकार एएनएस स्तर का नर्सिंग कर्मचारी बनने के लिए अभ्यर्थियों को एमएससी स्तर की डिग्री होनी आवश्यक होगी। यह बदलाव केवल नई भर्तियों के लिए ही नहीं, बल्कि सेवारत कर्मियों की पदोन्नति पर भी लागू होगी। सेवारत कर्मचारियों का अनुमान है कि यदि प्रस्तावित बदलावों को कानून का शक्ल दे दिया जाता है तो इससे 99 फीसदी कर्मचारी पदोन्नति से वंचित हो जाएंगे। यही कारण है कि वे सरकार के इस संभावित आदेश का विरोध करने पर जुट गए हैं। ऑल इंडिया नर्सेज फेडरेशन ने इस संदर्भ में एक पत्र लिखकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को अपनी आपत्तियों की जानकारी दी है। यदि केंद्र सरकार उनकी आपत्तियों को ध्यान में रखे बिना कोई आदेश पारित करती है, तो कर्मचारी आदेश के सामने आने के बाद नए विकल्पों पर भी विचार कर सकते हैं।

ऑल इंडिया नर्सेज फेडरेशन की अध्यक्ष जीके खुराना ने अमर उजाला से कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि सरकार इन सेवाओं में योग्यता बढ़ाने पर गंभीरता से विचार कर रही है। जल्द ही यह प्रस्ताव एक आदेश के रूप में सामने आ सकता है। उन्होंने कहा कि  नई भर्तियों पर योग्यता को बढ़ाने का आधार समझा जा सकता है, लेकिन वर्तमान कर्मचारियों की पदोन्नति पर यह संभावित आदेश समझ से बाहर है। उन्होंने कहा कि बीएससी का कोर्स चार साल का हो चुका है और एमएससी का कोर्स करने के लिए भी दो साल की आवश्यकता होती है।

जीके खुराना ने कहा कि सेवा में रहने वाले कर्मचारी के लिए यह संभव नहीं हो सकता कि वह दो साल या चार साल की छुट्टी लेकर पढ़ाई करे। स्वयं अस्पतालों के लिए भी मरीजों की सेवा के लिए आवश्यक नर्सों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सेवारत नर्सेज को इतनी लंबी छुट्टी देना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को वर्तमान में सेवा में जुटे कर्मचारियों को पदोन्नति संबंधित नियमों में छूट देनी चाहिए। इससे स्वास्थ्य सेवाओं को अनुभवी कर्मचारियों का लाभ मिलेगा, जबकि कर्मचारियों को भी पदोन्नति का अवसर प्राप्त हो सकेगा।

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Mon, 29 Jul 2024 19:30:41 +0530 admin
‘बंगाल को विभाजित करने की चुनौती देती हूं’, विधानसभा में भाजपा पर भड़कीं ममता बनर्जी https://aaj24x7live.com/602 https://aaj24x7live.com/602 कोलकाता.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि उन्होंने दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में भारत-भूटान नदी आयोग के गठन की मांग की। विधानसभा में जब कटाव नियंत्रण और बाढ़ शमन पर चर्चा हो रही थी, इस दौरान बंगाल सीएम ने इसकी जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने बंगाल के दो जिलों और बिहार के कुछ जिलों को मिलाकर एक केंद्र शासित प्रदेश बनाने की कुछ भाजपा नेताओं की मांग का भी विरोध किया।

उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मैं बंगाल को विभाजित करने की चुनौती देती हूं। भाजपा ने सोमवार को विधायक के तौर पर कटाव नियंत्रण और बाढ़ शमन पर चर्चा के लिए सुमन कांजीलाल का नाम शामिल किए जाने के विरोध में पश्चिम बंगाल विधानसभा से वॉकआउट कर गए। भाजपा नेता संकर घोष ने बताया कि कांजीलाल जिन्हें अलीपुर से भाजपा विधायक बनाया गया है,  वह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गई हैं। इसका विरोध करते हुए घोष ने स्पीकर बिमान बनर्जी  से कहा कि भाजपा विधायक दल ने चर्चा में शामिल होने के लिए उनका नाम नहीं दिया था। स्पीकर बिमान बनर्जी ने कहा कि उन्होंने चर्चा में भाग लेने के लिए कांजीलाल का नाम शामिल करने की अनुमति दे दी है। इसपर भाजपा विधायकों ने नारे लगाते हुए विधानसभा से वॉकआउट किया।

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Mon, 29 Jul 2024 19:30:34 +0530 admin
तीन छात्रों की मौत का मामला आज संसद में गूंजा, उपराष्ट्रपति ने कहा& कोचिंग अब धंधा बानी, अखबारों में विज्ञापन देखिए https://aaj24x7live.com/601 https://aaj24x7live.com/601 नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में आईएएस कोचिंग संस्थान में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत का मामला आज संसद में गूंजा। इसके बाद  राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने इस मामले में काफी तल्ख़ टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि आज कोचिंग एक धंधा बन गया है। हम अकसर अखबार पढ़ते हैं तो शुरुआत के एक दो पन्नों में उनके ही विज्ञापन मिलते हैं।

दरअसल, शनिवार को बेसमेंट में पानी भरने से तीन कोचिंग स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी। इसके अलावा बीते सप्ताह ही एक छात्र की बारिश होने के बाद करंट लगने से मौत हो गई थी।ओल्ड राजेंद्र नगर में बेसमेंट में चल रहे सेल्फ स्टडी सेंटर में डूबने से दो छात्रा व एक छात्र की मौत की घटना के बाद पुरे दिल्ली में बबाल मचा हुआ है। बेसमेंट में कोचिंग की लाइब्रेरी चल रही थ। ऐसे में घटना के वक्त बेसमेंट में करीब 30 छात्र मौजूद थे। तभी बेसमेंट में करीब 10-12 फीट पानी भर गया। इसके चलते कई छात्र इसमें फंस गए थे। इनमें से कुछ छात्रों को रस्सी डालकर निकाल लिया था। जबकि तीन छात्रों की मौत डूबने से हो गई थी।

मालूम हो कि, राज्यसभा में 3 यूपीएससी छात्रों की मौत पर चर्चा होगी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, मुझे नियम 267 के तहत नोटिस मिला है। इसमें सदस्यों ने अधिकारियों की लापरवाही के चलते दिल्ली में यूपीएससी उम्मीदवारों की दुखद मौत पर चर्चा की मांग की है। मुझे लगता है कि युवा जनसांख्यिकीय को देश में आगे बढ़ाना है। मैंने पाया कि कोचिंग व्यापार बन गया है। जब भी हम अखबार पढ़ते हैं, उनके पहले एक या दो पन्नों में कोचिंग के विज्ञापन होते हैं।

इससे पहले ये मुद्दा सोमवार को लोकसभा में भी उठा।  लोकसभा में बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरा. उन्होंने इस मामले में जांच की भी मांग की। उधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर दुख जताते हुए पूछा कि क्या कोचिंग पर भी बुलडोजर चलेगा।

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Mon, 29 Jul 2024 19:30:27 +0530 admin
उत्तरी कश्मीर के सोपोर में विस्फोट, चार लोगों की मौत https://aaj24x7live.com/592 https://aaj24x7live.com/592 जम्मू-कश्मीर

उत्तरी कश्मीर के सोपोर में सोमवार दोपहर को रहस्यमयी विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि शायर कॉलोनी सोपोर में एक रहस्यमयी विस्फोट हुआ, जिसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें बाद में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनमें से तीन को मृत घोषित कर दिया।

गंभीर रूप से घायल एक अन्य व्यक्ति को एसकेआईएमएस सौरा रेफर किया गया, हालांकि अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। अधिकारियों ने मृतकों की पहचान शायर कॉलोनी निवासी नजीर अहमद नदरु, शायर कॉलोनी निवासी आजम अशरफ मीर और आदिल राशिद भट के रूप में की गई है। अन्य व्यक्ति की पहचान की जा रही है। इस बीच पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

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Mon, 29 Jul 2024 18:15:25 +0530 admin
महाराष्ट्र&सिंधुदुर्ग में महिला को पेड़ से लोहे की जंजीर में बांधकर छोड़ा, US पासपोर्ट की फोटोकॉपी भी बरामद https://aaj24x7live.com/586 https://aaj24x7live.com/586 मुंबई/सिंधुदुर्ग.

महाराष्ट्र से एक बड़ी चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां के सिंधुदुर्ग जिले के एक जंगल में 50 साल की एक महिला लोहे की जंजीर से पेड़ से बंधी मिली। उसके पास से उसके अमेरिकी पासपोर्ट की फोटोकॉपी के साथ-साथ तमिलनाडु के पते वाले आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए है।

एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि यहां से करीब 450 किलोमीटर दूर सोउरली गांव में शनिवार शाम एक चरवाहे ने महिला की चीख सुनी और उसे जंजीरों से बंधा देख पुलिस को जानकारी दी। अधिकारी ने आगे कहा, 'महिला को सावंतवाड़ी (राज्य के कोंकण क्षेत्र) के एक अस्पताल और फिर सिंधुदुर्ग के ओरोस ले जाया गया। उसकी मानसिक और स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए उसे उपचार के लिए गोवा मेडिकल कॉलेज में भेजा गया था। अब वह खतरे से बाहर है।  महिला का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि वह मानसिक समस्याओं से पीड़ित है। हमें उसके पास से डॉक्टर का पर्चा मिला है।'

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Mon, 29 Jul 2024 17:15:28 +0530 admin
सुप्रीम कोर्ट में मुकदमों का बोझ होगा कम, सात पीठ करेंगी लोक अदालत के मामलों पर सुनवाई https://aaj24x7live.com/585 https://aaj24x7live.com/585 नई दिल्ली.

भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सात पीठ आज से शुक्रवार दोपहर 2 बजे एक विशेष लोक अदालत में सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए सूचीबद्ध मामलों की सुनवाई करेंगी। उन्होंने कहा कि अदालतों में लंबित मामलों की संख्या को कम करने के उद्देश्य शीर्ष अदालत 3 अगस्त तक विशेष लोक अदालत आयोजित कर रही है।

मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार को दिन की कार्यवाही की शुरुआत में कहा कि 'आज से शुक्रवार तक सुप्रीम कोर्ट की लोक अदालत होगी और उसमें सात पीठ बैठेंगी। अगर वकीलों के पास ऐसे मामले हैं जो लोक अदालत में जा सकते हैं, तो कृपया उन्हें लोक अदालत में लेकर आएं।' सीजेआई ने नागरिकों से आग्रह किया था कि वे अपने विवादों को सौहार्दपूर्ण और तेजी से हल करने के लिए विशेष लोक अदालत में भाग लें।
सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट पर अपलोड किए गए एक वीडियो संदेश में, सीजेआई ने कहा, '29 जुलाई से 3 अगस्त 2024 तक, सर्वोच्च न्यायालय एक विशेष लोक अदालत का आयोजन कर रहा है। सर्वोच्च न्यायालय सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में इन लोक अदालतों का आयोजन किया जा रहा है।' वीडियो में कहा गया कि लंबित मामलों की संख्या को लेकर मुख्य न्यायाधीश चिंतित हैं।' 

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Mon, 29 Jul 2024 17:15:21 +0530 admin
दिल्ली कोचिंग सेंटर के बेसमेंट मालिक समेत पांच और गिरफ्तार, तीन छात्रों की मौत मामले में अब तक सात पकड़े https://aaj24x7live.com/571 https://aaj24x7live.com/571 नई दिल्ली.

मध्य जिला के राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने राव आईएएस स्टडी सेंटर में हुए हादसे के मामले में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है, इसमें वह कार चालक भी शामिल है जो बारिश के दौरान सड़क से तेज रफ्तार कार लेकर गया था जिससे कोचिंग सेंटर का गेट टूट गया था, इसके अलावा बेसमेंट का मालिक भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन लोगों की गिरफ्तारी के साथ मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या सात हो गई है।

पुलिस का कहना है कि हम मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे पहले, रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित यूपीएससी कोचिंग सेंटर में पानी भरने से छात्रों की हुई मौत के मामले में अदालत ने दोनों आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद राव आईएएस कोचिंग के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस कोचिंग सेंटर हादसे के दोनों आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद राजेंद्र नगर थाने से कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने इन दोनों आरोपियों समेत बिल्डिंग मैनेजमेंट, ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करने वाले निगमकर्मियों और अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।

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Mon, 29 Jul 2024 15:30:39 +0530 admin
नीति आयोग की बैठक मामले पर मंत्री ने दिया विशेष नोटिस, विधानसभा में गूंजा बंगाल CM के कथित अपमान का मामला https://aaj24x7live.com/570 https://aaj24x7live.com/570 कोलकाता.

नीति आयोग की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कथित माइक बंद करने का मामला अभी थमा नहीं है। राज्य मंत्री मानस रंजन भुनिया ने इस मामले में सोमवार को विधानसभा में एक विशेष नोटिस पेश किया है। उनका कहना है कि जब सीएम बनर्जी राज्य की ओर से बोल रही थीं, तब उनका माइक बंद कर दिया गया, यह एक गंभीर चिंता का विषय है।

गौरतलब है, नीति आयोग की 27 जुलाई को दिल्ली में बैठक हुई थी। इस बैठक का विपक्षी गठबंधन से जुड़े सभी मुख्यमंत्रियों ने बहिष्कार किया था। मगर, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसमें भाग लिया था। हालांकि, बाद में वह बैठक को बीच में ही छोड़कर बाहर आ गई थीं और आरोप लगाया था कि उन्हें बोलने के लिए बहुत कम समय दिया गया। इसके अलावा, जब वह बोल रही थीं तो उनका माइक बंद कर दिया गया।

क्या बोले बंगाल के मंत्री?
विशेष नोटिस जारी करते हुए भुनिया ने कहा कि यह सहकारी संघवाद की भावना के खिलाफ है, जो अब माइक बंद करने लग गई है। उन्होंने कहा कि सदन ने नीति आयोग की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के साथ हुए व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की।

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Mon, 29 Jul 2024 15:30:30 +0530 admin
संसद के मानसून सत्र में राहुल गांधी ने सरकार को बजट के मुद्दे पर घेरा, पेपरलीक&बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया https://aaj24x7live.com/569 https://aaj24x7live.com/569 नई दिल्ली.

संसद के मानसून सत्र का आज नौंवां दिन है। संसद में आज दिल्ली कोचिंग हादसे का मुद्दा उठा। संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर चर्चा हुई। वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज केंद्रीय बजट 2024 पर बोल रहे हैं। 'किसानों की मांगे नहीं मानी जा रही' राहुल गांधी ने कहा कि 'युवाओं को अग्निपथ योजना के चक्रव्यूह में फंसाया गया। किसानों ने सरकार से लीगल गारंटी योजना मांगी थी, लेकिन सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी। किसान लंबे समय से सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं। बीते दिनों वे मुझसे मिलने आए, लेकिन उन्हें यहां आने नहीं दिया गया।'

राहुल गांधी ने कहा कि 'सरकार ने बजट में बड़े व्यापारियों को फायदा पहुंचाया, लेकिन छोटे दुकानदारों और करदाताओं को कोई फायदा नहीं दिया गया। रोजगार के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि बजट में इंटर्नशिप प्रोग्राम की बात शायद एक मजाक था। ये इंटर्नशिप देश के बड़ी कंपनियों में दी जाएगी, लेकिन इससे युवाओं को कोई फायदा नहीं होगा। युवाओं का आज का मुख्य मुद्दा पेपरलीक है। राहुल गांधी ने कहा कि बीते 10 वर्षों में 70 बार इस देश में पेपरलीक की घटना हुई है।'

राहुल गांधी ने बजट मुद्दे पर बोलना शुरू किया
राहुल गांधी ने लोकसभा में बजट पर बोलते हुए कहा कि महाभारत में अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर मारा गया। राहुल गांधी ने कहा कि चक्रव्यूह कमल के आकार जैसा था। आज भी वैसा ही चक्रव्यूह रचा जा रहा है और प्रधानमंत्री कमल का निशान अपने सीने पर लगाकर चलते हैं। चक्रव्यूह में देश को फंसाया गया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, 'भारत में डर का माहौल है और यह डर हमारे देश के हर पहलू में व्याप्त है।'

दिल्ली कोचिंग हादसे के मुद्दा पर बोले अखिलेश
समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, 'यह एक दर्दनाक घटना है। योजना बनाना और एनओसी देना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सवाल यह है कि कौन जिम्मेदार हैं और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है? यह अवैध निर्माण का सिर्फ एक मामला नहीं है, हम यूपी में देख रहे हैं कि अवैध इमारतों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, क्या यह सरकार यहां बुलडोजर चलाएगी या नहीं?'

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Mon, 29 Jul 2024 15:30:22 +0530 admin
‘तमिलनाडु में 24 घंटे में तीन अलग&अलग दलों के नेताओं की हत्या’, विपक्ष ने राज्य में अराजकता का लगाया आरोप https://aaj24x7live.com/561 https://aaj24x7live.com/561 चेन्नई.

तमिलनाडु में 24 घंटे से भी कम समय में तीन अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोगों की हत्या कर दी गई है। इसे लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार को घेरा है और आरोप लगाया है कि तमिलनाडु में अराजकता का माहौल है और सीएम एमके स्टालिन अक्षम हैं। एआईएडीएमके ने आरोप लगाया है कि सत्ताधारी डीएमके के लोग ही अराजकता फैला रहे हैं और सरकार के दबाव में पुलिस भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है।

एआईएडीएमके के प्रवक्ता कोवई सत्यम ने एक बयान जारी कर कहा कि '24 घंटे से भी कम समय में तमिलनाडु में तीन राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की हत्या कर दी गई है। जिन लोगों की हत्याएं हुईं, उनमें से एक एआईएडीएमके के नेता, दूसरे भाजपा के नेता और तीसरे कांग्रेस के नेता थे। इससे साफ पता चलता है कि तमिलनाडु में अराजकता का माहौल है और सीएम एमके स्टालिन पूरी तरह से अक्षम साबित हो रहे हैं। राज्य में अराजकता फैलाने और कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने वाले लोग भी डीएमके के हैं। पुलिस भी सत्ताधारी पार्टी से जुड़े लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है क्योंकि पार्टी हाईकमान ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि सत्ताधारी दल से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई न की जाए।'

भाजपा ने इंडी गठबंधन को निशाने पर लिया
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि 'तमिलनाडु में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। जुलाई की शुरुआत में दलित नेता बसपा के आर्मस्ट्रांग की निर्मम हत्या के बाद… पिछले तीन दिनों में हमने लगातार राजनीतिक हत्याएं देखी हैं – एक बीजेपी नेता की, एक एआईडीएमके नेता की और एक कांग्रेस नेता की। इससे पता चलता है कि कानून व्यवस्था एमके स्टालिन के नियंत्रण से बाहर है, लेकिन, राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी के पास इस पर कोई स्टैंड लेने का समय नहीं है। इस पर इंडी गठबंधन का कोई रुख नहीं है। यह उनके दोहरे एजेंडे, उनके दोहरे चेहरे और उनके लिए असुविधाजनक मुद्दे पर बोलने की उनकी कायरता को दर्शाता है।'

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Mon, 29 Jul 2024 14:15:50 +0530 admin
त्रिपुरा के पूर्व उप मुख्यमंत्री कोराज्यपाल बनने की नहीं थी जानकारी, पीएम मोदी के फोन कॉल पर मिली नियुक्ति https://aaj24x7live.com/560 https://aaj24x7live.com/560 अगरतला.

त्रिपुरा के पूर्व उप मुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा ने बताया कि उन्हें तेलंगाना का नया राज्यपाल नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस घोषणा से पहले उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का बार-बार कॉल आ रहा था। बता दें कि देव वर्मा पिछले साल सिपाहीजला जिले के चारिलम से विधानसभा चुनाव हार गए थे। वह त्रिपुरा के पहले व्यक्ति हैं, जिन्हें एक राज्य का राज्यपाल बनाया गया है।

भाजपा नेता जिष्णु देव वर्मा ने पत्रकारों से कहा, "पीएम मोदी ने मुझे शनिवार को फोन किया, उससे पहले तक मुझे बिलकुल भी अंदाजा नहीं था कि मुझे तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने (पीएम मोदी) मुझसे कहा कि मुझे त्रिपुरा के बाहर काम करना होगा। मैंने कहा कि जो भी जिम्मेदारी मुझे दी जाएगी, मैं उसपर काम करने के लिए तैयार हूं।" देव वर्मा ने आगे कहा, "इसके कुछ ही घंटों बाद मुझे तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का फोन आया। उन्होंने मुझे कहा तेलंगाना में आपका स्वागत है। उस समय मुझे मालूम चला कि मैं तेलंगाना का नया राज्यपाल बनकर जा रहा हूं।" उन्होंने बताया कि वह 31 जुलाई को तेलंगाना पहुंचेंगे और राज्यपाल पद की शपथ लेंगे। 

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Mon, 29 Jul 2024 14:15:43 +0530 admin
संसद में गूंजा दिल्ली कोचिंग हादसे का मुद्दा, थरूर बोले& यह शर्मनाक घटना https://aaj24x7live.com/559 https://aaj24x7live.com/559 नई दिल्ली.

संसद के मानसून सत्र का आज नौंवां दिन है। संसद में आज दिल्ली कोचिंग हादसे का मुद्दा उठा। संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की गई। वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज केंद्रीय बजट 2024 पर बोल सकते हैं। राज्यसभा में दिल्ली कोचिंग हादसे पर चर्चा की मांग की गई है। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'मुझे नियम 267 के तहत नोटिस मिले हैं…उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही के कारण दिल्ली में यूपीएससी उम्मीदवारों की दुखद मौत पर चर्चा की मांग की है।

मुझे लगता है कि देश के युवा जनसांख्यिकीय लाभांश को पोषित किया जाना चाहिए। आज कोचिंग व्यापार बन गई है। जब भी हम कोई समाचार पत्र पढ़ते हैं, तो पहले एक या दो पृष्ठ उनके विज्ञापनों के ही होते हैं।' राज्यसभा ने सोमवार को उच्च सदन के पूर्व सदस्य प्रभात झा के निधन पर शोक जताया और सदस्यों ने उनके सम्मान में कुछ देर का मौन रखा। सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रभात झा के निधन का उल्लेख करते हुए पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की और कहा कि उनके लेखों में आम आदमी की चिंता झलकती थी। उन्होंने कहा, 'उनके निधन से देश ने एक शानदार लेखक, पत्रकार और योग्य सांसद खो दिया।' इसके बाद सदस्यों ने कुछ देर मौन रहकर झा को श्रद्धांजलि दी। प्रभात झा का गत शुक्रवार सुबह गुरुग्राम के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 67 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से बीमार थे। दिल्ली कोचिंग हादसे का मामला आज लोकसभा में भी उठा। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने घटना के दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि 'यह शर्मनाक घटना है। युवाओं का सपना बिखर गया और उनके परिजनों को भी सदमा लगा है। यह देश के लिए बेहद दुख की बात है। जब जीवन चला गया तो क्या कदम उठाए जा सकते हैं? पीड़ितों को मुआवजा मिलना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसी घटना फिर न हो और किसी को ये दुख न झेलना पड़े।' लोकसभा में आज मनु भाकर के ओलंपिक मेडल जीतने पर बधाई दी गई। मनु भाकर ने रविवार को 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया। लोकसभा में दिल्ली कोचिंग हादसे का मुद्दा उठा। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने घटना पर दुख जताया और कहा कि यह पूरे देश के लिए दुख की बात है।

कांग्रेस सांसद ने दिल्ली हादसे को लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर पर उठाए सवाल
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर कहते हैं, 'दिल्ली में सिविल सेवा के तीन उम्मीदवारों की मौत हो गई। कुछ दिन पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी एक घटना हुई थी और वहां एक ड्राइवर की मौत हो गई थी। दिल्ली में एक के बाद एक प्रोजेक्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी विफलताएं सामने आ रही हैं। कुछ जवाबदेही होनी चाहिए। मैंने इस पर चर्चा के लिए संसद में स्थगन प्रस्ताव दिया है, हमें तुच्छ राजनीति में नहीं पड़ना चाहिए, हमें राष्ट्रीय राजधानी के लिए समाधान खोजने के बारे में सोचना चाहिए और मुझे उम्मीद है कि दिल्ली में इस तरह की समस्याओं के समाधान खोजने में अन्य सदस्य भी मुझसे सहमत होंगे।'

शिवसेना यूबीटी नेता ने दिल्ली हादसे पर सरकार को घेरा
शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, 'बजट से जुड़े कई मुद्दे हैं – जिस तरह से कर निर्धारण का फैसला किया गया है, उससे आम लोगों पर अधिक बोझ पड़ा है, महंगाई से कोई राहत नहीं मिली है। बेरोजगारी के मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया है और जिस तरह से बुनियादी ढांचे को तबाह किया जा रहा है – जैसा कि ओल्ड राजेंद्र नगर में हुआ – बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 छात्रों की जान चली गई। मैं कहूंगी कि यह मौत नहीं बल्कि हत्या है और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम बजटीय भाषणों के दौरान उन सभी मुद्दों को उठाएंगे। उन्हें (कोचिंग संस्थान को) जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और एमसीडी के लोगों का क्या? इस मुद्दे पर भाजपा जो गंदी राजनीति कर रही है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, एलजी से लेकर सभी स्तरों पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए।'

जम्मू और कश्मीर विनियोग विधेयक 2024 पेश करेंगी वित्त मंत्री
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को लोकसभा में जम्मू और कश्मीर विनियोग विधेयक 2024 पेश करेंगी। बताया गया है कि 'निर्मला सीतारमण वित्तीय वर्ष 2024-25 की सेवाओं के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर की समेकित निधि से कुछ राशियों के भुगतान और विनियोग को अधिकृत करने के लिए, साथ ही बिल पेश करने और आगे बढ़ाने के लिए अनुमति देंगी।'

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Mon, 29 Jul 2024 14:15:34 +0530 admin
दिल्ली कोचिंग हादसे के मृतकों के परिजनों से अस्पताल में मिले शशि थरूर, घटना को बताया शर्मनाक https://aaj24x7live.com/558 https://aaj24x7live.com/558 नई दिल्ली.

सेंट्रल दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में यूपीएससी की तैयारी करवाने वाले राव इंस्टीट्यूट में शनिवार रात को हुए हादसे पर राजनीति जारी है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर और जेबी माथेर मृतकों के परिजनों से मिलने आरएमएल अस्पताल पहुंचे। बता दें कि 27 जुलाई को इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना को कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शर्मनाक बताया।

उन्होंने इस घटना पर शोक जताते हुए कहा कि बच्चों के सपने चकनाचूर हो गए। शशि थरूर ने कहा, "यह शर्मनाक है। इसपर कोई संदेह नहीं कि उन बच्चों के सपने अब चकनाचूर हो गए। परिवार वालों की उम्मीद भी टूट गई। यह देश के लिए और युवाओं के भविष्य के लिए बहुत दुखद है। जब किसी की जिंदगी चली जाती है तो आप क्या समाधान लाते हैं? हां, मुआवजा दिया जाना चाहिए। सबसे ज्यादा जो जरूरी है, वह यह है कि हमें यह सुनिश्चित करना पड़ेगा कि ऐसी घटनाएं फिर से न हो, जिससे किसी और को इस दुख से गुजरना न पड़े।"

अन्य नेताओं ने भी दी प्रतिक्रिया
आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। कई सारे कोचिंग सेंटर बेसमेंट में अवैध तरीके से लाइब्रेरी और क्लासेस चलाते हैं। इस घटना में शामिल सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। अब दिल्ली के उप राज्यपाल की जिम्मेदारी है कि वे उनके खिलाफ कार्रवाई करें। मैं भाजपा से पूछना चाहूंगा कि वे दिल्ली के लोगों को सजा क्यों दे रहे हैं? उन्होंने पहले अधिकारियों को तबादला करने का अधिकार ले लिया और अब जब कार्रवाई की बात आती है तो वे दिल्ली के उपराज्यपाल के साथ साजिश कर रहे हैं। हम उन्हें उजागर करके रहेंगे।"

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Mon, 29 Jul 2024 14:15:25 +0530 admin
आंध्र सरकार की योजनाओं से हटा पूर्व सीएम का नाम, महान शख्सियतों को दिया सम्मान https://aaj24x7live.com/557 https://aaj24x7live.com/557 विशाखापत्तनम.

आंध्र प्रदेश सरकार ने कई सरकारी शैक्षिक कल्याणकारी योजनाओं से पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी का नाम हटा दिया है। सरकारी योजनाओं से पूर्व सीएम का नाम हटाकर महान शख्सियतों के नाम पर योजनाओं का नामकरण किया गया है। आंध्र प्रदेश सरकार के मंत्री नारा लोकेश ने पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी पर शिक्षा क्षेत्र को बर्बाद करने का आरोप लगाया।

नए नामकरण के अनुसार, 'जगन्ना अम्मा वोडी' योजना का नाम बदलकर अब 'तल्लिकी वंदनम' योजना कर दिया गया है। इस योजना के तहत माताओं को आर्थिक मदद दी जाती है ताकि वह अपने बच्चों की पढ़ाई पर खर्च कर सकें। इसी तरह 'जगन्ना विद्या कनुका' योजना का नाम बदलकर 'सर्वपल्ली राधाकृष्णन विद्या मित्र' कर दिया गया है। इस योजना के तहत आंध्र प्रदेश सरकार छात्रों को स्कूल बैग्स, किताबें और शिक्षा से संबंधित अन्य सामान दिया जाता है। इसी तरह राज्य को निजी स्कूलों में मिड डे मील मुहैया कराने के लिए चल रही 'जगन्ना गोरुमुड्डा' योजना का नाम बदलकर 'डोक्का सीतम्मा मध्याह्न बड़ी भोजनम' कर दिया गया है।

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Mon, 29 Jul 2024 14:15:16 +0530 admin
CBI ने केजरीवाल व अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर, शराब घोटाले में राउज एवेन्यू कोर्ट में हो रही सुनवाई https://aaj24x7live.com/550 https://aaj24x7live.com/550 नई दिल्ली.

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्पाद शुल्क नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य के खिलाफ राउज एवेन्यू कोर्ट दिल्ली में आरोपपत्र दायर किया है। दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े सीबीआई मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने 25 जुलाई को मुख्यमंत्री केजरीवाल की न्यायिक हिरासत को बढ़ा दी थी। इस मामले में आठ अगस्त को सुनवाई होनी है। तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केजरीवाल की पेशी हुई थी। सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल के तिहाड़ जेल से ही गिरफ्तार किया था।

सीएम केजरीवाल के अलावा पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और बीआरएस नेता के कविता की भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुईं थीं। राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 31 जुलाई और के. कविता की भी न्यायिक हिरासत 31 जुलाई तक बढ़ा दी थी। इससे पहले 12 जुलाई को अदालत ने आबकारी नीति से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत शुक्रवार को 25 जुलाई तक बढ़ा दी थी, जिसकी जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। केजरीवाल को विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेश किया गया था। वह अपनी न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मामलों के सिलसिले में पेश हुए थे।

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Mon, 29 Jul 2024 12:30:14 +0530 admin
पंजाब में बढ़ रहे ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के मामले, एक दशक में 31,879 महिलाओं की मौत… https://aaj24x7live.com/547 https://aaj24x7live.com/547 चंडीगढ़
 पंजाब में पिछले 10 सालों में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के मामलों में भारी बढ़ोतरी हुई है। 2014 से 2023 के बीच 31,879 महिलाओं की इससे मौत हो गई। यह आंकड़ा पिछले 10 सालों में इन दो कैंसर से होने वाली मौतों में 26% की बढ़ोतरी दर्शाता है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम (NCRP) के अनुसार, पंजाब में पिछले एक दशक में ब्रेस्ट कैंसर से होने वाली मौतों के अनुमानित 22,208 मामले सामने आए हैं। 2014 में जहां ब्रेस्ट कैंसर से 1,972 मौतें हुई थीं, वहीं 2023 में यह संख्या बढ़कर 2,480 हो गई। इसके अलावा, पिछले एक दशक में 9,671 महिलाओं ने सर्वाइकल कैंसर के कारण दम तोड़ दिया, जिसमें 2014 में 857 से बढ़कर 2023 में 1,082 मौतें हुईं। यह आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कांग्रेस सांसद शशि थरूर के एक प्रश्न के उत्तर में लोकसभा में साझा किए गए आंकड़ों में शामिल थे।

पड़ोसी राज्यों के तुलनात्मक विश्लेषण से पता चला है कि हरियाणा में ब्रेस्ट कैंसर से 15,515 और सर्वाइकल कैंसर से 6,461 मौतें हुईं, जबकि हिमाचल प्रदेश में इसी अवधि के दौरान ब्रेस्ट कैंसर से 4,823 और सर्वाइकल कैंसर से 2,010 मौतें हुईं। ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के मामलों को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी भी साझा की गई। मंत्रालय ने खुलासा किया कि उसने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के एक घटक, गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (NP-NCD) के माध्यम से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) को तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान की है।

सरकार ने उठाए ये कदम
यह सहायता राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर प्रदान की जाती है। यह कार्यक्रम बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, मानव संसाधन विकास, स्वास्थ्य संवर्धन और गैर-संचारी रोगों (NCD) की रोकथाम, जल्द निदान, प्रबंधन और उपचार के लिए स्वास्थ्य सेवा सुविधा के उचित स्तर पर रेफरल के बारे में जागरूकता पैदा करने पर केंद्रित है। इसके अलावा, NHM के तहत देश में व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के हिस्से के रूप में आम एनसीडी मधुमेह, उच्च रक्तचाप और आम कैंसर (मुंह, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा) की रोकथाम, नियंत्रण और जांच के लिए एक जनसंख्या-आधारित पहल भी शुरू की गई है। इन सामान्य एनसीडी की जांच आयुष्मान आरोग्य के तहत सेवा वितरण का एक अभिन्न अंग है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी ये जानकारी
मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह ऑन इम्यूनाइजेशन (NTAGI) ने जून 2022 में 9-14 वर्ष की आयु की लड़कियों को लक्षित करते हुए सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए HPV वैक्सीन को सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने की सिफारिश की थी। अंतरिम केंद्रीय बजट 2024-2025 में इस सिफारिश को और मजबूती मिली, जिसमें टीकाकरण के महत्व पर जोर दिया गया। केंद्र ने जांच और प्रबंधन के लिए एक राष्ट्रीय एनसीडी पोर्टल भी शुरू किया है। यह पोर्टल जो देखभाल की निरंतरता सुनिश्चित करता है। पोर्टल 30 वर्ष से अधिक आयु की जनसंख्या के लिए पांच सामान्य एनसीडी जिनेमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मौखिक, स्तन और सर्वाइकल कैंसर के लिए जनसंख्या गणना, जोखिम मूल्यांकन और जांच को सक्षम बनाता है।

पंजाब और हरियाणा में महिलाओं में अगर समय पर कैंसर की स्क्रीनिग यानी जांच की जाए तो उन्हें सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर से काफी हद तक बचाया जा सकता है।

प्रो. जेएस ठाकुर ने बताया कि पीजीआइ और मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल सेंटर की ओर से हाल ही में किए गए शोध में यह सामने आया है कि पंजाब और हरियाणा में महिलाओं में कैंसर का पता लगाने के लिए समय पर स्क्रीनिग या जांच नहीं होती है, जो कि घातक साबित हो रहा है। अगर मरीजों की समय पर स्क्रीनिग की जाए तो सर्वाइकल, ब्रेस्ट कैंसर या अन्य कैंसर का पता लगाकर उसे बढ़ने से रोका जा सकता है।

शोध के मुताबिक पंजाब में 30-49 आयु वर्ग की महिलाओं में केवल चार फीसद में सर्वाइकल और दो फीसद में ब्रेस्ट कैंसर जांच की जाती है। वहीं मात्र 7.9 फीसद आबादी की मुंह के कैंसर की जांच की गई है। इसी तरह हरियाणा में 30 से 39 साल की महिलाओं में केवल 7.7 फीसद में सर्वाइकल और आठ फीसद में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाया है। हरियाणा में 14.7 फीसद लोगों में कभी मुंह के कैंसर की जांच की गई। पंजाब-हरियाणा से हर साल आते हैं कैंसर के पांच लाख मरीज

प्रो. ठाकुर ने बताया कि पीजीआइ में हर साल पंजाब और हरियाणा से कैंसर से पीड़ित करीब पांच लाख लोग इलाज के लिए आते हैं। इनमें महिलाओं में सर्विक्स, सर्वाइकल, ब्रेस्ट और मुंह का कैंसर ज्यादा पाया जाता है। वहीं पुरुषों में फेफड़ों और प्रोस्टेट का कैंसर अधिक पाया जाता है। हर साल 10 मिलियन लोगों की कैंसर से होती है मृत्यु

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Mon, 29 Jul 2024 11:31:02 +0530 admin
पनामा के जहाज में लगी आग बुझाने को शारजाह से ‘वैलिएंट’ रवाना, 30 जुलाई तक पहुंचेगा https://aaj24x7live.com/546 https://aaj24x7live.com/546 नई दिल्ली
 गोवा के पश्चिम में लगभग 80 नॉटिकल मील पर पनामा के ध्वज वाले मालवाहक पोत एमवी मार्सक फ्रैंकफर्ट में लगी आग के लिए शुरू किया गया भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) का ऑपरेशन 'सहायता'  10वें दिन भी चल रहा है। जहाज के मालिक की ओर से अनुबंधित विशेष बचाव एजेंसी ने ऑपरेशन को पूरी तरह से अपने हाथ में लेने से पहले आईसीजी से 04-05 दिन और सहायता मांगी है। आईसीजी की सहायता के लिए एक एंकर हैंडलिंग टग सप्लाई जहाज वैलिएंट शारजाह से रवाना हो चुका है, जिसके 30 जुलाई तक न्यू मंगलौर पहुंचने की संभावना है।

मुंबई स्थित भारतीय तटरक्षक क्षेत्रीय मुख्यालय (पश्चिम) से गोवा के पश्चिम में लगभग 80 नॉटिकल मील पर पनामा के ध्वज वाले मालवाहक पोत एमवी मार्सक फ्रैंकफर्ट में आग लगने की सूचना आईसीजी को मिली थी। इसी के बाद आईसीजी ने ऑपरेशन 'सहायता' शुरू किया था, जिसमें अब तक 05 आईसीजी जहाज, 02 एएलएच हेलीकॉप्टर और 01 डोर्नियर विमान ने कई उड़ानें भरी हैं। 1200 किलोग्राम से अधिक सूखा रासायनिक पाउडर हवाई मार्ग से घटनास्थल पर गिराया गया है। आईसीजी ने प्रगति की समीक्षा करने और संकट का जल्द समाधान खोजने के लिए डीजी शिपिंग, राज्य प्रशासन, हितधारकों, बंदरगाहों, बचाव एजेंसी, जहाज मालिकों और प्रबंधन के साथ 02 समन्वय बैठकें भी की हैं।

फिलहाल यह जहाज इस समय न्यू मंगलौर से 50 नॉटिकल मील दक्षिण पश्चिम में तट से 37 नॉटिकल मील से अधिक की दूरी पर है। जहाज का रखरखाव न्यू मंगलौर के बंदरगाह से किया जा रहा है, क्योंकि बचाव दल अग्निशमन प्रयास पूरे होने के बाद जहाज को इसी बंदरगाह पर लाया जाना है। आईसीजी जहाज को ठंडा करने और छिटपुट छोटी लपटों को बुझाने का काम कर रहे हैं जो समय-समय पर सीलबंद कंटेनरों के कारण भड़कती हैं। आईसीजी कम से कम 02 अपतटीय गश्ती जहाजों के साथ मौके पर मौजूद है, जो 24×7 अग्निशमन और ऑपरेशन समन्वय में लगे हुए हैं।

ऑपरेशन 'सहायता' के 10वें दिन भारतीय तटरक्षक बल अग्निशमन के साथ-साथ प्रदूषण निवारक उपाय भी कर रहा है। आईसीजी ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष पोत 'समुद्र प्रहरी' को तैनात किया है। आईसीजी का लक्ष्य आग के किसी भी दुष्परिणाम से समुद्री पर्यावरण की रक्षा करना है। यह विशेष पोत डायनेमिक पोजिशनिंग सिस्टम से भी सुसज्जित है, जो इसे मालवाहक जहाज से बहुत कम दूरी पर अग्निशमन कार्य करने में सक्षम बनाता है। इसके अलावा आईसीजी की विशेष प्रदूषण प्रतिक्रिया टीम तेल रिसाव की घटना होने पर स्टैंडबाय पर है। हालांकि, आईसीजी के मुताबिक़ एमवी मार्सक फ्रैंकफर्ट में लगी आग समुद्री पर्यावरण और कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों के लिए कोई जोखिम नहीं है।

जहाज के मालिक ने आग बुझाने के प्रयासों को तेज करने के लिए एक विशेष बचाव एजेंसी को अनुबंधित किया है। बचाव दल ने ऑपरेशन को पूरी तरह से अपने हाथ में लेने से पहले आईसीजी से 04-05 दिन और सहायता मांगी है। एजेंसी ने आईसीजी को सहायता देने के लिए 02 महासागरीय टग, अल्बाट्रोस 5 जुटाया है। डीजी शिपिंग के साथ अनुबंध के तहत ईटीवी वाटर लिली भी घटनास्थल पर है, जो आग बुझाने के प्रयासों में सहायता कर रहा है। इसके अलावा विशेष उपकरणों और अतिरिक्त बचावकर्मियों के साथ टग क्रिएटिव-I के आज दोपहर के आसपास संकटग्रस्त जहाज पर पहुंचने की उम्मीद है। एक अन्य एंकर हैंडलिंग टग सप्लाई जहाज वैलिएंट शारजाह से रवाना हो चुका है, जिसके 30 जुलाई तक पहुंचने की संभावना है।

 

 

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Mon, 29 Jul 2024 11:30:18 +0530 admin
गुजरात सामने आया पत्नी के उम्र छिपाने का मामला, पति ने खुलासे के बाद पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट https://aaj24x7live.com/545 https://aaj24x7live.com/545 अहमदाबाद
गुजरात के अहमदाबाद में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। महिला के मां नहीं बन पाने पर पति ने उसकी मेडिकल जांच कराई। इसमें पत्नी की उम्र अधिक निकलने पर पति ने महिला के खिलाफ उम्र छिपाने और फर्जीवाड़ा को लेकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पति ने पत्नी के खिलाफ पुलिस को एक शिकायत दी है। इसमें पति ने पत्नी के परिवार वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पति का आरोप है कि उन्होंने पत्नी की उम्र के साथ फर्जीवाड़ा किया। पति की शिकायत पर अहमदाबाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। चिकत्सीय जांच में महिला की उम्र 32 साल की जगह 40 साल से अधिक सामने आई है।

पति समेत आठ के खिलाफ केस
अहमदाबाद के सरखेज इलाके में रहने वाले एक महिला जब एक साल तक गर्भ धारण करने में असफल रही तो 34 वर्षीय पति उसे डॉक्टर के पास लेकर गया। मेडिकल रिपोर्ट में सामने आया कि महिला की उम्र काफी ज्यादा है। वह बिना चिकत्सीय मदद के मां नहीं बन सकती है। सोनोग्राफी रिपोर्ट में हुए खुलासे के बाद पति के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। शादी के वक्त पर पत्नी की उम्र 32 साल दर्ज की गई थी, लेकिन सोनोग्राफी में उसकी उम्र 40 साल से अधिक निकली। पत्नी के अपनी उम्र छिपाने को लेकर पति ने अहमदाबाद पुलिस को शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पति ने अपनी शिकायत में कहा है कि पत्नी और उसके परिवारीजनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पुलिस ने पति की शिकायत पर विश्वासघात, जालसाजी, धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और धमकी से संबंधित आईपीसी की कई धाराओं के तहत पत्नी, उसके पिता और उसके रिश्तेदारों सहित आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

जून, 2023 में हुई थी शादी
34 साल के पति ने पुलिस को बताया कि मई 2023 में उसे अपनी होने वाली पत्नी से मिलवाया गया था। तब उसके बायोडेटा में उसकी जन्मतिथि 18 मई, 1991 दिखाई गई थी, जो उससे 18 महीने छोटी थी। उसके परिवार से मिलने के बाद हमारी शादी 19 जून, 2023 को तय हुई थी। लड़की के परिवार ने अनुरोध किया कि शादी पालनपुर के एक गांव में हो। पति का आरोप है कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद, उसके परिवार ने उम्र और शिक्षा का प्रमाण देने में देरी की। शादी के दिन, विवाह समारोह के दौरान, उन्होंने उसके स्कूल छोड़ने के प्रमाण पत्र और पासपोर्ट की प्रतियां जमा कीं, जिन्हें असली मान लिया। इसके बाद पत्नी की जन्मतिथि विवाह रजिस्टर में 18 मई, 1991 दर्ज की गई थी।

छिपा लिए पहली रिपोर्ट के निष्कर्ष
पति के अनुसार जब कई महीनों की कोशिशों के बाद भी गर्भधारण के प्रयास असफल रहे। तो उसने घर पर किसी और को बताए बिना पत्नी और साली के साथ जुहापुरा में एक डॉक्टर के पास जांच कराई। पत्नी ने पति को रिपोर्ट नहीं बताई। इसके बाद पति ने फिर सितंबर 2023 में पालडी के एक स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श किया। सोनोग्राफी रिपोर्ट में सामने आया कि पत्नी की उम्र 40 से 42 साल के आसपास है। डॉक्टर ने कहा कि पत्नी स्वाभाविक रूप से गर्भधारण नहीं कर पाएगी। इसके बाद पति ने जुहापुरा के डॉक्टर से भी रिपोर्ट हासिल की। इसमें पता चला कि दोनों के निष्कर्ष एक जैसे हैं।

छह साल घटाई उम्र
पति का आरोप है कि उसने पत्नी से कई बार मूल दस्तावेज मांगे, तो पत्नी ने देने से परहेज किया। पति के अनुसार जांच पड़ताल में पता चला कि पत्नी की उम्र 18 मई, 1985 थी। जिसे 18 मई, 1991 कर दिया गया। जब उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने कथित तौर पर धोखाधड़ी की बात स्वीकार की और माफ़ी मांगी। पति ने इस घटनाक्रम से जुड़े दो घंटे का ऑडियो टेप भी दिया है। पति का आरोप है कि शादी के बाद उसकी पत्नी अक्सर अपने माता-पिता के घर जाती थी और अक्सर उसके और उसके परिवार द्वारा दिए गए कीमती सामान भी ले जाती थी।

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Mon, 29 Jul 2024 11:30:11 +0530 admin
रामदेव के खिलाफ चिकित्सकों की याचिका पर फैसला आज सोमवार को https://aaj24x7live.com/538 https://aaj24x7live.com/538 नई दिल्ली

 दिल्ली उच्च न्यायालय ‘कोरोनिल’ से कोविड-19 का ‘‘उपचार’’ होने के दावे को लेकर योग गुरु रामदेव के खिलाफ कई चिकित्सक संघों की ओर से दायर याचिका पर आज सोमवार को अपना फैसला सुनाएगा।

यह याचिका चिकित्सक संघों द्वारा रामदेव, उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद के खिलाफ 2021 में दायर एक मुकदमे का हिस्सा है।

न्यायमूर्ति अनूप जयराम भंभानी ने पक्षकारों की दलीलें सुनने के बाद 21 मई को इस मुद्दे पर फैसला सुरक्षित रख लिया था।

याचिका के अनुसार, रामदेव ने ‘कोरोनिल’ के बारे में ‘‘निराधार दावे’’ करते हुए कहा था कि यह कोविड-19 के इलाज में कारगर है। याचिका में कहा गया है कि कोरोनिल को केवल “प्रतिरक्षा बढ़ाने” वाली दवा के रूप में लाइसेंस दिया गया था, जबकि रामदेव का दावा इसके विपरीत है।

वादी पक्ष की ओर से पेश वरिष्ठ वकील ने प्रतिवादियों को भविष्य में इस तरह के बयान देने से रोकने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि रामदेव ने उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए एक गलत सूचना अभियान और विपणन रणनीति अपनाई, जिसमें ‘कोरोनिल’ भी शामिल था, जिसे कोविड-19 के लिए वैकल्पिक उपचार बताया गया।

उच्च न्यायालय ने 27 अक्टूबर 2021 को इस याचिका पर रामदेव और अन्य को नोटिस जारी किया था।

 

 

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Mon, 29 Jul 2024 10:15:33 +0530 admin
हैल्थ विभाग ने स्वाइन फ्लू को लेकर जारी की एडवाइजरी https://aaj24x7live.com/537 https://aaj24x7live.com/537 नई दिल्ली
स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू (एच1एन1) को लेकर एडवाइजरी जारी की है। मौसम में हो रहे बदलाव और बढ़ती उमस को देखते हुए यह एडवायजरी जारी की है। देश के कई शहरों में स्वाइन फ्लू के केस कन्फर्म हुए हैं। ऐसे में विभाग ने एहतियात के तौर पर एडवाइजरी जारी की हैं। हैल्थ विभाग की ओर से डेंगू की रोकथाम को लेकर भी घर-घर जाकर चैकिंग और लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मानसून सीजन की शुरूआत से पहले ही विभाग ने टीम बना ली थी जो फील्ड में काम कर रही है। 120 के करीब कर्मी इसमें लगे हैं। हालांकि यह डेंगू का पिक सीजन नहीं है, लेकिन थोड़ी सी भी लापरवाही इस वक्त भारी पड़ सकती है।

बारिश हालांकि अभी ज्यादा नहीं हो रही। आने वाले दिनों में यह बढ़ेगी, जोकि मछरों के पैदा होने के लिए सही कंडीशन उन्हें देगी। विभाग की टीमें घर-घर जाकर चैकिंग कर रही हैं और लापरवाही को लेकर चालान काटने के लिए पांच टीम बनाई हैं। विभाग के पास 10 हाथ चलाने वाली फॉगिंग मशीन और 4 गाड़ी वाली फॉगिंग मशीन हैं जिसकी मदद ली जा रही हैं। एच1एच1 से ऐसे बचें के तरीके की बात करें तो छींकते समय टिश्यू पेपर से नाक को ढके और फिर उस पेपर से सावधानी से नष्ट कर दे।

हाथों को लगतार साबुन से धोते रहें। घर, ऑफिस के दरवाजों के हैडल, कीबोर्ड, मेज अदि साफ रखें। जुकाम के लक्षण दिखाई दें तो घर से बाहर ना जाएं और दूसरों के नजदीक ना जाएं। बुखार अगर आया हो तो उसके ठीक होने के 24 घंटे बाद तक घर पर रहे। लगातार पानी पीते रहें। फेस मास्क जरूर पहनें। स्वाइन फ्लू के लक्षण यूं तो सामान्य जुकाम जैसे ही होते हैं, परंतु इसमें 100 डिग्री तक का बुखार आता है, भूख कम होजाती है और नाक से पानी बहता है।

कुछ लोगों को गले में जलन, उल्टी और डायरिया भी हो जाता है। डाक्टर्स की मानें तो यहलक्षण होने पर तुरंत अस्पताल में चैक कराएं, लेकिन टैस्ट डाक्टर के पर्रामश के बाद ही कराएं। स्वाइन फ्लू एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संपर्क से फैलता है। जब कोई स्वाइन फ्लू का मरीज छींकता है तो उसके आसपास 3 दूर तक खडे, व्यक्तियों फीट की दूर के शरीर में इस स्वाइन फ्लू का वायरस प्रवेश कर जाता है। यदि कोई व्यक्ति अपनेछींकते समय-नाक को हाथ से ढक लेता है तो फिर यदि वह जहां कहीं भी उस हाथ को लगाता है (दरवाजे, खिडकियां, मेज, कीबोर्ड आदि) वहां यह वायरस लग जाता है और फिर वहां से किसी अन्य व्यक्ति के हाथों पर लगक र शरीर में प्रवेश हो जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि यह मौसम सीजनल फ्लू का होता है, जिसमें स्वाइन फ्लू, डेंगू मलेरिया, चिकनगुनिया समेत कई वेक्टर बोर्न डिजीज यानी पानी से होनी वाली बीमारियां का खतरा रहता है।

 

 

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Mon, 29 Jul 2024 10:15:26 +0530 admin
कोल्हापुर जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर, 34 लोग बचाए गए, सात हजार लोग स्थानांतरित https://aaj24x7live.com/536 https://aaj24x7live.com/536 मुंबई
कोल्हापुर जिले के कई शहरों में बाढ़ का पानी घुस जाने से यहां की स्थिति खराब होती जा रही है। पंचगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 43 फीट से बढ़ कर 47.8 फीट तक पहुंच कर स्थिर हो गया है। 40 से अधिक सड़कें बंद कर दी गई हैं, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। बाढ़ प्रभावित स्थलों पर फंसे 34 लोगों को बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया है। जबकि 7,000 लोग स्थानांतरित किए गए हैं। एनडीआरएफ की दो टीमें और फायर ब्रिगेड के जवान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों के बीच बचाव अभियान चला रहे हैं।

जानकारी के अनुसार  सुबह से बारिश नहीं हो रही है लेकिन राधानगरी और बांधों से पानी का विसर्ग पंचगंगा नदी में किया जा रहा है, जिससे नदी का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। हालांकि रविवार को सुबह राधानगरी बांध के दो स्वचालित गेट बंद कर दिये गए फिलहाल बांध के सिर्फ दो गेट से पानी का विसर्ग जारी रखा गया है। पंचगंगा का जलस्तर जो शुक्रवार को 46.4 फीट था, वह शनिवार की रात 9 बजे 47.8 फीट पर पहुंच गया, जो स्थिर बना हुआ है।

पंचगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से आइडियल कॉलोनी, गायकवाडवाड़ा, पंचगंगा तालीम, सुतारवाड़ा, सीता कॉलोनी, सीपीआर चौक, लक्षतीर्थ कॉलोनी में विश्वकर्मा अपार्टमेंट के पीछे खानविलकर, विंस हॉस्पिटल, पोलो ग्राउंड रामनमाला पैलेस ऑर्किड अपार्टमेंट, माली माला, उल्पे माला, मुक्ता सैनिक कॉलोनी, सफायर पार्क आदि इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे कोल्हापुर वासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पिछले 24 घंटे में बारिश और बाढ़ की वजह से जिले में 48 पक्के मकान और 402 कच्चे मकान ढह गये हैं। इसके अलावा 50 पशु शेड भी ढह गये हैं। सार्वजनिक संपत्तियों को 1 लाख 97 हजार रुपये का नुकसान हुआ, जबकि 503 निजी संपत्तियों को 2 करोड़ 2 लाख 85 हजार रुपये का नुकसान हुआ है।

 

 

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Mon, 29 Jul 2024 10:15:19 +0530 admin
मन की बात: पीएम मोदी बोले& खादी की बिक्री में 400 फीसदी की वृद्धि, कारोबार पहली बार डेढ़ लाख करोड़ रुपये के पार https://aaj24x7live.com/525 https://aaj24x7live.com/525 नई दिल्ली
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि खादी की बिक्री में 400 फीसदी की वृद्धि हुई है और खादी ग्रामोद्योग का कारोबार पहली बार डेढ़ लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। आकाशवाणी पर प्रसारित अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 112वीं कड़ी में मोदी ने देशवासियों से खादी के कपड़े खरीदने का आग्रह भी किया।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह बताते हुए आनंद महसूस हो रहा है कि खादी ग्रामोद्योग का कारोबार पहली बार डेढ़ लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। सोचिए, डेढ़ लाख करोड़ रुपये! और जानते हैं, खादी की बिक्री कितनी बढ़ी है? 400 प्रतिशत।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि खादी और हैंडलूम उत्पादों की बढ़ती ब्रिक्री देश में रोजगार के नये अवसर भी पैदा कर रही है और चूंकि, इससे महिलाएं सबसे ज्यादा जुड़ी हैं, तो सबसे ज्यादा फायदा भी उन्हीं को हो रहा है। अगस्त के महीने को आजादी का महीना करार देते हुए मोदी ने कहा कि लोगों के पास भांति-भांति के वस्त्र होंगे, लेकिन अभी तक उन्होंने यदि खादी के वस्त्र नहीं खरीदे हैं, तो वे इस साल से ही इनकी खरीदारी शुरू कर दें।

उन्होंने कहा, ‘‘अगस्त का महीना आ गया है। यह आजादी मिलने का महीना है, क्रांति का महीना है। इससे बढ़िया अवसर और क्या होगा खादी खरीदने के लिए।’’ ‘मन की बात’ की इस कड़ी में प्रधानमंत्री ने मादक पदार्थों के सेवन से जुड़ी चिंताओं पर भी बात की। उन्होंने लोगों से भारत को नशा मुक्त बनाने की अपील की।

मोदी ने कहा कि नशे की लत के शिकार लोगों की मदद के लिए सरकार ने ‘मानस’ नामक अभियान की शुरुआत की है, जो मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में बहुत बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही ‘मानस’ की हेल्पलाइन और पोर्टल को लॉन्च किया गया था और सरकार ने एक टोल फ्री नंबर 1933 भी जारी किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पर कॉल करके कोई भी जरूरी सलाह ले सकता है या फिर पुनर्वास से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकता है।

उन्होंने लोगों से मादक पदार्थों से जुड़ी जानकारी इस नंबर पर साझा करने का आग्रह भी किया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान अंतरराष्ट्रीय गणित ओलंपियाड में भारत को मिली सफलता का जिक्र किया और इस स्पर्धा में भारत का नाम रौशन करने वाले छात्रों से संवाद भी किया। उन्होंने पेरिस ओलंपिक की भी चर्चा की और देशवासियों से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का आग्रह किया।

'मानस' ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में एक बहुत बड़ा कदम है : प्रधानमंत्री मोदी
 रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान कहा कि हर परिवार कि यह चिंता होती है कि कहीं उनका बच्चा ड्रग्स की चपेट में न आ जाए। अब ऐसे लोगों की मदद के लिए सरकार ने एक विशेष केंद्र खोला है जिसका नाम है 'मानस'। ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में यह बहुत बड़ा कदम है।

कुछ दिन पहले ही मानस की हेल्पलाइन और पोर्टल को लांच किया गया है। सरकार ने एक टोल फ्री नंबर 1933 जारी किया है। इस पर कॉल करके कोई भी व्यक्ति जरूरी सलाह ले सकता है। अगर किसी के पास ड्रग्स से जुड़ी कोई दूसरी जानकारी है तो वे इसी नंबर पर कॉल करके नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ यह सूचना साझा भी कर सकते हैं। यहां हर जानकारी गोपनीय रखी जाती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को ड्रग्स फ्री बनाने में जुटे सभी लोगों से, सभी परिवारों से, सभी संस्थाओं से मेरा आग्रह है कि मानस हेल्पलाइन का भरपूर उपयोग करें।

प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान 'टाइगर डे' का भी जिक्र किया। 29 जुलाई को टाइगर डे मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में तो बाघ हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। हम सब बाघों से जुड़े किस्से कहानियां सुनते हुए ही बड़े हुए हैं। जंगल के आसपास के गांव के लोगों को पता होता है कि बाघों के साथ तालमेल बिठाकर कैसे रहना है।

उन्होंने कहा, हमारे देश में ऐसे कई गांव हैं जहां इंसानों और बाघों के बीच टकराव की स्थिति नहीं आती। लेकिन जहां ऐसी स्थिति आती है वहां भी बाघों के संरक्षण के लिए अभूतपूर्व प्रयास हो रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जन भागीदारी का ऐसा ही प्रयास है 'कुल्हाड़ी बंद पंचायत'। राजस्थान के रणथंभौर से शुरू हुआ 'कुल्हाड़ी बंद पंचायत', अभियान बहुत दिलचस्प रहा है। स्थानीय लोगों ने स्वयं इस बात की शपथ ली है कि जंगल में कुल्हाड़ी के साथ नहीं जाएंगे और पेड़ नहीं कटेंगे।

इस एक फैसले से यहां के जंगल एक बार फिर से हरे भरे हो रहे हैं जो बाघों के लिए बेहतर वातावरण तैयार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र का ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व बाघों के प्रमुख बसेरों में से एक है। यहां के स्थानीय समुदायों ने इको टूरिज्म की ओर तेजी से कदम बढ़ाए हैं। उन्होंने जंगल पर अपनी निर्भरता को कम किया है ताकि यहां बाघों की गतिविधियां बढ़ सके।

प्रधानमंत्री ने बताया कि आंध्र प्रदेश के चेंचू जनजाति के प्रयास भी हैरान कर देंगे। उन्होंने जंगल में वन्य जीवों के मूवमेंट की हर जानकारी एकत्र की है। इसके साथ ही वे इस क्षेत्र में अवैध गतिविधियों की निगरानी भी करते रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में बाघ मित्र कार्यक्रम भी काफी चर्चा में है। इसके तहत स्थानीय लोगों को बाघ मित्र के रूप में काम करने की ट्रेनिंग दी जाती है। यह बाघ मित्र इस बात का पूरा ध्यान रखते हैं कि बाघों और इंसानों के बीच टकराव की स्थिति न बने।

देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह के कई प्रयास जारी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने यहां कुछ ही प्रयासों की चर्चा की है, लेकिन मुझे खुशी है कि जन भागीदारी बाघों के संरक्षण में बहुत काम आ रही है। ऐसे प्रयासों की वजह से ही भारत में बाघों की आबादी हर साल बढ़ रही है। आपको यह जानकर खुशी और गर्व का अनुभव होगा कि दुनिया भर में जितने बाघ हैं उनमें से 70 प्रतिशत बाघ हमारे देश में है। तभी तो हमारे देश के अलग-अलग हिस्सों में कई टाइगर सेंचुरी हैं।

प्रधानमंत्री ने बताया कि बाघों के बढ़ने के साथ-साथ हमारे देश में वन क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है। इसमें भी सामुदायिक प्रयासों से बड़ी सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले मन की बात कार्यक्रम में आपसे 'एक पेड़ मां के नाम' कार्यक्रम की चर्चा की थी, मुझे खुशी है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इंदौर में हुए एक कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि 'मां के नाम एक पेड़' कार्यक्रम के दौरान यहां एक ही दिन में 2 लाख से ज्यादा पौधे लगाए गए। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से कहा कि 'मां के नाम पेड़' लगाने के इस अभियान में आप भी जरूर जुड़े।

 

 

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Sun, 28 Jul 2024 23:15:15 +0530 admin
सरकार ने तीन महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉक की नीलामी रद्द की https://aaj24x7live.com/524 https://aaj24x7live.com/524 नई दिल्ली
 सरकार ने खानों की बिक्री के तीसरे चरण के तहत तीन महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉक की नीलामी रद्द कर दी है। इनमें एक जम्मू-कश्मीर की लिथियम खान भी शामिल है। बोलीकर्ताओं की संख्या निर्धारित से कम होने की वजह से सरकार ने नीलामी रद्द की है। सरकार यह नीलामी स्वच्छ विकल्प और महत्वपूर्ण खनिजों के मामले में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए करने जा रही है।

जिन तीन ब्लॉक की नीलामी रद्द की गई है उनमें जम्मू-कश्मीर में सलाल-हैमना लिथियम, टाइटेनियम और बॉक्साइट (एल्युमिनस लेटराइट) ब्लॉक, झारखंड में मस्कानिया-गरेरियाटोला-बारवारी पोटाश ब्लॉक और तमिलनाडु में कुरुंजाकुलम ग्रेफाइट ब्लॉक शामिल हैं।

खान मंत्रालय के नोटिस के अनुसार, नीलामी रद्द कर दी गई क्योंकि ‘खनिज नीलामी नियमों के अनुसार आवश्यक संख्या में बोलियां प्राप्त नहीं हुई हैं।’

मंत्रालय ने 14 मार्च को नीलामी के तीसरे चरण में सात महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों की बिक्री शुरू की थी। पहली किस्त में तीन से कम बोलियां प्राप्त करने वाले ब्लॉक को इस दौर के तहत अधिसूचित किया गया था।

ये सात ब्लॉक ग्लूकोनाइट, ग्रेफाइट, निकेल, पीजीई, पोटाश, लिथियम और टाइटेनियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों से संबंधित हैं और बिहार, झारखंड, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में स्थित हैं।

पिछले महीने सरकार ने दूसरे चरण में शुरू की गई महत्वपूर्ण खनिजों के 14 ब्लॉक की नीलामी रद्द कर दी थी। पहले चरण में केंद्र ने ठंडी प्रतिक्रिया के कारण बिक्री के लिए रखे गए 20 ब्लॉक में से 13 की नीलामी रद्द कर दी थी।

केंद्र ने पिछले महीने अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में 21 खदानों की पेशकश करते हुए महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिज ब्लॉक की नीलामी का चौथा दौर शुरू किया था।

 

 

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Sun, 28 Jul 2024 23:15:07 +0530 admin
अमरनाथ यात्रा में 29 दिन में 4.51 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किये बाबा बर्फानी के दर्शन https://aaj24x7live.com/518 https://aaj24x7live.com/518 जम्मू,
 29 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ रही है। अमरनाथ यात्रा ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले 29 दिनों में 4.51 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ यात्रा की है। अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने बताया कि 29 जून को शुरू हुई इस यात्रा के बाद से पिछले 29 दिनों में 4.51 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए हैं, जिससे पिछले साल की यात्रा का रिकॉर्ड टूट गया है।

पिछले वर्ष पूरी यात्रा अवधि के दौरान 4.45 लाख श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर के दर्शन किए थे। शनिवार को लगभग 8 हजार तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किए हैं, जबकि रविवार को 1,677 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ। अधिकारियों के अनुसार, 29 जून को यात्रा शुरू होने के बाद से घाटी जाने वाले तीर्थयात्रियों की यह सबसे छोटी संख्या है।

जम्मू-कश्मीर में रविवार को भारी बारिश के बीच 1,677 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था कड़ी सुरक्षा में बेस कैंप से अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुआ. यह तीर्थयात्रियों का 31वां जत्था है जिसमें 1,300 से अधिक पुरुष और 200 महिलाएं भी शामिल हैं.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने अमरनाथ यात्रा को लेकर बताया कि इसमें दो बच्चे और 104 साधु-साध्वी भी शामिल हैं, जो केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा में 67 वाहनों के काफिले में सुबह 3.35 बजे भगवती नगर आधार शिविर से निकले थे.

वहीं 1,269 तीर्थयात्री अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे मार्ग के माध्यम से तीर्थयात्रा करने के लिए पहलगाम पहुंचेंगे, 408 ने गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे कठिन बालटाल मार्ग को यात्रा के लिए चुना है.

बता दें कि 28 जून को, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू से पहले जत्थे को हरी झंडी दिखा कर अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना किया था. तब से अब तक कुल 1,36,984 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हो चुके हैं.

इनमें से 408 यात्री सुबह 3.35 बजे 24 वाहनों के काफिले में सवार होकर उत्तरी कश्मीर के बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुए। 1,269 यात्रियों का दूसरा काफिला 43 वाहनों में सवार होकर दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) आधार शिविर के लिए रवाना हुआ।” सीएपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के असाधारण सुरक्षा इंतजामों की वजह से इस साल यात्रा शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से चल रही है। गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है। यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

भक्त या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से या फिर उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं। पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग 48 किलोमीटर लंबा है। जिससे बाबा बर्फानी तक पहुंचने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं। दूसरा मार्ग बालटाल का है। ये 14 किलोमीटर लंबा है। इस मार्ग का चयन करने वाले लोग ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं। इस वर्ष की यात्रा 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन त्योहार के साथ संपन्न होगी।

 

 

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Sun, 28 Jul 2024 21:15:30 +0530 admin
गांधीजी का अहिंसा का संदेश मौजूदा समय में भी प्रासंगिक: जयशंकर https://aaj24x7live.com/509 https://aaj24x7live.com/509 टोक्यो/नई दिल्ली
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि मौजूदा समय में समय में भू-राजनीतिक संघर्ष और तनाव के मद्देजनर महात्मा गांधी का वह संदेश, जिसमें उन्होंने कहा था कि समाधान युद्ध के मैदान से नहीं आते हैं और कोई भी युग युद्ध का युग नहीं होना चाहिए, उतना ही प्रासंगिक है, जितना उस समय था।

जयशंकर ने जापान की राजधानी टोक्यो में एडोगावा के फ्रीडम प्लाजा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया और इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “गांधीजी के संदेश कालातीत हैं। मैं आज कहूंगा कि ऐसे समय में जब हम दुनिया में इतना संघर्ष, इतना तनाव, इतना ध्रुवीकरण, इतना रक्तपात देख रहे हैं, गांधीजी का वह संदेश बहुत महत्वपूर्ण है, जिसमें उन्होंने कहा था समाधान युद्ध के मैदान से नहीं आते हैं, कोई भी युग युद्ध का युग नहीं होना चाहिए। यह संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना 80 साल पहले था।”

गांधीजी को सतत विकास का मूल पैगम्बर बताते हुए विदेश मंत्री ने कहा, “स्थायित्व, जलवायु प्रेम, हरित विकास, हरित नीतियों के संदर्भ में, गांधीजी सतत विकास के मूल पैगम्बर थे। वे प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर जीने के सबसे बड़े पैरोकार थे। इसलिए गांधीजी का संदेश केवल सरकारों के लिए नहीं है, बल्कि हर किसी को अपनी जीवन शैली में अपनाना चाहिए। निश्चित रूप से, गांधीजी समावेशिता के पैरोकार थे और यही हम आज भारत और दुनिया भर में देख रहे हैं।” उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी की उपलब्धियां उनके समय से कहीं अधिक आगे की हैं, समय बीतने के साथ उनका महत्व और भी बढ़ गया है।”

इससे पहले भारतीय दूतावास ने एक्स पर कहा, “विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर दो दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे और राजदूत सिबी जॉर्ज ने उनका स्वागत किया।”
दूतावास ने कहा, “जयशंकर टोक्यो के एडोगावा में फ्रीडम प्लाजा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।”

विदेश मंत्री लाओस के वियनतियाने से टोक्यो पहुंचे हैं, जहां उन्होंने दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (आसियान)-संबंधी कई बैठकों में भाग लिया और कई विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। टोक्यो में, विदेश मंत्री सोमवार को क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे। वहीं आज अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

 

 

 

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Sun, 28 Jul 2024 20:15:29 +0530 admin
70 प्रतिशत बाघ भारत में, संख्या हर वर्ष बढ़ रही है: मोदी https://aaj24x7live.com/500 https://aaj24x7live.com/500 नई दिल्ली
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व बाघ दिवस की पूर्व संध्या पर कहा है कि भारत में बाघों के संरक्षण के लिए इस समय अभूतपूर्व प्रयास चल रहे हैं और देश में प्रति वर्ष इस वन्य प्राणी की संख्या बढ़ रही है।मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो संबोधन-मन की बात में कहा कि विश्व में 70 प्रतिशत बाघ भारत में पाए जाते हैं और और यह प्राणी भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है और देश में वनों के आस पास के गावों में लोगों को पता रहता है कि बाघों के साथ ताल मेल बिठा कर कैसे रहना है। उन्होंने इस संदर्भ में रणथम्भौर (राजस्थान), महाराष्ट्र का तादोबा-अंघेरीबाघ अभयारण्य,आंध्र प्रदेश में नल्लामलाई की पहाड़ियों पर रहने वाली ‘चेन्चू’ जनजाति और पीलीभीत में चल रहे ‘बाघ मित्र कार्यक्रम’ का विशेष रूप से उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “कल दुनिया भर में बाघ दिवस मनाया जाएगा। भारत में तो ‘बाघ’, हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है। हम सब बाघों से जुड़े किस्से–कहानियाँ सुनते हुए ही बड़े हुए हैं। जंगल के आसपास के गाँव में तो हर किसी को पता होता है कि बाघ के साथ तालमेल बिठाकर कैसे रहना है। हमारे देश में ऐसे कई गाँव है, जहां इंसान और बाघ के बीच कभी टकराव की स्थिति नहीं आती।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे खुशी है कि जन-भागीदारी बाघों के संरक्षण में बहुत काम आ रही है। ऐसे प्रयासों की वजह से ही भारत में बाघों की आबादी हर साल बढ़ रही है। आपको ये जानकर खुशी और गर्व का अनुभव होगा कि दुनियाभर में जितने बाघ हैं,उनमें से 70 प्रतिशत बाघ हमारे देश में हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों में कई बाघ अभयारण्य हैं।”
मोदी ने कहा कि भारत में जहाँ भी बाघ और मानव में टकराव की स्थिति आती है, वहाँ बाघों के संरक्षण के लिए अभूतपूर्व प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस काम में जन भागीदारी प्रोत्साहित की जाती है और राजस्थान के रणथंभौर जिले में “कुल्हाड़ी बंद पंचायत” अभियान इसका एक नमूना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि रणथंभौर का “कुल्हाड़ी बंद पंचायत” अभियान बहुत दिलचस्प है। स्थानीय समुदायों ने स्वयं इस बात की शपथ ली है कि जंगल में कुल्हाड़ी के साथ नहीं जाएंगे और पेड़ नहीं काटेंगे। इस एक फैसले से यहाँ के जंगल, एक बार फिर से हरे-भरे हो रहे हैं, और बाघों के लिए बेहतर वातावरण तैयार हो रहा है।
मोदी ने महाराष्ट्र के तादोबा-अंघेरीबाघ अभयारण्य के आस पास के समुदायों, विशेषकर गोंड और माना जनजाति के लोगों द्वारा ईको-टूरिज्म (नैसर्गिक पर्यटन) के कार्य की ओर तेजी से प्रगति का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि इससे वहां के समुदायों की जंगल पर अपनी निर्भरता को कम हुई है और बाघों को विचरण का अधिक मौका मिला है।
उन्होंने इसी तरह आंध्र प्रदेश में नल्लामलाई की पहाड़ियों पर रहने वाली ‘चेन्चू’ जनजाति के प्रयास का भी उल्लेख किया जो ‘टाइगर ट्रैकर’ (बाघ पर आंख रखने वाले) के तौर पर जंगल में वन्य जीवों की गतिविधियों की हर जानकारी जमा की है और वे क्षेत्र में, अवैध गतिविधियों की निगरानी भी करते रहे हैं।
इसी तरह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में चल रहा ‘बाघ मित्र कार्यक्रम’ भी बहुत चर्चा में है। इसके तहत स्थानीय लोगों को ‘बाघ मित्र’ के रूप में काम करने का प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि बाघों और इंसानों के बीच टकराव की स्थिति ना बने। देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह के कई प्रयास जारी हैं।

 

 

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Sun, 28 Jul 2024 18:30:32 +0530 admin
गुजरात&महाराष्ट्र में भारी बारिश का अलर्ट, UP में भी बरसेंगे बादल; IMD ने बताया मौसम का ताजा हाल https://aaj24x7live.com/490 https://aaj24x7live.com/490 नई दिल्ली

पूर्वी मध्य प्रदेश और उससे सटे छत्तीसगढ़ के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह मौसम के मिजाज को प्रभावित कर रहा है। इसके अलावा, दक्षिण गुजरात-केरल तटों पर एक अपतटीय गर्त भी मौजूद है। इसके परिणामस्वरूप अगले पांच दिनों तक पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होगी। 28 जुलाई को मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में बहुत भारी वर्षा होगी। 28 जुलाई को कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भी बारिश के आसार बन रहे हैं।

दक्षिण भारत में, 28 जुलाई को तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में बहुत भारी वर्षा हो सकती है। वहीं, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में भारी वर्षा हो सकती है। केरल में 28-31 जुलाई तक ऐसा ही मौसम रहेगा।

मौसम एजेंसी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में गरज और बिजली के साथ छिटपुट से लेकर मध्यम बारिश होने की संभावना है। अगले पांच दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पश्चिमी राजस्थान में छिटपुट बारिश होने की संभावना है।

29 जुलाई को उत्तराखंड में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। 28 जुलाई को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में भी बारिश के आसार बन रहे हैं। 28 और 30 जुलाई को हरियाणा-चंडीगढ़ में और 30 जुलाई को पंजाब में भारी बारिश होने की संभावना है।

पूर्वोत्तर भारत में अगले पांच दिनों के दौरान गरज और बिजली के साथ छिटपुट से लेकर मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसी अवधि के दौरान असम और मेघालय में भी बारिश हो सकती है। 28-29 जुलाई को ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मणिपुर में भारी वर्षा होने की संभावना है।

 

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Sun, 28 Jul 2024 17:15:46 +0530 admin
राजधानी दिल्ली में UPSC स्टूडेंट्स की मौत पर उबाल, सड़क पर उतरे साथी https://aaj24x7live.com/489 https://aaj24x7live.com/489 नई दिल्ली
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार को भारी बारिश के बाद राव आईएएस कोचिंग सेंटर (Rau IAS Study Circle) वाली एक इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे 3 यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत हो गई। मरने वालों में 1 छात्र और 2 छात्राएं हैं। अधिकारियों ने अब तक मृतकों की पहचान उजागर नहीं की है। इस दर्दनाक घटना से गुस्साए छात्रों ने यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत पर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। इस मामले में दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को घटना की जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। आतिशी ने एक्स पर पोस्ट किया, "यह पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं कि यह घटना कैसे हुई। इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।"

 दिल्ली में 3 UPSC छात्रों की मौत पर उबाल, मालिक समेत 2 गिरफ्तार

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार को भारी बारिश के बाद राव आईएएस कोचिंग सेंटर (Rau IAS Study Circle) वाली एक इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे 3 यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत हो गई। मरने वालों में 1 छात्र और 2 छात्राएं हैं। तीनों मृतकों की पहचान कर ली गई है। इस दर्दनाक घटना से गुस्साए छात्रों ने यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत पर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। इस मामले में दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को घटना की जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। आतिशी ने एक्स पर पोस्ट किया, "यह पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं कि यह घटना कैसे हुई। इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।"

दिल्ली पुलिस ने इस दर्दनाक हादसे के मामले में कोचिंग सेंटर मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया। डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने बताया कि इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने बीएनएस की धारा 105, 106 (1), 115 (2), 290 और 35 के तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला कोचिंग संस्थान और बिल्डिंग के प्रबंधन और उन लोगों के खिलाफ है जो उस जगह के नाले के रख-रखाव के लिए जिम्मेदार थे। आगे की जांच जारी है।

हादसे के बाद डीसीपी हर्षवर्धन ने संवाददाताओं को बताया था कि ऐसा लगता है कि बेसमेंट में बहुत तेजी से पानी भर गया था, जिसके कारण कुछ लोग अंदर फंस गए थे। बता दें कि, बेसमेंट में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग द्वारा कई घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान दो छात्राओं और एक छात्र के शव घटनास्थल से बरामद किए गए। वहीं, अब इस हादसे पर सियासत भी शुरू हो गई है। भाजपा से लेकर कांग्रेस तक इस घटना के लिए 'आप' सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

 दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी और धक्का-मुक्की

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर हादसा मामले में यूपीएससी छात्रों के विरोध प्रदर्शन में पहुंचे दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव को भी आज विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनके साथ धक्का-मुक्की कर नारेबाजी की। इससे पहले छात्रों ने स्वाति मालीवाल का भी विरोध किया था।

 राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर के घटनास्थल पर पहुंचे सीपीआईएम सांसद

 दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर कोचिंग सेंटर की घटना में केरल के एर्नाकुलम निवासी नवीन दलविन की मौत हो गई। सीपीआईएम के राज्यसभा सांसद वी. शिवदासन ने कहा, "हमने घटनास्थल का दौरा किया है और पीड़ित के परिवार के सदस्यों से बात की है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। दिल्ली में जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है, कोचिंग सेंटर के मालिक सरकार से उचित अनुमति के बिना बेसमेंट में कक्षाएं संचालित करते हैं और लाइब्रेरी स्थापित करते हैं। हम सभी कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा जांच और उनके खिलाफ सख्त नियम बनाने की मांग करते हैं। सरकार इन कोचिंग सेंटरों को बढ़ावा दे रही है क्योंकि अधिकारी और अधिकारी कोचिंग सेंटर मालिकों से भारी मात्रा में पैसा वसूल रहे हैं।"

 कोचिंग सेंटर मालिक और कोऑर्डिनेटर गिरफ्तार

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार किया।

 दिल्ली सरकार पूरी तरह से फेल साबित हो रही : देवेंद्र यादव

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर की घटना पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आज कहा कि मैं इस पूरे मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहता, लेकिन साथ ही हमें यह भी देखना होगा कि आज दिल्ली सरकार पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। वह पानी नहीं दे पा रही है, जलभराव हो रहा है…बेसमेंट में संस्थान चलाने की अनुमति किसने दी? हमें इस पर ध्यान देना चाहिए। केजरीवाल जी लगातार अपनी कुर्सी बचाने के लिए पत्र लिखते हैं, लेकिन अब हमें आज दिल्ली की हालत भी देखनी चाहिए…उनके मंत्री आज कुछ नहीं कर पा रहे हैं। स्थिति यह है कि जिस मंत्री को तुरंत मौके पर पहुंचना चाहिए था, वह वहां नहीं पहुंचे। हमने पहले भी कहा है कि अगर वे सरकार नहीं चला पा रहे हैं तो सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए, चर्चा करनी चाहिए और इन समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए। कुछ घंटों की सहानुभूति से काम नहीं होने वाला है। दिल्ली का बुनियादी ढांचा आज पूरी तरह से बर्बाद दिख रहा है और इस सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित होना चाहिए। उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और अगर आप उनका पूरा कार्यकाल देखें तो वे लगातार विफल होते जा रहे हैं।

 

कोचिंग सेंटर में पानी भरने से 3 स्टूडेंट्स की मौत
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित बड़े कोचिंग सेंटर में ये स्टूडेंट्स अपने भविष्य को संवारने की जद्दोजहद में लगे थे। बताया जा रहा कि कोचिंग के बेसमेंट में लाइब्रेरी थी, यहीं करीब 35 छात्र पढ़ाई कर रहे थे। इसी दौरान अचानक इतना पानी आ गया कि युवा छात्रों को वहां से निकलने का मौका तक नहीं मिला। बेसमेंट में अचानक ही पानी भरने लगा, जब तक स्टूडेंट्स अलर्ट होते काफी देर हो चुकी थी। तीन छात्रों की दर्दनाक तरीके से जान चली गई। आखिर कितनी पीड़ादायक खबर है। क्या बीत रही होगी, उन बच्चों के घर वालों पर।

हादसे के बाद डीसीपी (मध्य दिल्ली) एम हर्षवर्धन ने संवाददाताओं को बताया कि ऐसा लगता है कि बेसमेंट में बहुत तेजी से पानी भर गया था, जिसके कारण कुछ लोग अंदर फंस गए थे। बता दें कि, बेसमेंट में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग द्वारा कई घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान दो छात्राओं और एक छात्र के शव घटनास्थल से बरामद किए गए।

वहीं, अब इस हादसे पर सियासत भी शुरू हो गई है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज ने रात में ही घटनास्थल का दौरा किया और घटना के लिए 'आप' सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि स्थानीय 'आप' विधायक ने नालों की सफाई के लिए स्थानीय लोगों की बार-बार की गई अपील को नजरअंदाज किया। सचदेवा ने कहा कि इस दुर्घटना के लिए दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। जल बोर्ड मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक को जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।

 दिल्ली पुलिस ने पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया
 दिल्ली के राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन यूपीएससी छात्रों की मौत के संबंध में दिल्ली पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया है। डीसीपी ने कहा कि वह इस दुखद घटना में सच्चाई का पता लगाने के लिए संकल्पित हैं।

वीरेंद्र सचदेवा बोले- राजेंद्र नगर की घटना त्रासदी नहीं, बल्कि हत्या

 दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना पर बोलते हुए कहा, "वहां जो हुआ, वह त्रासदी नहीं, बल्कि हत्या है। बेसमेंट में लाइब्रेरी कैसे चल रही थी? पहले जो जांच बैठाई गई थी, उसका क्या हुआ? ये छात्र देश का भविष्य हैं…दिल्ली के मंत्री में  घटनास्थल पर जाने की हिम्मत नहीं है। दिल्ली सरकार इस भ्रष्टाचार में शामिल है। लोग लगातार नाले की सफाई की मांग कर रहे थे, आप क्या कर रहे थे? 'आप' सरकार ने पूरी दिल्ली को बर्बाद कर दिया है। छात्रों का क्या दोष है, जो वे दिल्ली में पढ़ने आए हैं? आपको शर्म आनी चाहिए।"

छात्रों के विरोध प्रदर्शन स्थल पर पहुंचीं स्वाति मालीवाल का विरोध

 'आप' की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में छात्रों के विरोध प्रदर्शन स्थल पर पहुंचीं है। छात्रों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा, 'हम आपको राजनीति नहीं करने देंगे। इस दौरान गुस्साए प्रदर्शनकारी छात्रों ने स्वाति मालीवा वापस जाओ के नारे भी लगाए।

क्या बीत रही होगी इन युवाओं के परिजनों पर

क्या बीत रही होगी इन बच्चों के माता-पिता पर, जिन्होंने अपने जिगर के टुकड़े को आईएएस बनाने के लिए दिल्ली भेजा था। अब उन्हें क्या पता था कि लाखों रुपये खर्च करके जिन बच्चों को उन्होंने अच्छी जिंदगी के लिए देश की राजधानी में भेजा वो ही इस दुनिया में ही नहीं रहेंगे। सवाल उठना लाजमी है कि आखिर देश की नामी कोचिंग में पढ़ने वाले इन युवाओं की मौत का जिम्मेदार किसे माना जाए। कौन लेगा इन मासूमों के जिंदगी लेने की जिम्मेदारी। क्या कोचिंग वाले मानेंगे कि ये उनकी लापरवाही का नतीजा है? क्या दिल्ली सरकार इस घटना की जिम्मेदारी लेगी?
 

इन मौतों का जिम्मेदार कौन?

आखिर किसी को तो लेना होगा इसकी जिम्मेदारी। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे दुर्घटना तो कह नहीं सकते, मृत छात्रों के परिजन भी इसे गैर इरादतन हत्या का मामला बता रहे। फिलहाल पुलिस-प्रशासन और सरकार बस सफाई पर सफाई दे रही है। उधर, इस घटना से राजधानी में पढ़ रहे हजारों छात्रों में आक्रोश है। आम लोगों में गुस्सा है। इस घटना को लेकर हर किसी के मन में कई सवाल हैं। दिल्ली के पॉश इलाके में मौजूद इतने नामी कोचिंग सेंटर में आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है? 

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Sun, 28 Jul 2024 17:15:39 +0530 admin
बेंगलुरु एसआईटी ने 17 किलो सोना और 2.5 करोड़ रुपये कैश बरामद किया https://aaj24x7live.com/468 https://aaj24x7live.com/468 बेंगलुरु
 कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सीआईडी की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने वाल्मीकि घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की। टीम ने दो आरोपियों के घर पर छापेमारी कर 17 किलो सोना और 2.5 करोड़ रुपये कैश बरामद किए हैं।

जानकारी के अनुसार, एसआईटी ने आरोपी सत्यनारायण वर्मा के घर से 16 किलो और आरोपी काकी श्रीनिवास राव के घर से 1 किलो सोना बरामद किया है। जांच एजेंसी का दावा है कि जब्त किया गया सोना वाल्मीकि घोटाले के पैसे से खरीदा गया है।

इसके अलावा, एसआईटी ने 2.5 करोड़ रुपये की नकदी भी बरामद की है। आरोपियों ने यह राशि एक बिल्डर को दी थी। आरोपी एक फ्लैट खरीदना चाहते थे, लेकिन बिल्डर ने पैसे वापस कर दिए।

बता दें कि महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम घोटाले की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने एसआईटी गठित की है। इस मामले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई। अब इस मामले में एसआईटी, सीबीआई और ईडी जांच कर रही है। पुलिस और जांच एजेंसियों ने इस मामले में कई गिरफ्तारियां की हैं और कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले की जांच अभी भी जारी है।

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Sun, 28 Jul 2024 14:15:11 +0530 admin
विस्तारा एयरलाइन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर फ्री वाई&फाई सुविधा देने वाली पहली भारतीय एयरलाइन बन गई https://aaj24x7live.com/460 https://aaj24x7live.com/460 नई दिल्ली
टाटा ग्रुप की विस्तारा एयरलाइन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर फ्री वाई-फाई सुविधा देने वाली पहली भारतीय एयरलाइन बन गई है। शनिवार को एयरलाइन की ओर से यह जानकारी दी गई। विस्तारा द्वारा दी गई जानकारी में कहा गया कि एयरलाइन की ओर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 20 मिनट की फ्री वाई-फाई की सुविधा दी जाएगी।

एयरलाइन ने आगे कहा कि 20 मिनट के फ्री वाई-फाई की सुविधा कंप्लीमेंट्री होगी। इसकी मदद से यात्री आसानी से अपने प्रियजनों के साथ यात्रा के दौरान जुड़े रह सकते हैं। वहीं, ज्यादा समय तक वाई-फाई उपयोग करने के लिए भारतीय क्रेडिट और डेबिट कार्ड से प्लान खरीदने होंगे। यह सर्विस बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर और एयरबस ए321नियो एयरक्राप्ट पर उपलब्ध होगी। इसमें ग्राहक ईमेल पर आए ओटीपी की मदद से इनफ्लाइट वाई-फाई का उपयोग कर सकते हैं।

विस्तारा के चीफ कमर्शियल ऑफिसर (सीसीओ), दीपक राजावत ने कहा कि हमें विश्वास है कि ग्राहक हमारे इस प्रयास को पसंद करेंगे। इससे उनकी यात्रा पहले के मुकाबले अधिक सुविधाजनक होगी। बिजनेस क्लास और विस्तारा प्लेटिनम क्लब के सदस्यों को 50 एमबी कंप्लीमेंट्री वाई-फाई दिया जाएगा। एयरलाइन ने कहा कि गैर-सदस्यों को अनलिमिटेड डेटा के साथ व्हाट्सएप जैसे मैसेजिंग ऐप उपयोग करने के लिए 372.74 रुपये के साथ जीएसटी का भुगतान करना होगा। उड़ान के दौरान इंटरनेट सर्फिंग, सोशल मीडिया और वेब के उपयोग के लिए 1,577.54 रुपये समेत जीएसटी चुकाना होगा।

वहीं, अनलिमिटेड डेटा के साथ सभी स्ट्रीमिंग का उपयोग करने के लिए 2,707.04 रुपये समेत जीएसटी का भुगतान करना होगा। विस्तारा ने आगे कहा कि एयरलाइन में फ्लाइट के दौरान 700 घंटों का इन-फ्लाइट इंटरटेनमेंट पैकेज ऑफर किया जाता है। इसमें मूवी, टीवी शो और ऑडियो टाइटल्स शामिल हैं।

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Sun, 28 Jul 2024 12:30:24 +0530 admin
असम के राज्यपाल बने लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, मणिपुर का भी मिला प्रभार, कई राज्यों के गवर्नर बदले https://aaj24x7live.com/459 https://aaj24x7live.com/459  नई दिल्ली

लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को मणिपुर के अतिरिक्त प्रभार के साथ असम का नया राज्यपाल बनाया गया है. वहीं गुलाब चंद कटारिया को बनवारीलाल पुरोहित की जगह पर पंजाब का राज्यपाल बनाया गया है. राष्ट्रपति भवन ने इसकी घोषणा की है. राष्ट्रपति भवन की ओर से शनिवार रात को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने गुलाब चंद कटारिया की जगह ली है, जिन्हें केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक भी नियुक्त किया गया है.

इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक पद से बनवारीलाल पुरोहित का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. बयान में कहा गया, 'सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है और उन्हें मणिपुर के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है.'

कई राज्यों के राज्यपाल बदले

अनुसुइया उइके पिछले साल फरवरी से मणिपुर की राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं. वरिष्ठ बीजेपी नेता ओम प्रकाश माथुर सिक्किम के नए राज्यपाल होंगे. झारखंड के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन, जो तेलंगाना का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे थे, को मौजूदा रमेश बैस की जगह पर महाराष्ट्र का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है.

झारखंड के राज्यपाल होंगे संतोष कुमार गंगवार

पूर्व केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार राधाकृष्णन की जगह झारखंड के नए राज्यपाल होंगे. त्रिपुरा के पूर्व उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा तेलंगाना के नए राज्यपाल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद सहयोगियों में से एक, पूर्व आईएएस अधिकारी के कैलाशनाथन को पुडुचेरी का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है.

राजस्थान के नए राज्यपाल होंगे हरिभाऊ किसनराव बागड़े

महाराष्ट्र के वरिष्ठ भाजपा नेता हरिभाऊ किसनराव बागड़े को कलराज मिश्र की जगह राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि असम से पूर्व लोकसभा सदस्य रमेन डेका को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. कर्नाटक के मैसूर से पूर्व लोकसभा सदस्य सी एच विजयशंकर मेघालय के राज्यपाल होंगे.

 

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Sun, 28 Jul 2024 12:30:14 +0530 admin
रिपोर्ट – आईएसआई अमरनाथ यात्रा के दौरान किसी बड़े हमले की साजिश रच रही है https://aaj24x7live.com/453 https://aaj24x7live.com/453 नई दिल्‍ली

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसाई (ISI) और बब्बर खालसा इंटरनेशनल आतंकी संगठन की नापाक साजिश की जानकारी भारतीय खुफिया एजेंसियों को मिली है. ख़ुफ़िया एजेंसियों के इनपुट के मुताबिक, आईएसआई, अमरनाथ यात्रा के दौरान किसी बड़े हमले की साजिश रच रही है. इतना ही नहीं ISI आखिर कैसे बब्बर खालसा आतंकी संगठन के जरिये पंजाब और दिल्ली में बीजेपी नेताओं और हिन्दू लीडर्स को टारगेट कर सकते हैं, यह इनपुट्स भी भारत की खुफिया एजेंसियों के हाथ लगे हैं.

श्रद्धालुओं को टारगेट करने की साजिश

खुफिया एजेंसियों के इनपुट के अनुसार, "आईएसआई पंजाब के गैंगस्टर, रेडिकल्स ग्रुप और आतंकी संगठनों के जरिये अमरनाथ यात्रा में बड़ी तबाही मचाने और श्रद्धालुओं को टारगेट करने के लिए कोशिश कर रही है. इस ख़ुफ़िया अलर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि कैसे कुछ संदिग्ध आतंकी अत्याधुनिक हथियारों के साथ 25 जून के आसपास पठानकोट के एक गांव में मौजूद थे. यानी पठानकोट में संदिग्धों के घुसने को लेकर भी खुफिया एजेंसियों के पास इनपुट थे.

सुरक्षा एजेंसियां सतर्क

हाल में पठानकोट में 7 संदिग्धों के दिखने के बाद सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया है. देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क थी, इसलिए समय-समय पर आतंकियों को घाटी में ढेर किया जा रहा है. वही, हाल में पंजाब के एक हिन्दू कथावाचक महाराज को भी उनके आश्रम में खालिस्तान के नाम से धमकी का खत मिला था, जिस मामले में पंजाब पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

 

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Sun, 28 Jul 2024 11:30:11 +0530 admin
पिछले 5 साल के दौरान विदेश में 600 से ज्यादा भारतीय छात्रों की मौत https://aaj24x7live.com/452 https://aaj24x7live.com/452 नई दिल्ली
 विदेशों में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों के लिए एक चिंताजनक खबर सामने आई है। विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, पिछले पांच सालों में 41 देशों में कम से कम 633 भारतीय छात्रों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा 172 मौतें कनाडा में हुई हैं। 19 छात्रों ने तो हिंसक हमलों में जान गंवाई है। वहीं मौत के कारणों में प्राकृतिक कारण, दुर्घटनाएं और मेडिकल इमरजेंसी भी शामिल हैं। यह जानकारी केरल के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश के एक सवाल पर विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने लोकसभा के मानसून सत्र में दी।

कनाडा में सबसे ज्यादा छात्रों की मौत

विदेश मंत्री ने लिखित जवाब में बताया कि कनाडा में सबसे ज्यादा 172 भारतीय छात्रों की मौत हुई है। उसके बाद अमेरिका में 108 स्टू़डेंट्स ने दम तोड़ा। ब्रिटेन में 58, ऑस्ट्रेलिया में 57, रूस में 37 और जर्मनी में 24 छात्रों की मौत हुई है। पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी एक छात्र के मौत की खबर है। हालांकि, विदेशों में भारतीय छात्रों पर हिंसक हमलों के बारे में पूछे गए एक अन्य सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय मिशन/पोस्ट के पास मौजूद आंकड़ों से हाल में विदेश गए भारतीय छात्रों के खिलाफ हिंसा में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।

हिंसक हमलों में 19 छात्रों ने गंवाई जान

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि विदेशों में हिंसक हमलों में 19 छात्रों ने जान गंवाई है। आंकड़ों के अनुसार, कनाडा में सबसे ज्यादा 9 छात्रों की मौत हुई है। उसके बाद अमेरिका में 6 और ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, चीन और किर्गिस्तान में एक-एक छात्र की जान गई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय मिशन/पोस्ट की ओर से विदेशों में अप्रिय घटनाओं के मामले आने पर तुरंत उस देश के संबंधित अधिकारियों के समक्ष इसे उठाया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है जिससे सुनिश्चित हो सके कि मामले की उचित जांच की जाए और दोषियों को दंडित किया जाए। आपात स्थिति या संकट में भारतीय मिशन/पोस्ट विदेशों में फंसे हुए भारतीय छात्रों को खाना, रहने का ठिकाना, दवाएं प्रदान करके और जल्द से जल्द उनके भारत लौटने या वहां से निकालने की कवायद करते हैं।

आपात स्थिति में चलाए गए ये रेस्क्यू ऑपरेशन

हाल ही में, दुनिया भर के देशों से फंसे हुए भारतीय छात्रों को वंदे भारत मिशन, ऑपरेशन गंगा (यूक्रेन) और ऑपरेशन अजय (इजराइल) के माध्यम से भारत लाया गया था। बांग्लादेश से कई भारतीय छात्रों की वापसी को भी हमारे उच्चायोग ने सुगम बनाया था। MEA ने आगे कहा कि विदेशों में भारतीय मिशन/पोस्ट हायर एजुकेशन के लिए विदेश यात्रा करने वाले भारतीय छात्रों को रजिस्ट्रेशन के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं। साथ ही MADAD पोर्टल से भी जुड़ने की कवायद करते हैं। जिससे उनकी शिकायतों और लंबित मुद्दों का तय समय पर समाधान किया जा सके।

विदेश में अभी इतने भारतीय स्टूडेंट्स कर रहे पढ़ाई

विदेशों में उच्च शिक्षा हासिल करने वाले भारतीय छात्रों की कुल संख्या 2024 में 1.33 मिलियन है। लोकसभा में पेश MEA के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि पिछले तीन वर्षों में विदेशों में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों की संख्या में वृद्धि हुई है। 2022 में यह संख्या 0.75 मिलियन थी जो 2023 में बढ़कर 0.93 मिलियन हो गई और अब 1.33 मिलियन है। इस साल 1 जनवरी तक 101 देशों में हायर एजुकेशन हासिल कर रहे 13.35 लाख भारतीय छात्रों के बारे में MEA की ओर से आंकड़ा पेश किया गया। इनमें सबसे ज्यादा 4.27 लाख छात्र कनाडा में, उसके बाद 3.37 लाख छात्र अमेरिका में, 1.85 लाख छात्र ब्रिटेन में पढ़ाई कर रहे हैं। MEA के जवाब से संकेत मिलता है कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में 2510 भारतीय छात्र अभी भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

यूक्रेन में हुई 18 छात्रों की मौत

इसके अलावा सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार यूक्रेन में 18, जर्मनी में 24, जॉर्जिया, किर्गिस्तान और साइप्रस में 12-12 घटनाएं और चीन में आठ भारतीय छात्रों की मौत के मामले सामने आए। कीर्ति वर्धन सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, 'मंत्रालय के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में प्राकृतिक कारणों, दुर्घटनाओं और चिकित्सा स्थितियों सहित विभिन्न कारणों से विदेश में भारतीय छात्रों की मृत्यु की 633 घटनाएं दर्ज की गई हैं।'

उन्होंने कहा, 'विदेश में भारतीय छात्रों को सुरक्षा प्रदान करना भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। विदेशों में भारतीय मिशन विदेशी विश्वविद्यालयों में नामांकित भारतीय छात्रों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखते हैं।' एक अलग प्रश्न के उत्तर में कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में कुल 48 भारतीय छात्रों को अमेरिका से निर्वासित किया गया है।

इन वजहों से हुआ निर्वासन

उन्होंने कहा, 'निर्वासन के कारणों को अमेरिकी अधिकारियों द्वारा आधिकारिक तौर पर साझा नहीं किया गया है।' उन्होंने कहा, 'अनधिकृत रोजगार, कक्षाओं से निकासी, निलंबन और वैकल्पिक व्यावहारिक प्रशिक्षण रोजगार की रिपोर्ट में विफलता जैसे कुछ संभावित कारण हैं, जिसके परिणामस्वरूप छात्र के वीजा को समाप्त किया जा सकता है, जिससे उसकी उपस्थिति गैरकानूनी हो सकती है और अंततः निर्वासन हो सकता है।'

 

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Sun, 28 Jul 2024 10:15:10 +0530 admin
पानी को लेकर विवाद बरकरार, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंगा आरती की तर्ज पर होगी कावेरी आरती: शिवकुमार https://aaj24x7live.com/436 https://aaj24x7live.com/436 बेंगलुरु
कावेरी नदी के पानी को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच विवाद बरकरार है। इन सब के बीच कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने शनिवार को गंगा आरती की तर्ज पर कावेरी आरती शुरू करने की घोषणा की। केआरएस वृंदावन गार्डन के अपग्रेड के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, "हम गंगा आरती की तर्ज पर कावेरी आरती करने की कोशिश कर रहे हैं। यह पूरी तरह से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए है।" उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने केआरएस वृंदावन गार्डन को नया रूप देने की योजना को मंजूरी दे दी है।

विपक्ष द्वारा सरकार पर लगाए गए पैसे की बर्बादी के आरोपों पर उपमुख्यमंत्री ने कहा, "उनके आरोप झूठे हैं। यह परियोजना मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की पिछली सरकार के दौरान प्रस्तावित की गई थी। जब केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी मुख्यमंत्री थे और मैं सिंचाई मंत्री था, तब इस परियोजना की घोषणा बजट में की गई थी।" उन्होंने कहा कि यह परियोजना निजी-सार्वजनिक भागीदारी के साथ शुरू की जाएगी।

उपमुख्यमंत्री ने कहा, "सरकार कोई निवेश नहीं कर रही है। इससे पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा। गंगा आरती की तरह ही हम कावेरी आरती कार्यक्रम भी आयोजित करेंगे, जिसका उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है।" बता दें कि 1991 में वाराणसी में गंगा आरती शुरू हुई थी। शुरू में आरती इतनी भव्य नहीं थी, लेकिन समय के साथ अब हजारों-लाखों की संख्या में लोग देश-विदेश से गंगा आरती देखने के लिए वाराणसी पहुंचते हैं। कुछ ऐसी ही उम्मीदों के साथ उपमुख्यमंत्री चाहते हैं कि कावेरी आरती हो, ताकि पर्यटन और रोजगार बढे़।

इससे पहले उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि केआरएस जलाशय पर कावेरी आरती कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जो उत्तर प्रदेश के वाराणसी में प्रसिद्ध गंगा आरती की तरह होगा। लंबित ग्रेटर बेंगलुरु बिल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सभी विधायकों ने कहा है कि इस मामले पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा, "संविधान के 73वें और 74वें संशोधन के चलते हमें बेंगलुरु को प्रभावी शासन प्रदान करने की आवश्यकता है। सभी दलों के विधायकों की एक बैठक बुलाई गई है और जल्द ही एक समिति बनाई जाएगी। हम विपक्षी दलों के सुझावों को स्वीकार करेंगे।"

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Sat, 27 Jul 2024 22:31:19 +0530 admin
नया अध्ययन: आपकी उम्र को 25% तक बढ़ा सकती है एक दवा, चूहों पर सफल रहा प्रयोग, अब इंसानों की बारी? https://aaj24x7live.com/435 https://aaj24x7live.com/435 नई दिल्ली
हर कुछ हफ्तों या महीनों में, मीडिया मे एक ऐसे नए अध्ययन की चर्चा होती है जो हमें लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जीने में मदद करने वाली एक नई दवा के बारे में आकर्षक तरीके से बताता है। नवीनतम अध्ययन सूजन से जुड़े एक प्रोटीन इंटरल्यूकिन-11 को टारगेट करने वाली एक दवा पर केंद्रित है। ऐसा लगता है कि इस प्रोटीन को ब्लॉक करने से चूहों को बीमारी से बचने और उनके जीवन को 20 प्रतिशत से अधिक बढ़ाने में मदद मिली। यह अपने आप में हैरान करने वाला है कि समय की मार को चुनौती देना केवल एक गोली खाने जैसे सरल और प्रयास-मुक्त तरीके से हासिल किया जा सकता है। लेकिन जैसा कि अक्सर होता है, इस तरह के निष्कर्षों को वास्तविक दुनिया में इनके महत्व के अनुरूप प्रचार नहीं मिल पाता है।

रोग और उम्र बढ़ने में प्रदाह (inflammation) की भूमिका
शरीर में पुरानी सूजन बीमारी पैदा करने और उम्र बढ़ने में तेजी लाने में भूमिका निभाती है। जबकि अधिक सूजन संक्रमण या चोट के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया है। अगर सूजन शरीर में बनी रहती है, तो यह बहुत हानिकारक हो सकती है। कई जीवनशैली, पर्यावरण और सामाजिक कारक आधुनिक दुनिया में दीर्घकालिक सूजन में योगदान करते हैं। ये मोटे तौर पर वे कारक हैं जिन्हें हम पहले से ही जानते हैं जो बीमारी और उम्र बढ़ने से जुड़े हैं, जिनमें खराब आहार, व्यायाम की कमी, मोटापा, तनाव, नींद की कमी, सामाजिक संबंध की कमी और प्रदूषण शामिल हैं। जबकि इन मुद्दों को सीधे संबोधित करना पुरानी सूजन, बीमारी और उम्र बढ़ने को संबोधित करने की कुंजी में से एक है, कई शोध समूह यह भी खोज रहे हैं कि फार्मास्यूटिकल्स के साथ पुरानी सूजन का इलाज कैसे किया जाए। उनका लक्ष्य सूजन प्रक्रिया में शामिल आणविक और रासायनिक मार्गों को लक्षित और संशोधित करना है।

नवीनतम शोध क्या दर्शाता है
यह नया इंटरल्यूकिन-11 अनुसंधान चूहों पर किया गया और इसमें कई अलग-अलग घटक शामिल थे। इस शोध के एक घटक में, चूहों में इंटरल्यूकिन-11 को आनुवंशिक रूप से नष्ट कर दिया गया था। इसका मतलब है कि इस रासायनिक मध्यस्थ के लिए जीन को इन चूहों से हटा दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप चूहे अब इस मध्यस्थ का उत्पादन करने में सक्षम नहीं थे। अध्ययन के इस भाग में, चूहों का जीवन औसतन 20% से अधिक बढ़ गया। इस शोध के एक अन्य घटक में वृद्ध चूहों का इलाज एक ऐसी दवा से करना शामिल था जो इंटरल्यूकिन-11 को अवरुद्ध करती है। यह पाया गया कि इस दवा को 75-सप्ताह के चूहों (55-वर्षीय मनुष्यों के बराबर) में इंजेक्ट करने से चूहों का जीवन 22-25% बढ़ जाता है।

इन उपचारित चूहों में कैंसर होने की संभावना कम थी और उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम था, शरीर का वजन कम था और मांसपेशियों की ताकत और चयापचय में सुधार हुआ था।इन संयुक्त परिणामों से, लेखकों ने काफी उचित रूप से निष्कर्ष निकाला कि इंटरल्यूकिन -11 को अवरुद्ध करना संभावित रूप से उम्र से संबंधित स्वास्थ्य प्रभावों को कम करने और चूहों और मनुष्यों दोनों में जीवनकाल में सुधार करने की कुंजी हो सकता है।

आपको अभी तक उत्साहित क्यों नहीं होना चाहिए?
इन निष्कर्षों से सावधान रहने के कई कारण हैं। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात, यह चूहों पर एक अध्ययन था। यह स्पष्ट हो सकता है, लेकिन चूहे मनुष्यों से बहुत अलग हैं। इस प्रकार, एक माउस मॉडल में यह खोज उसके वजन के संदर्भ में साक्ष्य पदानुक्रम से काफी नीचे है। अनुसंधान से पता चलता है कि जानवरों में आशाजनक निष्कर्षों में से केवल 5% ही मनुष्यों तक पहुँचते हैं। दूसरे तरीके से कहें तो, जानवरों में लगभग 95% आशाजनक निष्कर्षों का मनुष्यों के लिए विशिष्ट उपचारों में बदलाव नहीं किया जा सकता है।

दूसरा, यह केवल एक अध्ययन है. आदर्श रूप से, हम ज्ञान खोज प्रक्रिया में अगले चरण पर आगे बढ़ने और यह जांचने पर विचार करने से पहले कि क्या ये निष्कर्ष मनुष्यों के लिए सच हो सकते हैं, अन्य शोधकर्ताओं द्वारा इन निष्कर्षों की पुष्टि की जाएगी। किसी भी नए शोध निष्कर्ष के बारे में बहुत उत्साहित होने और यहां तक ​​कि मानव परीक्षण की संभावना पर विचार करने से पहले हमें आम तौर पर साक्ष्य के एक बड़े समूह की आवश्यकता होती है। तीसरा, भले ही सब कुछ सकारात्मक रहता है और अनुवर्ती अध्ययन इस वर्तमान अध्ययन के निष्कर्षों का समर्थन करते हैं, इस तरह की नई खोज को मनुष्यों में सफल उपचारों में बदलने करने में दशकों लग सकते हैं। तब तक, हम उन चीजों को करने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं जिन्हें हम पहले से ही जानते हैं कि वे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए बहुत बड़ा अंतर डालते हैं: अच्छा खाना, व्यायाम करना, स्वस्थ वजन बनाए रखना, तनाव कम करना और सामाजिक रिश्तों का पोषण करना।

 

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Sat, 27 Jul 2024 22:31:05 +0530 admin
बस में यात्रा कर रहे एक व्यापारी को चाय की चुस्की महंगी पड़ गई, 17 किलो चांदी और 5 लाख रुपये ले उड़े लुटेरे https://aaj24x7live.com/434 https://aaj24x7live.com/434 भुवनेश्वर
बस में यात्रा कर रहे एक व्यापारी को चाय की चुस्की महंगी पड़ गई। व्यापारी के 17 किलो चांदी एवं 5 लाख रुपये से भरे बैग पर लुटेरों ने हाथ साफ कर दिया। चाय पीकर व्यापारी जब अपनी सीट पर वापस लौटे तो रुपये और चांदी भरा बैग गायब था। इस संदर्भ में व्यापारी ने थाना में लिखित शिकायत की है।

क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, कोलकाता के चांदी व्यापारी मिथुन मंडल शुक्रवार की रात बरहमपुर से कारोबार कर निजी बस से कोलकाता लौट रहे थे। रास्ते में यात्रियों के नाश्ता करने के लिए बस राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-16, खल्लीकोट थाना के वेझिपुट पुलिस चौकी के पास रुकी। इसी बीच मिथुन ने अपनी स्लीपर सीट पर चांदी एवं पैसे भरे दो बैग रखकर चाय पीने के लिए नीचे चले गए। आरोप है कि इसी दौरान लुटेरों ने उनके बैग पर हाथ साफ कर दिया।

व्यापारी मिथुन मंडल ने क्या बताया
व्यापारी मिथुन मंडल ने बताया कि चार लुटेरे एक कार से आए थे और उनका बैग लेकर फरार हो गए। इस संदर्भ में उन्होंने थाना में शिकायत दर्ज करायी है। पुलिस मामला दर्ज कर लुटेरों के बारे में पता लगा रही है।

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Sat, 27 Jul 2024 22:30:57 +0530 admin
शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल शुरू करेगा केरल, अभिभावकों की चिंताओं को दूर करने के लिए कई उपायों पर विचार https://aaj24x7live.com/433 https://aaj24x7live.com/433 तिरुवनंतपुरम
देश के सभी राज्यों में से दक्षिण भारतीय राज्य केरल में सबसे ज्यादा साक्षरता दर है। इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं, लेकिन इसी बीच केरल सरकार शिक्षा के क्षेत्र में एक और कदम उठाने जा रही है। बच्चों के माता-पिता को इस बात की चिंता रहती है कि उनके बच्चे का बैग भारी है। सरकार अभिभावकों की इसी चिंता का निवारण करने पर विचार कर रही है। केरल की पिनाराई विजयन सरकार 'बैग फ्री डेज' पहल पर काम कर रही है। अगर सब कुछ सही रहा तो बच्चों को अब स्कूल में भारी बैग लेकर नहीं जाना पड़ेगा। योजना के मुताबिक बच्चों को महीने में चार दिन बैग ले जाने से मुक्ति मिलेगी।

अभिभावकों की चिंताओं को दूर करने के लिए कई उपायों पर विचार
केरल के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने कहा है कि स्कूल बैग के वजन को लेकर बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर राज्य सरकार बच्चों और अभिभावकों की चिंताओं को दूर करने के लिए कई उपायों पर विचार कर रही है।

भारी स्कूल बैग के मुद्दे पर जल्द फैसला लेगी सरकार
शिवनकुट्टी ने शुक्रवार को दिए एक बयान में कहा कि सरकार राज्य में कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के भारी स्कूल बैग के मुद्दे पर जल्द ही फैसला लेगी। अभिभावकों और सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली को पसंद करने वाले लोगों की ओर से कई शिकायतें और सुझाव आ रहे हैं।

स्कूल बैग अभी भी बहुत भारी हैं की शिकायतें मिल रहीं
शिक्षा मंत्री शिवनकुट्टी ने कहा कि केरल में बच्चों के कंधे के बोझ को कम करने के मकसद से पाठ्यपुस्तकों को पहले से ही दो भागों में छापकर बांटा जा रहा है, लेकिन, ऐसी शिकायतें हैं कि स्कूल बैग अभी भी बहुत भारी हैं।

स्कूल बैग के वजन को लेकर निर्देश होंगे जारी
उन्होंने कहा कि कक्षा 1 के छात्रों के स्कूल बैग का वजन 1.6 से 2.2 किलो और 10वीं के छात्रों के स्कूल बैग का वजन 2.5 से 4.5 किलो के बीच रखने के निर्देश जारी किए जाएंगे।

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Sat, 27 Jul 2024 22:30:48 +0530 admin
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करेगा ISRO का एक गगनयात्री, NASA के साथ चल रहा मिशन https://aaj24x7live.com/432 https://aaj24x7live.com/432 नई दिल्ली
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में भारत जल्द ही अपना पहला अंतरिक्ष यात्री भेजेगा। जी हां, लोकसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रिय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी दी है। सिंह ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का एक गगनयात्री अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा करेगा।

अगस्त में अंतरिक्ष स्टेशन भेजने का है प्लान
दरअसल, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए इसरो और नासा एक संयुक्त मिशन पर काम कर रही है। इसरो, नासा और एक प्राइवेट कंपनी एक्सिओम स्पेस का यह एक सयंक्त मिशन होगा। हाल ही में, इसरो ने इस संयुक्त मिशन के लिए एक्सिओम स्पेस के साथ एक अंतरिक्ष उड़ान समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन अगस्त 2024 में फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जा सकता है।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दी जानकारी
आईएसएस मिशन के लिए चुने गए गगनयात्री चार भारतीय वायुसेना पायलटों में से एक होगा जिन्हें गगनयान मिशन के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसरो द्वारा गठित अंतरिक्ष यात्री चयन बोर्ड ने चार अंतरिक्ष यात्रियों को चुना था। ये सभी चार अंतरिक्ष यात्रियों ने महामारी के दौरान रूस में अंतरिक्ष उड़ान के बुनियादी मॉड्यूल पर ट्रेनिंग लिया था। मंत्री ने बताया कि वर्तमान में भारतीय अंतरिक्ष यात्री गगनयान मिशन के लिए बेंगलुरु में इसरो के अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण सुविधा में प्रशिक्षण ले रहे हैं। गगनयान प्रशिक्षण पर सिंह ने कहा कि गगनयात्री प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीन सेमेस्टर में से दो पूरे हो चुके हैं। स्वतंत्र प्रशिक्षण सिम्युलेटर और स्टेटिक मॉकअप सिम्युलेटर बन चुके हैं। जानकारी के लिए बता दें कि गगनयान परियोजना इसरो का एक बड़ा मिशन है। इस मिशन के 2025 में लॉन्च होने की उम्मीद है।

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Sat, 27 Jul 2024 22:30:39 +0530 admin
पुतिन से हो चुकी बात,यूक्रेन जा सकते हैं मोदी; युद्ध खत्म होने के आसार https://aaj24x7live.com/422 https://aaj24x7live.com/422 नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद पहली बार अगले महीने कीव की यात्रा कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन जा सकते हैं। आपको बता दें कि करीब एक महीना पहले इटली में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की की मुलाकात हुई थी।

इटली में दोनों नेताओं को मिलते समय गले मिलते देखा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनावों में लगातार तीसरी जीत के बाद ज़ेलेंस्की ने उन्हें बधाई दी थी और यूक्रेन की यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया था।

प्रधानमंत्री की यूक्रेन की यात्रा से इसलिए भी युद्ध की समाप्ति के आसार बन रहे हैं क्योंकि वह रूस की यात्रा के ठीक बाद यूक्रेन की यात्रा करने वाले हैं। इससे पहले जेलेंस्की ने पीएम मोदी से मध्यस्थता करने की अपील की थी।

इससे पहले सितंबर 2022 में उज्बेक शहर समरकंद में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा था, "आज का युग युद्ध का नहीं है।" उन्होंने पुतिन से यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए कहा। उनके संदेश को दुनिया का तमाम नेताओं से प्रशंसा मिली।

इस साल मार्च में राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ एक फोन कॉल में पीएम मोदी ने भारत-यूक्रेन साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने इस दौरान संघर्ष के समाधान के लिए बातचीत और कूटनीति का रास्ता अपनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार हरसंभव प्रयास करता रहेगा।

युद्ध शुरू होने के बाद से ही भारत का मानना ​​रहा है कि इसे केवल बातचीत और कूटनीति के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत किसी भी शांति प्रयास में योगदान देने के लिए तैयार है।

रूस में पुतिन से भी मिले थे पीएम मोदी

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से ही भारत कहता रहा है कि इसको सिर्फ बातचीत और कूटनीति के जरिए ही हल किया जा सकता है और भारत शांति के किसी भी प्रयास में योगदान देने के लिए तैयार है.पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी मुलाकात के दौरान इस बात पर जोर दिया था कि युद्ध के मैदान में हिंसा का कोई भी समाधान नहीं खोजा जा सकता. उन्होंने कहा था, "भारत हमेशा क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता समेत संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करने पर जोर देता रहा है", आगे बढ़ने का रास्ता सिर्फ बातचीत और कूटनीति ही है.

 

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Sat, 27 Jul 2024 21:16:11 +0530 admin
अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेला&2024 का विधिवत शुभारंभ होगा कल, जिसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल भाग लेंगे https://aaj24x7live.com/421 https://aaj24x7live.com/421 चम्बा
अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेला-2024 का विधिवत शुभारंभ 28 जुलाई को होगा, जिसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल भाग लेंगे। राज्यपाल सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर श्रीलक्ष्मी नारायण को मिंजर अर्पित करने के बाद सुबह 10 बजे चम्बा के ऐतिहासिक चौगान में मेले का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद शाम को पहली सांस्कृतिक संध्या में मुख्यातिथि के रूप में शामिल होंगे। उनका रात्रि ठहराव परिधि गृह चम्बा में रहेगा और 29 जुलाई को वह श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर की पूजा के बाद कांगड़ा के लिए रवाना होंगे। वहीं विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया 29 जुलाई को दूसरी सांस्कृतिक संध्या के मुख्यातिथि होंगे। वह 30 जुलाई को सिहुंता के लिए रवाना होंगे और 31 जुलाई को शिमला के लिए प्रस्थान करेंगे।

सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान
मिंजर मेला के दौरान सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं। चम्बा शहर और चौगानों में 40 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं। इन कैमरों की निगरानी के लिए एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। पुलिस ने शहर और जिला की सीमाओं पर सुरक्षा को कड़ा कर दिया है और अतिरिक्त चैकपोस्ट स्थापित की हैं। विशेष ध्यान जम्मू-कश्मीर और पंजाब की सीमाओं पर रखा जा रहा है। पुलिस ने शहर में टुकड़ियों में गश्त बढ़ा दी है और मेले के दौरान शराब और अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री और सेवन पर नजर रखी जाएगी।

मिंजर के तुंरत बाद मणिमहेश यात्रा के भी किए जा रहे प्रबंध
जिला में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी एक साथ 2 बड़े उत्सव होने जा रहे हैं। इनमें से मिंजर मेला अंतराष्ट्रीय स्तर का है तो मणिमहेश यात्रा में देशभर से तीर्थयात्री चम्बा का रुख करते हैं। सुरक्षा के मुद्दे पर पुलिस अधिकारी दोनों आयोजनों को लेकर निरंतर बैठकें कर रहे हैं और प्लान भी तैयार किए जा रहे हैं। मुख्य मार्ग से चम्बा की सीमा में दाखिल होने वाले सभी वाहनों की चैकिंग का बंदोबस्त किया जा रहा है, जबकि जम्मू-कश्मीर की सीमा से जुड़े चम्बा के क्षेत्र पर सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए जा रहे हैं।

1998 में चम्बा में हुआ था आतंकवादी हमला
उल्लेखनीय है कि मिंजर मेले के दौरान 1998 में चम्बा में आतंकवादी हमला हुआ था। इस भीषण नरसंहार में आतंकवादियों ने 35 लोगों की हत्या कर दी थी और कुछ लोगों को बंधक बनाकर अपने साथ ले गए थे।

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Sat, 27 Jul 2024 21:16:03 +0530 admin
चंडीगढ़&मनाली नेशनल हाईवे पर आज से लेकर 31 जुलाई तक रोजाना दो घंटे गाड़ियों के पहिए थमे रहेंगे https://aaj24x7live.com/420 https://aaj24x7live.com/420 मंडी
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर आज से लेकर 31 जुलाई तक मंडी से पंडोह के बीच रोजाना दो घंटे गाड़ियों के पहिए थमे रहेंगे। नेशनल हाईवे पर 4 मील से 9 मील तक पहाड़ी पर हवा में लटके बड़े-बड़े बोल्डरों व चट्टानों को हटाने के लिए हाईवे को बंद किया जा रहा है।

लैंडस्लाइड का बना हुआ है खतरा
इन बोल्डरों व चट्टानों से नेशनल हाईवे पर लगातार लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है। जिसके लिए हाईवे पर रोजाना सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद रहेगी। छोटे वाहन आने जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल कर सकेंगे, जबकि बड़े वाहनों को एनएच खुलने का इंतजार करना होगा।

डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने दी जानकारी
जानकारी देते हुए डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि कुछ स्थानों पर बड़े-बड़े पत्थर और चट्टानें पहाड़ी पर लटकी हुई हैं जो कभी भी गिरकर तबाही मचा सकती हैं। ऐसे में इन पत्थरों और चट्टानों को हटाना जरूरी है। वहीं, कुछ स्थानों पर लैंडस्लाइड के कारण मलबा गिरा हुआ है जिसे भी हटाना जरूरी है।

 

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Sat, 27 Jul 2024 21:15:54 +0530 admin
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में नौनिहालों को मिलने वाले खाद्य पदार्थों की पौष्टिकता की जांच की जाएगी https://aaj24x7live.com/419 https://aaj24x7live.com/419 हिमाचल
हिमाचल में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में नौनिहालों को मिलने वाले खाद्य पदार्थों की पौष्टिकता की जांच की जाएगी। जानकारी के अनुसार, विभागीय अधिकारी हर आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर खाद्य पदार्थों के सैंपल भरेंगे। सैंपल भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण से प्रमाणित लैब में भेजे जाएंगे।

सैंपल फेल होने पर कंपनी खिलाफ होगी कार्रवाई
विभाग द्वारा सैंपल फेल होने पर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन खाद्य पदार्थों से बच्चों की सेहत पर कोई प्रभाव न पड़े इसको ध्यान में रखते हुए विभाग ने सैंपल भरने का निर्णय लिया है। इसी के साथ राशन भंडारण की भी जांच की जाएगी। राशन को रखने का तरीका और स्वच्छता के बारे में भी पता लगाया जाएगा। वहीं, आंगनबाड़ी केंद्रों में भी राशन को किस प्रकार से रखा गया है, कैसे राशन को तैयार किया जाता है, इसके बारे में टीम निरीक्षण करेगी। साथ ही कच्चे और तैयार खाद्य पदार्थों के सैंपल भरेगी। जिलों में टीमों का गठन किया गया है।

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Sat, 27 Jul 2024 21:15:47 +0530 admin
नीति आयोग की बैठक: भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर: PM मोदी https://aaj24x7live.com/408 https://aaj24x7live.com/408 नई दिल्ली
2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में राज्य सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि वह सीधे लोगों से जुड़े हैं। 2047 तक विकसित भारत हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है। यह बात शानिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग की 9वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में कही।

यह बदलाव का दशक
पीएम मोदी ने कहा कि यह दशक बदलावों का है, तकनीकी और भू-राजनीतिक के साथ-साथ अवसरों का भी है। भारत को इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए और अपनी नीतियों को अंतरराष्ट्रीय निवेश के अनुकूल बनाना चाहिए। यह भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में प्रगति की सीढ़ी है।
 
30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य
गवर्निंग काउंसिल की बैठक में विकसित भारत@ 2047 पर विजन डॉक्यूमेंट पर भी चर्चा हुई। विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में राज्यों की भूमिका पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। बता दें कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है और इसका लक्ष्य 2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है।

इसलिए हुई 9वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक
बता दें कि 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहयोगात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता होगी। इस सपने के लिए रोडमैप बनाने और केंद्र और राज्यों के बीच टीम इंडिया के रूप में टीम वर्क को बढ़ावा देने के लिए 9वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य सचिवों के तीसरे राष्ट्रीय सम्मेलन की सिफारिशों पर भी विचार किया गया।
 

नीति आयोग की बैठक का विषय विकसित भारत

नीति आयोग की बैठक का विषय विकसित भारत @2047" है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहभागितापूर्ण शासन और सहयोग को बढ़ावा देना, सरकारी हस्तक्षेपों के वितरण तंत्र को मजबूत करके ग्रामीण और शहरी लोगों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना है।

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Sat, 27 Jul 2024 20:15:43 +0530 admin
दक्षिणी रेलवे ने एर्नाकुलम से बेंगलुरु के बीच स्पेशल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ऐलान कर दिया, खुशखबरी https://aaj24x7live.com/407 https://aaj24x7live.com/407 नई दिल्ली
रेलवे इन दिनों वंदे भारत ट्रेनों पर काफी जोर दे रही है। अलग-अलग रूट पर रेलवे ने कई वंदे भारत ट्रेन शुरू की हैं। इसी कड़ी में वंदे भारत के पैसेंजर्स के लिए नई खुशखबरी है। दक्षिणी रेलवे ने एर्नाकुलम से बेंगलुरु के बीच स्पेशल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ऐलान कर दिया है। यह ट्रेन कब से चलेगी इसकी तारीख का भी ऐलान हो चुका है। हफ्ते में तीन दिन चलने वाली यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 31 जुलाई से ट्रैक पर आ जाएगी। यह ट्रेन एर्नाकुलम से बुधवार, शुक्रवार और रविवार को दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर रवाना होगी। थ्रिसूर, पलक्कड़, पोडानूर, तिरुपुर, इरोड और सलेम में इसका स्टॉपेज होगा। बता दें कि केरल को मिलने वाली यह तीसरी वंदे भारत ट्रेन है।

यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बेंगलुरु कैंटोनमेंट में रात 10 बजे पहुंचेगी। वापसी की ट्रेन बेंगलुरु से सुबह 5.30 पर चलेगी। बेंगलुरु से यह ट्रेन गुरुवार, शनिवार और सोमवार को चलेगी। फिलहाल रेलवे ने 26 अगस्त तक के लिए योजना बनाई है। हालांकि इस बात की पूरी उम्मीद है कि आने वाले समय में इसे आगे बढ़ाकर परमानेंट कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में बताया है कि सरकार तेजी से वंदे भारत नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। रेल मंत्री ने बताया कि 19 जुलाई 2024 तक कुल 102 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भारतीय रेल नेटवर्क में मौजूद हैं। इनमें से 16 वंदे भारत ट्रेन महाराष्ट्र में चल रही हैं।

वंदे भारत से जुड़ी और अधिक जानकारी देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वंदे भारत कोचेज का निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई तमिलनाडु, रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) कपूरथला पंजाब और मॉडर्न कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) रायबरेली उत्तर प्रदेश में होता है। वैष्णव ने यह भी कहा कि मराठवाड़ा कोच फैक्ट्री, लातूर में टेक्नोलॉजी पार्टनर द्वारा वंदे भारत कोच के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने आगे बताया कि वंदे भारत ट्रेनों को चलाने में ट्रैफिक, संचालन में सुविधा और रिसोर्सेज की उपलब्धता का खास ख्याल रखा जा रहा है।

 

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Sat, 27 Jul 2024 20:15:34 +0530 admin
नौसेना प्रमुख ने ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों से कहा, ‘140 करोड़ दिल आपके लिए धड़क रहे हैं’ https://aaj24x7live.com/406 https://aaj24x7live.com/406 नई दिल्ली
 अद्भुत और अविस्मरणीय ओपनिंग सेरेमनी के साथ पेरिस ओलंपिक का आगाज हो चुका है। खेलों के इस महाकुंभ में शानदार प्रदर्शन करने के लिए एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने ओलंपिक 2024 में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय नौसेना के खिलाड़ियों के साथ वर्चुअल बातचीत की। सीन नदी की लहरों पर कश्तियों पर सवार परेड ऑफ नेशंस में हिस्सा लेते कई देशों के खिलाड़ी और किनारे पर हौसला अफजाई करते फैंस, लेजर लाइट शो, मनमोहक प्रस्तुतियों और हल्की-हल्की बारिश ने इन दृश्यों में चार चांद लगा दिया। ये तमाम नजारे मनमोहक थे।

वहीं, इस बीच मेडल के लिए भारतीय दल का सफर शुरू होने से पहले एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने नौसेना के खिलाड़ी, जो पेरिस ओलंपिक में भारत के 117 सदस्यीय दल का हिस्सा हैं, उनसे बातचीत की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर स्पोकपर्सननेवी अकाउंट से एक खास वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो में एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने सभी भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की लगन, प्रेरणा और दृढ़ संकल्प की सराहना ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है। आप सभी कड़ी मेहनत करें, निष्पक्ष खेलें और दिल से खेलें क्योंकि 140 करोड़ दिल आपके लिए धड़क रहे हैं।”

नौसेना प्रमुख ने खिलाड़ियों से कहा,” आप सभी को अपने खेल पर फोकस रखना है और अपना बेस्ट देना है। नौसेना और पूरा देश आपके साथ है। निष्पक्ष खेलें और दिल से खेलें।” भारतीय नौसेना से पेरिस ओलंपिक 2024 में 9 नेवी खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। मोहम्मद अनस याहिया, सीपीओ और मोहम्मद अजमल, पीओ, 4X400 मीटर रिले। तजिंदर पाल सिंह तूर, सीपीओ, शॉट पुट। रीतिका, सीपीओ, रेसलिंग। जुगराज सिंह, सीपीओ, हॉकी। विकास सिंह, पीओ, परमजीत सिंह बिष्ट, और अक्षदीप, 20 किमी रेस वॉकिंग सूरज पंवार, पीओ, मैराथन रेस वॉक मिक्स्ड रिले।

 

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Sat, 27 Jul 2024 20:15:27 +0530 admin
अग्निपथ योजना भारतीय सशस्त्र बलों के लिए आगे बढ़ने का रास्ता : प्रमोद सावंत https://aaj24x7live.com/405 https://aaj24x7live.com/405 अग्निपथ योजना भारतीय सशस्त्र बलों के लिए आगे बढ़ने का रास्ता : प्रमोद सावंत

मुख्यमंत्री सावंत ने अग्निपथ योजना की प्रशंसा करते हुए कहा भारतीय सशस्त्र बलों के लिए आगे बढ़ने का एक रास्ता है

अग्निवीर योजना पर इंद्रेश कुमार ने कहा, युवाओं को इसका लाभ समझाएं

पणजी
 गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने केंद्र की अग्निपथ योजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह भारतीय सशस्त्र बलों के लिए आगे बढ़ने का एक रास्ता है और इससे देश के लिए समर्पित युवा बल तैयार होगा।

केंद्र ने सेना, नौसेना और वायुसेना में कर्मियों की अल्पकालिक भर्ती के लिए 2022 में अग्निपथ योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य तीनों सेवाओं में युवा बल को बनाए रखना तथा स्थायी सैनिकों की संख्या में कमी लाना है।

सावंत ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अग्निपथ योजना हमारे सशस्त्र बलों के लिए आगे बढ़ने का एक रास्ता है और यह भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए समर्पित, प्रेरित युवा बल तैयार करेगी।’’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने  अग्निपथ योजना को सेना द्वारा किए गए आवश्यक सुधारों का एक उदाहरण बताया था। उन्होंने विपक्ष पर सशस्त्र बलों में औसत आयु वर्ग के युवा रखने के उद्देश्य से शुरू की गई इस भर्ती योजना को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया था।

मोदी ने करगिल युद्ध में जीत की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर अपने संबोधन में कहा था कि कुछ लोग राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े एक संवेदनशील मुद्दे पर भी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने उन दावों को भी खारिज किया था कि पेंशन के पैसे बचाने के लिए अग्निपथ योजना शुरू की गई है।

अग्निवीर योजना पर इंद्रेश कुमार ने कहा, युवाओं को इसका लाभ समझाएं

 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश ने अग्निवीर योजना को लेकर मचे सियासी बवाल पर कहा कि यह सरकार की सुंदर योजना है, लेकिन इसे लेकर युवाओं के बीच कुछ गलतफहमी है, जिन्हें दूर करने की जरूरत है। इसके लिए सरकार और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को आगे आकर संवाद स्थापित करना चाहिए।

उन्होंने कहा, “इस योजना के अंतर्गत युवाओं को बहुत बड़ी राशि उपहार के रूप में दिए जाने का प्रावधान है। इससे वो चाहें तो अपना व्यापार भी कर सकते हैं। बीते दिनों बड़ी संख्या में युवाओं ने इस योजना का विरोध किया था और केंद्र सरकार से इसे वापस लेने की मांग की थी। मुझे लगता है कि यह युवाओं के बीच मौजूद गलतफहमी की वजह से हुआ, इसलिए सरकार और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी युवाओं के बीच जाएं और उन्हें इस योजना के फायदे के बारे में बताएं, ताकि वो इस तरह के हिंसात्मक कदम उठाने से बचें।”

इसके अलावा, उन्होंने इस योजना में बदलाव पर जोर देते हुए कहा, “अगर इस योजना में कुछ परिवर्तन करने की जरूरत है तो करें और इसे फिर से युवाओं के बीच प्रस्तुत करें, ताकि इसे लेकर जो भी भ्रांतियां हैं, उसे दूर किया जा सके।”

वहीं, आरएसएस नेता ने नेम प्लेट को लेकर मचे सियासी बवाल पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया था। कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी, जिसका सम्मान सरकार और प्रशासन दोनों ने किया।”

दरअसल, बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने कांवड़ रूटों पर खाने पीने की दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी। यह रोक पांच अगस्त तक जारी रहेगी। पांच अगस्त को फिर से इस पर सुनवाई होगी। इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार ने कोर्ट में हलफनामा भी दाखिल किया। सरकार ने अपने हलफनामे में कहा कि नेमप्लेट लगाने का आदेश इसलिए दिया गया था, ताकि राज्य में शांति व्यवस्था भंग ना हो।

 

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Sat, 27 Jul 2024 20:15:19 +0530 admin
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 1771 तीर्थयात्रियों का नया जत्था रवाना https://aaj24x7live.com/404 https://aaj24x7live.com/404 जम्मू
दक्षिणी कश्मीर में हिमालय में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन करने के लिये करीब 1771 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था ‘बम बम भोले’ की गूंज के साथ शनिवार को यहां भगवती नगर यात्री निवास आधार शिविर से रवाना हुआ।
जानकारी के अनुसार करीब 1771 तीर्थयात्री 63 वाहनों के बेड़े में पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों के लिए रवाना हुये। इनमें से 772 तीर्थयात्री बालटाल के लिए और 999 तीर्थयात्री पहलगाम के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आधार शिविर से रवाना हुये। श्रद्धालुओं के 'बम बम भोले' मंत्र के तेज उच्चारणों से वातावरण आनंदमय हो गया।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के स्वनिर्मित शिवलिंग के दर्शन दर्शन किये थे।
इस साल वार्षिक अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी और यह 52 दिनों तक चलेगी। अमरनाथ यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी।

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Sat, 27 Jul 2024 20:15:11 +0530 admin
दक्षिण कश्मीर के डक्सुम में एक वाहन के खाई में गिरने से 5 बच्चों समेत 8 लोगों की मौत https://aaj24x7live.com/394 https://aaj24x7live.com/394 कश्मीर
दक्षिण कश्मीर के डक्सुम में एक वाहन के खाई में गिरने से 5 बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो गई है। टना दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के डक्सुम इलाके में हुई है। यह घटना तब हुई जब एक वाहन अचानक अनियंत्रित होकर खाई में गिर गया।

लारनू के तहसीलदार सैयद मुइज़ कादरी ने कहा कि एक टीम को मौके पर भेजा गया है।  लगभग 8 लोगों के मारे जाने की आशंका है, जिसमें 5 बच्चे शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि पंजीकरण संख्या जेके03एच 9017 नाम का एक वाहन सूमो अपना नियंत्रण खो बैठा और डकसुम के पास सड़क से नीचे लुढ़क गया।  पुलिस के अनुसार, वे जिस टाटा सूमो से यात्रा कर रहे थे, वह डकसुम के पास नियंत्रण खो बैठी और सड़क से नीचे लुढ़क गई। पुलिस ने बताया कि पीड़ितों में पांच बच्चे, दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं और वे किश्तवाड़ से आ रहे थे।

जम्मू के किश्तवाड़ से आ रही थी कार
पुलिस ने बताया कि JK03H9017 रजिस्ट्रेशन नंबर वाली सूमो गाड़ी जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ से आ रही थी। डक्सुम के पास अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे खाई में लुढ़क गई। इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 5 बच्चे, दो महिलाएं और एक पुरुष पुलिसकर्मी शामिल हैं।

पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
हादसे के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शवों को बाहर निकाला है। इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी है।

 

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Sat, 27 Jul 2024 18:30:57 +0530 admin
केदारनाथ : सोनप्रयाग के पास भारी बारिश के बाद ढहा सड़क मार्ग, तीर्थ यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें https://aaj24x7live.com/393 https://aaj24x7live.com/393 सोनप्रयाग

केदारनाथ हाइवे सोनप्रयाग के पास ध्वस्त हो गया है. दरअसल, केदारनाथ घाटी में आफत की बारिश हो रही है और इस वजह से तीर्थयात्रियों के लिए मुश्किलें पैदा हो रही हैं. सोनप्रयाग में सटल पुल के पास नदी में कटाव होने की वजह से सड़क मार्ग ढह गया है और इस वजह से यातायात बाधित हो गया है. भारी बारिश और रस्ता ढह जाने के कारण सुबह से ही तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग में रोक दिया गया है. हालांकि, केदारनाथ से वापिस जाने वाले तीर्थ यात्रियों की आवाजाही जारी है.

राजमार्ग हुआ बाधित

केदारनाथ हाइवे के पास जगह-जगह मलबा और पेड़ गिरे हुए हैं. हाइवे के डोलिया देवी के पास राजमार्ग बाधित हो गया है. बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा बुरी तरह से प्रभावित हो रही है. मौसम विभाग ने चम्बा, कांगड़ा कल्लु, मंडी, सिरमौर में भारी बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया है. इस वजह से सभी जिलों का प्रशासन भी अलर्ट पर है. गंगोत्री धाम में गंगा का जलस्तर भगीरथ शिला तक बढ़ने से शिला जलमग्न हो गई है.

टिहरी में मकान गिरने से दो लोगों की मौत

वहीं सुरक्षा वाल न होने के कारण गंगा किनारे बसा हुआ निकेतन आश्रम खतरे की जद में आ सकता है. वहीं टिहरी के तोली गांव में एक मकान पर मलबा आ जाने के कारण दो लोग दब गए. भारी बारिश होने के कारण गांव के मकान पर मलबा गिर गया. इस वजह से एसडीआरएफ जिला पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया है और दोनों के शव को बरामद किया है.

 

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Sat, 27 Jul 2024 18:30:50 +0530 admin
भारतीय सेना ने तीन आतंकियों के स्केच किये जारी, 5 लाख का इनाम, डोडा में सुरक्षा बलों पर किया था अटैक https://aaj24x7live.com/392 https://aaj24x7live.com/392 श्रीनगर

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में पुलिस ने 3 आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं. बताया जा रहा है कि वे डोडा के ऊपरी इलाकों में मौजूद हैं. हाल ही में देसा डोडा के उरार बागी इलाके में हुई आतंकी घटना में शामिल थे. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्रत्येक आतंकवादी की सूचना देने पर 5 लाख रुपये का नकद इनाम देने का भी ऐलान किया है.

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में 16 जुलाई को एक आतंकी हमला हुआ था, जिसमें एक कैप्टन और तीन अन्य सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक शैडो ग्रुप 'कश्मीर टाइगर्स' ने ली थी. यह घटना डोडा उरारी बागी इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी के दौरान हुई. गोलीबारी में दो जवान घायल भी हुए थे.

आतंकियों की तलाश में सुरक्षा बल चला रहे सर्च ऑपरेशन

डोडा में हुआ आतंकी हमला हाल के महीनों में जम्मू क्षेत्र में हुई कई आतंकी घटनाओं में से एक था. 2024 की शुरुआत से लेकर अब तक जम्मू प्रांत के छह जिलों में करीब एक दर्जन आतंकी हमलों में कई सुरक्षाकर्मी और आतंकवादी मारे गए हैं. सुरक्षा बलों की तरफ से अन्य आतंकियों को निपटाने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

कुपवाड़ा में आतंकी-सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़

जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में आतंकवाद का लगातार खतरा भारत सरकार के लिए एक बड़ी सुरक्षा चिंता बनी हुई है. शनिवार को ही कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई. इसमें एक जवान शहीद हो गए और एक मेजर रैंक के अधिकारी समेत चार जवान घायल हो गए. जवानों ने एक आतंकी को भी ढेर कर दिया. बताया जा रहा है कि वा पाकिस्तान के बॉर्डर एक्शन टीम का हिस्सा था, जिसमें पाकिस्तानी सेना के कमांडो और आतंकी शामिल होते हैं.

प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इन तीनों आतंकवादियों में से प्रत्येक पर 5 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया है। आम जनता से उनके बारे में सूचना देने की अपील की। साथ ही आश्वासन दिया कि सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

पुलिस ने लोगों से संपर्क करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और नियंत्रण कक्ष सहित एक दर्जन से अधिक फोन और मोबाइल नंबर साझा किए हैं। देसा जंगल में घातक मुठभेड़ के अलावा, 12 जून से 18 जुलाई के बीच चत्तरगला दर्रे, गंडोह, कास्तीगढ़, घड़ी बागवाह जंगल में अलग-अलग आतंकी हमलों में कम से कम 10 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं ।

5 लाख का रखा गया इनाम

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हर आतंकवादी पर 5 लाख का इनाम रखा है.जम्मू-कश्मीर पुलिस अनुसार, इन आतंकियों की जानकारी देने वालों को 5 लाख रुपए का नकद इमान दिया जाएगा. आम जनता से अपील करते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस (जिला डोडा) ने कहा है कि अगर उन्हें इन आतंकियों के बारे में कोई भी जानकारी मिले तो वो तुरंत सूचना दें. इसको लेकर पुलिस ने नंबर भी जारी कर दिए हैं. आतंकियों की जानकरी देने वाला का नाम गुप्त रखा जाएगा.

    एसएसपी डोडा – 9541904201
    एसपी मुख्यालय डोडा – 9797649362, 9541904202
    एसपी ओपीएस डोडा – 9541904203
    डिप्टी एसपी दार डोडा-9541904205
    डिप्टी एसपी मुख्यालय डोडा- 9541904207
    एसएचओ पीएस डोडा -9419163516, 9541904211
    एसएचओ पीएस देसा – 8082383906
    आईसी पीपी बगला भारत – 7051484314, 9541904249
    पीसीआर डोडा – 01996233530, 7298923100, 9469365174, 9103317361

    कुपवाड़ा में आतंकियों से हुई मुठभेड़

कुपवाड़ा के त्रेहगाम इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच आज सुबह मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में सेना के 4 जवान घायल हो गए हैं और एक जवान शहीद हो गया है. सुरक्षाबालों ने एक और पाकिस्तानी को भी ढेर कर दिया है.

इस मुठभेड़ को लेकर अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में शनिवार 27 जुलाई की सुबह नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास वन क्षेत्रों में पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के साथ मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी को मार दिया गया है. जबकि गोलाबारी में चार जवान घायल हो गए हैं और एक जवान शहीद हो गया है.

 

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Sat, 27 Jul 2024 18:30:42 +0530 admin
नीति आयोग की बैठक में पीएम मोदी ने की अध्यक्षता, कहा& 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने पर दिया जोर https://aaj24x7live.com/387 https://aaj24x7live.com/387 नई दिल्ली
नीति आयोग की नौवीं गवर्निंग काउंसिल बैठक शुरू हो गई है। पीएम मोदी इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। यह बैठक राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में हो रही है। बैठक में 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने पर किया। इसके अलावा अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री अपने राज्यों के बारे में बात करेंगे।

'2047 में विकसित भारत हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2047 में विकसित भारत हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि वे सीधे लोगों से जुड़े हुए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित नीति आयोग की बैठक से नाराज होकर बाहर चली गईं। ममता बनर्जी ने दावा कि उनका माइक म्यूट कर दिया गया और उन्हें पांच मिनट से अधिक बोलने की अनुमति नहीं दी गई। दिल्ली में बैठक में भाग लेने वाली विपक्ष शासित राज्य की एकमात्र मुख्यमंत्री बनर्जी ने दावा किया कि जब उन्होंने पश्चिम बंगाल को केंद्रीय धन देने से इनकार करना का मुद्दा उठाया तो उनका माइक म्यूट कर दिया। ममता ने कहा, ''मैंने कहा कि आपने मुझे क्यों रोका, आप भेदभाव क्यों कर रहे हैं। मैं बैठक में भाग ले रही हूं, आपको खुश होना चाहिए, इसके बजाय आप अपनी पार्टी और अपनी सरकार को और अधिक अवसर दे रहे हैं। विपक्ष की ओर से केवल मैं ही वहां हूं और आप मुझे बोलने से रोक रहे हैं…यह न केवल बंगाल का बल्कि सभी क्षेत्रीय दलों का अपमान है।

इन राज्यों के सीएम बैठक में नहीं हुए शामिल
तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, केरल और झारखंड के मुख्यमंत्रियों ने नीति आयोग की बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है।

ये नेता बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे सांस्कृतिक केंद्र
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और गोवा के सीएम प्रमोद सावंत बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र पहुंच चुके हैं।

बिहार के मंत्री नितिन नबीन ने कांग्रेस पर कसा तंज
कांग्रेस और विपक्षी मुख्यमंत्रियों द्वारा नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने पर बिहार के मंत्री नितिन नबीन ने कहा- 'कांग्रेस की शुरू से ही यह मानसिकता रही है कि उन्हें विकास कार्यों में भी राजनीति करनी है। आज विकास कार्यों पर चर्चा के लिए बैठक है, नीति आयोग कोई बीजेपी का ढांचा नहीं है। नीति आयोग जब भी बैठक करती है तब वह हर राज्य के विकास मॉडल को तय करती है यह एक संघीय ढांचा है, लेकिन समस्या यह है कि कांग्रेस केवल तुष्टीकरण की राजनीति करने के लिए है। उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। इसलिए वे अब नीति आयोग बैठक का विरोध कर रहे हैं।

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Sat, 27 Jul 2024 17:15:50 +0530 admin
अरुणाचल प्रदेश सरकार ने पुलिस, अग्निशमन विभाग में पूर्व अग्निवीरों की भर्ती की घोषणा की https://aaj24x7live.com/375 https://aaj24x7live.com/375 ईटानगर
 अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने घोषणा की है कि उनकी सरकार स्थानीय युवाओं को अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेगी तथा सेवानिवृत्त अग्निवीरों को राज्य की पुलिस, आपातकालीन एवं अग्निशमन सेवाओं में भर्ती के दौरान प्राथमिकता दी जाएगी।

खांडू ने कहा कि यह परिवर्तनकारी पहल अरुणाचल प्रदेश के युवाओं को देश की सेवा करने में सक्षम बनाएगी।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अरुणाचल प्रदेश सरकार स्थानीय युवाओं को अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर के रूप में भर्ती के लिए तैयार करने के मकसद से प्रशिक्षण देगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश के सेवानिवृत्त अग्निवीरों को अरुणाचल प्रदेश पुलिस, राज्य बटालियन और आपातकालीन एवं अग्निशमन सेवाओं में भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी।’’

केंद्र सरकार ने साल 2022 में थलसेना, नौसेना और वायुसेना में 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं की भर्ती के लिए महत्वाकांक्षी अग्निपथ योजना शुरू की थी, जिसमें मोटे तौर पर चार साल के अनुबंध के तहत भर्ती का प्रावधान है। इस योजना के तहत भर्ती होने वालों को अग्निवीर के नाम से जाना जाएगा।

चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रत्येक बैच से 25 प्रतिशत अभ्यर्थियों को नियमित सेवा में शामिल किया जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घोषणा की थी कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों या अर्धसैनिक बलों में भर्ती के दौरान 10 प्रतिशत रिक्तियां पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षित होंगी। कई राज्य सरकारों ने भी अपने-अपने पुलिस बलों में सेवानिवृत्त अग्निवीरों की भर्ती के लिए इसी तरह की घोषणा की है।

 

 

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Sat, 27 Jul 2024 16:15:38 +0530 admin
प्रधानमंत्री मोदी ने सीआरपीएफ के अटूट समर्पण की सराहना की https://aaj24x7live.com/374 https://aaj24x7live.com/374 नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्थापना दिवस पर राष्ट्र के प्रति उसके अटूट समर्पण और अथक सेवा की सराहना की।

सीआरपीएफ केंद्र सरकार के अधीन देश का अपनी तरह का सबसे बड़ा बल है और वह मुख्य रूप से राज्यों के साथ समन्वय कर उग्रवाद विरोधी अभियानों में जुटा हुआ है।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सभी सीआरपीएफ कर्मियों को मेरी ओर से बधाई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र के प्रति उनका अटूट समर्पण और अथक सेवा वास्तव में सराहनीय है। वे हमेशा साहस और प्रतिबद्धता के उच्चतम मानकों के पक्षधर रहे हैं। हमारे देश को सुरक्षित रखने में भी उनकी भूमिका सर्वोपरि है।’’

अमित शाह ने सीआरपीएफ जवानों को स्थापना दिवस पर बधाई दी

 गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्थापना दिवस पर बल के जवानों और उनके परिवार के सदस्यों को बधाई दी।

शाह ने कहा कि सीआरपीएफ के बहादुर जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पूरी ताकत लगा दी और हर बार विजयी बनकर उभरे।

सीआरपीएफ देश का प्रमुख केंद्रीय पुलिस बल है, जिस पर आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने की जिम्मेदारी है। इसकी स्थापना 27 जुलाई 1939 को मूल रूप से ‘क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्ज पुलिस’ के रूप में की गई थी।

शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सीआरपीएफ कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों को बल के स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं। सीआरपीएफ ने अपनी स्थापना के बाद से ही राष्ट्रीय सुरक्षा को मिशन के रूप में लिया है।”

उन्होंने कहा, “बल के बहादुर जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी और हर बार विजयी बनकर उभरे। मैं सीआरपीएफ के उन शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।”

 

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Sat, 27 Jul 2024 16:15:30 +0530 admin
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भारी बारिश का कहर, गंगोत्री में भागीरथी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही https://aaj24x7live.com/368 https://aaj24x7live.com/368  गंगोत्री/पिथौरागढ़
उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर जारी है। पहाड़ी जिलों में मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है।

वहीं पिथौरागढ़, बागेश्वर, उत्तरकाशी, टिहरी इन सभी जिलों में जमकर भारी बारिश हो रही है। राज्य की सभी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।

राज्य की सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। पिथौरागढ़ में रामगंगा और काली नदी उफान पर चल रही है। वहीं पिथौरागढ़ में भारी बारिश से कई सड़कों पर मलबा आ गया है, जिसे रोड बंद हो गए।

भारी बारिश से थल मुनस्यारी मोटर मार्ग, धारचूला तवाघाट मोटर मार्ग, गंगोलीहाट बेरीनाग मोटर मार्ग, राईआगर सेराघाट अल्मोड़ा मोटर मार्ग बंद हो गया है। मौसम विभाग ने पिथौरागढ़ में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसके चलते पिथौरागढ़ डीएम ने स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है।

वहीं गंगोत्री धाम में भागीरथी नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। भागीरथी नदी का पानी गंगोत्री धाम में घाट में ऊपर तक आ गया है। जिसके बाद यहां पुलिस प्रशासन ने लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट करना शुरू कर दिया है।

श्रद्धालुओं को घाट से हटाया जा रहा है। नदी के तेज बहाव को देखते हुए सभी श्रद्धालुओं को नदी में स्नान करने पर रोक लगा दी है। जन सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने श्रद्धालुओं को नदी के आस पास जाने से रोका दिया है।

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Sat, 27 Jul 2024 15:15:08 +0530 admin
कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी हमला, 5 जवान घायल; एक दहशतगर्द ढेर https://aaj24x7live.com/358 https://aaj24x7live.com/358 कुपवाड़ा

जम्मू-कश्मीर से मुठभेड़ की खबर आ रही है. जानकारी के अनुसार, कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें 5 जवान जख्मी हो गए हैं. इलाके में सेना की ओर से अभी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि आतंकियों के छिपे होने की खबर के बाद जब सेना के जवान तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी मुठभेड़ शुरू हो गई.

रक्षा अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में मेजर रैंक के एक अधिकारी समेत पांच भारतीय सेना के जवान घायल हो गए. सभी पांचों जवानों को घटनास्थल से निकाल लिया गया. घायलों में से एक जवान की जान गई है.

इधर चिनार कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि नियंत्रण रेखा पर मच्छल सेक्टर के कामकारी में एक अग्रिम चौकी पर अज्ञात कर्मियों के साथ गोलीबारी हुई है. इसमें एक पाकिस्तानी शख्स मारा गया है. इलाके में ऑपरेशन जारी है.

सेना के द्वारा और सैनिकों को भेजकर इन आतंकियों की तलाश की जा रही है। रक्षा सूत्रों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में पाकिस्तानी बैट( बॉर्डर एक्शन टीम) टीम का हाथ है। हमले में शामिल बैट टीम में पाकिस्तान के एसएसजी कमांडो सहित पाकिस्तान की नियमित सेना के सैनिक होने का संदेह है जो आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर काम करते हैं।

जम्मू कश्मीर में एक महीने में नौवां हमला

बुधवार को कुपवाडा जिले में ही सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई थी, जिसमें एक आतंकी मारा गया था। एक सैनिक भी घायल हो गया था। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर सेना की तरफ से बताया गया था कि आतंकियों की मौजूदगी के संबंध में खबर मिली थी, जिसके बाद सेना ने कश्मीर पुलिस के साथ एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू करने के बाद यह एनकाउंटर शुरू हुआ।

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Sat, 27 Jul 2024 14:00:45 +0530 admin
पहले घसीटा, फिर चाकू से किए वार… PG में घुसकर लड़की पर जानलेवा हमला https://aaj24x7live.com/347 https://aaj24x7live.com/347 बेंगलुरु

कोरमंगला स्थित एक 'पेइंग गेस्ट' में दो दिन पहले गला रेतकर जिस महिला की हत्या की गई थी उससे जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति को उस पर चाकू से हमला करते हुए देखा जा सकता है. पुलिस के मुताबिक महिला की हत्या 23 जुलाई की रात को की गई थी. हमलावर ने कमरे में घुसकर 24 वर्षीय कृति कुमारी को मार डाला था.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'कृति कुमारी बिहार की रहने वाली थी और वह शहर में एक निजी कंपनी में काम करती थी.' हत्यारे को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. एक सीसीटीवी फुजेट सोशल मीडिया पर वायरल है और इसे कोरमंगला घटना का बताया जा रहा है.

पुलिस द्वारा जारी परेशान करने वाले सीसीटीवी फुटेज में व्यक्ति को कुमारी का दरवाजा खटखटाते हुए दिखाया गया है. हालांकि दरवाज़ा दिखाई नहीं दे रहा था, फिर भी वह अंदर चला गया, वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे शख्स युवती को कमरे से बाहर निकाल कर लगातार चाकू से वार कर रहा है.
सीसीटीवी में कैद मामला

वीडियो में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति पॉलीथीन बैग पकड़े हुए 'पेइंग गेस्ट' में घुसता है. वह दरवाजा खटखटाता है तथा कुछ देर बाद महिला को घसीटकर बाहर निकालता दिखाई देता है. पीड़िता हमले का विरोध करती है, लेकिन हत्यारा उसे पकड़कर गला रेत देता है और वहां से भाग जाता है. शोर-शराबा सुनकर इमारत में मौजूद अन्य महिलाएं मौके पर पहुंचीं लेकिन वे उसे बचा नहीं पातीं.
लड़की की गला रेतकर हत्या

कृति किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब करती थी. वह कोरमंगला में वीआर लेआउट गेस्ट हाउस में रहती थी. मंगलवार रात को 11.10 से 11.30 बजे के बीच एक संदिग्ध चाकू लेकर उसके पीजी में घुस गया. उसने तीसरी मंजिल पर एक कमरे के पास कृति पर हमला कर दिया. जिससे लड़की की मौके पर ही मौत हो गई.

 

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Sat, 27 Jul 2024 12:15:33 +0530 admin
महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिदेशक ने होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान https://aaj24x7live.com/346 https://aaj24x7live.com/346 मुंबई

पुलिस की नौकरी से वीआरएस लेकर कई अधिकारी चुनाव लड़ चुके हैं. अब महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिदेशक संजय पांडे ने शुक्रवार को ऐलान किया कि वह राज्य में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव मुंबई के वर्सोवा विधानसभा क्षेत्र से लड़ने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.

संजय पांडे ने समाचार एजेंसी से कहा कि मैं लंबे समय से सक्रिय राजनीति में आने के बारे में सोच रहा हूं, लेकिन इस बार यह तय है कि मैं विधानसभा चुनाव लडूंगा. अब तक मैंने उस क्षेत्र से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतने का फैसला किया है, जहां पिछले कई सालों से रह रहा हूं और मैं सभी वर्गों का समर्थन का स्वागत करता हूं.

'बनाएंगे अपना राजनीतिक संगठन'

मुंबई पुलिस कमिश्नर रह चुके संजय पांडे ने कहा कि उन्होंने किसी भी राजनीतिक दल से संपर्क नहीं किया है. उन्होंने कहा कि वह अपना खुद का राजनीतिक संगठन बनाएंगे और उसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है.

बता दें कि संजय पांडे को कथित फोन टैपिंग मामले में सितंबर 2022 से सीबीआई ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी.

अमित शाह ने की अजित पवार से मुलाकात

आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में सत्तारूढ़ और महाविकास अघाड़ी के बीच मुख्य मुकाबला है. बीते दिनों बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह और अजित पवार की मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस सुबह-सुबह दिल्ली पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक, यह मुलाकात आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एनडीए के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए हुई.

ये अजित पवार का प्लान

गृह मंत्री अमित शाह के साथ मीटिंग के दौरान अजित पवार ने जल्द से जल्द सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देने पर जोर दिया. लोकसभा चुनावों की तरह आखिरी समय तक सीटों के बंटवारे को न टालने की बात कही. इस बात को ध्यान में रखते हुए ही अजित पवार ने अमित शाह से मुलाकात के लिए समय मांगा था. बताया जा रहा है कि वह 80-90 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. वहीं, महाविकास अघाड़ी ने भी आगामी विधानसभा चुनाव को अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं.

 

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Sat, 27 Jul 2024 12:15:25 +0530 admin
नवी मुंबई में 3 मंजिला इमारत गिरी, कई लोगों के दबे होने की आशंका, JCB से हटाया जा रहा है मलबा https://aaj24x7live.com/345 https://aaj24x7live.com/345  मुंबई

महाराष्ट्र के मुंबई में एक तीन मंजिला इमारत गिर गई है. मुंबई में हुई भारी बारिश के बाद नवी मुंबई के शाहबाज गांव में बनी ग्राउंड प्लस तीन मंजिला ईमारत अचानक से ढह गई. बिल्डिंग में कुल 24 परिवार रहते थे, पुलिस, दमकल और एनडीआरएफ मौके पर मौजूद हैं. बचाव अभियान जारी है. मौके पर जेसीबी भी बुलाई गई है और मलबे को हटाया जा रहा है.

नवी मुंबई (महाराष्ट्र) के पालिका आयुक्त कैलाश शिंदे ने बताया,"करीब आज सुबह 5 बजे के पहले ये इमारत ढह गई. ये ग्राउंड+3 फ्लोर की इमारत है जो सेक्टर-19, शाहबाज गांव में है. ये 3 मंजिला इमारत थी. 52 लोग सुरक्षित बाहर निकले और मलबे में फंसे 2 लोगों को बचाया गया है और भी 2 लोगों के फंसे होने की संभावना है. NDRF की टीम बचाव अभियान कर रही है…दो लोग जिन्हें बचाया गया है वो अस्पताल में हैं और उनकी हालत स्थिर है. 10 साल पुरानी इमारत है जांच जारी है. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."

कुछ दिन पहले गिर गया था इमारत की बालकनी का हिस्सा

आपको बता दें कि पिछले हफ्ते ही मुंबई के ग्रांट रोड इलाके में एक इमारत की बालकनी का कुछ हिस्सा गिरने से एक महिला की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हो गए. यह घटना ग्रांट रोड रेलवे स्टेशन के पास स्थित चार मंजिला इमारत रूबिनिसा मंजिल में सुबह 11:00 बजे के आसपास हुई. मुंबई फायर ब्रिगेड के अनुसार, दूसरी और तीसरी मंजिल पर बालकनी और स्लैब का एक हिस्सा ढह गया, और कुछ हिस्से खतरनाक रूप से लटक गए.

ग्रांट रोड में बिल्डिंग की बालकनी ढहने का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था. यह फुटेज मौके पर स्थित एक दु​कान में लगे सीसीटीवी फुटेज का है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक महिला अपने घर से निकलर जैसे ही गली में आती है, ऊपर से मलबा गिरता है और वह उसके नीचे दब जाती है. आसपास अफरातफरी का माहौल बन जाता है, कुछ लोग समय रह​ते दुकान के अंदर घुसकर अपनी जान बचाते हैं.

एक की हुई थी मौत

रेस्क्यू टीम ने विभिन्न उपकरणों का उपयोग करके उन्हें बाहर निकाला. मुंबई फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां, एक क्विक रिस्पांस व्हीकल (QRV), एक रेस्क्यू व्हीकल (RV), और एक टर्नटेबल सीढ़ी (TTL) को घटनास्थल पर तैनात किया गया. अधिकारियों ने राहत एवं बचाव कार्य में मदद करने के लिए पुलिस, एम्बुलेंस और वार्ड कर्मचारियों की तैनाती की. मुंबई फायर ब्रिगेड ने अब तक 13 लोगों को बचा लिया है. भाटिया अस्पताल ने चार घायलों की पुष्टि की, जबकि एक महिला को वहां पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया.

 

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Sat, 27 Jul 2024 12:15:17 +0530 admin
गाजा में युद्ध के बीच फलस्तीन का विरासत स्थल यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल https://aaj24x7live.com/333 https://aaj24x7live.com/333 नई दिल्ली
 गाजा में महीनों से जारी युद्ध के बीच फलस्तीन की सेंट हिलेरियन मोनेस्ट्री/टेल उम्म आमेर को  यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची और खतरे में पड़ी विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया।

नई दिल्ली में आयोजित विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) के 46वें सत्र की पूर्ण बैठक में सेंट हिलेरियन मोनेस्ट्री/टेल उम्म आमेर को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची और खतरे में पड़ी विश्व विरासत सूची में शामिल किए जाने की घोषणा की गई।

लेबनान, तुर्किये, कजाकिस्तान और कई अन्य देशों ने फलस्तीन के विरासत स्थलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने का स्वागत किया है।
फादर हिलारियन ने की थी स्थापना
फलस्तीन में गाजा पट्टी पर बना सेंट हिलारियन मठ एक ईसाई मठ है। इसकी स्थापना 340 ईस्वी में गाजा के मूल निवासी फादर हिलारियन ने की थी। हिलारियन ने अलेक्जेंड्रिया में पहले ईसाई धर्म अपनाया और बाद में सेंट एंथोनी से प्रेरित होकर पहले मिस्र और फिर गाजा में सन्यासी बन गए। इसके बाद उन्होंने अपने गांव थबाथा के पास एक आश्रम की स्थापना की।

पांच चर्च बने हैं
बताया जाता है कि सेंट हिलारियन मठ के अवशेष चार शताब्दी से भी अधिक पुराने हैं। इसमें पांच चर्च, स्नान गृह और विशाल सेंचुरी है। साथ ही एक विशाल तहखाना भी है। मठ में मिट्टी की ईंटों से छोटे-छोटे आश्रम बने थे। यह अवशेष जल्द ही खत्म हो गए। सातवीं सदी गाजा में आए भूकंप के बाद यह मठ लुप्त हो गया। बाद में 1999 में पुरातत्वविदों ने इसकी खोज की।

मठ को संरक्षण की जरूरत
गाजा पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक सेंट हिलारियन मठ को संरक्षण की जरूरत है। 2012 में इसे विश्व निगरानी स्मारक की सूची में शामिल किया गया। वहीं मौजूदा समय में चल रहे युद्ध से भी मठ को काफी नुकसान पहुंचा है। दिसंबर 2023 में यूनेस्को ने मठ को अनंतिम उन्नत संरक्षण सूची में शामिल किया था।

मोरावियन चर्च बस्तियां भी विश्व विरासत सूची में शामिल
अमेरिका से मिले नामांकन के बाद ऐतिहासिक मोरावियन चर्च बस्तियों को भी यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल कर लिया गया। नई दिल्ली में चल रहे विश्व धरोहर समिति के 46 वें सत्र में इसकी घोषणा होने के बाद अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन से आए जनप्रतिनिधियों से खुशी जताई। बताया जाता है कि डेनमार्क की मोरावियन चर्च बस्ती जो क्रिश्चियफील्ड से जुड़ी है, वह पहले से ही विश्व विरासत सूची में शामिल है। अब मोरावियन चर्च बस्ती की 18वीं शताब्दी में स्थापित बस्ती हेरनहट जमर्नी, बेथलहम यूएस और ग्रेसहिल ब्रिटेन को भी विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है। मोरावियन चर्च बस्ती का वास्तु शिल्प बेजोड़ है। यह स्थानीय हालातों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मोरावियन समुदाय की खासियत को बयां करती है। यहां की परंपराएं मोरावियन संस्कृति को जीवंत रखती हैं।

 

 

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Sat, 27 Jul 2024 10:00:30 +0530 admin
पंचगंगा नदी में आई बाढ़ का पानी कोल्हापुर जिले के शहरों में घुसने से जनजीवन बेहाल https://aaj24x7live.com/332 https://aaj24x7live.com/332 मुंबई
पंचगंगा नदी में आई बाढ़ का पानी कोल्हापुर जिले के शहरों में घुसने से जनजीवन बेहाल हो गया है। बाढ़ का पानी शहरों में आ जाने से जिले की 40 सड़कें बंद कर दी गई हैं, इससे 160 से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है। बाढ़ से अब तक जिले में 159 मकान से अधिक कच्चे और पक्के घर गिर गए हैं और पांच हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थलों पर स्थानांतरित किया गया है।

पंचगंगा नदी का जलस्तर पिछले 12 घंटे में 1 फुट 4 इंच बढ़ गया है। रात 9 बजे राजाराम बंधारा पर पंच गंगा का जलस्तर 43 फीट 6 इंच था।  सुबह 9 बजे जलस्तर 44 फीट 10 इंच तक पहुंच गया। बताया जा रहा है कि सुबह से पानी प्रति घंटे तीन इंच बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का पानी शिरोल, शाहुपुरी, आदि शहरीय इलाकों में घुस गया है और व्यापारियों का भारी पैमाने पर नुकसान हुआ है। बाढ़ की वजह से कोल्हापुर जिले में कस्बा बावड़ा एमआईडीसी-शिरोली मार्ग पर स्वाद ओढ़ा में पानी भर गया है। जलस्तर बढ़ने से जिले के 95 बांध पानी में डूब गये हैं, जिससे 160 से अधिक गांवों का सीधा संपर्क टूट गया है।

बाढ़ का पानी लगातार बढ़ने से 11 राज्य मार्ग और 29 प्रमुख जिला मार्ग सहित कुल 40 सड़कें बंद हो गई हैं। साथ ही जिले के 21 रूटों पर एसटी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। जिले में हो रही भारी बारिश से 159 मकान ढहे हैं। पिछले 24 घंटे में दो सार्वजनिक संपत्तियों को 1 लाख 70 हजार का नुकसान हुआ है, जबकि 179 निजी संपत्तियों को 72 लाख का नुकसान हुआ है। अंबेवाडी-चिखली गांव, अंबार्डे, सुतारवाड़ी आदि इलाकों में 5 हजार से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है।

जिला कलेक्टर अमोल येडगे ने चिखली, अंबेवाडी, सोनताली आदि का निरीक्षण किया और उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि अभी भी समय है, जल्दी लोग सुरक्षित स्थलों चले जाएं। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि जलस्तर बढ़ने पर कोई घर में न रहे। कलेक्टर ने जिले में चल रहे राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने अंबेवाडी में कुछ ग्रामीणों से भी बातचीत की और सतर्क रहने की अपील की है।

 

 

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Sat, 27 Jul 2024 10:00:22 +0530 admin
नीट का जारी हुआ फाइनल रिजल्ट, 4.20 लाख अभ्यर्थियों के घटे 5&5 अंक https://aaj24x7live.com/320 https://aaj24x7live.com/320 नई दिल्ली
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा नीट का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। नये रिवाइज्ड रिजल्ट के बाद करीब चार लाख अभ्यर्थ‍ियों की रैंक बदल गई है। फीजिक्स के एक अस्पष्ट प्रश्न के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद मेरिट लिस्ट में बदलाव की जरूरत पड़ी थी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 23 जुलाई को घोषणा की थी कि संशोधित परिणाम दो दिनों के भीतर जारी किए जाएंगे। पहले जारी किए गए रिजल्ट में 67 छात्रों ने टॉप रैंक प्राप्त की थी। हालांकि IIT-दिल्ली की एक विशेषज्ञ समिति के आधार पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने विवादित प्रश्न के लिए केवल एक सही विकल्प को स्वीकार करने का आदेश दिया। यह समायोजन लगभग 4.2 लाख छात्रों के अंकों को प्रभावित करेगा जिन्होंने पहले से स्वीकृत उत्तर चुना था, जिससे शीर्ष स्कोर करने वालों की संख्या 61 से घटकर अनुमानित 17 हो गई। बता दें कि नीट का संशोधित स्कोरकार्ड 2024 जारी होने के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। रिवाइज्ड स्कोर कार्ड जारी होने के बाद, मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) NEET-UG काउंसलिंग के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करेगी। यह प्रक्रिया पूरे भारत में MBBS और BDS कार्यक्रमों में प्रवेश निर्धारित करती है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मंगलवार को कहा था कि रिवाइज्ड रिजल्ट दो दिनों में यानी गुरुवार तक जारी हो जाएगा लेकिन इसमें एक दिन की देरी हुई। नीट यूजी के नए स्कोरकार्ड के आधार पर आज या कल से काउंसिलिंग शुरू हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भौतिकी में पूछे गये प्रश्न नंबर 19 का सही जवाब देने पर अब 13 लाख छात्र की रैंक बदल जाएगी। इसके कारण पूरी मेरिट लिस्ट बदल जाएगी। ऑल इंडिया रैंकिंग में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। यहां तक कि कुल 720 में से 720 अंक पाने वाले 61 में से 44 छात्रों का अंक 715 रह जाएगा। नीट यूजी में 100 फीसदी अंक पाने वाले छात्रों की संख्या भी घट कर सिर्फ 17 रह जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद कई छात्र देश के शीर्ष मेडिकल कॉलेज एम्स में दाखिले की दौड़ से कई टॉपर बाहर हो सकते हैं।

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Fri, 26 Jul 2024 23:45:22 +0530 admin
मानसून अब अपने पूरे रंग में, देश भर के अलग&अलग इलाकों से अच्‍छी बारिश, प्रदेश सहित 4 राज्‍यों में भारी बारिश का अलर्ट https://aaj24x7live.com/319 https://aaj24x7live.com/319 नई दिल्ली
मानसून अब अपने पूरे रंग में है। देश भर के अलग-अलग इलाकों से अच्‍छी बारिश की खबरें आ रही हैं। उत्‍तर भारत में राजधानी दिल्‍ली सहित अन्‍य राज्‍यों में कल से बारिश का सिलसिला बना हुआ है तो मध्‍य भारत सहित दक्षिण पश्चिमी राज्‍यों में हल्‍की बारिश हुई है। भारतीय मौसम विभाग IMD सहित स्‍कायमेट वेदर एजेंसी का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटों में कुछ राज्‍यों में भारी बारिश हो सकती है। साथ ही गरज व चमक के साथी छींटे पड़ सकते हैं। आइये जानते हैं कि अगले दो दिनों तक देश का मौसम कैसा रहेगा।

अगले 24 घंटों में मौसम ऐसा रहेगा
अगले 24 घंटों के दौरान, कोंकण और गोवा, विदर्भ और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
    ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, दक्षिण गुजरात और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश हो सकती है।
    जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, तेलंगाना, गुजरात और राजस्थान के पश्चिमी भागों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
    यूपी में मानसून ब्रेक लेकर अब फिर से सक्रिय हो रहा है। अगले कुछ घंटे के भीतर यूपी के तमाम जिलों में बादल फिर से बरसेंगे और मौसम सुहावना होगा। मानसून एक्टिव होने के बाद प्रदेश के कई जिलों में अच्छी बारिश का अनुमान है।

    लद्दाख, सौराष्ट्र और कच्छ आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है।
    अगले 24 घंटों के दौरान, विदर्भ और मध्य प्रदेश के कोंकण और गोवा भागों में मध्यम से भारी बारिश संभव है। ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

उत्‍तर प्रदेश के सहारनपुर में सुबह के समय हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के साथ तेज़ हवाएँ चलेंगी। अगले 24 घंटों के दौरान मौसम गर्म और असहज रहेगा। उत्तरप्रदेश के लिए मौसम चेतावनी यह है कि आगरा, प्रयागराज, अमेठी, औरैया, बदांयू, बलरामपुर, बांदा के कुछ स्थानों पर मध्यम बिजली गिरने के साथ कई स्थानों पर लगभग (30-40 किमी प्रति घंटे) की तेज़ हवाओं के साथ मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।

बारा बांकी, बरेली, बस्ती, चित्रकूट, दतिया, एटा, इटावा, अयोध्या, फर्रुखाबाद, फ़तेहपुर, फ़िरोज़ाबाद, गोंडा, हमीरपुर, हरदोई, जालौन, झाँसी, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कांशीराम नगर, कौशांबी, ललितपुर , अगले 3-4 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के जिलों में लखनऊ, महोबा, ओकोक, मुजफ्फरनगर, रायबरेली, सहारनपुर, संत कबीर नगर, शाहजहाँपुर और उन्नाव में बारिश का अनुमान है।
कर्नाटक के लिए मौसम की चेतावनी यह है कि अनंतपुर, बागलकोट, बेलगावी, बल्लारी, बीदर, विजयपुरा, चिकमगलूर, चित्रदुर्ग, दावणगेरे के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है, साथ ही लगभग (20-30 किमी प्रति घंटे) की तेज़ हवाएँ चलेंगी।
कर्नाटक में ही अगले धारवाड़, गडग, ​​कालाबुरागी, हावेरी, कोप्पल, रायचूर, शिवमोग्गा, तुमकुर, उडुपी, उत्तर कन्नड़ और यादगीर में मानसूनी बारिश का अनुमान है।

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Fri, 26 Jul 2024 23:45:11 +0530 admin
मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में बताया यूपीए सरकार की तुलना में मोदी सरकार में 25 गुना ज्यादा दाल खरीदी हुई https://aaj24x7live.com/318 https://aaj24x7live.com/318 नई दिल्ली
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि कांग्रेस की यूपीए सरकार की तुलना में मोदी सरकार में 25 गुना ज्यादा दाल खरीदी की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को दाल पैदा करने दो, हम खरीदेंगे।उन्होंने कहा कि किसानों को फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के संबंध में गठित समिति की रिपोर्ट अभी नहीं आई है और इस रिपोर्ट के आने के बाद इस दिशा में कदम उठाया जाएगा, लेकिन सरकार कृषि को मुनाफे का व्यवसाय बनाने के लिए निरंतर कदम उठा रही है। कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने इसका कड़ा विरोध किया और एमएसपी के मामले में सरकार से सीधा जवाब देने की मांग की जिससे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोक झोंक हुई तथा सदन की कार्यवाही में व्यवधान पहुंचा।

राज्यसभा में एक सांसद के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "मैं आपको बताना चाहूंगा कि 2004-14 के बीच सिर्फ 6,29,000 मीट्रिक टन दाल खरीदी गई थी। मोदी जी की सरकार एक करोड़ 70 लाख मीट्रिक टन दाल खरीद रही है, जो 25 गुना ज्यादा है। मैं कहना चाहूंगा कि दालों का उत्पादन बढ़ाने के लिए इस बार हमने तय किया है कि मसूर, उड़द और तुअर को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदा जाएगा। चिंता मत करो, देश के किसानों को दाल पैदा करने दो, हम उसे खरीदेंगे।"

शिवराज सिंह चौहान ने प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के जवाब में यह भी कहा कि सरकार ने एमएसपी के मुद्दे पर एक समिति का गठन किया है जो इस मुद्दे पर विचार कर रही है और इस समिति की अब तक छह बैठकें हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि समिति की रिपोर्ट आते ही सरकार इस पर आगे कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार रिपोर्ट के नाम पर निष्क्रिय नहीं बनी हुई है और निरंतर किसान कल्याण के कार्यों में लगी है। एमएसपी की दरें लगातार बढ़ाई जा रही हैं। सरकार छह सूत्रीय नीति उत्पादन के ठीक दाम देना , उत्पादन बढाना, लागत कम करना, नुकसान की भरपाई करना, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। फसलों के दामों कें समय-समय पर वृद्धि की जा रही है। फसलों का मूल्य फसल पैदावार की लागत में 50 प्रतिशत मुनाफा जोड़कर निर्धारित किया जाता है और उसे खरीदा भी जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सरकार उर्वरक पर भी एक लाख 68 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी दे रही है।

कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने कहा कि सरकार टाल-मटोल न करते हुए एमएसपी पर सीधा जवाब दे। विपक्षी सदस्य अपनी जगह से उठकर मंत्री का विरोध करने लगे। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने इसका कड़ा प्रतिवाद किया जिससे दोनों पक्षों के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। सभापति जगदीप धनखड़ ने दोनों पक्षों से संयम बरतने तथा सदन की कार्यवाही सुचारू ढंग से चलने देने की अपील की। उन्होंने कांग्रेस के सदस्य रणदीप सुरजेवाला को बार बार आगाह किया कि यदि वे कार्यवाही में व्यवधान जारी रखेंगे तथा आसन की अवेहलना करेंगे तो उन्हें मजबूरन उनके खिलाफ कार्यवाही करनी पड़ेगी। सभापति ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि किसान के मुद्दे पर चर्चा के समय सदन में गंभीरता से बात की जानी चाहिए।

 

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Fri, 26 Jul 2024 22:44:35 +0530 admin
मानसून के साथ ही देशभर में चांदीपुरा वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और खतरनाक होता जा रहा वायरस https://aaj24x7live.com/317 https://aaj24x7live.com/317 नई दिल्ली
मानसून के साथ ही देशभर में चांदीपुरा वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में सबसे ज्यादा मामले गुजरात से आ रहे हैं। इस वायरस से कई मरीजों की मौत हो चुकी है। गुजरात में यह बीमारी खतरनाक रूप से सामने आ रही है। पिछले तीन हफ्तों में गुजरात में मरीजों की संख्‍या में इजाफा देखने को मिला है। अब तक इस वायरस से लगभग 44 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, इसके 124 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही विभिन्‍न अस्‍पतालों में कई लोगों का इलाज चल रहा है।

इस खतरनाक वायरस के बारे में जानने के लिए आईएएनएस ने पेसिफिक मेडिकल कॉलेज, उदयपुर के सीनियर रेजीडेंट डॉ. अर्पित ओबेरॉय से बातचीत की। डॉ. अर्पित ओबेरॉय ने बताया कि चांदीपुरा वायरस एक बेहद खतरनाक है। यह सबसे पहले नागपुर के चांदीपुर से शुरू हुआ था। यह खासतौर पर 12 से 14 साल तक के बच्‍चों में पाया जाता है। इसके लक्षणों के बारे में बात करते हुए डॉक्‍टर ने बताया कि इस बीमारी में बुखार सिर दर्द, बदन दर्द, डायरिया, उल्‍टी और फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसमें तेज इंसेफेलाइटिस भी होता है। यह दिमाग में सूजन पैदा करने की एक स्थिति है।

उन्होंने बताया कि चांदीपुरा वायरस एक तरह का आरएनए वायरस है, जो घरों में ही पाया जाता है। यह घरों के कोने में छिपकर बच्‍चों को अपना शिकार बनाता है। यह मादा फ्लेबोटोमाइन मक्खी से फैलता है। इसके पीछे मच्छर में पाए जाने वाले एडीज जिम्मेदार हैं। इससे बचने के लिए बच्‍चों को पूरी बाजू के कपड़े पहनाएं। उनके शरीर को पूरी तरह से ढककर रखें। अगर मरीज को तेज बुखार जैसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें। इससे बचने के लिए साफ-सफाई का उचित ध्‍यान भी दें।

बता दें कि 1966 में महाराष्ट्र के चांदीपुरा से इसका पहला मामला सामने आया था, जिसके बाद से इसका नाम चांदीपुरा वायरस रख दिया गया। इसके बाद 2004 से 2006 और 2019 में इसके मामले आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से सामने आने लगे। फिलहाल यह खतरनाक वायरस गुजरात और राजस्थान के लोगों को निशाना बना रहा है।

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Fri, 26 Jul 2024 22:44:27 +0530 admin
सांसद कंगना रनौत ने लोकसभा में अपना पहला भाषण में बताया& भारत की अर्थव्यवस्था, अब 5वें नंबर पर है https://aaj24x7live.com/316 https://aaj24x7live.com/316 नई दिल्ली
हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय सीट से नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनौत ने शुक्रवार को लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने बजट और केंद्र सरकार की योजनाओं पर प्रमुखता से अपने विचार रखे। कंगना ने कहा कि दस साल पहले भारत की अर्थव्यवस्था 11वें पायदान पर थी, जो अब 5वें नंबर पर आ चुकी है। कंगना ने अपने भाषण की शुरुआत नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा कि मैं पहली बार हिमाचल की मंडी सीट से सांसद चुनकर संसद पहुंची हूं। मुझे इस बात का एहसास है कि 18वीं लोकसभा कोई आम लोकसभा नहीं है। नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनकर पिछले 60 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है मैं उन्हें बधाई देती हूं।

''भारत की जनता ने स्थिर और सहज सरकार को चुना है। वह भी बधाई के पात्र हैं। 10 साल पहले भारत की अर्थव्यवस्था 11वें पायदान पर थी, जो अब 5वें नंबर पर आ चुकी है। यह अब तेजी के साथ तीसरे नंबर पर जा रही है। कंगना ने बजट 2024 पर बोलते हुए कहा कि मैं इस बजट का स्वागत करती हूं। यह बजट सभी वर्गों को शक्ति प्रदान करेगा। इस बजट से हमारी अर्थव्यवस्था को तीव्रता मिलेगी। इस बजट से हम 2047 तक विकसित भारत के संकल्प के करीब पहुंचेगे।

कंगना ने हिमाचल में कांग्रेस सुक्खू सरकार पर हमला करते हुए कहा, ''पिछले साल हिमाचल में एक बहुत बड़ा प्राकृतिक संकट आया था, जिसकी वजह से लोगों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। प्रदेश अभी भी उस त्रासदी से बाहर नहीं आ सका है, जिसकी मूल वजह वहां की कांग्रेस सरकार है। उनकी भ्रष्टाचार नीतियों की वजह से लोग आपदा के प्रभाव से बाहर नहीं निकल पाए हैं।

मैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने हिमाचल के लिए एक राहत पैकेज की घोषणा की। जितना काम हिमाचल में बीते 10 सालों में हुआ है, उतना भारत की आजादी के 60 साल तक नहीं हुआ था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के कार्यकाल में ग्रामीण प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत हिमाचल में सड़कों का निर्माण करवाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने हमारे क्षेत्र को एम्स, ट्रिपल आईटी आईआईएम जैसी वैश्विक संस्थान दी। प्रदेश को वंदे भारत ट्रेन मिली है।

उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने हिमाचल को साढ़े तीन हजार करोड़ की लागत का हाईवे दिया है, जिसमें 5 से ज्यादा टर्नल और 37 से ज्यादा ब्रिज शामिल हैं। प्रदेश को वैश्विक स्तर की इन्फ्रास्ट्रक्चर मिली है। 9 किमी की अटल टनल विश्व की सबसे बड़ी टनल है। 11 हजार करोड़ के हाइडल प्रोजेक्ट हिमाचल को दिए है, मुफ्त राशन, प्रधानमंत्री आवास, उज्जवला और आयुष्मान योजना से लाखों लोगों को सीधा लाभ पहुंच रहा है।

कंगना रनौत ने 6 मिनट 44 सेकंड के अपने पहले भाषण के अंत में महिला आरक्षण बिल पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि ''जब मैं लोकसभा में आई थी, तो महिला आरक्षण बिल पारित हुआ था, जो महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देकर उन्हें सशक्त करेगा। उन्होंने केंद्र सरकार से हिमाचल के मंडी क्षेत्र में एक अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट बनने के बाद पर्यटन की दृष्टि से हिमाचल को लाभ पहुंचेगा।

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Fri, 26 Jul 2024 22:44:20 +0530 admin
50 से 60 आतंकियों की जम्मू में घुसपैठ, आर्मी स्कूल किए गए बंद, पठानकोट में दिखे संदिग्ध आतंकी https://aaj24x7live.com/302 https://aaj24x7live.com/302 जम्मू-कश्मीर
जम्मू इलाके में सेना हाई अलर्ट पर है और यहां पूरी तरह से चौकसी बरती जा रही है। दरअसल, पंजाब के पठानकोट जिले में कुछ संदिग्ध देखे गए हैं। मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एक महिला की ओर से सेना को यह सूचना दी गई जिसे गंभीरता से लेते हुए जम्मू में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। एहतियात के तौर पर जम्मू में आर्मी स्कूल शनिवार तक बंद कर दिए गए हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिहाज से कई सारे कदम उठाए जा रहे हैं। सेना और रक्षा प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं। इसके अलावा, पंजाब पुलिस ने एक संदिग्ध का स्केच भी जारी किया है जिसके बारे में किसी भी तरह की सूचना मांगी गई है।

इस तरह जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ के प्रयास जारी हैं। इसे देखते हुए सुरक्षा बल भूमिगत और सीमा पार सुरंगों का पता लगाने में जुटे हैं। इसके लिए सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अभियान शुरू किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विशेष उपकरणों से लैस बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षाकर्मी इस काम में लगे हैं। इसके तहत सीमावर्ती क्षेत्रों की बारीकी से जांच की जा रही है। साथ ही, घनी झाड़ियों और जंगली इलाकों पर अधिक फोकस किया जा रहा है।

50 से 60 आतंकियों की जम्मू में घुसपैठ
अभियान में शामिल पुलिस अधिकारी ने बताया, 'सीमा पार किसी भी सुरंग की मौजूदगी का पता लगाने के लिए व्यापक सुरंग-रोधी कवायद शुरू की गई है।’ उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान में ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। संभावित आतंकवादी घुसपैठ से उत्पन्न सुरक्षा खतरों के जवाब में यह अभियान प्रतिदिन चलाया जा रहा है।' उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल सुरंगों की आशंका को खत्म करने के लिए घने झाड़ीदार इलाकों को साफ कर रहे हैं। पुलिस ने हाल में कहा था कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कर चुके हैं। इस क्षेत्र में आतंकवादी हमलों में शामिल रहे हैं। रिपोर्ट से यह भी संकेत मिलता है कि पिछले कुछ महीनों में 50 से 60 विदेशी आतंकवादी अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के रास्ते जम्मू में घुसपैठ कर चुके हैं।

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Fri, 26 Jul 2024 21:41:43 +0530 admin
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा, IMD ने फिर से अलर्ट जारी किया https://aaj24x7live.com/301 https://aaj24x7live.com/301 नई दिल्ली
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को अपने ताजा पूर्वानुमान में फिर से अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया कि 26, 27 और 28 जुलाई को मुंबई को लेकर यलो अलर्ट रहेगा। मालूम हो कि यह मध्यम से भारी बारिश का संकेत है। आईएमडी ने गुरुवार को मुंबई को रेड अलर्ट के तहत रखा था। शहर में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई भी है। पश्चिमी उपनगरों में औसतन 92 मिमी, मुंबई में 81 मिमी और पूर्वी उपनगरों में 80 मिमी बारिश दर्ज की गई।

मौसम अधिकारियों का कहना है कि वीकेंड के दौरान बारिश का सिललिसा जारी रहने वाला है। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, 'यह बरसात कतरनी क्षेत्र और अपतटीय गर्त का संयोजन है जिसमें तेज पछुआ हवाओं से बढ़ोतरी हो रही है। इसके चलते अगले कुछ दिनों में भारी और मध्यम बारिश देखने को मिलेगी।' इस बीच, मुंबई के साथ-साथ पालघर और रायगढ़ जिलों के लिए भी यलो अलर्ट जारी हुआ है। ठाणे और रत्नागिरी जिलों को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस तरह मौसम विभाग से तो यह सूचना मिल रही है कि मुंबई के लोगों बारिश अभी राहत नहीं मिलने वाली है।

भारी बारिश से 15 लोगों की मौत
रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के कारण वर्षाजनित हादसों में 15 लोगों की जान चली गई। अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि सेना बचाव अभियान में नागरिक एजेंसियों की मदद कर रही है। पुणे शहर और जिले के बाकी हिस्से बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। फंसे हुए लोगों की मदद के लिए नावें तैनात की गई हैं और स्कूल बंद कर दिए गए हैं। लोगों को बचाने के लिए शहर की फायर ब्रिगेड, पुलिस, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें और अन्य एजेंसियां ​​कई इलाकों में भेजी गईं। बचावकर्मियों ने विभिन्न स्थानों पर फंसे कई लोगों को बाहर निकालने के लिए रबर की नावों और रस्सियों का इस्तेमाल किया।

 

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Fri, 26 Jul 2024 21:41:36 +0530 admin
कर्नाटक कैबिनेट ने आज रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण जिला करने के विचार को मंजूरी दी https://aaj24x7live.com/300 https://aaj24x7live.com/300 बेंगलुरु
कर्नाटक कैबिनेट ने शुक्रवार को रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण जिला करने के विचार को मंजूरी दे दी। सरकार ने कहा कि उसने रामनगर के लोगों की मांगों पर विचार करने के बाद यह फैसला लिया है। कर्नाटक के कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एचके पाटिल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "मंत्रिमंडल ने लोगों की इच्छा के अनुसार रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण करने को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय ब्रांड बेंगलुरु को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।"

राजस्व विभाग जल्द ही नाम में बदलाव को अधिसूचित करेगा। पाटिल ने स्पष्ट किया कि तालुकों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा क्योंकि यह बदलाव जिले के नाम से संबंधित है। रामनगर जिले में वर्तमान में रामनगर, मगदी, कनकपुरा, चन्नपटना और हरोहल्ली तालुक हैं, जो अब बेंगलुरु दक्षिण जिले का हिस्सा होंगे। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने पिछले साल अक्टूबर में रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण करने का प्रस्ताव रखा था। हालांकि, जेडीएस और बीजेपी ने इसे रामनगर में रियल एस्टेट को बढ़ाने की मंशा बताया और कहा कि इस तरह के कदम से विकास नहीं होगा।

शिवकुमार ने पहले कहा था, "हम बेंगलुरु की वैश्विक प्रतिष्ठा को रामनगर, मगदी, कनकपुरा, चन्नपटना और हरोहल्ली तालुकों तक फैलाना चाहते हैं, जो बेंगलुरु शहर के पास हैं। हम रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण जिला करने और रामनगर शहर को नए जिले का मुख्यालय बनाने का प्रस्ताव रखते हैं।" हालांकि, केंद्रीय मंत्री और जेडीएस के दूसरे नंबर के नेता कुमारस्वामी ने नाम बदलने के लिए डीके शिवकुमार की आलोचना की। उन्होंने तब धमकी भी दी थी कि अगर रामनगर का नाम बदला गया तो वे 'आमरण अनशन' करेंगे।

कुमारस्वामी ने कहा, "मैं इसे चुनौती के रूप में लूंगा; रामनगर से मेरा भावनात्मक रिश्ता है और जिले से कोई कारोबारी रिश्ता नहीं है। अगर रामनगर जिले का नाम बदला जाता है, तो मैं अपनी जान जोखिम में डालने और खराब स्वास्थ्य के बावजूद आमरण अनशन पर बैठने के लिए तैयार हूं। उस जिले को लेकर मेरा एक सपना है, इसलिए उस सपने की खातिर मेरे सामने भी एक चुनौती है। देखते हैं। आखिरी क्षण तक मैं उस जिले के गौरव की रक्षा के लिए लड़ूंगा।" रामनगर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शिवकुमार का गृह जिला है।

 

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Fri, 26 Jul 2024 21:41:30 +0530 admin
जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला की गाड़ी हादसे का शिकार, बाल&बाल बचे https://aaj24x7live.com/293 https://aaj24x7live.com/293 चंडीगढ़
जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला की गाड़ी हादसे का शिकार हो गई। उनकी गाड़ी के सामने अचानक नील गाय आ गई। अजय सिंह चौटाला और उनकी पत्नी नैना चौटाला इस दुर्घटना में बाल-बाल बच गए। नील गाय की गाड़ी से टकराने से मौत हो गई।

चंडीगढ़ जा रहे थे चौटाला
अजय चौटाला अपनी पत्नी नैना चौटाला के साथ कार में चंडीगढ़ जा रहे थे। जींद जिले में नरवाना से पहले ढाकल गांव के पास अचानक एक नील गाय उनकी गाड़ी से आकर टकरा गई। गाड़ी का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। चालक किसी तरह गाड़ी को कंट्रोल करने में कामयाब रहा और बड़ा हादसा टल गया। गाड़ी का आगे की शीशा टूट गया। अजय चौटाला और उनकी पत्नी पूरी तरह सुरक्षित हैं। हादसे की सूचना मिलते ही सदर थाना नरवाना की पुलिस मौके पर पहुंची और त्वरित सहायता प्रदान की। पुलिस की मदद से डॉ. चौटाला और उनकी पत्नी को दूसरी गाड़ी से चंडीगढ़ की ओर रवाना किया गया। वहीं, गाड़ी से टकराने के बाद नील गाय की मौके पर ही मौत हो गई।

साल 2019 में भी बाल-बाल बचे थे
8 जनवरी 2019 में भी नरवाना से जींद जाते समय अजय चौटाला की गाड़ी का टायर निकल गया था। इस हादसे में भी अजय चौटाला बाल बाल बच गए  थे। गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइड से टकरा गई। अजय चौटाला के साथ तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह भी मौजूद थे। हालांकि इस हादसे में किसी को ज्यादा चोटें नहीं थी।

विधान सभा चुनाव की तैयारी कर रही जजपा
बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद हरियाणा की सत्ता से बाहर हुई जजपा को अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला और उनके बेटे पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला फिर से मजबूत करने के प्रयास में हैं। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब पार्टी हरियाणा विधान सभा चुनाव की तैयारी कर रही है। दोनों जगह जगह कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं। एक बार फिर संगठन को मजबूत कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं और लोगों के बीच जा रहे हैं। 

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Fri, 26 Jul 2024 20:41:11 +0530 admin
महाराष्ट्र के एक गैंगस्टर हर्षद पाटनकर ने जेल से रिहाई के बाद इतना बड़ा जुलूस निकाल दिया कि उसे वापस कैद में भेजना पड़ा https://aaj24x7live.com/291 https://aaj24x7live.com/291 महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के एक गैंगस्टर हर्षद पाटनकर ने जेल से रिहाई के बाद इतना बड़ा जुलूस निकाल दिया कि उसे वापस कैद में भेजना पड़ा। पाटनकर के रिहाई से निकलकर सेलिब्रेट करने का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसके बाद यह ऐक्शन लिया गया। नासिक के गैंगस्टर हर्षद पाटनकर को MPDA समेत कई ऐक्ट्स में जेल में डाला गया था। 23 जुलाई को हर्षद की रिहाई हुई थी, जिसके बाद उसके समर्थकों ने कार रैली निकाली थी। इस कार रैली में बड़ी संख्या में हर्षद के समर्थक शामिल हुए थे। यही नहीं बाइकर्स का भी एक काफिला इसमें शामिल हुआ था।

इस सेलिब्रेशन का वीडियो सोशल मीडिया पर आया तो तेजी से वायरल होने लगा। यह रैली नासिक में बेथेल नगर से अंबेडकर चौक तक निकली थी। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे गैंगस्टर हर्षद पाटनकर सनरूफ कार से लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहा है और हाथ हिला रहा है। उसके समर्थकों ने भी सोशल मीडिया पर रील्स शेयर की हैं और कैप्शन में लिखा है- कमबैक। यही वीडियो हर्षद पर भारी पड़ गया और पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए उसे दोबारा अरेस्ट कर लिया।

पुलिस ने पाटनकर के साथ ही उसके साथ 6 सहयोगियों को भी पकड़ा है। इन लोगों पर बिना अनुमति के रैली निकालने और उपद्रव मचाने का आरोप लगा है। खबरों के अनुसार हर्षद पाटनकर के खिलाफ हत्या, चोरी और हिंसा के कई मामले दर्ज हैं। वीडियो में दिखता है कि हर्षद पाटनकर के जुलूस में तड़ीपार गुंडे, अपराधी और आवारा लोग भी शामिल हुए। इस जुलूस में चार पहिया वाहन महिंद्रा एक्सयूवी 300 और 10 से 15 बाइकें शामिल हुईं। हर्षद पाटनकर का जुलूस शरणपुर रोड स्थित बैठेल नगर से अंबेडकर चौक, साधु वासवानी रोड, शरणपुर रोड क्षेत्र तक निकाला गया। इस घटना से यह सवाल उठ रहा है कि क्या पुलिस ने अपराधियों को रोका है या नहीं।

 

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Fri, 26 Jul 2024 20:41:04 +0530 admin
इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री (ICF) से जल्द ही 5 नई वंदे भारत ट्रेनें फर्राटा भरने वाली हैं, यात्रियों की हुई बल्ले&बल्ले https://aaj24x7live.com/289 https://aaj24x7live.com/289 नई दिल्ली
रेलवे यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री (ICF) से जल्द ही 5 नई वंदे भारत ट्रेनें फर्राटा भरने वाली हैं। इन ट्रेनों को किन शहरों के बीच चलाया जाएगा, रेलवे बोर्ड जल्द ही इसका फैसला लेने वाला है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये सभी ट्रेनें ऑरेंज कलर की हैं, जिनमें से प्रत्येक में 16 कोच लगे हैं। आईसीएफ अधिकारी ने बताया, 'रेलवे बोर्ड यह तय करेगा कि ये वंदे भारत ट्रेनें किन रूट्स पर चलेंगी।' इस तरह इंडियन रेलवे की ओर से जल्द ही बड़ी सौगात मिलने वाली है जिससे लोगों का यात्रा अनुभव और भी शानदार होगा।

मालूम हो कि चेन्नई स्थित ICF 2018 से अब तक 70 वंदे भारत रेक का निर्माण कर चुका है। 500 से अधिक डिजाइनों के लगभग 75,000 रेल कोच बनाए गए हैं। अगर इस वित्तीय वर्ष की बात करें तो आईसीएफ ने 1,536 LHB कोच तैयार करने का टारगेट रखा है। साथ ही, 650 से अधिक वंदे भारत कोच सहित 3,515 रेल कोच बनाए जाएंगे। फिलहाल, वंदे भारत ट्रेनों में 9 या 16 कोच लगे होते हैं। आईसीएफ अधिकारी ने कहा कि भविष्य में 20 और 24 कोच वाली वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके अलावा, वंदे भारत मेट्रो का भी ट्रायल हो चुका है।

6 गणपति स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला  
वहीं, पश्चिम रेलवे गणपति महोत्सव के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 6 गणपति स्पेशल ट्रेनें चलाएगी। अहमदाबाद – कुडाल, विश्वामित्री – कुडाल और अहमदाबाद – मंगलुरु, मुंबई सेंट्रल – ठोकुर, मुंबई सेंट्रल – सावंतवाड़ी रोड, बांद्रा टर्मिनस – कुडाल स्टेशनों के बीच विशेष किराए पर स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। ट्रेन नंबर 09001/09002 मुंबई सेंट्रल – ठोकुर साप्ताहिक स्पेशल, ट्रेन संख्या 09001 मुंबई सेंट्रल- ठोकुर साप्ताहिक स्पेशल हर मंगलवार को मुंबई सेंट्रल से 1200 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन 0850 बजे ठोकुर पहुंचेगी। यह ट्रेन 3 से 17 सितंबर तक चलेगी। इसी तरह ट्रेन संख्या 09002 ठोकुर – मुंबई सेंट्रल साप्ताहिक स्पेशल हर बुधवार को ठोकुर से 1100 बजे प्रस्थान करेगी। अगले दिन 0705 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंचेगी। यह ट्रेन 4 से 18 सितंबर तक चलेगी।

 

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Fri, 26 Jul 2024 20:40:52 +0530 admin
देश में हर साल कैंसर के 2.5 फीसदी मरीज बढ़ रहे, सरकार ने संसद में गिनाए आंकड़े https://aaj24x7live.com/288 https://aaj24x7live.com/288 नई दिल्ली
देश में बढ़ते कैंसर के मरीजों को देखते हुए इस बार बजट में भी कैंसर की दवाइओं को सस्ता करने के लिए कदम उठाए गए हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि सरकार कैंसर के इलाज को सुलभ बनाने और मरीजों की सुविधा के लिए सारे प्रयास कर रह है। लोकसभा में एक सप्लिमेंट्री सवाल का जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कि कैंसर के मरीजों को आसानी से इलाज और दवाइयां मिल सकें।

उन्होंने कहा, देश में हर साल कैंसर के 2.5 फीसदी मरीज बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुरुषों में मुंह के कैंसर और फेफड़ों के कैंसर के मरीज ज्यादा हैं वहीं महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के ज्यादा केस पाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हर साल लगभग 15.5 लाख कैंसर के मामले आ रहे हैं। कैंसर की बीमारी के लिए 131 जरूरी दवाएं हैं जिनकी कीमत की निगरानी सरकार करती है। ये आम तौर पर इस्तेमाल होने वाली दवाएं हैं। उन्होंने कहा कि कैंसर की दवाइयों की सुलभता को सुनिश्चित करने के लिए हमने हर प्रयास किए हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ज्यादा मेडिकल कॉलेज बनाने पर जोर दे रही है जिससे कि डॉक्टरों की संख्या में इजाफा हो। वहीं चिकित्सा शिक्षा की क्वालिटी और क्वांटिटी में भी बैलेंस होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 2014 में 387 मेडिकल कॉलेज थे जो कि अब 731 हो गए हैं। वहीं एमबीबीएस सीट में भी 1.12 लाख का इजाफा हुआ है।

उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया में फार्मेसी का केंद्र बन गया है और भारत में बन रही दवा की पूरी दुनिया में मांग है। दुनिया भर की दवा कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं और इस क्रम को आगे बनाए रखने के सारे प्रयास किए जाएंगे। अध्यक्ष ओम बिरला ने भी हस्तक्षेप करते हुए अपनी टिप्पणी में कहा कि वह जिस देश में जाते हैं भारतीय दवाइयों की प्रशंसा और उसकी मांग की बात उन्होंने वहां देखी है।

नड्डा ने दवाओं की गुणवत्ता से संबंधित एक सवाल पर कहा कि जो दवाइयां निर्यात होती हैं उनके सैंपल का यहां भी परीक्षण होता है और जहां जाती है वहां भी उनका परीक्षण होता है। अफ्रीकी देशों में भारत की खांसी की दवा की गुणवत्ता को लेकर उठे सवाल पर उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा ना हो इस पर ध्यान दिया जाएगा।

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Fri, 26 Jul 2024 20:40:44 +0530 admin
वर्ली इलाके में एक ‘स्पा’ में ‘हिस्ट्रीशीटर’ की हत्या के सिलसिले में पुलिस ने पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया https://aaj24x7live.com/287 https://aaj24x7live.com/287 मुंबई
मुंबई के वर्ली इलाके में एक ‘स्पा’ में ‘हिस्ट्रीशीटर’ की हत्या के सिलसिले में पुलिस ने पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों में स्पा का मालिक और राजस्थान के कोटा के तीन लोग शामिल हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात दो लोगों ने 52 साल के गुरु वाघमारे की हत्या एक स्पा के अंदर कर दी थी। उन्होंने बताया कि वाघमारे खुद को पुलिस का खबरी और सूचना का अधिकार कार्यकर्ता बताता था, हालांकि उसके खिलाफ बलात्कार और जबरन वसूली समेत कई मामले दर्ज थे।

पुलिस ने बताया कि वाघमारे ने ऐसे 22 लोगों के नाम अपने शरीर पर गुदवा रखे थे, जिससे  उसे नुकसान पहुंचने की आशंका थी। एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम के दौरान पता चला कि उसने अपनी जांघों पर अपने संभावित दुश्मनों के नाम गुदवाये हुए थे। एक अधिकारी ने बताया कि वर्ली पुलिस ने स्पा के मालिक को भी पकड़ लिया है, जहां वाघमारे की हत्या हुई थी। उन्होंने बताया कि शहर पुलिस की अपराध शाखा ने पालघर जिले के नालासोपारा से 26 वर्षीय मोहम्मद फिरोज अंसारी और राजस्थान के कोटा से साकिब अंसारी को दो अन्य संदिग्धों के साथ गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधिकारी ने कहा, "यह सुपारी देकर हत्या कराने का मामला है। स्पा मालिक ने कथित तौर पर आरोपियों को वाघमारे की हत्या करने की सुपारी दी थी।" मामले के विवरण के अनुसार, मुंबई के विले पार्ले का रहने वाला वाघमारे नियमित रूप से वर्ली नाका स्थित स्पा में जाता था और वहां काम करने वाले लोग उसे जानते थे।

पुलिस ने बताया कि मंगलवार शाम को जब वाघमारे स्पा गया, तो उसकी 21 वर्षीय महिला मित्र और तीन पुरुष मित्रों ने पार्टी देने के लिए कहा, क्योंकि उसने हाल ही में अपना जन्मदिन मनाया था। पुलिस ने बताया कि इसके बाद पांच लोगों का समूह पार्टी के लिए सायन के एक होटल में गया। पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात करीब 12.30 बजे वे सभी स्पा में वापस आए। पुलिस ने बताया कि कुछ देर बाद तीनों लोग चले गए, जबकि वाघमारे और उसकी महिला मित्र वहीं रुक गए।

पुलिस ने बताया कि करीब दो घंटे बाद दो अलग-अलग लोग स्पा में आए और वाघमारे पर धारदार हथियारों से हमला किया। पुलिस ने बताया कि घटना की जानकारी करीब 2.30 बजे वर्ली पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और वाघमारे को खून से लथपथ पाया। उसका गला रेता गया था। पुलिस ने बताया कि पीड़ित के खिलाफ कम से कम 10 मामले दर्ज थे, जिनमें मुलुंड पुलिस थाने में दर्ज बलात्कार का मामला भी शामिल है।

 

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Fri, 26 Jul 2024 20:40:38 +0530 admin
विदेश में फंसे भारतीयों के लिए फंड की कमी नहीं: सरकार https://aaj24x7live.com/277 https://aaj24x7live.com/277 नई दिल्ली
 सरकार ने कहा है कि विदेश जाने वाले भारतीयों को संकट के समय आसानी से वापस लाया जा सके, इसके लिए पर्याप्त फंड की व्यवस्था है और दस्तावेजों के कारण किसी को समस्या ना हो इसके लिए पोर्टल भी बनाया गया है।

विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि हमारे जो लोग बाहर जाते हैं उनके डाटा गलत ना हों और उन्हें संकट का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए एक पोर्टल तैयार किया गया है। पोर्टल में हेल्पलाइन है कि उन्हें कहां और कैसे मदद की जा सकती है। इसमें उन्हें सुझाव दिए गए हैं।

विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि बाहर जाने पर लोगों को जो भी दिक्कत आती है, वह पोर्टल पर अपनी बात लिखकर उसके बारे में सुझाव ले सकते हैं। पोर्टल पर उन्हें जवाब दिया जाता है और वह किसी तरह से विदेश जाकर फंसे नहीं इसलिए उनके दस्तावेजों को लेकर उन्हें पूरी तरह से सतर्क किया जाता है।

उन्होंने विदेश में आपातकाल के हालात में भारतीयों के कल्याण से संबंधित निधि के सवाल पर कहा कि इसमें पूरी पारदर्शिता है और इसमें पहले की अपेक्षा अब बहुत अधिक निधि दी जाती है। उन्होंने कहा कि विदेश में हर भारतीय की सुरक्षा सुनिश्चित हो, यह प्रयास सरकार हमेशा करती है।

सिंह ने कहा, “विदेश में फंसे भारतीयों को हम लगातार रिकॉर्ड समय के भीतर स्वदेश ला रहे हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है और भारत सरकार इस जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही है।”

 

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Fri, 26 Jul 2024 19:37:42 +0530 admin
सुप्रीम कोर्ट से आदेश देने की मांग, मांस हलाल है या झटका? साफ&साफ लिखे रेस्टोरेंट https://aaj24x7live.com/276 https://aaj24x7live.com/276 नई दिल्ली
कांवड़ यात्रा केमार्गकी दुकानों में नेम प्लेट लगाने के मामले में हलाल और झटका का नया मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। वकील संजीव कुमार ने याचिका दाखिल कर यूपी, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश सरकार को निर्देश देने की मांग की है कि वो अपने यहां के सभी रेस्टोरेंट को यह साफ-साफ उल्लेख करने को कहें कि उनके यहां परोसा जा रहा मीट हलाल है या झटके का।

याचिका में स्वीगी, जोमैटो जैसे फूड डिलीवरी ऐप को निर्देश देने की मांग की गई है कि वो इन ऐप के जरिये सर्व हो रहे मीट के हलाल या झटका होने का साफ-साफ उल्लेख करें। याचिका में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश को आदेश जारी किया जाए कि झटका मांस का विकल्प न देने वाला कोई भी रेस्तरां संविधान के अनुच्छेद 17, अनुच्छेद 19 (1)(जी) और अनुच्छेद 15 का उल्लंघन करने वाला माना जाएगा। साथ ही याचिकाकर्ता ने कोर्ट से इस मामले में खुद को पक्षकार बनाये जाने और पहले से लंबित याचिकाओं के साथ अपना भी पक्ष सुने जाने की मांग की है।

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Fri, 26 Jul 2024 19:37:35 +0530 admin
PM Modi ने शिंकुन ला सुरंग के निर्माण के लिए ‘पहला विस्फोट’ किया https://aaj24x7live.com/275 https://aaj24x7live.com/275 द्रास
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश और केंद्र-शासित प्रदेश लद्दाख के बीच हर मौसम में संपर्क सुविधा प्रदान करने वाली सुरंग के निर्माण के लिए ‘‘पहला विस्फोट’’ किया। मोदी ने शिंकुन ला सुरंग के निर्माण की शुरुआत करते हुए लद्दाख के द्रास से कुछ दूरी से ‘‘पहला विस्फोट’’ किया।

शिंकुन ला सुरंग परियोजना में 4.1 किलोमीटर लंबी दोहरी-ट्यूब सुरंग शामिल है, जिसका निर्माण लेह को सभी मौसम में संपर्क प्रदान करने के लिए निमू-पदुम-दारचा रोड पर लगभग 15,800 फुट की ऊंचाई पर किया जाएगा। एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘निर्माण पूरा होने के बाद यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। शिंकुन ला सुरंग न केवल हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज एवं कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी, बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी।’’

 दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग

शिंकुन ला टनल के निर्माण का कार्य जब पूरा होगा. तब ये दुनिया की सबसे ऊंची  सुंरग (जो चीन में है 15590 फीट की ऊंचाई) को पछाड़ कर नंबर वन की पोजीशन ले लेगी. इस सुरंग की सबसे बड़ी बात यह है कि इस पर तोप और मिसाइल का भी असर नहीं होगा. समारोह के पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (डॉ.) बीडी मिश्रा (सेवानिवृत्त), सीडीएस अनिल चौहान समेत तीनों सेना प्रमुख भी मौजूद थे.

क्या है शिंकुन ला सुरंग की खासियत?

इसकी खासियत यह है कि ये एक ट्विन-ट्यूब डबल लेन सुरंग होगी. जिसमें हर 500 मीटर की दूरी पर क्रॉस रोड होगा. इसमें सुपरवाइजरी कंट्रोल और डेटा अधिग्रहण प्रणाली (एससीएडीए) के साथ-साथ फायर ब्रिगेड, मैकेनिकल वेंटिलेशन, और कम्युनिकेशन सिस्टम्स भी शामिल हैं.

 

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Fri, 26 Jul 2024 19:37:28 +0530 admin
निर्यात होने वाली दवाओं की गुणवत्ता पर है विशेष ध्यान: नड्डा https://aaj24x7live.com/265 https://aaj24x7live.com/265 नई दिल्ली
 सरकार ने कहा है कि देश में छोटी बड़ी सभी दवा और उर्वरक कंपनियों को बढ़ावा दिया जा रहा है और भारत में बन रही दवाओं की दुनिया में बढ़ रही मांग को देखते हुए उसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

लोकसभा में रसायन उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा ने एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि सरकार छोटी और बड़ी सभी रसायन एवं उर्वरक कंपनियों को मदद करती है। जिन कंपनियों का टर्नओवर एक करोड़ तक है उन्हें 20 प्रतिशत, जो 250 करोड़ तक की टर्नओवर वाली कम्पनी हैं उसे 15 प्रतिशत और जिनका टर्नओवर 250 करोड़ से ज्यादा है उन्हें 10 प्रतिशत तक की मदद दी जाती है।

उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया में फार्मेसी का केंद्र बन गया है और भारत में बन रही दवा की पूरी दुनिया में मांग है। दुनिया भर की दवा कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं और इस क्रम को आगे बनाए रखने के सारे प्रयास किए जाएंगे। अध्यक्ष ओम बिरला ने भी हस्तक्षेप करते हुए अपनी टिप्पणी में कहा कि वह जिस देश में जाते हैं भारतीय दवाइयाें की प्रशंसा और उसकी मांग की बात उन्होंने वहां देखी है।
नड्डा ने दवाओं की गुणवत्ता से संबंधित एक सवाल पर कहा कि जो दवाइयां निर्यात होती हैं उनके सैंपल का यहां भी परीक्षण होता है और जहां जाती है वहां भी उनका परीक्षण होता है। अफ्रीकी देशों में भारत की खांसी की दवा की गुणवत्ता को लेकर उठे सवाल पर उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा ना हो इस पर ध्यान दिया जाएगा।

 

 

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Fri, 26 Jul 2024 18:36:22 +0530 admin
उत्तराखंड में बारिश जारी, रूद्रप्रयाग&मदमहेश्वर रास्ते में पुल बहा https://aaj24x7live.com/264 https://aaj24x7live.com/264 देहरादून
 उत्तराखंड में विभिन्न इलाकों में जारी बारिश के बीच रूदप्रयाग जिले में मदमहेश्वर के पैदल रास्ते पर गोडार में एक पुल बह गया। यमुनोत्री धाम के पास जानकीचट्टी में अत्यधिक वर्षा होने से यमुना के बढ़े जलस्तर को देखते हुए नदी के आसपास के क्षेत्रों को खाली कराया जा रहा है।

टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र में बारिश से बालगंगा नदी उफान पर आ गयी और उसने बूढ़ाकेदार क्षेत्र में काफी तबाही मचाई जहां नदी का पानी कई घरों में घुस गया।

राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) से मिली जानकारी के अनुसार, बारिश के कारण रूद्रप्रयाग—मदमहेश्वर पैदल रास्ते पर गोडार में नदी पर बना एक पुल बह गया। हालांकि, मदमहेश्वर रास्ते में मौजूद लोग सुरक्षित बताए जाते हैं।

एसडीआरएफ ने बताया कि उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री धाम के पास जानकीचट्टी में अत्यधिक बारिश से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया और उसका पानी जानकीचट्टी पार्किंग में भी आ गया जिसमें कुछ दोपहिया वाहन बह गए।

एसडीआरएफ और पुलिस द्वारा नदी के आसपास के इलाकों को सुरक्षा की दृष्टि से खाली कराया जा रहा है।

टिहरी में भिलंगना क्षेत्र के बूढ़ाकेदार में जखाना, तोली और गेन्बाली गांवों में बृहस्पतिवार रात जमकर बारिश हुई जिससे बालगंगा नदी में उफान आ गया और ग्रामीणों के खेत, पुल और संपर्क मार्ग नदी के पानी से क्षतिग्रस्त हो गए। सड़क किनारे बसे गांवों के कई मकानों और दुकानों में भी नदी का पानी घुस गया।

ग्रामीणों का कहना है कि वे समय रहते घरों से निकल कर सुरक्षित स्थान पर आ गए, अन्यथा जनहानि भी हो सकती थी।

बारिश से तबाही की सूचना मिलने के बाद तड़के नायब तहसीलदार बिरम सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण किया। टिहरी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लोगों को नदी किनारे जाने से रोका जाए।

राज्य के अनेक हिस्सों के अलावा देहरादून में भी बारिश हो रही है। देहरादून जिले में बादलों की गर्जन और बिजली के चमकने के साथ भारी बारिश के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के पूर्वानुमान को देखते हुए शुक्रवार को जिलेभर के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे।

जिलाधिकारी सोनिका ने एनडीएमए के देहरादून के लिए भारी बारिश के आरेंज अलर्ट के मद्देनजर एहतियातन शुक्रवार को कक्षा एक से 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल तथा आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे जाने का आदेश पहले ही दे दिया था।

 

 

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Fri, 26 Jul 2024 18:36:15 +0530 admin
सावन अगले 72 घंटे मानसून दिखाएगा रौद्र रूप, पुणे में 57 साल बाद 114mm बरसे बदरा https://aaj24x7live.com/231 https://aaj24x7live.com/231 नईदिल्ली

महाराष्ट्र में मॉनसून का कहर जारी है। मुंबई, पुणे समेत कई क्षेत्र भारी बारिश का सामना कर रहे हैं। शुक्रवार को भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD ने जानकारी दी है कि मध्य महाराष्ट्र को फिलहाल राहत के कोई आसार नहीं हैं। यहां बहुत भारी बारिश की संभावनाएं जताई जा रही हैं। साथ ही मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।

आज कहां होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, केरल, माहे, कर्नाटक, लक्षद्वीप, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, यानम, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, करईकल और पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्यों में 5 दिनों के दौरान बारिश के आसार हैं।

भारी बारिश का सामना करेंगे ये राज्य
IMD ने बताया है कि मध्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, सौराष्ट्र, कच्छ, गुजरात, कोंकण, गोवा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश में 29 जुलाई तक, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 26 जुलाई, हरियाणा, चंडीगढ़ में 26 और 27 जुलाई, पंजाब में 27 जुलाई, पश्चिम राजस्थान में 29 जुलाई तक तमिलनाडु में 26 जुलाई, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 28 और 29 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है। साथ ही गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड में 26 जुलाई और ओडिशा में 27 से 29 जुलाई तक भारी बारिश के आसार हैं।

पूर्वोत्तर के राज्यों में असम, मेघालय में 27 जुलाई तक, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में 28 और 29 जुलाई में भारी बारिश की संभावनाएं हैं।

महाराष्ट्र में 15 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में पुणे, मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और आसपास के क्षेत्रों सहित राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण वर्षाजनित हादसों में कम से कम 15 लोगों की जान चली गई। अधिकारियों ने गुरुवार को यहां कहा कि सेना बचाव अभियान में नागरिक एजेंसियों की मदद कर रही है। पुणे शहर और जिले के बाकी हस्सिे बाढ़ के पानी में डूब गए हैं।

महाराष्ट्र के कई जिलों में तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राज्य के 18 जगहों पर NDRF और मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा और सांगली में SDRF की तैनाती की गई है। पुणे में 24 घंटे में 114 मिमी बारिश हुई। यह 66 साल में तीसरा हाईएस्ट रहा।

फंसे हुए लोगों की मदद के लिए नावें तैनात की गई हैं और स्कूल बंद कर दिए गए हैं। लोगों को बचाने के लिए शहर की फायर ब्रिगेड, पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें और अन्य एजेंसियां ​​कई इलाकों में भेजी गईं। बचावकर्मियों ने अलग-अलग स्थानों पर फंसे कई लोगों को बाहर निकालने के लिए रबर की नावों और रस्सियों का इस्तेमाल किया।

गुजरात में तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। यहां 10 से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सूरत में 24 घंटे में 5 इंच बारिश से मीठी और काकरा खाड़ी नदियां ओवरफ्लो हो रही हैं। यहां बाढ़ से करीब 1 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, 955 लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है।

इसके अलावा, दिल्ली में देर रात और सुबह तेज बारिश हुई। इससे सड़कों पर पानी भर गया। मुख्य मार्गों में जाम की स्थिति भी देखने को मिली। मौसम विभाग ने आज 18 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

26 जुलाई कहां बहुत भारी और भारी बारिश...
बहुत भारी बारिश (6 राज्य): गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा।

भारी बारिश (12 राज्य): छ्त्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, तमिलनाडु, केरल, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, झारखंड, सिक्किम।

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Fri, 26 Jul 2024 15:32:02 +0530 admin
105 वर्ष में मोदी आएगा पेंशन देने, आज गाली खाएगा? अग्निपथ पर विपक्षी दलों को पीएम ने चुन&चुनकर सुनाया https://aaj24x7live.com/229 https://aaj24x7live.com/229  द्रास

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कारगिल विजय दिवस पर द्रास से वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। मोदी अग्निवीर योजना पर लगातार झेल रहे विरोध पर भी आज खुलकर जवाब दिया। पहले की सरकारों पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युवा बनाना, युद्ध के लिए निरंतर योग्य बनाए रखना है। दुर्भाग्य से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील विषय को राजनीति का विषय बना दिया है। कुछ लोग सेना के इस रिफॉर्म पर भी अपने निजी स्वार्थ में राजनीति कर रहे हैं। मोदी ने कड़े शब्दों में कहा कि मेरे लिए देश सर्पोपरि है। ये वही लोग हैं जिन्होंने सेनाओं में हजारों करोड़ के घोटाले करके हमारी सेनाओं को कमजोर किया है।

अग्निपथ योजना पर विपक्ष को मोदी का जवाब
पीएम मोदी ने अग्निपथ स्कीम पर कहा कि अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युवा बनाना, युद्ध के लिए निरंतर योग्य बनाए रखना है। दुर्भाग्य से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील विषय को राजनीति का विषय बना दिया है, कुछ लोग सेना के इस रिफॉर्म पर भी अपने निजी स्वार्थ में राजनीति कर रहे हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने सेनाओं में हजारों करोड़ के घोटाले करके हमारी सेनाओं को कमजोर किया, ये वही लोग हैं जो चाहते थे कि एयरफोर्स को कभी आधुनिक फाइटर जेट न मिल पाए, ये वही लोग है जिन्होंने तेज फाइटर प्लेन को भी डिब्बे में बंद करने की कोशिश की थी।

विपक्ष क्या तर्क दे रहा है?
पीएम ने आगे कहा कि सच्चाई ये है कि अग्निपथ योजना से देश का सामर्थ बढ़ेगा, देश का सामर्थवान युवा भी मातृभूमि की सेवा के लिए आगे आएगा। अग्निवीरों को प्राथमिकाताएं के लिए प्राइवेट सेक्टर भी सामने आया है, कुछ लोगों की सोच को क्या हुआ है, ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि सरकार पेंशन के पैसे बचान के लिए ये योजना लेकर आई है। मैं जरा ऐसे लोगों की सोच से भ्रम आती है, जरा कोई मुझे बताए आज मोदी के शासनकाल में जो भर्ती होगा क्या आज ही उनको पेंशन देना है क्या उनको पेंशन देना तो 30 साल बाद आएगी, मोदी उस समय 105 साल का होगा उसके लिए मोदी आज गाली खाएगा। क्या तर्क दे रहे हैं।

मेरे लिए देश सर्वोपरि है- मोदी
मोदी ने कारगिल से कहा कि डिफेंस में रिसर्च डिवलेपमेंट का 25 फीसदी प्राइवेट सेक्टर के लिए रखा गया है। भारत का डिफेंस प्रोडक्शन अब सवा लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका है। कभी भारत की पहचान हथियार मंगाने वालों में होता था। हमारी सेनाएं 5 हजार से ज्यादा हथियारों और सैन्य उपकरणों की लिस्ट बनाकर ये तय किया है कि अब ये 5 हजार आयटम बाहर से नहीं मंगवाए जाएंगे। इसके लिए सेना नेतृत्व को बधाई देता हूं। डिफेंस सेक्टर में रिफॉर्म के लिए भी भारत की आर्म्स फोर्सेस की सराहना करन चाहता हूं, हमारी सेनाओं ने बीते वर्षों में कई साहसिक निर्णय लिए हैं।

सेना द्वारा साहसिक निर्णय का कारण अग्निपथ स्कीम भी है। भारत के सैनिकों की औसत आयु ग्लोबल एवरेज से ज्यादा होना ये हम सबकी चिंता बढ़ाता रहा है। इसलिए ये विषय वर्षों तक अनेक कमेटियों में भी उठा है लेकिन देश की सुरक्षा से जुड़ी इस चुनौती के समाधान की पहले इच्छाशक्ति नहीं दिखाई। शायद कुछ लोगों की मानसिकता भी ऐसी थी कि सेना मतलब नेताओं को सलाम करना परेड करना, हमारे लिए सेना मतलब 140 करोड़ लोगों की आस्था है, 140 करोड़ देशवासियों की शांति की गारंटी है, सेना मतलब देश की सीमाओं को सुरक्षा की गारंटी है। मोदी ने आगे कहा कि मेरे लिए देश सर्वोपरि है।

 

आज हमारी तीनों सेनाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं- पीएम मोदी
मोदी ने कारगिल के द्रास से कहा कि आज की वैश्विक परिस्थितियां पहले से अलग हैं, इसलिए हमारे सेना हथियारों और उपकरणों के साथ साथ कार्यशैली और व्यवस्थाओं में भी आधुनिक होना चाहिए। इसलिए देश दशकों से डिफेंस सेक्टर में बड़े रिफॉर्म की जरूरत थी, सेना भी ऐसी मांग कर रही थी लेकिन दुर्भाग्य से पहले इसे उतना महत्व नहीं दिया गया। बीते 10 सालों में हमने डिफेंस रिफॉर्म को रक्षा क्षेत्र की पहली प्राथमिकता बनाया। इन रिफॉर्म के कारण आज हमारी सेनाएं ज्यादा सक्षम हुई हैं। आत्मनिर्भर हो रही है।

नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे, पाक को कारगिल से मोदी की चेतावनी
मोदी ने 1999 के कारगिल वॉर को याद करते हुए कहा कि कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था, हमने सत्य, संयम और सामर्थ्य का अद्भुत परिचय दिया था। आप जानते हैं कि भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था। बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया। लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई। साथियों पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी। लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है, वो आतंकवाद के सहारे प्रॉक्सी वॉर के सहारे अपने आपको प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है। लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां आतंक के आकाओं को ये आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है। मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।

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Fri, 26 Jul 2024 15:31:50 +0530 admin
नही रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रभात झा, पढ़े फर्श से अर्श तक पहुंचने की उनकी संघर्षभरी कहानी https://aaj24x7live.com/219 https://aaj24x7live.com/219 ग्वालियर
 मध्यप्रदेश भाजपा (BJP) में शीर्षस्थ नेता , पत्रकार प्रभात झा (Prabhat Jha )नही रहे । लम्बी बीमारी के बाद दिल्ली के मेदांता अस्पताल ( medanta Hospital ) में उन्होंने अंतिम सांस ली जहाँ उनका इलाज झा चल रहा था । वे काफी समय से वेंटिलेटर पर  पर थे। बिहार में जन्मे प्रभात झा का पूरा जीवन ग्वालियर Gwalior में बीता । वे कठिन संघर्ष के रास्ते पर चलकर पत्रकारिता के रास्ते पर चलकर सियासत में फर्श से अर्श पर पहुंचे। झा राज्यसभा सदस्य और भाजपा के मध्यप्रदेश के अध्यक्ष सहित अनेक पदों पर  रहे। उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Dr Mohan Yadav), भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित सभी बड़े नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। झा का अंतिम संस्कार बिहार में उनके गृहग्राम में होगा ।

बिहार में जन्मे थे प्रभात

प्रभात झा का जन्म 4 जून 1957 को बिहार के कोरियाही हरिहरपुर  गाँव मे हुआ । उनके पिता और माता  का नाम पनेश्वर और अमरावती झा था।   लेकिन वे बचपन मे ही अकेले ही बिहार से ग्वलियर आ गए। शुरुआती दौर में ही भाजपा नेता अरविंद रुद्र के संपर्क में आ गए और संघ से जुड़ गए। फिर वे भाजपा के वरिष्ठ नेता भाऊ साहब पोटनीस के नजदीक हो गए। उन्होंने ग्वालियर के पीजीबी कॉलेज से बीएससी, माधव  कॉलेज से एमए राजनीति शास्त्र और एमएलबी कॉलेज से विधि की पढ़ाई की । 1986 में उनकी शादी श्रीमती रंजना झा से हो गई।

बचपन में आये तो फिर ग्वालियर के ही हो गए

झा सादगी पसंद व्यक्ति थे और संघ के संस्कारों से ओतप्रोत थे। जीवन मे लम्बे समय तक उनके पास अपना घर तक नही था और पैदल या लिफ्ट लेकर ही यात्रा करते थे लेकिन वे भाजपा कार्यकर्ताओं से लेकर सभी से।सतत संपर्क रखते थे और लोगो की मदद करते थे इसलिए उनकी लोकप्रियता काफी थी । शादी के बाद उनके दो बेटे हुए तुष्मल झा और अयत्न हुए। इसके बाद परिवार के जीवन यापन के लिए उन्होंने पत्रकारिता को चुना और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा  ग्वालियर से संचालित दैनिक स्वदेश में काम करना शुरू किया। पत्रकार के रूप में उन्होंने न केवल ग्वालियर बल्कि समूचे मध्यप्रदेश में अपना स्थान बनाया ।

भाजपा के मीडिया प्रभारी से की राजनीति में एंट्री

बाद में नब्बे के दशक में वे भाजपा के मध्यप्रदेश के मीडिया प्रभारी बन गए । फिर उन्हें दिल्ली भाजपा के मुख्यालय भेज दिया गया तो वे पार्टी की पत्र पत्रिकाओं का संपादन का काम देखने लगे । वे पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री , कमल संदेश के संपादक और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर भी रहे। वे मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद और फिर प्रदेश अध्यक्ष (MP BJP President )भी बनाये गए । उन्होंने इस दौरान पूरे प्रदेश में जबरदस्त यात्राएं करके पार्टी के संगठन को और मजबूत बनाया ।

62 साल की उम्र में कर दी थी सन्यास की घोषणा

प्रदेश अध्यक्ष रहते एक बार जब उनसे पूछा गया कि क्या वे मुख्यमंत्री बनने की लालसा रखते है तो  उन्होंने घोषणा की थी कि मैं 62 की उम्र में राजनीति से संन्यास ले लूंगा। प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की मेरी कोई इच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि वे एक एकड़ जमीन भी खरीदेंगे और 5वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए स्कूल चलाएंगे। साथ ही राजनीति से संन्यास के बाद 5 गाय और 2 भैंस भी पालेंगे।

सियासत में रहकर लेखन से जुड़े रहे

वे  लंबे समय तक पत्रकारिता करने के बाद  राजनीति में आकर बीजेपी के सदस्‍य बने थे लेकिन उन्होंने लेखन कार्य नही छोड़ा। सियासी व्यस्तताओं के  दौरान भी वे लगातार अनेक पत्र-पत्रिकाओं के लिए आलेख व स्‍तंभ लिखते रहे। पार्टी ने उन्हेंअप्रैल 2008 में मध्‍यप्रदेश के राज्‍यसभा चुनाव में वे बीजेपी के टिकट दिया और वे जीतकर संसद में पहुंचे।  वे संसद की  रुरल डेवलपमेंट कमेटी के सदस्‍य रहे।  जनवरी 2010 में वे पॉपुलेशन एवं पब्लिक हेल्‍थ के संसदीय फोरम सदस्‍य बनाए गए।

लौटा दी थी माल्या की गिफ्ट

प्रभात झा अनेक बजहॉ से चर्चाओं में भी आते रहे। अक्टूबर 2009 में लिकर किंग विजय माल्या ने जब उनके घर  बतौर तोहफा शराब की बोतल भेजी थी। इस पर झा ने बोतल लौटाते हुए पत्र लिखा  कि ‘मेरा आपसे न तो कोई परिचय है और न ही मेरे-आपके अंतरंग संबंध है। मैं शराब का शौकीन भी नहीं हूं। आपने शराब की जगह कोई किताब भेजी होती, तो अच्छा होता।’उन्होंने यह पत्र सार्वजनिक भी किया और इसकी देश  विदेश की मीडिया में जमकर चर्चा हुई थी।

अगस्‍त 2012 में वे रेलवे कमेटी के सदस्‍य बने और अप्रैल 2013 से वे शिल्पकारों और कारीगरों के संसदीय फोरम के सदस्‍य हैं। आसाराम को रेप तथा अन्‍य आरोपों में निर्दोष बताए जाने के बाद से प्रभात झा की खूब चर्चा बल्कि आलोचना हुई थी लेकिन वे अपने बयान पर कायम रहे।

प्रभात झा ने लिखी ये किताबें

प्रभात झा ने व्यस्तताओं के बावजूद पुस्तकें Books भी लिखीं ।  उनकी कुछ पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। जिनमें, 2005 में ‘शिल्पी’ (तीन खंडों में), 2008 में ‘जन गण मन’ (तीन खंडों में), 2008 में ही ‘अजातशत्रु – पं. दीनदयालजी’, ‘संकल्प’, ‘अंत्योदय’, ‘समर्थ भारत’, ’21वीं सदी – भारत की सदी’, ‘चुनौतियां’ तथा ‘विकल्प’ हैं। अगस्त 2009 में लोकसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में ऑस्ट्रिया Austria की यात्रा की थी।

प्रभात झा के निधन से मध्यप्रदेश खासकर ग्वलियर में शोक की लहर है । वे भले ही भाजपा के नेता थे लेकिन पत्रकार होने के कारण सभी दलों के नेता और कार्यकर्ताओं से उनके अच्छे संबंध थे और वे सदैव सबकी मदद करते थे इसलिए उनका प्रशंसक वर्ग राजनीतिक सीमाओं से ऊपर था।

 

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Fri, 26 Jul 2024 14:28:10 +0530 admin
दिल्ली&यूपी में आज भी गरज के साथ हो सकती है बरसात https://aaj24x7live.com/210 https://aaj24x7live.com/210 नईदिल्ली

आज  का मौसम 26 जुलाई 2024: देशभर के अधिकांश हिस्सों में फिर से मॉनसूनी बारिश शुरू हो गई है। जिसकी वजह से दिल्ली-NCR के लोगों को गर्मी से राहत मिली है तो वहीं महाराष्ट्र और गुजरात में पानी का सैलाब आ गया है। दोनों राज्यों में हुई भारी बारिश की वजह से कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं। वहीं काफी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राजधानी दिल्ली में भी इन दिनों मौसम कूल बना हुआ है। आए दिन हो रही बारिश की वजह से तापमान में भी कमी आई है। आइए जानते हैं आज कैसा रहेगा देशभर का मौसम?

दिल्ली में रविवार तक बारिश का पूर्वानुमान

दिल्ली में बारिश का दौर शुरू हो गया है। जिसकी वजह से राजधानी के लोगों को उमस से थोड़ी राहत मिली है। इसके साथ ही तापमान में भी थोड़ी गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में आने वाले रविवार तक बारिश होने की संभावना है। ऐसे में आने वाले तीन दिन दिल्ली में बारिशमय होने वाले हैं। वहीं दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है। ऐसे में आने वीकेंड पर अगर आप घूमने का प्लान कर रहे हैं तो घर से छतरी लेकर जरूर निकले क्योंकि IMD के अनुसार आने वाले तीन दिनों तक कभी भी बारिश हो सकती है।

आज  आपके शहर का कैसा रहेगा तापमान?

 

शहर न्यूनतम तापमान (°C) अधिकतम तापमान (°C)
दिल्ली 27 35
नोएडा 27 36
गाजियाबाद 26 35
पटना 29 36
लखनऊ 28 35
जयपुर 26 33
भोपाल 24 29
मुंबई 25 28
अहमदाबाद 27 33
जम्मू 26 33

 

उत्तर प्रदेश में भी झमाझम हो रही बारिश

मौसम विभाग ने पहले ही यूपी में बारिश का पूर्वानुमान जारी कर दिया था। जिसके अनुसार आज भी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। IMD के अनुसार इस सप्ताह में बचे हुए दिनों में यानी 28 जुलाई तक यूपी के अधिकांश शहरों में भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जगहों पर बिजली गिरने की भी संभावना है।

उत्तराखंड में बारिश का येलो अलर्ट

देवभूमि उत्तराखंड में भी लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने देहरादून, नैनीताल और बागेश्वर में बारिश का यलो अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं कुछ जिले ऐसे ही भी हैं, जहां बारिश सामान्य से कम आंकी गई है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले चार से पांच दिनों तक पूरे उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। IMD के एक अधिकारी ने कहा कि जून के मुकाबले जुलाई में अच्छी बारिश देखी जा रही है। कुछ जिलों को छोड़कर प्रतिदिन प्रदेश में सामान्य बारिश हो रही है।उन्होंने बताया कि प्रदेश में आने वाले सप्ताह में ओवरऑल सामान्य बारिश होने की संभावना है। कुछ जिले देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर, चमोली, पौड़ी में मूसलाधार बारिश होने की आशंका है।

गुजरात-मुंबई में बारिश से हाल बेहाल

गुजरात और महाराष्ट्र में बारिश आफत बनकर गिर रही है। मूसलाधार बारिश की वजह से पूरा जनजीवन ठप पड़ गया है। पुणे में सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं। बता दें कि महाराष्ट्र के कई जिलों मे आसमान से गिर रही आफत की बूंदों से लोग बेहाल हो गए हैं। सबसे ज्यादा गढ़चिरौली, पुणे, ठाणे, बीड में बारिश की वजह से हालात काफी ज्यादा खराब हो गए हैं। कुछ ऐसा ही हाल गुजरात का भी है। वहां पर भी आनंद, वडोदरा, भरूच, नवसारी, छोटाऊदेपुर, सूरत के कई इलाकों में पांच इंच से अधिक बारिश हुई। जिसकी वजह से कई इलाकों में बाढ़ आ गई है।

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Fri, 26 Jul 2024 12:22:36 +0530 admin
चीन सीमा के पास ही भारतीय सेना करेगी युद्धाभ्यास, कई देश होंगे शामिल https://aaj24x7live.com/209 https://aaj24x7live.com/209 नई दिल्ली

भारतीय सेना की एक टुकड़ी गुरुवार को बहुदेशीय सैन्य अभ्यास के लिए मंगोलिया रवाना हुई। यह सैन्य अभ्यास 27 जुलाई से 9 अगस्त के दौरान उलानबातर में होगा, जिसमें भारत और मंगोलिया समेत कई देशों की सेनाएं शामिल होंगी। यह सैन्य अभ्यास चीन की सीमा से करीब 1000 किलोमीटर की ही दूरी पर है, जिस पर उसकी भी निगाहें होंगी। इस अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए 40 भारतीय सैनिकों की एक टुकड़ी रवाना हुई है। इस सैन्य अभ्यास को KHAAN QUEST नाम दिया गया है। बीते साल भी 19 जून से 2 जुलाई के दौरान मंगोलिया में यह अभ्यास हुआ था।

इस सैन्य अभ्यास में कई देशों की सेनाएं शामिल होंगी। इस सैन्याभ्यास की शुरुआत 2003 में हुई थी। तब मंगोलिया और अमेरिका की सेनाएं अभ्यास में शामिल हुई थीं। उसके बाद से हर साल यह मिलिट्री ड्रिल होती है। 2006 में इसमें मंगोलिया और अमेरिका के अलावा अन्य देशों को भी आमंत्रित करने की शुरुआत हुई थी। यह इस सैन्याभ्यास का 21वां वर्ष है। भारतीय सेना ने जो टुकड़ी भेजी है, उसमें 40 सैनिक शामिल हैं, जो मद्रास रेजिमेंट के हैं। इसके अलावा कुछ और सेवाओं के जवान भी लिए गए हैं। इनमें एक महिला सैन्य अफसर और दो महिला सैनिक भी शामिल हैं।  

मंगोलिया में होने वाले सैन्याभ्यास का मकसद यह है कि भारत समेत कई देशों की सेनाओं को यूएन के शांति मिशनों के लिए तैयार किया जा सके। इस सैन्य अभ्यास के दौरान सेनाएं सर्च ऑपरेशन, मोबाइल चेक पॉइंट्स, पेट्रोलिंग, कॉम्बैट फर्स्ट एड और लोगों को निकालने की ड्रिल करेंगी। इस सैन्य अभ्यास के लिए गुरुवार को ही भारतीय सेना की टुकड़ी रवाना हुई है, जो शनिवार से अभ्यास शुरू करेगी। बता दें कि भारतीय सेना दुनिया भर के देशों के साथ इस तरह के अभ्यासों में शामिल होती रही है। अब तक इसे लेकर चीन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

 

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Fri, 26 Jul 2024 12:22:28 +0530 admin
कारगिल में हमने युद्ध में जीत के साथ&साथ ‘सत्य, संयम और सामर्थ्य’ का अद्भुत परिचय दिया था: PM मोदी https://aaj24x7live.com/208 https://aaj24x7live.com/208 द्रास

देश 25वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है. इस मौके पर कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्रास में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने 1999 में भारत-पाकिस्तान की जंग में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर जवानों को याद किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कारगिल में हमने सिर्फ युद्ध नहीं जीता था बल्कि सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था. उन्होंने कहा कि भारत शांति के लिए प्रयास कर रहा था लेकिन पाकिस्तान ने अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया था. पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए, उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है.

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, 'आज लद्दाख की ये महान धरती कारगिल विजय के 25 वर्ष पूरे होने की साक्षी बन रही है. कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर होते हैं. दिन, महीने, वर्ष, सदियां गुजरती हैं, मौसम भी बदलते हैं लेकिन राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वालों के नाम अमिट रहते हैं. ये देश हमारी सेना के पराक्रमी महानायकों का सदा-सर्वदा ऋणी है, उनके प्रति कृतज्ञ है.'

'शहीदों को नमन करता हूं'

उन्होंने कहा, 'मेरा सौभाग्य है कि कारगिल युद्ध के समय मैं सामान्य देशवासी के रूप में अपने सैनिकों के बीच था. आज जब मैं फिर कारगिल की धरती पर हूं तो स्वाभाविक है कि वो स्मृतियां मेरे मन में ताजा हो गई हैं. मुझे याद है कि किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी ऊंचाई पर, इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया था. देश को विजय दिलाने वाले ऐसे सभी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम करता हूं. मैं उन शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने कारगिल में मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया.'

'आतंक के आका मेरी आवाज सुन लें'

पीएम ने कहा, 'कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था. हमने सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था. आप जानते हैं, भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था, बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया. लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई. पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है. वो आतंकवाद के सहारे, प्रॉक्सी वॉर के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां से आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है, मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों से कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. आतंकवाद को हमारे जांबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे. दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. लद्दाख हो या जम्मू-कश्मीर विकास के सामने आ रही हर चुनौती को भारत परास्त करके ही रहेगा.'

'शांति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा धरती का स्वर्ग'

उन्होंने कहा, 'कुछ ही दिन बाद इस 5 अगस्त को आर्टिकल 370 का अंत हुए पांच वर्ष पूरे होने जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर आज नए भविष्य की बात कर रहा है, बड़े सपनों की बात कर रहा है. जम्मू-कश्मीर की पहचान जी20 जैसी अहम बैठक करने के लिए हो रही है. इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर, लेह लद्दाख में टूरिज्म सेक्टर भी तेजी से ग्रो कर रहा है. दशकों बाद कश्मीर में सिनेमा घर खुला है. साढ़े तीन दशक बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया निकला है. धरती का हमारा स्वर्ग तेजी से शांति और सौहार्द की दिशा में आगे बढ़ रहा है. आज लद्दाख में भी विकास की नई धारा बनी है. शिंकुला टनल के निर्माण का काम शुरू हुआ है. इसके साथ लद्दाख हर मौसम में देश से कनेक्टेड रहेगा. ये टनल लद्दाख के विकास और बेहतर भविष्य के लिए नई संभवनाओं का नया रास्ता खोलेगी. हम सभी को पता है कि कठोर मौसम की वजह से लद्दाख के लोगों को कितनी मुश्किलें आती हैं. शिंकुला टनल के बनने से ये मुश्किलें कम होंगी.'

'लद्दाख में दृश्य भी बदल रहा, परिदृश्य भी बदल रहा'

पीएम मोदी ने कहा, 'लद्दाख के लोगों का हित हमेशा हमारी प्राथमिकता रहा है. मुझे याद है कि कोरोना के समय कारगिल क्षेत्र के हमारे कई लोग ईरान में फंस गए थे. उन्हें वापस लाने के लिए मैंने व्यक्तिगत स्तर पर काफी प्रयास किए. ईरान से लाकर उन्हें जैसलमेर में ठहराया गया था, और जब स्वास्थ्य की दृष्टि से पूरी तरह संतोषजनक रिपोर्ट मिले तो उन सब को उनके घर तक पहुंचाया गया. हमें संतोष है कि हम अनेक जिंदगियों को बचा पाए. यहां के लोगों की सुविधाएं बढ़ें, ईज ऑफ लिविंग बढ़े इसके लिए भारत सरकार निरंतर प्रयास कर रही है. बीते पांच वर्षों में ही हमने लद्दाख के बजट को 1100 करोड़ से बढ़ाकर 6000 करोड़ रुपये कर दिया है. यानी करीब-करीब 6 गुना की वृद्धि. ये पैसा आज लद्दाख के लोगों के विकस में, यहां सुविधाएं बढ़ाने में काम आ रहा है.'

उन्होंने कहा, 'आप देखिए सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, पावर सप्लाई, रोजगार लद्दाख में हर दिशा में दृश्य बदल रहा है, परिदृश्य भी बदल रहा है. जल जीवन मिशन की वजह से लद्दाख के 90 प्रतिशत से ज्यादा घरों में पाइप से पीने का पानी पहुंच रहा है. लद्दाख के युवाओं को क्वालिटी हायर एजुकेशन मिले इसके लिए यहां सिंधु सेंट्रल यूनिवर्सिटी का निर्माण हो रहा है. पूरे लद्दाख क्षेत्र को 4जी नेटवर्क से जोड़ने का काम भी चल रहा है. 13 किमी लंबी जोजिला टनल का काम भी जारी है. इसके बनने से नेशनल हाईवे पर भी ऑल वेदर कनेक्टिविटी हो जाएगी. हमने देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास के असाधारण लक्ष्य तय किए हैं. चैलेंजिंग टास्क को अपने  हाथों में लिया है. बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन ने ऐसे लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अभूतपूर्व गति से काम किया है. बीआरओ ने पिछले तीन साल में 330 से ज्यादा इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पूरे किए हैं. इसमें लद्दाख के विकास कार्यों से लेकर पूर्वोत्तर में सेला टनल जैसे प्रोजेक्ट भी शामिल हैं.'

'हथियारों के एक्सपोर्टर के रूप में पहचान बना रहा भारत'

  प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज की वैश्विक परिस्थितियां पहले से अलग हैं. इसलिए हमारी सेनाओं को हथियारों और उपकरणों के साथ-साथ कार्यशैली और व्यवस्थाओं में भी आधुनिक होना चाहिए इसलिए देश दशकों से डिफेंस सेक्टर में बड़े रिफॉर्म्स की जरूरत महसूस कर रहा था. सेना स्वयं वर्षों से इसकी मांग कर रही थी लेकिन दुर्भाग्य से पहले इसे उतना महत्व नहीं दिया गया. बीते 10 वर्षों में हमने डिफेंस रिफॉर्म्स को रक्षा क्षेत्र की पहली प्राथमिकता बनाया है. इन रिफॉर्म्स के कारण आज हमारी सेनाएं ज्यादा सक्षम हुई हैं, आत्मनिर्भर हो रही हैं. आज डिफेंस प्रोक्योरमेंट में बड़ी हिस्सेदारी भारतीय डिफेंस इंडस्ट्री को दी जा रही है. डिफेंस में रिसर्ज एंड डेवलेपमेंट बजट का भी 25 प्रतिशत प्राइवेट सेक्टर के लिए रिजर्व किया गया है. ऐसे ही प्रयासों का परिणाम है कि भारत का डिफेंस प्रोडक्शन सवा लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका है. कभी भारत की गिनती हथियार मंगाने वाले देश के रूप में थी. अब भारत एक्सपोर्टर के रूप में अपनी पहचान बना रहा है.'

 

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Fri, 26 Jul 2024 12:22:21 +0530 admin
UK आने वाले सभी वाहनों में डस्टबिन या कचरा बैग रखना हुआ जरूरी https://aaj24x7live.com/207 https://aaj24x7live.com/207 देहरादून

देशभर से उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए जरूरी खबर है। अब से उत्तराखंड की सीमा में एंट्री करने वाले सभी वाहनों में डस्टबिन (कूड़ेदान) या कचरा बैग रखना अनिवार्य हो गया है। इस नियम का पालन नहीं करने वाले लोगों के चालान भी काटे जाएंगे।

उत्तराखंड सरकार ने गुरुवार को राज्य में प्रवेश करने वाले वाहनों में डस्टबिन और कचरा बैग रखना अनिवार्य करने के नियम को सख्ती से लागू करने के निर्देश जारी किए हैं, ताकि राज्य की प्राकृतिक स्वच्छता को बनाए रखा जा सके।

उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि वाहनों के लिए ट्रिप कार्ड जारी करने से पहले यह सुनिश्चित किया जाए कि उनमें डस्टबिन या कूड़ा-कचरा जमा करने वाले बैग लगे हुए हैं या नहीं। इससे पर्यटकों, टूर ऑपरेटर, ट्रैवल एजेंसी और वाहन चालकों की स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी तय होगी।

इस संबंध में उत्तराखंड परिवहन विभाग ने हाल ही में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश के परिवहन आयुक्तों को पत्र लिखकर सूचित कर दिया गया है कि चारधाम यात्रा के दौरान राज्य में आने वाले वाहनों के लिए डस्टबिन और कचरा बैग रखना अनिवार्य है, ताकि यात्री सड़कों पर कूड़ा न फैला सकें।

मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तराखंड में आने वाले वाहनों की जांच की जाए और अगर उनमें डस्टबिन या कचरा बैग नहीं हैं तो उनके चालान काटे जाएं। मुख्य सचिव ने कहा कि टूर ऑपरेटरों, ट्रैवल एजेंसियों, ड्राइवरों और आम जनता को इस नियम के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए।

उत्तराखंड एक पर्यटन राज्य है। राज्य की प्राकृतिक स्वच्छता को बनाए रखना और इसके पर्यावरण की रक्षा करना इसके निवासियों की सामूहिक जिम्मेदारी है। राधा रतूड़ी ने कहा, "हर साल लाखों पर्यटक और श्रद्धालु राज्य में आते हैं।"

स्वच्छता पर्यटकों-श्रद्धालुओं की सामूहिक जिम्मेदारी

उन्होंने आगे कहा कि पर्यटन प्रदेश होने के कारण राज्य की प्राकृतिक स्वच्छता बनाए रखना और पर्यावरण का संरक्षण उत्तराखंड के निवासियों के साथ ही लाखों की संख्या में आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की सामूहिक जिम्मेदारी है. बता दें कि उत्तराखंड आने वाले अधिकतर श्रद्धालु गंदगी फैलाते हैं और इसी को लेकर उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने यह फैसला लिया है, अब देखना ये है कि उनका यह फैसला देवभूमि में कितना कारगर होगा.

 

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Fri, 26 Jul 2024 12:22:12 +0530 admin
भारत ने दुश्मनों की बैलिस्टिक मिसाइलें को तबह करने के लिए ब्रह्मास्त्र बना लिया, किया सफल परीक्षण https://aaj24x7live.com/197 https://aaj24x7live.com/197

नई दिल्ली

दुनिया के सभी बड़े देशों के पास बैलिस्टिक मिसाइल हैं. जिनसे रासायनिक, जैविक, पारंपरिक या परमाणु हमला किया जा सकता है. भारत के पास भी ताकतवर बैलिस्टिक मिसाइलें हैं. पड़ोसी दुश्मन मुल्कों यानी चीन और पाकिस्तान के पास भी ये मिसाइलें हैं. लेकिन इनके मिसाइल हमले को बर्बाद करने के लिए भारत ने ब्रह्मास्त्र बना लिया है. उसके सफल परीक्षण भी कर लिए हैं. यानी एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल (ABM) इंटरसेप्टर.

इस ब्रह्मास्त्र का नाम है- बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम (BMDS). इसमें इस्तेमाल की गई इंटरसेप्टर मिसाइल का नाम है AD-1.यानी अब दुनिया की कोई भी बैलिस्टिक मिसाइल जिसकी रेंज 5000 किलोमीटर से ज्यादा है, उसे भारत की धरती पर गिरने से पहले ही वायुमंडल के ऊपर ही खत्म कर दिया जाएगा.

ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) में इसका दूसरा परीक्षण हुआ. पहले पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल को दुश्मन की टारगेट मिसाइल बनाकर दागा गया. इसके बाद AD-1 इंटरसेप्टर मिसाइल को इस मिसाइल के पीछे छोड़ा गया. टारगेट मिसाइल को लॉन्च कॉम्प्लेक्स-4 धमरा से छोड़ा गया था. जबकि इंटरसेप्टर मिसाइल को लॉन्च कॉम्प्लेक्स-3 आईटीआर से छोड़ा गया था.

5 हजार km रेंज वाली बैलिस्टिक मिसाइलें हो जाएंगी नाकाम

यह इस मिसाइल का फेज-2 परीक्षण था. इंटरसेप्टर मिसाइल वो हथियार होता है, जो दुश्मन की आती हुई मिसाइल को हवा में बर्बाद करता है. यानी इंटरसेप्ट करता है. इस परीक्षण के बाद भारत अब उन देशों में शामिल हो चुका है, जिनके पास 5 हजार किलोमीटर या उससे ज्यादा रेंज वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने की ताकत है. ये देश हैं- अमेरिका, रूस और इजरायल.

अब समझते हैं कि भारत का एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम क्या है?  

डीआरडीओ ने देश के लिए स्वदेशी एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम बनाया है. उसके लिए राडार बनाए. देसी मिसाइलों का जखीरा खड़ा किया. साल 2006 में भारत PADE यानी पृथ्वी एयर डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण किया था. इसी में एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल को पृथ्वी एयर डिफेंस यानी PAD कहा गया.

PAD एक एक्सो-एटमॉस्फियरिक इंटरसेप्टर सिस्टम है. यानी AD-1 इंटरसेप्टर मिसाइल वायुमंडल के बाहर जाकर करीब 150 किलोमीटर की ऊंचाई पर दुश्मन की मिसाइल को खत्म कर देगा. दूसरा है एंडो-एटमॉस्फियरिक इंटरसेप्टर सिस्टम यानी वायुमंडल के नीचे 80 किलोमीटर की ऊंचाई पर दुश्मन मिसाइल को खत्म करना. ये दोनों ही ताकत भारत के पास मौजूद है.

6 दिसंबर 2007 को एडवांस्ड एयर डिफेंस (AAD) का सफल परीक्षण किया गया था. तब इंटरसेप्टर मिसाइल ने 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर टारगेट मिसाइल को इंटरसेप्ट किया था. 27 अप्रैल 2014 को फिर से सफल परीक्षण किया गया. 15 मई 2016 को AAD का फिर से सफल परीक्षण किया गया.

दिल्ली और मुंबई की सुरक्षा में तैनात हो सकती हैं ये मिसाइलें

8 जनवरी 2020 को भारतीय वायुसेना और डीआरडीओ ने भारत सरकार से दिल्ली और मुंबई को बैलिस्टिक मिसाइल के हमले से बचाने के लिए इंटरसेप्टर मिसाइलों को तैनात करने की अपील की थी. इन दोनों शहरों को सुरक्षा कवच देने के बाद अन्य प्रमुख शहरों और इलाकों को भी इन ब्रह्मास्त्रों से बचाने की योजना है.  

कौन-कौन से इंटरसेप्टर सिस्टम हैं भारत की मिलिट्री के पास?

पहला…  बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस के दो लेयर हैं. पहला वायुमंडल के नीचे और दूसरा इसके ऊपर. यानी 2000 किलोमीटर रेंज वाली दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइल को भारत की धरती से 15 से 25 किलोमीटर ऊपर और 80-100 किलोमीटर ऊपर ध्वस्त करने वाली मिसाइलें.

दूसरा… प्रोजेक्ट कुश… यानी रूस से हासिल S-400 की लेयर. यह 150,250, 350 और 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को खत्म करने की ताकत रखता है.

तीसरा… आकाश एनजी और बराक-8 ये मिसाइलें हवा में आती दुश्मन की मिसाइलों को 70, 80 और 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर खत्म कर सकती हैं.

चौथा… 25 से 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर मार करने की क्षमता वाली आकाश मिसाइलों का लेयर.

पांचवां… सतह से हवा में मार करने वाले गन सिस्टम. जैसे NASAM-2. भारत ने इसके लिए VL-SRSAM बनाया है. यानी वर्टिकल लॉन्च- शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल.

छठा... फेज-1 के एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम वो इंटरसेप्टर मिसाइलें हैं, जो 2000 किलोमीटर रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलों को हवा में खत्म कर सकती है. फेज-2 में ये रेंज बढ़कर 5000 किलोमीटर हो जाती है.

 

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Fri, 26 Jul 2024 10:02:23 +0530 admin
मोदी 25वें विजय दिवस पर शुक्रवार को कारगिल जाएंगे https://aaj24x7live.com/196 https://aaj24x7live.com/196

श्रीनगर
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर आज कारगिल जाएंगे और कर्तव्य की राह पर सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों को श्रद्धांजलि देंगे।वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय सेना की जीत को 26 जुलाई को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि 25वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मोदी सुबह करीब 9.20 बजे कारगिल युद्ध स्मारक जाएंगे और वहां श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। विजय दिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय समारोह 24 जुलाई को कारगिल जिले के द्रास में शुरू हुआ।

मोदी अपनी यात्रा के दौरान वर्चुअल रूप से शिंकुन ला सुरंग परियोजना का पहला विस्फोट भी करेंगे, जो एक बार पूरा हो जाने पर दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। शिंकुन ला सुरंग परियोजना में 4.1 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब सुरंग है, जिसका निर्माण निमू-पदुम-दारचा रोड पर लगभग 15,800 फुट की ऊंचाई पर किया जाएगा, ताकि लेह को हर मौसम में संपर्क प्रदान किया जा सके। एक बार पूरा हो जाने पर, यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी।
प्रवक्ता ने कहा, “शिंकुन ला सुरंग न केवल हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज और कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी, बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी।
गौरतलब है कि 1999 में, पाकिस्तानी सैनिकों और कई समूहों के आतंकवादियों ने रणनीतिक श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास द्रास से बटालिक सेक्टर तक की चोटियों पर कब्जा कर लिया था। भारतीय सेना ने बाद में भारतीय वायु सेना के साथ मिलकर एक बड़ा अभियान चलाया और 74 दिन की लड़ाई के बाद अपने क्षेत्र को वापस जीतने में कामयाब रही। तब से, सेना 26 जुलाई को विजय दिवस के रूप में मनाती आ रही है, जिसका मुख्य समारोह द्रास में आयोजित किया जाता है।

 

 

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Fri, 26 Jul 2024 10:02:17 +0530 admin
उच्चतम और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की सेवानिवृति उम्र बढ़ाने का कोई विचार नहीं: सरकार https://aaj24x7live.com/195 https://aaj24x7live.com/195

नई दिल्ली
 सरकार ने राज्यसभा को बताया कि उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की सेवा निवृत होने की उम्र बढ़ाने के बारे में अभी कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सदन में पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा कि अभी उच्चतम और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की सेवा निवृति की उम्र बढ़ाने का कोई विचार नहीं है।

एक अन्य प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि देश में उच्चतम न्यायालय की पीठ दिल्ली से बाहर किसी और राज्य में स्थापित किये जाने के लिए अभी उचित स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय में इस मामले में दो बार सुनवाई हुई है और न्यायालय ने खुद माना है कि अभी इस तरह की पीठ स्थापित करने का उचित समय नहीं है। उन्होंने कहा कि यह मामला अब भी न्यायालय में लंबित है।

मेघवाल ने दूसरे पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्ति में आरक्षण की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि संविधान सभा में भी इस विषय पर चर्चा हुई थी और यह पाया गया था कि न्यायपालिका में आरक्षण उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद मोदी सरकार ने इस बारे में ध्यान दिया और यह विचार किया गया कि इन न्यायालयों में नियुक्ति के समय सामाजिक पृष्ठभूमि को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। उन्होंंने कहा कि वर्ष 2018 के बाद इन न्यायालयों में नियुक्त किये गये 661 न्यायाधीशों में से 21 अनुसूचित जाति, 12 अनुसूचित जनजाति और 78 अन्य पिछड़ा वर्ग के हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है।

एक अन्य सवाल के जवाब में मेघवाल ने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की पीठ अभी आगरा और मेरठ में स्थापित नहीं की जा रही है, लेकिन इन दोनों जगहों पर ई-कोर्ट का प्रावधान करने की कोशिश की जा रही है जिससे कि इन जगहाें पर वर्चुअल सुनवाई की जा सके।

केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनकी संज्ञान में यह बात नहीं है कि अमेरिाक ने अपने नागरिकों को जम्मू -कश्मीर की यात्रा न करने के बारे में कोई परामर्श जारी किया है। उन्होंंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पर्यटकों की संख्या बढी है। सरकार पर्यटन नेटवर्क को मजबूत बनाने की दिशा में निरंतर काम कर रही है।

शेखावत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि देश में राष्ट्रीय वर्चुअल पुस्तकालय स्थापित किया जा चुका है जिसमें हजारों पुस्तकें हैं। उन्होंने कहा कि यह सार्वजनिक डोमेन मेें है और कोई भी इसका लाभ ले सकता है। उन्होंंने कहा कि अनेक पुस्तकों का डिजिटलीकरण किया जा रहा है और धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है।
पर्यावरण और वन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने एक सवाल के जवाब में बताया कि देश में हरित क्षेत्र बढ़ाने के लिए हरित इंडिया मिशन में 17 राज्यों को एक लाख 55 हजार करोड़ रुपये की राशि दी गयी है।

 

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Fri, 26 Jul 2024 10:02:11 +0530 admin
हाई कोर्ट ने जारी किया नोटिस,कंगना रनौत की संसद सदस्यता होगी रद्द,आखिर क्यों किया ऐसा https://aaj24x7live.com/194 https://aaj24x7live.com/194

नई दिल्ली
 हिमाचल प्रदेश से बीजेपी सांसद कंगना रनौत की संसद सदस्यता खतरे में पड़ गई है। कंगना की सांसदी रद्द करने की मांग को लेकर हिमाचल हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। हाई कोर्ट ने बीजेपी सांसद के खिलाफ नोटिस भी जारी किया है। हाई कोर्ट ने कंगना से 21 अगस्त तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है।

आपको बता दें कि याचिकाकर्ता लायक राम नेगी ने कंगना के खिलाफ याचिका दायर की है। इसमें उसने कोर्ट से कंगना के चुनाव को रद्द करने की मांग की है। नायक फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के पूर्व कर्मचारी हैं। उन्होंने समय से पहले वीआरएस मिल गई थी। नेगी ने कहा कि मैं चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन उसके नामांकन पत्र को मंडी के चुनाव अधिकारी ने गलत तरीके से खारिज कर दिया था। नेगी की दलील है कि अगर उनका नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया जाता तो वो जीत जाते। याचिका में लायक राम नेगी ने कोर्ट से अपील की है कि कंगना के चुनाव को रद्द कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने मंडी सीट पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। नेगी की इस याचिका पर जस्टिस ज्योत्सना रेवाल ने कंगना को नोटिस जारी किया है और 21 अगस्त तक जवाब तलब किया है।

कंगना ने लोकसभा चुनाव में हिमाचल के मंडी से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को 74,755 वोट से हराया था। तीसरे नंबर पर बहुजन समाजवादी पार्टी के डॉ प्रकाश चंद्र भारद्वाज रहे थे। भारद्वाज को 4393 वोट मिले थे।

चुनाव रद्द करने की मांग

हाईकोर्ट में जस्टिस ज्योत्सना रेवाल ने कंगना रनौत को नोटिस जारी किया और 21 अगस्त तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया. याचिकाकर्ता नेगी ने रनौत के चुनाव को रद्द करने की मांग की है. उन्होंने कहा, मेरे नामांकन पत्र को रिटर्निंग ऑफिसर (उपायुक्त, मंडी) ने गलत तरीके से खारिज कर दिया था. नेगी ने इस पूरे मामले में कंगना को भी पार्टी बनाया है.

वीआरएस लेकर चुनाव लड़ना चाहते थे नेगी

नेगी का कहना था कि वो वन विभाग में कर्मचारी थे. चुनाव के लिए उन्होंने वीआरएस लिया था. रिटर्निंग अधिकारी के सामने नामांकन पत्र के साथ विभागीय नो ड्यूज भी सबमिट किया था. नेगी का कहना था कि नामांकन के दौरान मुझसे कहा गया कि सरकारी आवास को लेकर जारी बिजली, पानी और टेलीफोन के नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी सबमिट करने होंगे. उन्हें ये सर्टिफिकेट जमा करने के लिए अगले दिन तक का समय दिया गया. अगले दिन जब हमने रिटर्निंग ऑफिसर को कागजात दिए तो उन्होंने इसे लेने से इनकार कर दिया और नामांकन पत्र भी खारिज कर दिया.

नेगी ने दावा किया कि यदि उनके कागजात स्वीकार कर लिए जाते तो वे चुनाव जीत सकते थे. उन्होंने कहा कि ये चुनाव रद्द किया जाए.

 

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Fri, 26 Jul 2024 10:02:04 +0530 admin