हिन्दू महासभा ने क्रिकेट मैच रद्द कराने के लिए पीएम मोदी को खून से लिखी चिट्ठी

 ग्वालियर आने वाली इसी 6 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के ग्वालियर के माधव राव सिंधिया इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच मैच होने वाला है। इसको लेकर लोगों में खासा उत्साह था, लेकिन हिन्दू महासभा ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से पत्र लिखकर इस मैच को रद्द कराने की […]

हिन्दू महासभा ने क्रिकेट मैच रद्द कराने के लिए पीएम मोदी को खून से लिखी चिट्ठी

 ग्वालियर

आने वाली इसी 6 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के ग्वालियर के माधव राव सिंधिया इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच मैच होने वाला है। इसको लेकर लोगों में खासा उत्साह था, लेकिन हिन्दू महासभा ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से पत्र लिखकर इस मैच को रद्द कराने की मांग की है। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों हिन्दू महासभा मैच इस मैच को रद्द कराने की मांग कर रही है।

हिन्दू महासभा ने भारत-बांग्लादेश के बीच होने वाले मैच पर विरोध जताते हुए पीएम मोदी से इसे रद्द करने की मांग की है। महासभा ने मैच को रद्द करने के पीछे के कारण भी बताए। महासभा ने तर्क देते हुए कहा है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं की हत्याएं हो रही हैं। माताओं बहनों के साथ बलात्कार और अत्याचार हो रहा है। हिन्दू मंदिरों को ध्वस्त किया जा रहा है। ग्वालियर में उसी देश के साथ मैच खेला जाएगा, ये हमे स्वीकार नहीं है।

महासभा से जुड़े एक कार्यकर्ता ने कहा कि बांग्लादेश के अंदर हजारों हिन्दुओं की संपत्ती को लूटा गया, हजारों हिन्दुओं को काटा गया और उन्हें जलाया गया। इसके साथ ही हिन्दुओं की बहन बेटियों को निर्वस्त्र किया गया, उनका बलात्कार किया गया। ऐसे बांग्लादेश से किस प्रकार की मैत्री? ये हमारे सिद्धांतो के विपरीत है।

उन्होंने आगे कहा कि हिन्दू महासभा साफ कहता है कि जो दुश्मन है, जिसने हिन्दुओं के बलात्कार किए, लोगों की हत्याएं की वही आज ग्वालियर में मैच खलने वाले हैं। इसका हिन्दू महासभा विरोध करती है। हिन्दू महासभा ने 15 दिन का समय देश के माननीय प्रधानमंत्री जी को दिया है कि वो इस पर पुना विचार करें ।

आपको बता दें कि ग्वालियर के इस मैदान में होने वाला मैच अपने आप में ऐतिहासिक होने वाला है। ये वही जगह है जहां साल 2010 में महान भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर का पहला दोहरा शतक जड़ा था। इस घटना के ठीक 14 साल बाद ग्वालियर में कोई इंटरनेशनल क्रिकेट मैच होने जा रहा है। इस कारण से इस मैच को लेकर वहां के लोगों में खासा उत्साह बना हुआ है।